hotaks444
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[size=large]समर एक मशीन की तरहा सुमन की चूत में अपना लंड पेल रहा था और अब तो सुमन भी उसका साथ देने लग गयी थी.
[/size]
सुमन की सिसकियाँ समर का जोश बढ़ाती जा रही थी
सविता बाथ टब में सागर की गोद में बैठी अपने मम्मे मसलवा रही थी.
'क्या हो गया है दोनो को - सुमन कितना चीख रही है'
'लगता है समर एक साल की कसर पूरी करने में लग गया है - आज सुमन की खैर नही'
'ह्म्म्मc कितना मज़ा आ रहा होगा ना उसे - समर उसके साथ बिल्कुल जंगली बन जाता है'
'तो यहाँ कोन पीछे रहने वाला है'
सागर ने सविता को वहीं बाथ टब में झुकाते हुए पीछे से अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया.
आआआआऐययईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई सविता की चीख निकल पड़ी जिसे सुमन और समर ने भी सुना
दोनो औरतों की सिसकियाँ कमरे में तो क्या पूरे होटेल में गूंजने लगी थी. सारा महॉल ही मस्ती का हो चला था - यूँ लग रहा था जैसे पूरे होटेल में चुदाई समारोह शुरू हो गया हो.
हर कमरे से थोड़ी देर बाद औरतों की सिसकियों की आवाज़ें आने लगी.
यहाँ ये दोनो जोड़े खुद में मस्त अपनी चुदाई का आनंद ले रहे थे. इन्हे क्या पता था कि इनकी वजह से बाकी जोड़े भी चुदाई में लग गये थे.
अहह उूुुुुुउउफफफफफफफफफफ्फ़ उूुुुुउउइईईईईईईईई
ईईईसस्स्स्स्स्स्सस्स फफफफफफ़ाआआआआसस्स्स्स्स्थथत्टटटत्ट्टीईईईईईईरर्र्र्र्र्र्ररर
मोर मोर आह आह
कहीं कुछ तो कहीं कुछ
ऐसी ऐसी आवाज़ें आ रही थी कि होटेल के स्टाफ का काम करना मुश्किल सा हो गया था.
करीब एक घाटे तक यही महॉल रहा.
फिर शुरू हुई आँहें और तेज चीखें जो बता रही थी कि जोड़े अपने अपने ऑर्गॅज़म को प्राप्त कर रहे थे.
सुमन और समर तो बिल्कुल पस्त हो गये थे - दोनो में बिस्तर से उठने की हिम्मत ही ना बची थी
सागर भी सविता को बाथरूम से बिस्तर पे ले आया था और दोनो एक दूसरे की बाँहों में खो गये थे. आँखें कब बंद हुई पता ही ना चला.
थोड़ी देर बाद समर की आँख खुल गयी तो साथ में सुमन लेटी हुई थी – वो बड़ी गहरी नींद में थी – उसका चेहरा बता रहा था कि अभी हुई ज़ोर दार चुदाई से उसे कितना मज़ा मिला . शाम हो चुकी थी समर बाथरूम में जा के फ्रेश हुआ और उसने सुमन के नंगे जिस्म पे चद्दर डाल दी.
फिर वो कमरे से बाहर निकला और सागर के कमरे की बेल बजा दी. सागर और सविता भी तयार हो चुके थे. सविता ने दरवाजा खोला और समर अंदर आ गया.
सागर : क्या बात है बड़ी चीखें निकलवाई सुमन की.
समर : यार सुमन है ही इतनी गरम और उपर से एक साल का गॅप मैं खुद को रोक ही नही पाया.
सविता : तुम लोग बियर पियो मैं जा के उसे देखती हूँ.
सविता जब कमरे में घुसी तो सुमन का हाल देख मुस्कुरा उठी.
सविता ने सुमन के होंठ चूसने शुरू कर दिया.
सुमन की नींद खुल गयी और उसने अपनी बहन को अपने उपर देखा तो उसे जाकड़ लिया.
सविता : चल यार रेडी हो जा.
सुमन : अरे मेरे कपड़े तो ले आती – अहह पूरा जिस्म तोड़ दिया समर ने.
सविता : चल लाती हूँ और अपना बॅग ले जा रही हूँ – समर तुझे सागर के पास तो जाने नही देगा इस पूरे हफ्ते.
सविता अपना बॅग उठा के ले गयी और सुमन बाथरूम में घुस गयी
शीशे के सामने खड़ी हुई तो देखा जगह जगह समर ने काटने के निशान छोड़ रखे थे. अपने जिस्म को देख सुमन मुस्कुरा उठी. समर हमेशा उसकी साथ जंगली बन जाता था और इस जंगलीपन में उसे बहुत मज़ा मिलता था.
फ्रेश हो कर सुमन अपनी गान्ड में क्रीम लगाने लगी – वो जानती थी कि आज रात समर उसे सोने नही देगा – रात भर चुदाई चलेगी और उसकी गान्ड भी मारी जाएगी.
सुमन नंगी ही बाथरूम से बाहर निकली तो सविता उसका वेट कर रही थी.
रेडी हो कर दोनो सागर के रूम में गयी. दोनो बियर की चुस्कियाँ लगा रहे थे – सागर ने सुमन को अपनी तरफ खींचा तो समर बोल पड़ा – ना ना अब एक हफ्ते तक ये मेरे पास ही रहेगी.
सुमन शरमा गयी और समर के साथ बैठ गयी.
[size=large]समर ने सबके सामने ही उसे दबोच लिया और उसके होंठ चूसने लग गया, देखा देखी सागर ने भी सविता को दबोच लिया.[/size]
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सुमन की सिसकियाँ समर का जोश बढ़ाती जा रही थी
सविता बाथ टब में सागर की गोद में बैठी अपने मम्मे मसलवा रही थी.
'क्या हो गया है दोनो को - सुमन कितना चीख रही है'
'लगता है समर एक साल की कसर पूरी करने में लग गया है - आज सुमन की खैर नही'
'ह्म्म्मc कितना मज़ा आ रहा होगा ना उसे - समर उसके साथ बिल्कुल जंगली बन जाता है'
'तो यहाँ कोन पीछे रहने वाला है'
सागर ने सविता को वहीं बाथ टब में झुकाते हुए पीछे से अपना लंड उसकी चूत में घुसा दिया.
आआआआऐययईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईईई सविता की चीख निकल पड़ी जिसे सुमन और समर ने भी सुना
दोनो औरतों की सिसकियाँ कमरे में तो क्या पूरे होटेल में गूंजने लगी थी. सारा महॉल ही मस्ती का हो चला था - यूँ लग रहा था जैसे पूरे होटेल में चुदाई समारोह शुरू हो गया हो.
हर कमरे से थोड़ी देर बाद औरतों की सिसकियों की आवाज़ें आने लगी.
यहाँ ये दोनो जोड़े खुद में मस्त अपनी चुदाई का आनंद ले रहे थे. इन्हे क्या पता था कि इनकी वजह से बाकी जोड़े भी चुदाई में लग गये थे.
अहह उूुुुुुउउफफफफफफफफफफ्फ़ उूुुुुउउइईईईईईईईई
ईईईसस्स्स्स्स्स्सस्स फफफफफफ़ाआआआआसस्स्स्स्स्थथत्टटटत्ट्टीईईईईईईरर्र्र्र्र्र्ररर
मोर मोर आह आह
कहीं कुछ तो कहीं कुछ
ऐसी ऐसी आवाज़ें आ रही थी कि होटेल के स्टाफ का काम करना मुश्किल सा हो गया था.
करीब एक घाटे तक यही महॉल रहा.
फिर शुरू हुई आँहें और तेज चीखें जो बता रही थी कि जोड़े अपने अपने ऑर्गॅज़म को प्राप्त कर रहे थे.
सुमन और समर तो बिल्कुल पस्त हो गये थे - दोनो में बिस्तर से उठने की हिम्मत ही ना बची थी
सागर भी सविता को बाथरूम से बिस्तर पे ले आया था और दोनो एक दूसरे की बाँहों में खो गये थे. आँखें कब बंद हुई पता ही ना चला.
थोड़ी देर बाद समर की आँख खुल गयी तो साथ में सुमन लेटी हुई थी – वो बड़ी गहरी नींद में थी – उसका चेहरा बता रहा था कि अभी हुई ज़ोर दार चुदाई से उसे कितना मज़ा मिला . शाम हो चुकी थी समर बाथरूम में जा के फ्रेश हुआ और उसने सुमन के नंगे जिस्म पे चद्दर डाल दी.
फिर वो कमरे से बाहर निकला और सागर के कमरे की बेल बजा दी. सागर और सविता भी तयार हो चुके थे. सविता ने दरवाजा खोला और समर अंदर आ गया.
सागर : क्या बात है बड़ी चीखें निकलवाई सुमन की.
समर : यार सुमन है ही इतनी गरम और उपर से एक साल का गॅप मैं खुद को रोक ही नही पाया.
सविता : तुम लोग बियर पियो मैं जा के उसे देखती हूँ.
सविता जब कमरे में घुसी तो सुमन का हाल देख मुस्कुरा उठी.
सविता ने सुमन के होंठ चूसने शुरू कर दिया.
सुमन की नींद खुल गयी और उसने अपनी बहन को अपने उपर देखा तो उसे जाकड़ लिया.
सविता : चल यार रेडी हो जा.
सुमन : अरे मेरे कपड़े तो ले आती – अहह पूरा जिस्म तोड़ दिया समर ने.
सविता : चल लाती हूँ और अपना बॅग ले जा रही हूँ – समर तुझे सागर के पास तो जाने नही देगा इस पूरे हफ्ते.
सविता अपना बॅग उठा के ले गयी और सुमन बाथरूम में घुस गयी
शीशे के सामने खड़ी हुई तो देखा जगह जगह समर ने काटने के निशान छोड़ रखे थे. अपने जिस्म को देख सुमन मुस्कुरा उठी. समर हमेशा उसकी साथ जंगली बन जाता था और इस जंगलीपन में उसे बहुत मज़ा मिलता था.
फ्रेश हो कर सुमन अपनी गान्ड में क्रीम लगाने लगी – वो जानती थी कि आज रात समर उसे सोने नही देगा – रात भर चुदाई चलेगी और उसकी गान्ड भी मारी जाएगी.
सुमन नंगी ही बाथरूम से बाहर निकली तो सविता उसका वेट कर रही थी.
रेडी हो कर दोनो सागर के रूम में गयी. दोनो बियर की चुस्कियाँ लगा रहे थे – सागर ने सुमन को अपनी तरफ खींचा तो समर बोल पड़ा – ना ना अब एक हफ्ते तक ये मेरे पास ही रहेगी.
सुमन शरमा गयी और समर के साथ बैठ गयी.
[size=large]समर ने सबके सामने ही उसे दबोच लिया और उसके होंठ चूसने लग गया, देखा देखी सागर ने भी सविता को दबोच लिया.[/size]