hotaks444
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दोनों झड़ चुके थे और दोनों संपूर्ण नग्नावस्था में एक दूसरे को अपनी बाहों में भींचेलहुए बिस्तर पर लेटे हुए थे।,, शुभम अभी भी अपनी मामी की चूची को मुंह में भरकर पी रहा था,,, और वह एक हाथ से उसके बालों को सहलाते हुए शुभम के लंड को हल्की हल्की सहला रही थी।,,, दोनों के पास अभी भी अच्छा खासा समय बचा हुआ था,,, शुभम अपनी मामी की चूचीें पीते-पीते उसे फिर से उत्तेजित करने लगा,,, उधर शुभम का लंड फिर से तैयार हो चुका था इतनी जल्दी फिर से लंड को खड़ा होते देख उसकी बुर में गुदगुदी होने लगी,, फिर क्या था शुभम तो हमेशा तैयार ही रहना था और उसकी मामी प्यासी औरत थी जोकी जितनी बार मिले उतनी बार उसकी प्यास और ज्यादा बढ़ जाती । फिर क्या था एक बार फिर से उसकी मम्मी ने अपनी टांगो को फैला दी और शुभम फिर से एक बार उसके अंदर समा गया।
एक बार फिर से दोनों एकाकार हो गए इस बार भी ऊसकी मामी मस्त होकर शुभम के लंड से चुदवाने का मजा लूटने लगी,,, तकरीबन 35 मिनट चुदाई के बाद एक बार फिर से दोनों अपना अपना माल गिरा दिए,,, उसकी मामी एक दम मस्त हो चुकी थी,,,, लेकिन सुभम ने इतना ज्यादा रगड़ा था कि उसकी बुर दर्द कर रही थी,,,,, अभी भी दोनों बिल्कुल नंगे थे उसकी मम्मी का तो पता नहीं लेकिन शुभम की यही तो कमजोरी थी बड़ी बड़ी गांड और नंगी औरत काे देखकर चाहे जितनी बार भी उसका पानी गिरा हो उसका लंड तुरंत खड़ा हो जाता था,,,, और यही हुआ भी क्योंकि उसकी मामी बुर में दर्द के कारण खड़ी होकर इधर उधर टहल रही थी और इसी दौरान वह अपनी मामी की बड़ी बड़ी गांड को मटकते हुए देख रहा था,,, उससे और उसके लंड से रहा नहीं गया और उसका लंड तुरंत खड़ा हो गया यह देखकर उसकी मामी भी हैरान हो गई,,, और वह मुस्कुरा कर के करीब आते हुए बोली,,,
तू इंसान है कि जानवर जब देखो तब तेरा खड़ा हो जाता है,,,।
मेरे सामने इतनी खूबसूरत मस्त औरत है तो मेरा लंड तो खड़ा होगा ही,,, चल मामी अब बिल्कुल भी देर मत कर एक बार फिर से मुझे दे दे,,,
पागल हो गया है क्या कितनी बार मैं तुझे दूं, अब मैं तुझे नहीं दे सकती मेरी बुर दर्द कर रही है,,,।( वह शुभम की ताकत को देखकर हैरान होते हुए बोली)
कोई बात नहीं मेरी जान एक बार गांड मारने दे( उसकी बड़ी बड़ी गांड पर हाथ फेरते हुए बोला)
धत्त,,,, पागल हो गया है क्या तू (उसका हाथ हटाते हुए) बहुत दर्द करती है।
क्या मामी यह दर्द करती है वह दर्द करती है मजा लेना है कि नहीं (सुभम अपने लंड को हीलाता हुआ बोला,, जिसे देख कर उसका मन मचलने लगा)
नहीं सुभम मुझे दर्द करता है और किसी भी वक्त वह लोग आ जाएंगे,,,
अभी बहुत समय है मामी तब तक तो अपना काम हो जाएगा (इतना कहते हुए वह अपनी मामी को बाहों में भर कर उसके होठों को चूसने लगा ताकि वह और ज्यादा उत्तेजित हो जाए उसके होठों को चूसते चूसते ऊसके बड़े-बड़े नितंबों पर भी हाथ फेऱते हुए उसे दबाने लगा,,, जिससे वह भी उत्तेजित होने लगी,, अब तो उसका भी मन करने लगा एक बार फिर से चुदवाने का लेकिन उसकी बुर दर्द कर रही थी,,, और गांड में लेने से उसे डर लग रहा था लेकिन उसे सुगम पर विश्वास था इसलिए वह बोली,,,।)
मुझे डर लग रहा है कहीं बहुत दर्द किया तो,,,
( अपनी मामी की यह बात सुनकर सुभम समझ गया कि उसकी मां मेरी पूरी तरह से तैयार हो चुकी है बस थोड़ा सा झिझक रही है। और वह उसकी झिझक को को खत्म करते हुए बोला,,,।)
अरे मामी तुम चिंता मत करो वह तो अनजाने में ही हो गया था इसलिए दर्द कर रहा था मैं तुम्हें ऐसे प्यार से करूंगा कि तुम खुद हीै बार-बार मुझसे अपनी गांड मरवाने के लिए करोगी,,, ( इतना कहते हुए शुभम अपनी उंगलियों को उसकी बड़ी-बड़ी गांड की फांकों की बीच की गहराई में उतार कर अंगुलियों से टटोलकर ही उसकी गांड की भूरे रंग के छेद का जायजा लेने लगा,,, शुभम की इस हरकत से वह और भी ज्यादा मस्त हो गई और गांड मराने की उत्सुकता बढ़ने लगी।
शुभम कुछ देर तक वैसे ही उसके होठों का रसपान करते हुए उसकी बड़ी बड़ी गांड को मसलते रहा जिससे कि उसकी भी उत्तेजना बढ़ने लगी और शिवम का टेंशन आया हुआ है उसकी जांघों के बीच रगड़ खाने लगा जिससे उसकी मामी के बदन में और ज्यादा शुरुर छाने लगा,,, अब तो आलम यह हो गया था कि उसकी मामी खुद घोड़ी बनकर चुदवाना चाहती थी,,, धीरे धीरे शाम ढलने को हो रही थी इसलिए ज्यादा समय नहीं बचा था,,, और जिस तरह से शुभम अभी भी चाटने सहलाने में लगा हुआ था उससे ओर समय ज्यादा गुजर जाता, इसलिए उसकी मामी को चिंता होने लगी और वह खुद ही बोली,,,।
क्या कर रहा है शुभम ऐसे तो समय और ज्यादा बीत जाएगा वह लोग कभी भी आ सकते हैं तुझे जो करना है वह जल्दी कर,,,
( अपनी मामी की बात सुनकर शुभम समझ गया कि उसकी मामी काफी उतावली हो चुकी है गांड मराने के लिए इसलिए समय बर्बाद करना ठीक नहीं था,,, वह भी जल्दी से अपनी मामी से अलग हुआ और उसकी मामी खुद ही बिस्तर पर घोड़ी बन गई,,, शुभम तू अपनी मामी की इस अवस्था में बड़ी-बड़ी गांड को देखकर और ज्यादा उत्तेजित हो गया था। वह बेहद उत्तेजित नजर आ रहा था क्योंकि उसकी मनोकामना आज पूरी होने वाली थी।,,, वह अपनी नानी के करीब पहुंचकर अपनी उत्तेजना को दबा ना सकने की स्थिति में दो चार चपत उसकी गोरी गोरी गांड पर लगा दिया,,,
आहहहहहहहह,,,, क्या कर रहा है,,,
कुछ नहीं मामी मजा आ रहा है,,,,।
जो करना है जल्दी कर अगर वह सब आ गए तो,,,
( इतना कहकर वह अपनी नजरें पीछे फेरकर शुभम की तरफ देखने लगी जोकि अपना मुंह उसकी जांघों के बीच ले जाकर के उसकी गांड के भुरे रंग के छेद को चाटना शुरू कर दिया था। यह देख कर वह एकदम से चुदवासी हो गई और ऊसके मुंह से सिसकारी निकल गई,,,।
एक बार फिर से दोनों एकाकार हो गए इस बार भी ऊसकी मामी मस्त होकर शुभम के लंड से चुदवाने का मजा लूटने लगी,,, तकरीबन 35 मिनट चुदाई के बाद एक बार फिर से दोनों अपना अपना माल गिरा दिए,,, उसकी मामी एक दम मस्त हो चुकी थी,,,, लेकिन सुभम ने इतना ज्यादा रगड़ा था कि उसकी बुर दर्द कर रही थी,,,,, अभी भी दोनों बिल्कुल नंगे थे उसकी मम्मी का तो पता नहीं लेकिन शुभम की यही तो कमजोरी थी बड़ी बड़ी गांड और नंगी औरत काे देखकर चाहे जितनी बार भी उसका पानी गिरा हो उसका लंड तुरंत खड़ा हो जाता था,,,, और यही हुआ भी क्योंकि उसकी मामी बुर में दर्द के कारण खड़ी होकर इधर उधर टहल रही थी और इसी दौरान वह अपनी मामी की बड़ी बड़ी गांड को मटकते हुए देख रहा था,,, उससे और उसके लंड से रहा नहीं गया और उसका लंड तुरंत खड़ा हो गया यह देखकर उसकी मामी भी हैरान हो गई,,, और वह मुस्कुरा कर के करीब आते हुए बोली,,,
तू इंसान है कि जानवर जब देखो तब तेरा खड़ा हो जाता है,,,।
मेरे सामने इतनी खूबसूरत मस्त औरत है तो मेरा लंड तो खड़ा होगा ही,,, चल मामी अब बिल्कुल भी देर मत कर एक बार फिर से मुझे दे दे,,,
पागल हो गया है क्या कितनी बार मैं तुझे दूं, अब मैं तुझे नहीं दे सकती मेरी बुर दर्द कर रही है,,,।( वह शुभम की ताकत को देखकर हैरान होते हुए बोली)
कोई बात नहीं मेरी जान एक बार गांड मारने दे( उसकी बड़ी बड़ी गांड पर हाथ फेरते हुए बोला)
धत्त,,,, पागल हो गया है क्या तू (उसका हाथ हटाते हुए) बहुत दर्द करती है।
क्या मामी यह दर्द करती है वह दर्द करती है मजा लेना है कि नहीं (सुभम अपने लंड को हीलाता हुआ बोला,, जिसे देख कर उसका मन मचलने लगा)
नहीं सुभम मुझे दर्द करता है और किसी भी वक्त वह लोग आ जाएंगे,,,
अभी बहुत समय है मामी तब तक तो अपना काम हो जाएगा (इतना कहते हुए वह अपनी मामी को बाहों में भर कर उसके होठों को चूसने लगा ताकि वह और ज्यादा उत्तेजित हो जाए उसके होठों को चूसते चूसते ऊसके बड़े-बड़े नितंबों पर भी हाथ फेऱते हुए उसे दबाने लगा,,, जिससे वह भी उत्तेजित होने लगी,, अब तो उसका भी मन करने लगा एक बार फिर से चुदवाने का लेकिन उसकी बुर दर्द कर रही थी,,, और गांड में लेने से उसे डर लग रहा था लेकिन उसे सुगम पर विश्वास था इसलिए वह बोली,,,।)
मुझे डर लग रहा है कहीं बहुत दर्द किया तो,,,
( अपनी मामी की यह बात सुनकर सुभम समझ गया कि उसकी मां मेरी पूरी तरह से तैयार हो चुकी है बस थोड़ा सा झिझक रही है। और वह उसकी झिझक को को खत्म करते हुए बोला,,,।)
अरे मामी तुम चिंता मत करो वह तो अनजाने में ही हो गया था इसलिए दर्द कर रहा था मैं तुम्हें ऐसे प्यार से करूंगा कि तुम खुद हीै बार-बार मुझसे अपनी गांड मरवाने के लिए करोगी,,, ( इतना कहते हुए शुभम अपनी उंगलियों को उसकी बड़ी-बड़ी गांड की फांकों की बीच की गहराई में उतार कर अंगुलियों से टटोलकर ही उसकी गांड की भूरे रंग के छेद का जायजा लेने लगा,,, शुभम की इस हरकत से वह और भी ज्यादा मस्त हो गई और गांड मराने की उत्सुकता बढ़ने लगी।
शुभम कुछ देर तक वैसे ही उसके होठों का रसपान करते हुए उसकी बड़ी बड़ी गांड को मसलते रहा जिससे कि उसकी भी उत्तेजना बढ़ने लगी और शिवम का टेंशन आया हुआ है उसकी जांघों के बीच रगड़ खाने लगा जिससे उसकी मामी के बदन में और ज्यादा शुरुर छाने लगा,,, अब तो आलम यह हो गया था कि उसकी मामी खुद घोड़ी बनकर चुदवाना चाहती थी,,, धीरे धीरे शाम ढलने को हो रही थी इसलिए ज्यादा समय नहीं बचा था,,, और जिस तरह से शुभम अभी भी चाटने सहलाने में लगा हुआ था उससे ओर समय ज्यादा गुजर जाता, इसलिए उसकी मामी को चिंता होने लगी और वह खुद ही बोली,,,।
क्या कर रहा है शुभम ऐसे तो समय और ज्यादा बीत जाएगा वह लोग कभी भी आ सकते हैं तुझे जो करना है वह जल्दी कर,,,
( अपनी मामी की बात सुनकर शुभम समझ गया कि उसकी मामी काफी उतावली हो चुकी है गांड मराने के लिए इसलिए समय बर्बाद करना ठीक नहीं था,,, वह भी जल्दी से अपनी मामी से अलग हुआ और उसकी मामी खुद ही बिस्तर पर घोड़ी बन गई,,, शुभम तू अपनी मामी की इस अवस्था में बड़ी-बड़ी गांड को देखकर और ज्यादा उत्तेजित हो गया था। वह बेहद उत्तेजित नजर आ रहा था क्योंकि उसकी मनोकामना आज पूरी होने वाली थी।,,, वह अपनी नानी के करीब पहुंचकर अपनी उत्तेजना को दबा ना सकने की स्थिति में दो चार चपत उसकी गोरी गोरी गांड पर लगा दिया,,,
आहहहहहहहह,,,, क्या कर रहा है,,,
कुछ नहीं मामी मजा आ रहा है,,,,।
जो करना है जल्दी कर अगर वह सब आ गए तो,,,
( इतना कहकर वह अपनी नजरें पीछे फेरकर शुभम की तरफ देखने लगी जोकि अपना मुंह उसकी जांघों के बीच ले जाकर के उसकी गांड के भुरे रंग के छेद को चाटना शुरू कर दिया था। यह देख कर वह एकदम से चुदवासी हो गई और ऊसके मुंह से सिसकारी निकल गई,,,।