Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें - Page 6 - SexBaba
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Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें

सामने आंटी, सिर्फ़ ब्लॅक ब्रा पैंटी में थी और अपनी मांसल जाँघो पर कोई क्रीम लगा रही थी.. एक दम गोरी चिट्टि, ब्लॅक ब्रा, क्या चुचे थे, उस पर से पैंटी भी चुतडो को ढक ही नहीं पा रही थी...


"क्या है ये" आंटी चिल्लाई..


इस आवाज़ से मेरा ध्यान टूटा और सामने देखा तो आंटी ने टवल से खुद को ढका हुआ था


"मनेर्स कहाँ हैं राज, ऐसे कोई आता है क्या, जवाब दो"


सॉरी आंटी...मैं सिर्फ़ इतना कह पाया, और कहके निकल गया..


बाहर आते ही मैने सोचा, साली बहुत मनेर सिखा रही है..तेरी बेटियों के बाद तेरा ही नंबर है साली..


कुछ देर में आंटी आई नीचे और मैं उन्हे छोड़ने जाने लगा...


गाड़ी में कई बार आंटी मुझे तिरछी नज़रों से देख रही थी, मैने भी हर बार स्माइल फ्लश की..जिसका जवाब सिर्फ़ एक नज़र, बस और कुछ नहीं...


मोम और आंटी को छोड़ने के बाद मैं घर आया और सोचा देखूं दोनो रंडी बहने क्या कर रही हैं


मैं उनके रूम की ओर निकल गया


जैसे ही मैं मोम और आंटी को छोड़के घर पहुँचा, मैने सोचा देखूं तो दोनो बहने क्या कर रही हैं


मैं उपर उनके रूम के पास गया और आस यूषुयल दरवाज़ा बंद था, बट खिड़की से उनकी आवाज़ सॉफ सुनाई दे रही थी


डॉली:- हाहहहाहा, छोटी, तू तो पहली बार में ही चुद गयी, मैने तो सिर्फ़ तुझे राज के करीब जाने को कहा था ताकि उसे कभी भनक ना हो कि हम दोनो मिलके पायल की गान्ड मारने का प्लान कर रहे हैं


ललिता:- दीदी, डोंट वरी, चूत के आगे वो भी झुक गया है, आदमी लंड से सोचते हैं जब उनके सामने हमारे जैसी बाला नंगी खड़ी हो तो.. राज ने भी वोई किया


डॉली:- वो सब तो ठीक है छोटी, बट ध्यान रखना, कहीं राज को खबर ना हो कि हम पायल की गान्ड मारने के पीछे हैं... नहीं तो.


ललिता ने बीच में ही कहा.. ओह फो!! चिंता नही करो मेरी बहना, आप देखते जाओ मैं क्या क्या करवाती हूँ राज से, कैसे भूल सकती हूँ आपकी बेइज़्ज़ती जो उस रांड़ पायल ने की थी हमारे बेहेन्चोद भाई राज से मिलके


डॉली:- हाए मेरी बहेन, इतना प्यार करती है मुझसे.. आजा मेरे गले लग मेरी छोटी, उम्म्म्म..


डॉली:- हाए छोटी... कुछ भी बोल, राज के लंड को सिर्फ़ सोच के ही चूत में खुजली होने लगती है.. हाअ मेरी सेक्सी बहेन, उम्म्म्म..


ललिता:- हां दीदी.... आहहाहा क्या लंड है उसका, है सिर्फ़ 7 इंच का, बट भेन का लोड्‍ा क्या चलना जानता है.. हाए मेरी चूत तो पिस ही गयी थी आज उससे


मैं अंदर देख नहीं पा रहा था... पर ये सब सुनके लंड खड़ा तो हुआ ही, बट पायल की चिंता भी होने लगी...


मैने सोचा, पायल की चिंता साइड करके फिलहाल मज़ा लेते हैं...अंदर से सिर्फ़ आवाज़ें आ रही थी


"आआहहहहाहा छोटी.. ह्म्‍म्म नंगी कर दे ना मुझे, आहहहा, तेरा जिस्म भी पागल कर देता है, हाए में तो लेज़्बीयन हो गयी तेरे लिए मेरी बहना आहहहहहहाः"


"ह्म्‍म्म्मम दीदी, आहहहहा, आपके चुचे भी मस्त हैं बहुत... अहहहाहा मेरी चूत तो पनिया गयी, अहाहाहः, क्या एहसास है उम्म्म्मम"


ह्म्‍म्म्म और चूस ना मेरे होंठ मेरी छोटी बहेन, आहहहहाहा क्या चुस्ती है, राज का लंड भी ऐसे ही चूसा था क्या आहहहहः, ह्म्‍म्म्म और ले ना


"हनाअना दीदी... उसका तो माल भी लिया पूरा मूह में हाहहहाहा.... उम्म्म्म क्या नमकीन था, अहहहा....ह्म्‍म्म्म दीदी, अब नंगी भी करो ना, अहहहहहाआ आओ ना मेरी बाहों में अहहहहाहा"


इतना सब सुनके ही मेरे लंड में अकड़न शुरू हो गयी थी.. कुछ देख तो नहीं सकता था, मैं वहाँ से निकल के सीधा अपने रूम में जाके नहाने लगा, सोचा ठंडे पानी से शायद सुकून मिले


काफ़ी देर नहा के ट्रॅक पहन के मैं नीचे आया तो देखा दोनो बहने नीचे खाने बैठी थी... दोनो को देख के मेरे दिमाग़ में कुछ देर पहले का सीन घूमने लगा


मैं:- डॉली, क्या है खाने में, बहुत मस्त खुश्बू आ रही है


ललिता:- हेहहहे भाई, वो तो मेरे पर्फ्यूम की स्मेल है, खाने में तो दीदी ने अमेरिकन च्युपसी बनाई है


(बहन की लोन्डिया, पूरा दिन वेस्टर्न ही खाती हैं, इनकी शादी के बाद इनके हज़्बेंड के तो लंड ही लगने वाले हैं, मैने सोचा)
 
डाइनिंग टेबल पे बैठके मैने खाना शुरू किया.. जान बूझके मैं दोनो से दूर बैठा था, समझ नहीं आ रहा था के दोनो कितनी चालाक हैं, साला कॉर्पोरेट में मैं हूँ और दिमाग़ इनका ज़्यादा चल रहा है.... कुछ तो करना पड़ेगा राज भाई, मैने सोचा


"भाई.. कहाँ खो गये" ललिता ने पूछा


मैं:- कहीं नहीं, कल ऑफीस जाना है सो वोई सोच रहा था, क्या काम निपटाने हैं कल







खाना आधे में छोड़के मैं अपने रूम में गया और सोचने लगा... क्या करूँ मैं, ये दोनो साथ हैं तब तक ऐसा ही रहेगा, मैं पायल को शामिल नहीं करना चाहता था, नहीं तो वो क्या सोचेगी, एक लंड, चूत से हार गया, ऐसा मेरा भाई...


"नहीं नहीं.... मैने खुद से कहा" मुझे अब कुछ बहुत बड़ा ज़ोर लगाना पड़ेगा, ऐसे तो मेरी पायल के साथ पता नहीं ये लोग क्या करेंगे


पायल का ख़याल आते ही, मैने तुरंत ही उसे स्मस किया


मैं:- हाय स्वीटी .... लव यू आ लॉट डियर


पायल:- भाई, क्या हुआ, आज ही के बाद डाइरेक्ट लव यू, क्या बात है


मैं:- ऐसा कुछ नहीं, बस तेरा ख़याल दिल से निकल ही नहीं रहा...


पायल:- मेरा भी यही हाल है भाई, हम साथ रहते हैं ना प्लीज़, मैं अब दूर नहीं रह सकती आपसे..


मैं:- कंट्रोल कर मेरी जानू, कुछ ही दिन हैं, फिर इंडोनेषिया में हम अकेले ही होंगे, जस्ट यू आंड मी


पायल:- वैसे भाई, आपने बताया नहीं कितने दिन चलेंगे घूमने


मैं:- 10 दिन ठीक रहेगा तेरे लिए ?


पायल:- भाई.. 10 दिन ? आपके पास कितने पैसे हैं, मैं नहीं चाहती के पूरे पैसे आप निकालो, इतना खर्चा नहीं करो प्लीज़


मैं:- अरे हनी, डोंट वरी, कल ऑफीस में मेरा इन्सेंटिव डिक्लेर होगा... तो अगर वो अच्छा रहा तो फिर कोई दिक्कत नहीं है, आंड मेरे पास ऑलरेडी कुछ 95000 जैसे इनवेस्टमेंट्स हैं, उन्हे रिडीम कर दूँगा, आंड कॅश में कुछ 70000 हैं, तो आराम से 2.5 लॅक्स होंगे, तू फिकर ना कर


पायल:- भाई... आप पागल हो, मेरे एक बार कहने पे आप ढाई लाख खर्च करोगे, नहीं, कॅन्सल करो, और गोआ चलो, फाइनल.


मैं:- अरे नहीं जान, क्यूँ चिंता करती है, मेरी जान ने पहली बार मुझसे कुछ कहा, तो क्या मैं उसके लिए इतना भी नहीं कर सकता


पायल:- भाई, सॉरी ना, ये फालतू है अब प्लीज़


मैं:- अब खामोश हो... और मुझे बता, कौनसी कौनसी जगह हैं वहाँ जो हम एंजाय कर सकते हैं


पायल:- भाई, पक्का ना, आपको कोई नुकसान तो नहीं होगा ?


मैं:- पक्का बाबा, अब बताएगी प्लीज़


पायल:- ओके भाई.. सबसे पहले तो बाली चलेंगे और फिर गिल्ली आइलॅंड्स, वहाँ 5 दिन का स्टे करेंगे, फिर उसके बाद सुमात्रा आइलॅंड, वहाँ 2 दिन एनफ होंगे. और 2 या 3 दिन आने जाने में होंगे, सो प्लान डन


मैं:- ओके हनी, मैं तुझे एक ट्रॅवेल एजेंट का नंबर देता हूँ, तू उससे मिलके सब प्लान कर, मेरा पासपोर्ट कल लेकर जाना उसके पास, शायद उसे ज़रूरत पड़े और बेस्ट होटेल्स लेना, पैसों की नो फिकर ओके


पायल:- ओके भाई.. लव यू आ लॉट .. म्‍म्म्ममवाााआआआ 


मैने फोने कट करके जल्दी से बॅंक मे लोगिन किया और देखा पैसे कितने हैं.. कॅल्क्युलेशन्स ही कर रहा था तभी दरवाज़ा नॉक हुआ
 
मैने दरवाज़ा खोला तो सामने डॉली खड़ी थी.. वन पीस नाइटी में, क़यामत लग रही थी
अंदर आके वो मेरे बेड पे बैठी..


मैने होश संभालते हुए पूछा...

"डॉली कोई काम है क्या, मैं कुछ प्राइवेट कर रहा हूँ"

डॉली:- हां अब तो ऐसा ही बोलेगा ना तू, मेरी छोटी बहेन की चूत जो मिल गयी तुझे, अब मैं कहाँ से अच्छी लगूंगी तुझे

मैं:- क्या बक रही है, बकवास ना कर, और निकल जा, मेरे पास टाइम नहीं है

डॉली:- हां अब कौनसा टाइम होगा तुझे.. ज़रा देखूं तो क्या प्राइवेट कर रहा है, ये कहके मेरे लॅपटॉप के पास चली गयी और मेरी बॅंक में देखने लगी , मैं झट से गया और लॅपटॉप लॉक किया

मैं:- क्या है, जा ना अपना काम कर ना

डॉली:- अपना काम ही तो करने आई हूँ मेरे राजा, सॉरी मेरा मज़ाक तुझे बुरा लगा हो तो

ये कहके वो मेरे पास आई और मेरे होंठ को चूसने लगी... मैं भी उसका साथ देने लगा और हम दोनो चूमते चूमते एक दूसरे की बाहों में समा गये... 

सॉफ्ट किस धीरे धीरे वाइल्ड होने लगा और हम दोनो कंट्रोल खो चुके

आहहाहाहा भाई... उम्म्म नंगा करो ना अब जल्दी से.. आहाहहाः सीईईई, मेरी चूत तो आपके बिन रह नहीं सकती अब, आहहहहः लंड दो ना आपका

ये कहके वो नीचे झुकी और मेरा ट्रॅक उतार के लंड देखने लगी.. मैं रात को अंडरवेर नहीं पहनता... लंड देखने लगी और फिर धीरे धीरे उसे चूसने लगी..

अहहाहाहा भाई, कितना अच्छा है आहहहा सीईइ, उम्म्म, मुझे भी नंगा करो ना मेरे जानू.. 

मैने उसे खड़ा किया और उसके जिस्म पे सिर्फ़ एक कपड़ा था जो निकलते मुझे देर ना लगी

जैसे होई वो नंगी हुई, मुझसे रहा ना गया और मैं उसके चुचे चूसने लगा
आहहहहहः क्या चुचे हैं तेरे मेरी रानी अहाहाहाहा.. उसका एक चुचा मेरे मूह में था और एक को मैं अपने हाथ में लेके दबा रहा था

अहाआहहा भैया अहहहहः, लंड दो ना, चूत चाटो ना मेरी ह्म्म्म आहाहहाहा

ये सुनके मैने तुरंत उसे 69 पोज़िशन में लेटा दिया और उसकी चूत चाटने लगा...

अहहहहहः क्या पानी है तेरा मेरी रानी आहहाहाहा.. इतनी गीली चूत उम्म्म्म आहाहहाहा सीयी अहामाममामा, मज़ा आ या आआहहहहाहा

अआहहाह्ह मेरे भाई, उम्म्म आपकी रानी नहीं, अहहाहहा आपकी रांड़ हूँ भैया, अहहहहहाः और चाटो ना अहहहहहहहाः

अहाहहाहहा साली मेरी रांड़ है, तो ऐसे चुप चुप के चुदवायेगि क्या, चल ना अहहहहहा नीचे खुले में चोद्ता हूँ तुझे, अहहहहः

नहीं ना आज नहीं आहहामम्म्म मेरे राजा, आहाहहाहा आज यहीं चोदो, अगली बार जहाँ कहोगे चुदवाउन्गि उःम्म्म्ममाहहहहाहा

मैने उसकी चूत चाटना छोड़ दिया और उसे अपने दूर से हटा के अलग हो गया

डॉली:- उम्म्म क्या हुआ, इतना मज़ा आ रहा था,

मैं:- छोड़ ना, सिर्फ़ अपनी प्यास बुझाती है, मेरी बात नहीं मान रही तो मैं क्यूँ तेरा ख़याल रखूं

"इस बार मैने जान बुझ के उसे ऐसा कहा, मैं उसे ललिता के सामने चोदना चाहता था, उसे फ़ायदा कुछ नहीं था, बट एक मोरल हेल्प मिलती मेरे दिमाग़ को"

डॉली:- आहहहमम्म मेरे ज़िद्दी भाई, चलो ना चोदो यहाँ, कल पक्का जहाँ बोलॉगे वहाँ चुदवाउन्गि.. उम्म्म्म आआहहः कितना मस्त लंड है तेरा मेरे राजा आहहहहा

"नहीं कहा ना.. चल नीचे मैं रूम में चुदवा, टीवी के सामने, पॉर्न भी देखेंगे फुल वॉल्यूम में और चुदाई भी" मैने अपना पासा फेंका

डॉली:- नीचे ख़तरा है, कोई आ गया तो, इधर ही रहो ना, देखो मेरी गीली चूत, आपके लिए ही हैं मेरे भैया आहहा आओ ना इसे चाटो ना, पेलो ना इसे

मैं नहीं माना, आख़िर में झल्ला के डॉली बोली

"ठीक है, कोई देख लेगा ना तो मैं बोलूँगी तुम मेरा रेप कर रहे थे, मंज़ूर है"

मैने कहा "ओके" चल..
 
उसको जवाब देके मैने उसकी एक ना सुनी और उसे गोदी में लेके नीचे मैन होल के काउच में रखा और 69 में आ गये

अहहहहहहा मेरी रंडी बहेन, उम्म्म्म ले ना मेरा लोड्‍ा, मैं जान बुझ के चिल्ला रहा था, ताकि ललिता आवाज़ सुन सके

अहाहहाहा मेरे राजा धीरे बोल ना, कहीं मेरी बहेन ना सुन ले अहहहहहहा यस और चाटो... 

मैने उसे छोड़के टीवी के पास गया और VCडी में एक पॉर्न लगा दी जो मैं अपने साथ नीचे लाया था

फुल वॉल्यूम कर के मैं उसके पास गया और उसे चूसने लगा

उम्म्म.... मेरे भडवे भाई, आवाज़ कम कर ना अहहहहहा, ललिता आ गयी तो. उम्म्म्मम

मैं उसकी ना सुनके उसकी चूत चाटने लगा और मेरा लंड उसके मूह में दे दिया

अहहहहाहा यस मेरी बहेन आहहहहा ऐसे ही चूस ना आहहाहहा मेरा लंड उम्म्म.. वाह मेरी रांड़ साली, हाहहहाहा क्या चुस्ती है

ये कहके मैं भी उसकी चूत चाटने में व्यस्त हुआ और लगातार जीभ अंदर घुसाता गया

अहहहहाहाः मेरे भाई, हाआँ ऐसे चूसो ना आहाहहहहहा.. यस माइ लवर, अहहहहाआह और तेज़ हान्नाना हानननना और तेज़ अहहहहहहाहहहा 

पूरे रूम में पॉर्न की चुदाई की आवाज़, और हमारी चुसाइ की आवाज़ गूँज रही थी

" अहहहहहहा अहहहाहा एस अहहहहहा सीईइ.. अहहहहहाहा और तेज़ हानना हाआंनाना और आओ ना अंदर.. आहहः मेरे राजा अहहहहा मैं निकलूंगी कभी भी
अहहहहहहः चोद डालो ना , आहहहा मेरे भोस्डे को फाड़ दो आज, अहहहहहहहा ुआहहहम्म... अहहहा मैं आ रही हूँ भाई. अहहहहहहा हान्ना मैं गयी भाई..

इसके साथ उसकी लंबी चीख निकली हाहहहहाहाहा मम्मी मैं गयी अहहहहहहहहाः यस अहाहाहहहाहहहा

मैने उसका पूरा पानी सोफे पे छोड़ दिया और उपर आके उसके होंठ चूसने लगा

उम्म्म मेरी रंडी, तेरा तो निकल गया, अब मेरा कुछ कर ना साली अहहहहा

ये सुनके डॉली ने अपनी एक टाँग हवा में उठाई और एक टाँग सोफे पे रहने दी, 

जैसे ही उसकी चूत दिखी, मैने पूरा दम लगाके लंड उसकी चूत में घुसा दिया

अहहहहहाः मर गयी आहाहहहा धीरे चोद ना बहेन के लोड्‍े अहहहहहहः.. अहहहहः भोसड़ी के मदरजात, धीरे चोद साले अहहहहहहा मैं मर गयी
अहहहहहा मा, आहाहहाहहहा फट गयी उम्म्म अहहाहहहा

मैने सब कुछ इग्नोर करके उसे तेज़ धक्के लगाना चालू किया और गालियाँ देने लगा.. अहहाहाः मा की लोडि और चिल्ला कुतिया जनि, अहहहहहहा और चिल्ला साली रंडी की औलाद आहहहाअ तेरी मा को चोदु अहहाआहा

उम्म्म्म, तो चोद ना भोसड़ी के , अहहहहहा उसका बदला मुझसे लेगा क्या साले कुत्ते की औलाद, अहहहहहहः और चोद ना आहाहहहहहा...अहहहहहा मेरी मा को चोद साले, मेरी बहेन को चोद अहहहहाहा, तेरी मा को भी चोदने भडवे, आहाहहहहहाः, बेहेन्चोद, मादर्चोद भी बन जाना अहहहहा

इतनी गर्मी में डॉली अनाप शनाप बोले जा रही थी, उपर से पॉर्न का इतना तेज़ आवाज़, ऐसा लग रहा था मेरा लंड भर गया है पूरा

मैने उसकी चूत से लंड निकाला, उसे ज़मीन पे लेटा दिया और उसकी टाँगें हवा में खोलके चोदने लगा

अहहहहहा अहहहमम्म्म मज़ा आ रहा है अहाहाहहा और चोदा भाई आहाहहाआ

मैं बिना कुछ बोले चोदे जा रहा था और एक नज़र सीडीयों पे देखा तो ललिता खड़ी थी और हमे बस देखे जा रही थी

मैं मन ही मन खुश हुआ और एक विजयी हसी मेरे चेहरे पे आई
मैं लगातार चोदे जा रहा था

" पच फॅक.. अहहहहा और चोदो म अहाहाहा, और ले ना मेरी रांड़ हानन अऔहह अहहाहाः, लंड ले ले ना अंदर भाडवी आआहहहहहा, इन सब आवाज़ों से मेरा लंड निकालने वाला था

मैने डॉली से कहा तो वो उठ के मेरा लंड मूह में लेने लगी और ज़ोर से हिलाने लगी

" अहहहहहाः यहहहहा यआःा कम फॉर मी भाई.. अहहहहहा दो ना अपना माल्ल, अहहहहहहः और मेरा पानी सीधा डॉली के चेहरे और चुचों पे जा गिरा

मैने फिर देखा तो ललिता नहीं खड़ी थी, वो जा चुकी थी

मैं निढाल होके ज़मीन पे डॉली के बाजू में ही लेट गया और उसे कहा....
 
ज़बरदस्त चुदाई के बाद मैने डॉली से कहा

"तू बहुत चुड़दक़्कड़ है मेरी रानी.. इतनी केपॅसिटी है, आज तक एक साथ कितने लंड लिए हैं तूने अपने अंदर"

"हाए राज, दो दो लंड लेना चाहती हूँ, बट किस्मत ही नहीं... एक से ही चला लेती हूँ"

मैने घड़ी में टाइम देखा तो 1.30 बज रहा था, मैने पापा को कॉल लगाया

"हेलो पापा... आप किधर हैं" मैने पूछा

पापा:- बेटे आज ऑफीस में ही हूँ, ये साले ऑडिटर्स ने परेशान कर रखा है, तुम सो जाओ बेटे, मम्मी को भी बोल देना, ओके"..

ये कहके उन्होने डिसकनेक्ट किया और डॉली ने पूछा

"क्या हुआ, क्या कहा उन्होने"

मैं:- वो आज ऑडिट में बिज़ी हैं, इसलिए बहुत ज़्यादा लेट आएँगे, 

डॉली:- तो आज पूरी रात चोद्ता रह ना राज मुझे.. मज़ा करेंगे

मैं:- डॉली अब मुझ में इतनी ताक़त नहीं.. थोड़ा आराम कर लेते हैं. बट उसे पहले ये बता, ललिता की चुदाई मैने की, वो सब क्या था

डॉली:- अरे वो मैने मज़ाक में कहा था, ललिता ने बताया मुझे तू उसपे ट्राइ कर रहा था.. दूर रह उसे, मैं धीरे धीरे ला दूँगी उसे तेरे नीचे भी 

मैने सिर्फ़ मुस्कुरा दिया और अपने कमरे में चला गया और डॉली भी निकल गयी

मैं अपने कमरे में पहुँचके फ्रेश हुआ और बॅंक बॅलेन्स देखने लगा, और हिसाब लगाने लगा

इतने में पायल का स्मस आया

पायल:- सॉरी भाई, बहुत महेंगी पड़ रही है आपको मेरी डिमॅंड 

मैं:- अरे जान, क्यूँ ऐसा बोल रही है, भला प्यार में कोई ऐसे सोचता है

पायल:- आप क्यूँ जाग रहे हो इतना लेट

मैं:- ऐसे ही, नींद नहीं आ रही थी

पायल:- भाई, नींद तो मुझे भी नहीं आ रही.. आपकी बाहों में ही सोना चाहती हूँ,

मैं:- चल डार्लिंग, घर आ पाएगी मेरे ? घर पे कोई नहीं है

पायल:- क्यूँ, सब कहाँ गये

मैं:- अरे पापा और अंकल ऑफीस में है, मोम और आंटी संगीत में हैं, तो वहीं पे रह लेंगे

पायल:- लेकिन वो दोनो बहने तो हैं ना.. क्या कर रही हैं आज कल... और सॉरी भाई, इतना लेट कैसे निकलूं, मम्मी जाग गयी तो मेरी जॅक लगा देगी

मैं:- ओके डियर, नो प्राब्लम, आंड वो दोनो से मैं नहीं बतिया रहा कुछ दिनो से

पायल:- क्यूँ भाई, उनसे टच में रहो, नहीं तो पता कैसे चलेगा वो क्या गुल खिला रही हैं, जैसे ललिता ने धमकी दी थी, मैं हैरान हूँ उसने अभी तक कुछ नहीं किया हमे.. आप नज़र रखो, उनके करीब रहो, समझे ?
 
बस यही तो चीज़ थी पायल में.. वो हॉट तो थी ही, साथ साथ बहुत तेज़ दिमाग़ की भी लड़की है... इसलिए तो मेरी सबसे फॅवुरेट है

मैं:- हां मेरी मा, अब तू दिमाग़ को रेस्ट दे, और सो जा.. तेरे पास टेडी बेर है ना, इमॅजिन कर मैं हूँ, और लपेट के सो जेया..

पायल:- हहहहा... ऐसे ही करती हूँ रोज़ रात को.. नाइट नाइट भाई.. लव यू, मिस यू वेरी मच 

लॅपटॉप बंद करके मैं फिर सो गया.. सोते सोते 3 बज गये थे

सुबह सुबह मीठी सी आवाज़ के साथ उठा

"मॉर्निंग माइ लव्ली भाई" वेक अप जान

मैने आँख खोली तो पायल थी सामने... मुझे लगा सपना है... मैं सर झटक के सो गया

'अब उठो भी" इतना कोई सोता है

मैने फिर देखा तो सही में पायल सामने खड़ी थी.. मैं तुरंत खड़ा हुआ और उसे पूछा

" तू इधर" कैसे.. क्यूँ..

पायल:- क्यूँ नहीं आ सकती मेरे जान के पास ?

मैं:- नहीं बट..

पायल:- कट इट भाई.. पासपोर्ट लेने आई हूँ, भूल गये आप

मैं:- हां वो.. अच्छा, बट नीचे सब लोग हैं या कोई नहीं है,

पायल:- सब हैं भाई.. आंटी को नमस्ते करके, डॉली को मेरा अंगूठा दिखके आपके रूम में आई हूँ

उसकी बातें सुनके हमेशा अच्छा लगता है... कैसा भी मूड हो, ठीक हो जाता था, मैने उसके गालों को किस किया और पासपोर्ट निकालने गया

मैं:- ये ले पासपोर्ट, और ये मेरा डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड, इससे पेमेंट करियो ट्रॅवेल एजेंट को...

पायल:- भाई, मैं क्या बोलती हूँ, हाफ हाफ पेमेंट करते हैं

मैं:- सुबह सुबह नो आर्ग्यू

पायल:- सॉरी माइ लव... चलिए डन, अब मैं निकलती हूँ, आप स्मस करो मुझे ट्रॅवेल एजेंट का नंबर और मैं ऑफीस से उस के पास चली जाउन्गि

मैने ओके कहा और वो चली गयी.. मैं भी फ्रेश हुआ और नीचे नाश्ता करने चला गया

" आंटी मोम कहाँ है" मैने पूछा

आंटी:- बेटे वो बहुत थक गयी हैं, तुम बैठो मैं नाश्ता लाती हूँ

ये कहके आंटी किचन में चली गयी और में उनके चुतडो को देखने लगा..

कसम से क्या चुतड थे.. मज़ा आ जाए, थप्पड़ मार मार के चोदु

इतने में आंटी नाश्ता लाई और मुझे परोसने लगी

मैं:- आंटी, आप आज मस्त लग रहे हो, लुकिंग गुड आंड फ्रेश

आंटी:- हां अब तो तू बोलेगा ही.. मुस्कुरा के कहा

मैं:- ऐसा क्यूँ, आप तो मुझे हमेशा ही खूबसूरत लगते हो

आंटी:- चल झुटे, कल के बाद मैं नोट कर रही हूँ, तू बड़ा ध्यान दे रहा है मुझपे.. काबू में रह लड़के.. काबू रख..

इतना कहके आंटी दबी हुई सी मुस्कान के साथ वापस किचन में चली गयी

मैने सोचा, चलो अच्छा है, शायद साली आ जाए नीचे मेरे

मैने नाश्ता फिनिश किया और ऑफीस निकल गया

करीब 50 मिंट के बाद ऑफीस गया और काम में लग गया

दोपहर को पायल का स्मस आया.. " गेम. सेट आंड मॅच"

मैने जवाब में सिर्फ़ स्माइली दिया 

उसके स्मस का मतलब था, ट्रॅवेल एजेंट से मिलके उसने सब क्लोज़ कर दिया

मैने उसे कॉल लगाया

मैं:- डेट कौनसी रखी तूने

पायल:- आज से 15 दिन बाद की, ओके ना आपको ?

मैं:- ओके, आज लीव अप्लाइ कर देता हूँ, ओके, चल बाइ

पायल:- भाई भाई, वेट यार, गुड बाइ किस लो आपके हिस्से की .. ँववाहाहहाहहा 

मैं:- लव यू टू पायल.. लव यू वेरी मच. और मैने फिर कॉल डिसकनेक्ट किया

कुछ देर बाद ऑफीस में मैल आया इन्सेंटिव डिक्लरेशन का
 
मैल पढ़के मुझे बहुत खुशी हुई, क्यूँ कि मुझे लगा था इन्सेंटिव पर्सेंट शायद कम हो, बट ये बहुत अच्छा था, 60,000 के बदले मुझे 90,000 इन्सेंटिव मिला था, इससे तो वहाँ शॉपिंग भी अच्छी होगी मैने सोचा

मैने तुरंत पायल को स्मस किया

मैं:- प्लीज़ प्रिपेर युवर शॉपिंग लिस्ट फॉर इंडोनेषिया

पायल:- मज़ाक है क्या ? मैं खर्च नहीं करवाउंगी आपसे अब.. कुछ भी हो

मैने तुरंत पायल को कॉल किया

मैं:- हेलो, सुन तो

पायल:- नतिंग डूयिंग.. यहाँ से शॉपिंग आपकी मैं करूँगी एर वहाँ पे शॉपिंग मेरे पैसे से होगी, अगर चलना है तो बोलो नहीं तो सब कॅन्सल

मैं:- अरे बट

पायल:- नो इफ़ नो बट.. कीप युवर माउथ शूट

मैं:- ओके यार ओके

पायल:- लीव अप्लाइ करो जल्दी, मुझे पता है आपने नहीं की अब तक

मैं:- तुझे कैसे पता चला

पायल:- क्यूँ की अगर की होती तो मुझे स्मस कर देते

मैने सोचा.. हर बात का ध्यान रखती है.. मैं इस्पे बहुत रिलाइ कर रहा हूँ

ओके बोलके मैने फोन डिसकनेक्ट किया और मेरे मॅनेजर से डिसकस करके मैने लीव ले ली

पूरा दिन बहुत अच्छा गुज़रा.. मॅनेजर से कोई अन बन नहीं, इन्सेंटिव बहुत अच्छा था, और पॉज़िटिव फीलिंग आ रही थी... 

(काश हर सुबह मुझे पायल ही जगाने आए मैने सोचा_

खैर पूरे दिन के बाद मैं घर को निकला

घर पहुँच के देखा तो सब बैठे हुए थे टीवी के आगे, ऐसा लग रहा था मानो राजश्री की मूवी में से कोई फॅमिली बाहर आई है

मैं:- हेलो पीपल

पापा:- हाई बेटा, क्या हाल है, कैसा रहा ऑफीस

वेरी गुड पापा.. आप बताइए, ऑफीस का मॅटर क्लोस्ड ?

ये सब बातें करने लगे और मैं फ्रेश होने कमरे में चला गया

जैसे ही मैं फ्रेश होके बाथरूम से निकला तो देखा ललिता खड़ी थी मेरे रूम में और उसने दरवाज़ा बंद किया हुआ था

ललिता:- तू इतना बड़ा कमीना निकलेगा राज मैं नहीं जानती थी

मैं:- तुझे क्या हुआ, और क्या बकवास कर रही है

ललिता:- बकवास ? मेरी बड़ी बहेन की चुदाई मेरे सामने, ये सब क्या है, इतना घटिया होगा तू मैने नहीं सोचा था

मैने भी गुस्से में जवाब दिया, बहुत हो गया इनका खेल अब, इनकी मा चोदनी ही पड़ेगी मैने सोचा

मैं:- तो तूने क्या सोचा था, तेरी मा को चोदुन्गा, जैसे तुझे चोदा? तेरी बहेन ही आई थी अपनी गान्ड हिलाके मेरे पास समझी

ललिता:- खबरदार राज... चिल्लाके मेरे पास आ गयी और हाथ उठाया मुझपे

मैने भी तुरंत उसका हाथ पकड़ के उसे दबोच लिया
 
मैं:- ज़्यादा ना सर पे मत चढ़ समझी, जब तू मुझसे चुदवाने आई थी उस वक़्त कहाँ गयी तेरी शराफ़त, तेरी बहेन को भी रोज़ चोदुन्गा और तेरी मा को भी लूँगा, जा हो सके वो कर ले

ललिता बहुत छटपटा रही थी... और चिल्लाने लगी, लेकिन दरवाज़ा बंद होने की वजह से उसकी आवाज़ घुट गयी 

मैने फिर ललिता को छोड़ दिया और बोला

" ज़्यादा आवाज़ ना कर लड़की... जैसे चूत मारी थी ना, वैसे ही गान्ड भी मारूँगा, चल अब जा अपनी औकात में रह, मेरे सामने उँची आवाज़ ना करियो"

ये कहके मैं रूम से बाहर आया और सीधा खाने की टेबल पे बैठा और खाना खाने लगा... खाते खाते मैं सोच रहा था, मेरे गुस्से में कहीं ललिता को ज़्यादा बुरा ना लगा हो, शायद गुस्सा नहीं करता तो सिचुयेशन को समझता.. ये सब ख़याल चल रहे थे तभी आंटी की आवाज़ आई

"अरे राज बेटे, ललिता कहाँ है, तुमने देखा उसे ?"

मैं कुछ बोलता, तब तक डॉली बोल पड़ी बीच में

"मोम, लो वो आ गयी", उसने सामने इशारा करते हुए बोला

ललिता शांति से डॉली के पास जाके खाना खाने लगी, और किसी से भी आँख नहीं मिला रही थी

मैने एक और हरामपँति करने का सोचा

"उम्म्म... मोम कितनी गर्मी है, खाना अच्छा ही नहीं लग रहा, बस, मेरा फिनिश.. अब बोलो आइस-क्रीम खाने चलें हम सब, बहुत दिन हो गये"

मोम:- नहीं बेटे, कल रात की वजह से हम सब थके हुए हैं, तुम बच्चे कंटिन्यू करो, एंजाय

मैने ज़्यादा इन्सिस्ट नहीं किया , यही तो मैं चाहता था, मैने ललिता की ओर देखा तो उसने भी ना में सर हिला दिया.. डॉली बोली, चलो भाई, हम चलते हैं

ये कहके हम दोनो उत्साही की तरह गाड़ी में आइस-क्रीम खाने निकल गये

गाड़ी में बैठते ही डॉली बोली

डॉली:- भाई, वॉक करके चलते हैं, गाड़ी क्यूँ ?

मैं:- नहीं, थोड़ा दूर चलते हैं, ड्राइव भी हो जाएगी, और फेमस आइस क्रीम भी ख़ाके आते हैं

डॉली ने हां में सर हिला दिया और हम निकल पड़े

थोड़ा दूर पहुँचके, 
 
मैं:- डॉली.. एक बात कहूँ, प्लीज़ बुरा मत लगाना

डॉली:- हां बोलो ना, अब पर्मिशन भी लोगे क्या मुझसे

मैं:- डॉली, आइ लव यू.. पता नहीं कैसे, क्यूँ, बट तू मुझे बहुत अच्छी लगती है.. ये मैं सिर्फ़ सेक्स के लिए नहीं बोल रहा, बट मेरे दिल की आवाज़ है..
तू जब साथ होती है तो मैं तुझे देखता हूँ, तू जब साथ नहीं होती तो मैं तुझे देखना चाहता हूँ.. समझ नही आ रहा, बट शायद येई प्यार है.. शायद!!

डॉली ने कुछ रिक्षन नहीं दिया.. शायद उसके लिए ये हमला अचानक, उसके लिए वो रेडी नहीं थी




कुछ देर के बाद डॉली बोली
"राज, शायद तुम ड्रंक हो या मेरा मज़ाक उड़ा रहे हो या तुमने सेक्स को लव का नाम दिया है"

मैं:- नहीं डॉली, मेरे लिए सेक्स प्राइयारिटी नहीं है, अगर तुझे यकीन नहीं होता तो आज़मा के देख ले.. जब भी दिल से बोलेगी ना मैं तेरे पास आ जाउन्गा..
मैं तेरे दिल से प्यार करता हूँ, तेरे जिस्म से नहीं

"ठीक है..." अभी फिलहाल आइस-क्रीम खाते हैं, हम पहुच गये हैं, ये सब बाद में सोचेंगे

इतना कहके वो बाहर निकल गयी.. मैने सोचा, साली आइस-क्रीम पहले खानी है, मेरे प्यार के दाने में फँस जाएगी तो काबू में रहेगी और फिर इसकी मा भी आ जाएगी

मैं भी बाहर निकल गया और आइस-क्रीम ले ली

डॉली:- ये तो मेरी फेव आइस-क्रीम है, तुझे कैसे पता चला

मैं:- प्यार करता हूँ, तेरी हर पसंद ना-पसंद सब का ध्यान है मुझे

डॉली:- डायलॉग नहीं राज, चल फिनिश करते हैं आइस-क्रीम

मैने कुछ नहीं बोला, सोचा शायद साली समझ गयी के मैं झूठ बोल रहा हूँ और इग्नोर कर रही है

हम आइस-क्रीम खाने लगे, बहुत शांति थी, हम ना बोल रहे थे कुछ, ना सुन रहे थे, अपने ख़यालों में ही थे

आइस-क्रीम फिनिश करके हम वापस घर निकल गये.. गाड़ी में खामोशी थी... सीसी पे गाना सुनके मुझे ख़याल आया के ज़िंदगी साली हरामपँति का नाम है.. अपनी गान्ड बचाने के लिए आदमी कितना भी गिर सकता है

गाना था " आए दिल है मुश्किल जीना यहाँ.. ज़रा हटके ज़रा बचके"

हम घर पहुँच गये.. और डॉली सीधे अपने रूम में निकल गयी बिना कुछ बोले

मैं भी अपने रूम में गया.. ट्रॅक पहनके पायल डार्लिंग को स्मस करने का सोचा... मैने फोन उठाया और उसी वक़्त 
 
मैने फोन उठाया और उसी वक़्त 


डॉली का स्मस आया

"मेरा प्यार पाने के लिए क्या कर सकते हो"

मैं:- बहुत कुछ, आज़मा के देख कभी, ना नहीं कहूँगा

डॉली:- भाग तो नहीं जाएगा बीच में से

मैं:- कभी नहीं, 

डॉली:- ओके... गुड नाइट

मैने सोचा, ओके ? बहन्चोद हां या ना तो बोलती, कुछ आगे का प्लान करूँ के नहीं ?

मैने पायल को कॉल लगाया.

पायल:- हाई स्वीट्स, क्या कर रहे हो

मैं:- कुछ नहीं डियर, तुझे मिस करने के अलावा और काम ही क्या है मेरे पास

पायल:- ऊऊहह.. सो सॉरी, मैं बहुत डिस्टर्ब कर रही हूँ ना, 

मैं:- हां.. बट ज़्यादा अच्छा लगता तेरा डिस्टर्बेन्स अगर तू पास आके मेरी बाहों में मुझे सताए

पायल:- ऐसा ? चलो मेरे जानू की बात मानती हूँ, कल मोम बाहर जाएगी, आप आ जाओ घर, हम अकेले होंगे

मैं:- क्या करेंगे अकेले यार

पायल:- आपके दिल के पास रहूंगी भाई... अपने दिल के पास रखूँगी आपको.... आपके जिस्म से खेलूँगी.. उम्म्म, अब तंग मत करो, कल आ जाओ ओके ?

मैं:- ओके मेरी जान, लव यू जान, 

पायल:- लव यू टू माइ स्वीट्स.. चलो गुड नाइट, बू बाइ, म्मँ.वववाआहहाहहः 

मैने जल्दी से सोना सही समझा, क्यूँ कि कल पूरा दिन मैं पायल के साथ बिताना चाहता था

सुबह को ठीक 7 बजे उठके मैं फ्रेशू हुआ, टीवी पे न्यूज़ देखी, बर्कफ़ास्ट किया और जाने लगा

मोम:- अरे राज, कहाँ जा रहे हो, आज इतनी जल्दी क्यूँ

मैं:- जल्दी कहाँ मोम, 8.30 हुए हैं

मोम:- अरे हां बेटा, बट गाड़ी आराम से चलाना, इतना जल्दी नाश्ता किया, आराम से बैठ भी नहीं सकते तुम

ओके मोम बाइ..

मैं गाड़ी में पहुँचा और पायल को स्मस किया

मैं:- हनी, मोम लेफ्ट ?

पायल:- नोट एट, अभी 15 मिनट हैं उनको, आप निकलो घर से

मैने गाड़ी स्टार्ट की और पायल के घर निकल पड़ा

एक तो पायल के नाम से दिल बहुत खुश था.. उपर से मेरा फेव गाना भी चल रहा था.. दिल बाग बाग हो गया

गाना था.. " आज मदहोश हुआ जाए रे.. मेरा मन मेरा मन"

मैं 30 मिन्स में पायल के घर पहुँचा तो देखा पायल गेट पे ही खड़ी थी

मैं गाड़ी से निकला और पायल को बोला

मैं:- क्या बात है, इतना भी सबर नहीं होता कि मुझे लेने यहाँ आ गयी

पायल:- भाई, आप तो दिल में हो, और कहाँ आना चाहते हो ? यहाँ मैं मोम को सी ऑफ कर रही थी, वो कल आएगी, नानी के घर गयी है
 
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