hotaks444
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जैसे ही पूजा ने मुझे अपनी तरफ घुमाया, मैं उसके बाल पकड़ के उसके होंठों की तरफ बढ़ा..
मेरे कमरे में पूजा के आने से ये साबित होने लगा था, ये कुछ भी कर सकती है मेरे कहने पे... पर मैं इसे मेरे रूम में नहीं, बल्कि इसकी मा के सामने चोदना चाहता था... फिलहाल जो है उसी से काम चला लेते हैं.... ये सोच के मैं अपने होंठ पूजा के होंठ की तरफ बढ़ा रहा था.....
जैसे जैसे हम नज़दीक आ रहे थे, दिल में बार बार पायल का ख़याल आ रहा था... मैने उससे वादा किया था, मैं किसी के साथ भी नहीं बनाउन्गा जिस्मानी रिश्ता... पर उस वक़्त मैने ज़्यादा सोचे बिना, मैने अपने होंठ पूजा के होंठ से मिला लिए...
"उम्म्म्म...... एउम्म्म्ममममम... ेउउम्म्म्ममम.... अहह.... ओह्ा हाहहहामम्म्ममममममम उम्म्म्ममममममममम.... अहहहहहहहहा....उम्म्म्म..... किस मे हार्ड ना आहहहहहा.... किस मे मोरे ना बाबययययययययययययययी अहहहहहहहहहा......अहहहहहहा उम्म्म्ममम उम्म्म्मममम,...
मवाहाहहहहहा उम्म्म्ममममममममम.........."
मैं सिर्फ़ येई बोल पा रहा था........
पूजा और मैं एक दूसरे के जिस्म में समाने लगे थे.... हमे बिल्कुल होश नहीं था वक़्त का और ना ही परवाह थी किसी के आने की....हम एक दूसरे के होंठों को चूसे जा रहे थे.. उसके वो लाल लाल होंठ मुझे पागल बना रहे थे.. उसका वो चेहरा, भर भर के उसपर से वासना टपक रही थी....मैने पूजा को उल्टा घुमा लिया और धीरे धीरे उसकी गर्दन पे अपनी जीभ फेरने लगा... इससे पूजा एक दम मदहोश हो गयी...
"उम्म्म्मममममममम........ अहहहहहहहह यूआर फक्किंग गुड अट दिस .... आआहहाहहाहा सीसिसीसीईईईईई.... उम्म्म्म यआहहहहहहा...."
पूजा बहेकने लगी थी.... मैने ज़्यादा देर ना करते हुए, उसकी नाइटी का टॉप खोल लिया और वो अब सिर्फ़ अपनी ब्रा में आ गयी थी... उसके वो 34 साइज़ के चुचे देख मेरा लंड भी अपनी औकात पे आ गया था... मेरा लंड उसकी गान्ड में घुसने को फनफना रहा था.... उसे इस हालत में देख मैने भी अपनी टी शर्ट उतार फेंकी...
मैं अपनी उंगली उठा के उसके मूह के पास लेके गया... पूजा ने बिल्कुल देरी ना करते उसको चूसना चालू कर दिया.... धीरे धीरे में अपनी उंगली उसके
मूह के नीचे उसके चुचों के पास ले गया.. उसकी क्लीवेज बिल्कुल किसी गहरी घाटी जैसी लग रही थी... उसके चुचों के पास जाके, उसकी ब्रा के उपर से मैं उसके चुचे मसल्ने लगा
"उफफफफफफ्फ़!!!!! अहहहहहा सीसीसिसीसिस..... इन्हे उपर से ही मस्लोगे या चूसना भी चाहोगे यययययययययययययी अहाहहाहहाहहहाआ........"
ये कहके पूजा मुझसे अलग हुई और मेरे सामने आके खड़ी हो गयी... उसके बाल बिखरे हुए थे, उसकी साँसें बहुत तेज़ चल रही थी, वो धीरे से अपने होंठों पे ज़बान घुमा कर मुझे ललचाने लगी, और एक ही झटके में उसने अपनी ब्रा अपने शरीर से अलग कर दी....
पूजा मुझसे कुछ कदम की दूरी पे सिर्फ़ एक सिल्की पैंटी में खड़ी थी, उसके चुचे मुझे पागल कर रहे थे, उसके सफेद चुचों पे उसके लाल लाल निपल्स देख के मेरे मूह में पानी आने लगा था... मैं धीरे धीरे उसके पास बढ़ाने लगा, हर बढ़ते कदम के साथ मेरे ट्रॅक पेंट में मेरा लंड फड़फड़ा रहा था.. आज मेरा लंड कुछ ज़्यादा ही आकड़ा हुआ था, पूजा उस वक़्त ऐसी हालत में थी, उसे देख के किसी नपुंसक का लंड भी साँप की तरह फन उठाए...
मैं जैसे ही पूजा के करीब पहुँचा, पूजा ने झुक के मेरा ट्रॅक पॅंट और मेरा अंडरवेर एक ही झटके में उतार दिया... हम दोनो पे वासना इस कदर सवार हो चुकी थी कि कपड़े उतारने में और कपड़े फाड़ने में कोई अंतर ही नहीं रहा था.. जैसे ही पूजा ने मुझे नीचे से नंगा किया, मेरा 7 इंच का लंड जो एक दम टाइट हो चुका था उसके मूह के सामने आ गया... पूजा मेरे लंड को इस कदर घूर रही थी जैसे शिकारी अपने शिकार को गोली मारने से पहले देखता है.... पूजा ने मेरा लंड मुठिया लिया और मेरी आँखों में देखते देखते मेरे लंड को हिलाने लगी...
हम दोनो एक दूसरे को आँखों में देख रहे थे, और पूजा धीरे धीरे मेरे लंड को सहला रही थी.. देखते देखते उसने मेरे लंड को हिलाने की स्पीड तेज़ कर दी...
"उहह अहहहहहहहहह.... ओमी गावद्द्दद्ड.द......... अहहहहहाहाः.... ज़ोर से हिला ना मेरी रानी अहहहहा सीसिसीसीसीसीसिससिईस"
मुझे ऐसे मज़े में देख पूजा ने मेरे लंड को हिलाना बंद कर दिया अचानक से.... जब मैने उसे सवालिया नज़रों से देखा तो उसने एक शरारत भरी मुस्कान दी, और अपनी जीभ मेरे लंड के सुपाडे पे घुमाने लगी... उसकी जीभ मेरे लंड के सुपाडे पे पड़ते ही मैं अपने मज़े को कंट्रोल ना कर पाया...
"आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह..... ओह.....उम्म्म्ममममम उम्म्म्मम...... सीसीसिसीसीसिस अहहहहहहहहहहहाहा...."
मैं मज़े में आके चिल्लाने लगा था.. मुझे ऐसे देख पूजा ने धीरे धीरे मेरा लंड अपने मूह में ले लिया... मुझसे रहा नहीं गया, मैने उसके बाल पकड़ के अपना लंड पूरा का पूरा उसके हलक में उतार दिया.... पूरा लंड वो ले नहीं पाई शायद और खाँसने लगी.....मैं अपना लंड उसके मूह से निकालने लगा, पर उसने मेरा लंड नहीं छोड़ा और लंड अंदर बाहर करने लगी...
ये देख मैं भी जोश में आ गया और उसके बाल पकड़ के उसको माउथ फक देने लगा.... जैसे ही मैं लंड बाहर निकालता, उससे कहीं ज़्यादा तेज़ी से मैं लंड उसके मूह में वापस घुसा देता... इस तरह उसने मेरे लंड को लिया हुआ था, कि सिर्फ़ मेरे टटटे ही बाहर थे, एक इंच भी लंड का उसने बाहर नहीं रखा था
कुछ देर तक ब्लोवजोब देने के बाद पूजा खड़ी हुई और मेरा हाथ पकड़ के मुझे अपने बेड पे ले जाने लगी......
जैसे ही हम बेड के पास पहुँचे, पूजा ने मुझे बेड पे धक्का देके सुला दिया और अपनी पैंटी उतार के अपनी चूत को मेरे उपर ले आई... उसकी चूत एक दम पनिया चुकी थी, उसकी चूत के लाल होंठ किसी गुलाब की पंखुड़ी की तरह लग रहे थे और मुझे पागल करे जा रहे थे, उसकी चूत पे एक बाल ना था... जैसे ही मैं अपनी जीभ उसकी चूत के पास ले गया, एक बहुत ही मादक खुश्बू आ रही थी वहाँ से.... मैने जैसे ही अपनी जीभ उसकी चूत पे रखी, पूजा जैसे नशे में आ गयी
और आवाज़ करने लगी..
"उम्म्म्ममम..... अहहहहहहहहहहहाः...... सुन्न्नयययययययययययययययययययययी अहहहहहहहः सीईईई..... चाटो ना मेरी चूत को अहहहहहा......"
पूजा की तरफ से प्रोत्साहन पाके, मैं उसकी चूत पे अपनी जीभ से हमला करने लगा था... और तेज़ी से उसकी चूत चाटने लगा..
"उम्म्म्मम अहहहहाः यस बेबी अहहहहः... सक हार्ड जान अहहहहहा.. अहहहहा यआःहहहहहाः यआःाहहहा ओह अहहहहहहा
आहहहहहहा... और तेज़ी से चाटो ना आहहहाहाहहाहहा...."
कहते कहते पूजा ने भी मेरे लंड पे अपनी जीभ घुमाना शुरू कर दिया... मेरे लंड पे उसकी जीभ का अनोखा जादू चल रहा था..
पूजा और मैं 69 पोज़िशन में आ गये थे.. फरक ये था, पूजा ने मेरे लंड को अपने मूह के बदले अपने हाथ में लिया हुआ था और मैं उसकी चूत को किसी कुत्ते की तरह चाटे जा रहा था...
"उम्म्म उम्म्म्मम सुक्ककककककककक सुम्म्म्मममम अहहहहः उम्म्म्ममम..... छापाप छापप्प्प औआहहाहहः.... उम्म्म्म अहहहहहहा....."
उसकी चूत चाटने के अलावा मुझे रूम में कोई आवाज़ सुनाई नही दे रहा था..... पूजा मज़े में अपनी आँखें बंद किए मेरे लंड पे धीरे धीरे हाथ घुमा रही थी..... धीरे धीरे पूजा बोलने लगी..
"उम्म्म्म अहहहहः ... उम्म्म्मम अहहहहा अहाहहा.... इसे चोदो ना, अब इसका भी ख़याल करो ना.. अहहहहहा मेरे सैयाँ अहहहहः"
ये कहके पूजा ने अपनी चूत हटा के अपनी गान्ड का छेद मेरे मूह के पास ला दिया... उसकी गान्ड का छेद उसकी चूत से ज़्यादा लाल था... कुछ भी सोचे बिना मैं उसकी गान्ड को चाटने लगा....
"स्लूरप्प्प्प्प्प स्लूरप्प्प्प्प्प्प्प्प आहहहहहाहाहा सीसीसिसीसिससीई... उम्म्म्म..... अहहहहहा यआः फक मी आहहहहः यॅ अजजजजाजजज्जज्जजा.... लव यू डार्लिंग अहहहहहहहाहाहा...... अहहहाआ ... और चोदो ना मेरी गान्ड को अहहहहहहा...... हाहहहहा मेरी जानेमन अहहहहहा तुझे हिचोदुन्गा अहहहहा मेरी रंडी कहीं की अहहहहहहा...."
मेरे रूम में उस वक़्त हमारी ये बातें गूँज रही थी... अगर कोई बाहर खड़ा होता तो उसे आराम से पता चल जाता अंदर क्या कांड हो रहे हैं...
मेरे कमरे में पूजा के आने से ये साबित होने लगा था, ये कुछ भी कर सकती है मेरे कहने पे... पर मैं इसे मेरे रूम में नहीं, बल्कि इसकी मा के सामने चोदना चाहता था... फिलहाल जो है उसी से काम चला लेते हैं.... ये सोच के मैं अपने होंठ पूजा के होंठ की तरफ बढ़ा रहा था.....
जैसे जैसे हम नज़दीक आ रहे थे, दिल में बार बार पायल का ख़याल आ रहा था... मैने उससे वादा किया था, मैं किसी के साथ भी नहीं बनाउन्गा जिस्मानी रिश्ता... पर उस वक़्त मैने ज़्यादा सोचे बिना, मैने अपने होंठ पूजा के होंठ से मिला लिए...
"उम्म्म्म...... एउम्म्म्ममममम... ेउउम्म्म्ममम.... अहह.... ओह्ा हाहहहामम्म्ममममममम उम्म्म्ममममममममम.... अहहहहहहहहा....उम्म्म्म..... किस मे हार्ड ना आहहहहहा.... किस मे मोरे ना बाबययययययययययययययी अहहहहहहहहहा......अहहहहहहा उम्म्म्ममम उम्म्म्मममम,...
मवाहाहहहहहा उम्म्म्ममममममममम.........."
मैं सिर्फ़ येई बोल पा रहा था........
पूजा और मैं एक दूसरे के जिस्म में समाने लगे थे.... हमे बिल्कुल होश नहीं था वक़्त का और ना ही परवाह थी किसी के आने की....हम एक दूसरे के होंठों को चूसे जा रहे थे.. उसके वो लाल लाल होंठ मुझे पागल बना रहे थे.. उसका वो चेहरा, भर भर के उसपर से वासना टपक रही थी....मैने पूजा को उल्टा घुमा लिया और धीरे धीरे उसकी गर्दन पे अपनी जीभ फेरने लगा... इससे पूजा एक दम मदहोश हो गयी...
"उम्म्म्मममममममम........ अहहहहहहहह यूआर फक्किंग गुड अट दिस .... आआहहाहहाहा सीसिसीसीईईईईई.... उम्म्म्म यआहहहहहहा...."
पूजा बहेकने लगी थी.... मैने ज़्यादा देर ना करते हुए, उसकी नाइटी का टॉप खोल लिया और वो अब सिर्फ़ अपनी ब्रा में आ गयी थी... उसके वो 34 साइज़ के चुचे देख मेरा लंड भी अपनी औकात पे आ गया था... मेरा लंड उसकी गान्ड में घुसने को फनफना रहा था.... उसे इस हालत में देख मैने भी अपनी टी शर्ट उतार फेंकी...
मैं अपनी उंगली उठा के उसके मूह के पास लेके गया... पूजा ने बिल्कुल देरी ना करते उसको चूसना चालू कर दिया.... धीरे धीरे में अपनी उंगली उसके
मूह के नीचे उसके चुचों के पास ले गया.. उसकी क्लीवेज बिल्कुल किसी गहरी घाटी जैसी लग रही थी... उसके चुचों के पास जाके, उसकी ब्रा के उपर से मैं उसके चुचे मसल्ने लगा
"उफफफफफफ्फ़!!!!! अहहहहहा सीसीसिसीसिस..... इन्हे उपर से ही मस्लोगे या चूसना भी चाहोगे यययययययययययययी अहाहहाहहाहहहाआ........"
ये कहके पूजा मुझसे अलग हुई और मेरे सामने आके खड़ी हो गयी... उसके बाल बिखरे हुए थे, उसकी साँसें बहुत तेज़ चल रही थी, वो धीरे से अपने होंठों पे ज़बान घुमा कर मुझे ललचाने लगी, और एक ही झटके में उसने अपनी ब्रा अपने शरीर से अलग कर दी....
पूजा मुझसे कुछ कदम की दूरी पे सिर्फ़ एक सिल्की पैंटी में खड़ी थी, उसके चुचे मुझे पागल कर रहे थे, उसके सफेद चुचों पे उसके लाल लाल निपल्स देख के मेरे मूह में पानी आने लगा था... मैं धीरे धीरे उसके पास बढ़ाने लगा, हर बढ़ते कदम के साथ मेरे ट्रॅक पेंट में मेरा लंड फड़फड़ा रहा था.. आज मेरा लंड कुछ ज़्यादा ही आकड़ा हुआ था, पूजा उस वक़्त ऐसी हालत में थी, उसे देख के किसी नपुंसक का लंड भी साँप की तरह फन उठाए...
मैं जैसे ही पूजा के करीब पहुँचा, पूजा ने झुक के मेरा ट्रॅक पॅंट और मेरा अंडरवेर एक ही झटके में उतार दिया... हम दोनो पे वासना इस कदर सवार हो चुकी थी कि कपड़े उतारने में और कपड़े फाड़ने में कोई अंतर ही नहीं रहा था.. जैसे ही पूजा ने मुझे नीचे से नंगा किया, मेरा 7 इंच का लंड जो एक दम टाइट हो चुका था उसके मूह के सामने आ गया... पूजा मेरे लंड को इस कदर घूर रही थी जैसे शिकारी अपने शिकार को गोली मारने से पहले देखता है.... पूजा ने मेरा लंड मुठिया लिया और मेरी आँखों में देखते देखते मेरे लंड को हिलाने लगी...
हम दोनो एक दूसरे को आँखों में देख रहे थे, और पूजा धीरे धीरे मेरे लंड को सहला रही थी.. देखते देखते उसने मेरे लंड को हिलाने की स्पीड तेज़ कर दी...
"उहह अहहहहहहहहह.... ओमी गावद्द्दद्ड.द......... अहहहहहाहाः.... ज़ोर से हिला ना मेरी रानी अहहहहा सीसिसीसीसीसीसिससिईस"
मुझे ऐसे मज़े में देख पूजा ने मेरे लंड को हिलाना बंद कर दिया अचानक से.... जब मैने उसे सवालिया नज़रों से देखा तो उसने एक शरारत भरी मुस्कान दी, और अपनी जीभ मेरे लंड के सुपाडे पे घुमाने लगी... उसकी जीभ मेरे लंड के सुपाडे पे पड़ते ही मैं अपने मज़े को कंट्रोल ना कर पाया...
"आआअह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह..... ओह.....उम्म्म्ममममम उम्म्म्मम...... सीसीसिसीसीसिस अहहहहहहहहहहहाहा...."
मैं मज़े में आके चिल्लाने लगा था.. मुझे ऐसे देख पूजा ने धीरे धीरे मेरा लंड अपने मूह में ले लिया... मुझसे रहा नहीं गया, मैने उसके बाल पकड़ के अपना लंड पूरा का पूरा उसके हलक में उतार दिया.... पूरा लंड वो ले नहीं पाई शायद और खाँसने लगी.....मैं अपना लंड उसके मूह से निकालने लगा, पर उसने मेरा लंड नहीं छोड़ा और लंड अंदर बाहर करने लगी...
ये देख मैं भी जोश में आ गया और उसके बाल पकड़ के उसको माउथ फक देने लगा.... जैसे ही मैं लंड बाहर निकालता, उससे कहीं ज़्यादा तेज़ी से मैं लंड उसके मूह में वापस घुसा देता... इस तरह उसने मेरे लंड को लिया हुआ था, कि सिर्फ़ मेरे टटटे ही बाहर थे, एक इंच भी लंड का उसने बाहर नहीं रखा था
कुछ देर तक ब्लोवजोब देने के बाद पूजा खड़ी हुई और मेरा हाथ पकड़ के मुझे अपने बेड पे ले जाने लगी......
जैसे ही हम बेड के पास पहुँचे, पूजा ने मुझे बेड पे धक्का देके सुला दिया और अपनी पैंटी उतार के अपनी चूत को मेरे उपर ले आई... उसकी चूत एक दम पनिया चुकी थी, उसकी चूत के लाल होंठ किसी गुलाब की पंखुड़ी की तरह लग रहे थे और मुझे पागल करे जा रहे थे, उसकी चूत पे एक बाल ना था... जैसे ही मैं अपनी जीभ उसकी चूत के पास ले गया, एक बहुत ही मादक खुश्बू आ रही थी वहाँ से.... मैने जैसे ही अपनी जीभ उसकी चूत पे रखी, पूजा जैसे नशे में आ गयी
और आवाज़ करने लगी..
"उम्म्म्ममम..... अहहहहहहहहहहहाः...... सुन्न्नयययययययययययययययययययययी अहहहहहहहः सीईईई..... चाटो ना मेरी चूत को अहहहहहा......"
पूजा की तरफ से प्रोत्साहन पाके, मैं उसकी चूत पे अपनी जीभ से हमला करने लगा था... और तेज़ी से उसकी चूत चाटने लगा..
"उम्म्म्मम अहहहहाः यस बेबी अहहहहः... सक हार्ड जान अहहहहहा.. अहहहहा यआःहहहहहाः यआःाहहहा ओह अहहहहहहा
आहहहहहहा... और तेज़ी से चाटो ना आहहहाहाहहाहहा...."
कहते कहते पूजा ने भी मेरे लंड पे अपनी जीभ घुमाना शुरू कर दिया... मेरे लंड पे उसकी जीभ का अनोखा जादू चल रहा था..
पूजा और मैं 69 पोज़िशन में आ गये थे.. फरक ये था, पूजा ने मेरे लंड को अपने मूह के बदले अपने हाथ में लिया हुआ था और मैं उसकी चूत को किसी कुत्ते की तरह चाटे जा रहा था...
"उम्म्म उम्म्म्मम सुक्ककककककककक सुम्म्म्मममम अहहहहः उम्म्म्ममम..... छापाप छापप्प्प औआहहाहहः.... उम्म्म्म अहहहहहहा....."
उसकी चूत चाटने के अलावा मुझे रूम में कोई आवाज़ सुनाई नही दे रहा था..... पूजा मज़े में अपनी आँखें बंद किए मेरे लंड पे धीरे धीरे हाथ घुमा रही थी..... धीरे धीरे पूजा बोलने लगी..
"उम्म्म्म अहहहहः ... उम्म्म्मम अहहहहा अहाहहा.... इसे चोदो ना, अब इसका भी ख़याल करो ना.. अहहहहहा मेरे सैयाँ अहहहहः"
ये कहके पूजा ने अपनी चूत हटा के अपनी गान्ड का छेद मेरे मूह के पास ला दिया... उसकी गान्ड का छेद उसकी चूत से ज़्यादा लाल था... कुछ भी सोचे बिना मैं उसकी गान्ड को चाटने लगा....
"स्लूरप्प्प्प्प्प स्लूरप्प्प्प्प्प्प्प्प आहहहहहाहाहा सीसीसिसीसिससीई... उम्म्म्म..... अहहहहहा यआः फक मी आहहहहः यॅ अजजजजाजजज्जज्जजा.... लव यू डार्लिंग अहहहहहहहाहाहा...... अहहहाआ ... और चोदो ना मेरी गान्ड को अहहहहहहा...... हाहहहहा मेरी जानेमन अहहहहहा तुझे हिचोदुन्गा अहहहहा मेरी रंडी कहीं की अहहहहहहा...."
मेरे रूम में उस वक़्त हमारी ये बातें गूँज रही थी... अगर कोई बाहर खड़ा होता तो उसे आराम से पता चल जाता अंदर क्या कांड हो रहे हैं...