Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें - Page 21 - SexBaba
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Sex Kahani मेरी सेक्सी बहनें

रात वाला ट्रॅक पॅंट.. वही टीशर्ट, बाल बिखरे हुए, आँखें एक दम लाल... कोई भी बोल सकता था मुझे देख के कि मेरी गान्ड फटी हुई है.. "ऊह.. नो, ऑल कूल.. थॅंक्स... " कहके मैं वहाँ से पूजा के रूम की ओर बढ़ने लगा... पूजा के रूम की तरफ धीरे धीरे जा रहा था मैं.. कोई अपनी बर्बादी के लिए तेज़ कैसे चल सकता था... पर जो होना है वो तो होके ही रहता है.. पूजा का कमरा भी जल्दी आ गया.. काफ़ी देर तक अपने मन को समझाने के बाद मैने उसके रूम को नॉक किया..


"थॅंक गॉड... कहाँ थे आप, मैने इतने कॉल्स किए बट नो आन्सर.. आप ठीक तो हैं... और ये क्या हालत है आपकी... आपने शराब पी है... " पूजा ने दरवाज़ा खोलते हुए कहा..


"पूजा... कॅन आइ कम इन प्लीज़" मैं सिर्फ़ इतना ही बोल पाया...


"ओह.. सॉरी, प्लीज़ आइए ना.. " पूजा ने मुझे रास्ता देते हुए कहा...


"पूजा.. डॅड ने कुछ डॉक्युमेंट्स भेजे हैं... जिनपे तुम्हारे सिग्नेचर चाहिए, " मैं सीधे पॉइंट पे आ गया.. इससे ज़्यादा बात नहीं करना चाहता था मैं...


"... आप मुझे इग्नोर क्यूँ कर रहे हैं.. कुछ ग़लती हुई मुझसे..." पूजा ने क्यूट फेस बनाते हुए कहा...


"नहीं पूजा.... म जस्ट टाइयर्ड, इससे ज़्यादा कुछ नहीं.."


"आप ने कितनी शराब पी है कल.. मुझे बताइए." पूजा ने फिर ज़ोर देते हुए कहा..


"एक बॉटल पूजा..." मैने सीधा जवाब दे दिया..


"क्यूँ.. अचानक, और पूरी रात क्या पीते ही रहे.. सोए नहीं क्या, और फ्रेश भी नहीं हुए आप.. " पूजा चिंता जताते हुए बोले जा रही थी..


"ऐसे ही पूजा... कल रात को मैने वो बॉटल हमारे लिए बचा के रखी थी... पर तुम्हे तो मुझसे ज़्यादा प्यार पायल पे आया था ना, इसलिए मुझे अकेला छोड़ दिया रूम में... तुम तो थी नहीं, मैं अकेला क्या करता, इसलिए..." मैने झूठ बोलना सही समझा.. एमोशनल होके मैं कुछ ग़लत नहीं करना चाहता था...


"आपसे ज़्यादा प्यार किसी से भी नहीं है मुझे ... आप ही तो मेरे स्वीट हार्ट हो.. और पायल की तुलना अपने साथ क्यूँ कर रहे हैं... आप की तुलना किसी से नहीं हो सकती..." पूजा ने अपनी बाहें मेरे गले में डालते हुए कहा....


"पायल ने क्या कहा कल रात.. एनी हेल्प, कुछ पता चला...." मैं पूजा को ज़्यादा इग्नरेन्स नहीं दिखाना चाहता था...


"नहीं.. कल रात को होश में ही नहीं आई वो.. मैने काफ़ी जगाने की कोशिश की पर वो उठी ही नहीं.." पूजा ने मुझसे अलग होते हुए कहा...


"ओह..... तो फिर सब मेहनत पानी में..." मैने आक्टिंग करते हुए कहा...


"नहीं.. देखेंगे कुछ.. अब आप पहले फ्रेश हो जाइए, मैं भी फ्रेश होती हूँ, शाम होने आई है, कहीं चलते हैं घूमने... आज आखरी दिन है जकार्ता में.. कल तो हम बाली जाएँगे ना..." पूजा उठके पेपर्स देखने लगी और उनपे साइन करने लगी... साइन करते करते वो कहीं रुक गयी और फिर पढ़ने लगी...


"अब पढ़ क्या रही हो... डॅड ने भेजे हैं, इसमे कोई शक है क्या तुम्हे" मैने रूखा सा मज़ाक करते हुए कहा..


"नहीं नहीं... लीजिए, सब डन" पूजा ने साइन करे, और मुझे डॉक्युमेंट्स दे दिए....


"पर्फेक्ट..." मैने एक एक पेपर चेक करते हुए कहा..


"चलो.., तुम फ्रेश हो जाओ... मैं भी फ्रेश हो लेता हूँ, सी यू इन 30 मिनट्स....." ये कहके मैं भी उठके अपने रूम में जाने लगा, तभी मुझे कॉल आया..


"हां जी बोलिए..." मैने सामने वाले शक्स को कहा..


"बाली जाने से पहले साइन ले लो.. आंड तुम जानते हो , डॅड को क्या फॅक्स करना है, मुझे क्या चाहिए" सामने से जवाब मिला


"डन... अभी कर ही रहा हूँ 10 मिनट में" मैने जवाब दिया, और फोन कट कर दिया..

फिर वापस उसी नंबर से कॉल आया... मैं कुछ बोलता उससे पहले सामने से आवाज़ आई


"टेन्षन भूलो और एंजाय करो उनके साथ.."
 
अबकी बार सामने से फोन कट हुआ, और मैं भी अपने रूम में जाके तैयार होने लगा... मैं जल्दी से तैयार होके रिसेप्षन पे पहुँच गया, और डॉक्युमेंट्स को फॅक्स कर दिया....


"हां डॅड.. फॅक्स चेक कीजिए, पेपर्स को ?" मैने डॅड को फोन लगा के पूछा


"यस बेटे.. जस्ट रिसीव्ड.. मैं कल ही इन्हे बॅंक में भेज देता हूँ" पापा ने सामने से जवाब दिया...


"डॅड.... वैसे आप हमारे सीए का नंबर मसेज कीजिए, मुझे कुछ बात करनी है उसके साथ"


"ओके बेटे.. बट क्यूँ अचानक, मुझसे पूछो" 


"डॅड... उनका काम वोई बताएँगे ना.. प्लीज़ एसएमएस कीजिए, आइ विल लेट यू नो थोड़ी देर में.. ओके, बाय, " मैने फोन कट कर दिया क्यूँ कि डॅड के सवाल ख़तम ही नहीं होने थे... मैं जल्दी से रिसेप्षन से वापस अपने कमरे की ओर भागा क्यूँ कि पूजा मेरे रूम में ही आने वाली थी... मेरे रूम में पहुँच के मैं फिर से थोड़ा रिलॅक्स होने लगा, तभी मेरे रूम की बेल बजी...


"वेलकम स्वीट हार्ट... मैने रूम खोलते हुए कहा... पर सामने का नज़ारा देख के मेरी आँखें चौंक गयी.. और लंड में मस्ती आने लगी..."
 
इंडोनेषिया से मीलों दूर.... इंडिया के किसी एक शहर में.. रात के करीब 11 बज रहे थे... घर में एक लड़की अकेली सी, सहमी से बैठी हुई थी.. शायद वो डर रही थी किसी से... तभी तो इतने बड़े रूम में होने के बावजूद, वो एक कोने में बैठ के सूबक रही थी... उसके बाल एक दम बिखरे हुए थे... अपने दो पैरों के बल बैठे हुए, वो फूट फूट के रोने लगी... जैसे जैसे वक़्त गुज़रता गया.. उसका रोना और तेज़ हो गया... घड़ी के कान्टो ने इशारा किया क़ि अभी रात के 12 बज चुके हैं... उसका रोना अब चीखों में बदल चुका था... वो चीखते जा रही थी, रो रही थी, वो सब कर रही थी, जो हर डरा हुआ इंसान करता है.. ये सब वो इंसान करता है जो जान चुका होता है कि उसकी मौत बस नज़दीक ही है... घड़ी अपनी तेज़ रफ़्तार के साथ भाग रही थी.... करीब 12.30 बजे, लड़की के कमरे का दरवाज़ा खुला.. उसके सामने एक शक्स, लंबे से ब्लॅक ओवर कोट में, हाथ में एक तेज़ नोकिला छुरा लेके खड़ा हुआ था... जैसे ही उस लड़की ने सामने खड़े शक्स को देखा, लड़की की हालत और खराब हो गयी... वो चीख चीख के कहने लगी..


"प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो... प्लीज़ मुझे छोड़ दो... " लड़की बिलबिला रही थी.. डर के मारे उसका सारा बदन काँप रहा था...


"तुम्हे मरना होगा... इसके अलावा और कोई चारा नहीं है मेरे पास...." सामने वाले शक्स ने इतना कहके, उसका नुकीला छुरा लड़की के पेट में घुसा दिया और लगातार हमले करने लगा... जो लड़की अभी कुछ देर पहले चीख चीख के रो रही थी, अब उसकी आवाज़ कोई नहीं सुन सकता था.. ज़मीन पे उसकी लाश पड़ी हुई थी, जिसमे से उसका खून किसी नदी के पानी की तरह बह रहा था..


"हेलो... प्लीज़ क्लीन दिस मेस..." इतना कहके वो शक्स भी उस रूम से बाहर निकल गया, और कुछ ही देर में वो रूम बिल्कुल साफ हो चुका था, जैसे की यहाँ कभी कोई आया ही ना हो...


उधर इंडोनेषिया में...


"वाउ.... व्हाट आ सर्प्राइज़... तुम यहाँ कैसे..." राज ने पायल को देखते हुए कहा, जो दरवाज़े पे खड़ी थी.... 


"यहाँ कैसे..? आज तक तो ये सवाल कभी नहीं आया, आज अचानक, क्या जादू छाया हुआ है पूजा का तुमपे भाई...." पायल ने अंदर आते सोफे पे बैठ के कहा..


पायल की ये बात राज के कानो पे गिरी भी नहीं, क्यूँ कि वो तो पायल को पागलों की तरह देखे जा रहा था... उस वक़्त पायल अपनी ब्लॅक मिनी में कुछ ऐसी लग रही थी...





अब दुश्मन भी ऐसा खूबसूरत दिया था भगवान ने मुझे.. मैं कुछ बोल ही नहीं पा रहा था, जिसे पायल ने भाँप लिया, और उठके मेरे पास आई...


"कहाँ खो गये भाई... देखो, मैं हूँ आपकी पायल...आप मुझसे क्यूँ इतने दूर हो रहे हो... क्या आप को मुझसे ज़्यादा उस पूजा पे विश्वास है..." पायल ने मुझसे एक दम चिपकते हुए पूछा


"नहीं पायल.. नतिंग लाइक दट.. पूजा से ज़्यादा विश्वास मुझे तुझपे ही है... आंड मैं कोई दूर नहीं हुआ हूँ... मैं तो अब भी वहीं हूँ, जहाँ पहले था.." मैने पायल के चेहरे पे अपनी उंगली फेरते हुए कहा


"कहाँ हो भाई... बताओ ना प्लीज़...." पायल ने मदहोशी भरी आवाज़ में कहा..


"तेरे दिल में मेरी जान... और कहाँ... " ये कहके मैं और पायल अपने होंठ मिलाने वाले ही थे, तभी फिर डोर बेल बजी.... डोर बेल सुनके, मैं और पायल अलग हुए, जैसे ही मैने दरवाज़ा खोला, सामने पूजा भी कुछ पायल जैसे अंदाज़ में आई थी.. पर थोड़े सोबर तरीके से... पूजा ने एक लूस टॉप पहना हुआ था जो उसकी जांघों तक का था... नीचे उसने सिर्फ़ शॉर्ट्स के नाम पे एक कपड़ा पहना था.. अगर उसका टॉप ज़रा लंबा होता तो किसी को पता भी नहीं चलता कि उसने नीचे कुछ पहना है.. उसके बाल खुले हुए थे हमेशा जैसे...





"कैसी लग रही हूँ मैं...." पूजा ने मुझे देख के खुश होते हुए कहा....


इससे पहले मैं कुछ कहता, पायल दरवाज़े के पास आती हुई बोली..


"यूषुयल पूजा... जैसी शकल है वैसी ही दिखोगी ना... इसमे नया क्या है..."


"पूजा, अंदर आओ आंड प्लीज़ शांत रहो ऑलराइट...." मैने दरवाज़ा बंद करते हुए कहा...
 
दरवाज़ा बंद करके, पूजा और पायल आमने सामने बैठे थे, मैं उनके बीच में... 


"पायल.. क्या प्राब्लम है तुझे पूजा से.. आज मैं ये सब बातें ख़तम करना चाहता हूँ, " मैने पायल को देखते हुए कहा


'कुछ नहीं भाई... क्या होगा, बट इसके लिए प्यार आता ही नहीं, क्या करूँ... यू नो, ये मेरे लेवल की नहीं है" पायल ने अपनी अदा में जवाब दिया, और सिगरेट जलाने लगी...


"मुझे भी तुमसे कुछ ख़ास प्यार नहीं है पायल, राज की बहेन हो इसलिए बरदास्त कर रही हूँ तुम्हे.. और रही हमारे लेवल की बात, वो तो मैने कल रात ही देख लिया था, इतनी बड़ी लूज़र मैने ज़िंदगी में नहीं देखी...." पूजा भी गुस्से में आके बोलने लगी......


"गर्ल्स.. प्लीज़ शांत रहो... और पूजा तुमने मुझे कहा था ना, कि यहाँ कोई परेशानी नहीं होगी मुझे.. तो तुम दोनो मुझे परेशान कर रही हो अब... प्लीज़ अपना झगड़ा सॉल्व करो, नहीं तो मैं यहाँ अकेला ही रहना पसंद करूँगा" मैने चिढ़ते हुए कहा...


"ओह मेरे भाई. प्लीज़ परेशान मत हो... मैं ध्यान रखूँगी आपका..." ये कहके पायल मेरे पास आई और मेरे गाल चूमती हुई बोली.... " फॉर यू, आइ कॅन इग्नोर हर.. मेरी तरफ से नो प्राब्लम, प्रॉमिस भैया.... चिंता छोड़िए, ये सिगरेट लो, सब भूल जाएँगे आप..." मैं जानता था, पूजा और पायल का एक साथ यहाँ आना इनका ही किया धरा है... मैं भी पायल के साथ सिगरेट शेअर करने लगा, जिसे देख के पूजा का गुस्सा बढ़ने लगा, पर वो कुछ बोल नहीं सकती थी...


"ठीक है .. आप कहते हैं तो मैं वादा करती हूँ, मेरी तरफ से पहेल नहीं होगी..." इतना कहके पूजा उठ गयी और पानी पीने चली गयी...



"तू बहुत हरामी है यार.. जानती है ये मेरी ब्रांड नहीं है , फिर भी सिगरेट आगे की" मैने पायल को देखते हुए कहा


"वोई तो बात है भाई... आपने मना नही किया, मतलब अभी कुछ देर पहले जो आपने कहा वो सब सही है.. और रही बात मेरी मोम की, मैं आपसे वादा करती हूँ, कि इन सब के पीछे वो नहीं हैं." पायल ने सिगरेट के दम मारते हुए कहा...


"वैसे हम कहाँ पहुँचे हैं.. पूजा ने आपको झूठ कहा , उसके अलावा कुछ पता लगा है, या नहीं" 


"नहीं.. अब तक कुछ नहीं, इनफॅक्ट आज ही पूजा के साइन किए हुए डॉक्युमेंट्स पापा को भेजे हैं , पूजा का नाम बेनिफिशीयरी और सेकेंड सिग्नेटरी में आड हो जाएगा..." मैने पायल से बातें चालू रखी... डॉक्युमेंट्स की बात भी मैने जान बुझ के कही, ताकि दुश्मन को पता लगे कि वो सही जा रहा है..


"चलिए .. हम चलें.." पूजा ने सामने से आते हुए कहा...


"चलो भाई.. यू गाइस कॅरी ऑन, मैं निकलती हूँ.." पायल ने उठते हुए कहा


"अरे तू कहाँ जा रही है.. यहाँ कौनसा काम , हमारे साथ चल आज.. वैसे भी हम कल बाली ही जाएँगे, तू भी वहीं होगी, अब जब साथ में ही हैं, तो साथ में ही घूमते हैं ना... पूजा तुम क्या बोलती हो इस बारे में.." मैने पूजा को देखते हुए पूछा...


"ठीक है.. मुझे कोई प्राब्लम नहीं है .. जैसा आप ठीक समझें.." पूजा के जवाब में ना खुशी थी, ना ही दुख


"चल ना यार.. प्लीज़" मैने पायल को ज़ोर देते हुए कहा...


"ओके भाई... अब मेरी प्यारी भाभी इतना ज़ोर कर रही है, तो मैं कैसे मना कर सकती हूँ.. चलो" पायल ने मुझे जवाब दिया, और मेरे हाथ में हाथ डाल के मुझे बाहर खींच के ले गयी, पूजा को अकेला ही छोड़ दिया रूम में...
 
कुछ देर में हम तीनो कॅब में बैठ के शहेर में घूमने लगे... पूरे रास्ते में पायल और मैने खूब मस्ती की, जो शायद पूजा को रास नहीं आ रहा था, या वो उसका दिखावा कह सकते हैं... खूब सारी शॉपिंग के बाद हम खाना खाने गये लोकल के रेस्तरो में...


"भाई, आप खाना ऑर्डर कीजिए, मैं फ्रेश होके आती हूँ." पायल कहके वहाँ से चली गयी


"पूजा.. व्हाट्स रॉंग, क्यूँ इतनी खामोश हो.. एक शब्द भी नहीं बोली तुम अब तक.. क्यू" 


"नतिंग .. बस मन नहीं है, थकावट सी लग रही है..." पूजा ने मूह बनाते हुए कहा..


इससे पहले मैं कुछ बोलता, पायल वापस आ गयी...


"सॉरी टू डिस्टर्ब यू लव बर्ड्स... क्या बातें हो रही थी.." पायल ने चेर पे बैठते हुए कहा..


"कुछ नहीं स्वीट हार्ट... पूजा तेरी तारीफ़ कर रही थी.. बोल रही थी कि तू बहुत इंटेलिजेंट और शार्प माइंड की है... और बहुत खूबसूरत भी...." लास्ट लाइन बोलते वक़्त जान बुझ के मैं पूजा को जलाने के लिए, अपनी उंगली पायल के बालों में घुमा रहा था....


"ओह रियली भाई..... वाउ !!! काश मैं भी ऐसा कुछ कह सकती इसके लिए.." पायल ने कटाक्ष में कहा...


"आइ मीन भाई, ये सिर्फ़ शार्प और खूबसूरत नहीं, बल्कि उससे कहीं ज़्यादा है.. इसकी लेवल के हम नहीं, ये हमसे कहीं ज़्यादा उपर है... इतनी कम उमर में इस बंदी ने बहुत कुछ किया है.. हॅट्स ऑफ टू हर...." पायल ने बात घूमाते हुए बोला....


इन दोनो के नाटक चलते रहे, खाना खाते गये और ड्रिंक्स भी चल रही थी.. पर्फेक्ट शाम थी... हम लोग खाना ख़ाके वहाँ से निकल गये, और अपने अपने होटेल्स में चले गये.. पायल ने दूसरी कॅब ले ली... पूरे रास्ते में पूजा अब भी कुछ नहीं बोल रही थी, ना ही मैने उसे कुछ कहा.. जैसे ही हम होटेल में पहुँचे, पूजा दौड़ के अपने कमरे में भाग गयी... मैं अपने कमरे में जाते जाते सोचने लगा आज के दिन के बारे में... और कल बाली जाना था.. ये सब सोचते सोचते मैं अपने कमरे में गया और फ्रेश होके आधी बची हुई स्कॉच पीने लगा... करीब 30 मिनट में मैने एक पेग ख़तम ही किया, तभी मेरे रूम पे नॉक हुआ... मैने वक़्त देखा तो रात के 12 बज रहे थे.. इस वक़्त कौन हो सकता है मैने सोचा... जैसे ही मैने रूम खोला


"तुम..." मैने सिर्फ़ इतना ही कहा कि सामने खड़े शॅक्स ने मुझे एक ज़ोर का धक्का देके नीचे गिरा दिया और खुद मेरी छाती के उपर चढ़ने लगा...

"ये क्या हो गया है तुमको... व्हाट्स रॉंग..." मैं पूजा को बोल रहा था जो इस वक़्त किसी जंगली बिल्ली की तरह मुझपे चढ़ के पागलों की तरह नोच रही थी...


"पूजा स्टॉप इट.. व्हाट्स रॉंग..." मैने पूजा को अपने उपर से धक्का देते हुए कहा...


"तो और क्या करू मैं... जब भी सोचती हूँ हमारे लिए कुछ स्पेशल करूँगी, तब ही आपकी बहेन आ जाती है बीच में." पूजा चिड़के बोल रही थी..


"क्या बोल रही हो पूजा... अब क्या हुआ.." मैने ठंडे दिमाग़ से पूछा


"कुछ हुआ नहीं, आपकी बहेन होने कहाँ देती है कुछ... आज आखरी दिन था हमारा इधर, मैने सोचा अच्छी तरह घूमेंगे, बातें करेंगे, बट नहीं.. आपकी बहेन से ये भी बर्दाश्त नहीं हुआ..."


"पूजा, मुझपे गरम होने का कोई फ़ायदा नहीं है.. मैं कुछ नहीं कर सकता इस बारे में.."


"तो फिर मैं जो करूँ, आप मुझे नहीं रोकेंगे अब.." पूजा ने जैसे कोई शर्त रखी मेरे सामने


"हां ठीक है... बट अब फिलहाल ठंडी हो जाओ, और आराम से आके बैठो मेरे साथ.." मैने उसका हाथ पकड़ते हुए कहा... पूजा और मैं आके बाल्कनी में बैठ गये, जहाँ मैं ऑलरेडी स्कॉच पी रहा था... पूजा के बैठते ही मैने उसके लिए एक पेग बनाया


"सोडा, या वॉटर" मैने पूजा से पूछा


इतना सुनते ही पूजा ने मेरे हाथ से ग्लास छीन लिया और एक ही झटके में पूरा नीट पेग उतार लिया...


"कम से कम आइस तो लेती.... ये बहुत ज़्यादा जलन देता है..." मैने पूजा का दूसरा पेग बनाया, इसमे आइस क्यूब्स पहले ही डाल दिए, ओए नीट उसके हाथ में पकड़ा दिया..


"ये जलन दिख रही है.. कुछ और नहीं दिखता आपको.." ये कहके पूजा ना फिर अपना पेग एक झटके में नीच उतार दिया, और वहाँ से उठ के अंदर जाने लगी...
 
मैं भी अपना पेग ख़तम करके पूजा के पीछे चला गया...


"कौनसी जलन की बात कर रही हो पूजा.. खुल के बोलो, " पूजा अब बेड पे लेट चुकी थी, और मैं उसके सामने खड़ा था...


"मेरे शरीर की जलन... मेरे जिस्म की जलन... अंदर से पूरी की पूरी जल रही हूँ मैं... अब एक सेकेंड भी आपसे दूर रहना गवारा नहीं मुझे... जब जब पायल आपके पास आती है, ये जलन और तेज़ हो जाती है.. प्लीज़ , कुछ कीजिए ना इसका, प्लीज़..." ये कहके पूजा ने अपना गाउन उतार दिया और अब वो अंदर सिर्फ़ स्टॉकिंग्स में थी...





"आहहह.... इसकी खुजली, इसकी जलन अब भुजाइए ना प्लीज़....उम्म्म्मम माआअ.... मैं जल रही हूँ आहहःस्सिईईई...... कहीं मर ना जाऊ इस जलन में आहहाओफफफफफफफफफ्फ़....." पूजा अपनी चूत को पैंटी के उपर से सहलाती हुई सिसकारियाँ मारने लगी.. मैं वहीं खड़े खड़े पूजा को देखने लगा, और मेरे हाथ में पकड़ी हुई स्कॉच की बॉटल को मूह से लगा लिया..... ये देख पूजा बेड पर से उतर के अपने पैरों के बल मेरे पास आई और आके मेरी जीन्स के बटन को खोलने लगी... जैसे ही उसने मेरी जीन्स का बटन खोला, मेरा लंड फड़फड़ा के उसके मूह के सामने आ गया, जिसको उसने लपक के मूह में ले लिया....


"उम्म्म......गुणन्ञन् गुणन्ं.... उम्म्म्म अहहहहः.....गुहन्णणणन् गुणन्ं......." पूजा मेरे लंड को मूह में लेके चूपे मारने लगी


"उम्म्म्म अहहहाहा...... गुणन्ं गुणन्ञणन्...... उम्म्म्मम ससिईईईईई.... आप सिर्फ़ मेरे हो आआहहहहहः सीईईईई....ये लंड भी सिर्फ़ मेरा है आहाहहहहः... आप समझे ना आहाहहः....कहते कहते पूजा मेरे टट्टों को दबाने लगी, जिसका दर्द मुझे बहुत मीठा सा लग रहा था....


"आहहहहः... तुम्हारी ही है मेरी रानी आहाहहा.... और लो ना अंदर इसे अहहहमम्म्मम...." मैं पूजा के बालों को पकड़ के अपना लंड उसके मूह के अंदर बाहर करने लगा...





पूजा के मूह को चोद्ते चोद्ते मेरे हाथ में पकड़ी हुई स्कॉच की बॉटल से मैं शराब को मेरे लंड पे गिराने लगा.... अब पूजा मेरे लंड से स्कॉच पी रही थी.


"उम्म्म्म.. अहहहहहहाहा, इतना नशीला लंड है आहहहहा... उम्म्म...... और दो ना मुझे आहहाहा...." पूजा अब मेरे लंड को मूह से बाहर निकल के मूठ मारने लगी....


काफ़ी देर तक मेरे लंड को चूसने के बाद, पूजा खड़ी हो गयी और हम एक दूसरे के होंठों को चूसने लगे....


"उम्म्म.......ममवाहाहहहहा....उम्म्म्मम मेरे पातिदेव आहहहहहा......और चूसो ना अहहहहहहा मेरे होंठों को ओमम्म्ममवहाहहहाहः" कहते कहते पूजा एक हाथ से मेरे लंड को भी हिलाती रही.... जहाँ एक तरफ हम एक दूसरे के होंठों को चूस रहे थे, वहीं पूजा खड़े खड़े मेरा लंड हिला रही थी, और मैं पूजा की चूत को सहला रहा था..... चूमते चूमते हमने एक दूसरे के कपड़े उतार दिए, अब हम एक दम नंगे हो चुके थे... जहाँ पूजा अभी भी मेरे लंड को सहलाए जा रही थी, मैं पूजा के चुचों को मूह में लेके चूसने लगा और एक हाथ चूत पे ही रखा...


"उम्म्म अहहहहहा.... यआहहा यआःहा अहहह... सक देम हार्ड हनी अहाहाहा.... और चूसो ना आहहहहाहा.... निचोड़ लो इन्हे, अहहहहहा... यआः फक मी ना अहहहहहहा...... और चूसो इन्हे आहहः....." पूजा अब चिल्लाने लगी थी... उसके हाथ कभी मेरे लंड पे तो कभी मेरे टट्टों पे.. चाँटे चाँटे हम बेड पे आ गये, और आते ही हम 69 पोज़िशन में आके एक दूसरे को सक करने लगे.
जैसे ही मैने पूजा की चूत पे जीभ रखी, उसकी चूत जो गीली थी, उसने अपना पानी छोड़ दिया


"अहहहः....उम्म्म्म और चूस्सो ना आहहाहा.... यआः सक मी हार्ड अहहहहाहहाहा....." पूजा मेरे लंड को थप्पड़ मारने लगी थी...


"उम्म्म्मम उम्म्म सस्सीकककककककक अहहाहा.... सस्सिईईईईई उम्म्म्मम स्लर्प स्लर्प अहहहहः अहाहाहा..." इन आवाज़ों के साथ मेरी जीभ पूजा की चूत के अंदर जाने लगी... उधर पूजा अब मेरे लंड को मूह से निकाल के, उसपे हल्के से जीभ घुमाने लगी.... पूजा जैसे ही मेरे लंड के टोपे पे जीभ फिराने लगी... मेरे मूह से "अहहहहहहा उम्म्म्म उहहोह" जैसी आवाज़ें निकलने लगी..
 
पूजा ने मेरे लंड के टोपे पे कुछ 10 सेकेंड्स ही जीभ घुमाई, और मेरे लंड ने पानी छोड़ दिया, जिसे पूजा ने बड़े आसानी से पी लिया... मैं अब भी पूजा की चूत पे लगा हुआ था.... एक बार पानी निकालने के बाद पूजा मेरे लंड को फिर चूसने लगी और टट्टों पे थप्पड़ मारने लगी... साथ साथ मैं भी उसकी गान्ड पे मारने लगा जो हवा में उँची उठी हुई थी..


"उम्म्म्म अहहहः.. स्पॅंक हार्ड अहहाहा.. और माअरो मुझे अहहहः... मैं बहुत रंडी हो गई हूँ अहहहहः.. मेरी चूत और गान्ड की यही सज़ा है आहहहहा..." पूजा मेरे लंड की मूठ मारने लगी थी... धीरे धीरे मेरा लंड भी फिर खड़ा होने लगा और एक दम तन चुका था.. जैसे ही मुझे एहसास हुआ इसका, मैं बेड से उठके नीचे ज़मीन पे सो गया, पूजा ने भी देरी ना करते हुए नीचे आके मेरे लंड को चूसने लगी....


"उम्म्म अहहहहहा... और चूस ना मेरी रांड़ बीवी अहहाहा सीईईई.. मज़ा आ रहा है आहहहहहा...... और ले ना अंदर अहहहहहहा... स्लर्प स्लर्प आआहहहाहा स्लर्प आहाहहाहा.." मैं पूजा की चूत चाट के बोलने लगा....


"आऊम्म्म्म्म.. गन गुणन्ं अहहाहा सीईइ.. मैं तो हूँ ही खानदानी रंडी आआआहहा.... मेरी मा को भी चोद डाला आपने अहहहहा..... और किसको चोदोगे मेरे भडवे सैयाँ आहहहहहा..... गुणन्ं गुणन्ं गुउन्न्ं.... आहहहहा मैं गयी अहहहहाहा.. और चूस्सूओ आहहाहहः चकूवसोसाहह आओह मुम्मयाहहाहा मैं गई उम्म्म..." पूजा दूसरी बार झड़ने लगी, और मैने उसका पूरा पानी गटक लिया...


मैने इस बार पूजा को नीचे ज़मीन पे लिटाया, और उसकी पीठ पे आके अपना लंड उसकी चूत के छेद पे सेट किया...


"उम्म... मेरे सैयाँ अहहाहा... रंडी की गान्ड मारो ना अहहाहा... चूत से क्या होगा अहहहहा" पूजा मदहोश होके बोलने लगी..


मैने अपना लंड उसकी गान्ड के छेद पे सेट किया जो बहुत गीला हो चुका था, सेट करके एक ही झटके में पूरा का पूरा अंदर घुसा दिया. ज़मीन पे होने के कारण और मैं उसके उपर था, पूजा बिल्कुल भी हिल नहीं सकती थी और लंड का झटका शायद सह नही पाई..





"अहहहहहहहहः..... ओह निकाल लो इसे अहहहहः... साले भडवे अहहहहहहहाः मैं मर जाउन्गि आहाहहः.....ओह्ह्ह आहहहहा निकाल ले रंडी के साले आआहहहा...... नाआ नाआ मैं मर जाउन्गि मम्मी अहहहः...... नूऊऊओ...." पूजा की आँखें अब आँसू छलकने लगे.... मैं कोई दया भाव नही दिखाना चाहता था, इसकी गान्ड तो मारनी थी, अब क्यूँ चोदु मैं... मैं अपने धक्के और तेज़ करता गया.. पूजा की चीखें बढ़ती गयी हर धक्के के साथ.....


"फ़च्छ फ़चह.... ओह्ह्ह्ह अहहाहाहहा... फ़च फ़च... आहहहाः... और डालो ना आहहहहः... मज़ा आ गया आहाहः.. फ़चह फ़चह.. उम्म्म्म आहहाहः..." इन आवाज़ों के साथ रूम पूरा गूँज उठा था... करीब 10 मिनट तक पूजा की गान्ड चुदाई करने के बाद, मैं उसके उपर से उठा और उसके बाल पकड़ के उसे भी खड़ा किया.. उसकी आँखों में अभी भी मदहोशी झलक रही थी... हम एक दूसरे को आँखों में देख रहे थे, देखते देखते फिर वापस स्मूच करने लगे... ये स्मूच बहुत ज़्यादा जंगली था..


पूजा के बाल खींच के मैं उसे डाइनिंग टेबल के पास लाया, और उसे फिर पेट के बल डाइनिंग टेबल पे लेटा दिया और उसकी टाँगें हवा में लटका दी... जैसे ही वो मेरी डिज़ाइयर्ड पोज़िशन में आ गयी, मैं एक बार उसकी चूत के पास गया और उसपे काफ़ी सारा थूक लगाया... लंड सेट किया और एक झटके में लंड उसकी चूत के आरपार कर दिया... ये धक्का वो सहन कर ली और मज़े में लेके बोलने लगी..


"अहहहहहा... अहहहहाः और चोदो ना अहहहहा येई तो मेरी फेव सेक्स पोज़िशन है अहहहाहा... आपका लंड मेरी हलक तक महसूस हो रहा है अहहहः.... और चोदो अहाहाहहा... अहहहहाहा...यॅ आहहा फक मी हार्ड बेबी अहहहहहा.. यस यस यस यस अहहहहहः ओह आइ अम कमिंग बेबी अहहहहहा...... कमिंग अहहहहहहहा........ " ये कहके पूजा तीसरी बार झाड़ गयी... उसका पूरा रस मेरे लंड पे बहने लगा जिसकी वजह से मेरे लंड पे चमक बढ़ गयी...
 
करीब 10 मिनट तक चोदने के बाद मैने अपना पूरा स्पर्म पूजा की चूत के अंदर ही छोड़ दिया.. इस बीच पूजा एक बार और झाड़ चुकी थी... हम एक दम पसीने में भीग चुके थे.. थक के हम बेड पे आ गये और ज़ोर ज़ोर से साँसे लेने लगे.. पूजा मेरे कंधे पे अपना सर रख के लेट गयी और मैं उसके सर पे अपना सर रख के कुछ देर लेट गया... करीब 20 मिनट बाद, पूजा बोली


"इतना वाइल्ड सेक्स मैने कभी सोचा भी नहीं था... आज अचानक इतना जंगलीपन कहाँ से आ गया आप में"


"क्यूँ तुम्हे पसंद नहीं आया... " मैं पूजा के गालों को चूमते हुए बोला


पूजा:- बहुत मज़ा आया...


"चिंता मत करो, तुम्हारा ख़याल मैं ही रखूँगा... आगे आगे देखती जाओ. याद रखोगी ज़िंदगी भर वीरानी को.."

पूजा के साथ हुई ज़बरदस्त चुदाई के बाद, पूजा और मैं थक कर मेरे ही रूम में सो गये थे. पूजा तो एक ही घंटे में नींद की आगोश में चली गयी थी, पर मैं जागता ही रहा. नींद ना आने की वजह से, मैं कुछ देर बाल्कनी में आके बैठ गया, और सोचने लगा जो मैं कर रहा हूँ, वो सही है के मुझे किसी को बता देना चाहिए, पायल बार बार बोल रही है उसकी मॉम इसमे इन्वॉल्व्ड नही है, तो क्या मुझे उसपे विश्वास कर लेना चाहिए.. अगर पूजा ने मुझे सच नहीं बताया तो फिर सच क्या है.. सबसे पहले मुझे पूजा और अंशु के बारे में सब जानना होगा.. मैने अपना मोबाइल देखा तो डॅड ने चार्टर्ड अकाउंटेंट की डीटेल्स भेजी थी. वक़्त सही नही था, पर मैने फिर भी उस वक़्त ही उसको फोन लगाया...

"हेलो मिस्टर गुप्ता... वीरानी हियर" मैने सी.ए को कहा..

"हेलो , बोलिए, इस वक़्त, कोई प्राब्लम है आपको, आइ मीन ऑल ईज़ वेल आइ होप"

"यस, ऑल कूल... मिस्टर गुप्ता, क्या आप मुझे लेटेस्ट ऑडिटेड फाइनान्षियल स्टेट्मेंट्स भेज सकते हैं.. कंपनी और मेरे डॅड के इंडिविजुयल भी... आइ नीड टू चेक फ्यू थिंग्स"

"शुवर..बट थोड़ा टाइम दीजिए प्लीज़... मैं आपको करीब 2 घंटे में भेज सकता हूँ, पर आप लेने आएँगे कि मैं घर पे भिजवा दूं"

"नही...मैं आपको एक फॅक्स नंबर टेक्स्ट कर रहा हूँ, आप उसपस फॅक्स कीजिए, आंड प्लीज़ दो घंटे से ज़्यादा नही, आइ हॅव वेरी लेस टाइम टू प्ले वित"

"ओके जी...मैं फॅक्स करके आपको कन्फर्मेशन भेजता हूँ..." 

ये कहके फोन कट हो गया, और क्यूँ कि मुझे सोना नहीं था, मैं होटेल के बार के लिए निकल गया.. बार में बैठे बैठे स्कॉच पे स्कॉच गटकने लगा.. करीब 1.30 घंटे में मुझे का ने एसएमएस भेजा


"फॅक्स सेंट..प्लीज़ कन्फर्म दा रेसेप्ट"


मैं तुरंत रिसेप्षन पे पहुँचा, देख कर यकीन नही हो रहा था, सेम रिसेप्षनिस्ट सुबह से...

"हाई...हाउ आर यू" मैने रिसेप्षनिस्ट से पूछा

"हेलो मिस्टर वीरानी...आइ आम गुड, होप यू एंजायिंग दा स्टे हियर" 

"ओह यस... आइएम लविंग इट... ऊह...यू वर्क हियर ऑल डे लोंग, आइ मीन , यू हियर सिन्स मॉर्निंग आंड स्टिल लुकिंग फ्रेश ऐज डेज़ी.."

"थॅंक यू सर... बट आइ गेस, यू सो लेट हियर, नोट हियर टू कॉंप्लिमेंट मी....टेल मी हाउ कॅन आइ हेल्प यू"

"आइ वाज़ आक्च्युयली एक्सपेक्टिंग आ फॅक्स फ्रॉम इंडिया.. कुड यू प्लीज़ चेक आंड लेट मी नो दा रेसेप्ट" 

"ओह यस...देअर दे आर, दा मोमेंट आइ सॉ यू, आइ न्यू यू वुड बी एक्सपेक्टिंग सम्तिंग" रिसेप्षनिस्ट ने मुझे डॉक्युमेंट्स पकड़ाते हुए कहा...

"थॅंक यू वेरी मच...सी यू लेटर्स..बाय"
 
डॉक्युमेंट्स लेके मैं अपने रूम में आ गया, और चेक करने लगा.... करीब 40 मिनट के बाद मैने सब पेपर्स देख लिए... पेपर्स देख के एक बात का तो मुझे यकीन हो गया , इसके पीछे जो भी है, बहुत चालाक तो है ही, पर उसे कंपनी और पापा के फाइनान्षियल्स की सब बातें पता है... और वो बाकियों से बहुत छुपा भी रहा है... मतलब अगर वो अपने प्लान में कामयाब होता है, तो प्रॉपर्टी का सबसे बड़ा हिस्सा वो अपने पास ही रखने वाला है.

मैने वक़्त देखा तो रात के करीब 3 बज रहे थे... इंडिया में सुबह हो गयी होगी, मैने तुरंत एक कॉल लगाया...

"हां, मैं बोल रहा हूँ, "

"इधर भी मैं ही हूँ, ईडियट..बोलो क्या हुआ, सुबह सुबह, तुम्हे नींद नही आती, इंडोनेशिया कुछ हो गया है क्या" सामने से जवाब आया..

"मज़ाक नही, अब सुनो, अंशु और पूजा के बारे में मुझे सब कुछ जानना है..और पूजा का बाप भी, इन तीनो के बारे में सब कुछ..इनफॅक्ट पूरे खानदान का हिसाब, यू गेट इट" 

"तुमसे पहले मैने ये सब सोच लिया था..काम चालू है, शायद ख़तम हो जाएगा आज कल में...तुम अभी सो जाओ, बाली में भी तुम्हे बहुत मेहनत करनी है...बदला लेना है, तो अपने तरीके से लो ना, मेरी नींद मत बिगाड़ो..बाइ"

(एक तो इधर मेरी फटी पड़ी है, और इसे अपनी नींद प्यारी है….) ये सोचते सोचते मैं वापस पूजा के पास चला गया जो अब तक सो रही थी…. (सो ले भाई, सो ले, तेरी और तेरे खानदान की तो मैने और मारनी है… आज गान्ड मरवाई है, आगे आगे देख मैं क्या करता हूँ… तेरे साथ अगर पायल भी हुई तो उसका भी हश्र वही होना है..) मैं जाके सब से पहले बाथरूम में नहाने घुस गया, क्यूँ कि हमारे बाली की फ्लाइट यहाँ से 4 घंटे बाद की थी… नहा के मैं तैयार हो गया, और पूजा को उठाने लगा..

“पूजा, गेट अप.. हमे फ्लाइट पकड़नी है… पूजा…. चलो अब कितना सोना है तुमको…”

“उम्म्म….. अभी रुकिये ना प्लीज़, थोड़ी देर और…” पूजा मूह फेरते हुए बोली 
“पूजा, बच्चो जैसा बिहेव मत करो, वी हॅव आ फ्लाइट टू कॅच.. जल्दी उठो” ये कहके मैने पूजा को कंधों से पकड़ के उठा लिया… जैसे ही पूजा उठी, सीधा मुझसे लिपट गयी और बोली

“उम्म्म्म… गुड मॉर्निंग स्वीट हार्ट… लव यू आ लॉट हनी…” और ये कहके मेरे कान पे हल्का सा बाइट किया

“तुम जल्दी फ्रेश हो जाओ. तब तक मैं ब्रेकफास्ट ऑर्डर करता हूँ..” ये कहके मैं पूजा से अलग हुआ और हमारे लिए थोड़ा लाइट ब्रेकफास्ट ऑर्डर कर लिया… जब तक हमारे ऑर्डर आता, और जब तक पूजा फ्रेश होती, मैने सोचा थोड़ी भड़वापन्ति की जाए..

“हेलो पायल.. गुड मॉर्निंग डार्लिंग” मैने पायल को फोन लगाया

“गुड मॉर्निंग भाई… क्या बात है, आज सुबह सुबह..”

“अरे कुछ नही, एक काम कर, तू हमारे होटेल आजा, यहीं से हम साथ चॅलेंज एरपोर्ट”

“व्हाट भाई.. आपकी फ्लाइट अभी है, मेरी शाम की है, मैं क्या करूँ इसमे”

“नतिंग डूयिंग… टिकेट्स का वी विल सी, बट यहाँ से साथ ही चलते हैं, अगर मुझसे सही में प्यार करती है तो 30 मिनट्स में इधर आजा” ये कहके मैने फोन कट कर दिया और तुरंत रूम में जाके पूजा का मोबाइल ढूँढने लगा… जैसे ही मुझे पूजा का मोबाइल दिखा, 2 मिनट्स में पायल का एसएमएस आया उसपे..


“हाई.. व्हाट्स कुकिंग, कॉल्ड मी टू जाय्न यू गाइस.. वेट्स दा प्लान…”

मैने पूजा के मोबाइल से तुरंत पायल को रिप्लाइ किया 
“नतिंग….. ही ईज़ जस्ट मिस्सिंग हिज़ डार्लिंग सिस्टर, कम आंड शो युवर लव टू दट जॅकॅस..”

“ओके.. विल बी देअर, बाय”

मैने झट से ये कॉन्वर्सेशन डेलीट कर दी पूजा के मोबाइल से और वापस मैं रूम में आके बैठ गया… इस कॉन्वर्सेशन से ये तो पक्का है कि पायल पूजा के साथ ड्रामा कर रही है, पर उसकी मोम का कन्फर्म कैसे करूँ…. क्या करूँ कि पता चल जाए इन सब के पीछे उसकी मोम है या कोई और.. ये सब सोचते सोचते हमारे लिए ब्रेकफास्ट भी आ गया, और पूजा भी रेडी हो गयी…

“गुड मॉर्निंग डार्लिंग…” पूजा के इस आवाज़ से जैसे ही मैं पीछे मुड़ा, मैं उसे देखता ही रह गया..




बहुत ही सोबर ड्रेस्ड, इतनी सिंपल लग रही थी, जी चाह रहा था अभी का अभी जाउ और उसे चोदु , चाटू, पूजा करूँ, सब कुछ …. पर दिल पे कंट्रोल करके मैने उसे जवाब दिया

“गुड मॉर्निंग… लुकिंग वेरी ब्यूटिफुल” मैने उसके गाल पे हल्का से पेक देते हुए कहा….

“थॅंक यू.. आप भी अच्छे लग रहे हैं… “ पूजा इतना कहके नाश्ता करने मेरे साथ बैठ गयी..
 
“रुकिये रुकिये… सबसे पहला बाइट आप मेरे हाथ से लीजिए.. ना जाने फिर हमारे बीच में कोई आ जाए, ये चान्स मैं खोना नहीं चाहती…” पूजा ने अपना हाथ आगे बढ़ाते हुए कहा…

“नहीं.. अगर सही में मुझे अपने हाथ से खिलाना चाहती हो तो इधर आओ, मेरी गोद में बैठ के खिलाओ मुझे…”

“ओह.. इसमे क्या बात है, लीजिए…” पूजा उठके मेरी गोद में आके बैठ गयी..

उसके आते ही, मैने अपने हाथों से उसकी कमर को घेर लिया, अपने होंठ उसकी गर्दन के पास ले जाके गरम साँसे छोड़ने लगा… 

“उम्म्म… सुबह सुबह जनाब रोमॅंटिक हो रहे हैं…क्या बात है, रात से दिल नहीं भरा क्या..” पूजा ने मेरी तरफ मूह करके कहा, जिससे उसके चुचे सीधा मेरे होंठों के पास आ गये..

“ओह्ह्ह… तुमसे तो दिल कभी नहीं भरेगा जानेमन.. ये कहके मैने उसके टॉप के अंदर हाथ डाल दिया और उसकी ब्रा के उपर से उसके चुचे सहलाने लगा…

“उम्म्म….आहह सीयी….. ह्म्म्म्म ..मुझे ये नीचे क्या चुभ रहा है बाबययी…अहहाहा….” इतना कहके पूजा भी मेरी जीन्स के उपर से मेरे लंड को सहलाने लगी….

“उम्म्म्म आहहः… क्या बूब्स हैं आआहहाः… लव यू बेबी आहाहः सीईईईई…..” मैं पूजा के चुचों को अब नोचने लगा था, और उसने अपने दोनो हाथ मेरे कंधों के पास लिपटा दिए थे.. 


मैं धीरे धीरे उसकी ब्रा खोल ही रहा था, कि तभी मेरा फोन बजने लगा, जिससे हम दोनो का ध्यान टूटा..

“च… देखिए कौन है अब… पूजा इतना कहके वापस अपनी सीट पे चली गयी…”

“हेलो..”

“मिस्टर वीरानी.. दिस ईज़ आ रिमाइंडर, युवर कॅब ईज़ रेडी फॉर एरपोर्ट.. प्लीज़ बी हियर इन 10 मिन्स ओर एल्स यू माइट गेट लेट फॉर युवर फ्लाइट..”

“थॅंक्स.. वी विल बी देअर सून” मैने फोन रखने से पहले कहा..

“चलो.. नाश्ता फिनिश कर लो, फ्लाइट का रिमाइंडर था…” मैने पूजा से कहा

“क्या नाश्ता…. पूरा मूड खराब कर दिया… चलिए..” पूजा ने उदास होके कहा..

“अरे जानेमन, अभी तो बाली है ना, डॉन’ट वरी… मूड अच्छा करो, वी हॅव लॉट ऑफ टाइम ओके..” 

हम नाश्ता करके जैसे ही नीचे पहुँचे, कॅब हमारे लिए रेडी थी.. हम कॅब में बैठ ही रहे थे, तभी सामने हमे पायल आती दिखाई दी



पायल को देख मैं तो खुश हुआ, पर पूजा को शॉक सा लगा.. क्यूँ कि उसके हिसाब से तो पायल शाम को आ रही थी, मैने उसे अभी बुला लिया था.. जैसे ही पायल हमारे पास आई, उसने कहा..

“ऐसे क्यूँ देख रहे हो.. अम आइ नोट इन्वाइटेड वित यू गाइस…..”

पायल को देख के पूजा के चेहरे का रंग उड़ गया था.. वो समझ नहीं पा रही थी कि पायल यहाँ क्यूँ आई है.. जब कि पायल येई समझ रही थी कि ये उनका एक छोटा सा प्लान है जिसकी वजह से मैं मेंटली डिस्टर्ब रहूं...


"हाई पायल... क्या बात है, तू तो क़यामत लग रही है.. " मैने पायल को हग करते हुए कहा..


"क्या भाई आप भी ना... मुझसे ज़्यादा खूबसूरत तो पूजा भाभी लग रही है.. क्या बात है भाभी, किसी का कत्ल करने का इरादा है क्या बाली में....." पायल ने पूजा को गले लग के पूछा..


पूजा को समझ नहीं आ रहा था ये सब क्या हो रहा है, इसलिए उसने सिर्फ़ हल्की सी मुस्कुराहट में जवाब दिया...


"चलो लेट्स गो.. देर ना हो जाए," मैने दोनो को कहा


"कहाँ... पायल की फ्लाइट तो शाम की है, वो अभी कैसे आएगी..." पूजा ने आश्चर्य में आके कहा..


"हां, बट भाभी, मैं सोच रही हूँ आपके साथ ही चलूं, यहाँ अकेले शाम तक क्या करूँगी.. प्लीज़ डोंट माइंड हाँ.." पायल ने पूजा के पास जाके कहा..


"पूजा, डू यू माइंड जाय्निंग हर वित अस.." मैने पूजा से पूछा..


कुछ सेकेंड्स तक पूजा खामोश रही, फिर निराश होके बोली..


"नो नो... प्लीज़, इट्स फाइन..." ये कहके पूजा पीछे बैठ गयी..


मैने सब समान कॅब में रखवाया और जाके पूजा के पास बैठ गया, और पायल को आगे बैठने के लिए कहा...


"आप क्यूँ पीछे आए, पायल को बैठने दीजिए ना..." पूजा ने मुझे कहा


"क्यूँ भाई.. अचानक क्या हुआ, पायल से इतना प्यार हाँ.. मुझ में कोई प्राब्लम है क्या" मैने मस्ती में पूजा को जवाब दिया


"नहीं, प्राब्लम क्या होगा, बट वो आगे ड्राइवर के साथ बैठी है, अच्छा लगता है क्या.." पूजा ने फिर पायल को पीछे बैठने का ज़ोर दिया


"नहीं.. मैं यहीं बैठूँगा, पायल ईज़ फाइन, है ना पायल..." मैने पायल की तरफ देख के बोला


"हां भाई... डेट्स ओके.... आइ अम कूल हियर.." पायालने जवाब में कहा..
 
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