hotaks444
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पायल ने हां मे मुन्डी हिला दी और जैसे ही उसने मुझे पर्मीशन दे दी मैने पायल की दोनो मंडियो को कस्के जकड़ते हुए उसे अपनी ओर खीचा. ये पायल के लिए एक दम अनएक्सपेक्टेड था तो वो चीख पड़ी;
पायल: ऊऊहह माआ...!!!!
मैं तब तक पायल के जिस्म को खीचता रहा जब तक उसकी चूत मेरी गर्दन तक नही आ गयी... मैं उसकी चूत की खुश्बू को सूंघ पा रहा था. मैने एक लंबी साँस भरी और जितना हो सका पायल की चूत की महक को अपने अंदर समेट कर लिया.
मे: उम्म्म्मम....फ्रेश!!
मैने अपना राइट हॅंड पहली 2 उंगलियाँ पायल की मांदी पर रखी और जैसे बच्चो को घोड़े का चलना दिखाते हैं उस तरह से मैने अपनी 2नो उंलगिया उसकी मांदी पर;
मे: टिक...टोक...टिक.. टोक..
करके उसकी चूत की ओर बढ़ने लगा. और इस सब का पायल पर होता असर भी उसकी उखड़ती हुई साँस और हिलती हुई गान्ड से पता चल रहा था. आख़िर कार मैं पायल की पैंटी तक पहुँच गया. अपने हाथ से उसकी जाँघ की गोलाई को महसूस करते हुए मैं उंगलियो से हल्का सा पायल की चूत पर छूते हुए उसकी गरम चूत को पैंटी के उपर से महसूस करने लगा. चूत इतनी गीली हो गयी थी कि पायल की पैंटी भीग गयी थी आगे से और उस वजह से जैसे कि सेकेंड स्किन हो, मैं उसकी चूत की बंद पंखुड़ियो को सॉफ महसूस कर रहा था. मैं हल्के से अपनी उंगली को उसकी पैंटी पर उपर नीचे घिसना स्टार्ट किया तो;
पायल: सस्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईईईईईईई.....आआआआआआआअ..हह
उसकी सिसकिया बता रही थी कि अब उसे कोई नही रोक सकता.. उसकी जिस्म की भूक कितनी बढ़ गयी थी. अब पायल की चूत मेरे मूह से सिर्फ़ 1 इंच पर थी और मेरे और उसके बीच सिर्फ़ एक पैंटी का फासला था. मैं और तेज़ी से अपनी उंगलिया चलाने लगा. पायल अपनी गान्ड मेरे सीने पे रगड़ने लगी. उसकी स्किन मेरे सीने के बालो पर घिसने लगी. हर 30 सेकेंड्स मे उसकी चूत और भी ज़्यादा रस छोड़ने लगी थी..मैने उंगलिया और तेज़ कर दी. अब उसकी पैंटी सिर्फ़ नाम मात्र ही रह गयी थी. इतना पानी छोड़ चुकी थी पायल की क्या कहूँ यारो!!!
पायल: हुहह...आ..आआअहह,,,,म्म्म्म ममम...या..ईए......आआ.आ..उूउउ...
इस तरह की आवाज़े पायल के होंठो से निकलने लगी. उसकी चूत का खुलना बंद होना मैं महसूस कर रहा था, जान गया था कि अब कुछ ही देर मे पायल मेरे सीने पर अपनी ज़िंदगी का पहला ‘मॅनमेड’ ऑर्गॅज़म एक्सपीरियेन्स करने वाली हैं. उसकी गान्ड अब ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे हिल रही थी, उसके हाथ मेरे बालो मे थे,उसका सीना और बाहर की ओर निकला हुआ था और....
उूउउम्म्म्ममममममममम.आआआअ.....म्म्म्म़ममममममीईईईईई...हा.हा.हा...आआआआआआवउुुुुउउम्म्म्ममम....
ऐसी एक ज़ोरदार चीख के साथ पायल ने अपनी चूत का पानी मेरे सीने पर छोड़ दिया. पायल का जिस्म हिचकोले खाने लगा, जैसे कि एलेक्ट्रिक शॉक दे दिया हो उसे उस तरह से वो झट्के मार रही थी. उसकी आखे बंद नही थी मगर आइबॉस उसके दिमाग़ मे चले गये हो इस तरह से लग रहा था. पलके तक बंद नही कर पा रही थी वो.. मैं अपनी उंगली अब भी उसकी चूत पर चला रहा था. अभी तक तो उसकी पैंटी भी नही निकाली थी मैने और उसने अपना पहला ऑर्गॅज़म भी महसूस कर लिया था. कभी आप मे से किसीने किया हो या लड़किया तो जानती ही होगी कि अगर लड़की की चूत पानी छोड़ने के बाद भी अगर आप अपनी उंगलिया उस जूस मे चलाते रहो तो कुछ देर के बाद चूत सफेद और गाढ़ा कम छोड़ने लगती हैं.
उसकी चूत का रस मेरे सीने पर फैल गया था और मेरा सीना भीग गया था. मैने धीमे धीमे अपनी उंगलियो से पायल की चूत को छेड़ रहा था और मेरी हर हरकत पर पायल का जिस्म चहक उठता.. पायल की पैंटी उसकी चूत के होंठो मे अंदर तक घुस गयी थी जिससे उसका कॅमेल्टा सॉफ दिखाई पड़ रहा था. मैने अपना हाथ पायल की पैंटी मे घुसाते हुए उसकी गान्ड को ज़ोर से मसलना शुरू किया और अपना हाथ मैं उसकी गान्ड के छेद की ओर बढ़ाने लगा. पायल की मांसल मांदिया अब थरथरा रही थी..एक बार फिर से उसकी चूत एक ऑर्गॅज़म के लिए रेडी हो रही थी. वो अब खुद ही अपने निपल को मसल्ने लगी थी अपनी उग्लियो के बीच, उसके घने बाल उसकी नंगी पीठ की उपर लहरा रहे थे, उसकी नरम गान्ड मेरे खड़े लंड से बस कुछ इंच की दूरी पर ही नाच रही थी. एक जानवर जैसे मैं उसकी गान्ड को एक हाथ से मसल रहा था और दूसरे हाथ को उसकी चूत पर चल रहा था . उसकी गान्ड अब तेज़ी से आगे पीछे होने लगी थी... फॅन तक शुरू करने का होश नही था हमे.. हमारे जिस्म पसीने मे भीगने लगे थे. पायल का नंगा जिस्म, सिर्फ़ एक गीली पैंटी मे मेरे उपर झूल रहा था. सीन इतना हॉट था कि कोई देखते ही अपना चोद दे.. मैं अब बिल्कुल धीरे धीरे, गोल गोल सर्कल्स मे अपनी उंलगी को उसकी चूत की पंखुड़ी पर चला रहा था.
पायल: ऊऊहह माआ...!!!!
मैं तब तक पायल के जिस्म को खीचता रहा जब तक उसकी चूत मेरी गर्दन तक नही आ गयी... मैं उसकी चूत की खुश्बू को सूंघ पा रहा था. मैने एक लंबी साँस भरी और जितना हो सका पायल की चूत की महक को अपने अंदर समेट कर लिया.
मे: उम्म्म्मम....फ्रेश!!
मैने अपना राइट हॅंड पहली 2 उंगलियाँ पायल की मांदी पर रखी और जैसे बच्चो को घोड़े का चलना दिखाते हैं उस तरह से मैने अपनी 2नो उंलगिया उसकी मांदी पर;
मे: टिक...टोक...टिक.. टोक..
करके उसकी चूत की ओर बढ़ने लगा. और इस सब का पायल पर होता असर भी उसकी उखड़ती हुई साँस और हिलती हुई गान्ड से पता चल रहा था. आख़िर कार मैं पायल की पैंटी तक पहुँच गया. अपने हाथ से उसकी जाँघ की गोलाई को महसूस करते हुए मैं उंगलियो से हल्का सा पायल की चूत पर छूते हुए उसकी गरम चूत को पैंटी के उपर से महसूस करने लगा. चूत इतनी गीली हो गयी थी कि पायल की पैंटी भीग गयी थी आगे से और उस वजह से जैसे कि सेकेंड स्किन हो, मैं उसकी चूत की बंद पंखुड़ियो को सॉफ महसूस कर रहा था. मैं हल्के से अपनी उंगली को उसकी पैंटी पर उपर नीचे घिसना स्टार्ट किया तो;
पायल: सस्स्स्स्स्स्स्सिईईईईईईईईईईईईईई.....आआआआआआआअ..हह
उसकी सिसकिया बता रही थी कि अब उसे कोई नही रोक सकता.. उसकी जिस्म की भूक कितनी बढ़ गयी थी. अब पायल की चूत मेरे मूह से सिर्फ़ 1 इंच पर थी और मेरे और उसके बीच सिर्फ़ एक पैंटी का फासला था. मैं और तेज़ी से अपनी उंगलिया चलाने लगा. पायल अपनी गान्ड मेरे सीने पे रगड़ने लगी. उसकी स्किन मेरे सीने के बालो पर घिसने लगी. हर 30 सेकेंड्स मे उसकी चूत और भी ज़्यादा रस छोड़ने लगी थी..मैने उंगलिया और तेज़ कर दी. अब उसकी पैंटी सिर्फ़ नाम मात्र ही रह गयी थी. इतना पानी छोड़ चुकी थी पायल की क्या कहूँ यारो!!!
पायल: हुहह...आ..आआअहह,,,,म्म्म्म ममम...या..ईए......आआ.आ..उूउउ...
इस तरह की आवाज़े पायल के होंठो से निकलने लगी. उसकी चूत का खुलना बंद होना मैं महसूस कर रहा था, जान गया था कि अब कुछ ही देर मे पायल मेरे सीने पर अपनी ज़िंदगी का पहला ‘मॅनमेड’ ऑर्गॅज़म एक्सपीरियेन्स करने वाली हैं. उसकी गान्ड अब ज़ोर ज़ोर से आगे पीछे हिल रही थी, उसके हाथ मेरे बालो मे थे,उसका सीना और बाहर की ओर निकला हुआ था और....
उूउउम्म्म्ममममममममम.आआआअ.....म्म्म्म़ममममममीईईईईई...हा.हा.हा...आआआआआआवउुुुुउउम्म्म्ममम....
ऐसी एक ज़ोरदार चीख के साथ पायल ने अपनी चूत का पानी मेरे सीने पर छोड़ दिया. पायल का जिस्म हिचकोले खाने लगा, जैसे कि एलेक्ट्रिक शॉक दे दिया हो उसे उस तरह से वो झट्के मार रही थी. उसकी आखे बंद नही थी मगर आइबॉस उसके दिमाग़ मे चले गये हो इस तरह से लग रहा था. पलके तक बंद नही कर पा रही थी वो.. मैं अपनी उंगली अब भी उसकी चूत पर चला रहा था. अभी तक तो उसकी पैंटी भी नही निकाली थी मैने और उसने अपना पहला ऑर्गॅज़म भी महसूस कर लिया था. कभी आप मे से किसीने किया हो या लड़किया तो जानती ही होगी कि अगर लड़की की चूत पानी छोड़ने के बाद भी अगर आप अपनी उंगलिया उस जूस मे चलाते रहो तो कुछ देर के बाद चूत सफेद और गाढ़ा कम छोड़ने लगती हैं.
उसकी चूत का रस मेरे सीने पर फैल गया था और मेरा सीना भीग गया था. मैने धीमे धीमे अपनी उंगलियो से पायल की चूत को छेड़ रहा था और मेरी हर हरकत पर पायल का जिस्म चहक उठता.. पायल की पैंटी उसकी चूत के होंठो मे अंदर तक घुस गयी थी जिससे उसका कॅमेल्टा सॉफ दिखाई पड़ रहा था. मैने अपना हाथ पायल की पैंटी मे घुसाते हुए उसकी गान्ड को ज़ोर से मसलना शुरू किया और अपना हाथ मैं उसकी गान्ड के छेद की ओर बढ़ाने लगा. पायल की मांसल मांदिया अब थरथरा रही थी..एक बार फिर से उसकी चूत एक ऑर्गॅज़म के लिए रेडी हो रही थी. वो अब खुद ही अपने निपल को मसल्ने लगी थी अपनी उग्लियो के बीच, उसके घने बाल उसकी नंगी पीठ की उपर लहरा रहे थे, उसकी नरम गान्ड मेरे खड़े लंड से बस कुछ इंच की दूरी पर ही नाच रही थी. एक जानवर जैसे मैं उसकी गान्ड को एक हाथ से मसल रहा था और दूसरे हाथ को उसकी चूत पर चल रहा था . उसकी गान्ड अब तेज़ी से आगे पीछे होने लगी थी... फॅन तक शुरू करने का होश नही था हमे.. हमारे जिस्म पसीने मे भीगने लगे थे. पायल का नंगा जिस्म, सिर्फ़ एक गीली पैंटी मे मेरे उपर झूल रहा था. सीन इतना हॉट था कि कोई देखते ही अपना चोद दे.. मैं अब बिल्कुल धीरे धीरे, गोल गोल सर्कल्स मे अपनी उंलगी को उसकी चूत की पंखुड़ी पर चला रहा था.