desiaks
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“वों सब करते हुए हमारे साथ बुरा हो गया तो?” नहीं करोगे तो मोमो जिन्न हमें छोड़ेगा नहीं।”
मेरी मान तो मखानी-कमला रानी को बता देते हैं कि मोमो जिन्न में इंसानी इच्छाएं जाग उठी हैं।”
क्या फायदा। वो कौन से हमारे सगे हैं।”
हर तरफ हमारे लिए परेशानी है।”
वो देख हरामी आ गया। कैसी मस्ती भरी चाल चल रहा है।” दोनों की निगाह मोमो जिन्न पर जा टिकीं।
जो कि उनके पास आ पहुंचा था।
खा आया सारा माल?” लक्ष्मण दास ने तीखे स्वर में कहा।
धीरे बोलो।” मोमो जिन्न हड़बड़ाकर बोला—“क्यों मुझे मुसीबत में डाल रहे हो।”
“पेट तो भर गया होगा।”
मोमो जिन्न ने कुछ कहने के लिए मुंह खोला कि होंठों से ‘डकार’ निकल गया।
“सत्यानाश।” मोमो जिन्न ने आसपास देखा। परंतु किसी ने उसका ‘डकार नहीं सुना था।
“अब तो तेरा पेट भी आवाजें निकालने लगा।” सपन चड्ढा ने कहा।
पेट पर हाथ फेरता मोमो जिन्न बोला। “अभी थोड़ा-सा पेट खाली हैं, लेकिन काम चल गया।”
तेरा बस चले तो तू हमें ही खा ले।” ।
क्या बात करते हो। तुम दोनों तो मेरे दोस्त हो।” मोमो जिन्न मुस्करा पड़ा।
तुम दोस्त नहीं हो, हमारे दुश्मन हो ।”
ऐसा क्यों कहा?” मोमो जिन्न ने दोनों को देखा।
“तुम हमें जो करने को कह रहे हो, वो कोई दुश्मन ही कहता है। मखानी–कमला रानी हमें मार देंगे।”
वो तुम दोनों का कुछ नहीं बिगाड़ सकते। मैं बचाऊंगा उनसे ।”
तुम अभी मेरी ताकतों को नहीं जानते। मैं बहुत कुछ कर सकता हूं।”
। “जो हमें करने को कह रहे हो वो खुद ही क्यों नहीं कर लेते?” ।
“मुझे और भी काम करने हैं। तुम समझोगे नहीं।”
लेकिन तुम हमसे ये काम क्यों करवाना चाहते हो?”
समझा करो, मैं पूर्वजन्म में प्रवेश करके सोबरा के पास पहुंच जाना चाहता हूं। वो मुझे जथूरा से बचा सकता है।”
तो ये काम तुम अपने लिए कर रहे हो। तब हमारा क्या होगा?” ।
“मैं बच जाऊंगा तो सोबरा से कहकर तुम दोनों को वापस तुम्हारी दुनिया में पहुंचा दूंगा।”
“हमें तुझ पर भरोसा नहीं ।”
“ऐसा मत कहो। मैं अपने भले के साथ तुम्हारे भले के बारे में भी सोचता हूं। मैं तुम्हारा यार हूं।”
मुसीबत का साथ है, वरना कहां के यार?”
दिल तोड़ने वाली बातें मत करो मैं...।”
ये बताओ कि हमारे द्वारा वो करने पर तुम कैसे पूर्वजन्म में, सोबरा के पास पहुंच जाओगे।” ।
“इसका जवाब वक्त आने पर मिलेगा। ये कालचक्र की आखिरी रात है। मखानी और कमला रानी कालचक्र के आदेश पर आज रात देवा और मिन्नो में झगड़ा करवाकर, किसी एक को मरवा देना चाहते हैं। ऐसा होते ही बाकी बचे तुम सब लोग अपनी दुनिया में पहुंच जाओगे और बाकी का सब कुछ अपनी जगह पर पहुंच जाएगा। जथूरा इसी बात के लिए तो सारी कोशिशें कर रहा है, जबकि मैं चाहता हूं कि ऐसा न हो ।”
क्यों?” ।
ताकि मैं पूर्वजन्म में सोबरा के पास पहुंच सकें। अगर देवा-मिन्नो में झगड़ा हुआ। एक मर गया तो मुझे भी वापस जथूरा के पास जाना होगा। वापस जाने पर सबका पूरा चैकअप किया जाता है। मेरा चैकअप होने पर ये बात सामने आ जाएगी कि मेरे में इंसानी इच्छाएं आ चुकी हैं। तब मुझे फौरन मार दिया जाएगा। जबकि मैं मरना नहीं चाहता। इंसानी इच्छाएं आ जाने से मेरा जीवन कितना बेहतर हो गया है। अब मेरा मन जलेबी खाने का भी करता है। रबड़ी भी और...।”
बस-बस। मुंह बंद रख।” मोमो जिन्न ने गहरी सांस ली और कह उठा।
मेरे से नाराज मत रहा करो।”
“अगर देवा और मिन्नों में से एक मर गया तो हम वापस अपनी दुनिया में पहुंच जाएंगे?”
हाँ ।”
तो हम तुम्हारी बात क्यों मानें। दोनों में से एक को मरने दो। हम वापस अपनी दुनिया में तो जाना चाहते हैं।” ।
तों मुझे मरने के लिए छोड़ जाओगे।” मोमो जिन्न घबराकर बोला।
हमारा-तुम्हारा क्या नाता?”
“ऐसा मत कहो, हम यार हैं।”
चुप कर और एक तरफ हो के बैठ जा।”
मोमो जिन्न पास में ही बैठ गया।। सपन चड्ढा कड़ाहे की तरफ देखता कह उठा। बेचारी, मोना चौधरी।”
उसे बचाने के लिए वो ही करें, जो मोमो जिन्न ने कहा है।” लक्ष्मण दास बोला।
मोना चौधरी तो बच जाएगी, लेकिन हम पूर्वजन्म में पहुंच जाएंगे। अपनी दुनिया में नहीं पहुंच सकेंगे।”
“हमारे साथ बाकी सब भी तो वहां पहुंचेंगे। हम अकेले तो नहीं होंगे।”
क्या मतलब?”
“मैंने सुना है ये लोग पहले भी पूर्वजन्म में पहुंचकर, वापस लौट चुके हैं। एक बार हम भी तो इनके पूर्वजन्म में जाकर देखें कि वहां होता क्या है। अपनी दुनिया तो बहुत देख ली।”
सोच ले। वहां खतरा भी हो सकता है।
“सो तो है। तेरे को मोमो जिन्न पर भरोसा है?”
“हरामी हैं साला ।”
मोमो जिन्न का एक कान इनकी बातों पर ही था। “मैं हरामी नहीं हूं।” पास बैठा मोमो जिन्न कह उठा।
“तू हमारी बातें सुन रहा था।”
नहीं, आखिरी बात मुझे सुनाई दे गई।” ।
तू सच में हरामी है।” लक्ष्मण दास सिर हिलाकर कह उठा।
मैं ऐसा नहीं हूं। सच्चे मन से तुम दोनों को अपना दोस्त मानता हूं।” मोमो जिन्न ने कहा।
मेरी मान तो मखानी-कमला रानी को बता देते हैं कि मोमो जिन्न में इंसानी इच्छाएं जाग उठी हैं।”
क्या फायदा। वो कौन से हमारे सगे हैं।”
हर तरफ हमारे लिए परेशानी है।”
वो देख हरामी आ गया। कैसी मस्ती भरी चाल चल रहा है।” दोनों की निगाह मोमो जिन्न पर जा टिकीं।
जो कि उनके पास आ पहुंचा था।
खा आया सारा माल?” लक्ष्मण दास ने तीखे स्वर में कहा।
धीरे बोलो।” मोमो जिन्न हड़बड़ाकर बोला—“क्यों मुझे मुसीबत में डाल रहे हो।”
“पेट तो भर गया होगा।”
मोमो जिन्न ने कुछ कहने के लिए मुंह खोला कि होंठों से ‘डकार’ निकल गया।
“सत्यानाश।” मोमो जिन्न ने आसपास देखा। परंतु किसी ने उसका ‘डकार नहीं सुना था।
“अब तो तेरा पेट भी आवाजें निकालने लगा।” सपन चड्ढा ने कहा।
पेट पर हाथ फेरता मोमो जिन्न बोला। “अभी थोड़ा-सा पेट खाली हैं, लेकिन काम चल गया।”
तेरा बस चले तो तू हमें ही खा ले।” ।
क्या बात करते हो। तुम दोनों तो मेरे दोस्त हो।” मोमो जिन्न मुस्करा पड़ा।
तुम दोस्त नहीं हो, हमारे दुश्मन हो ।”
ऐसा क्यों कहा?” मोमो जिन्न ने दोनों को देखा।
“तुम हमें जो करने को कह रहे हो, वो कोई दुश्मन ही कहता है। मखानी–कमला रानी हमें मार देंगे।”
वो तुम दोनों का कुछ नहीं बिगाड़ सकते। मैं बचाऊंगा उनसे ।”
तुम अभी मेरी ताकतों को नहीं जानते। मैं बहुत कुछ कर सकता हूं।”
। “जो हमें करने को कह रहे हो वो खुद ही क्यों नहीं कर लेते?” ।
“मुझे और भी काम करने हैं। तुम समझोगे नहीं।”
लेकिन तुम हमसे ये काम क्यों करवाना चाहते हो?”
समझा करो, मैं पूर्वजन्म में प्रवेश करके सोबरा के पास पहुंच जाना चाहता हूं। वो मुझे जथूरा से बचा सकता है।”
तो ये काम तुम अपने लिए कर रहे हो। तब हमारा क्या होगा?” ।
“मैं बच जाऊंगा तो सोबरा से कहकर तुम दोनों को वापस तुम्हारी दुनिया में पहुंचा दूंगा।”
“हमें तुझ पर भरोसा नहीं ।”
“ऐसा मत कहो। मैं अपने भले के साथ तुम्हारे भले के बारे में भी सोचता हूं। मैं तुम्हारा यार हूं।”
मुसीबत का साथ है, वरना कहां के यार?”
दिल तोड़ने वाली बातें मत करो मैं...।”
ये बताओ कि हमारे द्वारा वो करने पर तुम कैसे पूर्वजन्म में, सोबरा के पास पहुंच जाओगे।” ।
“इसका जवाब वक्त आने पर मिलेगा। ये कालचक्र की आखिरी रात है। मखानी और कमला रानी कालचक्र के आदेश पर आज रात देवा और मिन्नो में झगड़ा करवाकर, किसी एक को मरवा देना चाहते हैं। ऐसा होते ही बाकी बचे तुम सब लोग अपनी दुनिया में पहुंच जाओगे और बाकी का सब कुछ अपनी जगह पर पहुंच जाएगा। जथूरा इसी बात के लिए तो सारी कोशिशें कर रहा है, जबकि मैं चाहता हूं कि ऐसा न हो ।”
क्यों?” ।
ताकि मैं पूर्वजन्म में सोबरा के पास पहुंच सकें। अगर देवा-मिन्नो में झगड़ा हुआ। एक मर गया तो मुझे भी वापस जथूरा के पास जाना होगा। वापस जाने पर सबका पूरा चैकअप किया जाता है। मेरा चैकअप होने पर ये बात सामने आ जाएगी कि मेरे में इंसानी इच्छाएं आ चुकी हैं। तब मुझे फौरन मार दिया जाएगा। जबकि मैं मरना नहीं चाहता। इंसानी इच्छाएं आ जाने से मेरा जीवन कितना बेहतर हो गया है। अब मेरा मन जलेबी खाने का भी करता है। रबड़ी भी और...।”
बस-बस। मुंह बंद रख।” मोमो जिन्न ने गहरी सांस ली और कह उठा।
मेरे से नाराज मत रहा करो।”
“अगर देवा और मिन्नों में से एक मर गया तो हम वापस अपनी दुनिया में पहुंच जाएंगे?”
हाँ ।”
तो हम तुम्हारी बात क्यों मानें। दोनों में से एक को मरने दो। हम वापस अपनी दुनिया में तो जाना चाहते हैं।” ।
तों मुझे मरने के लिए छोड़ जाओगे।” मोमो जिन्न घबराकर बोला।
हमारा-तुम्हारा क्या नाता?”
“ऐसा मत कहो, हम यार हैं।”
चुप कर और एक तरफ हो के बैठ जा।”
मोमो जिन्न पास में ही बैठ गया।। सपन चड्ढा कड़ाहे की तरफ देखता कह उठा। बेचारी, मोना चौधरी।”
उसे बचाने के लिए वो ही करें, जो मोमो जिन्न ने कहा है।” लक्ष्मण दास बोला।
मोना चौधरी तो बच जाएगी, लेकिन हम पूर्वजन्म में पहुंच जाएंगे। अपनी दुनिया में नहीं पहुंच सकेंगे।”
“हमारे साथ बाकी सब भी तो वहां पहुंचेंगे। हम अकेले तो नहीं होंगे।”
क्या मतलब?”
“मैंने सुना है ये लोग पहले भी पूर्वजन्म में पहुंचकर, वापस लौट चुके हैं। एक बार हम भी तो इनके पूर्वजन्म में जाकर देखें कि वहां होता क्या है। अपनी दुनिया तो बहुत देख ली।”
सोच ले। वहां खतरा भी हो सकता है।
“सो तो है। तेरे को मोमो जिन्न पर भरोसा है?”
“हरामी हैं साला ।”
मोमो जिन्न का एक कान इनकी बातों पर ही था। “मैं हरामी नहीं हूं।” पास बैठा मोमो जिन्न कह उठा।
“तू हमारी बातें सुन रहा था।”
नहीं, आखिरी बात मुझे सुनाई दे गई।” ।
तू सच में हरामी है।” लक्ष्मण दास सिर हिलाकर कह उठा।
मैं ऐसा नहीं हूं। सच्चे मन से तुम दोनों को अपना दोस्त मानता हूं।” मोमो जिन्न ने कहा।