desiaks
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“क्या जथूरा ने बुरी विद्या ग्रहण की है?”
कोई भी विद्या बुरी नहीं होती। बात उसको इस्तेमाल की है। कि उसका कहां इस्तेमाल हो रहा है।”
तो क्या जथूरा विद्या का बुरा इस्तेमाल कर रहा है?
” ये तुमने कैसे सोचा?
” क्योंकि वो देवराज चौहान और मोना चौधरी से डर रहा...।”
नहीं..नहीं । डर नहीं रहा। सिर्फ सावधानी। सतर्कता बरत रहा है जथूरा। उसकी विद्या ने उसे संकेत दिया कि देवा और मिन्नो का इस वक्त पूर्वजन्म की दुनिया में आने का संयोग बन सकता है। ऐसा न हो, इसलिए देवा और मिन्नो को जथूरा इसी धरती पर लड़ाकर, उसमें दुश्मनी बढ़ा देना चाहता है। इसी काम के लिए मुझे भेजा गया है। उनमें दुश्मनी बैठेगी तो वो एक कैसे होंगे। एक नहीं होंगे तो, पूर्वजन्म की दुनिया में प्रवेश नहीं करेंगे। कर भी गए तो दुश्मनी की वजह से दोनों मिलकर काम नहीं करेंगे। इसी में जथूरा का फायदा है।”
“तौ जथूरा दोनों को एक नहीं होने देना चाहता।”
“बिल्कुल सही बात ।” मोमो जिन्न ने अपनी गर्दन हिलाई–देवा और मिन्नों के एक हो जाने से, उनके ग्रह बलशाली हो जाते हैं तब वो मिलकर, बड़ी-से-बड़ी शक्ति को भी पस्त कर सकते हैं।”
ओह, तो ये बात है।” सपन चड्ढा ने सिर हिलाया_“इसके लिए जरूरी है कि मोना चौधरी मेरे से मिलने आए।”
बहुत जरूरी है।
” वो न आई तो?”
वो आएगी।” मोमो जिन्न मुस्करा पड़ा-“जथूरा की रहस्यमय ताकतें उसे तुम तक आने को मजबूर करेंगी। मिन्नो को ये बात महसूस भी नहीं हो सकेगी कि कोई उसे धकेल रहा है। एक बार नील सिंह को मिन्नो से बात तो कर लेने दे।”
नील सिंह?
” वो ही, नीलू महाजन । नील सिंह उसके पूर्वजन्म का नाम है।”
कभी-कभी तुम मुझे पागल लगते हो।” सपन चड्ढा के होंठों से निकला। |
"मुंह बंद रख। तूने ब्रुश किया नहीं लगता। बास आ रही है।”
मोमो जिन्न चिढ़कर कह उठा।
‘उल्लू का पट्ठा।' सपन चड्ढा बड़बड़ा उठा।
क्या बोला तू?
” जथूरा महान है।” सपन चड्ढा हड़बड़ाकर कह उठा।
तेरे में जथूरा का सच्चा गुलाम बनने के गुण हैं। तू मेरे साथ क्यों नहीं चलता, जथूरा के पास?” ।
“नहीं, मुझे नहीं जाना कहीं। तू तो मेरे पीछे ही पड़ गया है।”
“अगली बार काम पड़ा तो जथूरा से कहूंगा कि तेरे पास लोमा को भेजे। तब तेरे सिर में एक बाल नहीं बचेगा।”
“मैं नया घर ले लूंगा। लक्ष्मण दास से दोस्ती छोड़ दूंगा। बिजनेस बदल लूंगा। तब तुम लोग मुझे नहीं ढूंढ़ सकोगे।” सपन चड्ढा ने गुस्से से कहा-“मैं दुखी हो गया हूं तुमसे ।”
बच्चा है अभी तू...।” मोमो जिन्न ठठाकर हंस पड़ा।
तब तुम लोखी हो गया हूं उठाकर हंस पड़ा
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कोई भी विद्या बुरी नहीं होती। बात उसको इस्तेमाल की है। कि उसका कहां इस्तेमाल हो रहा है।”
तो क्या जथूरा विद्या का बुरा इस्तेमाल कर रहा है?
” ये तुमने कैसे सोचा?
” क्योंकि वो देवराज चौहान और मोना चौधरी से डर रहा...।”
नहीं..नहीं । डर नहीं रहा। सिर्फ सावधानी। सतर्कता बरत रहा है जथूरा। उसकी विद्या ने उसे संकेत दिया कि देवा और मिन्नो का इस वक्त पूर्वजन्म की दुनिया में आने का संयोग बन सकता है। ऐसा न हो, इसलिए देवा और मिन्नो को जथूरा इसी धरती पर लड़ाकर, उसमें दुश्मनी बढ़ा देना चाहता है। इसी काम के लिए मुझे भेजा गया है। उनमें दुश्मनी बैठेगी तो वो एक कैसे होंगे। एक नहीं होंगे तो, पूर्वजन्म की दुनिया में प्रवेश नहीं करेंगे। कर भी गए तो दुश्मनी की वजह से दोनों मिलकर काम नहीं करेंगे। इसी में जथूरा का फायदा है।”
“तौ जथूरा दोनों को एक नहीं होने देना चाहता।”
“बिल्कुल सही बात ।” मोमो जिन्न ने अपनी गर्दन हिलाई–देवा और मिन्नों के एक हो जाने से, उनके ग्रह बलशाली हो जाते हैं तब वो मिलकर, बड़ी-से-बड़ी शक्ति को भी पस्त कर सकते हैं।”
ओह, तो ये बात है।” सपन चड्ढा ने सिर हिलाया_“इसके लिए जरूरी है कि मोना चौधरी मेरे से मिलने आए।”
बहुत जरूरी है।
” वो न आई तो?”
वो आएगी।” मोमो जिन्न मुस्करा पड़ा-“जथूरा की रहस्यमय ताकतें उसे तुम तक आने को मजबूर करेंगी। मिन्नो को ये बात महसूस भी नहीं हो सकेगी कि कोई उसे धकेल रहा है। एक बार नील सिंह को मिन्नो से बात तो कर लेने दे।”
नील सिंह?
” वो ही, नीलू महाजन । नील सिंह उसके पूर्वजन्म का नाम है।”
कभी-कभी तुम मुझे पागल लगते हो।” सपन चड्ढा के होंठों से निकला। |
"मुंह बंद रख। तूने ब्रुश किया नहीं लगता। बास आ रही है।”
मोमो जिन्न चिढ़कर कह उठा।
‘उल्लू का पट्ठा।' सपन चड्ढा बड़बड़ा उठा।
क्या बोला तू?
” जथूरा महान है।” सपन चड्ढा हड़बड़ाकर कह उठा।
तेरे में जथूरा का सच्चा गुलाम बनने के गुण हैं। तू मेरे साथ क्यों नहीं चलता, जथूरा के पास?” ।
“नहीं, मुझे नहीं जाना कहीं। तू तो मेरे पीछे ही पड़ गया है।”
“अगली बार काम पड़ा तो जथूरा से कहूंगा कि तेरे पास लोमा को भेजे। तब तेरे सिर में एक बाल नहीं बचेगा।”
“मैं नया घर ले लूंगा। लक्ष्मण दास से दोस्ती छोड़ दूंगा। बिजनेस बदल लूंगा। तब तुम लोग मुझे नहीं ढूंढ़ सकोगे।” सपन चड्ढा ने गुस्से से कहा-“मैं दुखी हो गया हूं तुमसे ।”
बच्चा है अभी तू...।” मोमो जिन्न ठठाकर हंस पड़ा।
तब तुम लोखी हो गया हूं उठाकर हंस पड़ा
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