hotaks444
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फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है चाहे वो बाप हो भाई
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक ओर नई कहानी लेकर हाजिर हूँ ये कहानी पढ़ कर आप ज़रूर मस्ती में आ जाएँगे ये मेरा वादा है पर दोस्तो आपसे थोड़ी सी गुज़ारिश है की आप अपने विचार ज़रूर देते रहे . दोस्तो ये आपका प्यार ही है जिसने मुझे राजशर्मा स्टॉरीज नाम की साइट बनानी पड़ी जो काफ़ी हद तक आप सब को पसंद आ रही है दोस्तो पुरानी कहानियाँ काफ़ी हद तक पोस्ट हो चुकी हैं अब बारी है नई कहानियो की . दोस्तो अगर आप भी अपनी कहानियाँ पोस्ट करना चाहते हैं तो आपका इस साइट पर स्वागत है
मैं जहाँ काम करता हू वहाँ मेरा एक दोस्त है सफ्दर काफ़ी चलता पुर्ज़ा किसम का आदमी है
मेरी और उस की उमर मे काफ़ी ज़्यादा फरक है वो 38 का है शादी शुदा 2 बच्चे हैं उस के
बड़ा बेटा11 का है
बेटी 7 साल की है
मुझे जब बी टाइम मिलता मैं सीधा सफ्दर के पास चला जाता जहाँ हम ज़माने भर की बाते भी करते और 3 4 बार एक औरत की फुदी भी हम ने एक साथ ली है
लेकिन उस औरत ने हम से कभी पैसे नही लिए मैने कहा कि यार ये पैसे क्यो नही लेती तो वो कहता कि यार मज़े करो बस तुम्हे फुददी चाहिए वो मिल जाती है हाँ ये तो अच्छी बात है कि तुम्हे पैसे नही देने पड़ते
मैने कहा कि यार ये तो है
एक दिन मैं घर से निकल कर बाहर घूमने के लिए गया क्योकि ईद की छुट्टियाँ थी तो मैं यों ही घूमता फिरता सफ्दर के घर चला गया
वहाँ जा के मैने कहा कि सफ्दर भाई चले क्या सफ्दर ने कहा कि नही यार उस का शोहार घर पे है
मैने कहा कि यार सफ्दर कुछ कर ना यार बड़ा दिल कर रहा है
उस ने कहा कि चल आजा शराब पीते हैं मैने कहा कि नही भाई घर भी जाना है
तो उस ने कहा कि छोड़ ना यार आ जा मैने भी ज़्यादा मना नही किया और उस के साथ बैठ गया
हम शराब पीने लगे मैने 2 से ज़ियादा पेग नही लिए क्योकि मुझे घर भी जाना था
लेकिन सफ्दर भाई पेग पे पेग लगा रहा था थोड़ी देर के बाद वो उठ कर चला गया और थोड़ी देर के बाद आया और कहने लगा कि यार पी ना पीता क्यो नही
उस की आवाज़ लड़खड़ा रही थी मैने कहा कि सफ्दर भाई और नही मैने घर भी जाना है उस ने कहा कि यहाँ ही सो जाओ ना
मैने सोचा कि नशे मे है निकलना चाहिए कि तभी उस ने कहा कि रात को यहाँ पर ही रहो फुददी मिल जाएगी
मैं खुश हो गया
फिर रात का खाना खाने के बाद हम अभी बैठे ही थे कि भाबी सफ्दर की बीवी साइमा ने कहा कि आप की बेहन आई है
उस ने कहा कि ठीक है और उठ कर अंदर चला गया
और मुझे कहा कि जाना नही रात को तुम्हारी भाबी के सोने के बाद वो आ जाएगी मैने कहा कि ठीक है
रात को 11 के करीब दरवाज़ा खुला घर की साइड वाला और आवाज़ आई कि भाई क्योकि अंधेरा था इस लिए कुछ नज़र नही आ रहा था सफ्दर ने कहा कि आ जाओ और वो औरत अंदर आ गई
बाहर से आने वाली हल्की रोशनी मे जब मैने देखा तो वो वोही औरत थी जिसे मैं और सफ्दर पहले भी चोद चुके हैं
मुझे समझ नही आ रहा था कि ये सफदार को भाई क्यो कह रही है
मैने कहा कि सफ्दर ये आप की बेहन है
तो उस ने कहा कि हां सग़ी बेहन है मैने कहा कि क्या उस ने कहा हां हम बेहन भाई हैं
मैने कहा कि यार तुम अपनी बेहन के साथ खुद भी और मुझे भी
तो उस ने कहा कि छोड़ ना यार अगर मैं नही चोदुन्गा तो किसी और से चुदवा ले गी
जब इस ने चुदवाना ही है तो मैं ही क्यो ना इसे चोदू
मैने कहा कि क्या मतलब् तो उस ने कहा कि देख यार लड़की जब जवान हो जाती है ना तो उस की फुददी सिरफ़ लंड मांगती है चाहे वो बाप का हो या भाई का
और मैं उस की बाते सुन कर चुप हो गया और फिर हम ने मिल के उस को बाकी की रात खूब चोदा और मज़े लिए
और सुबह मैं अपने घर को निकल गया
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा एक ओर नई कहानी लेकर हाजिर हूँ ये कहानी पढ़ कर आप ज़रूर मस्ती में आ जाएँगे ये मेरा वादा है पर दोस्तो आपसे थोड़ी सी गुज़ारिश है की आप अपने विचार ज़रूर देते रहे . दोस्तो ये आपका प्यार ही है जिसने मुझे राजशर्मा स्टॉरीज नाम की साइट बनानी पड़ी जो काफ़ी हद तक आप सब को पसंद आ रही है दोस्तो पुरानी कहानियाँ काफ़ी हद तक पोस्ट हो चुकी हैं अब बारी है नई कहानियो की . दोस्तो अगर आप भी अपनी कहानियाँ पोस्ट करना चाहते हैं तो आपका इस साइट पर स्वागत है
मैं जहाँ काम करता हू वहाँ मेरा एक दोस्त है सफ्दर काफ़ी चलता पुर्ज़ा किसम का आदमी है
मेरी और उस की उमर मे काफ़ी ज़्यादा फरक है वो 38 का है शादी शुदा 2 बच्चे हैं उस के
बड़ा बेटा11 का है
बेटी 7 साल की है
मुझे जब बी टाइम मिलता मैं सीधा सफ्दर के पास चला जाता जहाँ हम ज़माने भर की बाते भी करते और 3 4 बार एक औरत की फुदी भी हम ने एक साथ ली है
लेकिन उस औरत ने हम से कभी पैसे नही लिए मैने कहा कि यार ये पैसे क्यो नही लेती तो वो कहता कि यार मज़े करो बस तुम्हे फुददी चाहिए वो मिल जाती है हाँ ये तो अच्छी बात है कि तुम्हे पैसे नही देने पड़ते
मैने कहा कि यार ये तो है
एक दिन मैं घर से निकल कर बाहर घूमने के लिए गया क्योकि ईद की छुट्टियाँ थी तो मैं यों ही घूमता फिरता सफ्दर के घर चला गया
वहाँ जा के मैने कहा कि सफ्दर भाई चले क्या सफ्दर ने कहा कि नही यार उस का शोहार घर पे है
मैने कहा कि यार सफ्दर कुछ कर ना यार बड़ा दिल कर रहा है
उस ने कहा कि चल आजा शराब पीते हैं मैने कहा कि नही भाई घर भी जाना है
तो उस ने कहा कि छोड़ ना यार आ जा मैने भी ज़्यादा मना नही किया और उस के साथ बैठ गया
हम शराब पीने लगे मैने 2 से ज़ियादा पेग नही लिए क्योकि मुझे घर भी जाना था
लेकिन सफ्दर भाई पेग पे पेग लगा रहा था थोड़ी देर के बाद वो उठ कर चला गया और थोड़ी देर के बाद आया और कहने लगा कि यार पी ना पीता क्यो नही
उस की आवाज़ लड़खड़ा रही थी मैने कहा कि सफ्दर भाई और नही मैने घर भी जाना है उस ने कहा कि यहाँ ही सो जाओ ना
मैने सोचा कि नशे मे है निकलना चाहिए कि तभी उस ने कहा कि रात को यहाँ पर ही रहो फुददी मिल जाएगी
मैं खुश हो गया
फिर रात का खाना खाने के बाद हम अभी बैठे ही थे कि भाबी सफ्दर की बीवी साइमा ने कहा कि आप की बेहन आई है
उस ने कहा कि ठीक है और उठ कर अंदर चला गया
और मुझे कहा कि जाना नही रात को तुम्हारी भाबी के सोने के बाद वो आ जाएगी मैने कहा कि ठीक है
रात को 11 के करीब दरवाज़ा खुला घर की साइड वाला और आवाज़ आई कि भाई क्योकि अंधेरा था इस लिए कुछ नज़र नही आ रहा था सफ्दर ने कहा कि आ जाओ और वो औरत अंदर आ गई
बाहर से आने वाली हल्की रोशनी मे जब मैने देखा तो वो वोही औरत थी जिसे मैं और सफ्दर पहले भी चोद चुके हैं
मुझे समझ नही आ रहा था कि ये सफदार को भाई क्यो कह रही है
मैने कहा कि सफ्दर ये आप की बेहन है
तो उस ने कहा कि हां सग़ी बेहन है मैने कहा कि क्या उस ने कहा हां हम बेहन भाई हैं
मैने कहा कि यार तुम अपनी बेहन के साथ खुद भी और मुझे भी
तो उस ने कहा कि छोड़ ना यार अगर मैं नही चोदुन्गा तो किसी और से चुदवा ले गी
जब इस ने चुदवाना ही है तो मैं ही क्यो ना इसे चोदू
मैने कहा कि क्या मतलब् तो उस ने कहा कि देख यार लड़की जब जवान हो जाती है ना तो उस की फुददी सिरफ़ लंड मांगती है चाहे वो बाप का हो या भाई का
और मैं उस की बाते सुन कर चुप हो गया और फिर हम ने मिल के उस को बाकी की रात खूब चोदा और मज़े लिए
और सुबह मैं अपने घर को निकल गया