hotaks444
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कृष्णा- मैं जानता हूँ साहेब कि आप राधिका से बहुत प्यार करते हैं और आप उससे शादी करना चाहते हैं. राधिका ने मुझे सारी बातें बता दी हैं. मुझे इस बारें में कोई परेशानी नहीं हैं. बल्कि मुझे तो खुशी होगी कि आप जैसा काबिल ऑफीसर से मेरी बेहन की शादी होगी. आप जब चाहे मेरी बेहन से शादी कर सकते हैं.
निशा के लिए कृष्णा की एक एक बात किसी बॉम्ब के धमाके के समान थी. उसने तो कभी सोचा भी नहीं था की राहुल और राधिका का प्यार इस हद तक आगे बढ़ जाएगा कि वो शादी तक बात पहुँच जाएगी. आज उसके दिल पर एक गहरा धक्का लगा था. वो बहुत मुश्किल से आपने आँसुओ को रोके हुए थी.
राहुल- ठीक हैं मैं अगले महीने पंडितजी से बात करके कोई अच्छा सा डेट निकलवा देता हूँ. मैं सौभाग्य होगा कि राधिका जैसा लड़की मेरी बीवी बनेगी.
कृष्णा- ठीक हैं साहेब जैसी आपकी मर्ज़ी. अगर मेरी बेहन इसी में खुस हैं तो मुझे क्या परेशानी हो सकती हैं.
फिर कुछ देर में कृष्णा भी वहाँ से चला जाता हैं.
निशा- बहुत मुश्किल से आपने आप को संभालते हुए.- राहुल तुमने कभी बताया नहीं कि तुम राधिका से प्यार करते हो.
राहुल- आइ आम रियली सॉरी मैं तुम्हें बताने ही वाला था इस बारे में मगर........चलो कोई बात नही अब तो तुम जान ही गयी हो ना.
निशा बस रो ही नही पा रही थी मगर आज उसके दिल पर क्या बीत रही थी वो तो बस वही जानती थी.
निशा- अच्छा राहुल अब मैं चलती हूँ मुझे देर हो रही हैं........
फिर निशा जैसे ही बाहर निकलती हैं उसके आँखों से रुके हुए आँसू तुरंत फुट पड़ते हैं. राहुल की नज़र उसपर नही पड़ती वरना वो भी सोचने पर मज़बूर हो जाता.............
निशा वहाँ से अपने घर आती हैं और अपने कमरा बंद करके बिस्तेर पर धम्म से गिर पड़ती हैं और फिर ज़ोर ज़ोर से रोने लगती हैं. आज एक तरफ दो दिल मिल रहें थे तो एक दिल टूट गया था. शायद ये प्यार में अक्सर होता हैं. आज निशा भी खुल कर रोना चाहती थी आज वो अपना पूरा मन हल्का करना चाहती थी. 6 महीने से जिस प्यार को वो अपने दिल में सँजोकर रखी थी.... आज बताने का भी वक़्त आया तो .................
निशा - मेरे नसीब में किसी का प्यार नही हैं. मैने आज अपनी ज़िंदगी में किसी से प्यार भी किया तो वो भी अब मेरा नहीं हो सका. हे भगवान इससे अच्छा कि तू मुझे मौत दे दे.......... मैं सच में जीना नहीं चाहती....
निशा काफ़ी देर तक यूही रोती रही फिर वो बिना ख़ान खाए ही बिस्तेर पर सो गयी. और आने वाले वक़्त का इंतेज़ार करने लगी कि पता नहीं वक़्त उसके नसीब को कहाँ ले कर जाएगा..
हॉस्पिटल में..................
ख़ान- गुड मॉर्निंग सर!!!!
राहुल- वेरी गुड मॉर्निंग ख़ान!! आओ मैं तुम्हारा ही इंतेज़ार कर रहा था. उस ट्रक का कुछ पता चला क्या????
ख़ान- हां सर मिल गया. और उसके ड्राइवर को भी हम ने हिरासत में ले लिया हैं. सर वो दो लोग हैं.
राहुल- तो कुछ पता चला क्या,, कौन हैं वो लोग और उनका गॅंग लीडर.
ख़ान- सर वो एक कांट्रॅक्ट किल्लर हैं. हम ने उनलोगों पर थर्ड डिग्री भी यूज़ किया मगर वो लोग कुछ बताने का नाम ही नही ले रहे.और शायद उन्हें कुछ नही मालूम. ना नाम, ना पता , वो तो बस यही कह रहे हैं कि हम अगला पार्टी से पैसे लेते हैं और काम ख़तम होते ही हम अपना पैसा लेकर चले जाते हैं. ना हमे मालिक से किल्लिंग का वजह जानते हैं और ना उसके पीछे किल्लिंग का राज़. बस.............
राहुल- इसका मतलब हमलावर बहुत चालाक हैं. चलो कोई बात नही कब तक आख़िर बचेगा.आज नहीं तो कल ज़रूर पकड़ा जाएगा..
निशा के लिए कृष्णा की एक एक बात किसी बॉम्ब के धमाके के समान थी. उसने तो कभी सोचा भी नहीं था की राहुल और राधिका का प्यार इस हद तक आगे बढ़ जाएगा कि वो शादी तक बात पहुँच जाएगी. आज उसके दिल पर एक गहरा धक्का लगा था. वो बहुत मुश्किल से आपने आँसुओ को रोके हुए थी.
राहुल- ठीक हैं मैं अगले महीने पंडितजी से बात करके कोई अच्छा सा डेट निकलवा देता हूँ. मैं सौभाग्य होगा कि राधिका जैसा लड़की मेरी बीवी बनेगी.
कृष्णा- ठीक हैं साहेब जैसी आपकी मर्ज़ी. अगर मेरी बेहन इसी में खुस हैं तो मुझे क्या परेशानी हो सकती हैं.
फिर कुछ देर में कृष्णा भी वहाँ से चला जाता हैं.
निशा- बहुत मुश्किल से आपने आप को संभालते हुए.- राहुल तुमने कभी बताया नहीं कि तुम राधिका से प्यार करते हो.
राहुल- आइ आम रियली सॉरी मैं तुम्हें बताने ही वाला था इस बारे में मगर........चलो कोई बात नही अब तो तुम जान ही गयी हो ना.
निशा बस रो ही नही पा रही थी मगर आज उसके दिल पर क्या बीत रही थी वो तो बस वही जानती थी.
निशा- अच्छा राहुल अब मैं चलती हूँ मुझे देर हो रही हैं........
फिर निशा जैसे ही बाहर निकलती हैं उसके आँखों से रुके हुए आँसू तुरंत फुट पड़ते हैं. राहुल की नज़र उसपर नही पड़ती वरना वो भी सोचने पर मज़बूर हो जाता.............
निशा वहाँ से अपने घर आती हैं और अपने कमरा बंद करके बिस्तेर पर धम्म से गिर पड़ती हैं और फिर ज़ोर ज़ोर से रोने लगती हैं. आज एक तरफ दो दिल मिल रहें थे तो एक दिल टूट गया था. शायद ये प्यार में अक्सर होता हैं. आज निशा भी खुल कर रोना चाहती थी आज वो अपना पूरा मन हल्का करना चाहती थी. 6 महीने से जिस प्यार को वो अपने दिल में सँजोकर रखी थी.... आज बताने का भी वक़्त आया तो .................
निशा - मेरे नसीब में किसी का प्यार नही हैं. मैने आज अपनी ज़िंदगी में किसी से प्यार भी किया तो वो भी अब मेरा नहीं हो सका. हे भगवान इससे अच्छा कि तू मुझे मौत दे दे.......... मैं सच में जीना नहीं चाहती....
निशा काफ़ी देर तक यूही रोती रही फिर वो बिना ख़ान खाए ही बिस्तेर पर सो गयी. और आने वाले वक़्त का इंतेज़ार करने लगी कि पता नहीं वक़्त उसके नसीब को कहाँ ले कर जाएगा..
हॉस्पिटल में..................
ख़ान- गुड मॉर्निंग सर!!!!
राहुल- वेरी गुड मॉर्निंग ख़ान!! आओ मैं तुम्हारा ही इंतेज़ार कर रहा था. उस ट्रक का कुछ पता चला क्या????
ख़ान- हां सर मिल गया. और उसके ड्राइवर को भी हम ने हिरासत में ले लिया हैं. सर वो दो लोग हैं.
राहुल- तो कुछ पता चला क्या,, कौन हैं वो लोग और उनका गॅंग लीडर.
ख़ान- सर वो एक कांट्रॅक्ट किल्लर हैं. हम ने उनलोगों पर थर्ड डिग्री भी यूज़ किया मगर वो लोग कुछ बताने का नाम ही नही ले रहे.और शायद उन्हें कुछ नही मालूम. ना नाम, ना पता , वो तो बस यही कह रहे हैं कि हम अगला पार्टी से पैसे लेते हैं और काम ख़तम होते ही हम अपना पैसा लेकर चले जाते हैं. ना हमे मालिक से किल्लिंग का वजह जानते हैं और ना उसके पीछे किल्लिंग का राज़. बस.............
राहुल- इसका मतलब हमलावर बहुत चालाक हैं. चलो कोई बात नही कब तक आख़िर बचेगा.आज नहीं तो कल ज़रूर पकड़ा जाएगा..