hotaks444
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प्रीती – क्या हुआ सो गये क्या...
कुशल – नही....
प्रीती – तो क्या कर रहे हो...
कुशल – कुछ नही बस सोने की कोशिश कर रहा हूँ...
प्रीती – क्यों इतनी जल्दी....
कुशल – इतनी जल्दी कहाँ है, 11 बज चुके है...
प्रीती – पर तुमने तो मुझसे कुछ प्रोमिस किया था ना....
कुशल – प्रोमिस कैसा प्रोमिस
प्रीती – इतनी जल्दी भूल गए या भूलने का नाटक कर रहे हो
कुशल – नही मुझे याद नही तुम कौनसे प्रॉमिस की बात कर रही हो, मैंने तो तुमसे कोई प्रॉमिस नही किया.....
प्रीती – क्यों याद नही, आज दोपहर में लंच के टाइम पर तुमने मुझे मेसेज किया था कि आज रात...” प्रीती को अब सच में गुस्सा आ रहा था.....
कुशल – आज रात क्या..
प्रीती – तू ऐसे नही मानेगा... तूने मुझसे वादा किया था कि आज रात मेरी चूत मारेगा तू, क्यों याद आया या भूल गया....
कुशल प्रीती की इस तरह की भाषा से एक बार चोंक गया पर फिर मेसेज किया
कुशल – सोरी प्रीती, वो तो बस मैंने यूँ ही मजाक में कर दिया था....
प्रीती को अब बहुत ही ज्यादा गुस्सा आ रहा था, और आये भी क्यों ना, उसने तो आज रात के लिए ना जाने क्या क्या सपने सजाये थे और कुशल उसके सपनों पर पानी फेरने वाला था......
प्रीती – मजाक, कैसा मजाक....
कुशल – सॉरी यार पर मैं वो सब नही कर सकता
प्रीती – क्या मतलब नही कर सकता
कुशल – मतलब मैं तुझे नही चोद सकता
प्रीती ने जब उसका ये रिप्लाई पढ़ा तो उसके गुस्से का पारा बिलकुल चढ़ गया.... उसने झट से पहले आरू को मेसेज किया कि – दीदी, मैं अभी कुशल के रूम में जा रही हूँ....वो पता नही क्यूँ मुझे चोदने से मना कर रहा है.... मैं अभी उसके पास जाकर उसे मनाती हूँ... और हाँ मैं आपको कॉल करके फ़ोन चालू रख रही हूँ ताकि आप दोनों हमारी बाते सुन सको....हो सका तो मैं थोड़ी देर में उसे लेकर इस रूम में आ जाउंगी... तब तक आप वेट करो... और ये मेसेज करके प्रीती गुस्से में खड़ी हुई और सीधा कुशल के रूम की तरफ बढ़ गयी....
कुशल की आज किस्मत ख़राब थी कि उसने रूम भी अंदर से लॉक नही कर रखा था, इसलिए प्रीती ने जोर से दरवाजे को धकेला और झल्लाती हुई अंदर आकर दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया, कुशल उसे अचानक अपने कमरे में देखकर सकपका गया, गुस्सा उसके चेहरे पर साफ नज़र आ रहा था,
कुशल – प्रीती....तू,,,,तू यहाँ क्यों आई है...
प्रीती – मैं यहाँ क्यों आई हूँ... साले कुत्ते अगर तेरे लंड में दम नही तो मुझे पहले ही बता देता.... कम से कम मैं तेरा इंतज़ार तो नही करती.......
कुशल – देख प्रीती... आराम से बात कर... ऐसे गाली गलोच करना मुझे पसंद नही...
पर प्रीती तो अब जैसे गुस्से से लाल हो चुकी थी....
प्रीती – आराम से.... माय फूट......साले अगर तू मुझे नही चोद सकता तो बता दे..मैं किसी और लंड का इन्तेजाम कर लुंगी....
प्रीती की बात कुशल के साथ साथ फ़ोन पर आरू और सिमरन भी सुन रहे थे, उन्हें भी यकीं नही हो रहा था कि प्रीती ऐसी बाते भी कर सकती हैं
कुशल – देख प्रीती ....यार मैंने सॉरी तो बोल दिया...अब क्यों गुस्सा हो रही है....प्लीज़ सॉरी
प्रीती – मुझे तेरा सॉरी नही चाहिए..
कुशल – तो क्या चाहिए
प्रीती – तेरा ये लंड चाहिए मुझे
और ये कहकर प्रीती कुशल के बिलकुल नजदीक आ गयी और उसके पजामे पर से ही उसके लंड को मुट्ठी में भर लिया... प्रीती की हथेली में आते ही लंड तो अपनी ओकात में आना शुरू हो गया...
प्रीती – ये देख तेरा लंड भी कैसे मेरी फुद्दी में घुसने के लिए तड़प रहा है, अब मुझे और मत तडपा... और जल्दी से अपना ये मुसल लंड मेरी चूत में पेल दे...
कुशल – नही प्रीती..मैं ये नही कर सकता..
प्रीती ( उसके लंड को जोर से दबाते हुए ) – पर क्यों नही कर सकता...
कुशल – अब तुझे कैसे समझाऊ कि क्यों मैं तुझे चाहते हुए भी नही चोद सकता..
प्रीती – नही, लगता है तुझमे दम ही नही जो मेरे जैसी मस्त फुद्दी को चोद सके, क्यूंकि इतनी गर्म चूत को चोदने की हिम्मत सिर्फ एक मर्द में ही हो सकती है, और तू तो नामर्द है कुत्ते...
प्रीती का इतना कहना था कि कुशल ने जोर से खिंच कर एक थप्पड़ प्रीती के गाल पर लगा दिया..
कुशल – क्या बोली साली कुतिया, मुझे नामर्द बोलती है, अगर मेरा बस चलता ना तो अभी तुझे नंगा करके तेरी चूत को फाड़ देता अपने लंड से, और इतनी बुरी तरह चोदता कि तू जिंदगी भर मुझसे चुदवाने के लिए तडपती....साली रंडी...
प्रीती – हाँ तो मैं भी तो यही चाहती हूँ... चोद क्यों नही देता मुझे, दिखा दे मुझे कितनी मर्दानगी है तुझमे...
कुशल – नही मैं तुझे नही चोद सकता...
अब प्रीती के सब्र का बाँध टूटता जा रहा था, क्यूंकि कुशल तो पिघलने के लिए तैयार ही नही था....इधर आरू और सिमरन जो फ़ोन पर उनकी बाते सुन रहे थे, उन्हें भी समझ नही आ रहा था कि आखिर कुशल प्रीती को चोद क्यूँ नही रहा,
कुशल अब चुप हो गया, पर प्रीती इतनी जल्दी हार मानने वाली नही थी... उसने अपना सबसे खतरनाक दांव चल दिया...
और पलक झपकते ही प्रीती ने अपना नाईट गाउन उतारकर फ़ेंक दिया... प्रीती ने अंदर कुछ नही पहन रखा था...
अब प्रीती बिलकुल मादरजाद नंगी खड़ी थी, कुशल की आंखे तो ऐसे खूबसूरत हुस्न को देखकर चुन्धियाँ ही गयी..... और उसका लंड अब उसके पजामे में बिलकुल तनकर खड़ा हो गया...
प्रीती – देख कुशल देख, इस खूबसूरत बदन को चोदने के लिए तो लोग खून करने को भी तैयार हो जाए, और तू है कि ....
कुशल – नह.....न...नही प्रीती...मुझे मजबूर मत कर...
अब तो प्रीती का गुस्सा सातवे आसमान पर चढ़ चूका था, और उसने वो बोल दिया जो शायद वो बोलना भी नही चाहती थी....
प्रीती – क्यों नही चोदना चाहता तू मुझे.... क्या कमी है मुझमे.... और क्या खास बात है मोम में जो तू मुझ जैसी जवान लड़की को छोडकर उसके पीछे पागल हुआ पड़ा है...बोल..
प्रीती की बात सुनकर कुशल बुरी तरह चोंक गया, साथ ही आरू और सिमरन भी अपने माथा पीट बैठे कि इस लडकी ने गुस्से में ये क्या बक दिया...
बड़ी अजीब सी स्तिथि हो गयी दोस्तों... प्रीती नंगे बदन अपने भाई के कमरे में खड़े होकर ये पुच्छ रही थी कि आखिर वो उसे छोडकर उनकी मोम को क्यों चोदता है....सिचुएशन गरमा गयी है...
आपको क्या लगता है अब क्या होगा......
कुशल – नही....
प्रीती – तो क्या कर रहे हो...
कुशल – कुछ नही बस सोने की कोशिश कर रहा हूँ...
प्रीती – क्यों इतनी जल्दी....
कुशल – इतनी जल्दी कहाँ है, 11 बज चुके है...
प्रीती – पर तुमने तो मुझसे कुछ प्रोमिस किया था ना....
कुशल – प्रोमिस कैसा प्रोमिस
प्रीती – इतनी जल्दी भूल गए या भूलने का नाटक कर रहे हो
कुशल – नही मुझे याद नही तुम कौनसे प्रॉमिस की बात कर रही हो, मैंने तो तुमसे कोई प्रॉमिस नही किया.....
प्रीती – क्यों याद नही, आज दोपहर में लंच के टाइम पर तुमने मुझे मेसेज किया था कि आज रात...” प्रीती को अब सच में गुस्सा आ रहा था.....
कुशल – आज रात क्या..
प्रीती – तू ऐसे नही मानेगा... तूने मुझसे वादा किया था कि आज रात मेरी चूत मारेगा तू, क्यों याद आया या भूल गया....
कुशल प्रीती की इस तरह की भाषा से एक बार चोंक गया पर फिर मेसेज किया
कुशल – सोरी प्रीती, वो तो बस मैंने यूँ ही मजाक में कर दिया था....
प्रीती को अब बहुत ही ज्यादा गुस्सा आ रहा था, और आये भी क्यों ना, उसने तो आज रात के लिए ना जाने क्या क्या सपने सजाये थे और कुशल उसके सपनों पर पानी फेरने वाला था......
प्रीती – मजाक, कैसा मजाक....
कुशल – सॉरी यार पर मैं वो सब नही कर सकता
प्रीती – क्या मतलब नही कर सकता
कुशल – मतलब मैं तुझे नही चोद सकता
प्रीती ने जब उसका ये रिप्लाई पढ़ा तो उसके गुस्से का पारा बिलकुल चढ़ गया.... उसने झट से पहले आरू को मेसेज किया कि – दीदी, मैं अभी कुशल के रूम में जा रही हूँ....वो पता नही क्यूँ मुझे चोदने से मना कर रहा है.... मैं अभी उसके पास जाकर उसे मनाती हूँ... और हाँ मैं आपको कॉल करके फ़ोन चालू रख रही हूँ ताकि आप दोनों हमारी बाते सुन सको....हो सका तो मैं थोड़ी देर में उसे लेकर इस रूम में आ जाउंगी... तब तक आप वेट करो... और ये मेसेज करके प्रीती गुस्से में खड़ी हुई और सीधा कुशल के रूम की तरफ बढ़ गयी....
कुशल की आज किस्मत ख़राब थी कि उसने रूम भी अंदर से लॉक नही कर रखा था, इसलिए प्रीती ने जोर से दरवाजे को धकेला और झल्लाती हुई अंदर आकर दरवाज़ा अंदर से बंद कर लिया, कुशल उसे अचानक अपने कमरे में देखकर सकपका गया, गुस्सा उसके चेहरे पर साफ नज़र आ रहा था,
कुशल – प्रीती....तू,,,,तू यहाँ क्यों आई है...
प्रीती – मैं यहाँ क्यों आई हूँ... साले कुत्ते अगर तेरे लंड में दम नही तो मुझे पहले ही बता देता.... कम से कम मैं तेरा इंतज़ार तो नही करती.......
कुशल – देख प्रीती... आराम से बात कर... ऐसे गाली गलोच करना मुझे पसंद नही...
पर प्रीती तो अब जैसे गुस्से से लाल हो चुकी थी....
प्रीती – आराम से.... माय फूट......साले अगर तू मुझे नही चोद सकता तो बता दे..मैं किसी और लंड का इन्तेजाम कर लुंगी....
प्रीती की बात कुशल के साथ साथ फ़ोन पर आरू और सिमरन भी सुन रहे थे, उन्हें भी यकीं नही हो रहा था कि प्रीती ऐसी बाते भी कर सकती हैं
कुशल – देख प्रीती ....यार मैंने सॉरी तो बोल दिया...अब क्यों गुस्सा हो रही है....प्लीज़ सॉरी
प्रीती – मुझे तेरा सॉरी नही चाहिए..
कुशल – तो क्या चाहिए
प्रीती – तेरा ये लंड चाहिए मुझे
और ये कहकर प्रीती कुशल के बिलकुल नजदीक आ गयी और उसके पजामे पर से ही उसके लंड को मुट्ठी में भर लिया... प्रीती की हथेली में आते ही लंड तो अपनी ओकात में आना शुरू हो गया...
प्रीती – ये देख तेरा लंड भी कैसे मेरी फुद्दी में घुसने के लिए तड़प रहा है, अब मुझे और मत तडपा... और जल्दी से अपना ये मुसल लंड मेरी चूत में पेल दे...
कुशल – नही प्रीती..मैं ये नही कर सकता..
प्रीती ( उसके लंड को जोर से दबाते हुए ) – पर क्यों नही कर सकता...
कुशल – अब तुझे कैसे समझाऊ कि क्यों मैं तुझे चाहते हुए भी नही चोद सकता..
प्रीती – नही, लगता है तुझमे दम ही नही जो मेरे जैसी मस्त फुद्दी को चोद सके, क्यूंकि इतनी गर्म चूत को चोदने की हिम्मत सिर्फ एक मर्द में ही हो सकती है, और तू तो नामर्द है कुत्ते...
प्रीती का इतना कहना था कि कुशल ने जोर से खिंच कर एक थप्पड़ प्रीती के गाल पर लगा दिया..
कुशल – क्या बोली साली कुतिया, मुझे नामर्द बोलती है, अगर मेरा बस चलता ना तो अभी तुझे नंगा करके तेरी चूत को फाड़ देता अपने लंड से, और इतनी बुरी तरह चोदता कि तू जिंदगी भर मुझसे चुदवाने के लिए तडपती....साली रंडी...
प्रीती – हाँ तो मैं भी तो यही चाहती हूँ... चोद क्यों नही देता मुझे, दिखा दे मुझे कितनी मर्दानगी है तुझमे...
कुशल – नही मैं तुझे नही चोद सकता...
अब प्रीती के सब्र का बाँध टूटता जा रहा था, क्यूंकि कुशल तो पिघलने के लिए तैयार ही नही था....इधर आरू और सिमरन जो फ़ोन पर उनकी बाते सुन रहे थे, उन्हें भी समझ नही आ रहा था कि आखिर कुशल प्रीती को चोद क्यूँ नही रहा,
कुशल अब चुप हो गया, पर प्रीती इतनी जल्दी हार मानने वाली नही थी... उसने अपना सबसे खतरनाक दांव चल दिया...
और पलक झपकते ही प्रीती ने अपना नाईट गाउन उतारकर फ़ेंक दिया... प्रीती ने अंदर कुछ नही पहन रखा था...
अब प्रीती बिलकुल मादरजाद नंगी खड़ी थी, कुशल की आंखे तो ऐसे खूबसूरत हुस्न को देखकर चुन्धियाँ ही गयी..... और उसका लंड अब उसके पजामे में बिलकुल तनकर खड़ा हो गया...
प्रीती – देख कुशल देख, इस खूबसूरत बदन को चोदने के लिए तो लोग खून करने को भी तैयार हो जाए, और तू है कि ....
कुशल – नह.....न...नही प्रीती...मुझे मजबूर मत कर...
अब तो प्रीती का गुस्सा सातवे आसमान पर चढ़ चूका था, और उसने वो बोल दिया जो शायद वो बोलना भी नही चाहती थी....
प्रीती – क्यों नही चोदना चाहता तू मुझे.... क्या कमी है मुझमे.... और क्या खास बात है मोम में जो तू मुझ जैसी जवान लड़की को छोडकर उसके पीछे पागल हुआ पड़ा है...बोल..
प्रीती की बात सुनकर कुशल बुरी तरह चोंक गया, साथ ही आरू और सिमरन भी अपने माथा पीट बैठे कि इस लडकी ने गुस्से में ये क्या बक दिया...
बड़ी अजीब सी स्तिथि हो गयी दोस्तों... प्रीती नंगे बदन अपने भाई के कमरे में खड़े होकर ये पुच्छ रही थी कि आखिर वो उसे छोडकर उनकी मोम को क्यों चोदता है....सिचुएशन गरमा गयी है...
आपको क्या लगता है अब क्या होगा......