hotaks444
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सेक्स..... एक ऐसा वर्ड है जिसको हर कोई जानता है एक्सेप्ट न्यू बोर्न बेबीस. डेली बेसिस पे हम डाइरेक्ट्ली ऑर इनडाइरेक्ट्ली कितने ही इन्सिडेंट देख सकते है देख सकते है जिनसे हम ईज़िली आइडिया लगा सकते है कि कैसे लोग सेक्स के लिए मेंटली फ्रस्टरेटेड है. चाहे रोड पे गंदा कॉमेंट करने वाला कोई लड़का हो या छत के किसी कोने मे छुप कर बात करती हुई कोई लड़की हो, चाहे बुरी तरीके से घूरता हुआ कोई बूढ़ा अंकल हो या ओपन ब्लाउस से अपनी असेट्स शो करती कोई आंटी. एवेरिवन ईज़ थर्स्टी फॉर सेक्स इट ईज़ देयर राइट टू हॅव इट ऑन टाइम. लेकिन ये हर किसी को टाइम पे नही मिल पाता, अगर मिल पाता तो लाइफ मे कोई ग़लत कदम उठता ही नही.
आज मे एक ऐसी कहानी शुरू करने जा रहा हू जो अपने अंदर इस दुनिया के सारे राज समेटे हुए है. स्टोरी सभी पढ़ते है और एक्सपेक्टेशन्स सभी की अलग अलग होती है. मेरी एक्सपेक्टेशन्स बस इतनी है कि सब मुझे सपोर्ट करेंगे और मेरी ग़लतियो को इग्नोर करेंगे. स्टोरी इस टोटली बेस्ड ऑन रियल इन्सिडेंट्स आंड सम ऑफ दा इन्सिडेंट्स आर आडेड फ्रॉम माइ साइड फॉर बेटर अंडरस्टॅंडिंग ऑफ रीडर्स.
ये कहानी एक मिड्ल क्लास जॉइंट फॅमिली की है जहाँ प्यार और रेस्पेक्ट कूट कूट कर भरा है. फॅमिली के कॅरेक्टर्स का इंट्रोडक्षन करा देता हू -
1. पंकज ग्रोवर ( 43 यियर्ज़ ओल्ड मेल) -
2. स्मृति ग्रोवर ( 41 यियर्ज़ ओल्ड फीमेल आंड वाइफ ऑफ पंकज ग्रोवर)-
3. आराधना ग्रोवर (21 यियर्ज़ ओल्ड गर्ल, डॉटर ऑफ मिस्टर. आंड मिसेज़. ग्रोवर) -
4. प्रीति ग्रोवर ( 19 यियर्ज़ ओल्ड गर्ल, डॉटर ऑफ मिस्टर. आंड मिसेज़. ग्रोवर) -
5. कुशल ग्रोवर ( 18 यियर्ज़ ओल्ड बॉय, सन ऑफ मिस्टर. आंड मिसेज़. ग्रोवर) -
ये सभी इस कहानी के मेन कॅरेक्टर्स है लेकिन कुच्छ और भी कॅरक्टर है इस स्टोरी के जो टाइम बाइ टाइम सामने आते जाएँगे.
पंकज ग्रोवर ईज़ ए टॉल हॅंडसम मॅन, जो अपनी प्रिंटिंग फॅक्टरी चलाता है देहरादून मे. बिज़्नेस कोई बड़े लेवेल का नही है लेकिन इसे हम स्माल बिज़्नेस भी नही कह सकते. आलीशान घर बनाने की तमन्ना सिर्फ़ अभी दो साल पहले पूरी की अपनी बेटी आराधना की ग्रड्यूशन के बाद. स्मृति एक हाइली ब्यूटिफुल हाउस वाइफ है आंड पार्ट टाइम सॉफ्टवेर डिज़ाइन्स भी करती है. आराधना सबसे बड़ी लड़की है और काफ़ी सिन्सियर है, बच्चे सभी अपनी मोम पे गये है काफ़ी सुंदर है. आराधना ग्रॅजुयेशन कर चुकी है और करेंट्ली फॅशन डिज़ाइनिंग का कोर्स कर रही. उसकी छोटी बहन प्रीति 12थ स्टॅंडर्ड के एग्ज़ॅम दे चुकी है और रिज़ल्ट का वेट कर रही है. उनका छोटा भाई कुशल अभी 11थ ग्रेड मे आया है.
कुशल - " पापा आप मुझे शॉपिंग कब कराएँगे, मेरे सभी फ्रेंड्स सनडे के दिन कितने सेक्सी क्लॉत्स पहन कर घूमते है". कुशल ने बाहर हॉल मे अपने पापा से कहा. ये सुनकर स्मृति अपनी हँसी नही रोक पाई जो पास हॉल मे ही बैठ कर अपने लॅपटॉप पे काम कर रही थी.
पंकज - " कैसे होते है सेक्सी क्लॉत्स, हमारे बच्चे को अब पता चल गया". पंकज ने कुशल के कान को पकड़ते हुए कहा.
कुशल - " पापा सेक्सी यानी गुड लुकिंग क्लोद्स. सेक्सी जीन्स आंड सेक्सी टी-शर्ट्स और शूज भी दिलाओ मुझे". कुशल ने बचते हुए कहा.
स्मृति - " क्या अपने बेटे की बात नही मान सकते". स्मृति ने इतराते हुए कहा, आज उसने पिंक कलर का सूट और वाइट कलर की पाजामी पहनी हुई थी. मेक अप की उसे इतनी ज़रूरत नही पड़ती क्यूंकी वो ऑलरेडी बेहद सुंदर पर्सनॅलिटी की मालकिन थी. हाइट 5 फीट 6 इंचस होगी ( श्योर नही हू), फेर कलर विद स्लिम बॉडी, बिग आइज़, टोटली पिंक लिप्स, वेस्ट लाइन 28 से ज़्यादा नही थी. फर्स्ट इंप्रेशन मे कोई भी नही कह सकता था कि शी ईज़ दा मदर ऑफ थ्री चिल्ड्रेन. सबसे खास बात उसके पर्सनल असेट्स थे, जिनको मे अभी बयान नही कर सकता. शॉर्ट क्लोद्स वो नही पहनती थी, और साड़ी , सूट ही ज़्यादा पहनती थी.
पंकज - " मेडम हम ने तो कभी मना नही किया, चाहे तो आप भी चलें". पंकज ने स्मृति की बात का जवाब देते हुए कहा.
स्मृति - " मुझे रहने दीजिए, आप कुशल को ले जाइए". स्मृति ने स्माइल करते हुए कहा. तभी प्रीति भी उपर से नीचे उतर आई.
प्रीति - "डॅड मे भी आपके साथ चलूंगी, क्या हमेशा इसे ही ले जाते हो".
कुशल - " तो तू क्यू जलती है, तेरे पास तो कपड़ो की कोई कमी नही है और हर दिन नये कपड़े पहनती है. आज भी देखो नयी जीन्स और नया कुर्ता पहना हुआ है". कुशल ने थोड़ा गुस्से मे कहा
प्रीति – “ कम तो तेरे पास भी नही है, और तूने भी कम स्टाइलिश कपड़े नही पहने है. ये बात अलग है कि तुझपे कम अच्छे लगते है और मुझपे ज़्यादा”. प्रीति ने अपने कुर्ते के कॉलर खड़े करते हुए कहा.
कुशल – “ देख लो मोम इसे, हमेशा मेरा मज़ाक उड़ाती रहती है”. और कुशल भाग कर अपनी मम्मी के पास बैठ गया.
कुशल और प्रीति की उमर मे ज़्यादा फ़र्क नही था इसीलिए वो लड़ते रहते थे. जैसा पहले मेन्षन किया है सभी बच्चे खूबसूरत थे. कुशल सिर्फ़ 18 साल का था लेकिन चेस्ट पे बाल आने शुरू हो गये थे, हाइट एक दम से काफ़ी बढ़ गयी थी और 6 फीट से शायद 1 इंच ही कम होगा. उसके चेहरे पे हल्की हल्की सेविंग आनी शुरू हो गयी थी और आवाज़ मे भारीपन भी था. दूसरी तरफ प्रीति ब्यूटिफुल होने के साथ साथ सेक्सी भी थी. लेकिन कभी शॉर्ट कपड़े नही पहनती थी, कभी कभी लेगिंग पहन लेती थी अदरवाइज़ मॅग्ज़िमम टाइम लूज कपड़े ही पहनती थी. उसकी हाइट अपनी मोम से थोड़ी ही ज़्यादा हुई थी अभी तक शायद हाफ इंच. बाकी कलर फेर, कर्ली हेर आंड पिंक लिप्स, बॉडी काफ़ी स्लिम थी लेकिन अभी कुवर्व्स आने स्टार्ट हो गये थे, फिगर अराउंड 32सी – 26 – 32 होगा. सभी लोग प्रीति की आइज़ की बहुत तारीफ करते थे.
पंकज – “ अच्छा अब लड़ना बंद करो और हम सब शॉपिंग करने सनडे को चलेंगे, ठीक है अब तो”. खुशी के मारे दोनो कुशल और प्रीति दोनो अपने पापा से चिपक गये. तभी गेट खुलता है और पूरे हॉल मे खुसबु फेल जाती है, सभी ने अपनी गर्दन घुमाई तो देखा कि आराधना बाहर से आई है.
आराधना – “ क्या बात है, घर मे काफ़ी खुशिया मनाई जा रही है”.
प्रीति – “ यू नो दी, डॅड हमे सनडे को शॉपिंग करने ले जा रहे है. मज़ा आ जाएगा ना”.
आराधना – “ आंड वॉट अबाउट मी डॅड, मुझे क्या दिला रहे हो”. आराधना ने अपने दोनो हाथ और कंधे क्वेस्चन मार्क स्टाइल मे उपर करते हुए कहा.
कुशल – “ ये लो अब हमारी दीदी भी बीच मे आ गयी है, अभी तक तो ये बस प्रीति ही उच्छल रही थी”.
आराधना – “ तू टेन्षन ना ले कुशल, डॅड सबका भला करेंगे. और इस बार हम आसानी से नही मानेंगे और एक्सपेन्सिव शॉपिंग करेंगे. क्यू डॅड”.
पनकाज – “ भाई अब जब हमारी प्यारी बेटी ने डिसिशन ले ही लिया है तो हम क्या कर सकते है”. और सभी खुश हो जाते है और आकर अपने डॅड से गले मिलने लगते है. सबसे गले मिलने के टाइम पंकज का चेहरा स्मृति की तरफ था और पंकज उसे फ्लाइयिंग किस ऑफर करता है नॉटी स्टाइल मे और स्मृति उसे आँख दिखाती है.
आज फ्राइडे है, आराधना कॉलेज से आने के बाद उपर अपने बेड रूम मे चली जाती है. तीनो बच्चो के बेड रूम उपर ही है और बाथरूम सभी के बेडरूम मे अटॅच है. फर्स्ट फ्लोर पे बच्चो के लिए टाय्लेट कामन है और वो तीनो के बेडरूम क्रॉस करने के बाद आता है. पंकज आंड स्मृति ग्रोवर ग्राउंड फ्लोर पर रहते है और उनका बाथरूम आंड टाय्लेट अटॅच है.
आराधना अपने रूम मे आने के बाद फ्रेश होने का डिसिशन लेती है और बाथरूम मे चली जाती है. इसी बीच उसकी छोटी बहन प्रीति उससे मिलने उसके रूम मे आ जाती है. बाथरूम के अंदर सबसे पहले वो अपना सूट उतारती है और अंडर आर्म्स चेक करती है. अर्धना बेहद ही खूबसूरत आंड फिट बॉडी की मालकिन है, उसकी बॉडी मे सबसे खास चीज़ उसका फेस और उसका वो पार्ट जो सभी लड़कों की तमन्ना होती है – बूब्स. आइ डॉन’ट नो हाउ टू एक्सप्लेन लेकिन कभी कभी ऐसा लगता था कि जैसे कोई आइरन रोड लगी हो उनमे, नेबरहुड गर्ल्स जेलस करती थी आराधना के बॉडी स्टाइल से आंड एस्पेशली बिकॉज़ ऑफ हर टाइट बूब्स . उसका फिगर 36सी – 26 – 36 होगा लेकिन उसके कपड़ो का तरीका कभी उसके फिगर को दूसरो के सामने शो नही करता था. अंडरआर्म्स चेक करने के बाद अपना एलेक्ट्रिक शेवर उठती है और अंडर आर्म हेर क्लीनिंग स्टार्ट कर देती है.
प्रीति – “ दीदी यू आर देअर?”
अर्धना – “ ओह प्रीति यस आइ आम हियर इन बाथरूम, लेट’स सिट आइ आम कमिंग आउट इन ए व्हाइल”. उसके एलेक्ट्रिक शेवर की आवाज़ बाहर तक आ रही थी. दोनो अंडर आर्म्स क्लीन करने के बाद वो बाथरूम मिरर मे अपने आप को निहारती है, पहले फ्रंट पोज़ मे आंड देन साइड पोज़. साइड पोज़ मे उसे ऐसा लगा जैसे कि वेस्ट के मुताबिक बूब्स कुच्छ ज़्यादा ही बाहर है और इस पे स्माइल करती है. लास्ट मे बॅक पोज़ देखने के बाद वो अपना फेस वॉश करती है. उसने अभी ब्रा और पाजामा के सिवाय कुच्छ नही पहना था. अपने उपरी पार्ट को टवल से ढक कर वो बाहर आ जाती है.
आराधना – “ और सुना प्रीति कैसा चल रहा है”. वॉर्डरोब से एक फुल स्लीव प्लेन येल्लो टी-शर्ट ऑर पयज़ामा निकालते हुए वो प्रीति से पूछती है.
प्रीति – “ कुच्छ नही दी, रिज़ल्ट का वेट कर रही हू और घर मे बोर होती रहती हू. आप सुनाए, हो गयी क्लीनिंग”. प्रीति ने एक नॉटी स्माइल के साथ आराधना से पुछा.
आराधना – “ क्लीनिंग? कैसी क्लीनिंग, क्या पुछ्ना चाहती है तू? आराधना ने बाथरूम के अंदर जाते हुए पुछा
प्रीति – “ नही वो आपके एलेक्ट्रिक शेवर की आवाज़ आ रही थी तो मेने सोचा शायद कुच्छ क्लीनिंग की जा रही है”. प्रीति ने फिर से एक नॉटी मुस्कान के साथ कहा
आराधना –“ प्रीति मे तुम्हारी एल्डर सिस्टर हू, तुम्हे मेरे साथ ऐसे मज़ाक नही करने चाहिए”. और ये कह कर वो बाथरूम मे फिर से चली गयी टी-शर्ट और पयज़ामा को पहन ने के लिए.
प्रीति – “ ओ कम ऑन दीदी, आप ऐसे क्यू बिहेव करती है. वी आर मॉडर्न गर्ल्स, इतना तो चलता है सिस्टर्स मे”.
आराधना – “ हम ऐसी फॅमिली से बिलॉंग नही करते जहाँ ऐसे मज़ाक हो”. आराधना ने बाथरूम के अंदर से ही टी-शर्ट पहनते हुए कहा. टी-शर्ट पहन ने के बाद उसने मिरर मे देखा, टी-शर्ट पहन ने से उसके सिल्की हेर उसके फोर्हेड पे आ गये थे. उनको अपने राइट हॅंड से हठाते हुए अपने कानो के पीछे ले जाती है. उसका फेस एकदम स्पॉट लेस था, बहुत ही फेर आंड वाइट. थोड़े से ही कोल्ड वेदर मे उसके चीक्स रेड हो जाते थे. फिर वो मिरर मे साइड पोज़ मे फिर से देखती है और थोड़ा सा मूँह बनाती है जैसे उसे टी-शर्ट की फिटिंग पसंद नही आई. और उसे उतार कर वो फिर से बाहर आती है , बाहर आने से पहले अपने को फिर से टवल मे लपेट लेती है.
प्रीति – “ क्या टी-शर्ट फिट नही आई, ऐसा क्या हो गया कि ये टी-शर्ट लास्ट मंथ ही ली और अब नही आ रही है, क्यू दीदी”. प्रीति ने फिर से नॉटी अंदाज मे कहा.
आराधना – “ तू फिर से शुरू हो गयी, आज कल बहुत बड़ी बाते करने लगी है. पढ़ाई मे मन लगा और इधर उधर ध्यान मत दिया कर, समझ आया”. आराधना ने वॉर्डरोब से दूसरी टी-शर्ट निकालते हुए और प्रीति की तरफ देखते हुए कहा. वो फिर से बाथरूम मे चली जाती है टी-शर्ट पहन ने के लिए.
प्रीति –“ दीदी रिज़ल्ट का वेट कर रही हू तो पढ़ाई मे मन कैसे लगाऊ, और आप ज़रा ज़रा सी बातो के लिए सीरीयस मत हुआ करिए. ऐसे बहुत सारे कपड़े है जो मुझे लास्ट मंथ तक आते थे लेकिन अब नही आते तो इसमे बड़ी और नाराज़ होने वाली बात क्या है. हम हमेशा तो बच्चे रहेंगे नही आंड यू नो दट”. प्रीति ने भी एक ही साँस मे सब कुच्छ एक्सप्लेन कर दिया.
अर्धना – “ ओह हो, तो अब हमारी छोटी सिस्टर भी बड़ी होने लगी है और कपड़े भी छोटे होने लगे है. क्या बात है इसीलिए डॅड के साथ शॉपिंग का प्लान बनाया है
क्या”. अपने वॉर्डरोब मिरर मे देखते हुए और अपने बालो को कोंब करते हुए आराधना बोली.
प्रीति – “ ये हुई ना बात, ऐसे ही हॅपी रहा करो. कभी कभी तो लगता है कि हमारी ब्यूटिफुल और सेक्सी दीदी हिट्लर है. प्रीति ने फिर से थोड़ा सा मज़ाक करते हुए कहा और आराधना फिर से उसे चुटकी बजा के फिंगर दिखाते हुए इशारा करती है कि हिट्लर नही बोलना है. उसके बाद प्रीति बाइ बोल कर अपने रूम मे आ जाती है. तभी थोड़ी देर बाद आराधना को उसकी बेस्ट फ्रेंड सिमरन का कॉल आता है.
सिमरन – “ हे स्वीटी कैसी है?”
आज मे एक ऐसी कहानी शुरू करने जा रहा हू जो अपने अंदर इस दुनिया के सारे राज समेटे हुए है. स्टोरी सभी पढ़ते है और एक्सपेक्टेशन्स सभी की अलग अलग होती है. मेरी एक्सपेक्टेशन्स बस इतनी है कि सब मुझे सपोर्ट करेंगे और मेरी ग़लतियो को इग्नोर करेंगे. स्टोरी इस टोटली बेस्ड ऑन रियल इन्सिडेंट्स आंड सम ऑफ दा इन्सिडेंट्स आर आडेड फ्रॉम माइ साइड फॉर बेटर अंडरस्टॅंडिंग ऑफ रीडर्स.
ये कहानी एक मिड्ल क्लास जॉइंट फॅमिली की है जहाँ प्यार और रेस्पेक्ट कूट कूट कर भरा है. फॅमिली के कॅरेक्टर्स का इंट्रोडक्षन करा देता हू -
1. पंकज ग्रोवर ( 43 यियर्ज़ ओल्ड मेल) -
2. स्मृति ग्रोवर ( 41 यियर्ज़ ओल्ड फीमेल आंड वाइफ ऑफ पंकज ग्रोवर)-
3. आराधना ग्रोवर (21 यियर्ज़ ओल्ड गर्ल, डॉटर ऑफ मिस्टर. आंड मिसेज़. ग्रोवर) -
4. प्रीति ग्रोवर ( 19 यियर्ज़ ओल्ड गर्ल, डॉटर ऑफ मिस्टर. आंड मिसेज़. ग्रोवर) -
5. कुशल ग्रोवर ( 18 यियर्ज़ ओल्ड बॉय, सन ऑफ मिस्टर. आंड मिसेज़. ग्रोवर) -
ये सभी इस कहानी के मेन कॅरेक्टर्स है लेकिन कुच्छ और भी कॅरक्टर है इस स्टोरी के जो टाइम बाइ टाइम सामने आते जाएँगे.
पंकज ग्रोवर ईज़ ए टॉल हॅंडसम मॅन, जो अपनी प्रिंटिंग फॅक्टरी चलाता है देहरादून मे. बिज़्नेस कोई बड़े लेवेल का नही है लेकिन इसे हम स्माल बिज़्नेस भी नही कह सकते. आलीशान घर बनाने की तमन्ना सिर्फ़ अभी दो साल पहले पूरी की अपनी बेटी आराधना की ग्रड्यूशन के बाद. स्मृति एक हाइली ब्यूटिफुल हाउस वाइफ है आंड पार्ट टाइम सॉफ्टवेर डिज़ाइन्स भी करती है. आराधना सबसे बड़ी लड़की है और काफ़ी सिन्सियर है, बच्चे सभी अपनी मोम पे गये है काफ़ी सुंदर है. आराधना ग्रॅजुयेशन कर चुकी है और करेंट्ली फॅशन डिज़ाइनिंग का कोर्स कर रही. उसकी छोटी बहन प्रीति 12थ स्टॅंडर्ड के एग्ज़ॅम दे चुकी है और रिज़ल्ट का वेट कर रही है. उनका छोटा भाई कुशल अभी 11थ ग्रेड मे आया है.
कुशल - " पापा आप मुझे शॉपिंग कब कराएँगे, मेरे सभी फ्रेंड्स सनडे के दिन कितने सेक्सी क्लॉत्स पहन कर घूमते है". कुशल ने बाहर हॉल मे अपने पापा से कहा. ये सुनकर स्मृति अपनी हँसी नही रोक पाई जो पास हॉल मे ही बैठ कर अपने लॅपटॉप पे काम कर रही थी.
पंकज - " कैसे होते है सेक्सी क्लॉत्स, हमारे बच्चे को अब पता चल गया". पंकज ने कुशल के कान को पकड़ते हुए कहा.
कुशल - " पापा सेक्सी यानी गुड लुकिंग क्लोद्स. सेक्सी जीन्स आंड सेक्सी टी-शर्ट्स और शूज भी दिलाओ मुझे". कुशल ने बचते हुए कहा.
स्मृति - " क्या अपने बेटे की बात नही मान सकते". स्मृति ने इतराते हुए कहा, आज उसने पिंक कलर का सूट और वाइट कलर की पाजामी पहनी हुई थी. मेक अप की उसे इतनी ज़रूरत नही पड़ती क्यूंकी वो ऑलरेडी बेहद सुंदर पर्सनॅलिटी की मालकिन थी. हाइट 5 फीट 6 इंचस होगी ( श्योर नही हू), फेर कलर विद स्लिम बॉडी, बिग आइज़, टोटली पिंक लिप्स, वेस्ट लाइन 28 से ज़्यादा नही थी. फर्स्ट इंप्रेशन मे कोई भी नही कह सकता था कि शी ईज़ दा मदर ऑफ थ्री चिल्ड्रेन. सबसे खास बात उसके पर्सनल असेट्स थे, जिनको मे अभी बयान नही कर सकता. शॉर्ट क्लोद्स वो नही पहनती थी, और साड़ी , सूट ही ज़्यादा पहनती थी.
पंकज - " मेडम हम ने तो कभी मना नही किया, चाहे तो आप भी चलें". पंकज ने स्मृति की बात का जवाब देते हुए कहा.
स्मृति - " मुझे रहने दीजिए, आप कुशल को ले जाइए". स्मृति ने स्माइल करते हुए कहा. तभी प्रीति भी उपर से नीचे उतर आई.
प्रीति - "डॅड मे भी आपके साथ चलूंगी, क्या हमेशा इसे ही ले जाते हो".
कुशल - " तो तू क्यू जलती है, तेरे पास तो कपड़ो की कोई कमी नही है और हर दिन नये कपड़े पहनती है. आज भी देखो नयी जीन्स और नया कुर्ता पहना हुआ है". कुशल ने थोड़ा गुस्से मे कहा
प्रीति – “ कम तो तेरे पास भी नही है, और तूने भी कम स्टाइलिश कपड़े नही पहने है. ये बात अलग है कि तुझपे कम अच्छे लगते है और मुझपे ज़्यादा”. प्रीति ने अपने कुर्ते के कॉलर खड़े करते हुए कहा.
कुशल – “ देख लो मोम इसे, हमेशा मेरा मज़ाक उड़ाती रहती है”. और कुशल भाग कर अपनी मम्मी के पास बैठ गया.
कुशल और प्रीति की उमर मे ज़्यादा फ़र्क नही था इसीलिए वो लड़ते रहते थे. जैसा पहले मेन्षन किया है सभी बच्चे खूबसूरत थे. कुशल सिर्फ़ 18 साल का था लेकिन चेस्ट पे बाल आने शुरू हो गये थे, हाइट एक दम से काफ़ी बढ़ गयी थी और 6 फीट से शायद 1 इंच ही कम होगा. उसके चेहरे पे हल्की हल्की सेविंग आनी शुरू हो गयी थी और आवाज़ मे भारीपन भी था. दूसरी तरफ प्रीति ब्यूटिफुल होने के साथ साथ सेक्सी भी थी. लेकिन कभी शॉर्ट कपड़े नही पहनती थी, कभी कभी लेगिंग पहन लेती थी अदरवाइज़ मॅग्ज़िमम टाइम लूज कपड़े ही पहनती थी. उसकी हाइट अपनी मोम से थोड़ी ही ज़्यादा हुई थी अभी तक शायद हाफ इंच. बाकी कलर फेर, कर्ली हेर आंड पिंक लिप्स, बॉडी काफ़ी स्लिम थी लेकिन अभी कुवर्व्स आने स्टार्ट हो गये थे, फिगर अराउंड 32सी – 26 – 32 होगा. सभी लोग प्रीति की आइज़ की बहुत तारीफ करते थे.
पंकज – “ अच्छा अब लड़ना बंद करो और हम सब शॉपिंग करने सनडे को चलेंगे, ठीक है अब तो”. खुशी के मारे दोनो कुशल और प्रीति दोनो अपने पापा से चिपक गये. तभी गेट खुलता है और पूरे हॉल मे खुसबु फेल जाती है, सभी ने अपनी गर्दन घुमाई तो देखा कि आराधना बाहर से आई है.
आराधना – “ क्या बात है, घर मे काफ़ी खुशिया मनाई जा रही है”.
प्रीति – “ यू नो दी, डॅड हमे सनडे को शॉपिंग करने ले जा रहे है. मज़ा आ जाएगा ना”.
आराधना – “ आंड वॉट अबाउट मी डॅड, मुझे क्या दिला रहे हो”. आराधना ने अपने दोनो हाथ और कंधे क्वेस्चन मार्क स्टाइल मे उपर करते हुए कहा.
कुशल – “ ये लो अब हमारी दीदी भी बीच मे आ गयी है, अभी तक तो ये बस प्रीति ही उच्छल रही थी”.
आराधना – “ तू टेन्षन ना ले कुशल, डॅड सबका भला करेंगे. और इस बार हम आसानी से नही मानेंगे और एक्सपेन्सिव शॉपिंग करेंगे. क्यू डॅड”.
पनकाज – “ भाई अब जब हमारी प्यारी बेटी ने डिसिशन ले ही लिया है तो हम क्या कर सकते है”. और सभी खुश हो जाते है और आकर अपने डॅड से गले मिलने लगते है. सबसे गले मिलने के टाइम पंकज का चेहरा स्मृति की तरफ था और पंकज उसे फ्लाइयिंग किस ऑफर करता है नॉटी स्टाइल मे और स्मृति उसे आँख दिखाती है.
आज फ्राइडे है, आराधना कॉलेज से आने के बाद उपर अपने बेड रूम मे चली जाती है. तीनो बच्चो के बेड रूम उपर ही है और बाथरूम सभी के बेडरूम मे अटॅच है. फर्स्ट फ्लोर पे बच्चो के लिए टाय्लेट कामन है और वो तीनो के बेडरूम क्रॉस करने के बाद आता है. पंकज आंड स्मृति ग्रोवर ग्राउंड फ्लोर पर रहते है और उनका बाथरूम आंड टाय्लेट अटॅच है.
आराधना अपने रूम मे आने के बाद फ्रेश होने का डिसिशन लेती है और बाथरूम मे चली जाती है. इसी बीच उसकी छोटी बहन प्रीति उससे मिलने उसके रूम मे आ जाती है. बाथरूम के अंदर सबसे पहले वो अपना सूट उतारती है और अंडर आर्म्स चेक करती है. अर्धना बेहद ही खूबसूरत आंड फिट बॉडी की मालकिन है, उसकी बॉडी मे सबसे खास चीज़ उसका फेस और उसका वो पार्ट जो सभी लड़कों की तमन्ना होती है – बूब्स. आइ डॉन’ट नो हाउ टू एक्सप्लेन लेकिन कभी कभी ऐसा लगता था कि जैसे कोई आइरन रोड लगी हो उनमे, नेबरहुड गर्ल्स जेलस करती थी आराधना के बॉडी स्टाइल से आंड एस्पेशली बिकॉज़ ऑफ हर टाइट बूब्स . उसका फिगर 36सी – 26 – 36 होगा लेकिन उसके कपड़ो का तरीका कभी उसके फिगर को दूसरो के सामने शो नही करता था. अंडरआर्म्स चेक करने के बाद अपना एलेक्ट्रिक शेवर उठती है और अंडर आर्म हेर क्लीनिंग स्टार्ट कर देती है.
प्रीति – “ दीदी यू आर देअर?”
अर्धना – “ ओह प्रीति यस आइ आम हियर इन बाथरूम, लेट’स सिट आइ आम कमिंग आउट इन ए व्हाइल”. उसके एलेक्ट्रिक शेवर की आवाज़ बाहर तक आ रही थी. दोनो अंडर आर्म्स क्लीन करने के बाद वो बाथरूम मिरर मे अपने आप को निहारती है, पहले फ्रंट पोज़ मे आंड देन साइड पोज़. साइड पोज़ मे उसे ऐसा लगा जैसे कि वेस्ट के मुताबिक बूब्स कुच्छ ज़्यादा ही बाहर है और इस पे स्माइल करती है. लास्ट मे बॅक पोज़ देखने के बाद वो अपना फेस वॉश करती है. उसने अभी ब्रा और पाजामा के सिवाय कुच्छ नही पहना था. अपने उपरी पार्ट को टवल से ढक कर वो बाहर आ जाती है.
आराधना – “ और सुना प्रीति कैसा चल रहा है”. वॉर्डरोब से एक फुल स्लीव प्लेन येल्लो टी-शर्ट ऑर पयज़ामा निकालते हुए वो प्रीति से पूछती है.
प्रीति – “ कुच्छ नही दी, रिज़ल्ट का वेट कर रही हू और घर मे बोर होती रहती हू. आप सुनाए, हो गयी क्लीनिंग”. प्रीति ने एक नॉटी स्माइल के साथ आराधना से पुछा.
आराधना – “ क्लीनिंग? कैसी क्लीनिंग, क्या पुछ्ना चाहती है तू? आराधना ने बाथरूम के अंदर जाते हुए पुछा
प्रीति – “ नही वो आपके एलेक्ट्रिक शेवर की आवाज़ आ रही थी तो मेने सोचा शायद कुच्छ क्लीनिंग की जा रही है”. प्रीति ने फिर से एक नॉटी मुस्कान के साथ कहा
आराधना –“ प्रीति मे तुम्हारी एल्डर सिस्टर हू, तुम्हे मेरे साथ ऐसे मज़ाक नही करने चाहिए”. और ये कह कर वो बाथरूम मे फिर से चली गयी टी-शर्ट और पयज़ामा को पहन ने के लिए.
प्रीति – “ ओ कम ऑन दीदी, आप ऐसे क्यू बिहेव करती है. वी आर मॉडर्न गर्ल्स, इतना तो चलता है सिस्टर्स मे”.
आराधना – “ हम ऐसी फॅमिली से बिलॉंग नही करते जहाँ ऐसे मज़ाक हो”. आराधना ने बाथरूम के अंदर से ही टी-शर्ट पहनते हुए कहा. टी-शर्ट पहन ने के बाद उसने मिरर मे देखा, टी-शर्ट पहन ने से उसके सिल्की हेर उसके फोर्हेड पे आ गये थे. उनको अपने राइट हॅंड से हठाते हुए अपने कानो के पीछे ले जाती है. उसका फेस एकदम स्पॉट लेस था, बहुत ही फेर आंड वाइट. थोड़े से ही कोल्ड वेदर मे उसके चीक्स रेड हो जाते थे. फिर वो मिरर मे साइड पोज़ मे फिर से देखती है और थोड़ा सा मूँह बनाती है जैसे उसे टी-शर्ट की फिटिंग पसंद नही आई. और उसे उतार कर वो फिर से बाहर आती है , बाहर आने से पहले अपने को फिर से टवल मे लपेट लेती है.
प्रीति – “ क्या टी-शर्ट फिट नही आई, ऐसा क्या हो गया कि ये टी-शर्ट लास्ट मंथ ही ली और अब नही आ रही है, क्यू दीदी”. प्रीति ने फिर से नॉटी अंदाज मे कहा.
आराधना – “ तू फिर से शुरू हो गयी, आज कल बहुत बड़ी बाते करने लगी है. पढ़ाई मे मन लगा और इधर उधर ध्यान मत दिया कर, समझ आया”. आराधना ने वॉर्डरोब से दूसरी टी-शर्ट निकालते हुए और प्रीति की तरफ देखते हुए कहा. वो फिर से बाथरूम मे चली जाती है टी-शर्ट पहन ने के लिए.
प्रीति –“ दीदी रिज़ल्ट का वेट कर रही हू तो पढ़ाई मे मन कैसे लगाऊ, और आप ज़रा ज़रा सी बातो के लिए सीरीयस मत हुआ करिए. ऐसे बहुत सारे कपड़े है जो मुझे लास्ट मंथ तक आते थे लेकिन अब नही आते तो इसमे बड़ी और नाराज़ होने वाली बात क्या है. हम हमेशा तो बच्चे रहेंगे नही आंड यू नो दट”. प्रीति ने भी एक ही साँस मे सब कुच्छ एक्सप्लेन कर दिया.
अर्धना – “ ओह हो, तो अब हमारी छोटी सिस्टर भी बड़ी होने लगी है और कपड़े भी छोटे होने लगे है. क्या बात है इसीलिए डॅड के साथ शॉपिंग का प्लान बनाया है
क्या”. अपने वॉर्डरोब मिरर मे देखते हुए और अपने बालो को कोंब करते हुए आराधना बोली.
प्रीति – “ ये हुई ना बात, ऐसे ही हॅपी रहा करो. कभी कभी तो लगता है कि हमारी ब्यूटिफुल और सेक्सी दीदी हिट्लर है. प्रीति ने फिर से थोड़ा सा मज़ाक करते हुए कहा और आराधना फिर से उसे चुटकी बजा के फिंगर दिखाते हुए इशारा करती है कि हिट्लर नही बोलना है. उसके बाद प्रीति बाइ बोल कर अपने रूम मे आ जाती है. तभी थोड़ी देर बाद आराधना को उसकी बेस्ट फ्रेंड सिमरन का कॉल आता है.
सिमरन – “ हे स्वीटी कैसी है?”