hotaks444
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आशना(धीरे से हंसते हुए): धीरज रखिए भैया, आपकी ही हूँ और सारी उमर आपके पास ही रहना है.
वीरेंदर: जानता हूँ कि तुम मेरी हो लेकिन फिर भी तुम्हे इतने करीब पाकर अपने आप मैं कंट्रोल नहीं रख पाता हूँ मैं.
आशना: यह बात कहने के लिए थॅंक्स बट अभी प्लीज़ मुझे चेंज करने दीजिए उसके बाद जो जी में आए करिएगा, मैं बिल्कुल मना नहीं करूँगी.
वीरेंदर: पक्का ना???
आशना: प्लोमिश भैया. चेंज करने के बाद आपकी यह "गुलिया" आपको किशी भी काम के लिए मना नहीं कलेगी".
यह कह कर आशना ने एक बॅग उठाया और वॉश रूम की तरफ चल दी.
वीरेंदर: हाई ज़ालिम इतना मटक मटक कर मत चल, कहीं आज की रात कोई गुस्ताख़ी ना हो जाए.
आशना ने बिना पीछे मुड़े अपना चेहरा वीरेंदर की तरफ घुमाया, बॅग अपने कंधे पर पीछे की तरफ फैंका और बोली: जा जा आवारा आशिक कहीं का.
यह कह कर आशना वॉशरूम की तरफ मटक मटक कर चल दी.
वीरेंदर: हाई मर जावां तेरी इस अदा ते गोरी.
आशना को वॉश रूम में गये अभी कुछ ही देर हुई थी कि आशना का मोबाइल बज उठा. वीरेंदर ने आशना के सेल को उठा कर देखा और आशना से बोला: आशना, त्रिवेणी का फोन आया है क्या कहूँ उसे????
आशना: कहना क्या है, आपकी साली है, बात कर लीजिए. अगर मुझ से बात करनी हो तो उसे बोलना कि थोड़ी देर में काल करती हूँ.
वीरेंदर ने जैसे ही कॉल रिसीव करके फोन कान से लगाया, त्रिवेणी बोली: यार जीजू की बड़ी याद आ रही थी, बात करवा दे ना थोड़ी देर के लिए.
वीरेंदर, त्रिवेणी की बात सुन कर एक दम हैरान हो गया. उस से कुछ बोलते नहीं बना.
त्रिवेणी: जल मत यार, बात करवाने मैं तेरा क्या जाएगा.
वीरेंदर ने अपने आप को संभाला और मुस्कुराते हुए बोला: जी बोलिए साली साहिबा, इतनी रात को आपको हमारी कमी क्यूँ महसूस हुई???
वीरेंदर की आवाज़ सुनकर, त्रिवेणी एक दम बौखला गयी.
त्रिवेणी: जी, जी वो मैं वो जी मैं तो बस........
वीरेंदर: अरे क्या हुआ साली साहिबा, आप तो एक दम भीगी बिल्ली बन गयी. इतनी मुश्किल से आप के साथ अकेले बात करने का मोका मिला है और आप हैं कि शर्मा रही हैं. अरे प्यार का इज़हार शरमा कर नहीं खुलकर करना चाहिए.
यह सुनकर त्रिवेणी के गले से एक दम चीख निकल गयी. त्रिवेणी की चीख सुनकर वीरेंदर खिल खिलाकर हंस दिया.
वीरेंदर: यह क्या साली साहिबा, आपका तो शॉर्ट सर्क्यूट हो गया इतने से ही. अरे जीजू हैं आपके, कुछ तो हक़ बनता है हमारा.
त्रिवेणी ने जब देखा कि वीरेंदर उसका मज़ाक उड़ा रहा है तो झट से अपने आप को नियंत्रित करते हुए बोली: क्या जीजू एकलौती साली हूँ आपकी और आप उसका भी मज़ाक उड़ा रहे हैं. सोच लीजिए, अगर साली नाराज़ हो गयी तो फिर तो हमारी बहना से भी हाथ धोना पड़ सकता है.
वीरेंदर: ना साली साहिबा ना, ऐसा ज़ुल्म मत करना. कितने अरसे बाद जाकर एक लड़की मिली है वो भी हाथ से निकल गयी तो मैं तो किसी को मुँह दिखाने लायक भी नहीं रहूँगा.
वीरेंदर की बात सुनकर त्रिवेणी खिलखिलाकर हंस दी.
त्रिवेणी: आब आए ना सही लाइन पर.
वीरेंदर: लाइन पर ना आऊ तो क्या करूँ, भगवान ने इतनी सेक्सी और हॉट साली जो दी है तो उसे खोना थोड़े ही चाहूँगा.
त्रिवेणी: कहाँ है आशना, ज़रा उसे भी तो बताऊ कि जीजू मेरे साथ फ्लर्ट कर रहे हैं.
वीरेंदर: अपनी बहना से बात करनी है तो थोड़ा वेट करना पड़ेगा. वो अभी वॉश रूम मे है.
त्रिवेणी: वॉश रूम????क्या किया अपने मेरी बहना के साथ जो इस वक्त उसे वॉश रूम जाना पड़ा.
वीरेंदर: अपनी एक लौति साली की कसम अभी तक कुछ नहीं किया लेकिन.......
त्रिवेणी : लेकिन क्या जीजू.
वीरेंदर: अरे यार, तुम लेकिन भी नहीं समझती.
त्रिवेणी: यू मीन जीजू कि आप दोनो............ वाउ, आशना ईज़ सो लकी.
वीरेंदर: अभी भी टाइम है, हां कर दो. उसकी जगह तुम भी लकी हो सकती हो.
त्रिवेणी: नो थॅंक्स बट थॅंक्स फॉर दा ऑफर. मुझे हमेशा दुख रहेगा मगर मैं किसी और को अपना दिल दे चुकी हूँ यार.
वीरेंदर: वैसे तुम दोनो की जोड़ी तो एक दम सुपर्ब है.
त्रिवेणी: थॅंक्स, यॅ आइ नो, आइ आम वेरी मच लकी टू गेट हिम ऐज माइ लाइफ पार्ट्नर..
तभी वॉशरूम से आशना की आवाज़ आती है.
आशना: वीर, ज़रा मेरे लिए दूसरे रूम से खाना ला दोगे, मुझे बूख लग रहा है.
त्रिवेणी(आशना की आवाज़ सुनकर): जीजू ज़रा इसे बोल दीजिए कि आज की रात खाना कम ही खाए.
वीरेंदर: ऐसा क्यूँ यार?????? तुम्हारी बहना भी मुझे ऐसी ही कुछ हिदायत दे रही थी.
त्रिवनेई: चलो एक डॉक्टर. होने के नाते मेरी एक सलाह मुफ़्त में आपके लिए.
वीरेंदर: बोलिए डॉक्टर. साहिबा.
त्रिवेणी: "खाली पैट मुर्गा ज़्यादा देर तक लड़ सकता है" और यह कह कर त्रिवेणी ने फोन काट दिया.
वीरेंदर हैरान सा कभी मोबाइल की तरफ देखता तो कभी त्रिवेणी की कही हुई बात का मतलब निकालने की कोशिश करता. जैसे ही उसे त्रिवेणी की बात समझ आई, उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी. वीरेंदर( मन में): थॅंक्स साली साहिबा फॉर दा इन्फर्मेशन.
वीरेंदर: जानता हूँ कि तुम मेरी हो लेकिन फिर भी तुम्हे इतने करीब पाकर अपने आप मैं कंट्रोल नहीं रख पाता हूँ मैं.
आशना: यह बात कहने के लिए थॅंक्स बट अभी प्लीज़ मुझे चेंज करने दीजिए उसके बाद जो जी में आए करिएगा, मैं बिल्कुल मना नहीं करूँगी.
वीरेंदर: पक्का ना???
आशना: प्लोमिश भैया. चेंज करने के बाद आपकी यह "गुलिया" आपको किशी भी काम के लिए मना नहीं कलेगी".
यह कह कर आशना ने एक बॅग उठाया और वॉश रूम की तरफ चल दी.
वीरेंदर: हाई ज़ालिम इतना मटक मटक कर मत चल, कहीं आज की रात कोई गुस्ताख़ी ना हो जाए.
आशना ने बिना पीछे मुड़े अपना चेहरा वीरेंदर की तरफ घुमाया, बॅग अपने कंधे पर पीछे की तरफ फैंका और बोली: जा जा आवारा आशिक कहीं का.
यह कह कर आशना वॉशरूम की तरफ मटक मटक कर चल दी.
वीरेंदर: हाई मर जावां तेरी इस अदा ते गोरी.
आशना को वॉश रूम में गये अभी कुछ ही देर हुई थी कि आशना का मोबाइल बज उठा. वीरेंदर ने आशना के सेल को उठा कर देखा और आशना से बोला: आशना, त्रिवेणी का फोन आया है क्या कहूँ उसे????
आशना: कहना क्या है, आपकी साली है, बात कर लीजिए. अगर मुझ से बात करनी हो तो उसे बोलना कि थोड़ी देर में काल करती हूँ.
वीरेंदर ने जैसे ही कॉल रिसीव करके फोन कान से लगाया, त्रिवेणी बोली: यार जीजू की बड़ी याद आ रही थी, बात करवा दे ना थोड़ी देर के लिए.
वीरेंदर, त्रिवेणी की बात सुन कर एक दम हैरान हो गया. उस से कुछ बोलते नहीं बना.
त्रिवेणी: जल मत यार, बात करवाने मैं तेरा क्या जाएगा.
वीरेंदर ने अपने आप को संभाला और मुस्कुराते हुए बोला: जी बोलिए साली साहिबा, इतनी रात को आपको हमारी कमी क्यूँ महसूस हुई???
वीरेंदर की आवाज़ सुनकर, त्रिवेणी एक दम बौखला गयी.
त्रिवेणी: जी, जी वो मैं वो जी मैं तो बस........
वीरेंदर: अरे क्या हुआ साली साहिबा, आप तो एक दम भीगी बिल्ली बन गयी. इतनी मुश्किल से आप के साथ अकेले बात करने का मोका मिला है और आप हैं कि शर्मा रही हैं. अरे प्यार का इज़हार शरमा कर नहीं खुलकर करना चाहिए.
यह सुनकर त्रिवेणी के गले से एक दम चीख निकल गयी. त्रिवेणी की चीख सुनकर वीरेंदर खिल खिलाकर हंस दिया.
वीरेंदर: यह क्या साली साहिबा, आपका तो शॉर्ट सर्क्यूट हो गया इतने से ही. अरे जीजू हैं आपके, कुछ तो हक़ बनता है हमारा.
त्रिवेणी ने जब देखा कि वीरेंदर उसका मज़ाक उड़ा रहा है तो झट से अपने आप को नियंत्रित करते हुए बोली: क्या जीजू एकलौती साली हूँ आपकी और आप उसका भी मज़ाक उड़ा रहे हैं. सोच लीजिए, अगर साली नाराज़ हो गयी तो फिर तो हमारी बहना से भी हाथ धोना पड़ सकता है.
वीरेंदर: ना साली साहिबा ना, ऐसा ज़ुल्म मत करना. कितने अरसे बाद जाकर एक लड़की मिली है वो भी हाथ से निकल गयी तो मैं तो किसी को मुँह दिखाने लायक भी नहीं रहूँगा.
वीरेंदर की बात सुनकर त्रिवेणी खिलखिलाकर हंस दी.
त्रिवेणी: आब आए ना सही लाइन पर.
वीरेंदर: लाइन पर ना आऊ तो क्या करूँ, भगवान ने इतनी सेक्सी और हॉट साली जो दी है तो उसे खोना थोड़े ही चाहूँगा.
त्रिवेणी: कहाँ है आशना, ज़रा उसे भी तो बताऊ कि जीजू मेरे साथ फ्लर्ट कर रहे हैं.
वीरेंदर: अपनी बहना से बात करनी है तो थोड़ा वेट करना पड़ेगा. वो अभी वॉश रूम मे है.
त्रिवेणी: वॉश रूम????क्या किया अपने मेरी बहना के साथ जो इस वक्त उसे वॉश रूम जाना पड़ा.
वीरेंदर: अपनी एक लौति साली की कसम अभी तक कुछ नहीं किया लेकिन.......
त्रिवेणी : लेकिन क्या जीजू.
वीरेंदर: अरे यार, तुम लेकिन भी नहीं समझती.
त्रिवेणी: यू मीन जीजू कि आप दोनो............ वाउ, आशना ईज़ सो लकी.
वीरेंदर: अभी भी टाइम है, हां कर दो. उसकी जगह तुम भी लकी हो सकती हो.
त्रिवेणी: नो थॅंक्स बट थॅंक्स फॉर दा ऑफर. मुझे हमेशा दुख रहेगा मगर मैं किसी और को अपना दिल दे चुकी हूँ यार.
वीरेंदर: वैसे तुम दोनो की जोड़ी तो एक दम सुपर्ब है.
त्रिवेणी: थॅंक्स, यॅ आइ नो, आइ आम वेरी मच लकी टू गेट हिम ऐज माइ लाइफ पार्ट्नर..
तभी वॉशरूम से आशना की आवाज़ आती है.
आशना: वीर, ज़रा मेरे लिए दूसरे रूम से खाना ला दोगे, मुझे बूख लग रहा है.
त्रिवेणी(आशना की आवाज़ सुनकर): जीजू ज़रा इसे बोल दीजिए कि आज की रात खाना कम ही खाए.
वीरेंदर: ऐसा क्यूँ यार?????? तुम्हारी बहना भी मुझे ऐसी ही कुछ हिदायत दे रही थी.
त्रिवनेई: चलो एक डॉक्टर. होने के नाते मेरी एक सलाह मुफ़्त में आपके लिए.
वीरेंदर: बोलिए डॉक्टर. साहिबा.
त्रिवेणी: "खाली पैट मुर्गा ज़्यादा देर तक लड़ सकता है" और यह कह कर त्रिवेणी ने फोन काट दिया.
वीरेंदर हैरान सा कभी मोबाइल की तरफ देखता तो कभी त्रिवेणी की कही हुई बात का मतलब निकालने की कोशिश करता. जैसे ही उसे त्रिवेणी की बात समझ आई, उसके चेहरे पर मुस्कान आ गयी. वीरेंदर( मन में): थॅंक्स साली साहिबा फॉर दा इन्फर्मेशन.