hotaks444
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कॉलेज की ज़्यादातर लड़कियाँ रागिनी की चापलूसी करती रहती या यूँ कहो… कि उसके पैसों से मौज करती, और उसकी हां में हां मिलाती रहती थी…
मे आज अपना लास्ट पीरियड अटेंड कर के थोड़ा लाइब्ररी चला गया एक दो बुक लेनी थी..
मेने कुछ बुक्स इश्यू कराई, और जैसे ही लाइब्ररी के गेट से निकल कर लॉबी में कदम रखा ही था..
उधर रागिनी तेज – तेज कदमों से चली आ रही थी, इधर मेरा निकलना हुआ और उसका घुसना सो हम दोनो ही एक दूसरे से टकरा गये,
रागिनी की चुचियाँ मेरे सीने से आकर लगी, मेरे हाथ से बुक्स छूट कर फर्श पर गिर पड़ी…
अचानक से टकराने के कारण, वो कुछ डिसबॅलेन्स हो गयी, और पीछे को गिरने लगी.
मेने फ़ौरन अपना हाथ उसे सहारा देने के लिए पीछे किया, और उसकी मखमली गान्ड को कस लिया…
दूसरे हाथ से उसके कंधे को पकड़ कर उसे गिरने से बचा लिया…और वो फिरसे खड़ी हो गयी…
उसके साथ रोज की तरह 4-5 लड़कियाँ भी चिपकी हुई थी… उसे खड़ा कर के, मेने ज़मीन से अपनी बुक्स उठाई.. और खड़ा होकर उसे सॉरी बोलने ही वाला था… कि तडाक से एक तमाचा मेरे गाल पर पड़ा…
मेने अपना एक हाथ अपने गाल पर रख कर सहलाया और उसकी तरफ देखा… वो अपनी कमर पर दोनो हाथ रखे हुए गुस्से से भुन्भुनाइ…
साले हरामी, देख कर नही चल सकता.. आँखें क्या घर छोड़ कर आता है…
मे उससे उलझना नही चाहता था.. सो मेने उसे सॉरी बोला… और वहाँ से चला आया…
हालाँकि गुस्से से मेरा चेहरा लाल हो रहा था… लेकिन फिर भी मेने अपने गुस्से पर काबू किया, अपनी बुलेट उठाई और घर को चल दिया…
वो पीछे से मुझे जाता हुआ देखती रही… जब तक की मे उसकी आँखों से ओझल नही हो गया…
उसकी एक फ्रेंड ने उसकी बाजू पकड़ कर कहा – अब चल, वो तो चला गया,… अब किसे मारेगी..?
वही लड़की फिर बोली - वैसे उस बेचारे की ग़लती क्या थी..?
दूसरी – हां यार ! वो तो बेचारा गेट से निकल ही रहा था, तू ही उससे टकरा गयी.. और बिना सोचे समझे तूने उस बेचारे को थप्पड़ मार दिया…
तीसरी – कितना डीसेंट लड़का है, फिर भी सॉरी बोला उसने, और बिना कुछ कहे चुप चाप चला गया..
चौथी – मे उसे स्कूल से ही जानती हूँ, वो बस अपनी पढ़ाई से मतल्व रखता है.. किसी से आज तक उसका झगड़ा तक नही सुना हमने..
पहली – अरे ये वोही अंकुश है ना, जिसने स्कूल में चेल्लेंज देने वाले लड़के को पछाड़ दिया.. था.
दूसरी – हां ! वोही अंकुश है, और जानती है.. इसका एक भाई डीएसपी है, और उसकी शादी यहाँ के एमएलए की लड़की के साथ हुई है…
तीसरी – फिर भी देखो… उसको ज़रा सा भी घमंड नही है… प्रिन्सिपल वग़ैरह सब उसे बहुत मानते हैं.. वो चाहता तो तेरे खिलाफ शिकायत भी कर सकता था..
चौथी – पर्सनॅलिटी देखी उसकी… ऐसा हमारे कॉलेज में तो क्या.. आस-पास भी कोई नही है… कितना हॅंडसम, क्या हाइट और बॉडी.. एकदम फिल्मी हीरो लगता है..
कितनी ही लड़कियाँ तो उसके आगे बिछ्ने को तैयार रहती हैं… लेकिन वो किसी को आँख उठाकर भी नही देखता…..
लड़कियों के मुँह से मेरे बारे में ये सब सुनते-2 रागिनी झल्ला उठी और चिल्लाते हुए बोली –ओह… विल यू शट अप ऑल ऑफ यू…बिच.
जाओ जाकर उस हीरो का लॉडा चूसो… इतना ही पसंद है तो.. लेकिन मेरे कान खाना बंद करो तुम लोग.. उहह…. फिल्मी हीरो ! माइ फुट…
पहली – तो तुझे अब भी लगता है कि ग़लती उसकी थी…? मुझे लगता है, कि तुझे उससे माफी माँगनी चाहिए..
रागिनी – क्यों..? वो कोई लाट साब है..?
वो – क्योंकि टकराई तू उससे, और तमाचा भी मारा उसको.. ग़लती तेरी ही है..
रागिनी भड़क उठी और बोली – जा इतना ही उसका ख्याल है तो जाके तू उससे माफी माँग.. यहाँ क्यों खड़ी है..?
उसकी बात सुनकर वो लड़की वहाँ से चल दी… उसके पीछे- 2 वाकी की लड़कियाँ भी चली गयी…
अपनी दोस्तों को यूँ उसे अकेला छोड़ जाते हुए देखकर, रागिनी गुस्से से अपने पैर पटकती हुई तेज-तेज कदमों से वहाँ से चली गयी…
आज पहली बार रागिनी को किसी लड़के की वजह से उसकी दोस्त जो हमेशा उसके साथ रहती थी, उसकी हर हां में हां मिलाती थी, उसके किसी फ़ैसले का विरोध करने का कभी सोच भी नही सकती थी, वो उसे यूँ छोड़ कर चली गयी थी…
रागिनी तमतमाया चेहरा लिए अपने घर पहुँची… उसकी माँ के पुछ्ने पर भी उसने कुछ नही बताया.. और जाकर सीधे अपने कमरे में बिस्तर पर धडाम से गिर पड़ी…
वो खुली आँखों से आज हुए सारे घटना क्रम को सोचने लगी… कभी उसे उस लड़के पर गुस्सा आता, तो कभी अपनी दोस्तों को गालियाँ देने लगती…
जब इस सबसे भी उसका मन नही भरा.. तो वो अपने व्यवहार को चरितार्थ करने लगी…
उसने शुरू से लेकर घर लौटने तक का सारा घटना क्रम कई बार- रीवाइंड कर कर के देख डाला…
आख़िर में मन के किसी कोने से उसे धिक्कार सुनाई दी… और सवाल आया..
तू सिर्फ़ एकबार अपने बाप-भाई के रुतवे को अलग रख कर सोच रागिनी, जो व्यवहार तूने उस लड़के के साथ किया है, क्या वो सही है…?
फिर उसे अपनी फ्रेंड की वो बातें याद आने लगी…
कॉलेज में उसका कितना मान है, उसके परिवार की शान भी कोई कम नही थी…
एमएलए की लड़की उसकी भाभी है…
वो चाहता तो वो उसे भी सबक सिखा सकता था… लेकिन उसके बड़प्पन ने उसे ऐसा करने नही दिया…
मे आज अपना लास्ट पीरियड अटेंड कर के थोड़ा लाइब्ररी चला गया एक दो बुक लेनी थी..
मेने कुछ बुक्स इश्यू कराई, और जैसे ही लाइब्ररी के गेट से निकल कर लॉबी में कदम रखा ही था..
उधर रागिनी तेज – तेज कदमों से चली आ रही थी, इधर मेरा निकलना हुआ और उसका घुसना सो हम दोनो ही एक दूसरे से टकरा गये,
रागिनी की चुचियाँ मेरे सीने से आकर लगी, मेरे हाथ से बुक्स छूट कर फर्श पर गिर पड़ी…
अचानक से टकराने के कारण, वो कुछ डिसबॅलेन्स हो गयी, और पीछे को गिरने लगी.
मेने फ़ौरन अपना हाथ उसे सहारा देने के लिए पीछे किया, और उसकी मखमली गान्ड को कस लिया…
दूसरे हाथ से उसके कंधे को पकड़ कर उसे गिरने से बचा लिया…और वो फिरसे खड़ी हो गयी…
उसके साथ रोज की तरह 4-5 लड़कियाँ भी चिपकी हुई थी… उसे खड़ा कर के, मेने ज़मीन से अपनी बुक्स उठाई.. और खड़ा होकर उसे सॉरी बोलने ही वाला था… कि तडाक से एक तमाचा मेरे गाल पर पड़ा…
मेने अपना एक हाथ अपने गाल पर रख कर सहलाया और उसकी तरफ देखा… वो अपनी कमर पर दोनो हाथ रखे हुए गुस्से से भुन्भुनाइ…
साले हरामी, देख कर नही चल सकता.. आँखें क्या घर छोड़ कर आता है…
मे उससे उलझना नही चाहता था.. सो मेने उसे सॉरी बोला… और वहाँ से चला आया…
हालाँकि गुस्से से मेरा चेहरा लाल हो रहा था… लेकिन फिर भी मेने अपने गुस्से पर काबू किया, अपनी बुलेट उठाई और घर को चल दिया…
वो पीछे से मुझे जाता हुआ देखती रही… जब तक की मे उसकी आँखों से ओझल नही हो गया…
उसकी एक फ्रेंड ने उसकी बाजू पकड़ कर कहा – अब चल, वो तो चला गया,… अब किसे मारेगी..?
वही लड़की फिर बोली - वैसे उस बेचारे की ग़लती क्या थी..?
दूसरी – हां यार ! वो तो बेचारा गेट से निकल ही रहा था, तू ही उससे टकरा गयी.. और बिना सोचे समझे तूने उस बेचारे को थप्पड़ मार दिया…
तीसरी – कितना डीसेंट लड़का है, फिर भी सॉरी बोला उसने, और बिना कुछ कहे चुप चाप चला गया..
चौथी – मे उसे स्कूल से ही जानती हूँ, वो बस अपनी पढ़ाई से मतल्व रखता है.. किसी से आज तक उसका झगड़ा तक नही सुना हमने..
पहली – अरे ये वोही अंकुश है ना, जिसने स्कूल में चेल्लेंज देने वाले लड़के को पछाड़ दिया.. था.
दूसरी – हां ! वोही अंकुश है, और जानती है.. इसका एक भाई डीएसपी है, और उसकी शादी यहाँ के एमएलए की लड़की के साथ हुई है…
तीसरी – फिर भी देखो… उसको ज़रा सा भी घमंड नही है… प्रिन्सिपल वग़ैरह सब उसे बहुत मानते हैं.. वो चाहता तो तेरे खिलाफ शिकायत भी कर सकता था..
चौथी – पर्सनॅलिटी देखी उसकी… ऐसा हमारे कॉलेज में तो क्या.. आस-पास भी कोई नही है… कितना हॅंडसम, क्या हाइट और बॉडी.. एकदम फिल्मी हीरो लगता है..
कितनी ही लड़कियाँ तो उसके आगे बिछ्ने को तैयार रहती हैं… लेकिन वो किसी को आँख उठाकर भी नही देखता…..
लड़कियों के मुँह से मेरे बारे में ये सब सुनते-2 रागिनी झल्ला उठी और चिल्लाते हुए बोली –ओह… विल यू शट अप ऑल ऑफ यू…बिच.
जाओ जाकर उस हीरो का लॉडा चूसो… इतना ही पसंद है तो.. लेकिन मेरे कान खाना बंद करो तुम लोग.. उहह…. फिल्मी हीरो ! माइ फुट…
पहली – तो तुझे अब भी लगता है कि ग़लती उसकी थी…? मुझे लगता है, कि तुझे उससे माफी माँगनी चाहिए..
रागिनी – क्यों..? वो कोई लाट साब है..?
वो – क्योंकि टकराई तू उससे, और तमाचा भी मारा उसको.. ग़लती तेरी ही है..
रागिनी भड़क उठी और बोली – जा इतना ही उसका ख्याल है तो जाके तू उससे माफी माँग.. यहाँ क्यों खड़ी है..?
उसकी बात सुनकर वो लड़की वहाँ से चल दी… उसके पीछे- 2 वाकी की लड़कियाँ भी चली गयी…
अपनी दोस्तों को यूँ उसे अकेला छोड़ जाते हुए देखकर, रागिनी गुस्से से अपने पैर पटकती हुई तेज-तेज कदमों से वहाँ से चली गयी…
आज पहली बार रागिनी को किसी लड़के की वजह से उसकी दोस्त जो हमेशा उसके साथ रहती थी, उसकी हर हां में हां मिलाती थी, उसके किसी फ़ैसले का विरोध करने का कभी सोच भी नही सकती थी, वो उसे यूँ छोड़ कर चली गयी थी…
रागिनी तमतमाया चेहरा लिए अपने घर पहुँची… उसकी माँ के पुछ्ने पर भी उसने कुछ नही बताया.. और जाकर सीधे अपने कमरे में बिस्तर पर धडाम से गिर पड़ी…
वो खुली आँखों से आज हुए सारे घटना क्रम को सोचने लगी… कभी उसे उस लड़के पर गुस्सा आता, तो कभी अपनी दोस्तों को गालियाँ देने लगती…
जब इस सबसे भी उसका मन नही भरा.. तो वो अपने व्यवहार को चरितार्थ करने लगी…
उसने शुरू से लेकर घर लौटने तक का सारा घटना क्रम कई बार- रीवाइंड कर कर के देख डाला…
आख़िर में मन के किसी कोने से उसे धिक्कार सुनाई दी… और सवाल आया..
तू सिर्फ़ एकबार अपने बाप-भाई के रुतवे को अलग रख कर सोच रागिनी, जो व्यवहार तूने उस लड़के के साथ किया है, क्या वो सही है…?
फिर उसे अपनी फ्रेंड की वो बातें याद आने लगी…
कॉलेज में उसका कितना मान है, उसके परिवार की शान भी कोई कम नही थी…
एमएलए की लड़की उसकी भाभी है…
वो चाहता तो वो उसे भी सबक सिखा सकता था… लेकिन उसके बड़प्पन ने उसे ऐसा करने नही दिया…