Free Sex Kahani स्पेशल करवाचौथ - Page 6 - SexBaba
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Free Sex Kahani स्पेशल करवाचौथ

साहिल:" नहीं मम्मी अभी नहीं, पहले आप वो मुझे दिखाओ जो आप दिखाना चाहती हों।

रूबी ने मोबाइल निकाला और प्रिया को कॉल किया।

रूबी:" हेल्लो कहां हो तुम ? कितनी देर बाद घर अा जाओगी ?

प्रिया:" मैडम मैं बस पहुंचने वाली हूं, कोई पांच मिनट और लगेगे।

थोड़ी देर बाद ही प्रिया अा गई तो उसे देखते ही साहिल हैरान हो गया और बोला:"

" प्रिया मैडम आप यहां ? अापको तो इस टाइम ऑफिस में होना चाहिए था।

प्रिया:" सर वो मुझे आपकी मम्मी ने बुलाया है कुछ जरूरी काम था आज इसलिए।

रूबी तभी हॉल में अा गई और प्रिया ने अनूप के ऑफिस के खुफिया कमरे के कैमरे का कनेक्शन सामने दीवार पर टंगी हुई एल ई डी से कर दिया। रूबी नहीं चाहती थी कि प्रिया उसके पति की कोई भी हरकत देखे इसलिए बोली:"

" आओ प्रिया मैं तुम्हे उपर छोड़ आती हूं तुम आराम से वहीं बैठ जाओ थोड़ी देर।

प्रिया समझ हुई कि रूबी क्यों ऐसा कर रही है इसलिए वो बिना किसी बोले चुपचाप उपर की तरफ चल पड़ी। रूबी प्रिया को उपर छोड़कर अा गई। रूबी के जाते ही प्रिया ने अपना मोबाइल निकाला और कैमरा सॉफ्टवेयर ऑन किया तो अनूप का ऑफिस उसके मोबाइल पर लाइव आने लगा। साहिल और रूबी दोनो हॉल बैठे हुए थे और कैमरे का फोकस अनूप के ऑफिस पर था।

थोड़ी देर के बाद कैमरे पर लीमा नजर आईं जो ऑफिस के अंदर घुस गई थी। लीमा आराम से अनूप की सीट पर बैठ गई तो साहिल को हैरानी हुई क्योंकि उसे अपने बॉस की कुर्सी पर नहीं बैठना चाहिए था।

साहिल:" मम्मी ये तो लीमा हैं पापा की सेक्रेटरी लेकिन ये पापा की कुर्सी पर क्यों बैठी हैं ?

रूबी को पता था कि अभी आगे बहुत कुछ होने वाला है इसलिए बोली:"

" शायद बेटा लीमा का सपना हो हैं कि वो भी एक दिन अपना खुद का ऑफिस खोले इसलिए बैठ गई हो।

साहिल:" लेकिन मम्मी फिर भी ये तो गलत हैं ना, ऐसे नहीं बैठना चाहिए।

इससे पहले कि रूबी कोई जवाब देती अनूप ऑफिस के अंदर दाखिल हुआ और उसने लीमा को अपनी सीट पर बैठे हुए देखकर एक स्माइल दी और बोला:'

" तुम एक कुर्सी पर बैठ कर बहुत ही स्मार्ट लग रही हो लीमा, अच्छा सुनो सिर में हल्का दर्द हो रहा हैं।

लीमा कुर्सी पर बैठे हुए ही कामुक अदा के साथ बोली:_

" मैं सिर दबा दू क्या ?

अनूप:" पहले तुम मुझे एक पैग बनाकर दो, शायद उससे आराम मिल जाए।

लीमा कुर्सी से उठ गई और बाथरूम में घुस गई और उसने शीशे के पीछे से जुड़े हुए रूम का दरवाजा खोल दिया तो एक शानदार कमरा अंदर नजर अाया जिसमे एक डबल बेड पड़ा हुआ था। रूबी समझ गई कि प्रिया सच बोल रही थी कि ऑफिस से जुड़ा हुआ एक कमरा भी हैं। वहीं कमरा देखते ही साहिल के दिमाग में धमाका सा हुआ क्योंकि ये तो बिल्कुल उसी तरह से खुफिया कमरा था जैसे उसके घर में चुदाई लोक बना हुआ है।

लीमा ने अलमारी खोली और दारू की बोतल निकाल कर एक लार्ज पैग बना दिया और उसने बहुत ही अदा के साथ अपनी ब्रा में हाथ डाला और वो पुड़िया बाहर निकाल ली जिसे वो पिछले कुछ महीने से अनूप को दारू में मिलाकर पिलाती अा रही थी।

लीमा ने रोज की तरह पैग के अंदर पुड़िया मिलाई और लेकर जैसे ही बाहर की तरफ चली तो उसकी नजर कैमरे पर पड़ी और डर के मारे उसके हाथ से ट्रे छूट गई, वो ट्रे पकड़ने के लिए नीचे की तरफ झुकी और उसकी ब्रा से पुड़िया निकल कर नीचे जा गिरी।

लीमा पूरी कोशिश के बाद भी ट्रे को पकड़ नहीं पाई और ग्लास फर्श से टकराकर टूट गया तो लीमा डर के मारे भागती हुई अनूप के पास अाई और बोली:"

" सर सर वो बहुत बड़ी गड़बड़ हो गई,

अनूप ने देखा कि लीमा के चहरे पर पसीना छलक रहा था और सांसे उखड़ी हुई थी और वो बहुत बुरी तरह से डर गई थी। अनूप एक झटके के साथ कुर्सी से खड़े होते हुए बोला:"

" क्या हुआ बताओ मुझे

लीमा:" सर वो अंदर कमरे में कैमरा लगा हुआ हैं।

अनूप के चेहरे पर हवाइयां उड़ने लगी और बोला:"

" क्या बकवास कर रही हो तुम ? मेरे और तुम्हारे सिवा उसके बारे में कोई नहीं जानता, फिर कैमरा कहां से अा गया ?

लीमा बुरी तरह से कांप रही थी और डरते हुए बोली:"

" मुझे नहीं पता सर लेकिन वहां सच में कैमरा लगा हुआ है।

अनूप:" एक काम करो जल्दी से प्रिया को बुलाओ क्योंकि सारे कैमरे की कंट्रोलिंग वो हूं करती हैं ऑफिस में।
 
लीमा ने झट से दरवाजा खोला और दौड़ती हुई बाहर चली गई लेकिन जल्दी ही निराश होती हुई वापिस लौट आई और बोली:"

" सर प्रिया तो आज नहीं अाई, आपने उसे छुट्टी दी हैं क्या ?

अनूप प्रिया के ना आने की बात सुनकर कांप उठा और बोला:_

" है भगवान ऐसा कैसे हो सकता हैं? इसका मतलब प्रिया को इस रूम के बारे में जानकारी थी और उसने है अंदर कैमरा लगाया और भाग गई। इसका मतलब साफ उसन है कि वो अंदर क्या हुआ हैं सब देख चुकी है। पता नहीं कब से कैमरा लगा हुआ था अंदर।

लीमा की तो हालत खराब हो गई थी क्योंकि इज्जत तो खराब होनी ही थी और साथ साथ ही उसका बुरी तरह से फंस जाना तय था क्योंकि वो जानती थी कि उसकी अनूप के पैग में पाउडर मिक्स करने का भी किसी को पता चल चुका था।

लीमा:" अब क्या होगा ? मेरी तो सारी इज्जत मिट्टी में मिल जाएगी। मैं तो किसी को मुंह दिखाने के काबिल नहीं रहूंगी।

अनूप:" एक काम करो जल्दी से गाड़ी निकालो और प्रिया के घर चलते हैं ताकि उसे पकड़ सके।

लीमा और अनूप ने गाड़ी निकाली और प्रिया के घर की तरफ दौड़ा दी। दूसरी तरफ साहिल और रूबी दोनो ये देखकर हैरान हो गए।

साहिल:" मम्मी ये तो ठीक उसी तरह का कमरा था जैसे अपने घर में बना हुआ है। इसका मतलब पापा झूठ बोल रहे थे कि उन्हें इसके बारे में नहीं पता हैं।

रूबी ने एक सुकून की सांस ली और बोली:"

" वो सब तो ठीक हैं लेकिन ये कमीनी लीमा तेरे पापा को पैग में क्या मिलाकर पिला रही है ?

साहिल:" हान मम्मी ये तो मैंने सोचा ही नहीं, इस लीमा का तो मैं मुंह तोड़ दूंगा।

रूबी कुछ सोचते हुई बोली:"

" बेटा उसकी ब्रा से पुड़िया निकल कर फर्श पर गिरी थी जिसका उसे पता नहीं चला, अगर वो पुड़िया हमारे हाथ लग जाए तो सब पता चल जाएगा।

साहिल:" आपकी बात तो ठीक हैं मम्मी, लेकिन सोचने वाली बात ये हैं कि लीमा ऐसा कर क्यों रही हैं इससे उसे क्या फायदा होगा ?

रूबी:" मुझे तो इस सब के पीछे नीरज की चाल नजर आ रही है बेटा।

साहिल:" लेकिन मम्मी वो तो पापा के दोस्त हैं वो भला ऐसा क्यों करेंगे ?

रूबी:" बेटा वो कितना नीच इंसान हैं मैं बहुत अच्छे से जानती हूं उसे, उसने तेरे पापा को पूरी तरह से अपने चंगुल में फसा लिया हैं। लेकिन पहले हम कुछ भी करके वो पुड़िया हासिल करनी होगी।

साहिल:" ठीक हैं मम्मी आज रात को पुड़िया मै निकाल लाऊंगा वहां से,।

रूबी:" लेकिन अगर उससे पहले ही वो लीमा या अनूप ने उठा की तो फिर ?

साहिल:" मम्मी जिस तरह से लीमा भागी थी उसे तो ये भी नहीं पता कि उसकी पुड़िया वहां गिर गई है और मुझे पक्का यकीन हैं कि जब तक वहां कैमरा लगा हुआ है पापा और लीमा उस कमरे में घुसने कि हिम्मत नहीं करेंगे"!

रूबी उसकी बात से सहमत हो गई और बोली:"

" बेटा क्या तुम्हे अब भी अपनी मा पर यकीन नहीं आया ?

साहिल:" मम्मी देखो एक बात तो साफ हैं कि पापा ने मुझसे जरूर कुछ ना कुछ झूठ तो बोला हैं लेकिन मेरा अपना मानना हैं कि एक पति चाहे कितना भी गिरा हुए क्यों ना हो वो अपनी पत्नी को किसी दूसरे के साथ सेक्स की कहानी की किताब और सेक्स करने के लिए नहीं कह सकता।

रूबी को हैरानी हुई कि अभी भी उसका बेटा उसका यकीन नहीं कर रहा हैं तो वो बोली:"

' बेटा एक दिन तुझे मुझ पर यकीन करना ही होगा बस थोड़े दिन और रुक जा, फिर सब कुछ शीशे कि तरह साफ हो जाएगा।

साहिल उदास होते हुए बोला:"

" मम्मी आपके चरित्र का तो बाद में फैसला होगा लेकिन आज पापा ने मेरी नजरो में अपनी इज्जत हमेशा के लिए खो दी हैं। लेकिन वो जैसे भी हैं मेरे पापा हैं और मुझे उन्हें इस साजिश से बचाना हो होगा। क्या आप मेरी मदद करेगी ?

रूबी:" देख साहिल वो तेरे पापा होने के साथ साथ मेरे पति भी है लेकिन मेरे मन में अनूप के लिए नफरत भर गई हैं लेकिन फिर भी मैं तेरे साथ हूं।

साहिल रूबी की बात सुनकर इतना तो समझ गया कि उसकी मा चाहे जैसी भी हैं लेकिन घर की इज्ज़त के लिए उसका साथ देने को तैयार हैं। कहीं ना कहीं पापा ने जरूर मम्मी का दिल दुखाया है और ये सब उसका ही नतीजा हैं।

उपर प्रिया भी इतना तो समझ गई थी अनूप और लीमा के बीच में कुछ चल रहा है लेकिन ये पुड़िया वाली बात उसके लिए पूरी तरह से हैरान कर देने वाली थी। उस समझ में नहीं अा रहा था कि लीमा ऐसा क्यों और किसके कहने पर कर रही है। वो समझ गई थी कि अब कैमरे पर और कुछ भी नहीं आने वाला लेकिन फिर भी वो इंतजार कर थी थी कि कब रूबी उपर आएगी। प्रिया को समझ नहीं आ रहा था कि अब वो कहां रहेगी क्योंकि लीमा और अनूप उसे ढूंढने के लिए उसके घर गए थे जहां वो पिछले कुछ टाइम से किराए पर रह रही थी।

कैमरा बंद होने के बाद रूबी उपर अा गई और प्रिया से बोली:"

" चलो आओ मैंने तुम्हारे लिए कुछ हल्का फुल्का खाने का इंतजाम कर दिया है आओ कुछ खा लो तुम।

प्रिया:" अरे मैडम उसकी कोई जरूरत नहीं थी आपने इतना कष्ट क्यों किया ? । अच्छा तो केमरे का क्या हुआ ?

रूबी:" अरे वो कमरे में तो अनूप ने अपने सोने के लिए बेड लगाया हुआ और और वहां छुप छुप कर दारू पीता है वो। मुझे लग रहा था कि उसका लीमा के साथ चक्कर चल रहा होगा लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ।

प्रिया ने एक नजर रूबी पर डाली और उसके साथ नीचे की तरफ चल पड़ी। प्रिया सोच रही थी कि यहां ये रूबी भी कुछ जरूरत से ज्यादा तेज है। सब कुछ इतनी आसानी से छुपा गई जबकि मैं तो सब कुछ खुद देख चुकी हूं।

नीचे जाने के बाद रूबी ने अंदर से साहिल को भी बुला लिया और तीनो बैठ कर नाश्ता करने लगे। शांता अंदर से जैसे ही परांठे लेकर अाई टी उसने प्रिया को देखा तो उसे अपनी बेटी की याद आ गई।

प्रिया आराम से बैठी हुई नाश्ता कर रही थी जबकि साहिल बार बार उसकी तरफ देख रहा था। रूबी तो नाश्ता करते हुए जैसे अपनी ही दुनिया में खोई हुई थी और खुद की सही साबित कैसे रहे ये सोच रही थी।

शांता ने गौर से प्रिया के चेहरे को देखा तो उसे लगा जैसे उसकी बेटी सपना वापिस लौट आई हैं। शांता उसे एक परांठा और देते हुए बोली:"

"लो बेटी ये गर्म गर्म परांठा खाओ तुम ।

प्रिया ने नजरे उठाकर शांता की तरफ देखा और एक प्यारी सी स्माइल दी तो शांता को याद अा गया कि उसकी बेटी के गालों में भी बिल्कुल ऐसे ही स्माइल करते हुए गड्ढे पड़ते थे जैसे प्रिया के गालों में पड़ रहे है।

शांता:" रूबी बेटी आपने बताया नहीं कि ये नई मेम साहब कौन है ?
 
रूबी :" अरे मा जी ये तो प्रिया हैं अनूप के ऑफिस में काम करती हैं। मैं कल ऑफिस गई तो मुझे ये अच्छी लगी इसलिए घर आने को बोल दिया था।

शांता:" अच्छा बेटी, प्रिया बेटी तुम्हारे घर में कौन है और ?

प्रिया एक पल के लिए तो बुरी तरह से डर गई क्योंकि उसे शांता से इस तरह के सवाल की उम्मीद नहीं थी लेकिन फिर अपने आपको संभालते हुए बोली:"

" जी मम्मी पापा हैं बस।

प्रिया के इतना बोलते ही शांता की सोच को ब्रेक अपने आप लग गया और बोली:".

" ठीक हैं बेटी, तुम बहुत अच्छी लड़की हो प्रिया, भगवान तुझे हमेशा खुश रखे।

उसके बाद शांता अंदर किचेन में चली गई जबकि तीनो नाश्ता कर चुके थे।

प्रिया:" अच्छा मैडम मैं अब चलती हू , मेरी जॉब का क्या होगा अब ?

रूबी ने जेब से कुछ पैसे निकाले और प्रिया की तरफ बढ़ाते हुए बोली:"

" लो ये रख लो, जल्दी ही मैं तुम्हे एक अच्छी जॉब दिलवा दूंगी।

प्रिया:" अरे नहीं मैडम, मुझे पैसे नहीं चाहिए, मैं बहुत स्वाभिमानी लड़की हूं मुझे बस आप कोई जॉब दिलवा देना जल्दी ही।

रूबी:" ठीक हैं प्रिया, एक दो दिन रुको, मैं करती हूं कुछ।

इतना कहकर रूबी ने वो रुपए जबरदस्ती उसके हाथ में थमा दिए और प्रिया कुछ ना कर सकी और रुपए लेकर घर की तरफ चल पड़ी। दूसरी तरफ लीमा और अनूप प्रिया के घर के सामने खड़े थे और बेल बजाई तो एक औरत बाहर निकल अाई।

औरत:" जी बोलिए क्या काम था ?

लीमा:" जी मुझे प्रिया से मिलना था कुछ जरूरी काम हैं।

औरत:" प्रिया, कौन प्रिया यहां तो कोई प्रिया नहीं रहती हैं

लीमा और अनूप दोनो ये सुनकर परेशान हो उठे और लीमा बोली:"

" जी एड्रेस तो ये ही दिया था मुझे,

औरत:" अरे आपको गलत एड्रेस दिया गया हैं। यहां तो इस पूरी कॉलोनी में कोई प्रिया नाम कि लड़की नहीं रहती हैं।

इतना कहकर उस औरत ने गेट बंद कर लिया।अनूप के मुंह पर 12 बज चुके थे और लीमा को लग रहा था जैसे उसने अपनी आखिरी उम्मीद भी खो दी थी। दोनो के पास अब कोई रास्ता नहीं बचा था इसलिए वापिस ऑफिस की तरफ लौट पड़े।

लीमा बेहद डरी हुई थी क्योंकि वो जानती थी कि उसका राज अब खुल जाएगा और अनूप उसे ज़िंदा नहीं छोड़ेगा इसलिए वो कुछ सोचने लगी और अनूप को बोली:"

" एक मिनट गाड़ी रोकना प्लीज़, मुझे बाथरूम जाना हैं।

अनूप ने गाड़ी रोक दी और लीमा सड़क के पास ही बने एक पब्लिक टॉयलेट में घुस गई। अनूप को समझ नहीं आ रहा था कि उसकी साथ ये सब क्या हो रहा हैं और ज्यादा सोचने की वजह से उसके सिर में दर्द होने लगा तो उसने आंखे बंद कर ली। दूसरी तरफ लीमा तो किसी जंगली बिल्ली की तरह मौके की तलाश में थी और अनूप पर नजर गड़ाए हुए थी। जैसे ही पीछे से एक बस अाई तो लीमा उसमे सवार हो गई।

जब काफी देर के बाद भी लीमा नहीं अाई तो अनूप को लगा कि कहीं उसके साथ कोई गड़बड़ तो नहीं हो गई। इसलिए वो गाड़ी से उतरा और पब्लिक टॉयलेट में घुस गया लेकिन लीमा उसे कहीं नहीं दिखाई दी तो उसने परेशान होकर उसका नंबर मिलाया लेकिन नंबर भी बंद मिला। कहीं ये साली भी तो भाग नहीं गई, उफ्फ ये भगवान ये कहां फस गया मैं। प्रिया ने कैमरा लगा दिया, लीमा भाग गई मेरे साथ आखिर से सब क्या हो रहा हैं। दुखी हताश निराश परेशान अनूप अपने ऑफिस की तरफ लौट पड़ा।

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" आह उफ्फ हायएचएचएच आह

प्रिया के मुंह से मस्ती भरी सिसकारियां निकल रही थी और वो टेबल पर झुक कर खड़ी हुई थी और उसकी चूत में लंड फटाफट अंदर बाहर हो रहा था जिससे प्रिया का जिस्म पूरी तरह से हिल रहा था।

प्रिया की चूत में तूफान सा उठ रहा था और उसने मस्ती में आकर पीछे की तरफ देखा और सिसकते हुए बोली:"

" आह उफ्फ नीरज चोद मुझे ऐसे ही, रूबी को मैंने फसा लिया है।

रूबी का नाम सुनते ही नीरज के धक्के तेज हो गए और प्रिया की सिसकियां भी बढ़ गई और उसकी आंखे मस्ती से बंद हो गई।

नीरज ने एक तेज धक्का लगाया और जड़ तक लंड को प्रिया की चूत में उतर दिया तो प्रिया की चूत भी तड़प उठी और लंड को चारो और से कस लिया मानो उसका सारा रस चूस लेना चाहती हो। इसके साथ ही नीरज प्रिया के उपर गिर पड़ा और दोनो सिसकते हुए झड़ गए।

जैसे ही स्खलन का उफान खत्म हुआ तो नीरज उसके उपर से हट गया तो प्रिया भी खड़ी हो गई। नीरज ने प्रिया को गोद में उठाया और बेड की तरफ लेकर चल दिया।

नीरज:" अच्छा बताओ क्या क्या हुआ आज रूबी के घर पर ?

प्रिया:" अरे अनूप के ऑफिस से एक कमरा जुड़ा हुआ हैं और उसमे एक शानदार बेडरूम हैं,लेकिन ये लीमा का चक्कर कुछ समझ नहीं अा रहा मुझे।

नीरज:" क्या हुआ ?

प्रिया:" वो अनूप को दारू में कुछ घोल घोल कर पिला रही थी। मतबल कुछ तो हैं जो वो करना चाहती हैं।

नीरज एक दम से हैरान हो गया और बोला:" सच में क्या ? ये लीमा तो बडी खतरनाक निकली यार!!

प्रिया:" हा मुझे भी बहुत अजीब लगा ये सब देखकर, पता नहीं किसके कहने पर वो ऐसा कर रही है ?

नीरज:" हम्म, इसका मतलब साफ़ हैं कि यहां तो लीमा की अनूप से कोई जाति दुश्मनी हैं या फिर वो किसी के कहने पर ऐसा कर रही हैं।

प्रिया:" इसका पता लगाने के लिए तो हमे लीमा को पकड़ना होगा ताकि उससे पूछ सके। अरे हान मुझे याद आया कि लीमा की जेब से पुड़िया निकल कर वहीं गिर गई थी। अगर वो पुड़िया हमारे हाथ लग जाए तो ??

नीरज:" प्रिया बात तो ठीक हैं तुम्हारी लेकिन सीधी सी बात हैं कि वो चोरी छिपे अनूप को अमृत तो पिला नहीं रही, जरूर वो उसका कुछ बुरा ही कर रही है कि हमारे लिए अच्छा होगा। कहीं ऐसा ना हो कि रूबी ने भी वो पुड़िया देख ली हो और वो भी रात को वहां से निकालने की कोशिश करे तो पंगा हो सकता हैं फिर।

प्रिया: ठीक हैं लेकिन लीमा ने उसे क्या पिलाया हैं ये पता चल जाए तो हमारा काम आसान हो जायेगा।

नीरज:" हान मैं लीमा को अपने कुछ आदमी भेजकर उठवा लूंगा फिर वो हमारे हर सवाल का जवाब देगी। तुम अब रूबी पर फोकस करो और तुम्हारी जानकारी के लिए बता दू कि उसके घर में जो विटामिन सिरप हैं उसमे सेक्स पॉवर की दवा मिली हुई हैं कहीं गलती से तुम मत पी लेना।

प्रिया के होंठो पर रख कामुक स्माइल अा गई और बोली:"

" चिंता मत करो, मैं उसे नहीं पियूंगी बल्कि रूबी को पिला दूंगी और इतना पिला पिला कर उसके जिस्म में आग भर दूंगी कि वो तुम्हारे हाथ लगाते ही तुमसे लिपट जाएगी।

नीरज:" बस उसी दिन का तो इंताज़र है मुझे जिस दिन उसे कुतिया बनाकर चोदूंगा।

इतना कहते हुए उसने बेड पर नंगी पड़ी हुई प्रिया की कमर को बीच से मोड़ दिया और अपने लंड को उसकी चूत पर टिका दिया और दोनो हाथो से उसका मुंह आगे की तरफ करते हुए लंड का तेज धक्का मारा और लंड सीधे प्रिया की चूत में घुस गया।

" आह नीरज, उफ्फ मर गई कितना मोटा हैं तेरा लंड। चोद अपनी रूबी की चूत मेरे राजा !!

नीरज तेजी से धक्के लगाने लगा और बोला:"

" आह तेरी मा की चूत, उफ्फ रूबी कब देगी मुझे अपनी गांड़ !

प्रिया ने पीछे मुड़कर देखा और बोली:'

" आह नीरज दे दूंगी, गांड़ भी दूंगी पहले तो चूत का मजा लो आह मेरी जाना।

प्रिया जैसे ही पीछे मुडी तो नीरज को उसका चेहरा नजर आ गया तो नीरज ने एक जोरदार थप्पड़ उसकी गांड़ पर जड़ दिया और बोला:"

" कमीनी कितनी बार कहा हैं कि पीछे मत देखा कर चुदती हुई, मुड खराब कर देती हैं।

प्रिया थप्पड़ पड़ने से दर्द से बिलबिला उठी और बोली:"

" आह गलती हो गई, तेरे लंड की कसम जब तक तुझसे रूबी को नहीं चुदवा दूंगी तुझसे शादी नहीं करूंगी।

शादी शब्द सुनकर नीरज के होंठो पर ज़हरीली स्माइल अा गई और उसने रूबी को तेज तेज चोदना शुरू कर दिया। थोड़ी देर की चुदाई के बाद दोनो एक साथ झड़ गए और नीरज प्रिया के उपर गिर पड़ा।।
 
शादी शब्द सुनकर नीरज के होंठो पर ज़हरीली स्माइल अा गई और उसने रूबी को तेज तेज चोदना शुरू कर दिया। थोड़ी देर की चुदाई के बाद दोनो एक साथ झड़ गए और नीरज प्रिया के उपर गिर पड़ा।।

प्रिया के जाने के बाद रूबी और साहिल दोनो घर ही थे और आज रात को अनूप के ऑफिस से पुड़िया निकालने का प्लान कर रहे थे।

रूबी:" एक बार फिर से सोच लो साहिल, क्या रात को तुम्हारा ऑफिस में जाना सही होगा ?

साहिल:" मम्मी आप चिंता ना करे, मैं जाऊंगा और आराम से पुड़िया लेकर अा जाऊंगा।

रूबी:" लेकिन अगर अभी हम वहां जाए तो अनूप अभी वहां नहीं होगा, दिन में आराम से निकाल लेना तुम।

साहिल:" मम्मी आप प्रिया को कब से जानती हो ?

रूबी:" अभी दो दिन से बस, लेकिन मेरे सवाल का प्रिया से क्या मतलब ?

साहिल:" मम्मी जो लड़की सिर्फ आपसे दो दिन बात करके अपने बॉस के ऑफिस में जाकर खुफिया कमरे ढूंढ कर कैमरा लगा सकती हैं वो विश्वास के लायक नहीं हैं।

रूबी: ऐसा नहीं है बेटा, वो अच्छी लड़की हैं, मेरी मदद कर रही हैं बेचारी।

साहिल:" भगवान करे कि ऐसा ही हो, लेकिन सोचने वाली बात ये है कि जो कैमरे को आपके मोबाइल पर कनेक्ट कर सकती हैं थी क्या वो अपने मोबाइल पर नहीं कनेक्ट करेगी क्या ?

रूबी का दिमाग तेजी से काम किया और वो बोली:"

" इसका मतलब तुम ये कहना चाहते हो कि प्रिया ने भी सुबह जो कुछ अनूप के ऑफीस में हुआ वो सब देखा हैं।

साहिल:" वाह मम्मी आप तो एक दम सही सोच रही हो, अगर मै दिन में पुड़िया लेने गया तो लाइट में प्रिया को भी पता चल जाएगा और ऑफिस के लोग पापा को भी बता देंगे जबकि मैं नहीं चाहता कि इनमें से किसी को भी पता चले।

रूबी: बात तो तुम्हारी ठीक है बेटा, रात में ही ठीक रहेगा, अगर प्रिया देखेगी भी तो उसे सिर्फ टॉर्च की रोशनी नजर आएगी तुम्हारा चेहरा नहीं।

साहिल स्माइल करते हुए:" बस मम्मी ये सब बाते सोचकर ही तो मैं रात का प्लान कर रहा हूं। दूसरी बात कैमरा चालू हैं ही अगर कोई अंदर घुसा तो पता चल जाएगा।

रूबी:" बिल्कुल सही, तुम तो बहुत तेज हो साहिल, आजकल तो बहुत दिमाग चल रहा हैं तुम्हारा बेटा।

साहिल के चेहरे पर अपनी तारीफ सुनकर भी कोई भाव नहीं उभरा तो रूबी ने हैरानी से उसकी तरफ देखा तो साहिल बोला:" मम्मी एक बात कहूं सच अगर आपकी बुरा ना लगे तो ?

रूबी:" हान बेटा बोलो मुझे क्यों बुरा लगेगा ?

साहिल:" मम्मी सच तो ये हैं कि आप और पापा दोनो ही मेरी नजरो से गिर गए हो, मुझे ये सोचकर खुद से नफ़रत होती हैं कि मेरे मा बाप दोनो के चरित्र कितने गिरे हुए हैं!!

साहिल की बात सुनकर रूबी अंदर ही अंदर तड़प उठी और उसके खूबसूरत चेहरे पर दर्द की लकीरें साफ उभर आई और बोली:"

" बेटा तुझे कहीं ना कहीं बहुत बड़ी गलतफहमी हो रही हैं, अच्छा एक बात बता तेरे पापा ने तो मना किया था कि वो चुद... के बारे में कुछ नहीं जानते!!

रूबी के मुंह से चुदाई लोक निकलते निकलते बचा और साहिल समझ गया कि उसकी मा क्या कहना चाह रही हैं तो साहिल बोला:"

" मम्मी पापा तो झूठे हैं ही क्योंकि उन्होंने अपने घर के साथ साथ ऑफिस में भी खुफिया कमरा बनवाया हुआ हैं। उन्होंने मुझे साफ झूठ बोला कि उन्हें घर में बने हुए लोक के बारे में नहीं पता इतना तो मैं समझ गया।

रूबी:" बेटा कुछ दिन और रुक जाओ, जल्दी ही तुम्हे सब समझ अा जाएगा और तुम्हे पता चल जाएगा कि तुम्हारी मा कैसी है ।

साहिल रूबी की बात सुनकर खामोश हो गया क्योंकि वो जानता था कि अगर गलती से उसकी मा अपनी जगह ठीक निकल गई तो वो उसे मुंह दिखाने लायक नहीं रहेगा।

शांता अा गई तो दोनो की बातो को ब्रेक लगा। रूबी नहीं चाहती थी कि कैमरे ये बारे ने शांता को पता चले इसलिए बोली:"

" मा आप रहने दीजिए, मैं आज घर पर ही तो सारा काम मैं खुद कर लूंगी।

शांता:" कोई बात नहीं बेटी , मैं भी थोड़ा तेरा हाथ बटा देती हूं वैसे भी तो तू रोज काम ही करती हैं। बहुत दिनों के बाद आज तुझे छुट्टी लेते हुए देखा है।

रूबी:" नहीं मा, मैं मना कर रही हूं ना आपको, आप काम नहीं करेगी, आप आराम कीजिए आप।

शांता ने अब कुछ नही बोला और चुपचाप नीचे की तरफ चल पड़ी और अपने कमरे में चली गई।
 
दूसरी तरफ अनूप लीमा के गायब होते ही बुरी तरह से डर गया। उसकी कुछ भी समझ में नहीं अा रहा था कि क्या करे कहां जाए। आखिर कार वो अपने ऑफिस में अा गया और अंदर जाने के बजाय बाहर ही बने गेस्ट हाउस में बैठ गया और सोचने लगा कि प्रिया ने ऐसा किसके कहने पर किया होगा लेकिन वो किसी का नाम ठीक से नहीं सोच पा रहा था।

क्या प्रिया मुझे ब्लैकमेल करना चाहती हैं ?

लेकिन सबसे बड़ी बात उसे कमरे के पता कैसे चला ?

क्या लीमा उसके साथ मिली हुई हैं और उसने ही कमरे के बारे में बताया हैं ?

लीमा भाग क्यों गई ?

अगर गलती से भी रूबी को ये सब पता चल गया तो मेरी तो इज्जत खाक में मिल जाएगी ,!!

ऐसे और भी बहुत सारे सवाल थे जिनके जवाब वो सोच रहा था लेकिन कोई निर्णय नहीं कर पा रहा था।

...................

अनुप अपने इन्ही सवालो मे डूबा हुआ था कि नीरज गेस्ट हाउस के अंदर दाखिल हुआ और बोला: "

" भाई क्या हाल है ? आज यहां कैसे ऑफिस में नहीं बैठे क्या

अनुप ने नीरज को देखकर राहत की साँस ली और बोला: "

" बस ठीक है सब, आप बताओ कैसे आना हुआ? बस आराम का मन था इसलिए यहीं बैठ गया।

नीरज: " यार खेल के सामान का एक नया टेंडर आया हुआ है, लेकिन मेरे पास काम बहुत हैं तो सोचा तुझे दिला दु। करीब एक करोड़ का बजट होगा।

अनुप को नीरज एक फरिश्ते के समान लगा और बोला: "

" भाई ये तो बहुत अच्छी ख़बर बताई, सचमुच तु ही मेरा सच्चा दोस्त हैं।

नीरज:" भाई मैं तो चाहता हूं कि तुम खूब नाम कमाओ, और हमारी दोस्ती हमेशा ऐसे ही बनी रहे। क्या बात हैं तुम कुछ परेशान लग रहे हो भाई ?

अनूप को नीरज की बाते सुनकर इतना तो यकीन हो गया था कि इस दुनिया में अगर कोई उसका हमदर्द उसका साथी हैं तो वो सिर्फ नीरज हैं और वहीं इस मुश्किल समय में उसकी मदद कर सकता है। अनूप बोला:"

" भाई सच बात तो ये हैं कि कुछ भी ठीक नहीं चल रहा हैं, कोई तो है जो मुझे बर्बाद करने पर तुला हुआ है भाई।

नीरज:" क्या हुआ , सब कुछ साफ़ साफ़ बताओ आप मुझे ?

अनूप को समझ नहीं आ रहा था कि वो कहां से शुरू करे क्योंकि अगर वो अपने राज़ नीरज को बताएगा तो नीरज कहीं ना कहीं उसके बारे में गलत अनुमान ना ले लेकिन उसके पास कोई और रास्ता भी नहीं बचा था इसलिए बोला:"

" भाई किसी ने मेरे ऑफिस में कैमरे लगा दिए हैं और मेरी निगरानी कर रहा हैं कोई।

नीरज के चेहरे पर जमाने भर का आश्चर्य उभर आया और बोला:"

" ओह लेकिन ऐसा कर कौन सकता हैं भाई ? तुम्हे कैसे पता चला की कैमरे लगे हुए है ?

अनूप:" भाई वो लीमा ने देखे हैं और उसने है मुझे बताया हैं कि सब जगह कैमरे लगे हुए हैं।

नीरज:" मतबल तूने खुद नहीं देखे कि कैमरे कहां लगे हुए हैं ?

अनूप:" हिम्मत ही नहीं पड़ी मेरी तो, लीमा के बताते ही मेरी तो हालत खराब हो गई थी।

नीरज चौंकते हुए:" हालत खराब मतलब, कहूं कोई गलत काम तो नहीं कर दिया तूने कैमरे के आगे ?

अनूप को कुछ समझ नहीं आया कि क्या जवाब दे, एकदम मौनी बाबा की तरह बिल्कुल शांत।

नीरज:" अनूप मैं कुछ पूछ रहा हु, जवाब दो उसका

अनूप ने आखिरकार चुप्पी तोडने का फैसला किया क्योंकि नीरज से बड़ा उसका कोई हमदर्द इस दुनिया में दूसरा नहीं था। अनूप नजरे नीची किए हुए बोला:"

" भाई दरअसल मेरे ऑफिस से एक बेडरूम जुड़ा हुआ है जहां मैं कभी कभी आराम करता हूं।

नीरज को प्रिया सब कुछ बता चुकी थी लेकिन फिर भी उसने जबरदस्त नाटक करते हुए कहा:"

" वाह भाई, तू तो पूरा छुपा रुस्तम निकला, मतलब ऑफिस में ही मस्ती।

अनूप के चेहरे पर एक खीज साफ तौर पर उभरी हुई नजर आईं और खामोशी से बस नीरज की तरफ देखता रहा। नीरज ने उसे एक स्माइल दी और बोला:"

" मतलब तेरे ऑफिस से जुड़े हुए रूम में लगे हुए कैमरे को लीमा ने देखा, अच्छा एक बात बता ये लीमा हैं कहां ?

अनूप का मन किया कि वो रो पड़े लेकिन हिम्मत करते हुए बोला:"

" भाई लीमा तो भाग गई शायद, आज जब हम प्रिया के घर गए थे तो वहां प्रिया नहीं मिली तो डर के मारे लीमा भाग गई।

नीरज:" इसका मतलब सब कुछ लीमा का किया धरा हैं, अच्छा ये प्रिया कौन हैं और तुम उसके घर क्यों गए थे ?

अनूप:" भाई प्रिया रिसेप्शन पर जॉब करती थी और सारे कैमरे का कंट्रोल उसके ही हाथ में होता था या मेरे। लेकिन उसने धोखे से मेरे ऑफिस और कमरे में भी कैमरा लगा दिया। वो भी गायब हैं इसलिए हम उसके घर हुए थे।

नीरज:" फिर क्या हुआ ? क्या बोला उसने ?

अनूप:" बोलती क्या वो मिली नहीं हैं, प्रिया ने पता दिया था वहां कोई प्रिया नाम कि लड़की रहती ही नहीं है।

नीरज:" मतलब लीमा के साथ साथ तुम्हे प्रिय भी धोखा दे गई। तुमने तो अपने ऑफिस में ही अपने दुश्मन भर कर रखे हैं अनूप। ऐसे क्या कर पाओगे तुम ?

अनूप अपने दांत भींचते हुए बोला:" बस एक बार प्रिया मिला जाए फिर मैं सब कुछ पता लगा लूंगा उससे।

नीरज:" मैं भी कोशिश करता हूं उसे ढूंढने की। अच्छा सुन कल टेंडर की बोली लगेगी तू अा जाना वहां पर पक्का।

अनूप:" अा जाना क्या यार, मैं तेरे साथ ही चलता हूं, साला घर जाने का तो मन ही नहीं हैं आज।

नीरज:" अच्छा चल फिर मेरे साथ ही चल, तेरा भाई तेरे लिए हमेशा तैयार हैं अनूप।

नीरज खड़ा हुआ और गाड़ी लेने के लिए पार्किंग में चला गया और प्रिया को कॉल करके बताया कि अनूप को उस पर पूरा शक हो गया है और वो मेरे साथ घर ही अा रहा है इसलिए तुम रूबी के घर चली जाओ।

इसके बाद नीरज ने फोन काट दिया और गाड़ी में अनूप को लेकर घर की तरफ चल पड़ा। वहीं दूसरी तरफ साहिल घर के बाहर अा गया था और कुछ जरूरी सामान खरीद रहा था कि तभी उसकी नज़र एक ब्रांड न्यू फेरारी पर पड़ी तो उसकी आंखो को जैसे यकीन ही नहीं हुआ। कार में पीछे की सीट पर प्रिया पर बैठी हुई थी और ड्राइवर गाड़ी चला रहा था। साहिल ने अपनी गाड़ी से उसका पीछा करना शुरू कर दिया लेकिन वो समझ नहीं पा रहा था कि प्रिया के पास इतनी कीमती गाड़ी कहां से अा गई।

आगे एक चौक पर जाकर प्रिया गाड़ी से उतर गई और वहीं से आगे मुड़ते ही रूबी का घर था तो प्रिया ने अपने मोबाइल निकाला और रूबी का नंबर मिला दिया।

रूबी:" हान प्रिया बोलो

प्रिया:" मैडम दरअसल वो मुझे मकान मालिक ने निकाल दिया हैं क्या आज रात में आपके यहां गुज़ार सकती हूं।

रूबी:" हान हान प्रिया क्यों नहीं, अा जाओ तुम मेरे पास ही।
 
उसके बाद प्रिया ने नीरज को मेसेज कर दिया कि रूबी मान गई है और वो आज रात उसके घर पर ही रहेगी। प्रिया घर के अंदर दाखिल हो गई। बाहर दूर खड़ा हुआ साहिल ये सोचकर हैरान हो रहा था कि लीमा के बाद अब प्रिया आखिरकार हो क्या रहा हैं ये जरूर कोई बहुत बड़ी साजिश रच रहा हैं उसके परिवार के खिलाफ लेकिन मैं उसे कामयाब नहीं होने दूंगा।

लीमा अनूप की नजरो से बचकर भाग निकली और बस से उतर कर एक होटल के अंदर घुस गई। उसने एक रूम बुक किया और कमरे ने जाते ही चैन की सांस ली और अपना पसीना साफ करने लगी। थोड़ी देर के बाद वो नॉर्मल हुई और आपके बॉस को कॉल किया और बोली:"

" बॉस वो एक बहुत बड़ी गड़बड़ हो गई, अनूप के ऑफिस में किसी ने कैमरा लगा दिया और मेरे सारे राज खुल गए तो मुझे जान बचाकर भागना पड़ा।

बॉस:" उफ्फ ये क्या कांड कर दिया तूने लीमा, मेरा सारा प्लान गड़बड़ हो जाएगा ऐसे तो।

लीमा कमजोर आवाज में बोली:"

" मुझे खुद कुछ भी पता नहीं चला कि कैसे ये सब हुआ, लेकिन अब मेरे पास कोई और रास्ता नहीं बचा था इसलिए भाग अाई।

बॉस:" चलो कोई बात नहीं, तुम आराम से छुपी रहो और जब तक मैं ना बोलू बाहर मत निकलना।

लीमा:" ठीक हैं, लेकिन मुझे खर्च की दिक्कत आएगी

बॉस:" तुम उसकी फिक्र मत करो, मेरा आदमी आएगा और तुम्हे पैसे दे जाएगा।

इसके बाद बॉस ने फोन काट दिया और लीमा बेड पर लेट गई और सोने की कोशिश करने लगी। धीरे धीरे रात गहराने लगी और साहिल घर लौट चुका था और उम्मीद के मुताबिक उसे प्रिया घर पर ही मिली। उसने प्रिया को एक बार सिर से लेकर पैर तक घूर कर देखा।

रूबी:" साहिल ये प्रिया को इसके मकान मालिक ने निकाल दिया है और आज ये हमारे साथ ही रहेगी।

साहिल के होंठो पर सिर्फ हल्की सी स्माइल अा गई और बोला:"

" ठीक हैं मम्मी, जैसे आपको सही लगे। मुझे क्या ऐतराज़ हो सकता हैं भला। पापा का कुछ पता नहीं एक बार कॉल करके पूछता हूं मैं उनसे।

साहिल ने अनूप का नंबर मिलाया और बोला:"

" पापा कहां है आप, कितनी रात हो गई हैं और आप घर नहीं आए ?

अनूप:" वो बेटा आज मुझे कुछ जरूरी काम हैं इसलिए आज रात घर नहीं अा पाऊंगा।

इतना कहकर अनूप ने बिना कुछ सुने फोन काट दिया और साहिल उदास हो गया।

शांता:" रूबी बेटी खाना लग गया हैं अा जाओ खाना खा लो।

रूबी:" आओ प्रिया और साहिल खाना खा लेते हैं।

साहिल बहाना बनाते हुए बोला:

" मम्मी वो मेरे दोस्त आरव का जन्म दिन है तो मुझे उसकी पार्टी में जाना होगा। आप लोग खा लीजिए।

इतना कहकर साहिल बाहर की तरफ निकल गया तो प्रिया ने राहत की सांस ली क्योंकि वो कुछ असहज महसूस कर रही थी साहिल के साथ।

शांता भी साथ ही बैठ गई और सभी खाना खाने लगे।

शांता बार बार गौर से प्रिया के चेहरे को देख रही थी और उसे ऐसा लग रहा था मानो उसकी बेटी सपना ही उसके सामने बैठी हैं। शांता फिर से बोल उठी:"

" बेटी प्रिया तुम्हे देखकर मुझे अपनी खोई हुई बेटी की याद आ रही है, बिल्कुल तेरी जैसी थी वो।

रूबी के होंठो पर स्माइल अा गई तो प्रिया भी मुस्कुरा उठी और बोली:"

" मा जी मैं भी तो आपकी बेटी जैसी ही हूं।

शांता फिर कुछ नहीं बोली और तीनो आराम से खाना खाती रही। वहीं दूसरी तरफ साहिल एक पार्क में बैठा हुआ था और प्रिया के बारे में ही सोच रहा था कि आखिर ये प्रिया चीज क्या हैं, इसका मकसद क्या हैं, कहीं ये मेरी मम्मी का ही बनाया हुआ कोई मोहरा तो नहीं हैं जो मेरे बाप की छवि को खराब करने के लिए इस्तेमाल किया जा रहा हैं। लेकिन अगर प्रिया मोहरा हैं तो फिर लीमा वाली क्या कहानी हैं कुछ तो हैं जरूर जो मुझे पता करना ही होगा।

थोड़ी देर बाद साहिल अनूप के ऑफिस के बाहर खड़ा हुआ था और दबे पांव पाइप के सहारे उपर चढ़ गया। अब वो ऑफिस के अंदर दाखिल हो चुका था और अपने मोइबल की टॉर्च के सहारे उसने कमरे के अंदर देखा तो पता चला कि कमरा तो पहले से ही खुला हुआ है और जैसे ही साहिल अंदर घुसा तो एक जोरदार मुक्का उसके पेट पर पड़ा और साहिल के मुंह से दर्द भरी आह निकल गई। कमरे में पूरी तरह से अंधेरा रहा था और कोई वहां पहले से ही मौजूद था जिसने साहिल पर अंदर घुसते ही हमला कर दिया।

साहिल को समझ नहीं आया कि ये हुआ क्या हैं और एक अजनबी उसके उपर सवार हो गया और साहिल को मारने लगा तो साहिल ने मौका देखकर उसके हाथ पकड़ लिए और एक जोरदार सिर की टक्कर उसके चहेरे पर जड़ दी जिससे वो आदमी दर्द से कराह उठा और पीछे को लुढ़क गया। साहिल ने मोबाइल की टॉर्च जलानी चाही तो पता चला कि उसका मोबाइल खराब हो गया है मुक्का लगने की वजह से तो साहिल अंधेरे में ही पुड़िया ढूंढ़ने लगा लेकिन उसे कहीं पुड़िया नहीं मिली। उस अजनबी के कराहने की आवाज साहिल के कानों में गूंज रही है तो साहिल ने उसकी तलाशी लेनी शुरू कर दी और उसकी जेब से साहिल को पुड़िया मिल गई तो साहिल ने फिर से एक जोरदार मुक्का उसके मुंह पर जड़ दिया तो वो आदमी बिजली की स्पीड से उठा और बाहर की तरफ दौड़ लगा दी। साहिल ने उसका पीछा किया क्योंकि साहिल उसका चेहरा देखना चाहता था लेकिन वो आदमी किसी छलावे के समान ही वहां से गायब हो गया।

साहिल के हाथ सिवाय पुड़िया के कुछ और नहीं लगा और वो पुड़िया लेकर घर की तरफ चल पड़ा। उसके पेट में अभी भी रह रह कर दर्द हो रहा हैं क्योंकि अजनबी ने काफी जोरदार मुक्का उसको मारा था।
 
रूबी खाना खाने के बाद प्रिया को अपने साथ उपर ले गई और उसे सुबह वाले रूम में छोड़ दिया ताकि वो आराम से वहां सो सके और अपने कमरे में अा गई। प्रिया बीच में मौका मिलते ही अपना काम कर चुकी थी और उसने हॉल के साथ रूबी के बेडरूम में भी एक बहुत शक्तिशाली कैमरा लगा दिया था। अनूप दारू पीकर बेहोश हो चुका था और नीरज आराम से कैमरे पर रूबी को लाइव देख रहा था।

रूबी अपने कमरे में अा गई और उसने एक ढक्कन विटामिन सिरप का पी लिया और दिन भर हुई घटनाओं के बारे में सोचने लगी तभी उसे साहिल की याद अाई जो पुड़िया लेने के लिए ऑफिस में गया था। उसने अपना फोन निकाला और साहिल का नंबर मिला दिया लेकिन साहिल का फोन खराब हो चुका था तो नंबर नहीं मिला तो रूबी परेशान हो उठी। मन ही मन वो भगवान से प्रार्थना करने लगी कि साहिल की रक्षा करना।

साहिल की गाड़ी घर के घुस गई तो रूबी तेजी से चलती हुई बाहर अाई और उसे देखकर सुकून की सांस ली। साहिल ने गाड़ी पार्क करी और रूबी के पास पहुंच गया।

रूबी: क्या हुआ बेटा, नंबर नहीं लग रहा था तुम्हारा?

साहिल ने एक एक करके सारी बात रूबी को बता दी तो रूबी तो जैसे यकीन ही नहीं कर पा रही थी। ये अच्छा हुआ कि पुड़िया साहिल के हाथ लग गई थी।

साहिल:" मम्मी प्रिया कहां हैं ?

रूबी:" बेटा वो उपर अपने कमरे में जहां सुबह हमने उसे छोड़ा था। बेचारी लड़की रात काट कर चली जाएगी ।

साहिल ने गौर से अपनी मम्मी के चेहरे को देखा और सोचने लगा कि क्या उसकी मम्मी सचमुच इतनी भोली हैं या ड्रामा कर रही हैं लेकिन वो कोई भी अंदाजा नहीं लगा पाया।

साहिल:" मम्मी और कौन हो सकता है जो पुड़िया हासिल करना चाहता है ?

रूबी:" बेटा ये ही सोचने वाली बात हैं, जरूर वहीं आदमी होगा जिसके कहने पर लीमा ने ये सब किया होगा।

साहिल ने रूबी की आंखो में झांका और बोला:"..

" कहीं ऐसा तो नहीं कि मम्मी आप सब ही ये गेम कर रही हैं ताकि आप पापा को फसा कर मेरी नजरो में खुद को सही सबूत कर सको।

रूबी के चेहरे पर घोर हैरानी के भाव उभरे और गुस्से से बोली:"

" साहिल मुझ पर कोई भी झूठा इल्ज़ाम लगाने से पहले सोच लो बेटा, मैं क्यों ऐसा करूंगी ? क्या मैं तुझ पर हमला करा सकती हूं साहिल, इतनी भी नीच नहीं हू मैं बेटा।

साहिल को रूबी की आंखो में आत्म विश्वास साफ दिखाई दिया और बोला:"

" तो फिर आपने प्रिया की सच्चाई जाने बिना उसे घर के अंदर पनाह क्यों दे दी ?

रूबी चौंकते हुए:"

" प्रिया की सच्चाई मतलब ? क्या हुआ अब ?

साहिल:" मम्मी वो एक मामूली रिसेशनिस्ट की जॉब करने वाली लड़की फेरारी में बैठ कर मोड़ तक अाई थी और उसे छोड़ने ड्राइवर आया था।

रूबी के माथे पर पसीना छलक उठा और बोला:"

" ये तुम क्या कह रहे हो बेटा? ऐसा कैसे हो सकता हैं ?

साहिल:" वही जो सच है मम्मी और ऐसा हो चुका हैं मैंने खुद अपनी आंखो से देखा हैं।

रूबी ने अपना सिर पकड़ लिया और बोली:" है भगवान ये मेरे साथ आखिर हो क्या रहा हैं ?
कौन हैं जो ये सब कर रहा है ?

साहिल ने अपनी मम्मी के कंधे पर हाथ रखा और बोला:"

" आप चिंता मत करो मम्मी, मैं सब ठीक कर दूंगा लेकिन सबसे पहले हमें प्रिया की कहानी समझनी होगी। आओ अंदर चलते हैं।

दोनो मा बेटे घर के अंदर घुस गए।

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साहिल और रूबी दोनो मा बेटे घर के अंदर घुस गए। दोनो का मकसद अब प्रिया से बात करना और उसकी सच्चाई जानना था। वहीं जैसे ही दोनो घर के अंदर घुसे तो प्रिया और नीरज दोनो को वो फिर से कैमरे पर दिखाई देने लगे।

साहिल सीधे प्रिया के रूम में गया तो देखा कि वो मोबाइल में कुछ देख रही थी तो साहिल बोला:"

" क्या देख रही हो प्रिया ?

प्रिया के माथे पर परेशानी के भाव छलक पड़े और सांसे डर के मारे तेज हो गई और बोली:"

" कुछ नहीं ऐसे ही मूवी देख रही थी मैं, नींद नहीं आ रही थी।

इतना कहकर प्रिया ने मोबाइल कैमरा ऐप को बंद कर दिया लेकिन तब तक साहिल उसके पास पहुंच चुका था और बोला:"

" कौन सी मूवी देख रही हो तुम ? जरा मुझे भी तक दिखाओ।

प्रिया ने मोबाइल को छुपा लिया और स्माइल करते हुए बोली:"

" होती हैं कुछ लड़कियो की पर्सनल मूवी जो रात को देखते हैं साहिल सर।

प्रिया ने अब अपना आखिरी दांव चल दिया कि साहिल को अपने हुस्न के जाल में फंसाया जाए लेकिन साहिल जिस तरह के हालात से गुजर रहा था उसमें जिस्म की कोई गुंजाइश नहीं रह गई थी।
 
साहिल ने अपना हाथ आगे बढाया और प्रिया के हाथ से मोबाइल छीन लिया तो प्रिया समझ गई कि उसका खेल खत्म हो गया है तो उसने साहिल के उपर हमला कर दिया और उसके हाथ में काट लिया। साहिल को प्रिया से ऐसी कोई उम्मीद नहीं थी इसलिए उसके हाथ से मोबाइल छूट गया और प्रिया बाहर की तरफ दौड़ पड़ी। जैसे ही गेट में पहुंची तो एक झटके के साथ फिर से अंदर अा गिरी क्योंकि रूबी बाहर खड़ी हुई थी और उसने प्रिया की अंदर धक्का दिया।

दर्द से कराह उठी प्रिया अंदर गिरी और साहिल अब तक संभल चुका था इसलिए उसने एक जोरदार थप्पड़ प्रिया के गाल पर रख दिया तो प्रिया के मुंह से दर्द भरी आह निकल पड़ी।

साहिल ने उसके हाथ से मोबाइल छीन लिया और तब तक रूबी ने अपना दुपट्टा साहिल की तरफ बढ़ा दिया तो साहिल ने बिना कोई देर किए प्रिया के दोनो पैर एक साथ बांध दिए तो प्रिया तड़प उठी:"

" आह छोड़ दो मुझे, मैंने तुम्हारा क्या बिगाड़ा है साहिल, देखो ना मैडम मैंने तो आपकी मदद ही करी हैं।

रूबी किसी शेरनी की तरह दहाड़ती हुई बोली:"

" प्रिया तुम्हारा खेल खत्म और ये बताओ कि तुम्हारी असलियत क्या हैं ? कौन हो तुम ?

प्रिया भले ही फंस चुकी थी लेकिन बहादुरी से काम लेते हुए बोली:"

" मैं तो प्रिया हूं, आपके पति के ऑफिस में जॉब करती हूं, आपको सब पता तो हैं।

साहिल:" चुप कर अपनी बकवास, और सच सच बता कि तू किसके कहने पर ये सब कर रही हैं ? मैं तुझे फेरारी से उतरते हुए देखा चुका हूं।

प्रिया:" सर आपको कोई गलफहमी हो गई है, मैं तो कभी भी बैठी हुई फेरारी में ? क्यों गरीब का मजाक उड़ा रहे हो साहब ?

साहिल:" मम्मी ये ऐसे नहीं मानने वाली, आप एक काम करो लाल मिर्च का पाउडर लेकर आओ।

प्रिया:" प्लीज़ आप मेरी बात का यकीन कीजिए, ऐसा कुछ भी नहीं है जैसा आप लोग सोच रहे हैं

रूबी ने प्रिया की एक ना सुनी और किचेन से पाउडर ले अाई तो प्रिया के चेहरे पर डर के भाव तौर पर महसूस हुए। प्रिया हाथ जोड़ते हुए बोली:"

" मैडम आप भी मुझे गलत समझ रही हैं, प्लीज़ मुझे जाने दो मैं फुटपाथ पर अपनी रात गुज़ार दूंगी।

साहिल:" मम्मी ये ऐस नहीं मानेगी, लाओ आप मिर्च का पाउडर मुझे दो।

साहिल ने मिर्च का पाउडर लिया और सीधे प्रिया के मुंह पर फेंक दिया। प्रिया जब तक आंखें बंद करती देर हो चुकी थी और उसकी आंखो में मिर्च के कारण दर्द और तेज जलन होने लगी।

प्रिया:" आह मर गई, अहहझ प्लीज़ मुझे पानी दो, मेरी आंखे जल रही है, मैं सब कुछ बता दूंगी।

साहिल ने फ्रिज से पानी की बोतल निकाल कर उसके चेहरे पर पानी डालना शुरू कर दिया। रूबी ने प्रिया के चेहरे पर से मिर्च साफ करी लेकिन फिर भी काफी देर तक प्रिया को जलन होती रही और उसकी दर्द भरी आह निकल रही थी। प्रिया ने एक बहुत बड़ी गलती कर दी कि इस कमरे में कैमरा नहीं लगाया था इसलिए नीरज देख नहीं पा रहा था कि वहां पर क्या चल रहा है। इसी बीच साहिल प्रिया के मोबाइल को खोल चुका था और उसमें कैमरा ऐप देखकर फोल्डर खोला तो वो हैरान हो गया क्योंकि उसकी घर की रिकॉर्डिंग हो रही थी। प्रिया के पास अनूप के के ऑफिस से लेकर साहिल के पुड़िया लाने तक की सब रिकॉर्डिंग मौजूद थीं।

थोड़ी देर के बाद प्रिया को कुछ आराम मिला तो साहिल बोला

" तुम तो कुछ जरूरत से ज्यादा ही तेज निकली मेरे घर की रिकॉर्डिंग, बताओ कौन हैं वो जो ये सब कर रहा हैं ?

प्रिया समझ चुकी थी कि वो पूरी तरह से फस चुकी है और उसके पास कोई और रास्ता नहीं बचा है तो उसने अपना मुंह खोल दिया

" नीरज तुम्हारे पापा का दोस्त, उसके कहने पर ही मैं ये सब कर रही हूं।

प्रिया की बात सुनकर साहिल और रूबी दोनो हैरान हुए लेकिन रूबी अब समझ गई थी कि अब वो अपने बेटे की नजरो में पहले जैसी इज्जत हासिल कर लेगी।

साहिल:" नीरज, लेकिन वो सब ये क्यों कर रहा हैं?

प्रिया:" वो रूबी मैडम के पीछे पड़ा हुआ हैं और उनके साथ सेक्स करके वीडियो बनाना चाहता हैं ताकि हमेशा के लिए इसे अपनी गुलाम बना सके।

साहिल:" लेकिन वो ऐसा क्यों करना चाहता है ?

प्रिया:" मुझे इससे ज्यादा कुछ नहीं पता, बस उसने मुझे कहा था कि वो अनूप को बर्बाद करना चाहता हैं और उसके परिवार की इज्जत को मिट्टी में मिलाना ही उसका मकसद हैं।

साहिल:" ये लीमा कौन है और उसका नीरज से क्या रिश्ता हैं ?

प्रिया:" लीमा एक मजबूर औरत हैं जो तुम्हारे पापा के ऑफिस में काम करती है। बेचारी अनाथ हैं और बड़ी मुश्किल से शादी हुई थी लेकिन बदकिस्मती से पति मर गया और फिर उसने तुम्हारे यहां जॉब शुरू कर दी। वो किसके कहने पर ये सब कर रही हैं मुझे नहीं पता। जहां तक मुझे पता हैं उसका नीरज से कोई संबंध नहीं हैं जरूर कोई और भी हैं जो लीमा को अपने लिए इस्तेमाल कर रहा है।
 
रूबी:" बेटा मैं तुम्हे पहले ही कहती थी कि नीरज ही हमारा सबसे बड़ा दुश्मन हैं।

साहिल ने बड़ी मुश्किल से अपनी नजरे उठाई और रूबी की तरफ देखा और शर्म से साहिल की नजरे अपने आप झुक गई।

प्रिया:" अब मुझे जाने दो, मैंने सब कुछ सच सच बता दिया है।

तभी प्रिया का मोबाइल बज उठा तो साहिल में देखा कि नीरज का कॉल था। साहिल ने उसकी तरफ मोबाइल बढ़ा दिया और बोला:'

" लो बात करो, लेकिन ध्यान रखना उसे पता नहीं चलना चाहिए कि तुम हम सब कुछ बता चुकी हो।

साहिल ने प्रिया को मोबाइल का स्पीकर ऑन करके दिया और हाथ में फिर से लाल मिर्च का पाउडर लिया और प्रिया की तरफ देखने लगा।

प्रिया:" हेल्लो हां जी सर,

नीरज:" क्या हुआ प्रिया सब ठीक तो हैं ? कोई कैमरे पर नजर नही अा रहा है।

प्रिया ने एक बार साहिल की हाथ में मिर्च के पाउडर की तरफ देखा और बोली:"

" हा जी सर, सब ठीक हैं, दोनो मा बेटे उपर छत पर घूमने के लिए गए हैं। इसलिए कोई कैमरे पर नजर नहीं आ रहा है।

नीरज:" ओह तो ये बात हैं, मैं तो डर ही गया था कि कहीं तुम फंस तो नही गई, तुम्हे ये काम बहुत सावधानी के साथ करना हैं प्रिया। बस एक बार रूबी मेरे नीचे अा जाए फिर देखना मैं अनूप का वो हाल करूंगा कि वो किसी को मुंह दिखाने के लायक नहीं रहेगा।

प्रिया:" आप का सपना जरूर पुरा होगा सर, मैं हमेशा आपके साथ रहूंगी। सर कोई अा रहा हैं शायद मैं बाद में करती हूं।

इतना कहकर प्रिया ने फोन काट दिया और साहिल से बोली:"

" साहब देखिए मैंने आपकी बात मान ली हैं अब तो प्लीज़ आप मुझे खोल दीजिए।

साहिल:" नहीं प्रिया अब तुझे यहीं बंधा रहना होगा सारी रात। सुबह सोचता हूं तेरा क्या करना हैं अच्छा गुड नाईट प्रिया जी।

इतना कहकर साहिल ने प्रिया का फोन बंद कर दिया और कमरे को बाहर से लॉक लगाने के बाद साहिल और रूबी दोनो बाहर की तरफ अा गए और सीढ़ियों से उतरते हुए साहिल बोला:" मम्मी हॉल में और आपके कमरे में कैमरे लगे हुए हैं। आप ध्यान रखना कि ऐसा कोई काम मत करना जिससे नीरज को शक हो जाए कि प्रिया पकड़ी गई हैं।

रूबी कैमरे कि बात सुनकर हल्का सा परेशान हुई और बोली:"

" बेटा मैं ऐसे कमरे में नहीं जा पाऊंगी, कोई आदमी मेरे उपर नजर रखे ये मुझसे सहन नहीं होगा। कोई दूसरा रास्ता बताओ ?

साहिल ने थोड़ी देर सोचा और बोला:" मम्मी आप एक काम करो अपने कमरे में जाकर लाइट बंद करके लेट जाओ, और फिर धीरे से बाहर निकल आओ जिससे नीरज को लगे कि आपके कमरे के अंदर ही हो।

रूबी को साहिल की बात सही लगी और वो अपने कमरे में चली गई और दो मिनट बेड पर लेटने के बाद उठी और नींद में होने का बहाना करते हुए लाइट बंद करी और धीरे से बाहर निकल गई।

साहिल अपने कमरे में लेटा हुआ था और उसने अपनी मम्मी के साथ जो बर्ताव किया वो सब सोच सोच कर उसका दिल बैठता जा रहा था। आज उसकी मम्मी पूरी तरह से निर्दोष साबित हो गई थी और साहिल के अंदर इतनी हिम्मत नहीं बची हुई थी कि वो रूबी से नजरे मिला कर माफी सके। साहिल अपने विचारो में खोया हुआ था कि रूबी उसके कमरे में दाखिल हुई।

साहिल ने एक बार अपनी मम्मी को देखा और उसकी नजरे खुद ही नीचे झुक गई। रूबी जैसे ही बेड के पास पहुंच गई तो साहिल खड़ा हुआ और रूबी के पैरो में जा पड़ा।

साहिल:" मम्मी प्लीज़ मुझे माफ़ कर दो, मैंने आपको बहुत बुरा भला कहा, मुझे अपने आप पर बहुत शर्म अा रही है।

रूबी ने उसका हाथ पकड़ा और उठाने कि कोशिश करती हुई बोली:

" कोई बात नहीं बेटा, तुम्हे गलतफहमी हुई थी जो अब दूर हो गई। मुझे तुमसे कोई शिकायत नहीं हैं। चलो खड़े ही जाओ।

साहिल ने खड़े होने के बजाय और कस कर रूबी के पैरो को पकड़ लिया और बोला:"

" नहीं मम्मी मैंने आपका बहुत अपमान किया हैं, मैं माफी के लायक नहीं हूं, मुझे कोई सजा दो आप तभी जाकर मेरे पापो का बोझ हल्का होगा।

इतना कहकर साहिल की आंखो से आंसू टपक पड़े और जैसे ही रूबी को अपने पैरो पर अपने बेटे के आंसू महसूस हुए तो वो पिघल गई और नीचे बैठ कर साहिल का चेहरा अपनी गोद में रख लिया और उसके आंसू साफ करते हुए बोली:"

" बस कर बेटा, अब तुम्हे नहीं बल्कि नीरज को रोना होगा जिसकी वजह से ये सब हुआ हैं। बेटा तुम्हीं तो मेरी हिम्मत हो, बस करो तुम।
 
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