सम की बात सुन कर रजत जाम हाथ मे उठाया, और दीप्ति को देख कर कहने लगा.... "आज तो मैं अपनी बेब को पूरा खुश कर दूँगा.... कल मिलता हूँ साले... सारा इंतज़ाम कर देना"...
दीप्ति, रजत के साथ उसे नीचे तक ड्रॉपे करने गयी.... "ज़रा आराम से इसे दुनिया दिखाना, ताकि तेरा दीवाना रहे. सही मौके पर बड़ा मुर्गा फसा है. अभी तो ये हमारी करोड़ो की चाबी है. बस कोई ग़लती मत करना".
दीप्ति, सम को ड्रॉप कर के जल्द ही वापस आई... तब तक रजत विश्की के दो पॅक बनाए बैठा था. दीप्ति जैसे ही अंदर आई.... उसे कमर से पकड़ कर खींचा और खुद से चिपका लिया. उसके हाथों मे जाम के ग्लास थमाते कहने लगा..... "ओ' माइ हॉट बेबी, यू आर सो सेक्सी.... आज तो प्यास बढ़ रही है"
दीप्ति..... तुम भी बिल्कुल माचो मॅन लग रहे.... बिजली गिरा रहे हो. आज तो प्यास इधर भी पूरी भड़की है. बुझा लो, और बुझा दो प्यास.
एक दूसरे से लिपटे हुए दोनो ने एक-एक जाम पिया, और रजत उसके हाथों से ग्लास ले कर टेबले पर रख दिया. ग्लास नीचे रख कर, रजत उसके होंठो को अपने उंगली से मसल दिया और अपने होंठ लगा कर ज़ोर-ज़ोर से चूमने लगा.
पूरी तेज़ी के साथ दोनो एक दूसरे के होंठ चूमना शुरू कर दिए. पूरा मुँह कॉल कर दोनो एक दूसरे का मुँह अपने मुँह मे भरते, खींचती सांसो के साथ जीभ से जीभ लगा कर चूस्ते चले जाते, और फिर छोड़ती सांसो के साथ दोनो के होंठ अलग हो जाते.
दीप्ति उसे चूमते हुए नीचे बैठ गयी, और रजत अपनी पीठ दीवाल से टिका दिया. दीप्ति तेज़ी दिखाते हुए उसके बेल्ट को खोली, फिर पैंट के बटन, और फिर जिप को नीचे खिसकाती, उसके पैंट को घुटनों मे कर दी.
दीप्ति, अंडरवर के उपर आए उभार पर अपने होंठ ले गयी, और उसे चूम कर तेज सांस अपने अंदर खींची. इधर दीप्ति ने तेज सांस लिया उधर रजत की साँसें चढ़ गयी.... "ऊओ कम ऑन बेबी सक इट"
दीप्ति, उपर नज़र उठा कर रजत को देखी और अपने होंठों को काट'ती कहने लगी.... "ओह्ह रियली रजत" और इतना कह कर अपन मुँह पूरा खोली और अंडरवर के उपर आए उभार को अपने मुँह मे भर कर दाँतों से धीरे-धीरे काटने लगी.... "ऊऊऊऊऊ.. आआआआआअ, कॉमह ओन्णन्न्.... आआआ... जान ले रही हूऊओ... उफफफफफ्फ़"
रजत की कमर फडक उठी और गर्दन उपर कर के वो तेज-तेज साँसे लेने लगा. दीप्ति देर ना लगाती हुई, उसके अंडरवर मे हाथ डाल दी, और उसके लिंग को अपने हाथों मे ले कर उसे बाहर निकाल दी. जैसे ही दीप्ति ने अपने सर्द हाथ से लिंग पकड़ी, रजत भी ठंडी सांस ले लिया.
दीप्ति लिंग को अपने दोनो हाथ मे पकड़ी और ज़ोर-ज़ोर से उसे जड तक आगे पिछे करने लगी. एक्सिटमेंट आउट ऑफ कंट्रोल हो गया, और रजत ज़ोर-ज़ोर से चिल्लाने लगा.... "ओह्ह्ह्ह एसस्स... ओह्ह्ह्ह... दीप्ति... कम ऑन बेबी... सक इट... सक इट नाउ"
दीप्ति, रजत की बेकरारी पर मुस्कुराती, अपनी बड़ी सा जीभ निकाली, और लिंग के टॉप पर अपनी जीभ फिरा दी. पूरा बदन जैसे रजत का कांप गया हो. दो-तीन बार पूरी जीभ फिराने के बाद लिंग को अपने मुँह मे भर ली और अपने सिर हिला-हिला कर चूसने लगी.....
"ऊओफफफफफ्फ़... ऊओफफफफफफफ्फ़" करते हुए अपने दोनो मुट्ठी मे रजत ने दीप्ति के बाल पकड़े और उसका सिर ज़ोर-ज़ोर से आगे पिछे हिलाने लगा. उस पर से रजत अपने कमर को भी तेज़ी से झटकने लगा. एक्सिटमेंट... पूरा दोनो के उपर हावी हो गया था.
थोड़ी ही देर मे रजत पूरा पागल होते ही दीप्ति को उपर उठाया और खुद नीचे बैठ गया.... दीप्ति उल्टी घूम कर दोनो हाथ दीवाल से टिका ली. रजत उसकी स्कर्ट को उपर किया, और सर-सराते हुए उसकी पैंटी को नीचे उसके पाँव मे ले आया.
दीप्ति भी अपने पाओं से पैंटी निकालती, पीछे रजत के चेहरे पर फेक दी. रजत उसे नाक से लगा कर उसकी खुबहू लिया और उसे फर्श पर फेक कर अपना सिर पीछे से उसके चुतड़ों की दरारों के अंदर ठूंस दिया. बड़ी ही तेज़ी दिखाते हुए... उसने अपने हाथ आगे ले जा कर उसकी योनि के अंदर डाल कर ज़ोर-ज़ोर से हिलाने लगा... और पिछे से पूरा जीभ फिरा रहा था.....
"आहह..... ऱजत्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त्त" की सिसकी दीप्ति के मुँह से निकल गयी और उसने अपने पाँव को और फैला दिया. रजत लगातार पूरे एक्सिटमेंट के साथ उंगली अंदर बाहर करता रहा, और अपने दाँतों के बीच योनि के क्लिट को फसा कर उस पर जीभ फिराते हुए अपने दाँतों से हल्के-हल्के काटने लगा.
दीप्ति का रोम-रोम सिहर गया, उसके पाँव काँपने लगे..... "उम्म्म्ममममम .... आआआ.... ऊओफफफफफ्फ़... रजत... प्लीज़ ... अब तडपाओ मत..... फक मे बेबी..... फक मी हार्ड्ड्ड"
रजत अपना चेहरा बाहर निकालते हुए, "ओह्ह्ह्ह एसस्स बेबीयी" कहा... और खड़ा हो गया. दीप्ति को अपनी ओर घुमाया.... उसके होंठों को ज़ोर से चूस्ते... उपर से उसे टॉपलेस कर दिया.... और फिर से उसे पिछे घुमा दिया.
दीप्ति दोनो हाथ से दीवार थामे... अपने पूरा पाँव फैला ली, रजत अपने लिंग को उसकी योनि के उपर घिसा, और एक्सिटमेंट से भरा झटका दिया. लिंग, योनि के अंदर पूरा चला गया..... "ओह यअहह बेबीयीईयी.... फक... फक्क्क... फक्क्क... इट हार्ड्ड्ड"
रजत अपने दोनो हाथ उसके बूब्स पर टिकाते, उसे ज़ोर-ज़ोर से मसल्ते हुए, तेज-तेज धक्के लगाने लगा. हर धक्के पर दोनो तेज-तेज चिल्लाते जाते...
"उफफफफफफ्फ़.... आआअहह.... ओह... यअहह... ऱजत्त्त्त्त.... यअहह बेबीयी.... एससस्स... एसस्स एससस्स... फक इट.... फक्क्क्क इत्त्तत्त ओह... फक मी हार्ड्ड्ड... ऱजत्त्त्त्त्त"
रजत भी बूब्स को और ज़ोर-ज़ोर से मसलते हुए धक्के लगाते ही गया.... तेज.. तेज.... और तेज... धक्को की स्पीड पूरी तेज होते चली गयी..... "ओह्ह्ह्ह... दीप्ति.... उफफफ्फ़..... मेरा... हूओ गया.... उफ़फ्फ़... ओह्ह्ह दीप्ति.... आहह"
दीप्ति तुरंत सीधी हुई और घुटनो पर बैठ कर.... "कम .. ऑन बेबी... कम ऑन माइ फेस... ओह्ह्ह कम ओनन्न"..
दीप्ति अपनी आखे मुन्दे सिर उपर की, और बड़बड़ाने लगी.... दो-तीन बार हिलने के बाद... रजत ने अपना कम दीप्ति के चेहरे पर पूरा छोड़ दिया... और बिस्तर पर जा कर धम्म से पड़ गया...
दीप्ति भी अपने चेहरे को सॉफ करती उसी हालत मे जा कर रजत के बगल मे लेट गयी....
रजत.... ओह्ह्ह दीप्ति यू आर रियली आ फक्किंग बिच...
दीप्ति.... रजत यू टू रॉकिंग... मज़ा आ गया.... तुम्हे मज़ा आया कि नही...
रजत.... उफफफ्फ़ जान ही निकाल दी थी.... उम्म्म व्हाट आ सकिंग दीप्ति.... मैं तो पागल हो गया....
दीप्ति.... ये सब तो तुम्हे देख कर एक्सिटमेंट मे हो गया.... यू आर रियली अवेसम रजत....
रजत.... उम्म्म्मम ... तुमने तो खुश कर दिया मुझे.... दीप्ति...
दीप्ति.... डार्लिंग, एक बात कहूँ...
रजत.... बोलो ना, क्या कहना है....
दीप्ति.... डार्लिंग इस फ्लॅट मे बहुत परेशानी होती है. अभी तो कोई रूममेट नही तो कोई बात नही, पर मैं इस शेरिंग फ्लॅट से परेशान हो गयी हूँ.
रजत.... हा हा हा.... बस इत्ति सी बात... मेरी गर्लफ्रेंड और शेरिंग फ्लॅट मे. कल मेरे आड्वोकेट को कॉल कर देना, वो पेपर की सारी फॉरमॅलिटी पूरी कर देगा.... और कल ही सेक्टर 10 के आदर्श अपार्टमेंट के फ्लॅट नंबर 223 मे शिफ्ट हो जाना.
दीप्ति, खुश होती हुई.... "रजत.... एक बार हो जाए... मेरा दिल अभी भरा नही"....
दोनो ही रात भर लगे रहे एक दूसरे मे.... एक पूरी रात दोनो ने पूरी मस्ती से बिताए.
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