hotaks444
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तभी एक बैग गिर गया और रवीना झुककर उसको उठायी और उसकी पीठ राज और श्याम की तरफ़ थी।जैसे ही वो झुकी, उसकी कमर से नीचे बंधी हुई जीन्स में से उसकी चूतरोंके दरार दिखने लगे।राज की आँखें तो जैसे वहाँ ही अटक गईं।उसने अपना लंड अजस्ट किया और तभी वह खड़ी होकर बैग ट्रॉली में वापस रखी और जीन को ऊपर करके चलने लगी।अचानक राज ने श्याम की तरफ़ देखा तो वह झेंप गया क्योंकि श्याम उसको बड़े ध्यान से देख रहा था,और वो एक कुटिल मुस्कराहट दे कर चल पड़ा।राज थोड़ा विचलित था कि उसकी चोरी पकड़ी गई है, पर फिर सामने रवीना के मटकते कुल्हे देखकर फिर सब भूलकर उसकी गाँड़ को देखने लगा। श्याम ने देख लिया था कि राज रवीना की सेक्स अपील से उत्तेजित हो रहा है, और एक तंबू उसकी पैंट के अंदर दिखने लगा था, जिसको फिरसे उसने adjust किया।श्याम के मन मेंअब कुछ योजना बनने लगी थी।
श्याम ने भी शालू के चूतरों को देखा और वो स्कर्ट से ज़्यादा बड़े नहीं लग रहे थे, पर उसकी गदराइ हुई जाँघें जो स्कर्ट से साफ़ नज़र आ रही थीं, और उसकी धड़कने बढ़ गयीं।फिर वो सब कार से घर पहुँचे।
घर में सरिता ने सबका स्वागत किया, आज उसने भी एक सलवार कुर्ता पहना था, जो स्लीव्लेस था और उसकी कुर्ती का गला भी काफ़ी बड़ा था, जिसमें से उसकी बड़ी छातियों और उसका गहरा cleavage यानी छातियोंका जोड़ बहुत मादक लग रहा था। श्याम की आखें बाहर आने लगी सरिता का मादक रूप देखकर। वो उन सबको पानी का ग्लास दी, और उसकी आधी छातियाँ उनको दिखने लगीं। श्याम के बाद राहुल की भी आँखें जैसे उसके बदन से चिपक सी गयीं।जब वो रवीना को पानी देने के लिए मुड़कर झुकी तो उसके बड़े बड़े चूतर श्याम और राहुल के सामने थे, अब दोनों ही अपना लंड अजस्ट करने लगे। राज ने ये सब देखा और सोचने लगा कि साले दोनों बाप बेटा ठरकी हैं।उसे भी लगने लगा की आने वाला समय कुछ मज़े का गुज़रने वाला है।
फिर चाय नाश्ता करके तीनों बच्चे शालू के कमरे मेंचले गए और श्याम और राज इधर उधर की बातें करने लगे।
फिर श्याम बोला: यार ज़रा मुझे मेरा कमरा दिखा दे , मैं नहाना चाहता हूँ।
राज श्याम को एक कमरा दिखाया और बोला कि यहाँ तुम और राहुल सो जाना और रवीना शालू के साथ सो जाएगी। श्याम ने आवाज़ लगायी: राहुल , रवीना चलो आओ अब नहा लो।
उधर से रवीना चिल्लायी: पापा आप हमारे कपड़े निकाल दो, मैं अभी आती हूँ नहाने को।
श्याम बोला: देखो इतने बड़े हो गए हैं और इनके कपड़े मैं या तुम्हारी बहन ही निकलते हैं अभी भी। राज हैरानी से ये सब देख रहा था।फिर वो एक सूट्केस खोला और राहुल के लिए एक टी शर्ट एक हाफ़ पैंट और एक चड्डी निकला। फिर उसने दूसरा सूट्केस खोला और उसने से एक टॉप जो को स्लीव्लेस था और एक स्कर्ट निकाला। फिर उसने एक पैकेट के अंदर से एक ब्रा और पैंटी भी निकाली। फिर आवाज़ लगाया: चलो रवीना अब आओ, और नहा लो।तभी रवीना कमरे मेंआयी और राज को देखकर ठिठक गई, तब राज बोला: अच्छा बेटी तुम नहा लो , मैं बाहर जाता हूँ।
राज बाहर तो आ गया पर उसे अजीब लग रहा था कि जवान बेटी की ब्रा पैंटी उसका बाप निकाल रहा था, उसको कुछ तो गड़बड़ लगा।अब वह चुपचाप बाहर आकर एक साइड वाली खिड़की के पास आकर खड़ा हुआ और धीरे से बहुत थोड़ा सा पर्दा हटाया और अंदर झाँका,उसने जो देखा वो उसके शक को पुख़्ता कर दिया। उसने देखा कि रवीना ने अपनी जीन्सउतार दी थी, और अपने टॉप को भी खोल रही थी,उसका पापा शायद बाथरूम में था,वो बाथरूम से बाहर आते हुए बोला: बेटी तुम्हारे कपड़े मैंने अंदर टाँगदिए हैं और तौलिया भी रखा है, चलो अब नहा लो।तबतक वो ब्रा और पैंटी में आ चुकी थी,राज अपनी भांजी के ब्रा मेंक़ैद बड़े बड़े कबूतरों को देखकर अपना लंड मसलने लगा और पैंटी से साफ़ फूली हुई उसकी चूत का आकार देखकर वो बहुत उत्तेजित हो गया था।तभी रवीना ने अपने पापा की गर्दन में अपनी बाँहें डाल दी और बोली: पापा चलो ना आप हमें नहला दो। श्याम ने उसको अपने से लिपटा लिया और उसके होंठ चूसते हुए बोला: बेटा आज अपने आप नहा लो कल हम नहला देंगे, और ये कहते हुए पैंटी के अंदर हाथ डालकर उसके मोटे चूतरों को दबाने लगा। रवीना की आह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गई, और वो श्याम के लंड को पैंट के ऊपर से दबाकर बोली: ठीक है पापा मैं जा रही हूँ नहाने और वो श्याम को चूमकर बाथरूम में घुस गई। राज सन्न रह गया तो ये बाप बेटी भी हमारी तरह ही हैं।फिर श्याम ने अपना लंड मोड़कर adjustकिया पैंट के अंदर और बाहर आने लगा तो मैं भी जल्दी से सोफ़े पर आकर हाल मेंबैठ गया। फिर श्याम शालू के कमरे मेंगया, वहाँ शालू और राहुल बातें कर रहे थे,बिस्तर पर बैठ कर।शालू की स्कर्ट उठी हुई थी, और राहुल को अपनी कज़िन की पैंटी दिख रही थी, और वो मस्त हो रहा था, शालू भी उसके पैंट के तंबू को देखकर अनजान बनने का नाटक कर रही थी।जैसे ही श्याम कमरे मेंआया, उसने एक ही नज़र मेंये सब भाँप लिया और शालू ने अपनी स्कर्ट ठीक की ,अपने फूफा को देखकर।श्याम बोला: रवीना नहा रही है, उसके बाद तुम भी नहा लो, ठीक है?
राहुल: जी पापा, मैं अभी जाता हूँ जैसे ही वो आतीहै बाहर।
फ़र श्याम बोला: शालू बेटा, तुमने नहा लिया?
शालू: जी फूफाजी, मैं तो सुबह ही नहा ली थी।
श्याम: शाबाश गुड गर्ल । फिर वो बाहर राज के पास आ गया, पर उसके दिमाग़ में शालू का उठा स्कर्ट और राहुल का तना लंड घूम रहा था।
श्याम ने भी शालू के चूतरों को देखा और वो स्कर्ट से ज़्यादा बड़े नहीं लग रहे थे, पर उसकी गदराइ हुई जाँघें जो स्कर्ट से साफ़ नज़र आ रही थीं, और उसकी धड़कने बढ़ गयीं।फिर वो सब कार से घर पहुँचे।
घर में सरिता ने सबका स्वागत किया, आज उसने भी एक सलवार कुर्ता पहना था, जो स्लीव्लेस था और उसकी कुर्ती का गला भी काफ़ी बड़ा था, जिसमें से उसकी बड़ी छातियों और उसका गहरा cleavage यानी छातियोंका जोड़ बहुत मादक लग रहा था। श्याम की आखें बाहर आने लगी सरिता का मादक रूप देखकर। वो उन सबको पानी का ग्लास दी, और उसकी आधी छातियाँ उनको दिखने लगीं। श्याम के बाद राहुल की भी आँखें जैसे उसके बदन से चिपक सी गयीं।जब वो रवीना को पानी देने के लिए मुड़कर झुकी तो उसके बड़े बड़े चूतर श्याम और राहुल के सामने थे, अब दोनों ही अपना लंड अजस्ट करने लगे। राज ने ये सब देखा और सोचने लगा कि साले दोनों बाप बेटा ठरकी हैं।उसे भी लगने लगा की आने वाला समय कुछ मज़े का गुज़रने वाला है।
फिर चाय नाश्ता करके तीनों बच्चे शालू के कमरे मेंचले गए और श्याम और राज इधर उधर की बातें करने लगे।
फिर श्याम बोला: यार ज़रा मुझे मेरा कमरा दिखा दे , मैं नहाना चाहता हूँ।
राज श्याम को एक कमरा दिखाया और बोला कि यहाँ तुम और राहुल सो जाना और रवीना शालू के साथ सो जाएगी। श्याम ने आवाज़ लगायी: राहुल , रवीना चलो आओ अब नहा लो।
उधर से रवीना चिल्लायी: पापा आप हमारे कपड़े निकाल दो, मैं अभी आती हूँ नहाने को।
श्याम बोला: देखो इतने बड़े हो गए हैं और इनके कपड़े मैं या तुम्हारी बहन ही निकलते हैं अभी भी। राज हैरानी से ये सब देख रहा था।फिर वो एक सूट्केस खोला और राहुल के लिए एक टी शर्ट एक हाफ़ पैंट और एक चड्डी निकला। फिर उसने दूसरा सूट्केस खोला और उसने से एक टॉप जो को स्लीव्लेस था और एक स्कर्ट निकाला। फिर उसने एक पैकेट के अंदर से एक ब्रा और पैंटी भी निकाली। फिर आवाज़ लगाया: चलो रवीना अब आओ, और नहा लो।तभी रवीना कमरे मेंआयी और राज को देखकर ठिठक गई, तब राज बोला: अच्छा बेटी तुम नहा लो , मैं बाहर जाता हूँ।
राज बाहर तो आ गया पर उसे अजीब लग रहा था कि जवान बेटी की ब्रा पैंटी उसका बाप निकाल रहा था, उसको कुछ तो गड़बड़ लगा।अब वह चुपचाप बाहर आकर एक साइड वाली खिड़की के पास आकर खड़ा हुआ और धीरे से बहुत थोड़ा सा पर्दा हटाया और अंदर झाँका,उसने जो देखा वो उसके शक को पुख़्ता कर दिया। उसने देखा कि रवीना ने अपनी जीन्सउतार दी थी, और अपने टॉप को भी खोल रही थी,उसका पापा शायद बाथरूम में था,वो बाथरूम से बाहर आते हुए बोला: बेटी तुम्हारे कपड़े मैंने अंदर टाँगदिए हैं और तौलिया भी रखा है, चलो अब नहा लो।तबतक वो ब्रा और पैंटी में आ चुकी थी,राज अपनी भांजी के ब्रा मेंक़ैद बड़े बड़े कबूतरों को देखकर अपना लंड मसलने लगा और पैंटी से साफ़ फूली हुई उसकी चूत का आकार देखकर वो बहुत उत्तेजित हो गया था।तभी रवीना ने अपने पापा की गर्दन में अपनी बाँहें डाल दी और बोली: पापा चलो ना आप हमें नहला दो। श्याम ने उसको अपने से लिपटा लिया और उसके होंठ चूसते हुए बोला: बेटा आज अपने आप नहा लो कल हम नहला देंगे, और ये कहते हुए पैंटी के अंदर हाथ डालकर उसके मोटे चूतरों को दबाने लगा। रवीना की आह्ह्ह्ह्ह्ह निकल गई, और वो श्याम के लंड को पैंट के ऊपर से दबाकर बोली: ठीक है पापा मैं जा रही हूँ नहाने और वो श्याम को चूमकर बाथरूम में घुस गई। राज सन्न रह गया तो ये बाप बेटी भी हमारी तरह ही हैं।फिर श्याम ने अपना लंड मोड़कर adjustकिया पैंट के अंदर और बाहर आने लगा तो मैं भी जल्दी से सोफ़े पर आकर हाल मेंबैठ गया। फिर श्याम शालू के कमरे मेंगया, वहाँ शालू और राहुल बातें कर रहे थे,बिस्तर पर बैठ कर।शालू की स्कर्ट उठी हुई थी, और राहुल को अपनी कज़िन की पैंटी दिख रही थी, और वो मस्त हो रहा था, शालू भी उसके पैंट के तंबू को देखकर अनजान बनने का नाटक कर रही थी।जैसे ही श्याम कमरे मेंआया, उसने एक ही नज़र मेंये सब भाँप लिया और शालू ने अपनी स्कर्ट ठीक की ,अपने फूफा को देखकर।श्याम बोला: रवीना नहा रही है, उसके बाद तुम भी नहा लो, ठीक है?
राहुल: जी पापा, मैं अभी जाता हूँ जैसे ही वो आतीहै बाहर।
फ़र श्याम बोला: शालू बेटा, तुमने नहा लिया?
शालू: जी फूफाजी, मैं तो सुबह ही नहा ली थी।
श्याम: शाबाश गुड गर्ल । फिर वो बाहर राज के पास आ गया, पर उसके दिमाग़ में शालू का उठा स्कर्ट और राहुल का तना लंड घूम रहा था।