hotaks444
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देवा काफी देर से अपनी माँ की चूत को चूसते हुए रत्ना को मजे दे रहा था।
फिर अचानक ही उसने अपनी जीभ उसकी चूत पर चलाते हुए अपनी एक ऊँगली उसकी गांड में घूसा दी और उसे अंदर बाहर करते हुए अपनी माँ की चूत को चाटने लगा…
रत्ना: आह्ह्ह्ह…
हाय……………बेटा…
हाँ ऐसे ही …………
आहह्ह्ह्ह
और अंदर तक……………
ओह्ह्ह्ह .......उईईईईई माँआआआआआआआ
हा और जोर से......
मेरी जान मेरे देवा……
ऐसे ही चाटो…
उह्ह्ह
और ऊँगली आह्ह्ह अपनी माँ की गांड में……
और जोर जोर से.....
आह......मैं झड़ने वाली हूँ…
आह देवा।
देवा अब भी अपनी जीभ और होठो से रत्ना की चूत का मर्दन करके उसे चाटने में लगा हुआ था…
रत्ना भी पूरी गरम होके अपने हाथो से अपनी चुचियों को मसल रही थी और आह्ह्ह्हह आहह कर रही थी जोर से…
कुछ पलों में ही रत्ना की चूत ने पानी छोडना शुरू कर दिया । जो देवा के मुँह पर आ गिरा…
रत्ना: आह्ह्हहह…
मैं झड रही हूँ………
और काफी पानी देवा ने अपने मुँह में लेकर गटक लिया…
और फिर पूरी चूत को चाटते हुए चूत के पानी की एक एक बूँद को पीने लगा और फिर ऊपर उठ कर रत्ना की तरफ देखा जो अभी आँखे बंद की हुई थी । देवा ने उसके होठो पे अपने होंठ रख दिए और दोनों एक दूसरे के मुँह का सेवन करने लगे…
रत्ना ने देवा के मुँह से थूक अपने मुँह में ले लिया और अपनी चूत के पानी का स्वाद चखा…
दोनो अलग हुए और रत्ना ने एक गटका मारके देवा का थूक निगलते हुए आहह निकाली।
फिर अचानक ही उसने अपनी जीभ उसकी चूत पर चलाते हुए अपनी एक ऊँगली उसकी गांड में घूसा दी और उसे अंदर बाहर करते हुए अपनी माँ की चूत को चाटने लगा…
रत्ना: आह्ह्ह्ह…
हाय……………बेटा…
हाँ ऐसे ही …………
आहह्ह्ह्ह
और अंदर तक……………
ओह्ह्ह्ह .......उईईईईई माँआआआआआआआ
हा और जोर से......
मेरी जान मेरे देवा……
ऐसे ही चाटो…
उह्ह्ह
और ऊँगली आह्ह्ह अपनी माँ की गांड में……
और जोर जोर से.....
आह......मैं झड़ने वाली हूँ…
आह देवा।
देवा अब भी अपनी जीभ और होठो से रत्ना की चूत का मर्दन करके उसे चाटने में लगा हुआ था…
रत्ना भी पूरी गरम होके अपने हाथो से अपनी चुचियों को मसल रही थी और आह्ह्ह्हह आहह कर रही थी जोर से…
कुछ पलों में ही रत्ना की चूत ने पानी छोडना शुरू कर दिया । जो देवा के मुँह पर आ गिरा…
रत्ना: आह्ह्हहह…
मैं झड रही हूँ………
और काफी पानी देवा ने अपने मुँह में लेकर गटक लिया…
और फिर पूरी चूत को चाटते हुए चूत के पानी की एक एक बूँद को पीने लगा और फिर ऊपर उठ कर रत्ना की तरफ देखा जो अभी आँखे बंद की हुई थी । देवा ने उसके होठो पे अपने होंठ रख दिए और दोनों एक दूसरे के मुँह का सेवन करने लगे…
रत्ना ने देवा के मुँह से थूक अपने मुँह में ले लिया और अपनी चूत के पानी का स्वाद चखा…
दोनो अलग हुए और रत्ना ने एक गटका मारके देवा का थूक निगलते हुए आहह निकाली।