hotaks444
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आज कॉलेज मे बैठा हुआ था तो करण मेरे पास आ गया,,,,,,मैं गहरी सोच मे था कि अब तो मैं अपने
घर की सभी औरतों को चोद चुका हूँ लेकिन सोनिया बची हुई है मेरे से उसको चोदु भी तो कैसे,,वो बहुत
गुस्से वाली है इतना डर मुझे माँ के पास जाने मे नही लगा था जितना सोनिया के पास जाने से,,,,लेकिन मेरा दिल
भी बहुत कर रहा था क्योंकि सोनिया थी ही इतनी खूबसूरत,,,,वैसे भी आज तक खुली चूत मिली थी मुझे ऑर अब
मेरा दिल किसी वर्जिन चूत की सील खोलने को कर रहा था,,,सुना था बहुत मज़ा आता है सील खोलने मे,अरे
मज़ा आए भी क्यू ना एक दम टाइट चूत जो होती है ,,,वैसे पक्का पता भी नही था कि वो सील बंद है या
उसकी भी चूत का उद्घाटन हो चुका है,,,,,नही नही वो ऐसी लड़की नही थी 100% वो सील बंद थी,,लेकिन
हो भी सकता था कि वो सील बंद ना हो,,,,,,क्योंकि कुछ दिन पहले तक मेरी फॅमिली भी तो कितनी डीसेंट ऑर कितनी
शरीफ फॅमिली थी मेरी नज़रो मे लेकिन अब पता चला कि घर की हर औरत एक घरेलू रंडी थी ओर मर्द दलाल
था,,साला भाई बहन को चोद रहा था ओर बेटा माँ को ऐसे मे सोनिया कैसे बची रह सकती थी,,,लेकिन आज
तक सोनिया की ऐसी कोई हरकत ना देखी थी ऑर ना सुनी थी,,,अब तो एक ही तरीका था ये जान-ने का कि वो सील बंद
वर्जिन है या उसकी चूत भी किसी लंड का सेवन कर चुकी है,,,,,,,,,,,,,,,
करण-अबे कहाँ खोया हुआ है तू सन्नी भाई,,,,
मेरा ध्यान एक दम से कारण की तरफ़ गया,,,,,ओह सॉरी यार मैं कुछ सोच रहा था,,,,,,
करण-अबे इतना भी क्या गहरी सोच मे था जो मेरी आवाज़ भी नही सुन रहा था पीछे 5 मिनिट से तुझे बुला रहा था
ऑर तू पता नही किस दुनिया मे पहुँचा हुआ था कोई टेन्षन है क्या तेरे ऑर तेरी गर्लफ्रेंड के बीच मे,,,,,,,
मैं--साले जब देखो गर्लफ्रेंड -गर्लफ्रेंड करता रहता है कितनी बार बोला कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है,,एक बार समझ नही आता तेरे को,,,
करण-क्या करू भाई आज कल तू मेरे घर का बहाना लगा कर कहीं बाहर रात गुज़ारता है,,,जब देखो पता नही किस
के ख़यालों मे खोया रहता है इतना मसरूफ़ हो गया है कि भूल ही गया है कि तेरा कोई दोस्त भी है ,,,,,
मैं-सॉरी करण यार मैं ज़रा ,,उूओ,मैं'
करण-अबे ये क्या वू मैं वू ,,,लगा रखा है कोई प्रॉब्लम है तो बता ,,,,,आख़िर दोस्त किस लिए होता है,,
मैं-जानता हूँ यार लेकिन अभी नही फिर कभी,,,,वैसे भी तेरे को नही बताउन्गा तो किसको बताउन्गा,,,,
करण--चल अब बोल कुछ खाएगा पिएगा या बस ऐसे ही फालतू मे बोलता रहगा,,,,,,,,
हम दोनो ने कॅंटीन मे कॉफी पी ओर यहाँ वहाँ की बातें करते रहे,,,,,
कॉलेज से छुट्टी हुई तो हम लोग घर की तरफ चल पड़े,,,,,तभी कविता की कॉल आ गई सोनिया को,,,,
सोनिया-,सन्नी तुम मुझे कविता के घर छोड़ दो प्लज़्ज़्ज़ मुझे थोड़ा काम है,,,,,,,
मैं-,ठीक है लिट्ल सिस,,,,मैने सोनिया को कविता के घर के बाहर उतारा ऑर खुद जाने लगा तो देखा कि कविता रोते हुए गेट की तरफ़ आई फिर सोनिया को लेके अंदर चली गई,,,मैने सोचा कि मैं भी जाता हूँ देखु तो सही आख़िर पंगा क्या है लेकिन सोनिया ने मुझे आँखों ही आँखों मे वहाँ से जाने का इशारा कर दिया,,,,मैं भी चुप चाप से घर की तरफ चल पड़ा,,
आख़िर सोनिया जैसी जंगली बिल्ली से पंगा भी कोन लेता,,,,,लेकिन फिर भी मुझे कविता की नम आँखों की टेन्षन हो
रही थी,,,,,कविता रो क्यू रही थी ऑर आज वो कॉलेज भी नही आई थी,,,,कुछ तो पंगा है,,,,,चलो जब सोनिया
घर आएगी तो उसी से पूछ लूँगा,,,,,,मैं घर पहुँचा तो डोर लॉक था ऑर आज मेरे पास चाबी भी नही
थी,,,,,10 मिनिट बेल बजाने के बाद मोम ने डोर खोला,,,,,,
मैं-अरे मोम कहाँ बिज़ी रहती हो डोर तो जल्दी खोल दिया करो,,,,,,,मोम के बॉल बिखरे हुए थे ऑर वो जस्ट पेटिकोट ब्लाउस मे थी,,
मोम-बेटा मेरी आँख लग गई थी पता नही चला,,
मैं-तो मामा कहाँ गया है मोम वो डोर खोल देते ,,,,,
मोम--अरे बेटा तेरे मामा का तो तेरे को पता ही है चल छोड़ ये बातें अब अंदर आजा,,,,,,,,,,,मैं अंदर गया तो देखा मामा मोम के रूम से ही निकल रहा था मैं समझ गया कि प्रोग्राम चालू था लेकिन मैं चुप रहा ओर सीधा अपने रूम मे चला गया,,,,कुछ देर बाद मोम मेरे रूम मे आई,,,,,,बेटा खाना लगा दूं क्या,,,,,,,,,
मैं--,नही मॉम मुझे भूख नही है मैं ख़ाके आया हूँ,,,,,,,,
मोम-ऑर कुछ चाहिए क्या बेटा इतना बोलते ही मोम मेरे बेड पेर बैठ गई ऑर मेरे लंड
के करीब मेरी टाँग पर हाथ रख दिया,,,
मैं समझ गया कि मोम ऑर मामा का खेल मेरे आने की वजह से पूरा नही हो सका था इसलिए मोम अभी भी प्यासी थी,,,मैने भी मोका देख कर मोम को अपने बेड पर लेटा दिया ,,,,,
मैं-मामा कहाँ है मोम,,,,,,
मोम--,बेटा वो तो गया अपनी चरस लेने,,,,,
मैं-ऑर घर पर कोई नही है क्या,,
मोम--,नही बेटा डॅड ने तो बहुत लेट आना है अभी ऑर शोभा ऑर तेरी बुआ तो रात को ही आते है एक सोनिया है जो तेरे साथ आती है बट आज तो वो भी नही है,,,,,,,,
मैं-मोम वो कविता क घर रुक गई है वो भी शाम से पहले नही आती,,
मोम--,तो फिर हम दोनो के पास तो बहुत टाइम है बेटा,,,,
मैं बेड से उठा ऑर डोर की तरफ जाने लगा,,,,,,
मोम-कहाँ जा रहे हो बेटा,,,,,,,,,,,,
मैं-मोम मैं बाहर वाला डोर लॉक करने जा रहा हूँ,,,,,,,,,,,,
मोम--,बेटा वो तो पहले ही मैं लॉक करके आई थी उपर आते टाइम,,इतना बोलते ही माँ ने अपने पेटिकोट के बटन खोलने शुरू कर दिए ऑर मैने भी अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए ,,,,मैं बेड पर मोम के पास चला गया तब तक मोम नंगी हो चुकी थी ऑर मैं भी अपने कपड़े उतार चुका था,,,,मैं मोम के पास गया ऑर बेड के नीचे खड़ा हो गया मोम बेड
पर लेट गई ऑर अपना मूह खोल कर मेरे लंड को मूह मे ले लिया लंड जो पहले ही कुछ हार्ड हो चुका था वो
मोम के नरम नरम होंठों ऑर गर्म ज़ुबान के टच से पूरी ओकात मे आ गया था मोम ने अपने सर के नीचे
एक तकिया रखा ऑर सर को थोड़ा उपर करके खुद को अड्जस्ट किया ऑर लंड को चूसना शुरू कर दिया,,,,मैने
भी मस्ती मे खुद की कमर को आगे पीछे करते हुए लंड को मोम के मूह मे पेलना शुरू कर दिया मोम की
नज़रे मेरी तरफ थी ऑर मैं भी उनको देख रहा था तभी मैने खुद को मोम के पास कर दिया ऑर उनके उपर
से होते हुए अपने हाथ बेड पर रख दिए ऑर हाथों का सहारा लेके उपर होके मोम के मूह मे थोड़ी तेज़ी से
लंड पेलना शुरू कर दिया मोम ने भी खुद को सीधा कर दिया ऑर लंड को आराम से अंदर जाने का रास्ता दिया,,
मैं तो आराम से लंड मोम के मूह मे पेल रहा था लेकिन मोम ने अपने हाथ मेरी गान्ड पर रखके मुझे
तेज़ी से उपर नीचे होने का इशारा किया ओर मैने भी स्पीड थोड़ी तेज करदी,,,मोम ने भी अपने हाथों को तेज़ी
से उपर नीचे करना शुरू कर दिया ऑर अपनी ज़ुबान को बाहर निकाल कर अपने मूह मे ऑर ज़्यादा जगह बना दी
मेरे लंड के लिए ओर मैने भी तेज़ी से लंड को पूरा मोम के मूह मे घुसना शुरू कर दिया ऑर लंड को मोम
के गले से टकराना शुरू कर दिया,,,,मेरा लंड मोम के गले से हल्का नीचे उतर रहा था जिस से लंड की टोपी
मोम के गले के अंदर जा रही थी ऑर मुझे चूत की चुदाई जितना मज़ा आ रहा था करीब 10 मिनिट मोम के
मूह की चुदाई करने के बाद मेरा पानी निकलने वाला हो गया ऑर मैने लंड को मोम के मूह के अंदर उनके गले
से नीचे तक उतार दिया ऑर वही रुक कर सारा पानी सीधा उनके गले से नीचे ही निकाल दिया जब लंड के पानी की लास्ट
ड्रॉप भी मोम के गले के अंदर तक चली गई तो मैने लंड को बाहर किया लेकिन मोम ने लंड को मूह से बाहर
नही निकलने दिया ऑर मेरे लंड पर लगे स्पर्म को चूस ऑर चाट कर लंड को सॉफ करने लगी,,,,,
मोम--,आहह कितना मीठा है तेरा पानी बेटा ऑर कितने दिनो बाद पिया है तेरा पानी ,,,अब तो टाइम ही नही मिलता तेरा लंड चूस कर तेरा पानी पीने के लिए दिन मे तू कॉलेज होता है ऑर रात को सब लोग होते है घर पे,,,
मैं--,मोम तुम बोलो तो मैं कॉलेज से जल्दी आ जाया करूँगा लेकिन मामा का क्या करेंगे मोम,,,,,,
मोम--नही बेटा तुम कॉलेज से जल्दी मत आना,,,हम जब टाइम मिले तब अपना काम कर लिया करेंगे,,,
मैं-,ठीक है मोम जैसे आपकी मर्ज़ी,,इतना बोल कर मैं बेड पर लेट गया,,,,मोम भी मेरे साइड पर नंगी ही लेटी रही,,,,
फिर करीब 10 मिनिट बाद मोम ने फिर से मेरे लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर हल्के से सहलाने लगी ऑर मेरे
लिप्स को अपने लिप्स मे जाकड़ कर हल्के से किस करने लगी मैने भी अपने हाथ मोम के बूब्स पर रख दिए ऑर
बूब्स को मसल्ते हुए मोम की किस का रेस्पॉन्स देने लगा मोम ने अपने एक टाँग मेरी टाँगो के उपर रख दी
ऑर आधे हार्ड हो चुके लंड को ही अपनी चूत के पास कर दिया मैने भी खुद को अड्जस्ट किया ऑर लंड को मोम
की चूत के करीब ले गया ऑर मोम की टाँग को पकड़ कर थोड़ा ऑर उपर किया फिर लंड को चूत मे घुसा
दिया लंड अब तक कुछ ऑर मस्ती मे आ चुका था पहले से ज़्यादा हार्ड हो चुका था मैने लंड को मोम की
चूत मे घुसा कर धक्के लगाना शुरू कर दिया मोम ने भी मस्ती मे मेरे लिप्स को अपने लिप्स मे जाकड़ कर
थोड़ा पागलपन के साथ चूसना शुरू कर दिया मोम अपनी ज़ुबान को मेरे मूह मे घुसा कर मुझे उनकी ज़ुबान
छूने को बोल रही थी मैने भी मोम की ज़ुबान को मूह मे भर कर चूसना शुरू कर दिया ऑर अपने हाथ को
मोम के बूब्स पर रख दिया ऑर ज़ोर से दबाने लगा मोम झटके लगने से मोम कुछ ज़्यादा ही हिलने लगी थी
क्योंकि मेरा लंड फुल ओकात मे आ चुका था ऑर स्पीड भी तेज हो चुकी थी इसलिए मोम की टाँग जो मेरे उपर
थी बार बार नीचे को जा रही थी मोम ने उसके पकड़ा हुआ था लेकिन कोई फ़ायदा नही हो रहा था तो मेने मोम
के बूब्स से अपना हाथ हटा कर उनकी टाँग पर रखा ओर उसको उठा कर ओर उपर कर दिया फिर अपने हाथ को
मोम की गान्ड पर रखके उसको पकड़ कर टाँग को चौड़ा दिया इतने मे मेरा हाथ मोम की गान्ड पर होते
हुए उनकी गान्ड के सुराख पर चला गया ऑर मेरी उंगलिया गान्ड के सुराख पर टच होने लगी मैने भी
मोका देख कर अपनी 2 उंगलियाँ मोम की गान्ड मे घुसा दी मोम ने मेरे लिप्स को अपने लिप्स से हटा कर एक
तेज सिसिकि ली,,,,
मोम--आआआआआआहह ज़रा आराम से बेटा ,,,,आहह
मैने उंगलियों को मोम की गान्ड मे घुसा कर अंदर बाहर करना शुरू कर दिया,,,,बेटा वउूओ त्तेरेरा
द्दुउस्स्र्रा व्वाल्ला न्नाककल्लीइी ल्लुउन्न्ड्ड़ क्काहहन्न हहाइी ,,,,क्क्य्यू म्मूम्म आज्ज बभीी 2 ल्लुउन्न्ड्ड़ ईकक
ससात्तह ल्लेन्नई क्का ददिल्ल क्कार्र र्राहहा हहाीइ क्क्य्या,,,,,,,,,,,हहन्न ब्बीतता 2 ल्लुउन्न्ड्ड़ ससी ईककक सतत
कच्छुउऊऊउद क्काररर बभ्हुत्त्त ंमाज़्जा आत्ता हहाइी,,,,,,,,,,,,,,,,,मूंम्म ककब्भीी अस्सल्लीी 2 ल्लुउन्ण
ईकक स्साटतह ल्ल्लीइययईए हहाइईइ क्क्य्या,,,,,,,,,,न्नाहहिी ब्बीतता एआसेआ ककब्भीी न्नाहहीी हहूउआ ऊवार
न्ना ककब्ब्भहिि हहूओ सस्ककाट्टटा हहाइी टतेरेरी स्साटतह हहिि 2 ल्लुउन्न्ड्ड़ क्का ंमाज़्जा ल्ल्ल्लीइय्या
हहाइी ईकक तततेरेरी ल्ल्लुउन्न्ड्ड़ का र द्दूऊस्सररी न्नककल्लीी ल्लुउन्न्ड्ड़ क्काअ,,,,,,,,,मम्मूओंम ककब्भीी
ददिल्ल क्काररत्ता हहाइईइ क्क्य्या 2 आस्सल्लीइी ल्लुउउन्न्ड्ड़ ईईएकक स्साटतह ल्लीन्नी कककूऊ ,,,,,,हहन्न ब्बेटा
ददिल्ल्ल त्तूओ बभ्हउुूथत् क्काररत्ता हहाइी ब्बुउथत् यईी क्काईससी हहू सस्ककाट्ता आहहिि,,,,,,,,,,म्मूम्म
हहूऊंनी क्कूव त्तूओ ककुउक्च बभिि हहूओ स्साककत्ता हहााई,,,,,,,,,,मैं हँसने लगा ऑर मोम
मेरे मूह की तरफ देखने लगी,,,,,,,,,,,,क्क्य्या ब्बूल्ल र्राहही हहूओ त्तुउम्म म्माईन्न ककुउक्च्छ सम्मजी
न्नाहहीी,,,,,,,,,,,,स्सांमाज़्ज़ ज्जाऊओगगीइ म्मूओम्म त्थ्हूर्रा व्व88 क्काररो,,,,,,,मैने लंड के साथ -साथ
चूत मे लंड की स्पीड को ऑर तेज कर दिया,,,,,बेटा अब जज़ार्रा ईईसस म्मोस्सल्ल कककक्कूव कच्छूत्त ससी
ननीककालल्ल्ल ऊओररर्र गगाणन्ंदड़ म्मी ग्घुउस्सा टतेरेरी उउन्नगगल्लिइयून्न सससी ककुउक्च्छ ज्जय्याददाा
क्क्ुउजज़ल्लीी हहूननी ल्लाग्गीइ हहाइी गगाणन्ंदड़ म्मीई,,,,,,,,,,,मैने लंड को चूत से निकाल लिया ऑर मोम
भी उठ कर बैठ गई,,,,,,,,,,
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आज कॉलेज मे बैठा हुआ था तो करण मेरे पास आ गया,,,,,,मैं गहरी सोच मे था कि अब तो मैं अपने
घर की सभी औरतों को चोद चुका हूँ लेकिन सोनिया बची हुई है मेरे से उसको चोदु भी तो कैसे,,वो बहुत
गुस्से वाली है इतना डर मुझे माँ के पास जाने मे नही लगा था जितना सोनिया के पास जाने से,,,,लेकिन मेरा दिल
भी बहुत कर रहा था क्योंकि सोनिया थी ही इतनी खूबसूरत,,,,वैसे भी आज तक खुली चूत मिली थी मुझे ऑर अब
मेरा दिल किसी वर्जिन चूत की सील खोलने को कर रहा था,,,सुना था बहुत मज़ा आता है सील खोलने मे,अरे
मज़ा आए भी क्यू ना एक दम टाइट चूत जो होती है ,,,वैसे पक्का पता भी नही था कि वो सील बंद है या
उसकी भी चूत का उद्घाटन हो चुका है,,,,,नही नही वो ऐसी लड़की नही थी 100% वो सील बंद थी,,लेकिन
हो भी सकता था कि वो सील बंद ना हो,,,,,,क्योंकि कुछ दिन पहले तक मेरी फॅमिली भी तो कितनी डीसेंट ऑर कितनी
शरीफ फॅमिली थी मेरी नज़रो मे लेकिन अब पता चला कि घर की हर औरत एक घरेलू रंडी थी ओर मर्द दलाल
था,,साला भाई बहन को चोद रहा था ओर बेटा माँ को ऐसे मे सोनिया कैसे बची रह सकती थी,,,लेकिन आज
तक सोनिया की ऐसी कोई हरकत ना देखी थी ऑर ना सुनी थी,,,अब तो एक ही तरीका था ये जान-ने का कि वो सील बंद
वर्जिन है या उसकी चूत भी किसी लंड का सेवन कर चुकी है,,,,,,,,,,,,,,,
करण-अबे कहाँ खोया हुआ है तू सन्नी भाई,,,,
मेरा ध्यान एक दम से कारण की तरफ़ गया,,,,,ओह सॉरी यार मैं कुछ सोच रहा था,,,,,,
करण-अबे इतना भी क्या गहरी सोच मे था जो मेरी आवाज़ भी नही सुन रहा था पीछे 5 मिनिट से तुझे बुला रहा था
ऑर तू पता नही किस दुनिया मे पहुँचा हुआ था कोई टेन्षन है क्या तेरे ऑर तेरी गर्लफ्रेंड के बीच मे,,,,,,,
मैं--साले जब देखो गर्लफ्रेंड -गर्लफ्रेंड करता रहता है कितनी बार बोला कि मेरी कोई गर्लफ्रेंड नही है,,एक बार समझ नही आता तेरे को,,,
करण-क्या करू भाई आज कल तू मेरे घर का बहाना लगा कर कहीं बाहर रात गुज़ारता है,,,जब देखो पता नही किस
के ख़यालों मे खोया रहता है इतना मसरूफ़ हो गया है कि भूल ही गया है कि तेरा कोई दोस्त भी है ,,,,,
मैं-सॉरी करण यार मैं ज़रा ,,उूओ,मैं'
करण-अबे ये क्या वू मैं वू ,,,लगा रखा है कोई प्रॉब्लम है तो बता ,,,,,आख़िर दोस्त किस लिए होता है,,
मैं-जानता हूँ यार लेकिन अभी नही फिर कभी,,,,वैसे भी तेरे को नही बताउन्गा तो किसको बताउन्गा,,,,
करण--चल अब बोल कुछ खाएगा पिएगा या बस ऐसे ही फालतू मे बोलता रहगा,,,,,,,,
हम दोनो ने कॅंटीन मे कॉफी पी ओर यहाँ वहाँ की बातें करते रहे,,,,,
कॉलेज से छुट्टी हुई तो हम लोग घर की तरफ चल पड़े,,,,,तभी कविता की कॉल आ गई सोनिया को,,,,
सोनिया-,सन्नी तुम मुझे कविता के घर छोड़ दो प्लज़्ज़्ज़ मुझे थोड़ा काम है,,,,,,,
मैं-,ठीक है लिट्ल सिस,,,,मैने सोनिया को कविता के घर के बाहर उतारा ऑर खुद जाने लगा तो देखा कि कविता रोते हुए गेट की तरफ़ आई फिर सोनिया को लेके अंदर चली गई,,,मैने सोचा कि मैं भी जाता हूँ देखु तो सही आख़िर पंगा क्या है लेकिन सोनिया ने मुझे आँखों ही आँखों मे वहाँ से जाने का इशारा कर दिया,,,,मैं भी चुप चाप से घर की तरफ चल पड़ा,,
आख़िर सोनिया जैसी जंगली बिल्ली से पंगा भी कोन लेता,,,,,लेकिन फिर भी मुझे कविता की नम आँखों की टेन्षन हो
रही थी,,,,,कविता रो क्यू रही थी ऑर आज वो कॉलेज भी नही आई थी,,,,कुछ तो पंगा है,,,,,चलो जब सोनिया
घर आएगी तो उसी से पूछ लूँगा,,,,,,मैं घर पहुँचा तो डोर लॉक था ऑर आज मेरे पास चाबी भी नही
थी,,,,,10 मिनिट बेल बजाने के बाद मोम ने डोर खोला,,,,,,
मैं-अरे मोम कहाँ बिज़ी रहती हो डोर तो जल्दी खोल दिया करो,,,,,,,मोम के बॉल बिखरे हुए थे ऑर वो जस्ट पेटिकोट ब्लाउस मे थी,,
मोम-बेटा मेरी आँख लग गई थी पता नही चला,,
मैं-तो मामा कहाँ गया है मोम वो डोर खोल देते ,,,,,
मोम--अरे बेटा तेरे मामा का तो तेरे को पता ही है चल छोड़ ये बातें अब अंदर आजा,,,,,,,,,,,मैं अंदर गया तो देखा मामा मोम के रूम से ही निकल रहा था मैं समझ गया कि प्रोग्राम चालू था लेकिन मैं चुप रहा ओर सीधा अपने रूम मे चला गया,,,,कुछ देर बाद मोम मेरे रूम मे आई,,,,,,बेटा खाना लगा दूं क्या,,,,,,,,,
मैं--,नही मॉम मुझे भूख नही है मैं ख़ाके आया हूँ,,,,,,,,
मोम-ऑर कुछ चाहिए क्या बेटा इतना बोलते ही मोम मेरे बेड पेर बैठ गई ऑर मेरे लंड
के करीब मेरी टाँग पर हाथ रख दिया,,,
मैं समझ गया कि मोम ऑर मामा का खेल मेरे आने की वजह से पूरा नही हो सका था इसलिए मोम अभी भी प्यासी थी,,,मैने भी मोका देख कर मोम को अपने बेड पर लेटा दिया ,,,,,
मैं-मामा कहाँ है मोम,,,,,,
मोम--,बेटा वो तो गया अपनी चरस लेने,,,,,
मैं-ऑर घर पर कोई नही है क्या,,
मोम--,नही बेटा डॅड ने तो बहुत लेट आना है अभी ऑर शोभा ऑर तेरी बुआ तो रात को ही आते है एक सोनिया है जो तेरे साथ आती है बट आज तो वो भी नही है,,,,,,,,
मैं-मोम वो कविता क घर रुक गई है वो भी शाम से पहले नही आती,,
मोम--,तो फिर हम दोनो के पास तो बहुत टाइम है बेटा,,,,
मैं बेड से उठा ऑर डोर की तरफ जाने लगा,,,,,,
मोम-कहाँ जा रहे हो बेटा,,,,,,,,,,,,
मैं-मोम मैं बाहर वाला डोर लॉक करने जा रहा हूँ,,,,,,,,,,,,
मोम--,बेटा वो तो पहले ही मैं लॉक करके आई थी उपर आते टाइम,,इतना बोलते ही माँ ने अपने पेटिकोट के बटन खोलने शुरू कर दिए ऑर मैने भी अपने कपड़े उतारने शुरू कर दिए ,,,,मैं बेड पर मोम के पास चला गया तब तक मोम नंगी हो चुकी थी ऑर मैं भी अपने कपड़े उतार चुका था,,,,मैं मोम के पास गया ऑर बेड के नीचे खड़ा हो गया मोम बेड
पर लेट गई ऑर अपना मूह खोल कर मेरे लंड को मूह मे ले लिया लंड जो पहले ही कुछ हार्ड हो चुका था वो
मोम के नरम नरम होंठों ऑर गर्म ज़ुबान के टच से पूरी ओकात मे आ गया था मोम ने अपने सर के नीचे
एक तकिया रखा ऑर सर को थोड़ा उपर करके खुद को अड्जस्ट किया ऑर लंड को चूसना शुरू कर दिया,,,,मैने
भी मस्ती मे खुद की कमर को आगे पीछे करते हुए लंड को मोम के मूह मे पेलना शुरू कर दिया मोम की
नज़रे मेरी तरफ थी ऑर मैं भी उनको देख रहा था तभी मैने खुद को मोम के पास कर दिया ऑर उनके उपर
से होते हुए अपने हाथ बेड पर रख दिए ऑर हाथों का सहारा लेके उपर होके मोम के मूह मे थोड़ी तेज़ी से
लंड पेलना शुरू कर दिया मोम ने भी खुद को सीधा कर दिया ऑर लंड को आराम से अंदर जाने का रास्ता दिया,,
मैं तो आराम से लंड मोम के मूह मे पेल रहा था लेकिन मोम ने अपने हाथ मेरी गान्ड पर रखके मुझे
तेज़ी से उपर नीचे होने का इशारा किया ओर मैने भी स्पीड थोड़ी तेज करदी,,,मोम ने भी अपने हाथों को तेज़ी
से उपर नीचे करना शुरू कर दिया ऑर अपनी ज़ुबान को बाहर निकाल कर अपने मूह मे ऑर ज़्यादा जगह बना दी
मेरे लंड के लिए ओर मैने भी तेज़ी से लंड को पूरा मोम के मूह मे घुसना शुरू कर दिया ऑर लंड को मोम
के गले से टकराना शुरू कर दिया,,,,मेरा लंड मोम के गले से हल्का नीचे उतर रहा था जिस से लंड की टोपी
मोम के गले के अंदर जा रही थी ऑर मुझे चूत की चुदाई जितना मज़ा आ रहा था करीब 10 मिनिट मोम के
मूह की चुदाई करने के बाद मेरा पानी निकलने वाला हो गया ऑर मैने लंड को मोम के मूह के अंदर उनके गले
से नीचे तक उतार दिया ऑर वही रुक कर सारा पानी सीधा उनके गले से नीचे ही निकाल दिया जब लंड के पानी की लास्ट
ड्रॉप भी मोम के गले के अंदर तक चली गई तो मैने लंड को बाहर किया लेकिन मोम ने लंड को मूह से बाहर
नही निकलने दिया ऑर मेरे लंड पर लगे स्पर्म को चूस ऑर चाट कर लंड को सॉफ करने लगी,,,,,
मोम--,आहह कितना मीठा है तेरा पानी बेटा ऑर कितने दिनो बाद पिया है तेरा पानी ,,,अब तो टाइम ही नही मिलता तेरा लंड चूस कर तेरा पानी पीने के लिए दिन मे तू कॉलेज होता है ऑर रात को सब लोग होते है घर पे,,,
मैं--,मोम तुम बोलो तो मैं कॉलेज से जल्दी आ जाया करूँगा लेकिन मामा का क्या करेंगे मोम,,,,,,
मोम--नही बेटा तुम कॉलेज से जल्दी मत आना,,,हम जब टाइम मिले तब अपना काम कर लिया करेंगे,,,
मैं-,ठीक है मोम जैसे आपकी मर्ज़ी,,इतना बोल कर मैं बेड पर लेट गया,,,,मोम भी मेरे साइड पर नंगी ही लेटी रही,,,,
फिर करीब 10 मिनिट बाद मोम ने फिर से मेरे लंड को हाथ मे पकड़ा ऑर हल्के से सहलाने लगी ऑर मेरे
लिप्स को अपने लिप्स मे जाकड़ कर हल्के से किस करने लगी मैने भी अपने हाथ मोम के बूब्स पर रख दिए ऑर
बूब्स को मसल्ते हुए मोम की किस का रेस्पॉन्स देने लगा मोम ने अपने एक टाँग मेरी टाँगो के उपर रख दी
ऑर आधे हार्ड हो चुके लंड को ही अपनी चूत के पास कर दिया मैने भी खुद को अड्जस्ट किया ऑर लंड को मोम
की चूत के करीब ले गया ऑर मोम की टाँग को पकड़ कर थोड़ा ऑर उपर किया फिर लंड को चूत मे घुसा
दिया लंड अब तक कुछ ऑर मस्ती मे आ चुका था पहले से ज़्यादा हार्ड हो चुका था मैने लंड को मोम की
चूत मे घुसा कर धक्के लगाना शुरू कर दिया मोम ने भी मस्ती मे मेरे लिप्स को अपने लिप्स मे जाकड़ कर
थोड़ा पागलपन के साथ चूसना शुरू कर दिया मोम अपनी ज़ुबान को मेरे मूह मे घुसा कर मुझे उनकी ज़ुबान
छूने को बोल रही थी मैने भी मोम की ज़ुबान को मूह मे भर कर चूसना शुरू कर दिया ऑर अपने हाथ को
मोम के बूब्स पर रख दिया ऑर ज़ोर से दबाने लगा मोम झटके लगने से मोम कुछ ज़्यादा ही हिलने लगी थी
क्योंकि मेरा लंड फुल ओकात मे आ चुका था ऑर स्पीड भी तेज हो चुकी थी इसलिए मोम की टाँग जो मेरे उपर
थी बार बार नीचे को जा रही थी मोम ने उसके पकड़ा हुआ था लेकिन कोई फ़ायदा नही हो रहा था तो मेने मोम
के बूब्स से अपना हाथ हटा कर उनकी टाँग पर रखा ओर उसको उठा कर ओर उपर कर दिया फिर अपने हाथ को
मोम की गान्ड पर रखके उसको पकड़ कर टाँग को चौड़ा दिया इतने मे मेरा हाथ मोम की गान्ड पर होते
हुए उनकी गान्ड के सुराख पर चला गया ऑर मेरी उंगलिया गान्ड के सुराख पर टच होने लगी मैने भी
मोका देख कर अपनी 2 उंगलियाँ मोम की गान्ड मे घुसा दी मोम ने मेरे लिप्स को अपने लिप्स से हटा कर एक
तेज सिसिकि ली,,,,
मोम--आआआआआआहह ज़रा आराम से बेटा ,,,,आहह
मैने उंगलियों को मोम की गान्ड मे घुसा कर अंदर बाहर करना शुरू कर दिया,,,,बेटा वउूओ त्तेरेरा
द्दुउस्स्र्रा व्वाल्ला न्नाककल्लीइी ल्लुउन्न्ड्ड़ क्काहहन्न हहाइी ,,,,क्क्य्यू म्मूम्म आज्ज बभीी 2 ल्लुउन्न्ड्ड़ ईकक
ससात्तह ल्लेन्नई क्का ददिल्ल क्कार्र र्राहहा हहाीइ क्क्य्या,,,,,,,,,,,हहन्न ब्बीतता 2 ल्लुउन्न्ड्ड़ ससी ईककक सतत
कच्छुउऊऊउद क्काररर बभ्हुत्त्त ंमाज़्जा आत्ता हहाइी,,,,,,,,,,,,,,,,,मूंम्म ककब्भीी अस्सल्लीी 2 ल्लुउन्ण
ईकक स्साटतह ल्ल्लीइययईए हहाइईइ क्क्य्या,,,,,,,,,,न्नाहहिी ब्बीतता एआसेआ ककब्भीी न्नाहहीी हहूउआ ऊवार
न्ना ककब्ब्भहिि हहूओ सस्ककाट्टटा हहाइी टतेरेरी स्साटतह हहिि 2 ल्लुउन्न्ड्ड़ क्का ंमाज़्जा ल्ल्ल्लीइय्या
हहाइी ईकक तततेरेरी ल्ल्लुउन्न्ड्ड़ का र द्दूऊस्सररी न्नककल्लीी ल्लुउन्न्ड्ड़ क्काअ,,,,,,,,,मम्मूओंम ककब्भीी
ददिल्ल क्काररत्ता हहाइईइ क्क्य्या 2 आस्सल्लीइी ल्लुउउन्न्ड्ड़ ईईएकक स्साटतह ल्लीन्नी कककूऊ ,,,,,,हहन्न ब्बेटा
ददिल्ल्ल त्तूओ बभ्हउुूथत् क्काररत्ता हहाइी ब्बुउथत् यईी क्काईससी हहू सस्ककाट्ता आहहिि,,,,,,,,,,म्मूम्म
हहूऊंनी क्कूव त्तूओ ककुउक्च बभिि हहूओ स्साककत्ता हहााई,,,,,,,,,,मैं हँसने लगा ऑर मोम
मेरे मूह की तरफ देखने लगी,,,,,,,,,,,,क्क्य्या ब्बूल्ल र्राहही हहूओ त्तुउम्म म्माईन्न ककुउक्च्छ सम्मजी
न्नाहहीी,,,,,,,,,,,,स्सांमाज़्ज़ ज्जाऊओगगीइ म्मूओम्म त्थ्हूर्रा व्व88 क्काररो,,,,,,,मैने लंड के साथ -साथ
चूत मे लंड की स्पीड को ऑर तेज कर दिया,,,,,बेटा अब जज़ार्रा ईईसस म्मोस्सल्ल कककक्कूव कच्छूत्त ससी
ननीककालल्ल्ल ऊओररर्र गगाणन्ंदड़ म्मी ग्घुउस्सा टतेरेरी उउन्नगगल्लिइयून्न सससी ककुउक्च्छ ज्जय्याददाा
क्क्ुउजज़ल्लीी हहूननी ल्लाग्गीइ हहाइी गगाणन्ंदड़ म्मीई,,,,,,,,,,,मैने लंड को चूत से निकाल लिया ऑर मोम
भी उठ कर बैठ गई,,,,,,,,,,