hotaks444
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मैने मामी की तरफ देखा.. जी मामी बोलें.. मैं ऐसा मासूम बन गया था कि जैसे मुझे तो कुछ पता ही नही.. मामी मेरे पास ही सोफे पर बैठ गयी ओर अपनी कमीज़ का दामन अपनी उंगली मे घुमाने लगी... फिर मामी ने कुछ देर की खामोशी के बाद मेरी तरफ देखा ऑर बोली... अयान क्या ऐसा नही हो सकता कि तुम अपनी शर्त चेंज कर लो...... मैने कुछ ना कहा तो मामी उठ कर मेरे पाओं मे बैठ गई ऑर मेरे पाओं पकड़ लिए.... ऑर मुझे बोली.. प्लीज़ अयान प्लीज़.. जो शर्त तुम ने रखी है. मैं ऐसा नही कर सकती.. मेरे भाई का इस मे कोई क़सूर नही है... उसको बहकाने वाली मैं हूँ... उस ने मुझे बहुत पहले ही बोल दिया था कि अगर इस रीलेशन का किसी को पता लग गया तो वो अपने आप को जान से मार दे गा....
अगर मैने अपने भाई से ज़िक्र किया कि तुम्हे सब कुछ पता लग गया है तो वो मर जाएगा अयान... प्लीज़ अयान.. मेरी मजबूरी को समझो... मैं सोफे पर बैठा हुआ था.. ऑर मामी मेरे सामने ज़मीन पर बैठी हुई थी उन्होने अपने हाथ मेरे घुटनो पर रखे हुए थे... मैने मामी की तरफ देखा मगर उनकी तरफ देखते देखते मेरी नज़र कहीं ऑर जा कर टिक गई... मामी के मम्मो का क्लीवेज मुझे सॉफ नज़र आ रहा था..... मेरा दिल कर रहा था कि अभी मामी पर हमला करूँ ऑर उनके मम्मो को खा जाऊ... क्योंकि इतने दिन से सिर्फ़ खाला के साथ रोमॅन्स ही हो रहा था.. मेरी सेक्स की तलब पूरी नही हो रही थी... आज जब मामी को इस हालत मे देखा तो मुझे अपनी सेक्स की तलब पूरी होती हुई नज़र आई.... ..
मैने मामी को उठाया ऑर कहा.. चलो ठीक है.. आप इस बात को भूल जाओ...... तो मामी मेरी तरफ देखने लगी.. तो क्या तुम ने शर्त ख़तम कर दी.... मैने मुस्कुराते हुए कहा.. हाँ शर्त ख़तम हो गई....
मामी मेरी बात सुन कर बहुत खुश हुई ऑर इसी खुशी मे उन्होने मुझे हग कर लिया... उन्होने जैसे ही मुझे हग किया तो उनके मम्मे मेरे सीने से टच होने लगे.... यहाँ उनके मम्मे मेरे सीने से टच हुए ऑर वहाँ मेरे लंड साहिब मामी को सलामी देने की गरज से उठ खड़े हुए... मामी ने मुझे हग किया हुआ था.. ऑर मैने उनकी कमर पर हाथ रखा हुआ था... मेरे दिल मे फिर सेक्स की ख्वाहिश जाग उठी थी..ऑर मेरा लंड मुझे मजबूर कर रहा था कि मैं उसकी प्यास मिटाऊ.....
मैने मामी की कमर पर हाथ रखा हुआ था ऑर आहिस्ता आहिस्ता मैं मामी की कमर पर हाथ फेरने लगा... मैने जैसे ही मामी की कमर पर हाथ फेरा.. मामी के जिस्म मे हल्की सी हरकत हुई.. मगर उन्होने मुझे हग किए रखा... वो कुछ ना बोली... ऑर शायद वो खुद भी यही चाहती कि मुझसे भी चुदवा लें... फिर उनका राज़ भी मेरे सीने मे दफ़न हो जाएगा ......
मैं मामी की कमर पर हाथ फेरने लगा... हाथ फेरते फेरते मैं उनके ब्रा के उपर हाथ ले गया.. क्योंकि मेरी पसंदीदा चीज़ इसी ब्रा मे ही तो छुपी हुई थी... मामी मेरी इन हरकतों का नोटीस ले रही थी.. ऑर उन्होने अपने हाथों की गिरफ़्त मेरी कमर पर कर ली... मेरा लंड शलवार मे झटके मार रहा था ऑर बिल्कुल सीधा खड़ा हो गया था.. मेरा लंड इतना टाइट हो गया था कि अगर अब इस का पानी जब तक ना निकलता इसको सकून नही मिलता.... अपने लंड की सख्ती को महसूस करते हुए मेरे दिमाग़ मे मस्ती छाने लगी.... ऑर मेरा दिल कर रहा था कि बस जल्दी से अपने लंड को सकून दे दूं....
मेरे दिमाग़ पर मस्ती छाने लगी ऑर मैने मामी की कमर पर जल्दी जल्दी अपना हाथ मूव करना स्टार्ट कर दिया... मैने एक दम से अपना हाथ मामी की गान्ड पर रख दिया पीछे से उनकी गान्ड के उपर से कमीज़ उठाने लगा मगर उनकी कमीज़ तो बैठ ने की वजह से उनकी गान्ड के नीचे दबी हुई थी.. मैने कमीज़ को हल्का सा झटका दिया तो मामी ने मेरी इस हरकत को नोट करते हुए अपनी गान्ड थोड़ी सी उठा दी जिसकी वजह से उनकी कमीज़ गान्ड के नीचे से निकल आई........ मैने कमीज़ उपर कर के मामी की गान्ड पर हाथ रख दिया ऑर उनकी गान्ड को हल्का हल्का दबाने लगा....... फिर मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया ऑर मैने अपना हाथ गान्ड से उपर करते करते मामी की नंगी कमर पर रख दिया.... मामी को मेरा हाथ अपनी नंगी कमर पर फील हुआ तो उनके जिस्म को करेंट लगा.... ऑर उनकी साँसे तेज होने लगी.....
मैने मामी की नंगी कमर पर हाथ फेरना स्टार्ट कर दिया.... ऑर उनकी साँसे तेज होने लगी... साँसे तो मेरी भी तेज हो रही थी ऑर मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरे जिस्म का सारा खून मेरे लंड मे जमा हो गया हो..जिसकी वजह से मुझे अपने लंड पर दर्द महसूस हुआ...... मैं एक हाथ मामी की कमर पर फेर रहा था.. दूसरे हाथ से मैने मामी का फेस उपर किया तो उनकी आँखे लाल हो रही थी....... ऑर साँसे तेज चल रही थी... मामी ने जब मेरी आँखे मे देखा तो शरम की वजह से उन्होने अपनी नज़रें झुका लीं... मुझे उस टाइम कुछ समझ मे नही आ रहा था.. ऑर फिर मैने मामी के लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए.. मैं मामी के लिप्स सक करने लगा.... ऑर अपनी ज़ुबान से उनके मुँह पर दस्तक देने लगा.. मामी ने अपना मुँह खोल दिया ऑर मेरी ज़ुबान को अपने मुँह के अंदर जाने की इजाज़त देने लगी... हम लोग इसी तरह किस्सिंग करने लगे.... ऑर मैं मुसलसल अपना हाथ कभी उनकी कमर ऑर कभी उनकी गान्ड मे फेरने लगा...
तक़रीबन कोई 10 मिंट तक किस करने के बाद मैने मामी के लिप्स से अपने लिप्स हटाए ऑर दोनो उनके मम्मो पर हाथ रख दिए.... मामी ने मेरी तरफ प्यार भरी नज़रो से देखा ओर अपने लिप्स मेरे कान के क़रीब ला कर मेरे कान मे कुछ कहा.... ऑर वहाँ से उठ कर चली गई....
मामी उठ कर चली गई तो मेरे फेस पर एक स्माइल आ गई.. क्योंकि मामी जाते जाते मुझे बोल गई थी कि """मेरे रूम मे आ जाओ ऑर जो कुछ करना है वहाँ पर आ कर करो"""".......
मैं मुस्कुराता हुआ उठा ऑर अपने लंड को हाथ से दबाते हुए मामी के पीछे उनके रूम की तरफ जाने लगा....
मामी अपने रूम मे चली गई.. ऑर मैं अपने लंड को हाथ मे दबाता हुआ मामी के पीछे उनके रूम मे जाने लगा....
जब मैं मामी के रूम मे पहुँचा तो मामी बेड पर बैठी हुई थी ऑर उन्होने एक प्यार भरी नज़र मुझ पर डाली.. फिर शरम के मारे उन्होने अपना सिर झुका लिया...
मैं मामी के सामने जा कर खड़ा हो गया.. हम दोनो मे कुछ बात नही हो रही थी.. मैं बस खामोश खड़ा हुआ था... जब मुझे खड़े हुए एक या दो मिंट गुज़र गये तो मामी ने मेरी तरफ देखा ऑर बोली... अयान, तुम खड़े क्यू हो.. यहाँ बैठ जाओ ना....
मैं उनके पास बेड पर बैठ गया.... मैने भी खामोशी इख्तियार कर ली थी क्योंकि मैं चाहता था कि अब की बार मामी खुद स्टार्ट करे.....
मामी ने मेरी तरफ देखा ऑर बोली... अच्छा तो तुम ये चाहते थे... वो दूसरी शर्त तो वैसे ही रखी थी ना तुम ने.... दरअसल तुम ये काम करना चाहते थे... इसी लिए तुम मुझे ब्लॅक मेल कर रहे थे....
मामी ने जब ब्लॅक मेल लफ्ज़ बोला तो मैने फॉरन ही बोला... मामी मैने आप को ब्लॅक मेल तो नही किया था.... मैने जस्ट आप से कुछ पूछा था... कि आप ऐसा कर सकती हो या नही....
मामी ने फिर बोला कि अच्छा अभी तुम टी.वी लाउन्ज मे क्या कर रहे थे.. तुम्हे शरम नही आई ऐसा करते हुए... मैं तुम्हारी मामी हूँ.... मैं आगे हुआ ऑर मामी का हाथ पकड़ लिया.. ऑर उनका हाथ पकड़ कर उनकी तरफ देखा...
मैने मामी से कहा... मामी अभी जो कुछ भी हुआ वो उस वजह से नही हुआ कि मैं आप को देख चुका हूँ ऑर आप मजबूरी मे मेरे साथ करो... मैं आप को पहले से पसन्द करता था ऑर आप से दोस्ती करना चाहता था...
मामी ने मेरी तरफ देखा ऑर बोली... अगर तुम मुझे पहले से पसंद करते थे तो तुम ने मुझे बताया क्यू नही...
मैं.... बस मुझ मे हिम्मत नही होती थी कि मैं आप से बोलूं... आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो मामी... मेरी बातें सुन कर मामी के फेस पे स्माइल आ गई... ऑर उन्होने अपना दूसरा हाथ भी मेरे हाथ के उपर रख दिया... ऑर मुस्कुरा कर कहा... अब तो हम दोस्त हैं... किसी भी चीज़ की ज़रूरत हो तो मुझे बता देना...
मैने खुश होते हुए मामी से कहा कि ठीक है मैं आपसे सब कुछ ले लूँ गा जो भी मुझे चाहिए होगा...
फिर कुछ देर खामोश रहने के बाद मैने मामी से कहा... अब तो हमारी दोस्ती पक्की हो गई है ना...
मामी ने कहा.... हां हन बिल्कुल पक्की समझो....
मैने मुस्कुरा कर कहा... मामी मैं आपको किस कर सकता हूँ तो मामी ने कहा कि “अभी तक जो कर रहे थे. मुझसे पूछ के कर रही थे क्या.... तुम्हे मुझसे पूछने की ज़रूरत नही है..... तुम बिना पूछे भी कर सकते हो...
मैं मामी के क़रीब हो गया ऑर उनके गाल पर किस कर दी तो मामी ने मेरी तरफ हैरत से देखा ऑर कहा... कभी किसी लड़की को किस किया है पहले...???
मैने झूठ बोलते हुए कहा.... नही अभी तक कोई मिली ही नही.. ज़ाहिर है मैने उनको खाला के बारे मे तो बताना नही था...
मामी ने फिर पूछा कि अच्छा कभी किसी लड़की को बिना कपड़ों के देखा है कभी...??? मैने फॉरन कहा कि हां जी देखा है....
मामी ने हैरान होते हुए पूछा किस को तो मैने फॉरन ही कहा कि... आप को देखा है रात को... मेरी बात सुन कर मामी शरमा गई... मैने उनको प्यार से देखा ऑर उनके क़रीब हो गया... मामी ने जब मुझे अपने क़रीब होते हुए देखा तो मुस्कुरा दी ऑर आगे बढ़ कर खुद ही मेरे लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए... ऑर वो मेरे लिप्स को सक करने लगी.... मैं भी उनका साथ देने लगा.. अब जो कुछ भी कर रही थी. मामी खुद ही कर रही थी..
मेरा लंड मेरी शलवार मे एक बार फिर से खड़ा होने लगा.. ऑर मैं अपने हाथों से अपना लंड दबाने लगा... किस्सिंग करते करते हम बेड पर लेट गये.. मैं नीचे था ऑर मामी मेरे उपर लेट गई... मामी का हाफ जिस्म मेरे उपर था ऑर हाफ बेड पर था....
मामी मेरे लिप्स पर किस्सिंग कर रही थी ऑर अपनी ज़ुबान मेरे मुँह के अंदर मूव कर रही थी... मैने भी मामी की कमर पर हाथ रख दिया ऑर उनकी कमर सहलाने लगा... जिस से मामी को भी गर्मी चढ़ने लगी ऑर वो जल्दी जल्दी किस्सिंग करने लगी... मैने पीछे से मामी की कमीज़ मे हाथ डाला ऑर उनकी नंगी कमर पर हाथ मूव करने लगा... मेरा लंड इतना टाइट हो गया था कि उस मे दर्द शुरू हो गया था... मामी के बड़े बड़े मम्मे मेरे सीने से रगड़ खा रहे थे जिसकी वजह से मेरे अंदर की शहवात मे मज़ीद इज़ाफ़ा होता जा रहा था... मेरा दिल कर रहा था कि बस मैं मामी के जिस्म से अपने जिस्म की प्यास बुझा दूं जल्दी से..
मैने मामी की कमीज़ को उपर करना चाहा मगर मुझसे नही हो सकी... मेरी इस हरकत को देखता हुए मामी उठ कर बैठ गई ऑर खुद ही अपनी कमीज़ उतारने लगी.
मैने मामी की कमीज़ उपर करनी चाही मगर कमीज़ मामी के जिस्म की नीचे दबी हुई थी.. जब मामी ने देखा कि मैं उनकी कमीज़ उतारना चाहता हूँ तो वो खुद ही उठ कर बैठ गई ऑर अपनी कमीज़ उतारने लगी..... जब मामी ने अपनी कमीज़ उतार दी तो मैं देख कर हैरान रह गया... मैं बस टिकतिकी बाँधे एक ही चीज़ देख रहा था ओर वो थे मामी के बड़े बड़े मम्मे... मैं मामी के मम्मो को गौर से देख रहा था... जो कि ब्लॅक ब्रेज़ियर मे छुपे हुए थे... मामी के मम्मो का बस नही चल रहा था कि वो ब्रेज़ियर को फाड़ कर बाहर निकल जाएँ... मैं गौर से मामी के मम्मो को देख रहा था..
मामी ने मेरी नज़रो की मंज़िल को परख लिया ऑर बोली... ऐसे क्या देख रहे हो.... मैने मामी के मम्मो को देखते हुए कहा.. मामी आप के ... ये बहुत प्यारे हैं.. मामी ने कहा कि "ये क्या"??? मैने उनको हाथ लगा कर कहा के ये... तो उन्होने कहा के तुम्हे इनका नाम नही आता क्या... मैं मासूम बन कर बोला... नही... मैं तो पहली बार देख रहा हूँ..... मामी ने कहा के इनको "बूब्स" कहते हैं तो मैं ने कहा कि मामी आप के बूब्स बहुत प्यारे हैं...
मामी ने कहा कि इट्स नोट फेयर अयान,, तुम ने मेरी तो कमीज़ उतरवा दी मगर खुद अभी तक कपड़े पहने हुए हैं... ये सुन कर मैं उठा ऑर अपनी कमीज़ उतारने लगा तो मामी ने मेरा हाथ रोक दिया ऑर अपना हाथ आगे कर खुद मेरी कमीज़ के बटन खोलने लगी... जब सब बटन खुल गये तो उन्होने खुद ही मेरी कमीज़ उतार दी.. मैने नीचे बनियान पहनी हुई थी... तो मामी ने वो भी उतार दी..
मामी मेरे सीने पर हल्के हल्के बालों पर हाथ फेरते हुए बोली... ह्म्म्म्म तुम भी जवानी की सरहद मे दाखिल हो गये हो...
मैने मामी की तरफ देखा ऑर उनके लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए... मामी ने फिर मुझे उसी तरफ लिटा दिया ऑर मुझे किस्सिंग करने लगी.. वो किस्सिंग मे बहुत एक्सपर्ट थी ऑर होना भी चाहिए था आख़िर सेक्स मे इतना एक्षपीरियँस जो था उनका... मामी मुझे किस्सिंग भी करती जा रही थी... ऑर अपने मम्मे मेरे सीने से भी रगड़ रही थी... मुझे मामी के मम्मो की रगड़ अपने सीने पर बहुत मज़ा दे रही थी ऑर किस्सिंग करते करते मेरी साँसे तेज होती जा रही... मैं मामी की कमर पर हाथ फेरने लगा ऑर उनके ब्रा को छेड़ने लगा... मैने कोशिश कर के उनकी ब्रा को खोल दिया ऑर उन्होने मेरे सीने पर लेटे लेटे अपनी ब्रा उतार दी...... मगर मेरे सीने से अपने मम्मे नही उठाए ऑर ब्रा को खेंच कर उतार दिया... मैं अभी तक मामी के मम्मे नही देख पाया था... मामी किस करते करते मेरे सीने से नीचे उतर गई ऑर बेड पर सीधी लेट गई.. उस वक़्त जब मैने उनके मम्मे देखे तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गई..
अगर मैने अपने भाई से ज़िक्र किया कि तुम्हे सब कुछ पता लग गया है तो वो मर जाएगा अयान... प्लीज़ अयान.. मेरी मजबूरी को समझो... मैं सोफे पर बैठा हुआ था.. ऑर मामी मेरे सामने ज़मीन पर बैठी हुई थी उन्होने अपने हाथ मेरे घुटनो पर रखे हुए थे... मैने मामी की तरफ देखा मगर उनकी तरफ देखते देखते मेरी नज़र कहीं ऑर जा कर टिक गई... मामी के मम्मो का क्लीवेज मुझे सॉफ नज़र आ रहा था..... मेरा दिल कर रहा था कि अभी मामी पर हमला करूँ ऑर उनके मम्मो को खा जाऊ... क्योंकि इतने दिन से सिर्फ़ खाला के साथ रोमॅन्स ही हो रहा था.. मेरी सेक्स की तलब पूरी नही हो रही थी... आज जब मामी को इस हालत मे देखा तो मुझे अपनी सेक्स की तलब पूरी होती हुई नज़र आई.... ..
मैने मामी को उठाया ऑर कहा.. चलो ठीक है.. आप इस बात को भूल जाओ...... तो मामी मेरी तरफ देखने लगी.. तो क्या तुम ने शर्त ख़तम कर दी.... मैने मुस्कुराते हुए कहा.. हाँ शर्त ख़तम हो गई....
मामी मेरी बात सुन कर बहुत खुश हुई ऑर इसी खुशी मे उन्होने मुझे हग कर लिया... उन्होने जैसे ही मुझे हग किया तो उनके मम्मे मेरे सीने से टच होने लगे.... यहाँ उनके मम्मे मेरे सीने से टच हुए ऑर वहाँ मेरे लंड साहिब मामी को सलामी देने की गरज से उठ खड़े हुए... मामी ने मुझे हग किया हुआ था.. ऑर मैने उनकी कमर पर हाथ रखा हुआ था... मेरे दिल मे फिर सेक्स की ख्वाहिश जाग उठी थी..ऑर मेरा लंड मुझे मजबूर कर रहा था कि मैं उसकी प्यास मिटाऊ.....
मैने मामी की कमर पर हाथ रखा हुआ था ऑर आहिस्ता आहिस्ता मैं मामी की कमर पर हाथ फेरने लगा... मैने जैसे ही मामी की कमर पर हाथ फेरा.. मामी के जिस्म मे हल्की सी हरकत हुई.. मगर उन्होने मुझे हग किए रखा... वो कुछ ना बोली... ऑर शायद वो खुद भी यही चाहती कि मुझसे भी चुदवा लें... फिर उनका राज़ भी मेरे सीने मे दफ़न हो जाएगा ......
मैं मामी की कमर पर हाथ फेरने लगा... हाथ फेरते फेरते मैं उनके ब्रा के उपर हाथ ले गया.. क्योंकि मेरी पसंदीदा चीज़ इसी ब्रा मे ही तो छुपी हुई थी... मामी मेरी इन हरकतों का नोटीस ले रही थी.. ऑर उन्होने अपने हाथों की गिरफ़्त मेरी कमर पर कर ली... मेरा लंड शलवार मे झटके मार रहा था ऑर बिल्कुल सीधा खड़ा हो गया था.. मेरा लंड इतना टाइट हो गया था कि अगर अब इस का पानी जब तक ना निकलता इसको सकून नही मिलता.... अपने लंड की सख्ती को महसूस करते हुए मेरे दिमाग़ मे मस्ती छाने लगी.... ऑर मेरा दिल कर रहा था कि बस जल्दी से अपने लंड को सकून दे दूं....
मेरे दिमाग़ पर मस्ती छाने लगी ऑर मैने मामी की कमर पर जल्दी जल्दी अपना हाथ मूव करना स्टार्ट कर दिया... मैने एक दम से अपना हाथ मामी की गान्ड पर रख दिया पीछे से उनकी गान्ड के उपर से कमीज़ उठाने लगा मगर उनकी कमीज़ तो बैठ ने की वजह से उनकी गान्ड के नीचे दबी हुई थी.. मैने कमीज़ को हल्का सा झटका दिया तो मामी ने मेरी इस हरकत को नोट करते हुए अपनी गान्ड थोड़ी सी उठा दी जिसकी वजह से उनकी कमीज़ गान्ड के नीचे से निकल आई........ मैने कमीज़ उपर कर के मामी की गान्ड पर हाथ रख दिया ऑर उनकी गान्ड को हल्का हल्का दबाने लगा....... फिर मेरे दिमाग़ मे एक आइडिया आया ऑर मैने अपना हाथ गान्ड से उपर करते करते मामी की नंगी कमर पर रख दिया.... मामी को मेरा हाथ अपनी नंगी कमर पर फील हुआ तो उनके जिस्म को करेंट लगा.... ऑर उनकी साँसे तेज होने लगी.....
मैने मामी की नंगी कमर पर हाथ फेरना स्टार्ट कर दिया.... ऑर उनकी साँसे तेज होने लगी... साँसे तो मेरी भी तेज हो रही थी ऑर मुझे ऐसा लग रहा था कि मेरे जिस्म का सारा खून मेरे लंड मे जमा हो गया हो..जिसकी वजह से मुझे अपने लंड पर दर्द महसूस हुआ...... मैं एक हाथ मामी की कमर पर फेर रहा था.. दूसरे हाथ से मैने मामी का फेस उपर किया तो उनकी आँखे लाल हो रही थी....... ऑर साँसे तेज चल रही थी... मामी ने जब मेरी आँखे मे देखा तो शरम की वजह से उन्होने अपनी नज़रें झुका लीं... मुझे उस टाइम कुछ समझ मे नही आ रहा था.. ऑर फिर मैने मामी के लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए.. मैं मामी के लिप्स सक करने लगा.... ऑर अपनी ज़ुबान से उनके मुँह पर दस्तक देने लगा.. मामी ने अपना मुँह खोल दिया ऑर मेरी ज़ुबान को अपने मुँह के अंदर जाने की इजाज़त देने लगी... हम लोग इसी तरह किस्सिंग करने लगे.... ऑर मैं मुसलसल अपना हाथ कभी उनकी कमर ऑर कभी उनकी गान्ड मे फेरने लगा...
तक़रीबन कोई 10 मिंट तक किस करने के बाद मैने मामी के लिप्स से अपने लिप्स हटाए ऑर दोनो उनके मम्मो पर हाथ रख दिए.... मामी ने मेरी तरफ प्यार भरी नज़रो से देखा ओर अपने लिप्स मेरे कान के क़रीब ला कर मेरे कान मे कुछ कहा.... ऑर वहाँ से उठ कर चली गई....
मामी उठ कर चली गई तो मेरे फेस पर एक स्माइल आ गई.. क्योंकि मामी जाते जाते मुझे बोल गई थी कि """मेरे रूम मे आ जाओ ऑर जो कुछ करना है वहाँ पर आ कर करो"""".......
मैं मुस्कुराता हुआ उठा ऑर अपने लंड को हाथ से दबाते हुए मामी के पीछे उनके रूम की तरफ जाने लगा....
मामी अपने रूम मे चली गई.. ऑर मैं अपने लंड को हाथ मे दबाता हुआ मामी के पीछे उनके रूम मे जाने लगा....
जब मैं मामी के रूम मे पहुँचा तो मामी बेड पर बैठी हुई थी ऑर उन्होने एक प्यार भरी नज़र मुझ पर डाली.. फिर शरम के मारे उन्होने अपना सिर झुका लिया...
मैं मामी के सामने जा कर खड़ा हो गया.. हम दोनो मे कुछ बात नही हो रही थी.. मैं बस खामोश खड़ा हुआ था... जब मुझे खड़े हुए एक या दो मिंट गुज़र गये तो मामी ने मेरी तरफ देखा ऑर बोली... अयान, तुम खड़े क्यू हो.. यहाँ बैठ जाओ ना....
मैं उनके पास बेड पर बैठ गया.... मैने भी खामोशी इख्तियार कर ली थी क्योंकि मैं चाहता था कि अब की बार मामी खुद स्टार्ट करे.....
मामी ने मेरी तरफ देखा ऑर बोली... अच्छा तो तुम ये चाहते थे... वो दूसरी शर्त तो वैसे ही रखी थी ना तुम ने.... दरअसल तुम ये काम करना चाहते थे... इसी लिए तुम मुझे ब्लॅक मेल कर रहे थे....
मामी ने जब ब्लॅक मेल लफ्ज़ बोला तो मैने फॉरन ही बोला... मामी मैने आप को ब्लॅक मेल तो नही किया था.... मैने जस्ट आप से कुछ पूछा था... कि आप ऐसा कर सकती हो या नही....
मामी ने फिर बोला कि अच्छा अभी तुम टी.वी लाउन्ज मे क्या कर रहे थे.. तुम्हे शरम नही आई ऐसा करते हुए... मैं तुम्हारी मामी हूँ.... मैं आगे हुआ ऑर मामी का हाथ पकड़ लिया.. ऑर उनका हाथ पकड़ कर उनकी तरफ देखा...
मैने मामी से कहा... मामी अभी जो कुछ भी हुआ वो उस वजह से नही हुआ कि मैं आप को देख चुका हूँ ऑर आप मजबूरी मे मेरे साथ करो... मैं आप को पहले से पसन्द करता था ऑर आप से दोस्ती करना चाहता था...
मामी ने मेरी तरफ देखा ऑर बोली... अगर तुम मुझे पहले से पसंद करते थे तो तुम ने मुझे बताया क्यू नही...
मैं.... बस मुझ मे हिम्मत नही होती थी कि मैं आप से बोलूं... आप मुझे बहुत अच्छी लगती हो मामी... मेरी बातें सुन कर मामी के फेस पे स्माइल आ गई... ऑर उन्होने अपना दूसरा हाथ भी मेरे हाथ के उपर रख दिया... ऑर मुस्कुरा कर कहा... अब तो हम दोस्त हैं... किसी भी चीज़ की ज़रूरत हो तो मुझे बता देना...
मैने खुश होते हुए मामी से कहा कि ठीक है मैं आपसे सब कुछ ले लूँ गा जो भी मुझे चाहिए होगा...
फिर कुछ देर खामोश रहने के बाद मैने मामी से कहा... अब तो हमारी दोस्ती पक्की हो गई है ना...
मामी ने कहा.... हां हन बिल्कुल पक्की समझो....
मैने मुस्कुरा कर कहा... मामी मैं आपको किस कर सकता हूँ तो मामी ने कहा कि “अभी तक जो कर रहे थे. मुझसे पूछ के कर रही थे क्या.... तुम्हे मुझसे पूछने की ज़रूरत नही है..... तुम बिना पूछे भी कर सकते हो...
मैं मामी के क़रीब हो गया ऑर उनके गाल पर किस कर दी तो मामी ने मेरी तरफ हैरत से देखा ऑर कहा... कभी किसी लड़की को किस किया है पहले...???
मैने झूठ बोलते हुए कहा.... नही अभी तक कोई मिली ही नही.. ज़ाहिर है मैने उनको खाला के बारे मे तो बताना नही था...
मामी ने फिर पूछा कि अच्छा कभी किसी लड़की को बिना कपड़ों के देखा है कभी...??? मैने फॉरन कहा कि हां जी देखा है....
मामी ने हैरान होते हुए पूछा किस को तो मैने फॉरन ही कहा कि... आप को देखा है रात को... मेरी बात सुन कर मामी शरमा गई... मैने उनको प्यार से देखा ऑर उनके क़रीब हो गया... मामी ने जब मुझे अपने क़रीब होते हुए देखा तो मुस्कुरा दी ऑर आगे बढ़ कर खुद ही मेरे लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए... ऑर वो मेरे लिप्स को सक करने लगी.... मैं भी उनका साथ देने लगा.. अब जो कुछ भी कर रही थी. मामी खुद ही कर रही थी..
मेरा लंड मेरी शलवार मे एक बार फिर से खड़ा होने लगा.. ऑर मैं अपने हाथों से अपना लंड दबाने लगा... किस्सिंग करते करते हम बेड पर लेट गये.. मैं नीचे था ऑर मामी मेरे उपर लेट गई... मामी का हाफ जिस्म मेरे उपर था ऑर हाफ बेड पर था....
मामी मेरे लिप्स पर किस्सिंग कर रही थी ऑर अपनी ज़ुबान मेरे मुँह के अंदर मूव कर रही थी... मैने भी मामी की कमर पर हाथ रख दिया ऑर उनकी कमर सहलाने लगा... जिस से मामी को भी गर्मी चढ़ने लगी ऑर वो जल्दी जल्दी किस्सिंग करने लगी... मैने पीछे से मामी की कमीज़ मे हाथ डाला ऑर उनकी नंगी कमर पर हाथ मूव करने लगा... मेरा लंड इतना टाइट हो गया था कि उस मे दर्द शुरू हो गया था... मामी के बड़े बड़े मम्मे मेरे सीने से रगड़ खा रहे थे जिसकी वजह से मेरे अंदर की शहवात मे मज़ीद इज़ाफ़ा होता जा रहा था... मेरा दिल कर रहा था कि बस मैं मामी के जिस्म से अपने जिस्म की प्यास बुझा दूं जल्दी से..
मैने मामी की कमीज़ को उपर करना चाहा मगर मुझसे नही हो सकी... मेरी इस हरकत को देखता हुए मामी उठ कर बैठ गई ऑर खुद ही अपनी कमीज़ उतारने लगी.
मैने मामी की कमीज़ उपर करनी चाही मगर कमीज़ मामी के जिस्म की नीचे दबी हुई थी.. जब मामी ने देखा कि मैं उनकी कमीज़ उतारना चाहता हूँ तो वो खुद ही उठ कर बैठ गई ऑर अपनी कमीज़ उतारने लगी..... जब मामी ने अपनी कमीज़ उतार दी तो मैं देख कर हैरान रह गया... मैं बस टिकतिकी बाँधे एक ही चीज़ देख रहा था ओर वो थे मामी के बड़े बड़े मम्मे... मैं मामी के मम्मो को गौर से देख रहा था... जो कि ब्लॅक ब्रेज़ियर मे छुपे हुए थे... मामी के मम्मो का बस नही चल रहा था कि वो ब्रेज़ियर को फाड़ कर बाहर निकल जाएँ... मैं गौर से मामी के मम्मो को देख रहा था..
मामी ने मेरी नज़रो की मंज़िल को परख लिया ऑर बोली... ऐसे क्या देख रहे हो.... मैने मामी के मम्मो को देखते हुए कहा.. मामी आप के ... ये बहुत प्यारे हैं.. मामी ने कहा कि "ये क्या"??? मैने उनको हाथ लगा कर कहा के ये... तो उन्होने कहा के तुम्हे इनका नाम नही आता क्या... मैं मासूम बन कर बोला... नही... मैं तो पहली बार देख रहा हूँ..... मामी ने कहा के इनको "बूब्स" कहते हैं तो मैं ने कहा कि मामी आप के बूब्स बहुत प्यारे हैं...
मामी ने कहा कि इट्स नोट फेयर अयान,, तुम ने मेरी तो कमीज़ उतरवा दी मगर खुद अभी तक कपड़े पहने हुए हैं... ये सुन कर मैं उठा ऑर अपनी कमीज़ उतारने लगा तो मामी ने मेरा हाथ रोक दिया ऑर अपना हाथ आगे कर खुद मेरी कमीज़ के बटन खोलने लगी... जब सब बटन खुल गये तो उन्होने खुद ही मेरी कमीज़ उतार दी.. मैने नीचे बनियान पहनी हुई थी... तो मामी ने वो भी उतार दी..
मामी मेरे सीने पर हल्के हल्के बालों पर हाथ फेरते हुए बोली... ह्म्म्म्म तुम भी जवानी की सरहद मे दाखिल हो गये हो...
मैने मामी की तरफ देखा ऑर उनके लिप्स पर अपने लिप्स रख दिए... मामी ने फिर मुझे उसी तरफ लिटा दिया ऑर मुझे किस्सिंग करने लगी.. वो किस्सिंग मे बहुत एक्सपर्ट थी ऑर होना भी चाहिए था आख़िर सेक्स मे इतना एक्षपीरियँस जो था उनका... मामी मुझे किस्सिंग भी करती जा रही थी... ऑर अपने मम्मे मेरे सीने से भी रगड़ रही थी... मुझे मामी के मम्मो की रगड़ अपने सीने पर बहुत मज़ा दे रही थी ऑर किस्सिंग करते करते मेरी साँसे तेज होती जा रही... मैं मामी की कमर पर हाथ फेरने लगा ऑर उनके ब्रा को छेड़ने लगा... मैने कोशिश कर के उनकी ब्रा को खोल दिया ऑर उन्होने मेरे सीने पर लेटे लेटे अपनी ब्रा उतार दी...... मगर मेरे सीने से अपने मम्मे नही उठाए ऑर ब्रा को खेंच कर उतार दिया... मैं अभी तक मामी के मम्मे नही देख पाया था... मामी किस करते करते मेरे सीने से नीचे उतर गई ऑर बेड पर सीधी लेट गई.. उस वक़्त जब मैने उनके मम्मे देखे तो मेरी आँखें फटी की फटी रह गई..