जया ने अपनी जांघों को और फैला दिया और जगन का हाथ को अपने जांघों पर दबाने लगी. थोरी देर के बाद जगन का हाथ चूत पर चला गया. अपना हाथ चूत पर पहुँचते ही उसको मसल्ने लगा. जया की चूत पर काफ़ी झांते थी और इस समय वो बहुत गीली हो चुकी थी. अब तक जगन का लंड धोती के अंदर खरा हो कर जया की चूत मे घुसने के लिए बेचैन हो रहा था. जया अपनी जांघों को और फैला कर अप'ने पैर मोर लिया और इस'से जगन को जया की चूत से खेलने के लिया सूबिधा हो गयी.
जगन अपना एक उंगली उसकी चूत मे घुसेरना चाहा लेकिन जया अपने हाथों अपनी चूत ढँक ली. फिर उसने जया को सारी उतारने के लिया कहा और जब तक जया अपनी सारी उतारती जगन अपना धोती और अंडरवेर उतार कर पूरी तरह से नंगा हो गया. जैसे ही जया अपनी सारी उतार कर जगन के तरफ मूडी तो उसकी आँख फटी फटी रह गयी क्योंकी उसकी आँखों के सामने जगन का 10" लूंबा लंड खरा था और उसका लाल लाल सुपरा भी खुला था. जया बिल्कुल चौंक परी और उसके मूह से सिसकारी निकल परी.
"इतना बरा! मुझे डर लग रही है! प्लीज़, मुझको फार मत देना!" जया जगन से बोली.
"नही जया, डरो मत मई बहुत सम्हल कर करूँगा, मैं तुमको चोट नही पहुचावंगा," जगन जया को समझाया.
"तुम देखना, एह तुमको बिल्कुल कोई चोट नही पहुँचाएगा, तुम बस चुप छाप अपने आप को ढीला कर के बिस्तर पर लेट जाओ," जगन जया से बोला. जया बिस्तेर पर बैठ गयी और जगन की कोई बात सुनने के लिए तैइय्यार नही थी. जगन भी जया के बगल मे बैठ गया और जया का एक हाथ पकर कर अपने लॉर पर रख दिया. जया चौंक कर जगन के लौरे से हाथ हटा लिया जैसे की वो कोई गरम लोहा छ्छू लिया हो.
"इसको अपने हाथो मे पकर देखो, फिर तुमको कोई डर नही लगेगा" जगन जया को समझाया. जगन अपने लौरे का सुपरा खोल कर जया से बोला,
"देखो जया देखो एह कैसे तुम्हारी हाथों से प्यार माँग रहा है. इसको कम से कम एक बार तो अपने हाथों से पकर कर देखो." जगन फिर से जया का हाथ अपने लौरे पर रख दिया. जया ने इस बार अपना हाथ नही हटाया. जया जगन के लौरे को ध्यान से देखी और अपने हाथों से सहलाने लगी.
"एह कितना बरा है, मुझे डर लग रहा है की एह मुझको फार डालेगा" जया फिर से जगन से बोली. फिर जया ज़ोर ज़ोर से डर के मारे रोने लगी. अपनी बहन की रोने की आवाज़ सुन कर देवकी जल्दी से कमरे के अंदर आ गयी और जया से पुच्छने लगी,
"क्या बात है जया?" "क्यों? क्या हुआ? तू रो क्यों रही है?" देवकी जया से पुच्छी.
"मूज़े डर लग रही है. इनका वो कितना बरा है!" जया सूबकते हुए देवकी से बोली. जया को इस समय इस बात का एहसास भी नही था कि उसकी दीदी इस समय उनके बेडरूम मे है और वो और उसका आदमी दोनो बिना कोई कपड़े के नंगे है.
"जया बहुत डरी हुई है, मैने बहुत समझने की कोशिश किया लेकिन एह अपने बात पर अरी हुई है" जगन देवकी से बोला.
"बेबकूफ़ लर्की. हटो मैं इसको समझाती हूँ" देवकी जगन से बोली और फिर अपने कपड़े उतारने लगी और थोरी देर मे वो भी अपनी बहन के सामने बिल्कुल नंगी हो गयी. जया अपनी दीदी को फटी फटी आँखों से देख रही थी और उसको अपने आप पर बिश्वास नही हो रहा था.
"दीदी, तुम? मैं कुच्छ समझ नही पा रही हूँ" जया अपनी दीदी से बोली.
"बहुत से ऐसी बात है जो तू नही जानती, मैं अभी तुझको सब समझाती हूँ," देवकी मुस्कुरा कर अपनी बहन से बोली और उसकी गाल्लों पर चुम्मा दिया.
"जगन तुम इधर हमारे पास आओ, जया को सब करके दिखाना है की कैसे एह सब काम किया जाता है, और तू जया तू बिल्कुल डर मत, तू बस हम लोगो के काम काज को देखती जा. हम लोग के काम काज को देखने से ही तेरे को एह पता चलेगा की हम औरत कितना भी बरा लंड क्यों ना हो आराम से ले सकती है. " देवकी ज़मीन पर बीचे बिस्तेर पर लेट गयी और अपनी टाँगों को फैला दिया और फिर जगन से बोली,
"जगन मेरे पास आओ और जया को दीखाओ कि कैसे चुदाई की जाती है." जगन एह सुन कर देवकी की खुली टाँगों की बीच बैठ गया और उस की चूत को चाटने लगा. देवकी ने तब अपनी टाँगों को और फैला दिया और जया को अपने पास बुला कर नज़दीक से और ध्यान से देखने की लिया बोली. जब देवकी की चूत काफ़ी गीली हो गयी तब देवकी जगन को मस्त खरा लंड चूत मे घुसेरने के लिए बोली. जया फटी फटी आँखों से देखने लगी की उसका आदमी का मोटा फूला हुआ लंड आसानी से दीदी की चूत मे धीरे धीरे घुस रहा है.
जया को एह देख बरा ताज़्ज़ूब हुआ की कैसे जगन का लंड खाने से दीदी की चूत फूल गयी है और कैसे दीदी की चूत बरे आराम से लंड को खा रही है. थोरी देर के बाद जया देखी की जगन का पूरा का पूरा लंबा और मोटा लंड दीदी की चूत मे घुस गया और दीदी की चूत फैल गयी है. दीदी को इतना बरा और मोटे लंड को अपनी चूत मे लेने से कोई तकलीफ़ नही हो रही है उल्टे दीदी काफ़ी खुश लग रही है. जया अपने आप को रोक ना सकी और अपनी दीदी से पुच्छी,
"दीदी तुमको कोई तकलीफ़ नही हो रही है? देवकी अपने बहन की नंगी चूंची पर हाथ फेरते हुए बोली,
"तकलीफ़ कैसी, इतना लंड खा कर मेरी चूत बहुत खुश है और तू मेरी चूत मे अपना हाथ लगा कर देख की कैसे वो अपनी लार बहा रही है."
"बेबकूफ़ लर्की, इसमे कोई दर्द नही है उल्टे मज़े ही मज़े है. देख ना कैसे मेरी चूत इतना लंबा और मोटा लंड खा कर फूल गयी है. तू अपना हाथ मेरी चूत पर लगा कर देख कैसे वो लंड पा कर खुशी से अपनी लार बहा रही है. जगन अब तुम मेरी चूत चॉड कर जया को दीखा दो कैसे चुदाई की जाती है." एह सुनते ही जगन अपना चूतर उठा कर देवकी की चूत मे अपना लंड पेलना शुरू कर दिया. अपने चूत मे लंड अंदर बाहर होते ही देवकी फिर से जया से बोली,
"देख! देख! जया देख! कैसे जगन का मोटा और लंबा लंड मेरी चूत मे अंदर जा रहा है और कैसे बाहर निकल रहा है. देवकी अपना सर उठा कर अपनी चूत मे जगन का लंड का आना जाना देखती रही और जया को दिखाती रही. फिर देवकी अपनी बहन की चूंची अपने हाथों से मसल्ते हुए बोली,
"देखी जगन का लंड घुसने से मुझे कोई तकलीफ़ नही हो रही है और देख कैसे जगन मुझे चोद रहा है और कैसे मेरी चूत चुद रही है. क्या अब तू अपनी चूत मे ले सकती है? देवकी जया की चूंची मसल्ते फिर पूछी.
"ठीक है दीदी, मई कोशिश करती हूँ. लेकिन एक शर्त है की तू भी मेरे पास बैठी रहोगी." तब देवकी अपने उपर से जगन को हटाया और बैठ कर जया को चूम कर बोली,
"ठीक है तेरी चूत की पहली चुदाई पूरा होने तक मैं तेरे सामने ही बैठी रहूंगी. तू बिल्कुल मत चिंता कर. सब ठीक हो जाएगा." फिर देवकी जगन से बोली,
"जगन इधर आओ और नयी बीवी की संभलो." देवकी अपने हाथ से जया की चूत को छ्छू कर देखी तो पाया की जया की चूत भीगी तो है लेकिन पूरी तरह से गीली नही है तो देवकी बोली,
"तुमलोग फिर शुरुवत करो." मैं तुमलोगों के पास बैठ कर तुमलोगों की मदद करूँगी" . देवकी तब जगन को जया के सामने बैठा दिया और अब जया के सामने जगन का खरा लंड था. देवकी अपने हाथों से जगन का लंड पकर कर सहलाते हुए जया से बोली,
"जया ले जगन का लंड अपने हाथों से पकर कर इस तरह इसको सहला. देख एह कितना करा है. देख इसको इस तरह अपने हाथों से पाकर कर सहला. तूने तो हमारी मा को भी इस तरह से पिताजी और चाचा का लंड सहलाते हुए देखा है, है ना?" देवकी जया से बोली.
क्रमशः.......................