Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान - Page 3 - SexBaba
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Hindi Sex Kahaniya छोटी सी जान चूतो का तूफान

छोटी सी जान चूतो का तूफान--7


साहिल उदास सा चेहरा लेकर बैठ जाता है…पायल ये देख मुस्कराते हुए, बेड पर उठ कर बैठाते हुए साहिल को अपने पास बुलाती है…साहिल अपनी चाची के पास जाकर खड़ा हो गया…पायल ने उसके फेस को अपने हाथों मे लेकर प्यार से सहलाते हुए कहा.” देखो तो अपना रंग कैसे काला कर लिया…ऐसे काले हो जाओगे, तो तुमसे कॉन शादी करेगा….अच्छे बच्चे ज़िद्द नही करते. शाम को पतंग उड़ा लेना…..जब धूप कम हो जाए….”

साहिल: ठीक है चाची…

पायल: चल अब यहाँ सो जा वंश के पास…..मैं कपड़े धो कर आती हूँ…

साहिल बेड पर लेट जाता है, और फिर सो जाता है….शाम को करीब 5 बजे पायल साहिल को उठाती है…वंश भी उठ कर रोने लगता है..साहिल बाहर बाथरूम मे जाकर मूह हाथ धो कर वापिस पायल के रूम मे आ गया…पायल बेड पर लेटे हुए, वंश को दूध पिला रही थी….पायल ने वैसे ही लेटे-2 साहिल से पूछा…

पायल: कुछ खाएगा…भूक तो नही लगी…

नेहा रोज शाम के टाइम साहिल को दूध का ग्लास भर कर पीने के लिए देती थी…ये बात पायल भी जानती थी…..”हां दूध पीना है”

पायल: साहिल आज दूध तो नही है…

साहिल: क्यों दूध नही है…

पायल: साहिल कुछ और खा ले बेटा….आज तेरे चाचा सभी भैंसो को लेकर सुबह ही चले गये..इसलिए दूध नही बचा….

साहिल: (ज़िद्द करते हुए) नही मुझे नही पता मुझे दूध ही पीना है…

पायल: ज़िद्द ना कर साहिल…कहा नही है दूध….

साहिल: मुझे नही पता….

पायल: (अपनी ब्रा मे से छोटा सा पर्स निकाल कर पैसे निकाल कर साहिल को देते हुए) चल जा दुकान सी दूध खरीद ला….

साहिल: मुझे नही पसंद वो पॅकेट वाला दूध….

पायल: (खीजते हुए) तो फिर बता मैं क्या करू, अब नही है दूध घर मे..समझता क्यों नही आ इधर मेरा पी ले, अगर चैन नही है तो,

पायल को अहसास होता है कि वो अंजाने मे साहिल से क्या कह गयी…पर अपनी बात ही पर वो मंद मंद मुस्कराने लगती है….साहिल बड़े ही गोर से पायल के मम्मो को देख रहा था…जिसे वंश ने अब पीना छोड़ दिया था…शायद वंश दूध पीते हुए फिर से सो गया था….

जब पायल का ध्यान साहिल की नज़रों पर जाता है, तो उससे पता चलता है कि, साहिल उसके मम्मो को ही देख रहा है…ये देख कर पायल के होंटो पर मुस्कान फेल जाती है…साहिल बड़े ही गोर से पायल के मम्मो को देख रहा होता है…पायल के मम्मे गीता के मम्मे जितने ही बड़े थे….फरक बस इतना था कि, पायल के मम्मो के निपल वंश को दूध पिलाने के कारण बहुत मोटे और लंबे हो गये थे…करीब आधा इंच लंबे निपल को देख कर साहिल के माथे पर पसीना आने लगा….

पायल उसकी तरफ मुसकरा कर देखते हुए, अपने नंगे मम्मे को हाथ मे पकड़ कर निपल के पीछे से दबाती हुई साहिल से कहती है”बोल पीयेगा मेरा दूध पी ले” और फिर साहिल की तरफ देख कर हँसने लगती है…
 
साहिल: (खीजते हुए) तुम मुझे क्यों चिढ़ा रही हो….मैने सच मे तुम्हारा दूध पी लेना है….

पायल: तो पी ले ना.मेने रोका है तुझे ?

साहिल: चाची मैने सच मे पी लेना है,

पायल: अच्छा हमारे लाडो को गुस्सा भी आता है…चल पी के दिखा.. मैं भी तो देखूं.कितना गुस्सा है तुझमे…

ये कहते हुए पायल वंश को अपने आगे से उठा कर बेड के दूसरी तरफ लेटा देती है, और साहिल की तरफ खिसकते हुए उसके पास आकर पीठ के बल लेटते हुए अपनी ब्रा को पूरा ऊपेर उठा देती है, जैसे ही पायल ने अपनी ब्रा ऊपेर उठाई, उसका दूसरा मम्मा भी उछल कर बाहर आ गया…

साहिल बड़ी हैरानी से पायल के बड़े-2 मम्मे देख रहा था..उसका लंड उसकी पेंट मे टाइट होने लगा….पायल के मम्मो के काले रंग के निपल इतने मोटे और लंबे थे कि, उन्हे देख कर साहिल का गला सूखने लगा….निपल के चारो और बड़े-2 डार्क ब्राउन कलर के घेरे बने हुए थे. गीता के वो गहरे निपल पायल से बहुत छोटे थे….

पायल: है हिम्मत तो पीकर दिखा अब…..

साहिल: (थोड़ा सा घबरा गया) नही मुझे नही पीना…..

पायल: डर गया हमारा लड्डू डर गया…

साहिल: मैं नही डरता किसी से….

पायल: (अपने मम्मो को निपल्स को थोड़ा सा पीछे से दबाने लगी, जिससे उसके निपल तीखे होकर और बाहर आ गये…) अच्छा जी डर तो रहे हो तुम.

साहिल: मैं सच बोल रहा हूँ मैने पी भी लेना है…

पायल: (हंसते हुए) तो पी ले ना…..(और अपने निपल्स को दबा कर साहिल को दिखाने लगी)

साहिल एक दम से बेड पर चढ़ गया, और पायल के ऊपेर झुकते हुए, उसकी आँखों मे देखने लगा “मैं सच मे पी लेना है” और फिर पायल के जवाब का इंतजार करता है….

पायल: (वासना से भरी आँखों से साहिल की ओर देखते हुए) पी ले ना इसीलिए तो बाहर निकाल कर रखे है….

साहिल हिम्मत करके, पायल के राइट मम्मे के ऊपेर झुकने लगता है…पायल ने ये देख कर अपने हाथ को अपने निपल से हटा लिया, और अपने मम्मे को पीछे से दबाते हुए, निपल को और नॉकदार बना लिया…फिर अचानक गप्प से पायल के राइट मम्मे का निपल साहिल के मूह के अंदर चला गया….

पायल साहिल की गरम जीभ को अपने निपल पर महसूस करते हुए, एक दम से सिसक उठी, और साहिल के सर के पीछे अपने दोनो हाथों को लेजाकार उसके बालो को सहलाने लगी…”उंह सीईईईईई” एक **** साल के लड़के और कुछ महीने के बच्चे से दूध चुसवाने मे क्या फरक होता है, ये पायल को अब पता चल रहा था….
 
साहिल के मूह का दबाव पायल के मम्मे पर वंश के मूह के दबाव से कही ज़्यादा था….जब साहिल पूरे ज़ोर के साथ पायल के मम्मे के निपल को चूस्ता, तो दूध की मोटी धार साहिल के मूह मे चली जाती….और पायल अपने निपल पर साहिल की जीभ और तालू के बीच के दबाव को महसूस करते हुए गरम होने लगी….साहिल पायल के ऊपेर झुका हुआ बेड पर बैठा था..जिससे थोड़ी ही देर मे साहिल के गर्दन दर्द करने लगी….

और साहिल ने अपने मूह से पायल का मोटा काला निपल बाहर निकाल दिया… पायल ने अपनी मदहोशी से भरी आँखों को खोल कर साहिल की तरफ देखा, और मदहोशी से भरी मस्त आवाज़ मे पूछा..”क्या हुआ साहिल”

साहिल: वो मेरी गर्दन मे दर्द होने लगा है…

पायल: मुस्कराते हुए) तो एक काम कर मेरी तरफ मूह करके लेट जा…

साहिल पायल की तरफ मूह करके करवट के बल लेट गया, और पायल ने भी एक बार वंश पर नज़र मारते हुए, साहिल की तरफ करवट बदल ली….फिर अपने एक हाथ से अपनी चुचि को पकड़ कर साहिल के होंटो पर लगा दिया…साहिल ने भी झट से मूह खोल कर उसके मोटे काले निपल को मूह मे भर कर चूसना शुरू कर दिया…पायल फिर से मस्ती मे सिसक उठी, उसने अपनी एक बाजू उठा कर साहिल की कमर पर रखते हुए, उसे अपनी तरफ खेंचते हुए अपने से एक दम चिपका लिया….और फिर अपनी एक टाँग को उठा कर साहिल की जाँघ पर रखते हुए अपनी गान्ड को आगे की ओर खिसकने लगी…

साहिल पूरे जोश के साथ पायल की चुचियो को चूस रहा था….और पायल अपने नथुनो से तेज़ी से साँस लेते हुए छोड़ रही थी….उसकी नाक से तेज आवाज़ आ रही थी…और साथ मे पायल के मूह से दबी हुई हलकी सिसकारियाँ निकल रही थी….:उंह साहिल आह सीईईई पीए लीयी बेटा मेरा दूध आहह”

पायल नीचे से धीरे-2 अपनी गान्ड को आगे सरकाती जा रही थी….पायल ने एक टाँग उठा कर साहिल की जाँघ पर रखी हुई थी….जैसे-2 पायल अपनी कमर को आगे सरका रही थी….वैसे वैसे उसकी टाँग साहिल की जाँघ से ऊपेर उठाते हुए उसकी कमर तक जा पहुचि…..और फिर एक दम अचानक से पायल के पूरे बदन मे करेंट सा दौड़ गया….पायल की आँखें भारी होकर बंद होने लगी….और उसने सिसकते हुए साहिल को अपने से और चिपका लिया…क्योंकि साहिल का 5 इंच का लंड तन कर सीधा पायल की चूत पर सलवार के ऊपेर से जा लगा था…

पायल अक्सर घर पर सलवार के नीचे पैंटी नही पहनती थी….जैसे ही साहिल के निक्कर मे तना हुआ लंड उसकी चूत के ऊपेर लगा…वो एक दम से मदहोश हो गयी…उसकी चूत की फांके फड़फड़ाने लगी…और चूत ने अपना प्यार उगलना शुरू कर दिया…पायल के कमर ने झटके खाने शुरू कर दिए….जिससे साहिल का लंड उसकी चूत की फांको पर रगड़ खा जाता..

और पायल एक दम सिसक उठी…..साहिल भी अपने निक्कर के अंदर तने हुए लंड पर पायल की चूत की गरमी को महसूस कर रहा था….पायल अब पूरी तरह गरम हो चुकी थी….और आज मान मर्यादा के सभी बंधन तोड़ देना चाहती थी…पर शायद अभी होनी को कुछ और ही मंजूर था. तभी बाहर मैन गेट पर किसी ने नॉक किया तो, पायल एक दम से हड़बड़ा गयी…और साहिल भी…उसने साहिल को पीछे धकेलते हुए, अपनी ब्रा को ठीक किया, और फिर कमीज़ ठीक करने के बाद बुदबुदाते हुए बोली, “पता नई कॉन आ मरया इस टाइम”

फिर पायल खीजते हुए बाहर चली गयी….जब उसने गेट खोला तो, देखा सामने गीता और उसकी मा नीलम खड़ी थी…पता नही आज क्यों वो अपनी मा और गीता को देख कर खुस नही थी….पर फिर भी होंटो पर जबरन मुस्कान लाते हुए पायल ने उन्हे अंदर आने को कहा….
 
छोटी सी जान चूतो का तूफान--8

पायल: मा तुम दोनो अचानक कैसे आना हुआ सब ठीक तो है ना….

नीलम: हां सब ठीक है, वो स्कूल में साहिल ने गीता को बताया था कि, नेहा की मा बीमार है….

पायल: हां हॉस्पिटल में दाखिल है…

पायल ने अंदर आकर गीता और अपनी मा नीलम को बैठाया, और खुद किचन में नींबू पानी बनाने चली गई…साहिल अभी भी बेड पर बैठा हुआ था…. गीता उसकी तरफ देख कर मुस्कुराइ, तो साहिल ने भी उसकी तरफ देख कर स्माइल की, “गीता क्या हुआ ऐसे क्यों लेटे हो”

इससे पहले के साहिल कुछ बोलता….पायल नींबू पानी लेकर रूम में आ गई, और अपनी मा और छोटी बेहन को देते हुए बोली….

पायल: गीता तू सही कहती थी.ये बहुत बिगड़ गया है…

पायल ने साहिल की तरफ मुस्करा कर देखते हुए कहा और फिर खुद साहिल के पास जाकर बैठ कर उसके सर को सहलाते हुए बोली…

पायल: जनाब स्कूल से आते ही तेज धूप में छत पर जाकर पतंग उड़ाने की बात कर रहे थे…तो इसे डाँट कर यही सुला दिया था….अभी थोड़ी देर पहले जगा है…

नीलम: अच्छा ये सब छोड़ ये बता अब नेहा की मा कैसे है….

पायल: पता नही जब दीदी वापिस आएँगी तभी पता चलेगा…

नीलम: ये गीता ने ज़िद कर रखी थी….तुम्हारे यहाँ आने को…इसीलिए आ गई…सोचा नेहा की मा का भी पता ले लू…

पायल: क्यों री मा को क्यों परेशान करती है…

नीलम: अच्छा बेटा अब में चलती हूँ….कल सनडे है इसीलिए गीता यही रहना चाहती है….कल शाम को घर ले जाउन्गि इसे….

नीलम की ये बात सुनते ही पायल के बदन में मानो जैसे आग लग गई हो…पायल ने फिर जबरन मुस्कान लाते हुए कहा…

पायल : ठीक है मा…

नीलम गीता को छोड़ कर चली गई…..अब शाम हो चुकी थी. इसीलिए साहिल पतंग उड़ाने के लिए छत पर चला गया..पायल मन ही मन गीता को गालियाँ दे रही थी….सब धरा का धरा रह गया था…साहिल थोड़ी देर पतंग उड़ाता रहा, और फिर पतंग उतार कर चारपाई पर बैठ गया…

तभी पायल ऊपेर छत पर आई, कपड़े उतारने के लिए…उसने देखा साहिल अकेला चारपाई पर बैठा हुआ था…वो साहिल के पास जाकर बैठ गई..

पायल: क्या हुआ साहिल ?

साहिल: कुछ नही…..

पायल: तुम बहुत गंदे हो ?

साहिल : (पायल की तरफ हैरत से देखते हुए) क्यों ?

पायल: अच्छा तुम्हे नही पता….

साहिल: नही मुझे नही पता….

पायल: अच्छा जब उठे थे, तुमने मेरे साथ क्या किया….ज़बरदस्ती मेरे दूध पर मूह लगाया तू…

साहिल: (थोड़ा सा घबराते हुए) मैने कहाँ ज़बरदस्ती की, तुमने तो कहा था..

पायल: अच्छा जी…आने दो दीदी को फिर बताती हूँ….

साहिल: (एक दम से घबराते हुए) नही चाची मा को कुछ मत कहना…

पायल: तो फिर क्यों किया मेरे साथ ऐसे…

साहिल: तुमने ही तो कहा….

पायल: अच्छा जी फिर दूध पीने के ज़िद कोन कर रहा था…तेरे चाचा को बताती हूँ कि, तूने मुझे कैसे तंग किया…

साहिल: (रुआंसा सा होकर बोलते हुए) नही चाची किसी को मत कहना….में आगे से तुम्हे तंग नही करूँगा….

पायल: अच्छा चल ठीक है, तूने मेरे दूध चूसे है ना, अब में तुझसे बदला लूँगी…..

साहिल: चाची मेरे साथ चाहे जो भी कर लो, जो सज़ा देनी है दे दो..पर किसी को ना कहना..

पायल: अच्छा चल देखते है..फिलहाल में ये बात किसी को नही बतानी…

ये कह कर पायल दूसरी तरफ मूह करके हँसने लगी…और फिर कपड़े उठा कर नीचे आ गई….थोड़ी देर बाद साहिल भी बेमन से नीचे आ गया.. रात को खाना खा कर सब सोने के तैयारी करने लगी…पायल ने अपने ही रूम में एक और चारपाई लगा दी….

जब सारा काम निपटा कर गीता, और पायल रूम में आए, तो साहिल वंश के साथ खेल रहा था….गीता ने चारपाई पर लेटते हुए कहा….”साहिल तू यहाँ आजा मेरे साथ” पर इस पर पायल थोड़ा ठिठक गई….

पायल: नही वो बेड पर ही सो जाएगा….इतना बड़ा बेड है…..

फिर पायल सबसे पहले बेड पर लेट गई….और अपने आगे वंश को लेटा दिया…उसके बाद साहिल बेड पर लेट गया…पायल ने गीता को लाइट ऑफ करने को कहा….गीता ने खीजते हुए लाइट बंद कर दी, साहिल बेड के किनारे की तरफ था…बेड का दूसरा किनारा दीवार से सटा हुआ था….और जिस तरफ साहिल लेटा था, उसके बगल में गीता की चारपाई थी….

आज पायल ने कुछ ज़्यादा देर लगा कर काम निपटाया था….और फिर दोनो बहने इधर उधर की बातें करने लगी…रूम में अंधेरा था…इसलिए कोई भी एक दूसरे को देख नही पा रहा था…दोनो काफ़ी देर तक बातें करती रही…फिर रूम में शांति सी छा गई…

गीता गहरी नींद में सो रही थी…पर आज चाची के द्वारा धम्काये जाने के कारण साहिल की आँखों से नींद गायब थी……रह -2 कर उसके मन में यही ख्याल आ रहा था कि, अगर चाची ने सच में चाचा और मा से शिकायत कर दी, तो क्या होगा…. तभी उसे चाची की तरफ से सरसराहट सी सुनाई दी…साहिल के कान तुरंत खड़े हो गए….
 
थोड़ी देर बाद उसे अपनी बाजू पर कुछ नरम सा अहसास हुआ…ये पायल की चुचियाँ थी. जो साहिल के बाजू पर दब रही थी….पायल ने धीरे से अपने होंठो को साहिल के कान के पास लाकर फुसफुसाते हुए कहा…

पायल: सो गया क्या….

साहिल: (धीमी आवाज़ में) नही….

पायल: अब में तेरी खबर लेती हूँ….(ये सब पायल बहुत ही धीरे बोल रही थी, ताकि उसकी आवाज़ गीता तक ना पहुच पाए) अब सज़ा के लिए तैयार हो जा.

फिर थोड़ी देर खामोशी रही, और थोड़ी देर बाद साहिल को अपने पेट के ऊपेर पायल के हाथ का अहसास हुआ, साहिल को समझ में नही आ रहा था, कि चाची इस समय उसे क्या सज़ा देने वाली है…पायल ने थोड़ी देर हाथ साहिल के पेट पर रखा, और फिर धीरे-2 अपने हाथ को नीचे की तरफ ले जाने लगी…

पायल का हाथ सरकता हुआ, साहिल के निक्कर के ऊपेर आ गया….साहिल अपने लंड पर पायल के हाथ के वजन को सॉफ महसूस कर रहा था…पायल ने थोड़ी देर वैसे ही अपना हाथ साहिल के निक्कर के ऊपेर से लंड पर रखे रखा…फिर निक्कर के ऊपेर से उसके लंड को सहलाते हुए अपनी मुट्ठी में भर दो चार बार ही दबाया था कि, साहिल का लंड तन कर 5 इंच का हो गया…

अपने हाथों से साहिल के लंड की अकड़न महसूस करते ही, पायल का दिल तेज़ी से धड़कने लगा….उसकी चूत की फाँकें एक बार फिर से कुलबुलाने लगी…पायल ने थोड़ी देर तक साहिल के लंड को अपनी मुट्ठी में भर कर दबाया….फिर अचानक से उसने अपना हाथ साहिल के लंड से हटा लिया…

फिर थोड़ी देर बाद उसे अहसास हुआ कि, पायल चाची का हाथ उसकी टी-शर्ट को ऊपेर की तरफ उठा रहा है…जैसे ही साहिल की टी-शर्ट थोड़ी सी ऊपेर उठी, पायल ने अपनी पूरी हथेली साहिल के नंगे पेट से सटा दी, और धीरे-2 नीचे की तरफ सरकाने लगी….फिर पायल की उंगलियाँ जैसे ही साहिल के निक्कर के इलास्टिक के साथ टकराई, वो थोड़ी देर के लिए रुक गई….

पायल ने धीरे-2 अपने हाथ को आगे बढ़ाना शुरू कर दिया…पायल की उंगलियाँ साहिल के निक्कर के इलास्टिक को ऊपेर उठाते हुए अंदर घुसने लगी... और फिर उसके हाथ की उंगलियाँ साहिल के तने हुए लंड से जा टकराई…. साहिल के बदन में झुरजुरी सी दौड़ गई….पायल ने हाथ को और आगे बढ़ाया, और साहिल के तने हुए 5 इंच के लंड को हाथ में पकड़ लिया….

साहिल की तो आँखें मस्ती में बंद हो गई…..पर वो चुप चाप लेटा रहा..फिर पायल ने उसके लंड को अपने हाथ में पकड़ कर धीरे-2 दबाना शुरू कर दिया….साहिल एक दम से तड़प उठा….उसे अपने लंड पर अजीब सी गुदगुदी महसूस होने लगी….उसने हाथ बढ़ा कर पायल का बाजू पकड़ लिया…और धीरे से उसके कानो में फुसफुसाते हुए बोला….

साहिल: आहह चाची छोड़ो ना बहुत गुदगुदी हो रही है…

पायल: (उसके कानो में फुसफुसाते हुए) तू रुका था…मुझे भी पता है कितनी गुदगुदी हो रही थी….

साहिल: चाची छोड़ो ना नही तो में चीख दूँगा….मुझसे सहन नही होता…(साहिल ने अपना हाथ पायल के बाजू पर दबाते हुए कहा)

पायल: एक शर्त पर छोड़ती हूँ तुझे….

साहिल: हां जल्दी बोलो…

पायल: मेरा दूध एक बार और पी ले….
 
साहिल पायल की ये बात सुन कर एक दम चोंक गया….”पर आप मा से शिकायत कर दोगि”

पायल: अब नही करती, मैने तुझसे बदला ले लिया है…बोल चुसेगा मेरे दूध…(पायल ने साहिल के लंड को तेज़ी से हिलाते हुए कहा)

साहिल: हां…

पायल ने अपने हाथ से साहिल के लंड को छोड़ा, और अपना हाथ उसके निक्कर से बाहर निकाल लिया….

फिर पायल ने साहिल को कंधे से पकड़ कर अपनी तरफ घुमाया, और फिर अपना हाथ उसके कंधे से हटा लिया….साहिल अब करवट के बल पायल के तरफ मूह किए हुए लेटा हुआ था…उसे चाची के कपड़ो के सरकने की आवाज़ आ रही थी….

पायल ने अपना लेफ्ट मम्मा बाहर निकाला, और एक हाथ साहिल के सर के पीछे लेजा कर रखा, और दूसरे हाथ से अपने माममे को पकड़ कर दबाते हुए निपल को बाहर की तरफ निकाल कर नॉकदार बनाते हुए, साहिल के सर को हाथ से गाइड करते हुए, अपने निपल को उसके होंठ पर लगाने की कॉसिश करने लगी…पर उसका निपल साहिल के गाल से रगड़ खाने लगा…बाकी का बचा हुआ काम साहिल ने खुद ही कर दिया….

साहिल ने अपना फेस उठा कर पायल के मम्मे को अपने मूह में भर लिया.. पायल के मूह से सिसकारी निकलने ही वाली थी, कि उसे चारपाई पर सो रही गीता का ख्याल आ गया…उसने अपने होंठो को अपने दांतो में दबाते हुए अपना मूह बंद कर लिया….

साहिल अपनी जीभ और अपने तालू के बीच में पायल के मोटे और आधे इंच लंबे निपल को दबा-2 कर चूसने लगा….साहिल का मूह तुरंत ही, पायल के दूध से भर गया…पायल एक दम से चुदासी हो गई….और साहिल को अपने से चिपटाते हुए, अपनी दोनो बाहों में साहिल को जाकड़ कर अपने से चिपका लिया…पायल का हाथ साहिल के सर में बालो में घूम रहा था, और दूसरा हाथ उसकी कमर को सहला रहा था…

साहिल पूरे जोश के साथ पायल के दूध का स्वाद चख रहा था…और पायल मस्ती में उंगघ उनन्ं कर रही थी…साहिल को पायल की निपल चूस्ते हुए, करीब 10 मिनिट हो चुके थी….पायल की चूत पूरी तरह से पनिया गई थी…और उसकी चूत का छेद फेल और सिकुड रहा था….उसका दिल कर रहा था..कि वो अभी अपनी सलवार खोल कर , साहिल को ऊपेर चढ़ा कर चुदवा ले….पर गीता के रूम में होने के कारण वो ऐसा नही कर पा रही थी…

पायल मन ही मन सोच रही थी, कि साहिल के साथ तो उसे ऐसे हज़ारो मोके मिल जाएँगे…इस लिए रिस्क लेना ठीक नही है…तभी अचानक वंश रोने लगा….पायल जल्दी से साहिल से अलग हुई, और वंश की तरफ मूड कर, दूसरा मम्मा बाहर निकाल कर, वंश को दूध पिलाने लगी…..वंश दूध पीते हुए चुप हो गया,…..

इस दौरान पायल और साहिल को नींद आ गई….
क्रमशः,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,,
 
छोटी सी जान चूतो का तूफान--9

अगली सुबह सनडे था….इसीलिए स्कूल नही जाना था….गीता जिस मकसद से यहाँ आई थी..वो चाची के रहते हुए पूरा नही हो पा रहा था….गीता भी उदास सी हो गई….सुबह 10 बजे पायल की मा नीलम घर पर आ गई. साथ में पायल की भाभी पूनम भी थी…

पायल उनके लिए चाइ नाश्ता बना का ले आई….और साथ बैठ कर चाइ पीने लगी….साहिल तो कब से घर से निकल कर अपने दोस्तो के पास स्कूल के ग्राउंड में पहुच चुका था….वहाँ जाकर वो क्रिकेट खेलने लगा…

दूसरी तरफ पायल की माँ ने उसे अपने आने के बारे में बता रही थी…

नीला: देखो ना आजकल मौसम ही कितना खराब है.हर कोई बीमार पड़ा है..इसके बाबा (पूनम के पिता) की तबीयत भी अचानक खराब हो गई है. इसीलिए में इसके साथ जा रही हूँ…सोचा उनकी भी खबर ले आउ…

पायल: अच्छा इसीलिए आप दोनो तैयार होकर आए है….

नीलम: हां बेटा….ये गीता की यूनिफॉर्म और बॅग भी साथ में ले आए है. कल इधर से ही सीधा स्कूल चली जाएगी….अब इसे घर पर अकेला छोड़ कर कैसे जाते….

ये सुन कर पायल गुस्से से तिलमिला उठी….मतलब आज भी वो साहिल के साथ कुछ नही कर पाएगी….और ऊपेर से दीदी भी आज वापिस आ जाएगी….फिर तो रात को वो अपने कमरे में मा के साथ सोएगा….

पायल: (थोड़ा सा उदास होते हुए) ठीक है मा ये भी तो आपका ही घर है. गीता एक दिन और यहाँ रह लेगी तो कुछ कम नही हो जाएगा हमारे घर.

नीलम: अच्छा बेटा अब हम चलते है…वैसे साहिल कहाँ है, नज़र नही आ रहा….

पायल: दोस्तो के साथ खेलने गया है….स्कूल के ग्राउंड में होगा…

नीलम: हाँ जब वहाँ से आ रहे थे…तो..वो बच्चो ने वहाँ खूब शोर मचाया हुआ था…वही होंगे….

उसके बाद नीलम और पूनम चली गई…..पायल बेमन से घर के कामो में लग गई……गीता भी पूनम के साथ हाथ बटाने लगी….दोपहर को साहिल घर आ गया….सब ने मिल कर दोपहर का खाना खाया, और फिर पायल के रूम में आराम करने लगी….अभी पायल सोई ही थी, कि फोन के घंटी बजने लगी….पायल उठ कर नेहा के रूम में जाने लगी, क्योंकि फोन नेहा और कुलवंत सिंग के रूम में था….

पायल जब वहाँ जाकर फोन उठाती है तो दूसरी तरफ से नेहा की आवाज़ आती है..

पायल: हाँ कैसी हो दीदी ?

नेहा: में ठीक हूँ सुना घर सब ठीक है ना ?

पायल: हां दीदी सब ठीक है….अब बाबा कैसे है आपके ?

नेहा: पहले से अब उनकी तबीयत ठीक है…अच्छा सुन साहिल ने ज़्यादा तंग तो नही किया….

पायल: अर्रे नही दीदी बिल्कुल भी तंग नही किया.अभी भी सो रहा है….

नेहा: अच्छा ठीक है.सुन में आज भी नही आ पाउन्गि…

पायल: कोई बात नही दीदी आप जब मर्ज़ी हो आना….

नेहा: अच्छा साहिल अपना और वंश का ख्याल रखना….में कल तक आ जाउन्गि…

पायल: ठीक है दीदी…

उसके बाद पायल फोन रख कर अपने रूम में आ जाती है..साहिल तो सो चुका था…..पर गीता अभी जाग रही थी….

गीता: किसका फोन था दीदी…..

पायल: वो दीदी का फोन था….

गीता: अच्छा अब उनके बाबा कैसे है….

पायल: दीदी कह रही थी कि, पहले से बेहतर है….

गीता: कब आ रही है दीदी…..

पायल: कल तक आ जाएँगी…..
 
फिर उसके बाद पायल और गीता भी सो जाते है….और शाम को पायल 5 बजे उठ कर सब को जागती है….गीता और साहिल बारी-2 मूह हाथ धो कर आँगन में चारपाई बिछा कर बैठ जाते है…गीता वंश को अपनी गोद में लिए हुए बैठी थी….तभी बाहर से दूर नॉक होने के आवाज़ आती है….

पायल बाहर जाकर गेट खोलती है, तो सामने गीता की सहेली जो कि उनके गाओं कि थी…और गीता की क्लास मेट थी, सिमरन वो खड़ी थी…उसने पायल को भाभी कह कर नमस्ते कहा….

सिमरन: दीदी गीता यहाँ आई हुई है ?

पायल: हां. अंदर आओ..

सिमरन पायल के साथ अंदर आ जाती है….और गीता को देखते हुए बोलती है… कमीनी कल से यहाँ है, और मुझसे मिलने भी नही आई….

गीता: ओह्ह सॉरी यार टाइम ही नही मिला…

सिमरन: अच्छा इतना बिज़ी हो गई तू दीदी के घर आके…क्यों भाभी हमारी सहेली से कितना काम करवाती हो….

पायल इस पर कुछ नही कहती, और किचिन में जाकर काम करने लगती है…सिमरन गीता के साथ चारपाई पर बैठ जाती है…

सिमरन: यार तू एक बार तो मिलने आ सकती थी ना…

गीता: यार क्या कहूँ….ये जो हमारा वंश है ना इसे एक बार गोद में उठा लो, तो नीचे उतारने का मन नही करता…जापानी गुड्डा है हमारा वंश….देख ना कैसे छोटी-2 आँखें है इसकी…

सिमरन: हाँ बहुत सुंदर है…..

फिर सिमरन साहिल की तरफ देखती है, और गीता को आँखों ही आँखों में कही और बैठ कर बातें करने के लिए कहती है….गीता उसकी बात समझ जाती है कि, सिमरन अपने और अपने बाय्फ्रेंड का कोई किस्सा सुनाने के बेकरार है…और गीता भी उसके और उसके बाय्फ्रेंड के किस्से मज़े लेकर सुनाती है….गीता वंश को साहिल की बाहों में दे देती है, गेट की तरफ आगे एक साइड में लगे आम के पैध के नीचे चारपाई बिछा कर बैठ जाती है….

गीता: हां बोल क्या बात है….

सिमरन: वो कल सोनू आया था रात मुझे मिलने के लिए….

गीता: तोबा रात को कहाँ .

सिमरन: मेरे घर की छत पर और कहाँ….

गीता: गस्ति मरेगी किसी दिन….

सिमरन: हट रंडी मरना तो सब ने है एक दिन….फिर डरना किस लिए….

गीता: तेरा कुछ नही हो सकता….बोल क्या कहना है….

फिर सिमरन और गीता अपनी बातों में बिज़ी हो जाते है….उधर बरामडे में बैठे साहिल की गोद में वंश रोने लगता है…पायल वंश के रोने की आवाज़ सुन कर बाहर आई….और साहिल के सामने चारपाई पर बैठते हुए, अपनी कमीज़ का पल्ला आगे से उठा कर अपनी ब्रा के आगे की तरफ लगे हुक्स को खोल कर एक मम्मे को बाहर निकालती है…और वंश को साहिल से लेते हुए अपनी गोद में लेटा कर दूध पिलाने लगती है….

पायल जब देखती है कि, साहिल बड़ी ही हसरत भरी नज़रों से उसके मम्मे की तरफ देख रहा है, तो उसके होंठो पर कामुक मुस्कान फेल जाती है….वो ब्रा के दूसरे कप को अपने दूसरे मम्मे से हटा कर साहिल को दिखाते हुए धीरे -2 से बोलती है….”पीना है”

पायल की पीठ गीता की तरफ थी…इसीलिए पायल जो भी कर रही थी..गीता और सिमरन को नही दिखाई देता…साहिल शरमा कर सर ना में हिला देता.. थोड़ी देर बाद वॅन्स को नींद आ गई…पायल ने वंश को चारपाई पर लेटा दिया, और अपनी ब्रा के हुक्स बंद करते हुए बोली….

पायल: बच्चू तुझे तेनू तां रात नू दस्दि हां…

पायल मुस्कराते हुए फिर से रात के खाने की तैयारी करने के लिए किचन में चली गई….साहिल भी उठ कर छत पर जाकर टहलने लगा….अब अंधेरा होने वाला था…..सिमरन कुछ देर और बैठ कर चली गई…थोड़ी देर बाद आसमान में बिल्कुल अंधेरा छाने लगता है…और साहिल जब नीचे आता है, तो चाची उसे खाने के लिए बोल कर रूम में आने को कहती है….

खाना खाने के बाद गीता टीवी चालू कर देती है….सनडे का दिन था इसीलिए टीवी पर मूवी चल रही थी….पायल वंश और फिर साहिल कल की तरह बेड पर लेटे थे…..और गीता बेड के साथ चारपाई पर लेटी हुई थी….मूवी रात के करीब 12 बजे ख़तम हुई, और फिर पायल ने गीता को टीवी और लाइट ऑफ करने को कहा….गीता ने उठ कर लाइट ऑफ कर दी, 12 बज चुके थे..इसीलिए गीता को थोड़ी ही देर मे नींद आ गई….पर ना तो साहिल सो रहा था, और ना पायल. पायल जानती थी कि, कल नेहा दीदी वापिस आने वाली है….
 
इस लिए आज वो जी भर कर मस्ती के करने के मूड में थी…पायल ने अंधेरे में ही अपने और साहिल के बीच में सो रहे वंश को उठा कर दूसरी तरफ लिटाना चाहा…पर उससे वंश उठ कर रोने लगा….फिर पायल ने वंश को दीवार की तरफ लेटा दिया….और खुद साहिल की तरफ आते हुए, अपनी कमीज़ को ऊपेर उठा कर वंश को दूध पिलाने लगी….

रात को पायल ने बाथरूम में जाकर पहले से ब्रा उतार दी….इस लिए पायल अब सिर्फ़ सलवार कमीज़ में थी…..वंश को दूध पिलाते हुए पायल के दिमाग़ में अचानक कुछ आया, और उसने वंश को अपनी बाजू में उठा कर पीठ के बल लेटते हुए, वंश को अपने पेट पर लेटा लिया…..अब वंश अपनी मा के ऊपेर लेटा हुआ दूध पी रहा था….

पायल ने अपने दूसरे हाथ को साहिल की तरफ बढ़ाया…पायल का हाथ बिस्तर के साथ रेंगता हुआ साहिल के बाजू पर आ गया…..पायल ने झट से साहिल का बाजू पकड़ कर अपनी तरफ खेंचा….साहिल बिना किसी विरोध के पायल के पास सरक गया…पायल ने धीरे से साहिल के कान में कहा….

पायल: साहिल वंश दूध पी रहा है, तो पीयेगा….

साहिल चाची की बात सुन कर कुछ ना बोल पाया….पायल एक हाथ से वंश को अपने ऊपेर थामे हुए, उसे दूध पिला रही थी, और पायल ने दूसरे हाथ से साहिल का हाथ पकड़ अपने दूसरे मम्मे के ऊपेर रख दिया….जैसे ही साहिल का हाथ पायल के नरम -2 मम्मे पर पड़ा….साहिल को बिजली सा तेज झटका लगा….उसके मोटे काले निपल्स जो आधा इंच लंबे थे..साहिल को अपनी हथेलयों में नर्मी से चुभते हुए महसूस होने लगा….

पायल ने उसके हाथ को अपने मम्मे पर दबाते हुए सिसकते हुए साहिल के कान में फिर से कहा….”साहिल पी ले ना..देख कितना दूध भरा है, मेरे मम्मे में…आजा जल्दी कर ऊपेर आ जा….”

साहिल धीरे-2 करवट के बल लेट गया, और पायल ने उसके सर के नीचे हाथ डाल कर उसे थोड़ा सा ऊपेर उठाते हुए, अपने मम्मे पर रख दिया…साहिल तो जैसे उसके मम्मे से उठ रही खुसबू को सूंघते ही मदहोश सा होने लगा..उसने पायल के ऊपेर झुकते हुए दूसरे मम्मे को मूह में भर लिया….और उसके निपल को अपने होंठो में दबा-2 कर चूसने लगा….पायल का बदन मस्ती से काँप गया….उसने एक हाथ से साहिल के सर को धीरे-2 सहलाते हुए फुसफुसाया…”आहह साहिल चूस ले बेटा तेरी चाची ने तेरे लिए ये दूध बचा कर रखा है…..”

साहिल चाची की बात सुन कर और जोश में आ गया, और ज़ोर-2 से पायल के निपल को चूसने लगा…पायल के होंठ मस्ती में थरथराने लगे…दूसरी तरफ वंश दूध पीते हुए सो गया…पायल ने बड़ी ही सावधानी के साथ वंश को दीवार की तरफ लेटा दिया….और फिर साहिल को दोनो हाथों से पकड़ कर अपने ऊपेर खेंचना शुरू कर दिया…

अपनी चाची के दिल की बात जानते ही, साहिल खुद अपनी चाची के ऊपेर आ गया, पायल ने अपनी दोनो टाँगों को फेला लिया…जिससे साहिल की टाँगे पायल की दोनो जाँघो के बीच में आ गई….साहिल ने उसके मम्मे को चूसना जारी रखा, पायल अपनी चूत पर सलवार के ऊपेर से साहिल के तने हुए 5 इंच के लंड को सॉफ महसूस कर पा रही थी….

पायल की चूत की आग साहिल के लंड को अपने ऊपेर महसूस करके और भड़क उठी….उसने अपनी टाँगों को उठा कर साहिल की कमर के दोनो ओर से चढ़ा लिया…जिससे पायल की चूत अब ठीक साहिल के लंड के नीचे आ गयी थी…साहिल के निक्कर में तना हुआ लंड पायल की सलवार के ऊपेर से अंदर घुसने की कॉसिश कर रहा था….

पायल मस्ती में एक दम से सिसक उठी, अपनी बाहों को साहिल की पीठ पर कस कर अपने से और चिपका लिया….अब पायल की चूत में खुजली और बढ़ने लगी…पायल ने अपना एक हाथ दोनो जिस्मो के बीच नीचे की ओर बढ़ा कर साहिल के निक्कर के अंदर डाल दिया….और उसके पतले से 5 इंच के सख़्त हो चुके लंड को अपनी मुट्ठी में भर कर हिलाना शुरू कर दिया….

साहिल एक दम सिसक उठा, उसने पायल ने मम्मे से मूह हटा कर धीरे से फुसफुसाते हुए कहा” चाची मत करो ना..बहुत गुदगुदी हो रही है… पर पायल तो इस कदर गरम हो चुकी थी, कि साहिल की बात सुन ही नही रही थी. उसकी चूत अब लंड को अंदर लेने के फुदकने लगी थी….
 
पायल: (साहिल के कान में काँपति हुई आवाज़ में) साहिल फुद्दि मारेगा…

साहिल: (धीरे से) क्या चाची….

पायल: मेरी फुद्दि मारेगा…

इससे पहले कि साहिल कुछ बोलता या कहता…उसने साहिल को अपने ऊपेर से उठाते हुए, अपनी टाँगों के बीच घुटनो के बल बैठा दिया…फिर अपनी सलवार का नाडा खोल कर अपनी सलवार को घुटनों तक उतारते हुए, उठ कर बैठ गई.. फिर उसने साहिल के निक्कर को अंधेरे में उसकी जाँघो तक सरका दिया…और उसके लंड को पकड़ कर दो चार बार हिलाया….

साहिल का लंड तन कर तैयार था…..पायल ने अपनी टाँगों को घुटनो से मोडते हुए पीठ के बल लेटना शुरू कर दिया, और साथ में साहिल को उसके कंधो से पकड़ कर अपने ऊपर झुकाना शुरू कर दिया…साहिल का सारा वजन पायल के घुटनो में अटकी सलवार के ऊपर आ गया…जिससे उसकी जांघे जो फेली हुई थी. बंद हो गई….पर पूरी तरह नही क्योंकि बीच में साहिल फँस गया था….पायल बहुत जल्द बाज़ी में ये सब कर रही थी….

एक बार तो उसने सोचा कि वो अपनी सलवार को उतार दे, और साहिल को अपने ऊपेर चढ़ा कर चुदवा ले, पर गीता से पकड़े जाने का डर बना हुआ था…इसलिए वो अपनी सलवार को अपने पैरो से नही निकालना चाहती थी…उसने अपना एक हाथ नीचे लेजाते हुए साहिल के लंड को पकड़ लिया, और उसके लंड को पकड़ते हुए अपनी फुद्दि की फांकों पर रगड़ने लगी….

पर जैसे ही साहिल का लंड पायल की चूत के छेद पर लगा…दूसरी तारफ़ से चारपाई के चरमराने की आवाज़ आई….शायद चारपाई से नीचे उतर रही थी. पायल का तो केलज़ा मूह को आ गया…उसने जल्दी से साहिल को पकड़ कर साइड में किया,और जल्दी से अपनी सलवार को ऊपेर खेंचते हुए नाडा बाँध लिया..

साहिल भी समझ गया था कि, गीता चारपाई से उठ रही है…वो फुर्ती के साथ साइड में आकर लेट गया…और अपनी इलास्टिक वाली निक्कर ऊपेर कर ली….थोड़ी देर में रूम के लाइट ऑन हुई, और गीता डोर खोल कर बाहर चली गई.. शायद बाथरूम में गई थी….

जैसे ही गीता बाथरूम के बाहर गई….पायल ने आँख खोल कर साहिल की तरफ देखा..साहिल डोर की तरफ देखा रहा था…जब उसने पायल की तरफ देखा तो पायल ने लंबी साँस ली, और फिर होंठो पर मुस्कान लाते हुए बोली “तोब्बा आज तां बच गई” फिर दोनो हँसने लगे….

थोड़ी देर बाद गीता वापिस रूम में आ गई…उसने लाइट ऑफ की, और फिर से चारपाई पर लेट गई… पायल मन ही मन गीता को गलियाँ देते हुए सोने के कॉसिश करने लगी…वो फिर से रिस्क नही लेना चाहती थी…इस लिए उसने सो जाना ही बेहतर समझा, और किसी अच्छे मोके का इंतजार था…उसे ......
 
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