hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
राज ने दूसरा देना चाहा पर रश्मि मना कर दिया….राज ने उसके सामने ब्रेक फास्ट लिया और फिर दोनो ने चाय पी फिर बाइक से रश्मि को लेकर नई सड़क आ गया………………………….रश्मि ने एक शॉप पर 2 बुक्स खरीदे फिर एक शॉप पर दोनो ने जूस पिया फिर वापस आ रहे थे कि राज को एक दोस्त मिल गया..
अरे राज….कैसे हो….बहुत दिन के बाद मिले हो….. अरे हां….तुम दीपक….कहाँ हो भाई………..तुम तो काफ़ी मोटे हो गये…..कॉलेज टाइम मे तो काफ़ी पतले दिखते थे……
दीपक: क्या करू…..शादी के बाद आदमी मोटा तो हो ही जाता है…..क्योकि ज़िम्मेदारी ढोते ढोते शरीर फूल जाता है.
राज: वो तो है ही……राज ने देखा कि दीपक रश्मि को घूर रहा था…
अरे हां तुम्हे इनसे नही मिलाया…..ये मेरी वाइफ….रश्मि
दीपक: नमस्ते भाभी जी…….
रश्मि चौक गयी…उसने राज को देखने लगी…..फिर हल्के से मुस्कुरकर दीपक का अभिवादन स्वीकार किया….
रश्मि: कैसे हो दीपक….कहाँ रहते हो…..कभी आओ घर पर….पास ही है मेरा घर….
राज: हां यार…आ जाओ किसी सनडे को…
दीपक: ज़रूर, आइ विल कम……अच्छा मे चलता हू.
राज: मुस्कुराते हुए…बाइ….रूर
दीपक: बाइ…बाइ….
जब दीपक चला गया तो रश्मि ने उसकी पीठ मे एक चकोटी काटी….ये क्या है…मे आपकी बीबी कब से बन गयी….आप मुझे मरवा दोगे किसी दिन….
राज: अरे यार वो कॉलेज टाइम मे बहुत भाँजता था….उसने हमेशा कहता था कि तुम्हे कभी सुंदर बीबी नही मिलेगी….तभी मेने सोचा कि उसे बता दू कि मेरे पास बिबियो की कमी नही है…
रश्मि: ओह…तो मेरे गले पड़ गये…और कभी उसने राजेश को बता दिया तो…और फिर दीदी क्या सोचेगी…
राज: याअर तुम बहुत सोचती हो…..डॉन’ट बी एग्ज़ाइटेड आंड एंजाय फॉरेवर…
रश्मि : मुस्कुरा दी……अच्छा अगर बीबी कहे हो तो मुझे कुच्छ इनरवेर खरीदने है…चलो मेरे साथ….
राज: उसके लिए तो बंदा हमेशा तैयार रहता है…..और राज ने बाइक दौरा दी……रश्मि उससे चिपक कर बैठ गयी…..
राज ने एक माल मे गाड़ी पार्क करदी..और माल के अंदर रश्मि को लेकर घुस गया……राज ने एक लेडी’स इनरव शो रूम मे चला गया और रश्मि को कहा तुम देख लो अपने लिए पॅंटी और ब्रा………
रश्मि: तुम पसंद करो ना…..पैसे मे दूँगी….तुम्हारी पसंद बहुत अच्छी रहती है…………………..
राज: इन्नर वेर मे क्या अच्छा और बुरा….कौन देखता है….
रश्मि: मे नही जानती….तुम चलो मेरे साथ…….अब मे तुम्हारी बीबी हू…एक दिन के लिए………….
राज: एक दिन के लिए या रात के लिए?
रश्मि: सिर्फ़ दिन के लिए रात मे दीदी रहेगी…रात मे मे नही झेल सकती तुम्हे
पता है दीदी कहती है कि आप सांड़ हो……मे तुम्हे नही झेल सकती
राज ने बाते करते करते 2-पॅंटीस, 2 नाइटी आंड ब्रा पसंद कर लिए और स्टॉल पर पेमेंट करने के बाद दोनो शोरुम से बाहर निकल गये……बाइक पर:..
राज:तुम ऐसा क्यो कहा…सांड़….क्या मे सांड़ हू?
रश्मि: हस्ते हुए…मे नही कह रही दीदी बोल रही थी…
राज: पर क्यो?
रश्मि: क्योकि आपका काफ़ी बड़ा है
राज: क्या?
रश्मि: वही जो तुम्हारी पॅंट मे है….उस्दिन पॅंट का जिप खराब हो गया था…
राज: वो तो तुम्हारे लिए हुआ
रश्मि: वो कैसे
राज: तुम मुझसे इतनी ज़ोर से चिपक गयी थी…तुम्हारी चुचिया मेरी पीठ मे धँस रही थी…मे क्या करता…ये बेचारा परेशान हो गया और फाड़ दिया…….पॅंट को
रश्मि: तभी तो कहती हू…कि सांड़ हो
राज:तुमने तो हाथ मे भी लिया है और मुँह मे भी…कैसा लगा था
रश्मि: मुझे नही मालूम और अब कुच्छ मत बोलो…..सड़क पर भीड़ बहुत है…कोई सुन लेगा तो क्या कहेगा….
राज: क्या कहेगा…तुम मेरी एक दिन की बीबी हो….सब जायज़ है.
रश्मि: मे सिर्फ़ तुम्हे बाते करने की इज़ाज़त दे सकती हू…हां थोड़ी बहुत…मेरी किस करना, चूचियों को पकड़ने तक ही दे सकती हू…..आगे मत बढ़ना..प्लीज़.
राज: डार्लिंग…तुम निसचिंत रहो…मे तुम्हारा एक दिन का पति हू…..जो तुम कहोगी वही करूँगा…..पर हां….ये भी कहता हू कि तुम मना भी नही कर सकती..अगर मे हाथ लगाउँगा…पर मे अभी नही करूँगा…वक़्त आने पर बताऊँगा…….बाते करते करते घर आ गये……..दोनो बाइक से उतर कर घर मे घुस गये……………
राज लंच ले कर शॉप आ गया……..और ठीक 5पीयेम पर कमला को फोन कर दिया….कमला और रश्मि भी एक ऑटो से नेहा के घर आ गयी……करीब 8.00 पीयेम पर लड़के वाले आए…कुल 5 लोग थे…लड़का काफ़ी हाइट वाला था…आइ थिंक 5’9” था सांवला पर आकर्षक चेहरे वाला…उसे देखते ही सभी के चेहरे पर मुस्कान आ गयी………….डॉक्टर. नेहा ने जब उसे तिर्छि नज़रो से देखा तो देख कर शर्मा गयी….
रश्मि ने छेड़ते हुए नेहा को कहा: दीदी तुम भी बॅंड बजा ही लो…….
डॉक्टर.नेहा: मे तो कब से तैयार हू…कोई बेवकूफ़ मिलता ही नही…वैसे पता है मेरा चक्कर राजेश के साथ था……मे शादी भी करना चाहती थी…पर पापा और दीदी मना करने लगे….पापा कहे कि एक घर मे 2-2- बेटियाँ नही देंगे……….
रश्मि:आ बच गयी….नही तो मेरे जैसी बन कर रह जाती तुम्हारी जवानी…
डॉक्टर.नेहा: क्यो…ऐसे क्यो बोल रही हो?
रश्मि: मज़ाक कर रही हू…? गो अहेड…अच्छा लड़का है…..हां कर दो और कर लो सगाई…….
घर के सभी सदस्य लड़के की परसोनालिटी आंड इंटरॅक्षन से प्रभावित हुए….राज ने आगे बढ़कर लड़के को गले लगा लिया….नाम था….धर्मेन्द्र गर्ग. खाना पीना, नाच गाना हुआ…रश्मि ने भी खूब मज़े लेलेकर डॅन्स किया और खाना खाया..ऐसा लग रहा था कि आज ही शादी हो…..
रात मे काफ़ी थक गये थे….रश्मि और कमला वही सो गयी, राज घर पर आ गया……वो आते ही रश्मि की याद करते करते सो गया………………………………………………………………
इसी तरह 2 दिन गुजर गये……रश्मि पहले से और ज़्यादा खुल गयी थी…अब तो बात बात पे राज के गले लग जाती ……और उसे किस करने लगती….राज भी उसे अपनी बाँहो मे ले लेता और उसके होंठो को किस करता…चुचियो को दबाता और गांद मे भी उंगली डाल देता… रश्मि खिल-खिला कर हस देती……..इसी तरह एक सुबह सनडे था…..रश्मि टीवी देख रही थी…साथ ही कमला भी थी….तभी राज आ गया और वो भी अख़बार लिए हुए दोनो के बीच बैठ गया और टीवी देखने लगा…..रश्मि गाउन मे थी…और कमला साड़ी मे……टीवी पर कोई फिल्म चल रही थी…तभी एक एड आया कॉन्डम का……कॉंडम का एड देखते हुए कमला ने कहा….अरे यार क्यो परेशान कर रहे हो…इस घर मे कॉंडम का कोई इस्तेमाल नही है….क्यो रश्मि?
रश्मि शर्मा गयी बोली कुच्छ नही….
राज: अरे भाई उसे क्यो पूछती हो मुझसे पुछो…अगर ये ना हो ना तो हिन्दुस्तान की आबादी कहाँ से कहाँ पहुँच जाए……..
कमला: पर कॉंडम के इस्तेमाल से मज़ा नही आता …
राज: तुम्हे मज़े की पड़ी है और मे भारत की आबादी की बात कर रहा हू
कमला: तुम अपना सोचो…..देश की सोचने के लिए सरकार है……
रश्मि दोनो की बाते बड़े गौर से सुन रही थी…अपना सिर नीचे किए हुए सिर्फ़ ह्म्म मे जवाब देती थी……अब रश्मि, कमला और राज मे काफ़ी कुच्छ ओपन हो चुका था…अब झिझक सिर्फ़ नाम मात्र की थी.
क्रमशः..........................
अरे राज….कैसे हो….बहुत दिन के बाद मिले हो….. अरे हां….तुम दीपक….कहाँ हो भाई………..तुम तो काफ़ी मोटे हो गये…..कॉलेज टाइम मे तो काफ़ी पतले दिखते थे……
दीपक: क्या करू…..शादी के बाद आदमी मोटा तो हो ही जाता है…..क्योकि ज़िम्मेदारी ढोते ढोते शरीर फूल जाता है.
राज: वो तो है ही……राज ने देखा कि दीपक रश्मि को घूर रहा था…
अरे हां तुम्हे इनसे नही मिलाया…..ये मेरी वाइफ….रश्मि
दीपक: नमस्ते भाभी जी…….
रश्मि चौक गयी…उसने राज को देखने लगी…..फिर हल्के से मुस्कुरकर दीपक का अभिवादन स्वीकार किया….
रश्मि: कैसे हो दीपक….कहाँ रहते हो…..कभी आओ घर पर….पास ही है मेरा घर….
राज: हां यार…आ जाओ किसी सनडे को…
दीपक: ज़रूर, आइ विल कम……अच्छा मे चलता हू.
राज: मुस्कुराते हुए…बाइ….रूर
दीपक: बाइ…बाइ….
जब दीपक चला गया तो रश्मि ने उसकी पीठ मे एक चकोटी काटी….ये क्या है…मे आपकी बीबी कब से बन गयी….आप मुझे मरवा दोगे किसी दिन….
राज: अरे यार वो कॉलेज टाइम मे बहुत भाँजता था….उसने हमेशा कहता था कि तुम्हे कभी सुंदर बीबी नही मिलेगी….तभी मेने सोचा कि उसे बता दू कि मेरे पास बिबियो की कमी नही है…
रश्मि: ओह…तो मेरे गले पड़ गये…और कभी उसने राजेश को बता दिया तो…और फिर दीदी क्या सोचेगी…
राज: याअर तुम बहुत सोचती हो…..डॉन’ट बी एग्ज़ाइटेड आंड एंजाय फॉरेवर…
रश्मि : मुस्कुरा दी……अच्छा अगर बीबी कहे हो तो मुझे कुच्छ इनरवेर खरीदने है…चलो मेरे साथ….
राज: उसके लिए तो बंदा हमेशा तैयार रहता है…..और राज ने बाइक दौरा दी……रश्मि उससे चिपक कर बैठ गयी…..
राज ने एक माल मे गाड़ी पार्क करदी..और माल के अंदर रश्मि को लेकर घुस गया……राज ने एक लेडी’स इनरव शो रूम मे चला गया और रश्मि को कहा तुम देख लो अपने लिए पॅंटी और ब्रा………
रश्मि: तुम पसंद करो ना…..पैसे मे दूँगी….तुम्हारी पसंद बहुत अच्छी रहती है…………………..
राज: इन्नर वेर मे क्या अच्छा और बुरा….कौन देखता है….
रश्मि: मे नही जानती….तुम चलो मेरे साथ…….अब मे तुम्हारी बीबी हू…एक दिन के लिए………….
राज: एक दिन के लिए या रात के लिए?
रश्मि: सिर्फ़ दिन के लिए रात मे दीदी रहेगी…रात मे मे नही झेल सकती तुम्हे
पता है दीदी कहती है कि आप सांड़ हो……मे तुम्हे नही झेल सकती
राज ने बाते करते करते 2-पॅंटीस, 2 नाइटी आंड ब्रा पसंद कर लिए और स्टॉल पर पेमेंट करने के बाद दोनो शोरुम से बाहर निकल गये……बाइक पर:..
राज:तुम ऐसा क्यो कहा…सांड़….क्या मे सांड़ हू?
रश्मि: हस्ते हुए…मे नही कह रही दीदी बोल रही थी…
राज: पर क्यो?
रश्मि: क्योकि आपका काफ़ी बड़ा है
राज: क्या?
रश्मि: वही जो तुम्हारी पॅंट मे है….उस्दिन पॅंट का जिप खराब हो गया था…
राज: वो तो तुम्हारे लिए हुआ
रश्मि: वो कैसे
राज: तुम मुझसे इतनी ज़ोर से चिपक गयी थी…तुम्हारी चुचिया मेरी पीठ मे धँस रही थी…मे क्या करता…ये बेचारा परेशान हो गया और फाड़ दिया…….पॅंट को
रश्मि: तभी तो कहती हू…कि सांड़ हो
राज:तुमने तो हाथ मे भी लिया है और मुँह मे भी…कैसा लगा था
रश्मि: मुझे नही मालूम और अब कुच्छ मत बोलो…..सड़क पर भीड़ बहुत है…कोई सुन लेगा तो क्या कहेगा….
राज: क्या कहेगा…तुम मेरी एक दिन की बीबी हो….सब जायज़ है.
रश्मि: मे सिर्फ़ तुम्हे बाते करने की इज़ाज़त दे सकती हू…हां थोड़ी बहुत…मेरी किस करना, चूचियों को पकड़ने तक ही दे सकती हू…..आगे मत बढ़ना..प्लीज़.
राज: डार्लिंग…तुम निसचिंत रहो…मे तुम्हारा एक दिन का पति हू…..जो तुम कहोगी वही करूँगा…..पर हां….ये भी कहता हू कि तुम मना भी नही कर सकती..अगर मे हाथ लगाउँगा…पर मे अभी नही करूँगा…वक़्त आने पर बताऊँगा…….बाते करते करते घर आ गये……..दोनो बाइक से उतर कर घर मे घुस गये……………
राज लंच ले कर शॉप आ गया……..और ठीक 5पीयेम पर कमला को फोन कर दिया….कमला और रश्मि भी एक ऑटो से नेहा के घर आ गयी……करीब 8.00 पीयेम पर लड़के वाले आए…कुल 5 लोग थे…लड़का काफ़ी हाइट वाला था…आइ थिंक 5’9” था सांवला पर आकर्षक चेहरे वाला…उसे देखते ही सभी के चेहरे पर मुस्कान आ गयी………….डॉक्टर. नेहा ने जब उसे तिर्छि नज़रो से देखा तो देख कर शर्मा गयी….
रश्मि ने छेड़ते हुए नेहा को कहा: दीदी तुम भी बॅंड बजा ही लो…….
डॉक्टर.नेहा: मे तो कब से तैयार हू…कोई बेवकूफ़ मिलता ही नही…वैसे पता है मेरा चक्कर राजेश के साथ था……मे शादी भी करना चाहती थी…पर पापा और दीदी मना करने लगे….पापा कहे कि एक घर मे 2-2- बेटियाँ नही देंगे……….
रश्मि:आ बच गयी….नही तो मेरे जैसी बन कर रह जाती तुम्हारी जवानी…
डॉक्टर.नेहा: क्यो…ऐसे क्यो बोल रही हो?
रश्मि: मज़ाक कर रही हू…? गो अहेड…अच्छा लड़का है…..हां कर दो और कर लो सगाई…….
घर के सभी सदस्य लड़के की परसोनालिटी आंड इंटरॅक्षन से प्रभावित हुए….राज ने आगे बढ़कर लड़के को गले लगा लिया….नाम था….धर्मेन्द्र गर्ग. खाना पीना, नाच गाना हुआ…रश्मि ने भी खूब मज़े लेलेकर डॅन्स किया और खाना खाया..ऐसा लग रहा था कि आज ही शादी हो…..
रात मे काफ़ी थक गये थे….रश्मि और कमला वही सो गयी, राज घर पर आ गया……वो आते ही रश्मि की याद करते करते सो गया………………………………………………………………
इसी तरह 2 दिन गुजर गये……रश्मि पहले से और ज़्यादा खुल गयी थी…अब तो बात बात पे राज के गले लग जाती ……और उसे किस करने लगती….राज भी उसे अपनी बाँहो मे ले लेता और उसके होंठो को किस करता…चुचियो को दबाता और गांद मे भी उंगली डाल देता… रश्मि खिल-खिला कर हस देती……..इसी तरह एक सुबह सनडे था…..रश्मि टीवी देख रही थी…साथ ही कमला भी थी….तभी राज आ गया और वो भी अख़बार लिए हुए दोनो के बीच बैठ गया और टीवी देखने लगा…..रश्मि गाउन मे थी…और कमला साड़ी मे……टीवी पर कोई फिल्म चल रही थी…तभी एक एड आया कॉन्डम का……कॉंडम का एड देखते हुए कमला ने कहा….अरे यार क्यो परेशान कर रहे हो…इस घर मे कॉंडम का कोई इस्तेमाल नही है….क्यो रश्मि?
रश्मि शर्मा गयी बोली कुच्छ नही….
राज: अरे भाई उसे क्यो पूछती हो मुझसे पुछो…अगर ये ना हो ना तो हिन्दुस्तान की आबादी कहाँ से कहाँ पहुँच जाए……..
कमला: पर कॉंडम के इस्तेमाल से मज़ा नही आता …
राज: तुम्हे मज़े की पड़ी है और मे भारत की आबादी की बात कर रहा हू
कमला: तुम अपना सोचो…..देश की सोचने के लिए सरकार है……
रश्मि दोनो की बाते बड़े गौर से सुन रही थी…अपना सिर नीचे किए हुए सिर्फ़ ह्म्म मे जवाब देती थी……अब रश्मि, कमला और राज मे काफ़ी कुच्छ ओपन हो चुका था…अब झिझक सिर्फ़ नाम मात्र की थी.
क्रमशः..........................