desiaks
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गरुकाल मेरी शक्ति के लिए ये नशा और जिम के लिए ये हवस देख रहे थे। फिर भी वो एक आखिरी कोशिश करना चाहते थे, जिसमें में बदल सकं और मैं ही अपने पास के जाल को तोड़ दूं जिससे में वो ना बन जो वो (तांत्रिक लोल) चाहता है।
गुरु काल- तुम्हारी पहचान का पूरा सच जानने के लिए तुम्हें उन नामों को तो नहीं बताऊँगा पर एक सीढ़ी बता देता है और वो है- रवि तुम्हारा दोस्त और वा कैसे हो सकता है इसमें भी एक रहस्य है पाद रहे.. में बोलकर वो जिस तरह आए थे उसी तरह ब्लॅक में चले गये।
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मैं- "हाहाहाहा... मैं बहुत शक्तिशाली हैं, और मुझे क्या जरूरत है कोई सच जानने की पर मैं ये खेल खेलूंगा जगर और ऐसा खेलंगा की सबको पैलता जाऊँगा। इन्हें नहीं पता मैं क्या हैं हाहाहाहा... और रवि अब देख कैसे बजाता है सबका, और वैसे भी तेरे घर के माल मस्त हैं, आज से पेलने का प्रोग्राम शुरू हाहाहा."
कुछ देर बाद में भी नीचे आ जाता हैं, जहां सभी थे। क्या माल लग रही थी सभी। पर अब तो मैं कुछ भी कर सकता था। फिर में भी नाश्ता के लिए बैठ जाता है फिर मोम और झुमरी सभी का सर्व करती हैं।
झुमरी जब राज? को नाश्ता परोस रही होती है, तभी राज? झुमरी की नंगी जांघों को ऊपर तक मसलता है। अब तो झुमरी भी मजे ले रही थी क्योंकी अब उसकी रूपी हुई कामवासना जाग गई थी, जिसे अब कोई मर्द ही शांत कर सकता था। इसलिए वो ऐसे ही खड़ी होकर सर्व करती रहती है। जब राज2 देखता है की झुमरी आज पहले की तरह नहीं कर रही है, तो वो खुश हो जाता है और और आगे बढ़ने की सोचता है।
इधर सभी जब नाश्ता करने में बिजी होते है, तभी मुझे कुछ चाहिए होता है। इसलिए मैं झुमरी को देखकर कुछ बोलता उससे पहले ही मैं देखता है की कैसे झुमरी और राज2 की मजे से आँखें बंद और चहरा लाल देखकर मुझे कुछ झोल लगता है तो मैं नीचे झुक के देखता है की कैसे मेरे डैड झुमरी आँटी का मजा ले रहे होते हैं। ये देखकर मुझे झटका लगता है।
मुझे समझ में आ जाता है की मेरे डैड इतने भी शरीफ नहीं हैं, जितना वो दिखते हैं। पर मुझे भी झुमरी के नंगें जिष्म का मजा लेने का मन हो रहा था और मेरा लण्ड पागल हबा जा रहा था तो वो मजे लेने का सोचकर में झुमरी को आवाज देकर अपने पास बुलाता हैं। जिससे उन दोनों के मजे में भंग पड़ जाता है और वो दोनों देखते हैं की मैं उन्हें देखकर एक कमीनी स्माइल दे रहा है जिससे दोनों की सांसें रुक जाती हैं, ये सोचकर की कहीं मैंने देख तो नहीं लिया?
झुमरी अबी के पास आकर कुछ डरती हुई बोलती है- "क्या चाहिए बाबू?"
में कमीनी स्माइल से बोलता हैं- "जूस चाहिए आँटी आपका और आप यहीं रहो मेरे पास। आज मुझे कुछ ज्यादा ही जूस पीने का मन हो रहा है."
झुमरी ये बात सुनकर मुझे देखने लगती है और में सभी को देखता हूँ। सभी खाने में बिजी थे और मज लेने में। कुछ देर बाद झुमरी को अपनी जांघों पर किसी का हाथ महसूस होता है, जिसमें एक बार और चौंक जाती है क्योंकी ये मेरा ही हाथ था जो उसकी मोटी-मोटी जांघों का मजा लेकर बगड़ रहा था।
झुमरी को कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। पर इतना तो वो समझ हो गई थी की मैने सब कुछ देख लिया है,
और ये भी की अवी भी अपने बाप की तरह ही कमीना है या उससे भी ज्यादा। क्योंकी इस बात का अनुमान उसे कुछ देर बाद हो गया था।
मैं झुमरी की जांघों को मसलते हुए उसके मोटे-मोटे चूतड़ों पर आ गया था और उन्हें मसल रहा था जहां मेरा बाप पहुँचने में पता नहीं कितने महीने लगा दिया था, और मैं कुछ देर में वहां था।
मेरे उसकी जांघे मसलने से पहले वो डर रही थी। पर कुछ ही देर में उसे मजा आने लगा था जो राजा से भी नहीं आया था। और जब अबी उसके उन मस्त चूतड़ों पर पहुँच कर मसलने लगा था। तभी ता उसका जिम झंझना जाता है। कुछ देर में ही मैं अपने हाथ को उसकी चूत पर ले जाता हैं और उसके उन दोनों टक्कनों को पकड़ लेता हैं। मेरी इतनी फास्ट हरकतों से झुमरी पूरे आश्चर्य में थी। पर ये खेल 5 मिनट ही चलता है। क्योंकी अब सभी का नाश्ता हो गया था, और सभी को निकलना भी था। पर इतनी देर में झुमरी की चूत फड़फड़ाने लग गई थी।
फिर कुछ देर ऐसे ही टाइम पास करने के बाद मैं रवि के घर निकल जाता हैं। वहां जाकर बिना नाक किए चला जाता हैं। क्योंकी दरवाजा लाक नहीं था और अंदर आकर जब देखता है की रवि की मोम यानी सविता आँटी एक सेक्सी और हाट ड्रेस में थी, जो मैंने ही गिफ्ट दी थी। क्योंकी उन्हें ऐसे इंसेंस पहनना पसंद हैं। वो चेयर में कुछ उठा रही पर उन्हें कहां पता था की इस समय उनके मस्त चूतड़ साफ-साफ दिख रहे हैं और दो लोग ये सब देख रहे हैं।
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मैं सविता की मोटी-मोटी गाण्ड देखकर लण्ड पर पैंट के ऊपर से ही हाथ फैच रहा था जैसे उसे सहलाए हए कह ई की सब मिलेगा मेरे लौड़े मस्त बजाएंगे, इन सबके बीच जब रबि ऊपर से ये सब देख रहा था जिसका मुझे पता चल गया था पर मुझे क्या?
रवि अपने मन में "साला कमीना, हरामी मेरी मोम की बजाने की सोच रहा है पर साला कर भी सकता है मुझे कुछ करना होगा..."
रवि यही सब सोच रहा था और मैं तो कब का ऑटी के पीछे खड़ा हो गया था और अपने लण्ड को वैसे ही फुलाए हुए पैट के ऊपर से ही उनकी नंगी गाण्ड में जो झुकने की वजह से ऊपर हो गई थी, उसमें घुमाते हए आगे झुक के उनकी आँखें बंद कर दी जैसे पूछ रहा है की कौन हो पर ये सब तो एक दिखबा था जो आँटी ने भी महसूस कर लिया होगा। क्योंकी मैं तो लण्ड को ज्यादा रगड़ने और घुसने की कोशीश कर रहा था।
मेरे ऐसा करने से आँटी डर गई और वो घबराते हए. "कौन है?'
मैं धीरे पर रवि सुन सकें ऐसे बोला- "मैं तो तुम बताओ सेक्सी और हाट औरत की मैं कौन हूँ?"
गुरु काल- तुम्हारी पहचान का पूरा सच जानने के लिए तुम्हें उन नामों को तो नहीं बताऊँगा पर एक सीढ़ी बता देता है और वो है- रवि तुम्हारा दोस्त और वा कैसे हो सकता है इसमें भी एक रहस्य है पाद रहे.. में बोलकर वो जिस तरह आए थे उसी तरह ब्लॅक में चले गये।
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मैं- "हाहाहाहा... मैं बहुत शक्तिशाली हैं, और मुझे क्या जरूरत है कोई सच जानने की पर मैं ये खेल खेलूंगा जगर और ऐसा खेलंगा की सबको पैलता जाऊँगा। इन्हें नहीं पता मैं क्या हैं हाहाहाहा... और रवि अब देख कैसे बजाता है सबका, और वैसे भी तेरे घर के माल मस्त हैं, आज से पेलने का प्रोग्राम शुरू हाहाहा."
कुछ देर बाद में भी नीचे आ जाता हैं, जहां सभी थे। क्या माल लग रही थी सभी। पर अब तो मैं कुछ भी कर सकता था। फिर में भी नाश्ता के लिए बैठ जाता है फिर मोम और झुमरी सभी का सर्व करती हैं।
झुमरी जब राज? को नाश्ता परोस रही होती है, तभी राज? झुमरी की नंगी जांघों को ऊपर तक मसलता है। अब तो झुमरी भी मजे ले रही थी क्योंकी अब उसकी रूपी हुई कामवासना जाग गई थी, जिसे अब कोई मर्द ही शांत कर सकता था। इसलिए वो ऐसे ही खड़ी होकर सर्व करती रहती है। जब राज2 देखता है की झुमरी आज पहले की तरह नहीं कर रही है, तो वो खुश हो जाता है और और आगे बढ़ने की सोचता है।
इधर सभी जब नाश्ता करने में बिजी होते है, तभी मुझे कुछ चाहिए होता है। इसलिए मैं झुमरी को देखकर कुछ बोलता उससे पहले ही मैं देखता है की कैसे झुमरी और राज2 की मजे से आँखें बंद और चहरा लाल देखकर मुझे कुछ झोल लगता है तो मैं नीचे झुक के देखता है की कैसे मेरे डैड झुमरी आँटी का मजा ले रहे होते हैं। ये देखकर मुझे झटका लगता है।
मुझे समझ में आ जाता है की मेरे डैड इतने भी शरीफ नहीं हैं, जितना वो दिखते हैं। पर मुझे भी झुमरी के नंगें जिष्म का मजा लेने का मन हो रहा था और मेरा लण्ड पागल हबा जा रहा था तो वो मजे लेने का सोचकर में झुमरी को आवाज देकर अपने पास बुलाता हैं। जिससे उन दोनों के मजे में भंग पड़ जाता है और वो दोनों देखते हैं की मैं उन्हें देखकर एक कमीनी स्माइल दे रहा है जिससे दोनों की सांसें रुक जाती हैं, ये सोचकर की कहीं मैंने देख तो नहीं लिया?
झुमरी अबी के पास आकर कुछ डरती हुई बोलती है- "क्या चाहिए बाबू?"
में कमीनी स्माइल से बोलता हैं- "जूस चाहिए आँटी आपका और आप यहीं रहो मेरे पास। आज मुझे कुछ ज्यादा ही जूस पीने का मन हो रहा है."
झुमरी ये बात सुनकर मुझे देखने लगती है और में सभी को देखता हूँ। सभी खाने में बिजी थे और मज लेने में। कुछ देर बाद झुमरी को अपनी जांघों पर किसी का हाथ महसूस होता है, जिसमें एक बार और चौंक जाती है क्योंकी ये मेरा ही हाथ था जो उसकी मोटी-मोटी जांघों का मजा लेकर बगड़ रहा था।
झुमरी को कुछ समझ ही नहीं आ रहा था। पर इतना तो वो समझ हो गई थी की मैने सब कुछ देख लिया है,
और ये भी की अवी भी अपने बाप की तरह ही कमीना है या उससे भी ज्यादा। क्योंकी इस बात का अनुमान उसे कुछ देर बाद हो गया था।
मैं झुमरी की जांघों को मसलते हुए उसके मोटे-मोटे चूतड़ों पर आ गया था और उन्हें मसल रहा था जहां मेरा बाप पहुँचने में पता नहीं कितने महीने लगा दिया था, और मैं कुछ देर में वहां था।
मेरे उसकी जांघे मसलने से पहले वो डर रही थी। पर कुछ ही देर में उसे मजा आने लगा था जो राजा से भी नहीं आया था। और जब अबी उसके उन मस्त चूतड़ों पर पहुँच कर मसलने लगा था। तभी ता उसका जिम झंझना जाता है। कुछ देर में ही मैं अपने हाथ को उसकी चूत पर ले जाता हैं और उसके उन दोनों टक्कनों को पकड़ लेता हैं। मेरी इतनी फास्ट हरकतों से झुमरी पूरे आश्चर्य में थी। पर ये खेल 5 मिनट ही चलता है। क्योंकी अब सभी का नाश्ता हो गया था, और सभी को निकलना भी था। पर इतनी देर में झुमरी की चूत फड़फड़ाने लग गई थी।
फिर कुछ देर ऐसे ही टाइम पास करने के बाद मैं रवि के घर निकल जाता हैं। वहां जाकर बिना नाक किए चला जाता हैं। क्योंकी दरवाजा लाक नहीं था और अंदर आकर जब देखता है की रवि की मोम यानी सविता आँटी एक सेक्सी और हाट ड्रेस में थी, जो मैंने ही गिफ्ट दी थी। क्योंकी उन्हें ऐसे इंसेंस पहनना पसंद हैं। वो चेयर में कुछ उठा रही पर उन्हें कहां पता था की इस समय उनके मस्त चूतड़ साफ-साफ दिख रहे हैं और दो लोग ये सब देख रहे हैं।
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मैं सविता की मोटी-मोटी गाण्ड देखकर लण्ड पर पैंट के ऊपर से ही हाथ फैच रहा था जैसे उसे सहलाए हए कह ई की सब मिलेगा मेरे लौड़े मस्त बजाएंगे, इन सबके बीच जब रबि ऊपर से ये सब देख रहा था जिसका मुझे पता चल गया था पर मुझे क्या?
रवि अपने मन में "साला कमीना, हरामी मेरी मोम की बजाने की सोच रहा है पर साला कर भी सकता है मुझे कुछ करना होगा..."
रवि यही सब सोच रहा था और मैं तो कब का ऑटी के पीछे खड़ा हो गया था और अपने लण्ड को वैसे ही फुलाए हुए पैट के ऊपर से ही उनकी नंगी गाण्ड में जो झुकने की वजह से ऊपर हो गई थी, उसमें घुमाते हए आगे झुक के उनकी आँखें बंद कर दी जैसे पूछ रहा है की कौन हो पर ये सब तो एक दिखबा था जो आँटी ने भी महसूस कर लिया होगा। क्योंकी मैं तो लण्ड को ज्यादा रगड़ने और घुसने की कोशीश कर रहा था।
मेरे ऐसा करने से आँटी डर गई और वो घबराते हए. "कौन है?'
मैं धीरे पर रवि सुन सकें ऐसे बोला- "मैं तो तुम बताओ सेक्सी और हाट औरत की मैं कौन हूँ?"