hotaks444
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प्यास बुझती ही नही-7
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा इस कहानी का सातवाँ भाग लेकर हाजिर हूँ अब आगे.........................
कमला …जो कि बिस्तर से नही उठ रही थी उसने उठ कर रश्मि को गले लगा लिया……………………….डार्लिंग…मज़े लो..ज्यो..ये लो दूध…और एक अच्छी बीबी की तरह उन्हे पेश आना…वो जो भी कहेंगे मना मत करना…..
रश्मि: जी दीदी…और वो कमला के गले लगी फिर वो राज
राज बेसबरी से रश्मि का वेट कर रहा था वो अब वेट नही कर सकता………….उसका लंड तो तंबू बना हुआ था…..पयज़ामे मे…
तभी रश्मि एक ग्लास मे दूध लिए हुए रूम मे आई…राज ने दौर कर उसे अपनी बाँहो मे ले लिया…..रश्मि ने दूध का ग्लास वही टेबल पर रख दी……और राज के गले मे बाँहे डाल कर उसे किस करने लगी….राज आज जी भर कर बहार लूटना चाहता था…वो रश्मि को थोड़ी देर चूसने के बाद वो मिरर के सामने ले गया और पीछे से बाँहो मे लेते हुए मिरर मे देखते हुए कहा: वाउ….बहुत सुंदर दिख रही हो…इस साड़ी मे…..
रश्मि;ये साड़ी दीदी ने दी है……………..दीदी बहुत अच्छी है.
राज; ह्म्म्म्म………..वो तो है
रश्मि: आप भी बहुत अच्छे है
राज: क्या मे तुम्हे पसंद हू?
रश्मि: हां….आप्तो मेरी पहली पसंद है…पता है जब आप मुझे देखने आए थे तो मे आपके रूप मे खो गयी थी….थोड़ी देर के लिए मे भूल गयी कि आप मेरे हज़्बेंड नही है……………………वो वक़्त याद है………………………..
राज ने उसे छेड़ते हुआ……तुम्हारी चुचिया बहुत अच्छी है…..क्या इन्हे मे पी सकता हू?
रश्मि: ये अब आपका ही है…पर कुच्छ समय इंतजार के बाद
राज: इंतजार तो नही कर सकता……………………………
ब्लाउस और पेटिकोट मे रश्मि दूध का ग्लास लिए हुए राज की तरफ बढ़ धीरे धीरे कदमो से बढ़ रही थी….वो काफ़ी शर्मा रही थी…क्योकि जो ख्वाब वो इतने अरसे से देख रही थी वो आज पूरा होने वाला था…….जब वो राज के करीब आई तो देखा कि राज पूरा नग्न सोफे पर बैठा है ..उसका लंड काफ़ी एरॅक्ट हो चुका है…जिसे देखकर रश्मि के बार फिर शर्मा गयी……. वैसे रश्मि कई बार राज को नग्न देख चुका है..यॅन्हा तक कि उसके लंड को मुँह मे ले चुकी है और चूस भी चुकी है पर पता नही आज उसे एक झिझक और शरम आ रही थी…………………………………..तभी राज ने खड़े होकर पीछे से उसे बाँहो मे ले लिया और उसके हिप्स को सहलाते हुए कहा:
राज: डार्लिंग…इतना शरमयोगी तो कैसे काम चलेगा…ये घर नही है होटेल है…और क़ानूनन हम लोग पति पत्नी नही है…सो प्लीज़ कम डार्लिंग…
और हाथ पकड़कर अपनी ओर खींच लिया……..इसके लिए रश्मि तैयार नही थी वो राज के छाती से टकरा गयी….राज का लंड रश्मि की चूत पर सीधा पेटिकोट के उप्पर चोट कर गया….रश्मि का पूरा शरीर काँप गया…अब राज रश्मि को अपनी बाँहो मे ले लिया और उसके होंठो का रस पान करने लगा…ह.म्म्म्ममममममममम …आइ लव यू डार्लिंग………….ह्म्म्म्मममम रश्मि अपने शरीर को ढीला छोड़ दिया और अपना होंठ खोल दिया….राज नेअपनी पूरा जीव मुँह मे डाल दी और उसे ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा…………….करीब 5 मीं के बाद राज ने उसके होंठो चूसने के बाद उसके चेहरे, गाल और चुचियो को अपने हाथो और होंठो से चूसने-चाटने लगा….रश्मि उन्ह…ह करने लगी….रश्मि का पूरा शरीर अकड़ने लगा….राज ने आगे बढ़कर उसके चुचियो को दबाते हुए उसके ब्लाउस को खोलने लगा…..रश्मि उसका कोई बिरोध नही कर रही थी बल्कि उसे वो सहयोग दे रही थी…….अब राज अपना हाथ उसके पेटिकोट के नाडे के उप्पर रख दिया और एक ही बार मे उसके नाडे को खींच दिया….पेटिकोट ज़मीन पर गिर गया……अब रश्मि एक काली पॅंटी और काली ब्रा मे जूही चावला लग रही थी…..उसका केले के तने सी जाँघ…..पॅंटी के उप्पर उभरी हुए रश्मि की चूत…..पॅंटी वही थी जो राज रश्मि के लिए लाया था…काफ़ी छ्होटी थी….इस पॅंटी ने रश्मि की चूत को ही ढँक रखा था…आगे से पूरा पेट और जाँघ नंगी थी….वही हाल उसकी ब्रा का भी…था 75% ब्रेस्ट नग्न था….अब राज रश्मि के पीछे वाला भाग देखना चाहता था..पर रश्मि टर्न होने से मना कर दी………………और शर्मा कर अपनी नज़रे नीचे कर ली………………
राज: अब काहे की शर्म….??? आ जाओ और उसने उसे ज़बरदस्ती घुमा दिया…और उसके गांद को देखने लगा….रश्मि शर्म से मरी जा रही थी….अब राज नीचे बैठ गया और गांद को पॅंटी के उप्पर से ही देखने लगा….गांद की खूबसूरती को बड़े गौर से देख रहा था…आज पहली बार उसे लड़की की गांद को देखने को मिला….रश्मि थी भी काफ़ी सेक्सी…जब वो चलती थी तो उसकी गांद हिचकोले मार कर चलती थी..कई बार घर मे राज ने उसकी गांद की खूबसूरती देखा था…पर आज वो काफ़ी नज़दीक से देख कर कृतार्थ हो गया……………………पता नही राज को क्या हो गया कि अपना एक उंगली उसकी गांद मे घुसाने लगा…रश्मि को हल्का दर्द हुआ…..क्योकि पॅंटी का कपड़ा उसे चुभ रहा था…..पर फिर भी रश्मि कुच्छ नही बोली….राज उसकी प्युरे गांद को चूमने चाटने लगा….अपने होंठ और मुँह से उसके हिप्स के पूरे एरिया को चूमने लगा…आगे बढ़कर राज ने उसकी चूत को चूम लिया और पॅंटी को खोलने लगा… रश्मि की झांट नही रहने के वजह से चूत के लिप्स दिख गये……राज उसके लिप्स को अपने नाक से सूंघने लगा…उसकी स्मेल काफ़ी ख़ुसनूमा लगी राज को…वो तो मदहोश हो गया……..अब पॅंटी को पूरा उसके शरीर से अलग कर दिया…और करीब 5मीं तक उसके गांद, चूत और उसके जाँघो को अपने जीव से चूमने और चाटने लगा………………..रश्मि तो खड़े खड़े ही राज की जीव से चुद्ने लगी…उसे लग रहा था कि अब उसकी चूत से कुच्छ गिरने वाला है…वो तो एक बार ज़मीन पर गिर भी जाती अगर राज उसे नही थाम नही लेता….अब राज उसके सिमिलर खड़ा हो गया और उसकी ब्रा को भी निकाल कर फेंक दिया……………..वाउ…क्या अद्भुत नज़ारा था…ऐसा नज़ारा तो इंग्लीश फ़िल्मो मे ही देखने को मिलता है……रश्मि मदहोशी से बेशर्म हो गयी थी..वो राज के चौड़े सीने से लग गयी और उसकी एक छ्होटी सी काली चुचि को काटने लगी. दूसरी तरफ राज भी ऐसा ही कर रहा था..उसके बड़ी बड़ी चुचियो को अपने दोनो हाथो मे लेकर उसे चूसने, चाटने और काटने लगा….
रश्मि; आ….क्या करते हो….मेरे प्यारे जेठ जी…. मे आपकी बीबी नही कि इस तरह काट रहे हो…….
राज: तुम मेरी छ्होटे भाई की बीबी हो तो क्या हुआ…..….भाभी….आधी घरवाली होती है…तुम मेरी बीबी हो…आज आज मे जम कर चुदाई करूँगा…और तेरी कोख मे बच्चा डालूँगा…………….
रश्मि: शर्मा गयी फिर भी वो बोली….अरे जाइए….बच्चा पैदा करने वाले…? दोनो भाइयो को देख चुकी हू…एक 8 साल से और दूसरे 4 साल से चोद रहे हो…2-2- औरतो को फिर भी एक भी बच्चा नही पैदा कर सके….
राज: वो तो इसलिए की हमलोग प्रीकॉशन ले रहे है..वरना बच्चो की फ़ौज़ कर देते………………………….बोलो…तुम्हे चाहिए बच्चा?
रश्मि: कौन औरत होगी जिन्हे बच्चा न्ही चाहिए…..बगैर बच्चे के औरत कहलाना पाप है……………..मुझे बच्चा चाहिए…और ये सिर्फ़ आपके लंड से चाहिए…ये शब्द काफ़ी बेशर्म होकर आँखो मे आँखे डाल कर बोली…अगर कोई और होता तो यही कहता कि रश्मि कितना गिर चुकी है अपने जेठ के सामने.
राज मुस्कुराया और बोला..क्यो नही डार्लिंग…………..पर उससे पहले तुम्हे पूर्ण तृप्त करूँगा…..इस लंड से…लो इसे प्यार करो………………रश्मि ने आगे बढ़ कर उसके लंड को पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी……………………..
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आज रश्मि को राज का लंड कुच्छ ज़यादा ही एरॅक्ट लग रहा था...वो डर भी रही थी कि कही ये लंड उसके योनि को फाड़ ना दे....पर उसने झुंक कर उसके लंड के सूपदे को एक हल्का सा किस किया ....और फिर अपना मुँह खोलकर उसे अपने मुँहे मे ले लिया.......रश्मि को लंड का जयका काफ़ी अच्छा लगा....वो पूरे लंड को अपने मुँह मे ले कर चूसने लगा...जैसे मानो कोई लोली-पोप चूस्ता है.....लंड की मुटाई और लंबाई चरम पर थी...उसे लगा कि ये ज़रूर राजेश से भी ज़्यादा बड़ा लंड है....रश्मि अपनी उंगलियो से लंड की लंबाई को नापने लगी.
रश्मि: बाप रे....लंड है या...गधे का लंड...ऐसा लंड तो सिर्फ़ घोड़े और गधो को ही होता है..........
राज: मेरी जान तुम कब देख ली ऐसा लंड.....
रश्मि: हां...मेने देखा है एक गधे को जो गधि पर चढ़ रहा था..उसका लंड करीब 17 इंच का था...
राज: तो क्या हुआ...तुम्हे कोई प्राब्लम तो नही है ना
रश्मि: मुझे डर है कि कही ये मेरी फाड़ ना दे
राज: अरे नही मेरी जान ...मे तुम्हे पूरी सावधानी के साथ चोदुन्गा...
रश्मि: मे खड़े खड़े थक गयी हू...क्या हमलोग बेड पर चल सकते है?
राज: हां..क्यो नही...चलो...
रश्मि: रुकिये...पहले इसे मेरी माँग मे डाल दीजिए
राज: अरे ये क्या???? सिंदूर
रश्मि: जी सिंदूर...मे भी आप की बीबी हूँ.....और झुक कर राज के पाँव च्छू लिए.....
राज ने उसे उठाया और उसे बाँहो मे ले लिया...और फिर एक चुटकी सिंदूर ले कर उसकी माँग भर दी.......................................
राज: आज के बाद तुम मेरी बीबी हो....हम लोग जी भर कर एंजाय करेंगे....राजेश रहे या ना रहे...अब तुम्हारी जवानी को तृप्त करना मेरा काम है.......राजेश की चिंता तुम मत करना...मे देख लूँगा...
रश्मि ने उसे बाँहो मे ले लिया और फिर बोली....आपके रहते हुए हमे चिंता करने की क्या ज़रूरत है?...पर हां...कसम है आपको कि आप कमला दीदी का भी ख़याल रखिएगा...क्योकि ये उनका बढ़प्पन है जो कि उन्होने अपने हज़्बेंड को शेअर किया मेरे साथ...उनका ये एहसान मे कभी नही भूलूंगी.............
राज:वो है ही ऐसी....और फिर इसमे बुरा क्या है......ये जवानी जो भगवान ने तुम्हे दी है...ये तुम्हे दुबारा नही मिलने वाली
सो लेट्स एंजाय और रश्मि को पीठ के बल सुला दिया और उसके उपर चढ़ गया.....
राज ने अपने आपको अड्जस्ट किया और लंड का सूपड़ा उसकी चूत के द्वार पर लगाया और ज़ोर से प्रेस किया....लंड सीधा योनि मे 4 इंच धँस गया...रश्मि को हल्का दर्द हुआ....पर थोड़ी देर बाद दर्द गायब हो गया क्योकि उसकी चूत से काफ़ी पानी का रिषाब हो रहा था......रश्मि आह...आह करने लगी...और उसकी पीठ को सहलाते हुए.....कहा: हा...हहाहह ...धीरे धीरे......राज धीरे धीरे अपनी कमर हिलाने लगा.....और उसकी दोनो गेंदो से खेलने लगा...
राज रश्मि के कान मे बोला:
राज: डार्लिंग……मे तुममे समाना चाहता हू…क्या तुम तैयार हो?
रश्मि: ह्म्म्म्मममममम सिर्फ़ इतना ही बोली. और राज को एक किस दे दी….ये किस उसकी रज़ामंदी की थी….राज ने उसे स्वीकार किया और अपने लंड का सूपड़ा उसकी योनि के मुख्य द्वार पर लगाया और एक हल्का सा प्रेस किया…..लंड ….एक हल्की सी आवाज़ के साथ 4” घुस गया…रश्मि को एक हल्का सा दर्द हुआ…वैसे तो रश्मि भी काफ़ी लंड ले चुकी थी…..पर लंड की मुटाई ज़्यादा रहने और राजेश का निरंतर ना चोद्ना ही एक कारण था कि आज रश्मि को राज का लंड काफ़ी हेवी लग रहा था………उसने अपनी आँखे बंद कर ली और अपने दोनो हाथो से उसकी पीठ को बाँध लिया और सहलाते हुए धीरे से बोली:
रश्मि: हाई डार्लिंग….ज़रा धीरे धीरे…….करो ना??? दर्द होता है…
राज: तुम चिंता मत कर…मे तुम्हे धीरे धीरे ही चोदुन्गा……
रश्मि ने सोचा कि जब मज़े लेना ही है तो शरमाना छोड़ देना चाहिए और फिर उसने अपना हाथ नीचे लेजाकार लंड को पकड़ लिया…लंड तो अभी काफ़ी बचा हुआ है….वो राज के कान मे बोली:
रश्मि: डार्लिंग…ये क्या…अभी तो ये थोड़ा सा ही गया है
राज: छेड़ते हुए….ये क्या?
रश्मि: फिर शर्मा गयी….और उसके कान को काट-ते हुए कहा ये मीन्स लंड
और शरमाते हुए उसकी पीठ को ज़ोर से भींच लिया और उसपे अपने नाख़ून दबाने लगी…………………….आगे बोली…आप लाइट तो बंद कर दो
राज: क्यो?
रश्मि: मुझे शर्म आती है
राज: किस बात की शर्म?
रश्मि: आप तो मर्द है…पर हमे तो मर्यादा निभाना पड़ती है
दोस्तो मैं यानी आपका दोस्त राज शर्मा इस कहानी का सातवाँ भाग लेकर हाजिर हूँ अब आगे.........................
कमला …जो कि बिस्तर से नही उठ रही थी उसने उठ कर रश्मि को गले लगा लिया……………………….डार्लिंग…मज़े लो..ज्यो..ये लो दूध…और एक अच्छी बीबी की तरह उन्हे पेश आना…वो जो भी कहेंगे मना मत करना…..
रश्मि: जी दीदी…और वो कमला के गले लगी फिर वो राज
राज बेसबरी से रश्मि का वेट कर रहा था वो अब वेट नही कर सकता………….उसका लंड तो तंबू बना हुआ था…..पयज़ामे मे…
तभी रश्मि एक ग्लास मे दूध लिए हुए रूम मे आई…राज ने दौर कर उसे अपनी बाँहो मे ले लिया…..रश्मि ने दूध का ग्लास वही टेबल पर रख दी……और राज के गले मे बाँहे डाल कर उसे किस करने लगी….राज आज जी भर कर बहार लूटना चाहता था…वो रश्मि को थोड़ी देर चूसने के बाद वो मिरर के सामने ले गया और पीछे से बाँहो मे लेते हुए मिरर मे देखते हुए कहा: वाउ….बहुत सुंदर दिख रही हो…इस साड़ी मे…..
रश्मि;ये साड़ी दीदी ने दी है……………..दीदी बहुत अच्छी है.
राज; ह्म्म्म्म………..वो तो है
रश्मि: आप भी बहुत अच्छे है
राज: क्या मे तुम्हे पसंद हू?
रश्मि: हां….आप्तो मेरी पहली पसंद है…पता है जब आप मुझे देखने आए थे तो मे आपके रूप मे खो गयी थी….थोड़ी देर के लिए मे भूल गयी कि आप मेरे हज़्बेंड नही है……………………वो वक़्त याद है………………………..
राज ने उसे छेड़ते हुआ……तुम्हारी चुचिया बहुत अच्छी है…..क्या इन्हे मे पी सकता हू?
रश्मि: ये अब आपका ही है…पर कुच्छ समय इंतजार के बाद
राज: इंतजार तो नही कर सकता……………………………
ब्लाउस और पेटिकोट मे रश्मि दूध का ग्लास लिए हुए राज की तरफ बढ़ धीरे धीरे कदमो से बढ़ रही थी….वो काफ़ी शर्मा रही थी…क्योकि जो ख्वाब वो इतने अरसे से देख रही थी वो आज पूरा होने वाला था…….जब वो राज के करीब आई तो देखा कि राज पूरा नग्न सोफे पर बैठा है ..उसका लंड काफ़ी एरॅक्ट हो चुका है…जिसे देखकर रश्मि के बार फिर शर्मा गयी……. वैसे रश्मि कई बार राज को नग्न देख चुका है..यॅन्हा तक कि उसके लंड को मुँह मे ले चुकी है और चूस भी चुकी है पर पता नही आज उसे एक झिझक और शरम आ रही थी…………………………………..तभी राज ने खड़े होकर पीछे से उसे बाँहो मे ले लिया और उसके हिप्स को सहलाते हुए कहा:
राज: डार्लिंग…इतना शरमयोगी तो कैसे काम चलेगा…ये घर नही है होटेल है…और क़ानूनन हम लोग पति पत्नी नही है…सो प्लीज़ कम डार्लिंग…
और हाथ पकड़कर अपनी ओर खींच लिया……..इसके लिए रश्मि तैयार नही थी वो राज के छाती से टकरा गयी….राज का लंड रश्मि की चूत पर सीधा पेटिकोट के उप्पर चोट कर गया….रश्मि का पूरा शरीर काँप गया…अब राज रश्मि को अपनी बाँहो मे ले लिया और उसके होंठो का रस पान करने लगा…ह.म्म्म्ममममममममम …आइ लव यू डार्लिंग………….ह्म्म्म्मममम रश्मि अपने शरीर को ढीला छोड़ दिया और अपना होंठ खोल दिया….राज नेअपनी पूरा जीव मुँह मे डाल दी और उसे ज़ोर ज़ोर से चूसने लगा…………….करीब 5 मीं के बाद राज ने उसके होंठो चूसने के बाद उसके चेहरे, गाल और चुचियो को अपने हाथो और होंठो से चूसने-चाटने लगा….रश्मि उन्ह…ह करने लगी….रश्मि का पूरा शरीर अकड़ने लगा….राज ने आगे बढ़कर उसके चुचियो को दबाते हुए उसके ब्लाउस को खोलने लगा…..रश्मि उसका कोई बिरोध नही कर रही थी बल्कि उसे वो सहयोग दे रही थी…….अब राज अपना हाथ उसके पेटिकोट के नाडे के उप्पर रख दिया और एक ही बार मे उसके नाडे को खींच दिया….पेटिकोट ज़मीन पर गिर गया……अब रश्मि एक काली पॅंटी और काली ब्रा मे जूही चावला लग रही थी…..उसका केले के तने सी जाँघ…..पॅंटी के उप्पर उभरी हुए रश्मि की चूत…..पॅंटी वही थी जो राज रश्मि के लिए लाया था…काफ़ी छ्होटी थी….इस पॅंटी ने रश्मि की चूत को ही ढँक रखा था…आगे से पूरा पेट और जाँघ नंगी थी….वही हाल उसकी ब्रा का भी…था 75% ब्रेस्ट नग्न था….अब राज रश्मि के पीछे वाला भाग देखना चाहता था..पर रश्मि टर्न होने से मना कर दी………………और शर्मा कर अपनी नज़रे नीचे कर ली………………
राज: अब काहे की शर्म….??? आ जाओ और उसने उसे ज़बरदस्ती घुमा दिया…और उसके गांद को देखने लगा….रश्मि शर्म से मरी जा रही थी….अब राज नीचे बैठ गया और गांद को पॅंटी के उप्पर से ही देखने लगा….गांद की खूबसूरती को बड़े गौर से देख रहा था…आज पहली बार उसे लड़की की गांद को देखने को मिला….रश्मि थी भी काफ़ी सेक्सी…जब वो चलती थी तो उसकी गांद हिचकोले मार कर चलती थी..कई बार घर मे राज ने उसकी गांद की खूबसूरती देखा था…पर आज वो काफ़ी नज़दीक से देख कर कृतार्थ हो गया……………………पता नही राज को क्या हो गया कि अपना एक उंगली उसकी गांद मे घुसाने लगा…रश्मि को हल्का दर्द हुआ…..क्योकि पॅंटी का कपड़ा उसे चुभ रहा था…..पर फिर भी रश्मि कुच्छ नही बोली….राज उसकी प्युरे गांद को चूमने चाटने लगा….अपने होंठ और मुँह से उसके हिप्स के पूरे एरिया को चूमने लगा…आगे बढ़कर राज ने उसकी चूत को चूम लिया और पॅंटी को खोलने लगा… रश्मि की झांट नही रहने के वजह से चूत के लिप्स दिख गये……राज उसके लिप्स को अपने नाक से सूंघने लगा…उसकी स्मेल काफ़ी ख़ुसनूमा लगी राज को…वो तो मदहोश हो गया……..अब पॅंटी को पूरा उसके शरीर से अलग कर दिया…और करीब 5मीं तक उसके गांद, चूत और उसके जाँघो को अपने जीव से चूमने और चाटने लगा………………..रश्मि तो खड़े खड़े ही राज की जीव से चुद्ने लगी…उसे लग रहा था कि अब उसकी चूत से कुच्छ गिरने वाला है…वो तो एक बार ज़मीन पर गिर भी जाती अगर राज उसे नही थाम नही लेता….अब राज उसके सिमिलर खड़ा हो गया और उसकी ब्रा को भी निकाल कर फेंक दिया……………..वाउ…क्या अद्भुत नज़ारा था…ऐसा नज़ारा तो इंग्लीश फ़िल्मो मे ही देखने को मिलता है……रश्मि मदहोशी से बेशर्म हो गयी थी..वो राज के चौड़े सीने से लग गयी और उसकी एक छ्होटी सी काली चुचि को काटने लगी. दूसरी तरफ राज भी ऐसा ही कर रहा था..उसके बड़ी बड़ी चुचियो को अपने दोनो हाथो मे लेकर उसे चूसने, चाटने और काटने लगा….
रश्मि; आ….क्या करते हो….मेरे प्यारे जेठ जी…. मे आपकी बीबी नही कि इस तरह काट रहे हो…….
राज: तुम मेरी छ्होटे भाई की बीबी हो तो क्या हुआ…..….भाभी….आधी घरवाली होती है…तुम मेरी बीबी हो…आज आज मे जम कर चुदाई करूँगा…और तेरी कोख मे बच्चा डालूँगा…………….
रश्मि: शर्मा गयी फिर भी वो बोली….अरे जाइए….बच्चा पैदा करने वाले…? दोनो भाइयो को देख चुकी हू…एक 8 साल से और दूसरे 4 साल से चोद रहे हो…2-2- औरतो को फिर भी एक भी बच्चा नही पैदा कर सके….
राज: वो तो इसलिए की हमलोग प्रीकॉशन ले रहे है..वरना बच्चो की फ़ौज़ कर देते………………………….बोलो…तुम्हे चाहिए बच्चा?
रश्मि: कौन औरत होगी जिन्हे बच्चा न्ही चाहिए…..बगैर बच्चे के औरत कहलाना पाप है……………..मुझे बच्चा चाहिए…और ये सिर्फ़ आपके लंड से चाहिए…ये शब्द काफ़ी बेशर्म होकर आँखो मे आँखे डाल कर बोली…अगर कोई और होता तो यही कहता कि रश्मि कितना गिर चुकी है अपने जेठ के सामने.
राज मुस्कुराया और बोला..क्यो नही डार्लिंग…………..पर उससे पहले तुम्हे पूर्ण तृप्त करूँगा…..इस लंड से…लो इसे प्यार करो………………रश्मि ने आगे बढ़ कर उसके लंड को पकड़ लिया और उसे सहलाने लगी……………………..
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आज रश्मि को राज का लंड कुच्छ ज़यादा ही एरॅक्ट लग रहा था...वो डर भी रही थी कि कही ये लंड उसके योनि को फाड़ ना दे....पर उसने झुंक कर उसके लंड के सूपदे को एक हल्का सा किस किया ....और फिर अपना मुँह खोलकर उसे अपने मुँहे मे ले लिया.......रश्मि को लंड का जयका काफ़ी अच्छा लगा....वो पूरे लंड को अपने मुँह मे ले कर चूसने लगा...जैसे मानो कोई लोली-पोप चूस्ता है.....लंड की मुटाई और लंबाई चरम पर थी...उसे लगा कि ये ज़रूर राजेश से भी ज़्यादा बड़ा लंड है....रश्मि अपनी उंगलियो से लंड की लंबाई को नापने लगी.
रश्मि: बाप रे....लंड है या...गधे का लंड...ऐसा लंड तो सिर्फ़ घोड़े और गधो को ही होता है..........
राज: मेरी जान तुम कब देख ली ऐसा लंड.....
रश्मि: हां...मेने देखा है एक गधे को जो गधि पर चढ़ रहा था..उसका लंड करीब 17 इंच का था...
राज: तो क्या हुआ...तुम्हे कोई प्राब्लम तो नही है ना
रश्मि: मुझे डर है कि कही ये मेरी फाड़ ना दे
राज: अरे नही मेरी जान ...मे तुम्हे पूरी सावधानी के साथ चोदुन्गा...
रश्मि: मे खड़े खड़े थक गयी हू...क्या हमलोग बेड पर चल सकते है?
राज: हां..क्यो नही...चलो...
रश्मि: रुकिये...पहले इसे मेरी माँग मे डाल दीजिए
राज: अरे ये क्या???? सिंदूर
रश्मि: जी सिंदूर...मे भी आप की बीबी हूँ.....और झुक कर राज के पाँव च्छू लिए.....
राज ने उसे उठाया और उसे बाँहो मे ले लिया...और फिर एक चुटकी सिंदूर ले कर उसकी माँग भर दी.......................................
राज: आज के बाद तुम मेरी बीबी हो....हम लोग जी भर कर एंजाय करेंगे....राजेश रहे या ना रहे...अब तुम्हारी जवानी को तृप्त करना मेरा काम है.......राजेश की चिंता तुम मत करना...मे देख लूँगा...
रश्मि ने उसे बाँहो मे ले लिया और फिर बोली....आपके रहते हुए हमे चिंता करने की क्या ज़रूरत है?...पर हां...कसम है आपको कि आप कमला दीदी का भी ख़याल रखिएगा...क्योकि ये उनका बढ़प्पन है जो कि उन्होने अपने हज़्बेंड को शेअर किया मेरे साथ...उनका ये एहसान मे कभी नही भूलूंगी.............
राज:वो है ही ऐसी....और फिर इसमे बुरा क्या है......ये जवानी जो भगवान ने तुम्हे दी है...ये तुम्हे दुबारा नही मिलने वाली
सो लेट्स एंजाय और रश्मि को पीठ के बल सुला दिया और उसके उपर चढ़ गया.....
राज ने अपने आपको अड्जस्ट किया और लंड का सूपड़ा उसकी चूत के द्वार पर लगाया और ज़ोर से प्रेस किया....लंड सीधा योनि मे 4 इंच धँस गया...रश्मि को हल्का दर्द हुआ....पर थोड़ी देर बाद दर्द गायब हो गया क्योकि उसकी चूत से काफ़ी पानी का रिषाब हो रहा था......रश्मि आह...आह करने लगी...और उसकी पीठ को सहलाते हुए.....कहा: हा...हहाहह ...धीरे धीरे......राज धीरे धीरे अपनी कमर हिलाने लगा.....और उसकी दोनो गेंदो से खेलने लगा...
राज रश्मि के कान मे बोला:
राज: डार्लिंग……मे तुममे समाना चाहता हू…क्या तुम तैयार हो?
रश्मि: ह्म्म्म्मममममम सिर्फ़ इतना ही बोली. और राज को एक किस दे दी….ये किस उसकी रज़ामंदी की थी….राज ने उसे स्वीकार किया और अपने लंड का सूपड़ा उसकी योनि के मुख्य द्वार पर लगाया और एक हल्का सा प्रेस किया…..लंड ….एक हल्की सी आवाज़ के साथ 4” घुस गया…रश्मि को एक हल्का सा दर्द हुआ…वैसे तो रश्मि भी काफ़ी लंड ले चुकी थी…..पर लंड की मुटाई ज़्यादा रहने और राजेश का निरंतर ना चोद्ना ही एक कारण था कि आज रश्मि को राज का लंड काफ़ी हेवी लग रहा था………उसने अपनी आँखे बंद कर ली और अपने दोनो हाथो से उसकी पीठ को बाँध लिया और सहलाते हुए धीरे से बोली:
रश्मि: हाई डार्लिंग….ज़रा धीरे धीरे…….करो ना??? दर्द होता है…
राज: तुम चिंता मत कर…मे तुम्हे धीरे धीरे ही चोदुन्गा……
रश्मि ने सोचा कि जब मज़े लेना ही है तो शरमाना छोड़ देना चाहिए और फिर उसने अपना हाथ नीचे लेजाकार लंड को पकड़ लिया…लंड तो अभी काफ़ी बचा हुआ है….वो राज के कान मे बोली:
रश्मि: डार्लिंग…ये क्या…अभी तो ये थोड़ा सा ही गया है
राज: छेड़ते हुए….ये क्या?
रश्मि: फिर शर्मा गयी….और उसके कान को काट-ते हुए कहा ये मीन्स लंड
और शरमाते हुए उसकी पीठ को ज़ोर से भींच लिया और उसपे अपने नाख़ून दबाने लगी…………………….आगे बोली…आप लाइट तो बंद कर दो
राज: क्यो?
रश्मि: मुझे शर्म आती है
राज: किस बात की शर्म?
रश्मि: आप तो मर्द है…पर हमे तो मर्यादा निभाना पड़ती है