desiaks
Administrator
- Joined
- Aug 28, 2015
- Messages
- 24,893
अब तक आपने पढ़ा की शमित को पाने के लिए डॉली ने राज से समझौता किया और कुतिया बनकर राज से चुदवाने लिए मान गयी थी. राज ने डॉली के नंगे बदन के बहुत मज़े लिए.
अब आगे…
राज ने अपने लंड को डॉली से चुसवाने के मज़े लिए. डॉली अब कुल्ला करने के बाद नंगी हालत मे चलते हुए राज के पास आई.
राज: “चल अब मेरे होंठो को चूस और फिर मैं तेरे होंठो को चुसूगा”
राज सोफे पर बैठा था और डॉली आगे बढ़कर एक बार फिर राज की तरफ मूह किए उसकी गोद मे सोफे पर चढ़ कर बैठ गयी.
राज का लंड इस ब्रेक के दौरान थोड़ा नरम पड़ गया था पर अभी भी काफ़ी लंबा था. लंड के लचीलापन डॉली ने अपनी चूत पर भी महसूस किया, जिस पर वो बैठी थी.
डॉली ने आगे बढ़कर अपना सीना राज के नंगे सीने से चिपकाया और अपनी दोनो बाहें राज के सर और गर्दन के पीछे ले जाकर पकड़ते हुए अपने होंठ राज के होंठो पर रखे.
डॉली ने फिर राज के मोटे सूखे हुए होंठो को चूसना शुरू किया. डॉली ने अपनी मूह की लार से राज के होंठो को गीला और लचीला कर दिया था.
चप्प चप्प करते हुए डॉली ने राज के होंठो को चूसा और अपने होंठो का रस राज को पिलाया. कुच्छ ही सेकेंड्स मे उसका असर दिखने लगा था.
थोड़ी देर पहले राज का नरम लचीला लंड डॉली की चूत को छू रहा था जो की अब कड़क हो चुका था और डॉली की चूत मे चुभने लगा था.
डॉली ने ना चाहते हुए भी राज को खुश करते हुए उसके होंठो को थोड़ी देर चूसा और फिर पीछे हटी.
डॉली: “मैने तुम्हारे होंठ चूम लिए, अब तुम्हे भी मेरे होंठ चूसने थे तो चूस लो”
डॉली ने अपने होंठ थोड़े खोल दिए. पर राज स्माइल करने लगा और सर हिला कर ना बोला.
राज: “यह होंठ नही, तुम्हारी चूत के होंठ चूसने हैं”
डॉली वही सोफे पर खड़ी हो गयी और अपना एक पाव उठा कर सोफे के हेडरेस्ट पर रखते हुए अपनी चूत को राज के मूह के करीब ले आई.
राज ने अपने होंठ खोले और डॉली की चूत के होंठो को अपने होंठो मे भर लिया और चूसने लगा. राज ने डॉली की चूत के एक होंठ को एक बार मे निशाना बनाया और अपने मूह मे भरा.
राज के होंठ डॉली की चूत की दरार मे भी जा रहे थे और गीले हो रहे थे. एक एक कर राज ने डॉली की चूत के दोनो होंठो को अपने होंठो मे भरे दबा कर चूसा.\
डॉली की ना चाहते हुए भी आहें निकालने लगी थी. राज के मोटे होंठ चूत मे बड़ी सफाई से चल रहे थे और डॉली की चूत को र्गदते हुए मज़ा दिला रहे थे.
मज़े के मारे डॉली ने अपनी चूत को टाइट करते हुए सकडा कर दिया था मगर फिर भी थोड़ी ही देर मे डॉली की चूत ने थोड़ा थोड़ा पानी निकलना शुरू कर दिया था.
राज ने भी चूत को चाटते हुए अंदर से निकले पानी का थोड़ा स्वाद चख लिया था. डॉली की आती सिसकियो से राज और भी उत्साहित होकर चूत को चूस्ता रहा.
राज फिर थोड़ा पीछे हटा और फिर एक बार अपनी जीभ बाहर निकाल कर डॉली की चूत की दरार मे उपर नीचे रगड़ने लगा.
डॉली: “आआआईए … उम्म्म्म … ईईएह”
डॉली की आहें सुनकर राज ने अपनी ज़ुबान और भी चूत मे अंदर घुसाते हुए रूपर नीचे रगड़ना जारी रखा.
राज ने डॉली को उसकी गान्ड से पकड़ रखा था जहाँ अब वो पकड़ और टाइट हो गयी थी और डॉली की गान्ड के दोनो गाल दब गये थे.
डॉली की चूत का और भी पानी निकलने लगा था और चूत के होंठो की दीवार पर आ गया जो राज चाट रहा था. ज़्यादा पानी ज़ुबान पर लगने से राज ने चूत को चाटना बंद किया.
अब आगे…
राज ने अपने लंड को डॉली से चुसवाने के मज़े लिए. डॉली अब कुल्ला करने के बाद नंगी हालत मे चलते हुए राज के पास आई.
राज: “चल अब मेरे होंठो को चूस और फिर मैं तेरे होंठो को चुसूगा”
राज सोफे पर बैठा था और डॉली आगे बढ़कर एक बार फिर राज की तरफ मूह किए उसकी गोद मे सोफे पर चढ़ कर बैठ गयी.
राज का लंड इस ब्रेक के दौरान थोड़ा नरम पड़ गया था पर अभी भी काफ़ी लंबा था. लंड के लचीलापन डॉली ने अपनी चूत पर भी महसूस किया, जिस पर वो बैठी थी.
डॉली ने आगे बढ़कर अपना सीना राज के नंगे सीने से चिपकाया और अपनी दोनो बाहें राज के सर और गर्दन के पीछे ले जाकर पकड़ते हुए अपने होंठ राज के होंठो पर रखे.
डॉली ने फिर राज के मोटे सूखे हुए होंठो को चूसना शुरू किया. डॉली ने अपनी मूह की लार से राज के होंठो को गीला और लचीला कर दिया था.
चप्प चप्प करते हुए डॉली ने राज के होंठो को चूसा और अपने होंठो का रस राज को पिलाया. कुच्छ ही सेकेंड्स मे उसका असर दिखने लगा था.
थोड़ी देर पहले राज का नरम लचीला लंड डॉली की चूत को छू रहा था जो की अब कड़क हो चुका था और डॉली की चूत मे चुभने लगा था.
डॉली ने ना चाहते हुए भी राज को खुश करते हुए उसके होंठो को थोड़ी देर चूसा और फिर पीछे हटी.
डॉली: “मैने तुम्हारे होंठ चूम लिए, अब तुम्हे भी मेरे होंठ चूसने थे तो चूस लो”
डॉली ने अपने होंठ थोड़े खोल दिए. पर राज स्माइल करने लगा और सर हिला कर ना बोला.
राज: “यह होंठ नही, तुम्हारी चूत के होंठ चूसने हैं”
डॉली वही सोफे पर खड़ी हो गयी और अपना एक पाव उठा कर सोफे के हेडरेस्ट पर रखते हुए अपनी चूत को राज के मूह के करीब ले आई.
राज ने अपने होंठ खोले और डॉली की चूत के होंठो को अपने होंठो मे भर लिया और चूसने लगा. राज ने डॉली की चूत के एक होंठ को एक बार मे निशाना बनाया और अपने मूह मे भरा.
राज के होंठ डॉली की चूत की दरार मे भी जा रहे थे और गीले हो रहे थे. एक एक कर राज ने डॉली की चूत के दोनो होंठो को अपने होंठो मे भरे दबा कर चूसा.\
डॉली की ना चाहते हुए भी आहें निकालने लगी थी. राज के मोटे होंठ चूत मे बड़ी सफाई से चल रहे थे और डॉली की चूत को र्गदते हुए मज़ा दिला रहे थे.
मज़े के मारे डॉली ने अपनी चूत को टाइट करते हुए सकडा कर दिया था मगर फिर भी थोड़ी ही देर मे डॉली की चूत ने थोड़ा थोड़ा पानी निकलना शुरू कर दिया था.
राज ने भी चूत को चाटते हुए अंदर से निकले पानी का थोड़ा स्वाद चख लिया था. डॉली की आती सिसकियो से राज और भी उत्साहित होकर चूत को चूस्ता रहा.
राज फिर थोड़ा पीछे हटा और फिर एक बार अपनी जीभ बाहर निकाल कर डॉली की चूत की दरार मे उपर नीचे रगड़ने लगा.
डॉली: “आआआईए … उम्म्म्म … ईईएह”
डॉली की आहें सुनकर राज ने अपनी ज़ुबान और भी चूत मे अंदर घुसाते हुए रूपर नीचे रगड़ना जारी रखा.
राज ने डॉली को उसकी गान्ड से पकड़ रखा था जहाँ अब वो पकड़ और टाइट हो गयी थी और डॉली की गान्ड के दोनो गाल दब गये थे.
डॉली की चूत का और भी पानी निकलने लगा था और चूत के होंठो की दीवार पर आ गया जो राज चाट रहा था. ज़्यादा पानी ज़ुबान पर लगने से राज ने चूत को चाटना बंद किया.