desiaks
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शमित: “तो मुझे अब क्या करना चाहिए ज़रा बताओ डीटेल मे”
डॉली: “तुम अपना लंड … अपनी मम्मी के अंदर डाल दो .. और अपनी मम्मी को चोदने की तमन्ना पूरी कर लो”
शमित: “मम्मी को तो मेरी उंगली से चुदने मे ही मज़ा आ रहा लगता हैं.”
ज्योति: “मुझे चोद कर अपनी नफ़रत ज्योति ले, क्यू तिल तिल कर तडपा रहा हैं”
शमित: “मैं इतने सालो तडपा हूँ मम्मी, आपको तो कुच्छ ही मिनिट्स हुए हैं तड़पते हुए”
शमित ने थोड़ी देर और अपनी उंगली ज्योति की चूत मे की और ज्योति की आहें निकालता रहा. फिर फाइनली उसने अपनी उंगली को ज्योति की चूत से बाहर निकाला. ज्योति की चूत ने अपना काफ़ी जूस छोड़ दिया था. शमित की उंगली सफेद गाड़े जूस से लिपट गयी थी.
शमित: “मैने मम्मी की चूत का दूध निकाल दिया. अब मैं मम्मी को चोदुन्गा”
शमित घुटनो के बल खड़ा हो गया और ज्योति की दोनो चौड़ी टाँगो के बीच आ गया. वो ज्योति को चोदने को तैयार था. शमित ने अपने लंड की टोपी को ज्योति की चूत के बाहर घुमाया. फिर अपना लंड पीछे खींच लिया.
शमित: “अया .. मम्मी की चूत के बाल काँटे की तरह मेरे लंड को चुभ रहे हैं”
शमित ने एक बार फिर से अपने लंड की टोपी को ज्योति की चूत की दरार पर रगड़ा और ज्योति की हल्की हल्की आहें निकल ने लगी.
शमित: “मम्मी तो चुदने के लिए तड़प रही हैं. एक दिन इन्होने खुद मुझे इस चूत से बाहर निकाला था, और आज मेरे शरीर को अपनी चूत मे फिर से डालना चाह रही हैं. बोलो मम्मी चोद दूं आपको?”
शमित अपने लंड की टोपी को ज्योति की चूत की दरार पर फेरता रहा. लंड को थोड़ी टोपी चूत की दीवार के अंदर भी गयी. ज्योति की हल्की हल्की सिसकिया चालू ही थी.
शमित: “मम्मी की चूत के बाल देखकर चोदने की इक्षा नही हो रही हैं. मेरा मूड खराब हो गया हैं. डॉली चलो रेज़र लाओ और हमारी मम्मी की चूत के बाल सॉफ कर दो”
डॉली थोड़ी सकपकाई. शमित ने उसको इशारा किया तो डॉली एक रेज़र ले आई और चौड़ी टांगे किए बैठी अपनी मम्मी ज्योति की चूत के बाल सॉफ करने लगी.
शमित लगातार डॉली को बता रहा था की कहाँ से बाल सॉफ करने हैं और कैसे करने हैं. डॉली का दिल नही मान रहा था पर फिर भी ज्योति की चूत के बाल सॉफ करती रही. डॉली ने ज्योति की चूत के सारे बाल सफाचट करे दिए.
शमित: “ज़रा अपनी मम्मी की चूत चाट कर देखो, कोई बाल रह तो नही गये जो चुभ रहे हो”
डॉली: “तुम्हे जो करना हाँ वो करो, मैं ऐसा नही कर सकती”
शमित: “तुम मुझे मना कर रही हो?”
शमित ने घूर कर डॉली की आँखों मे देखा. डॉली ने भी शमित की आँखों मे देखा. फिर डॉली ने अपनी नज़रे हटाई और फिर से नीचे बैठ कर अपना सर ज्योति की दोनो टॅंगो के बीच घुसा कर ज्योति की चूत को चूमा और फिर पीछे हट गयी.
शमित: “वेलडन! बहुत अच्छी सफाई की हैं. अब आप उठ जाओ मम्मी. बालो वाली चूत ज़्यादा सेक्सी लग रही थी, यह सॉफ सुधरी चूत चोदने मे मज़ा नही आएगा”
शमित वहाँ से हट गया. ज्योति उठ बैठी. डॉली को भी आश्चर्य हुआ. शमित ने अपने कपड़े पहनना शुरू कर दिया. ज्योति ने भी अपने कपड़े पहन लिए. ज्योति अपने कपड़े पहन पाती उसके पहले ही शमित ने अपने कपड़े पहन लिए.
ज्योति: ” शमित, मैं मानती हूँ की तू मुझसे नफ़रत करता हैं. अपनी भडास निकालने के लिए तूने जो बोला मैने करने दिया. अब मेरी बात सुन, मुझे माफ़ कर दे और मेरी ज़िंदगी मे फिर से आजा”
शमित: “अभी मेरी नफ़रत ख़त्म नही हुई हैं”
ज्योति: “तू मुझे चोदना चाहता हैं तो चोद ले. और क्या चाहिए?”
शमित: “चोदना होता तो अब तक चोद चुका होता”
ज्योति आवाज़ लगाती रह गयी और शमित वहाँ से निकल गया. ज्योति ने बाद मे कपड़े पहने और और वो भी वहाँ से चली गयी.
डॉली खुश थी की शमित ने ज्योति को नही चोदा पर दुखी भी थी जिस तरह से उसने ज्योति को अपमानित किया था. एक ही सांतवना थी की उसको अब शमित मिल जाएगा.
अगले एपिसोड मे पढ़िए शमित क्या चाहता था.
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डॉली: “तुम अपना लंड … अपनी मम्मी के अंदर डाल दो .. और अपनी मम्मी को चोदने की तमन्ना पूरी कर लो”
शमित: “मम्मी को तो मेरी उंगली से चुदने मे ही मज़ा आ रहा लगता हैं.”
ज्योति: “मुझे चोद कर अपनी नफ़रत ज्योति ले, क्यू तिल तिल कर तडपा रहा हैं”
शमित: “मैं इतने सालो तडपा हूँ मम्मी, आपको तो कुच्छ ही मिनिट्स हुए हैं तड़पते हुए”
शमित ने थोड़ी देर और अपनी उंगली ज्योति की चूत मे की और ज्योति की आहें निकालता रहा. फिर फाइनली उसने अपनी उंगली को ज्योति की चूत से बाहर निकाला. ज्योति की चूत ने अपना काफ़ी जूस छोड़ दिया था. शमित की उंगली सफेद गाड़े जूस से लिपट गयी थी.
शमित: “मैने मम्मी की चूत का दूध निकाल दिया. अब मैं मम्मी को चोदुन्गा”
शमित घुटनो के बल खड़ा हो गया और ज्योति की दोनो चौड़ी टाँगो के बीच आ गया. वो ज्योति को चोदने को तैयार था. शमित ने अपने लंड की टोपी को ज्योति की चूत के बाहर घुमाया. फिर अपना लंड पीछे खींच लिया.
शमित: “अया .. मम्मी की चूत के बाल काँटे की तरह मेरे लंड को चुभ रहे हैं”
शमित ने एक बार फिर से अपने लंड की टोपी को ज्योति की चूत की दरार पर रगड़ा और ज्योति की हल्की हल्की आहें निकल ने लगी.
शमित: “मम्मी तो चुदने के लिए तड़प रही हैं. एक दिन इन्होने खुद मुझे इस चूत से बाहर निकाला था, और आज मेरे शरीर को अपनी चूत मे फिर से डालना चाह रही हैं. बोलो मम्मी चोद दूं आपको?”
शमित अपने लंड की टोपी को ज्योति की चूत की दरार पर फेरता रहा. लंड को थोड़ी टोपी चूत की दीवार के अंदर भी गयी. ज्योति की हल्की हल्की सिसकिया चालू ही थी.
शमित: “मम्मी की चूत के बाल देखकर चोदने की इक्षा नही हो रही हैं. मेरा मूड खराब हो गया हैं. डॉली चलो रेज़र लाओ और हमारी मम्मी की चूत के बाल सॉफ कर दो”
डॉली थोड़ी सकपकाई. शमित ने उसको इशारा किया तो डॉली एक रेज़र ले आई और चौड़ी टांगे किए बैठी अपनी मम्मी ज्योति की चूत के बाल सॉफ करने लगी.
शमित लगातार डॉली को बता रहा था की कहाँ से बाल सॉफ करने हैं और कैसे करने हैं. डॉली का दिल नही मान रहा था पर फिर भी ज्योति की चूत के बाल सॉफ करती रही. डॉली ने ज्योति की चूत के सारे बाल सफाचट करे दिए.
शमित: “ज़रा अपनी मम्मी की चूत चाट कर देखो, कोई बाल रह तो नही गये जो चुभ रहे हो”
डॉली: “तुम्हे जो करना हाँ वो करो, मैं ऐसा नही कर सकती”
शमित: “तुम मुझे मना कर रही हो?”
शमित ने घूर कर डॉली की आँखों मे देखा. डॉली ने भी शमित की आँखों मे देखा. फिर डॉली ने अपनी नज़रे हटाई और फिर से नीचे बैठ कर अपना सर ज्योति की दोनो टॅंगो के बीच घुसा कर ज्योति की चूत को चूमा और फिर पीछे हट गयी.
शमित: “वेलडन! बहुत अच्छी सफाई की हैं. अब आप उठ जाओ मम्मी. बालो वाली चूत ज़्यादा सेक्सी लग रही थी, यह सॉफ सुधरी चूत चोदने मे मज़ा नही आएगा”
शमित वहाँ से हट गया. ज्योति उठ बैठी. डॉली को भी आश्चर्य हुआ. शमित ने अपने कपड़े पहनना शुरू कर दिया. ज्योति ने भी अपने कपड़े पहन लिए. ज्योति अपने कपड़े पहन पाती उसके पहले ही शमित ने अपने कपड़े पहन लिए.
ज्योति: ” शमित, मैं मानती हूँ की तू मुझसे नफ़रत करता हैं. अपनी भडास निकालने के लिए तूने जो बोला मैने करने दिया. अब मेरी बात सुन, मुझे माफ़ कर दे और मेरी ज़िंदगी मे फिर से आजा”
शमित: “अभी मेरी नफ़रत ख़त्म नही हुई हैं”
ज्योति: “तू मुझे चोदना चाहता हैं तो चोद ले. और क्या चाहिए?”
शमित: “चोदना होता तो अब तक चोद चुका होता”
ज्योति आवाज़ लगाती रह गयी और शमित वहाँ से निकल गया. ज्योति ने बाद मे कपड़े पहने और और वो भी वहाँ से चली गयी.
डॉली खुश थी की शमित ने ज्योति को नही चोदा पर दुखी भी थी जिस तरह से उसने ज्योति को अपमानित किया था. एक ही सांतवना थी की उसको अब शमित मिल जाएगा.
अगले एपिसोड मे पढ़िए शमित क्या चाहता था.
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