hotaks444
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मेडम ने कहा ठीक है फिर ये पैक कर दो कल यही पहनूँगी पार्टी में। फिर मैं ने मेडम से पूछा कि मेडम और कौन आ रहा है पार्टी में ?? मेडम ने कहा कोई खास लोग नहीं, बस मैं और मेरी 2, 3 दोस्त होंगी उनके पति होंगे और तुम होगे। कुल मिलाकर 6 से 7 लोग ही होंगे। मैंने कहा ठीक है मेडम में पहुंच जाऊंगा। मैं ने मेडम से पार्टी का समय पूछा और मेडम को शर्ट शॉपिंग बैग में डाल दी और मेडम मुझे आने की ताकीद कर दुकान से चली गईं। वास्तव में मेरा कोई इरादा नहीं था पार्टी में जाने का,दोस्तो ये कहानी आप राजशर्मास्टॉरीजडॉटकॉम पर पढ़ रहे हैं लेकिन जब मेडम ने शर्ट खरीद ली जो निश्चित रूप से ब्रा नीचे नहीं पहनी जा सकती थी तो मुझे यकीन हो गया कि मेडम साड़ी के साथ यही शर्ट पहनेंगी, इसलिए अब मेरा दिल करने लगा था कि लैला मेडम को साड़ी के साथ यह शर्ट पहने देखूं कि वह कैसी लगती हैं। मुझे पूरा विश्वास था कि मेडम इस शर्ट को पहनकर बहुत सेक्सी लगेंगी। इसीलिए मैंने पार्टी में जाने की ठान ली थी। अगले दिन दोपहर को जब भोजन का समय होता है और दुकान बंद करके थोड़ा आराम लेता हूँ तब मैंने दुकान बंद की और घर चला गया, घर जाकर मैंने अपनी पसंदीदा रंग की शर्ट निकाली जिस बहुत ही कम पहनता था उसको इस्त्री करके अच्छी तरह नहाया और अंडर वेअर पॅंट पहन कर वापस दुकान पर आ गया। अंडर वेअर मैंने विशेष रूप से पहना था हालांकि मुझे अंडर वेअर मे बहुत उलझन होती है और यह पहनना पसंद नही करता मगर मुझे डर था कि मेडम को इतने सेक्सी पोशाक में देखकर मेरा लोड़ा बहुत स्पष्ट रूप से खड़ा दिखेगा इसलिए उसे बांधकर रखना जरूरी था।
अब मैं उत्सुकता से रात 8 बजने का इंतजार कर रहा था क्योंकि मुझे रिक्शा में जाना था और मेडम के घर जाते जाते कोई 20 से 30 मिनट का समय आवश्यक था और 9 बजे पार्टी का समय था। इस दौरान कुछ ग्राहक भी आईं दुकान पर और मेरा बदला हुआ हुलिया देखकर हैरान भी हुईं। क्योंकि पहले वह मुझे सलवार कमीज में एक दो बारी देख चुकी थीं। दुकान बंद करते करते मुझे थोड़ी सी देर हो गई क्योंकि 8 बजे भी एक ग्राहक अपने लिए ब्रा खरीदने के लिए आई हुई थी जो ट्राई रूम में जाकर ब्रा पहनकर जाँच भी कर रही थी। मेरा लोड़ा काफी देर से सख्त हो रहा था क्योंकि मुझे मेडम को सेक्सी पोशाक में देखने की जल्दी थी। इसीलिए लोड़े की दृढ़ता ने मुझे मजबूर किया कि ट्राई रूम का कैमरा ऑन कर के उस औरत का हुस्न देख लूँ। इसलिए मैंने पहली बार अपने सिद्धांतों के खिलाफ जाते हुए मात्र ग्राहक का शरीर देखने के लिए कैमरा ऑन कर लिया। उफ़ क्या नज़ारा था, इस औरत का शरीर बहुत ही सुंदर था, 28 साल की उम्र और पेट नगण्य। 36 के गोरे गोरे कसे हुए मम्मे क़यामत ढा रहे थे। उसके मम्मों पर नज़र पड़ते ही मेरा हाथ अपनी पैंट पर चला गया जहां मेरे लोड़े की दृढ़ता अब चरम पर पहुंच चुकी थी
महिला ने अब मेरा दिया हुआ ब्रा पहना और उसको प्रत्येक एंगल से शीशे में देखने लगी। उसकी फिटिंग से संतुष्ट होकर वह फिर मेरी ब्रा की हुक खोलनी शुरू की तो मैंने एक बार फिर बूब्स का नज़ारा करने के लिए अपनी आँखें स्क्रीन पर गढ़ा लीं फिर उसने अपना ब्रा उतारा तो उसके मम्मे ब्रा की कैद से मुक्त होकर जेली की तरह हिलने लगे और मेरे लोड़े की कठोरता में और वृद्धि करने लगे। फिर उस स्त्री ने अपने दोनों बूब्स को अपने हाथों से पकड़ लिया और शीशे में उनके आकार का निरीक्षण करने लगी। दोस्तो ये कहानी आप राजशर्मास्टॉरीजडॉटकॉम पर पढ़ रहे हैं कुछ देर वह अकारण ही शीशे में अपने मम्मों की बनावट को देखती रही और फिर वह फिर से अपना पहले वाला ब्रा पहन लिया और ऊपर से कमीज पहन कर बाहर आ गई तो मैंने भी तुरंत ही ट्राई रूम का कैमरा बंद कर दिया। इसने मुझे ब्रा शॉपिंग बैग में डालने को कहा और अपने पर्स से पैसे निकालने लगी जबकि मेरी नज़रें उसके सीने पर जमी हुई थीं। उसके मम्मों की सुंदरता देख अब जी कर रहा था कि मैं अभी उसके मम्मों को हाथ में पकड़ कर उनकी सहजता और बनावट की जाँच करू, मगर अफसोस कि ऐसा न हो सका और वह स्त्री पैसे देकर चलती बनी। कुछ देर उस औरत की याद मे अपने लोड़े को सहलाता रहा फिर अचानक ही मुझे लैला मेडम की पार्टी याद आई तो मैंने अपना कैश गिना और उसे अपने गुप्त दराज में रख कर दुकान बंद कर दी।
मेरी साथ वाली दुकान के दुकानदारों ने मुझे उस समय दुकान बंद करते देखा और पेंट शर्ट पहने देखा तो वह भी हंसने लगे और बोले वाह सलमान साहब, आज तो बाबू बन गए हो तुम भी कहाँ की तैयारियां हैं ??? मैंने उन्हें बताया बस एक दोस्त की शादी है उसकी शादी में शिरकत करनी है तो सोचा थोड़ा बन ठन कर जाऊं क्या पता कोई लड़की फिदा होजाए आपके भाई पर। मेरी इस बात पर वह दुकानदार भी हंसने लगे और फिर अपने कामों में व्यस्त हो गए, मैंने दुकान बंद की और फ्लाई के नीचे से होता हुआ दूसरी ओर चला गया, वहाँ से एक ऑटो रिक्शा वाले को पकड़कर मेडम के घर का पता समझाया और मेडम के घर की ओर रवाना हो गया। घर पहुंच कर मैंने अपने मोबाइल पर समय देखा तो करीब 9 बजकर 20 मिनट हो रहे थे। में डरते डरते मेडम के घर के दरवाजे के सामने पहुंचा तो चौकीदार ने मुझे अंदर जाने की अनुमति दे दी, वह मुझे पहचानता था और मेडम ने भी उसे मेरे आने की सूचना दी होगी तभी उसने कहा कि आप जाएं अतिथि आपका ही इंतजार कर रहे हैं।
मैं डरते डरते अंदर जाने लगा। एक अनजाना सा डर मेरे दिल में था कि कहीं मुझे इस तरह पेंट शर्ट में देख मेडम हंसी ही न शुरू कर दें और एक डर यह भी था कि मेडम की फ्रेंड्स और उनके पति तो खाते पीते परिवारों से होंगे उनकी ड्रेसिंग और मेरी ड्रेसिंग में बहुत अंतर होगा, कहीं वह मेरी बेइज्जती ही न कर दें। दोस्तो ये कहानी आप राजशर्मास्टॉरीजडॉटकॉम पर पढ़ रहे हैंऔर फिर एक अनजाना सा डर भी था कि जो कुछ देखने यहाँ आया हूँ वह देख भी पाउन्गा या नहीं। यानी मेडम इस ब्रा नाइट के साथ वाली शर्ट साड़ी के साथ पहने देखना नसीब होगा या फिर मेडम कोई और ब्लाऊज़ पहनें होंगी जिससे उनका सारा शरीर कवर हुआ हो। बहरहाल डरता डरता अंदर पहुंचा और मुख्य हॉल का दरवाजा खोला तो अंदर पूरा सन्नाटा था,
अब मैं उत्सुकता से रात 8 बजने का इंतजार कर रहा था क्योंकि मुझे रिक्शा में जाना था और मेडम के घर जाते जाते कोई 20 से 30 मिनट का समय आवश्यक था और 9 बजे पार्टी का समय था। इस दौरान कुछ ग्राहक भी आईं दुकान पर और मेरा बदला हुआ हुलिया देखकर हैरान भी हुईं। क्योंकि पहले वह मुझे सलवार कमीज में एक दो बारी देख चुकी थीं। दुकान बंद करते करते मुझे थोड़ी सी देर हो गई क्योंकि 8 बजे भी एक ग्राहक अपने लिए ब्रा खरीदने के लिए आई हुई थी जो ट्राई रूम में जाकर ब्रा पहनकर जाँच भी कर रही थी। मेरा लोड़ा काफी देर से सख्त हो रहा था क्योंकि मुझे मेडम को सेक्सी पोशाक में देखने की जल्दी थी। इसीलिए लोड़े की दृढ़ता ने मुझे मजबूर किया कि ट्राई रूम का कैमरा ऑन कर के उस औरत का हुस्न देख लूँ। इसलिए मैंने पहली बार अपने सिद्धांतों के खिलाफ जाते हुए मात्र ग्राहक का शरीर देखने के लिए कैमरा ऑन कर लिया। उफ़ क्या नज़ारा था, इस औरत का शरीर बहुत ही सुंदर था, 28 साल की उम्र और पेट नगण्य। 36 के गोरे गोरे कसे हुए मम्मे क़यामत ढा रहे थे। उसके मम्मों पर नज़र पड़ते ही मेरा हाथ अपनी पैंट पर चला गया जहां मेरे लोड़े की दृढ़ता अब चरम पर पहुंच चुकी थी

महिला ने अब मेरा दिया हुआ ब्रा पहना और उसको प्रत्येक एंगल से शीशे में देखने लगी। उसकी फिटिंग से संतुष्ट होकर वह फिर मेरी ब्रा की हुक खोलनी शुरू की तो मैंने एक बार फिर बूब्स का नज़ारा करने के लिए अपनी आँखें स्क्रीन पर गढ़ा लीं फिर उसने अपना ब्रा उतारा तो उसके मम्मे ब्रा की कैद से मुक्त होकर जेली की तरह हिलने लगे और मेरे लोड़े की कठोरता में और वृद्धि करने लगे। फिर उस स्त्री ने अपने दोनों बूब्स को अपने हाथों से पकड़ लिया और शीशे में उनके आकार का निरीक्षण करने लगी। दोस्तो ये कहानी आप राजशर्मास्टॉरीजडॉटकॉम पर पढ़ रहे हैं कुछ देर वह अकारण ही शीशे में अपने मम्मों की बनावट को देखती रही और फिर वह फिर से अपना पहले वाला ब्रा पहन लिया और ऊपर से कमीज पहन कर बाहर आ गई तो मैंने भी तुरंत ही ट्राई रूम का कैमरा बंद कर दिया। इसने मुझे ब्रा शॉपिंग बैग में डालने को कहा और अपने पर्स से पैसे निकालने लगी जबकि मेरी नज़रें उसके सीने पर जमी हुई थीं। उसके मम्मों की सुंदरता देख अब जी कर रहा था कि मैं अभी उसके मम्मों को हाथ में पकड़ कर उनकी सहजता और बनावट की जाँच करू, मगर अफसोस कि ऐसा न हो सका और वह स्त्री पैसे देकर चलती बनी। कुछ देर उस औरत की याद मे अपने लोड़े को सहलाता रहा फिर अचानक ही मुझे लैला मेडम की पार्टी याद आई तो मैंने अपना कैश गिना और उसे अपने गुप्त दराज में रख कर दुकान बंद कर दी।

मेरी साथ वाली दुकान के दुकानदारों ने मुझे उस समय दुकान बंद करते देखा और पेंट शर्ट पहने देखा तो वह भी हंसने लगे और बोले वाह सलमान साहब, आज तो बाबू बन गए हो तुम भी कहाँ की तैयारियां हैं ??? मैंने उन्हें बताया बस एक दोस्त की शादी है उसकी शादी में शिरकत करनी है तो सोचा थोड़ा बन ठन कर जाऊं क्या पता कोई लड़की फिदा होजाए आपके भाई पर। मेरी इस बात पर वह दुकानदार भी हंसने लगे और फिर अपने कामों में व्यस्त हो गए, मैंने दुकान बंद की और फ्लाई के नीचे से होता हुआ दूसरी ओर चला गया, वहाँ से एक ऑटो रिक्शा वाले को पकड़कर मेडम के घर का पता समझाया और मेडम के घर की ओर रवाना हो गया। घर पहुंच कर मैंने अपने मोबाइल पर समय देखा तो करीब 9 बजकर 20 मिनट हो रहे थे। में डरते डरते मेडम के घर के दरवाजे के सामने पहुंचा तो चौकीदार ने मुझे अंदर जाने की अनुमति दे दी, वह मुझे पहचानता था और मेडम ने भी उसे मेरे आने की सूचना दी होगी तभी उसने कहा कि आप जाएं अतिथि आपका ही इंतजार कर रहे हैं।
मैं डरते डरते अंदर जाने लगा। एक अनजाना सा डर मेरे दिल में था कि कहीं मुझे इस तरह पेंट शर्ट में देख मेडम हंसी ही न शुरू कर दें और एक डर यह भी था कि मेडम की फ्रेंड्स और उनके पति तो खाते पीते परिवारों से होंगे उनकी ड्रेसिंग और मेरी ड्रेसिंग में बहुत अंतर होगा, कहीं वह मेरी बेइज्जती ही न कर दें। दोस्तो ये कहानी आप राजशर्मास्टॉरीजडॉटकॉम पर पढ़ रहे हैंऔर फिर एक अनजाना सा डर भी था कि जो कुछ देखने यहाँ आया हूँ वह देख भी पाउन्गा या नहीं। यानी मेडम इस ब्रा नाइट के साथ वाली शर्ट साड़ी के साथ पहने देखना नसीब होगा या फिर मेडम कोई और ब्लाऊज़ पहनें होंगी जिससे उनका सारा शरीर कवर हुआ हो। बहरहाल डरता डरता अंदर पहुंचा और मुख्य हॉल का दरवाजा खोला तो अंदर पूरा सन्नाटा था,
