hotaks444
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बहरहाल अबकी बार समीरा मलिक ने जो लगातार अविराम चौपे लगाए तो मैं मजे की ऊंचाई पर पहुंच गया। वह मेरा पूरा लंड अपने मुंह में लेने की कोशिश करती और मेरे टट्टों को अपने हाथ में पकड़ कर मसलती जिसकी वजह से मुझे बहुत मज़ा आता है, लेकिन अब मैं अपने लंड के प्रदर्शन से संतुष्ट था क्योंकि एक तो कंडोम चढ़ा हो तो वैसे ही एक टाइमिंग बढ़ जाती है ऊपर से इस कंडोम के अंदर थोड़ी सी पेस्ट लगी होती है जो लंड की टोपी पर लगने के बाद उसको थोड़ा सुन्न देती है जिसकी वजह से लंड की टोपी पर घर्षण कम महसूस होती है और पुरुषों की टाइमिंग बढ़ जाती है।
समीरा मलिक 5 मिनट तक बहुत जोरदार ढंग से मेरे चौपे लगाती रही उसके बाद उसने लंड अपने मुंह से निकाला और मेरे टट्टों को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिए और साथ ही मेरे लंड की मुठ मारना जारी रखा।
उसका भी एक अनोखा ही मज़ा था, कुछ देर तक आँड चूसने के बाद समीरा मलिक पीछे हटी और सोफे पर जाकर लेट गई और बोली- चल आ जा अब मजे ले मेरे मम्मों के। समीरा मलिक ज़्यादा मोटी नहीं थी, उसकी कमर 30 थी जो एक साधारण स्मार्ट लड़की की होती है और उसकी गाण्ड 34 की थी जबकि उसके बड़े बड़े मम्मे उसके शरीर पर ऐसे लग रहे थे जैसे किसी बच्ची ने 2 छोटे आकार के खरबूजे अपने सीने पर रख लिए हैं। 28 साल की जवान समीरा मलिक सोफे पर लेटी एक सुंदर हसीना की तरह दिख रही थी और मैंने भी उसके बुलाने पर तुरंत ही उसके ऊपर लेटने में देर नहीं लगाई और उसके मम्मे हाथ में पकड़ कर जोर जोर से दबाने लगा साथ ही उसके मोटे नपल्स को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिया जिससे समीरा मलिक की हल्की-हल्की सिसकियाँ निकलने लगी और उसके हाथ मेरी पीठ की मालिश करने लगे।
समीरा मलिक का शरीर हर तरह की सेक्सी नुमाइश के लिए अच्छा था, उसके नीचे झुकने पर उसके 38 साइज़ के भारी पर कम मम्मे कमीज से बाहर निकलने की कोशिश कर के दर्शकों के लोड़ों को खड़ा होने पर मजबूर कर देते थे और इस समय यही मम्मे मेरे मुँह में थे और मेरा लंड समीरा मलिक की दोनों जांघों के बीच में था और समीरा मलिक अपनी जांघों को आपस में मिलाकर मेरे लंड को मसल रही थी।
में समीरा मलिक के मम्मों को अपने हाथों में लेकर जोर से दबाता और अपनी जीभ की नोक से समीरा मलिक के मोटे सख्त निपल्स को रगड़ता जिससे उसकी उत्तेजना बढ़ रही थी और थोड़ी देर ही अभी मैं उसके भारी भरकम मम्मों से खेला था कि उसने मुझे पीछे हटा दिया और बोली चल अब मेरी चूत की प्यास मिटा। कितने दिनों से तेरा लोड़ा लेने के लिए तड़प रही हूँ डाल दे अब अंदर। मैंने कहा ठीक है और यह कह कर मैं उसकी टांगों की तरफ बढ़ा और उसके पैर खोलकर अपनी ज़ुबान उसकी गीली चूत पर रख दी। उसकी योनी से मालूम हो रहा था कि यह न जाने कितने लोड़ों को अपने अंदर समा चुकी है इसलिए अब कुछ विशेष टाइट नहीं थी मगर गर्मी इसमें कूट कर भरी हुई थी। मैंने अपनी ज़ुबान समीरा की योनी में रखकर रगड़ना शुरू किया तो उसने कुछ देर तो अपनी पैर मार मार कर अपनी उत्तेजना व्यक्त की और मेरा सिर पकड़ कर अपनी योनी पर जोर से रगड़ने की कोशिश करने लगी और साथ ही अपनी तेज सिसकियों से पूरी दुकान का माहौल गर्म कर दिया था, मगर फिर उसने कहा बस कर यार, अब मार मेरी योनी अपने लोड़े से। वह लंड लेने कि लिए कुछ ज्यादा ही बेताब थी, मैंने भी उसे अधिक परेशान करना उचित नहीं समझा और उसकी टांगों को खोलकर एक घुटना उसकी योनी के पास रखा और एक पैर सोफे के नीचे जमीन पर लगाकर अपने लंड की टोपी उसकी चूत मे फिट की और एक जोरदार धक्का मारा जिससे आधे से अधिक लंड समीरा मलिक की योनी में उतरता चला गया।
जैसे ही मेरा मोटा लंड समीरा मलिक की चूत में गया उसने एक हल्की सी चीख और लम्बी सी सिसकारी ली जिससे पता चला कि मेरे लंड ने उसको पहले ही धक्के में बहुत मज़ा दिया है, तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल कर उसको एक बार फिर समीरा मलिक की योनी के छेद पर रखा और अपनी कमर का जोर लगाकर जोरदार धक्का मारा, इस बार मेरा पूरा लंड समीरा मलिक की योनी में गायब हो गया और उसने अब की बार थोड़ा जोरदार चीख मारी और फिर बोली धक्के मार बहनचोद ..... जोर से धक्के मार मेरी योनी में। मिटा उसकी प्यास।
मैंने भी बिना समय बर्बाद किए समीरा मलिक की योनी में जोर से धक्के मारने शुरू कर दिए और शुरू से ही अपनी गति इतनी तेज रखी कि समीरा मलिक के लिए मेरे धक्के बर्दाश्त करना मुश्किल हो। ऊपर से मेरे लंड पर चढ़ा हुआ बारीक कंडोम भी समीरा मलिक की चूत की दीवारों पर ज़्यादा घर्षण दे रहा था जिसकी वजह से उसकी उत्तेजना और बढ़ रही थी मेरे जोरदार धक्के मारने पर समीरा मलिक के भारी भरकम मम्मे भी तेज तेज हिलते और उसके हिलते हुए मम्मों को देख चुदाई गति में और भी वृद्धि करता चला जा रहा था। समीरा मलिक के एक पैर को मैंने हल्का सा मोड़ा हुआ था और उसका पैर मेरी जांघ पर था जबकि दूसरे पैर को मैंने अपने कंधे पर रखा हुआ था और इस तरह समीरा की योनी तक मेरे लंड को काफी खुला रास्ता मिला हुआ था और मैं अपनी अच्छी गति के साथ समीरा मलिक की योनी की गहराई तक अपने लंड की टोपी को मार रहा था।
समीरा मलिक की योनी में मेरा लंड पिछले 5 मिनट से लगातार बिना रुके धक्के लगाने में व्यस्त था और मैं एक पल के लिए भी रुका नहीं था, यही वजह थी कि मुझे समीरा मलिक के शरीर में कुछ तनाव पैदा होता हुआ महसूस हो रहा था और अब उसकी सिसकियाँ खतरनाक हद तक मेरी दुकान में गूंज रही थीं और मुझे यह भी डर लग रहा था कि कहीं उसकी तेज आवाज दूसरी दुकान में न सुनाई दे रही हों, लेकिन इस समय तो मेरे मन में चुदाई का भूत सवार था और समीरा मलिक की चूत का पानी निकालने के लिए और भी जोरदार धक्के मारना शुरू कर चुका था। कोई 7 मिनट की लगातार चुदाई के बाद समीरा मलिक के शरीर में तनाव बहुत बढ़ गया था और उसकी चूत भी पहले से थोड़ी टाइट हो गई थी, उसकी चूत की पकड़ मेरे लंड पर बहुत मज़बूत हो गई थी और अब मुझे ऐसे लग रहा था जैसे किसी युवा हसीना की चूत को चोद रहा हूँ। फिर अचानक ही समीरा मलिक शरीर ने झटके लेना शुरू किया और उसकी प्यासी चूत से पानी की एक धार निकली जिसने मेरे लंड के साथ साथ मेरे पेट और मसानी तक को भिगो दिया था। जितनी देर तक समीरा का शरीर झटके लेता रहा इतनी देर तक मैंने धक्के लगाना जारी रखे ताकि उसके वीर्य की आखिरी बूंद तक उसकी चूत से निकल जाए। जब समीरा मलिक के शरीर ने झटके लेना बंद कर दिए तो मैंने समीरा मलिक की चूत में झटके मारने बंद कर दिए और पूछा कि सुनाओ कैसी रही चुदाई ???
मेरी बात पर समीरा मलिक बोली बहुत मज़ा आया आज तेरे से चूत मरवा कर, बहुत समय बाद किसी लोड़े ने मेरी चूत का इतना ढेर सारा पानी निकाल दिया है। फिर वह बोली मगर मुझे अपनी चूत में अब तक आपका लंड सख्त महसूस हो रहा है, आप फारिग नहीं हुए अब क्या ????
मैंने कहा अभी कहाँ समीरा साहिबा, अभी तो पार्टी शुरू हुई है। अब तो आपकी योनी को चोद चोद कर फुद्दा बनाना है। इस पर समीरा मलिक बहुत खुश हुई और बोली वाह, तुम तो मेरे अनुमान से भी अधिक तेज हो। यह कह कर समीरा मलिक अपनी जगह से उठ गई और मेरा लंड भी उसकी चूत से निकल गया, तो वह मेरे पास आई और मेरे होंठों को चूसने लगी। कुछ देर मेरे होंठों को चूसने के बाद वो बोली, अब बताओ अपनी रानी को कैसे चोदना पसंद करोगे तुम ???
मैंने कहा कि अब तुम मेरी गोद में बैठो ताकि नीचे से तुम्हारी चूत को जम कर चोद सकूँ। यह सुनकर समीरा मलिक ने मुझे सोफे पर धक्का देकर बिठा दिया और खुद तुरंत ही मेरी गोद में बैठ गई और मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ कर उसको अपनी चूत के छेद पर रखा और फिर खुद ही एक ही झटके में मेरे लंड पर गिरी जिसकी वजह से मेरा लंड जड़ तक उसकी चूत में उतर गया। उसके बाद समीरा मलिक ने खुद ही मेरे लंड पर उछलना शुरू कर दिया और उछल उछल कर अपनी चुदाई करती रही। साथ ही वह अपने मम्मों को अपने हाथ में पकड़ कर उन्हें दबा रही थी और अपना एक होंठ अपने दांतों में दबा कर अपनी मस्ती व्यक्त कर रही थी। मुझे उसका यह शैली बहुत अच्छा लगा और मैं इसे ऐसे ही अपने लंड पर उछलने दिया।
जिस तरह वह अपने होंठ काट रही थी और अपने दोनों मम्मों को पकड़ कर उन्हें दबा रही थी और साथ ही लंड पर उछल कूद कर रही थी, ऐसा लग रहा था जैसे किसी इंग्लिश अश्लील फिल्म की सेक्सी हीरोइन अपने बड़े बड़े बूब्स के साथ चुदाई करवा रही हो। कुछ देर तक उछलने के बाद जब समीरा मलिक थक गई तो मैंने उसके चूतड़ों के नीचे हाथ रख कर उसे थोड़ा ऊपर उठाया और खुद सोफे के साथ टेक लगा कर नीचे से अपनी पंप चलाने की कार्यवाही को शुरू कर दिया। मेरा पंप शाफ्ट, यानी मेरा 8 इंच लंड तूफानी गति के साथ समीरा मलिक की योनी में जाता और उसके चूतड़ों का मांस मेरी जांघों के मांस से टकरा कर दुकान में धुप्प धुप्प की आवाज पैदा कर रहा था। कुछ देर बाद समीरा मलिक मेरे ऊपर झुक गई और इस तरह उसके मम्मे मेरे मुँह के बिल्कुल सामने आ गए और मैंने बिना समय बर्बाद किए उसके निपल्स को अपने दांतों में लेकर चूसना शुरू कर दिया और नीचे से अपने तूफानी धक्के समीरा मलिक की योनी में लगाना जारी रखे। जिसकी वजह से अब समीरा मलिक आह ह ह ह ..... आह ह ह .... आह ह ह ... आह ह ह ... उफ़ .फफ। एफ। एफ। । आह ह ह ह ... आह ह ह ह। । उम म म म म .... आह ह। राजा राजा राजा राजा उफ़ एफ एफ एफ .... वाव और व व व ..... आह ह ह ह। । । की मिलीजुली आवाज निकाल रही थीं। काफी देर तक मैं समीरा मलिक की इसी तरह चुदाई करता रहा और उसको अपने लंड की सवारी करवाता रहा है, तो मैंने समीरा मलिक से कहा कि अब वह मेरे लंड से उतरे और दूसरी तरफ मुंह करके मेरी गोद में बैठ जाए।
समीरा मलिक मेरे लंड से उतरी और फिर गोद से उतर गई और फिर काउन्टर की ओर मुँह करके अपनी गाण्ड बाहर निकालकर मेरे लंड के ऊपर ले आई और फिर उसने खुद ही मेरा लंड पकड़ कर उसको अपनी चूत के छेद पर रखा और एक बार फिर अपना पूरा वजन मेरे लंड पर डाल कर बैठ गई और मेरा लंड एक बार फिर उसकी चूत में उतर गया और मैंने समीरा मलिक की चूत में पीछे से धक्के पर धक्का लगाना शुरू कर दिया। इस शैली में बिठाने के बाद मैंने समीरा मलिक के दोनों मम्मों को अपने हाथ आगे लाके पकड़ रखा था और उन्हें जोर से मसल रहा था जबकि समीरा मलिक का एक हाथ अपनी चूत के दाने पर था और वह उसको तेज तेज मसल रही थी जबकि उसकी योनी में मेरा लंड लगातार चुदाई करने में व्यस्त था। अब की बार समीरा मलिक को चोदते हुए काफी समय हो गया था लेकिन अभी तक उसकी चूत ने हार नहीं मानी थी क्योंकि वह एक बार पानी छोड़ चुकी थी। जबकि मेरा लोड़ा एक तो कंडोम के कारण ऊपर से कंडोम में मौजूद टाइमिंग बढ़ाने सामग्री की वजह से अब तक तना हुआ था और उसकी टोपी सुन्न हो जाने के कारण शुक्राणु निकलने का अभी दूर दूर तक कोई नामोनिशान नहीं था। फिर मैंने समीरा मलिक को अपनी गोद उठाया और उसे काउन्टर के साथ टेक लगा कर खड़े होने को कहा। उसने अपने दोनों हाथ काउन्टर पर रखे और हल्का सा झुक कर अपनी गाण्ड बाहर निकाल दी। मैंने उसके 34 आकार के चूतड़ों पर 2 जोरदार थप्पड़ मारे जिससे उसके चूतड़ों पर मेरे हाथ का निशान भी बन गया। फिर मैंने अपने लंड को फिर से समीरा मलिक की चूत में फिट किया और एक ही धक्के में अपना लंड उसकी चूत में उतार दिया। खड़े होने की वजह से मेरा लंड पूरी तरह से उसकी चूत में नहीं जा रहा था, कोई 2 इंच के करीब लंड उसकी चूत से बाहर ही था, लेकिन इस तरह भी चोदने का अपना ही मजा था।
समीरा मलिक 5 मिनट तक बहुत जोरदार ढंग से मेरे चौपे लगाती रही उसके बाद उसने लंड अपने मुंह से निकाला और मेरे टट्टों को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर दिए और साथ ही मेरे लंड की मुठ मारना जारी रखा।

समीरा मलिक का शरीर हर तरह की सेक्सी नुमाइश के लिए अच्छा था, उसके नीचे झुकने पर उसके 38 साइज़ के भारी पर कम मम्मे कमीज से बाहर निकलने की कोशिश कर के दर्शकों के लोड़ों को खड़ा होने पर मजबूर कर देते थे और इस समय यही मम्मे मेरे मुँह में थे और मेरा लंड समीरा मलिक की दोनों जांघों के बीच में था और समीरा मलिक अपनी जांघों को आपस में मिलाकर मेरे लंड को मसल रही थी।

में समीरा मलिक के मम्मों को अपने हाथों में लेकर जोर से दबाता और अपनी जीभ की नोक से समीरा मलिक के मोटे सख्त निपल्स को रगड़ता जिससे उसकी उत्तेजना बढ़ रही थी और थोड़ी देर ही अभी मैं उसके भारी भरकम मम्मों से खेला था कि उसने मुझे पीछे हटा दिया और बोली चल अब मेरी चूत की प्यास मिटा। कितने दिनों से तेरा लोड़ा लेने के लिए तड़प रही हूँ डाल दे अब अंदर। मैंने कहा ठीक है और यह कह कर मैं उसकी टांगों की तरफ बढ़ा और उसके पैर खोलकर अपनी ज़ुबान उसकी गीली चूत पर रख दी। उसकी योनी से मालूम हो रहा था कि यह न जाने कितने लोड़ों को अपने अंदर समा चुकी है इसलिए अब कुछ विशेष टाइट नहीं थी मगर गर्मी इसमें कूट कर भरी हुई थी। मैंने अपनी ज़ुबान समीरा की योनी में रखकर रगड़ना शुरू किया तो उसने कुछ देर तो अपनी पैर मार मार कर अपनी उत्तेजना व्यक्त की और मेरा सिर पकड़ कर अपनी योनी पर जोर से रगड़ने की कोशिश करने लगी और साथ ही अपनी तेज सिसकियों से पूरी दुकान का माहौल गर्म कर दिया था, मगर फिर उसने कहा बस कर यार, अब मार मेरी योनी अपने लोड़े से। वह लंड लेने कि लिए कुछ ज्यादा ही बेताब थी, मैंने भी उसे अधिक परेशान करना उचित नहीं समझा और उसकी टांगों को खोलकर एक घुटना उसकी योनी के पास रखा और एक पैर सोफे के नीचे जमीन पर लगाकर अपने लंड की टोपी उसकी चूत मे फिट की और एक जोरदार धक्का मारा जिससे आधे से अधिक लंड समीरा मलिक की योनी में उतरता चला गया।

जैसे ही मेरा मोटा लंड समीरा मलिक की चूत में गया उसने एक हल्की सी चीख और लम्बी सी सिसकारी ली जिससे पता चला कि मेरे लंड ने उसको पहले ही धक्के में बहुत मज़ा दिया है, तो मैंने अपना लंड बाहर निकाल कर उसको एक बार फिर समीरा मलिक की योनी के छेद पर रखा और अपनी कमर का जोर लगाकर जोरदार धक्का मारा, इस बार मेरा पूरा लंड समीरा मलिक की योनी में गायब हो गया और उसने अब की बार थोड़ा जोरदार चीख मारी और फिर बोली धक्के मार बहनचोद ..... जोर से धक्के मार मेरी योनी में। मिटा उसकी प्यास।
मैंने भी बिना समय बर्बाद किए समीरा मलिक की योनी में जोर से धक्के मारने शुरू कर दिए और शुरू से ही अपनी गति इतनी तेज रखी कि समीरा मलिक के लिए मेरे धक्के बर्दाश्त करना मुश्किल हो। ऊपर से मेरे लंड पर चढ़ा हुआ बारीक कंडोम भी समीरा मलिक की चूत की दीवारों पर ज़्यादा घर्षण दे रहा था जिसकी वजह से उसकी उत्तेजना और बढ़ रही थी मेरे जोरदार धक्के मारने पर समीरा मलिक के भारी भरकम मम्मे भी तेज तेज हिलते और उसके हिलते हुए मम्मों को देख चुदाई गति में और भी वृद्धि करता चला जा रहा था। समीरा मलिक के एक पैर को मैंने हल्का सा मोड़ा हुआ था और उसका पैर मेरी जांघ पर था जबकि दूसरे पैर को मैंने अपने कंधे पर रखा हुआ था और इस तरह समीरा की योनी तक मेरे लंड को काफी खुला रास्ता मिला हुआ था और मैं अपनी अच्छी गति के साथ समीरा मलिक की योनी की गहराई तक अपने लंड की टोपी को मार रहा था।

समीरा मलिक की योनी में मेरा लंड पिछले 5 मिनट से लगातार बिना रुके धक्के लगाने में व्यस्त था और मैं एक पल के लिए भी रुका नहीं था, यही वजह थी कि मुझे समीरा मलिक के शरीर में कुछ तनाव पैदा होता हुआ महसूस हो रहा था और अब उसकी सिसकियाँ खतरनाक हद तक मेरी दुकान में गूंज रही थीं और मुझे यह भी डर लग रहा था कि कहीं उसकी तेज आवाज दूसरी दुकान में न सुनाई दे रही हों, लेकिन इस समय तो मेरे मन में चुदाई का भूत सवार था और समीरा मलिक की चूत का पानी निकालने के लिए और भी जोरदार धक्के मारना शुरू कर चुका था। कोई 7 मिनट की लगातार चुदाई के बाद समीरा मलिक के शरीर में तनाव बहुत बढ़ गया था और उसकी चूत भी पहले से थोड़ी टाइट हो गई थी, उसकी चूत की पकड़ मेरे लंड पर बहुत मज़बूत हो गई थी और अब मुझे ऐसे लग रहा था जैसे किसी युवा हसीना की चूत को चोद रहा हूँ। फिर अचानक ही समीरा मलिक शरीर ने झटके लेना शुरू किया और उसकी प्यासी चूत से पानी की एक धार निकली जिसने मेरे लंड के साथ साथ मेरे पेट और मसानी तक को भिगो दिया था। जितनी देर तक समीरा का शरीर झटके लेता रहा इतनी देर तक मैंने धक्के लगाना जारी रखे ताकि उसके वीर्य की आखिरी बूंद तक उसकी चूत से निकल जाए। जब समीरा मलिक के शरीर ने झटके लेना बंद कर दिए तो मैंने समीरा मलिक की चूत में झटके मारने बंद कर दिए और पूछा कि सुनाओ कैसी रही चुदाई ???

मेरी बात पर समीरा मलिक बोली बहुत मज़ा आया आज तेरे से चूत मरवा कर, बहुत समय बाद किसी लोड़े ने मेरी चूत का इतना ढेर सारा पानी निकाल दिया है। फिर वह बोली मगर मुझे अपनी चूत में अब तक आपका लंड सख्त महसूस हो रहा है, आप फारिग नहीं हुए अब क्या ????
मैंने कहा अभी कहाँ समीरा साहिबा, अभी तो पार्टी शुरू हुई है। अब तो आपकी योनी को चोद चोद कर फुद्दा बनाना है। इस पर समीरा मलिक बहुत खुश हुई और बोली वाह, तुम तो मेरे अनुमान से भी अधिक तेज हो। यह कह कर समीरा मलिक अपनी जगह से उठ गई और मेरा लंड भी उसकी चूत से निकल गया, तो वह मेरे पास आई और मेरे होंठों को चूसने लगी। कुछ देर मेरे होंठों को चूसने के बाद वो बोली, अब बताओ अपनी रानी को कैसे चोदना पसंद करोगे तुम ???
मैंने कहा कि अब तुम मेरी गोद में बैठो ताकि नीचे से तुम्हारी चूत को जम कर चोद सकूँ। यह सुनकर समीरा मलिक ने मुझे सोफे पर धक्का देकर बिठा दिया और खुद तुरंत ही मेरी गोद में बैठ गई और मेरा लंड अपने हाथ में पकड़ कर उसको अपनी चूत के छेद पर रखा और फिर खुद ही एक ही झटके में मेरे लंड पर गिरी जिसकी वजह से मेरा लंड जड़ तक उसकी चूत में उतर गया। उसके बाद समीरा मलिक ने खुद ही मेरे लंड पर उछलना शुरू कर दिया और उछल उछल कर अपनी चुदाई करती रही। साथ ही वह अपने मम्मों को अपने हाथ में पकड़ कर उन्हें दबा रही थी और अपना एक होंठ अपने दांतों में दबा कर अपनी मस्ती व्यक्त कर रही थी। मुझे उसका यह शैली बहुत अच्छा लगा और मैं इसे ऐसे ही अपने लंड पर उछलने दिया।

जिस तरह वह अपने होंठ काट रही थी और अपने दोनों मम्मों को पकड़ कर उन्हें दबा रही थी और साथ ही लंड पर उछल कूद कर रही थी, ऐसा लग रहा था जैसे किसी इंग्लिश अश्लील फिल्म की सेक्सी हीरोइन अपने बड़े बड़े बूब्स के साथ चुदाई करवा रही हो। कुछ देर तक उछलने के बाद जब समीरा मलिक थक गई तो मैंने उसके चूतड़ों के नीचे हाथ रख कर उसे थोड़ा ऊपर उठाया और खुद सोफे के साथ टेक लगा कर नीचे से अपनी पंप चलाने की कार्यवाही को शुरू कर दिया। मेरा पंप शाफ्ट, यानी मेरा 8 इंच लंड तूफानी गति के साथ समीरा मलिक की योनी में जाता और उसके चूतड़ों का मांस मेरी जांघों के मांस से टकरा कर दुकान में धुप्प धुप्प की आवाज पैदा कर रहा था। कुछ देर बाद समीरा मलिक मेरे ऊपर झुक गई और इस तरह उसके मम्मे मेरे मुँह के बिल्कुल सामने आ गए और मैंने बिना समय बर्बाद किए उसके निपल्स को अपने दांतों में लेकर चूसना शुरू कर दिया और नीचे से अपने तूफानी धक्के समीरा मलिक की योनी में लगाना जारी रखे। जिसकी वजह से अब समीरा मलिक आह ह ह ह ..... आह ह ह .... आह ह ह ... आह ह ह ... उफ़ .फफ। एफ। एफ। । आह ह ह ह ... आह ह ह ह। । उम म म म म .... आह ह। राजा राजा राजा राजा उफ़ एफ एफ एफ .... वाव और व व व ..... आह ह ह ह। । । की मिलीजुली आवाज निकाल रही थीं। काफी देर तक मैं समीरा मलिक की इसी तरह चुदाई करता रहा और उसको अपने लंड की सवारी करवाता रहा है, तो मैंने समीरा मलिक से कहा कि अब वह मेरे लंड से उतरे और दूसरी तरफ मुंह करके मेरी गोद में बैठ जाए।

समीरा मलिक मेरे लंड से उतरी और फिर गोद से उतर गई और फिर काउन्टर की ओर मुँह करके अपनी गाण्ड बाहर निकालकर मेरे लंड के ऊपर ले आई और फिर उसने खुद ही मेरा लंड पकड़ कर उसको अपनी चूत के छेद पर रखा और एक बार फिर अपना पूरा वजन मेरे लंड पर डाल कर बैठ गई और मेरा लंड एक बार फिर उसकी चूत में उतर गया और मैंने समीरा मलिक की चूत में पीछे से धक्के पर धक्का लगाना शुरू कर दिया। इस शैली में बिठाने के बाद मैंने समीरा मलिक के दोनों मम्मों को अपने हाथ आगे लाके पकड़ रखा था और उन्हें जोर से मसल रहा था जबकि समीरा मलिक का एक हाथ अपनी चूत के दाने पर था और वह उसको तेज तेज मसल रही थी जबकि उसकी योनी में मेरा लंड लगातार चुदाई करने में व्यस्त था। अब की बार समीरा मलिक को चोदते हुए काफी समय हो गया था लेकिन अभी तक उसकी चूत ने हार नहीं मानी थी क्योंकि वह एक बार पानी छोड़ चुकी थी। जबकि मेरा लोड़ा एक तो कंडोम के कारण ऊपर से कंडोम में मौजूद टाइमिंग बढ़ाने सामग्री की वजह से अब तक तना हुआ था और उसकी टोपी सुन्न हो जाने के कारण शुक्राणु निकलने का अभी दूर दूर तक कोई नामोनिशान नहीं था। फिर मैंने समीरा मलिक को अपनी गोद उठाया और उसे काउन्टर के साथ टेक लगा कर खड़े होने को कहा। उसने अपने दोनों हाथ काउन्टर पर रखे और हल्का सा झुक कर अपनी गाण्ड बाहर निकाल दी। मैंने उसके 34 आकार के चूतड़ों पर 2 जोरदार थप्पड़ मारे जिससे उसके चूतड़ों पर मेरे हाथ का निशान भी बन गया। फिर मैंने अपने लंड को फिर से समीरा मलिक की चूत में फिट किया और एक ही धक्के में अपना लंड उसकी चूत में उतार दिया। खड़े होने की वजह से मेरा लंड पूरी तरह से उसकी चूत में नहीं जा रहा था, कोई 2 इंच के करीब लंड उसकी चूत से बाहर ही था, लेकिन इस तरह भी चोदने का अपना ही मजा था।