hotaks444
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रवी का ध्यान पहली बार मेरे गुलाबी होंठों पर गया, और वो मेरे सिर में अपने हाथ डालता हुआ अपने होंठों को मेरे सुलगते हुए होंठों पर रख दिया। रवी के होंठ अपने होंठों पर महसूस करते ही मेरा सारा शरीर उत्तेजना के मारे काँपने लगा, मुझे खुद अपने ऊपर हैरानी हो रही थी की मुझे आज क्या हो गया है?
मगर रवी के होंठ चूसने से मेरी आँखें अपने आप बंद होने लगी, और मैं रवी के होंठों से अपने होंठ मिलाए हुए जाने कितनी देर तक अपने होंठों को चुसवाती रही। रवी भी मेरे होंठों को चूसते हुए किसी दूसरी दुनियां में खो गया था। जब उसकी साँसें अटकने लगी तो उसने अपने होंठों को मेरे होंठों से जुदा किया और हम दोनों बहुत जोर से साँस लेते हुए हाँफने लगे।
रवी थोड़ी देर तक साँसें लेने के बाद मेरे होंठों को फिर से अपने मुँह में भर लिया और मेरे नीचे वाले होंठ को अपने मुँह में भरकर चूसने लगा। मैं भी अपने होश खोती ही जा रही थी, इसलिए मैं भी अपने होंठों से रवी के होंठों को चूमने लगी और अपनी जीभ निकालकर उसके होंठों पर फिराने लगी।
रवी मेरी जीभ अपने होंठों पर पाते ही बहुत उत्तेजित हो गया, और मेरी पूरी जीभ को अपने मुँह में लेते हुए चूसने लगा। रवी मेरी जीभ को चूसते हुए अपने हाथ से मेरी साड़ी के से ऊपर ही मेरी चूचियों को सहलाने लगा।
रवी के हाथ अपनी चूचियों पर पड़ते ही मैंने अपनी जीभ को उसके मुँह से निकालते हुए उसकी जीभ को अपने मुँह में भरने लगी।
रवी ने जल्दी से अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी, जिसे मैं अपने होंठों से चूसने लगी। रवी ने आज तक बहुत सारी गाँव की लड़कियों को चोदा था, मगर गाँव की लड़कियों को यह सब कहाँ आता था, जो मैं कर रही थी। इसलिए रवी अपने होश खोता ही जा रहा था। रवी ने अपना मुँह मेरे मुँह से अलग करते हुए मुझे अपनी गोद में उठाकर बेड पर लेटा दिया।
मैं बेड पर लेटते ही बहुत जोर से हाँफने लगी, जिस वजह से मेरी चचियां ऊपर-नीचे होने लगी। रवी भी बिना देर किए मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरी चूचियों को साड़ी के ऊपर से ही अपने हाथों से दबाने लगा। रवी ने मुझे सीधा बिठाते हुए मेरी साड़ी को उतार दिया और साथ में अपनी शर्ट को भी उतारकर बेड पर रख दिया।
मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। मैं अब सिर्फ एक पैंटी और ब्रा में रवी के सामने थी। रवी मेरी ब्रा में कैद आधी नंगी गोरी चूचियों को देखकर पागल हो गया और मुझे बेड पर गिराते हुए मेरे ऊपर चढ़ते हुए मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरी आधी नंगी चूचियों को चूसने लगा।
रवी का नंगा जिम मेरे नंगे पेट से रगड़ खा रहा था जिस वजह से मेरी चूत से उत्तेजना के मारे बहुत पानी बह रहा था। रवी ने मेरी चूचियों को छोड़ते हुए, नीचे होते हुए मेरे गोरे पेट को चूमने लगा। रवी मेरे पेट को चूमते हुए अपनी जीभ निकालकर मेरी नाभि में फिराने लगा। रवी की जीभ अपनी नाभि पर पड़ते ही मेरा पूरा शरीर झटके खाने लगा। रवी अपनी जीभ को मेरी नाभि में गोल-गोल फिराते हुए अपने दोनों हाथों से मेरी चूचियों को पकड़कर जोर से दबाने लगा।
मैं “आअह्ह्ह.. ओह..” करते हुये रवी की इस हरकत से अपने होश खो बैठी और मेरी चूत से पानी की नदियां बहने लगी। मजे से मेरी आँखें बंद हो चुकी थी। जब मेरा झड़ना खतम हुआ तो रवी ऐसे ही मेरे पेट को चूम रहा था। और अपने हाथों से मेरी चूचियों को दबा रहा था। मैंने जल्दी से उठते हुए रवी को अपने आपसे दूर किया और अपनी साड़ी पहनने लगी।
रवी मेरी इस हरकत से हैरान होते हुए बोला- “क्या हुआ?”
मैंने कहा- “रवी यह सब शादी से पहले ठीक नहीं है, और अगर अभी कोई आ गया तो मैं किसी को मुँह दिखाने के लायक नहीं रहूंगी...”
रवी बेड से उठते हुए मुझे अपनी बाहों में भर लिया और मुझे कहने लगा- “छोरी तुमने सच में मुझ पर जादू कर दिया है, मुझे माफ करना मैं बहुत आगे बढ़ गया था...”
मैं अपनी साड़ी पहन चुकी थी मैंने रवी के होंठों पर एक किस देते हुए कहा- “प्लीज तुम अपनी शर्ट पहन लो मैं अब तुम्हारी ही हूँ.” रवी मुझे अपनी बाहों से आजाद करते हुए अपनी शर्ट पहनने लगा। रवी ने जैसे ही अपनी शर्ट पहनी दरवाजा खटकने की आवाज आई।
मगर रवी के होंठ चूसने से मेरी आँखें अपने आप बंद होने लगी, और मैं रवी के होंठों से अपने होंठ मिलाए हुए जाने कितनी देर तक अपने होंठों को चुसवाती रही। रवी भी मेरे होंठों को चूसते हुए किसी दूसरी दुनियां में खो गया था। जब उसकी साँसें अटकने लगी तो उसने अपने होंठों को मेरे होंठों से जुदा किया और हम दोनों बहुत जोर से साँस लेते हुए हाँफने लगे।
रवी थोड़ी देर तक साँसें लेने के बाद मेरे होंठों को फिर से अपने मुँह में भर लिया और मेरे नीचे वाले होंठ को अपने मुँह में भरकर चूसने लगा। मैं भी अपने होश खोती ही जा रही थी, इसलिए मैं भी अपने होंठों से रवी के होंठों को चूमने लगी और अपनी जीभ निकालकर उसके होंठों पर फिराने लगी।
रवी मेरी जीभ अपने होंठों पर पाते ही बहुत उत्तेजित हो गया, और मेरी पूरी जीभ को अपने मुँह में लेते हुए चूसने लगा। रवी मेरी जीभ को चूसते हुए अपने हाथ से मेरी साड़ी के से ऊपर ही मेरी चूचियों को सहलाने लगा।
रवी के हाथ अपनी चूचियों पर पड़ते ही मैंने अपनी जीभ को उसके मुँह से निकालते हुए उसकी जीभ को अपने मुँह में भरने लगी।
रवी ने जल्दी से अपनी जीभ मेरे मुँह में डाल दी, जिसे मैं अपने होंठों से चूसने लगी। रवी ने आज तक बहुत सारी गाँव की लड़कियों को चोदा था, मगर गाँव की लड़कियों को यह सब कहाँ आता था, जो मैं कर रही थी। इसलिए रवी अपने होश खोता ही जा रहा था। रवी ने अपना मुँह मेरे मुँह से अलग करते हुए मुझे अपनी गोद में उठाकर बेड पर लेटा दिया।
मैं बेड पर लेटते ही बहुत जोर से हाँफने लगी, जिस वजह से मेरी चचियां ऊपर-नीचे होने लगी। रवी भी बिना देर किए मेरे ऊपर चढ़ गया और मेरी चूचियों को साड़ी के ऊपर से ही अपने हाथों से दबाने लगा। रवी ने मुझे सीधा बिठाते हुए मेरी साड़ी को उतार दिया और साथ में अपनी शर्ट को भी उतारकर बेड पर रख दिया।
मुझे कुछ समझ में नहीं आ रहा था। मैं अब सिर्फ एक पैंटी और ब्रा में रवी के सामने थी। रवी मेरी ब्रा में कैद आधी नंगी गोरी चूचियों को देखकर पागल हो गया और मुझे बेड पर गिराते हुए मेरे ऊपर चढ़ते हुए मेरी ब्रा के ऊपर से ही मेरी आधी नंगी चूचियों को चूसने लगा।
रवी का नंगा जिम मेरे नंगे पेट से रगड़ खा रहा था जिस वजह से मेरी चूत से उत्तेजना के मारे बहुत पानी बह रहा था। रवी ने मेरी चूचियों को छोड़ते हुए, नीचे होते हुए मेरे गोरे पेट को चूमने लगा। रवी मेरे पेट को चूमते हुए अपनी जीभ निकालकर मेरी नाभि में फिराने लगा। रवी की जीभ अपनी नाभि पर पड़ते ही मेरा पूरा शरीर झटके खाने लगा। रवी अपनी जीभ को मेरी नाभि में गोल-गोल फिराते हुए अपने दोनों हाथों से मेरी चूचियों को पकड़कर जोर से दबाने लगा।
मैं “आअह्ह्ह.. ओह..” करते हुये रवी की इस हरकत से अपने होश खो बैठी और मेरी चूत से पानी की नदियां बहने लगी। मजे से मेरी आँखें बंद हो चुकी थी। जब मेरा झड़ना खतम हुआ तो रवी ऐसे ही मेरे पेट को चूम रहा था। और अपने हाथों से मेरी चूचियों को दबा रहा था। मैंने जल्दी से उठते हुए रवी को अपने आपसे दूर किया और अपनी साड़ी पहनने लगी।
रवी मेरी इस हरकत से हैरान होते हुए बोला- “क्या हुआ?”
मैंने कहा- “रवी यह सब शादी से पहले ठीक नहीं है, और अगर अभी कोई आ गया तो मैं किसी को मुँह दिखाने के लायक नहीं रहूंगी...”
रवी बेड से उठते हुए मुझे अपनी बाहों में भर लिया और मुझे कहने लगा- “छोरी तुमने सच में मुझ पर जादू कर दिया है, मुझे माफ करना मैं बहुत आगे बढ़ गया था...”
मैं अपनी साड़ी पहन चुकी थी मैंने रवी के होंठों पर एक किस देते हुए कहा- “प्लीज तुम अपनी शर्ट पहन लो मैं अब तुम्हारी ही हूँ.” रवी मुझे अपनी बाहों से आजाद करते हुए अपनी शर्ट पहनने लगा। रवी ने जैसे ही अपनी शर्ट पहनी दरवाजा खटकने की आवाज आई।