Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास - Page 4 - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

Maa Sex Kahani मॉम की परीक्षा में पास



यह सब बातों को दिमाग में रखकर मैने फिलहाल स्नेहा के साथ चुदाई , चुसाई और गान्ड मरवाई का प्रोग्राम को कैंसल किया,
और ड्रॉइंग हॉल में सोफे पर आकर बैठ गया

थोड़ी देर बाद स्नेहा किचन का काम निपटा कर आई और बोली

"बाबा खाना बना दिया है जब आप खाना चाहे तब खाली माइक्रोवेव में गर्म करके खा लीजिएगा, अभी में चलती हूं"

मैने स्नेहा को थैंक्स बोला और फिर वो घर से निकल गई

लेकिन मेरा हाल बहुत बुरा था
मैने सैक्स पॉवर की गोली ले रखी थी
इसलिए मेरा लन्ड कठोर कड़क और लम्बा हो गया था

गर्म लोहे की रॉड बन गया था
सूपड़ा बाहर अा गया था

उसे चुदाई के किए चूत चाहिए थी

और अब यह कम से कम 2 घंटे तक झडना वाला था नहीं,

चाहे में कितनी भी ताकत से मुठ मार दू, फिर भी 2 घंटे से पहले पानी नहीं निकालेगा,

मेरे लन्ड के साथ साथ मेरे पूरे दिमाग और पूरे शरीर में गोली का असर था
पूरा शरीर वासना और उत्तेजना के उच्च तापमान में था
सैक्स की हैवानियत छाईं हुई थी

फिर में बड़े सोफे में सीधा लेट गया
और अपनी हाफ पैंट और अंडरवियर को घुटनों तक उतार दिया

अपने करीब 5 इंच के लौड़े को बाहर निकाल दिया
और अपने एक हाथ से उसके साथ खेलना शुरू कर दिया

लिंग की बाहर की चमड़ी को अंदर के लौड़े से अंदर बाहर करने लगा

एक तरह से हस्तमैथुन कर रहा था
जिससे मेरे लन्ड को थोड़ी राहत मिले,

करीब 5 मिनट बाद घर के दरवाजे की घंटी बजी,
मैने फटाफट अपनी हाफ पैंट और अंडरवियर को उपर किया और लन्ड को अंडरवियर के अंदर कैद किया
और ऐसे एडजस्ट किया जिससे हाफ पैंट के बाहर से लन्ड का खड़ेपन किसी को कम नजर आए

मैने सोचा अब कौन अा गया
मॉम तो दोपहर के बाद आने वाली है

 


मैने सोफे से उठकर दरवाजा खोला
देखा सामने रेशमा आंटी खड़ी थी

मित्रो, कहानी को आगे जारी रखने से पहले में आपको रेशमा आंटी का पूर्ण रूप से परिचय करा देता हूं

~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~
ऐसे तो रेशमा आंटी का प्रवेश मेरी कहानी के पेज नंबर 4 पर पहले ही हो चुका है वहां पर रेशमा आंटी की थोड़ी डिटेल्स दी हुई है लेकिन अभी में आप लोगो को पूरी जानकारी दे देता हूं जिससे आपको कहानी पढ़ने और समझने में मज़ा आए,

गोरा चेहरा,सफेद चमड़ी, सुंदरता की देवी और मॉडर्न,बोल्ड, हॉट और सेक्सी औरत रेशमा आंटी मेरे सामने खड़ी थी

रेशमा आंटी की हाइट मॉम की तरह करीब 5 फीट 6 इंच ही थी

व्हाइट कलर का पतले कपडे का डिजाइनर टॉप पहना हुआ था
गहरे गले का टॉप था जिससे रेशमा आंटी का गला तो पूरा नंगा था ही साथ ही उनके दोनो स्तन के उपर का थोड़ा सा हिस्सा और साथ में ब्रा भी बाहर दिखाई दे रही थी

इस टाइट फिटिंग टॉप से उनके दोनो स्तन बाहर की तरफ सलामी ले रहे थे
ऐसे लग रहा था जैसे छोटे से दो छजे बने हुए हो और पेट को छाया दे रहे हो,

बाहर टॉप से बूब्स एकदम कसे हुए,सुडौल और टाइट दिखाई दे रहे थे रेशमा आंटी ने अपनी टाइट फिटिंग ब्रा से अपने स्तनों को अनुशासित कर रखा था
 


ब्रा ने स्तनों को एक ही जगह पर ज़ोरदार दबा कर चारो ओर फैला दिया था जिससे स्तन एकदम सुडौल और सेक्सी दिखाई दे रहे थे
बिल्कुल भी लटके हुए नहीं थे

स्तन बड़े और गोल दिखाई दे रहे थे स्तनों कि बड़ी निप्पल टॉप से बाहर दिखाई दे रही थी

साइज में तो रेशमा आंटी के बूब्स मॉम के बूब्स से कम तो नहीं नजर आ रहे थे
पतले टॉप से ब्रा की थोड़ी झलक बाहर दिख रही थी उसका कलर भी व्हाइट ही था

मॉम की बूब्स की साइज 38 डी है तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की रेशमा आंटी के बूब्स की साइज 38 डी से कम तो नहीं होगी उल्टा ज्यादा ही होगी क्योंंकि वो एक बच्चे कि मां भी बन चुकी थी

और बच्चे ने रेशमा आंटी के स्तनों का दूध बहुत पिया ही होगा तो साइज तो बढ़नी स्वाभाविक थी

रेशमा आंटी के टॉप की बाहें नाममात्र ही थी मतलब करीब करीब पूरा हाथ नंगा ही था
बिना एक बाल के गोरा और चिकना हाथ मस्त लग रहा था पूरी तरह से हाथो पर वैक्सिंग की हुई थी

टॉप की लंबाई रेशमा आंटी के गोरे पेट की भुरी नाभि के ऊपर के हिस्से तक ही थी
इसलिए रेशमा आंटी का गोरा,सफेद और चिकना पेट भी नंगा ही नजर अा रहा था और पेट पर खूबसूरत नाभि भी मस्त नजर आ रही थी
 
[size=large]

ब्रा ने स्तनों को एक ही जगह पर ज़ोरदार दबा कर चारो ओर फैला दिया था जिससे स्तन एकदम सुडौल और सेक्सी दिखाई दे रहे थे
बिल्कुल भी लटके हुए नहीं थे

स्तन बड़े और गोल दिखाई दे रहे थे स्तनों कि बड़ी निप्पल टॉप से बाहर दिखाई दे रही थी

साइज में तो रेशमा आंटी के बूब्स मॉम के बूब्स से कम तो नहीं नजर आ रहे थे
पतले टॉप से ब्रा की थोड़ी झलक बाहर दिख रही थी उसका कलर भी व्हाइट ही था

मॉम की बूब्स की साइज 38 डी है तो इससे अंदाजा लगाया जा सकता है की रेशमा आंटी के बूब्स की साइज 38 डी से कम तो नहीं होगी उल्टा ज्यादा ही होगी क्योंंकि वो एक बच्चे कि मां भी बन चुकी थी

और बच्चे ने रेशमा आंटी के स्तनों का दूध बहुत पिया ही होगा तो साइज तो बढ़नी स्वाभाविक थी

रेशमा आंटी के टॉप की बाहें नाममात्र ही थी मतलब करीब करीब पूरा हाथ नंगा ही था
बिना एक बाल के गोरा और चिकना हाथ मस्त लग रहा था पूरी तरह से हाथो पर वैक्सिंग की हुई थी

टॉप की लंबाई रेशमा आंटी के गोरे पेट की भुरी नाभि के ऊपर के हिस्से तक ही थी
इसलिए रेशमा आंटी का गोरा,सफेद और चिकना पेट भी नंगा ही नजर अा रहा था और पेट पर खूबसूरत नाभि भी मस्त नजर आ रही थी
[/size]
 
जैसे कि दोस्तो पहले मैने आपको रेशमा आंटी के बारे में बता चुका था
की वो बहुत मॉडर्न और बोल्ड विचारो वाली औरत है

कपड़ो के मामले में भी वो बोल्ड औरत थी

वो अक्सर ऐसे वेस्टर्न ड्रेस और छोटे साइज के कपडे ही पहनती है
काफी पढ़ी लिखी औरत है
लेकिन वो है तो एक हाउस वाइफ ही,
क्योंंकि उनके पति बहुत बड़े बिजनेसमैन है

पैसों के मामले में मेरे पापा की तरह ही अमीर थे
रेशमा आंटी की उम्र करीब 24-25 साल ही थी मतलब मॉम जितनी ही थी

उनके 4 साल की एक बेटी भी थी
और यह आंटी हमारे ही बिल्डिंग में हमारे 2 फ्लोर उपर रहती है

मॉम की बेस्ट फ्रेंड थी रेशमा आंटी,
दोनो की आपस में खूब जमती थी
दोनो एक दूसरे को अपनी बहन जैसे ही मानती थी

में भी रेशमा आंटी का बहुत रेस्पेक्ट करता था और आंटी भी मेरे साथ प्यार से ही पेश आती थी मुझे अपना बेटा ही मानती थी

लेकिन यह बात भी सत्य है कि
रेशमा आंटी थी सेक्सी और हॉट,
मस्त फिगर, मस्त गोरा रंग,
और 1 बच्चे की मां होने के बावजूद भी को बहुत ही फिट और स्लिम थी

अपनी दोनो गान्ड को एक दम फिट रखा था फालतू की चार्भी नहीं थी ज्यादा फेली हुई भी नहीं थी

अपने पेट को भी एकदम फीट रखा था
कमर तो उनकी सेक्सी थी ही, जीरो साइज बोल सकते है

उनके बूब्स बड़े थे तरबूज जेसे थे
लेकिन एकदम सुडौल और आकर्षित थे
बिल्कुल भी लटके हुए नहीं थे

आंटी ने अपने पूरे सेक्सी बदन को मेंटेन कर रखा था शायद वो भी मॉम की तरह योगा और एक्सरसाइज करती होगी,

उनके ऐसे सेक्सी ऑट हॉट बदन को कई बार में चुपके से देखा करता था और उनके साथ चुदाई के सपने भी देखा करता था

बूब्स के साथ खेलने का भी सपने देखा करता
 
~~~~~~~~~~~~~~~~~~~~

दोस्तो , अब आते है वापस कहानी पर,

मैने रेशमा आंटी को दरवाजे पर देखा और चेहरे पर खुशी की स्माइल देकर

बोला "हाई आंटी"

रेशमा आंटी मुस्करा कर बोली "हेल्लो अर्जुन"

रेशमा आंटी " बेटा सीमा है घर पर"

में "आंटी पहले अंदर आइये प्लीज"

रेशमा आंटी अंदर अा गई
मैने उनको सोफे पर बैठने को बोला
वो सोफे पर बैठ गई,

टाइट और छोटी साइज का स्कर्ट पहना होने के कारण उन्होंने अपने एक पैर को दूसरे पैर पर रखकर बैठ गई

जिससे कि उनके स्कर्ट के अंदर उनकी पैंटी और नंगी गोरी जांघें बाहर नजर नहीं आए,

उन्होंने आंखों पर लगा काला चश्मा उतार कर साइड में पड़ी टेबल पर रख दिया,

अब मुझे रेशमा आंटी की खूबसूरत और नशीली आंखों के भी दीदार हो रहे थे

क्या खूबसूरत और सेक्सी आंखें थी, किसी को भी ऐसी आंखे देखकर ही प्यार हो जाए

साथ ही उनके हाथ में एक रेड कलर का लेडीज पर्स था उसे भी टेबल पर रख दिया

और साथ ही
अपने हाथ में रखे मोबाइल को भी टेबल पर रख दिया

 
में भी साथ वाले सोफे पर बैठ गया
और बोला

"आंटी ,मॉम कल से अपने मम्मी पापा के पास है नानी की तबीयत कल खराब हो गई थी और उन्हें हॉस्पिटल में एडमिट किया था, इसलिए मॉम कल अर्जेंट में घर से डायरेक्ट हॉस्पिटल चली गई थी"

रेशमा आंटी दुखी स्वर में बोली
"ओह गॉड ,वेरी सेड न्यूज,
अभी नानी की तबीयत कैसी है"

में "डोंट वरी आंटी, नाउ शी इज वेल,
अभी नानी एकदम ठीक है खाली उन्हें ब्लड प्रेशर की तकलीफ़ हुई थी और अब उनका बीपी वापस नॉर्मल हो चुका है और अब वो अपने घर पर वापस अा चुकी है"

रेशमा आंटी " ओह ग्रेट न्यूज बेटा"

रेशमा आंटी " फिर सीमा वापस कब आयेगी"

में "आंटी, मॉम तो कल रात को ही वापस अा रही थी लेकिन नानी ने उन्हें रात को अपने पास रुकने की इच्छा की थी इसलिए मॉम रात को उधर ही रुक गई, इसलिए मॉम आज दोपहर या शाम तक वापस अा जाएगी"

रेशमा आंटी "गुड, पर अर्जुन फिर रात का डिनर कहां पर किया और आज सुबह का ब्रेक फास्ट ?

में "आंटी रात को मैने होटल से खाना मंगवा लिया था और आज सुबह का नाश्ता स्नेहा आंटी ने बनाकर खिला दिया और साथ ही आज का लंच भी आंटी बनाकर गई है"

मेरा यह जवाब सुनकर रेशमा आंटी का खूबसूरत चेहरा मुरझा गया , नाराज़गी और गुस्से वाले भाव अा चुके थे

आंखे भी थोड़ी नम हो गईं थीं कुछ आंसू की बूंदे गिरने लग गई,

 


फिर रेशमा आंटी नाराज़गी जताते हुए थोड़े गुस्से और रोने जैसा मुंह बनाकर बोली

"अर्जुन, तेरी रेशमा आंटी कोई बहुत दूर नहीं रहती है तेरे फ्लैट के ऊपर के फ्लोर में ही रहती है तुझे कल ही मेरे घर पर अा जाना था डिनर भी मेरे यहां पर ही करना था और रात को भी मेरे उधर ही रुक जाना था और सुबह का नाश्ता और लंच सब मेरे यही करना चाहिए था जब तक सीमा नहीं अा जाती तब तक तू मेरे घर पर रुकता , तेरे आने से मुझे तक बहुत खुशी होती ही साथ मे तेरे अंकल भी खुश हो जाते और मेरे बेटी भी तेरे साथ खेलती"

रेशमा आंटी "लेकिन तूने और तेरी मॉम ने तो मुझे कॉल करके भी कुछ भी नहीं बताया,

"वो तो में कोई काम से तेरे घर पर अा गई तब मुझे यह सब पता चलता है,
तू मुझे अपनी आंटी नहीं मानता है और सीमा भी मुझे अपना नहीं समझती,
में तो सीमा को अपनी बेस्ट फ्रेंड मानती हूं और तुझे अपना ही बेटा मानती हूं लेकिन लगता है सीमा और तू मुझे अपना कुछ नहीं मानते हो"

यह बोलकर रेशमा आंटी का खूबसूरत और सुंदर चेहरा रोने जैसा और नाराज़गी से भरा हुआ हो
गया, एक तरह से चेहरे की पूरी रौनक चली गई थी,

और यह सब इतना जल्दी में हो रहा था और रेशमा आंटी का रिएक्शन इतना तुरंत हुआ की मेरी तो बोलती बंद थी और मेरे दिमाग भी एकदम शून्य हो गया था में
सोफे पर एक स्टेच्यू कि तरह बैठा था और रेशमा आंटी को देख रहा था
 

आखिर था तो में एक 18 साल का बच्चा ही जो अभी जवान लोंडा बनने कि आरम्भिक चरण में था और मुझे बड़े लोगों की नाराज़गी और गुस्से से कैसे सही तरीके से निपटा जाए, और कैसे उनके गुस्से और नाराज़गी को शांत किया जाए,इसका मुझे पूरा ज्ञान नहीं था

लेकिन बॉलीवुड मूवीज और रोने धोने वाले ड्रामा और शो को, टीवी पर बहुत देखे थे
और एक इंजीनियरिंग का स्टूडेंट होने के कारण दिमाग में मेरे अच्छी खासी प्लानिंग और योजनाओं का भंडार रहता था
इसलिए कैसे ड्रामे की स्क्रिप्ट में नमक मिर्च लगाकर पेश करना है यह तो मुझे अच्छी तरह से आता था

रेशमा आंटी की ऐसी नाराज़गी तो मैने तो पहली बार ही देखी थी
लेकिन मुझे यह भी पता था कि उनका यह गुस्सा, नाराज़गी खाली कुछ देर की ही है

और फिर वो गुस्से में सोफे से उठ गई और पास ही टेबल पर पड़े अपने पर्स,मोबाइल और चश्मे को अपने हाथो में ले लिए और घर से जाने के लिए अपने खूबसूरत पैरो से और पैरो में पहने हुए लंबे हिल के सैंडल से एक कदम आगे बढ़ाया ही था कि,

तब ही मैने अपने दिमाग की मेमोरी से तुरंत एक आइडिया निकाला और उसे रियल लाइफ में करने का मन बनाया

फिर में तुरंत अपने सोफे से उठा
अपनी आंखो से दिखावटी आंसुओ कि बूंदे निकाली, अपने चेहरे को एकदम मासूम सा लाचार सा बनाया
और चेहरे पर रोने वाली फिलिंग लाई,

और नीचे जमीन पर बैठ कर रेशमा आंटी के खूबसूरत पैरो को हल्के हाथों से पकड़ दिया और उन्हें कदम आगे बढ़ाने से रोका
 


में हल्के से रोने वाले साउंड में रोते हुए बोला

"सॉरी आंटी" 'उहउह उह'

"प्लीज आप नाराज़ मत होइए",

'उहुह ह ह '

" please listen me"

"आप घर से मत जाइए, रकिये प्लीज
आप गलत समझ रही है प्लीज एक बार मेरी बात सुन लीजिए प्लीज"

'उह आह उह उह उह ह ह ह ह '

में यह सब हल्के से रोते हुए बोल रहा था

रेशमा आंटी भी आखिर एक औरत ही थी और वो मॉम की बेस्ट फ्रेंड भी थी
और रेशमा आंटी मुझे अपने बेटे जैसा ही समझती थी

मुझे रोता देखकर आंटी का दिल में ममता जागी और वो जाते हुए रुक गई और उन्होंने अपने हाथो से अपने पर्स,मोबाइल और चश्मे को साइड में रखा

फिर अपने दोनो खूबसूरत हाथो से मुझे अपने पैरो से उठाया, और मुझे अपने सामने खड़ा किया

और अपने हाथो की खूबसूरत उंगलियों से मेरी आंखो के आंसू को पोंछे और बोली

"अर्जुन बेटा प्लीज रोना बंद कर,
नहीं तो में भी रो दूंगी,
में कहीं नहीं जा रही हूं इधर ही हूं तेरे पास, तेरी घर पर,"

आंटी की यह बात सुनकर मैने रोना बंद किया और चेहरे पर थोड़ा रिलीफ वाला भाव लाया और मन ही मन खुश हुआ की मेरा आइडिया काम कर गया

और अब मुझे आगे का ड्रामा करना था जिससे रेशमा आंटी की नाराज़गी और गुस्सा बिल्कुल समाप्त हो जाए,

 
Back
Top