hotaks444
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डिनर के बाद हम जब लौटे तो पापा भी आ चुके थे। हम सब रूम बैठ के गप्पे मार रहे थे।नानाजी सोने लगे मतलब की सोने का नाटक करने लगे। थोड़ी देर बाद मैं भी नींद आने का सीन बनाने लगी। जो की उनके प्लान के हिसाब से था। क्यू की नेहा ने पापा को बताया था की उसने हमें नींद की गोली खिला दी है।
पापा कहने लगे की ""चलो मैं जाता हु तुम लोगो को शायद बहोत नींद आ रही है। बाबूजी को यही सोने दो अब उन्हें जगाना ठीक नहीं होगा।""
ह्म्म्म्म जैसे हमें पता ही नहीं था की उन्होंने तिन लोगो के लिए रूम लिया था। और खुद के लिये सामने ही दूसरी रूम ली थी...।
हमने उनको गुड़ नाईट बोला। वो चले गए। 15 min के बाद नेहा भी चली गयी। नेहा ने रूम बाहर से लॉक कर दी और मैंने अंदर से।मैं धड़कते दिल से दरवाजा लॉक करके पलटी। तो देखा नानाजी मेरे पीछे ही खड़े थे।उनहोंने मुझे बाहो में भर लिया और पागलो की तरह मुझे चूमने लगे। मेरे गालो को होठो को गले को और पुरे बदन पे हाथ घुमाने लगे। मैं भी उनका साथ दिए जा रही थी। चूमते चूमते ही उन्होंने मेरे सारे कपडे उतार दिए। जब हम एक दूसरे को चूमते चूमते थक गए तो बेड पे धड़ाम से गिर गए।
मैं:= नानाजी... क्या आप भी मुझे तो पूरा नंगा कर दिया पर खुदके एक भी कपडे नहीं उतारे।
नानाजी ने मुझे अपनी और खीचा और मेरा पैर अपनी कमर पे रखा और लंड मेरी चूत में चुभाने लगे। मेरी नंगी गांड पे हाथ घुमाते हुए बोले...
""मैंने कहा रोका है उतार लो""
मैं:= वो तो उतार ही दूंगी...मैं बता नहीं सकती उस दिन से कितनी तड़प रही हु मैं...
नानाजी:= तड़प तो मैं भी रहा था कबसे....
पापा कहने लगे की ""चलो मैं जाता हु तुम लोगो को शायद बहोत नींद आ रही है। बाबूजी को यही सोने दो अब उन्हें जगाना ठीक नहीं होगा।""
ह्म्म्म्म जैसे हमें पता ही नहीं था की उन्होंने तिन लोगो के लिए रूम लिया था। और खुद के लिये सामने ही दूसरी रूम ली थी...।
हमने उनको गुड़ नाईट बोला। वो चले गए। 15 min के बाद नेहा भी चली गयी। नेहा ने रूम बाहर से लॉक कर दी और मैंने अंदर से।मैं धड़कते दिल से दरवाजा लॉक करके पलटी। तो देखा नानाजी मेरे पीछे ही खड़े थे।उनहोंने मुझे बाहो में भर लिया और पागलो की तरह मुझे चूमने लगे। मेरे गालो को होठो को गले को और पुरे बदन पे हाथ घुमाने लगे। मैं भी उनका साथ दिए जा रही थी। चूमते चूमते ही उन्होंने मेरे सारे कपडे उतार दिए। जब हम एक दूसरे को चूमते चूमते थक गए तो बेड पे धड़ाम से गिर गए।
मैं:= नानाजी... क्या आप भी मुझे तो पूरा नंगा कर दिया पर खुदके एक भी कपडे नहीं उतारे।
नानाजी ने मुझे अपनी और खीचा और मेरा पैर अपनी कमर पे रखा और लंड मेरी चूत में चुभाने लगे। मेरी नंगी गांड पे हाथ घुमाते हुए बोले...
""मैंने कहा रोका है उतार लो""
मैं:= वो तो उतार ही दूंगी...मैं बता नहीं सकती उस दिन से कितनी तड़प रही हु मैं...
नानाजी:= तड़प तो मैं भी रहा था कबसे....