hotaks444
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बेला: अच्छा-2 ठीक है सोनू मैने कुछ भी जान बूझ कर नही किया…सेठ जी तो मेरे साथ ज़बरदस्ती कर रहे थे….
छन्डीमल: (बेला की बात सुन कर चन्डीमल की और गान्ड फॅट जाती है….) ज़बरदस्ती मेने कब करी है ज़बरदस्ती तुम्हारे साथ छीनाल….साली खुद तू चुदने को तैयार हुई थी पैसे के लिए….
सोनू: तू चुप कर बाई….और तू साली ये तेरे साथ ज़बरदस्ती कर रहा था…..?
बेला: हां सोनू सच कह रही हूँ कसम से…..
सोनू: चल ठीक है…..मैं भी यही कहूँगा कि, सेठ तुम्हारे साथ ज़बरदस्ती कर रहा था…पर ये बात अब तुम्हारी मालकिन तक ज़रूर पहुचेगी ….
बेला: सच सोनू ये मेरे साथ ज़बरदस्ती ही कर रहा था…..
सोनू: चुप साली रांड़….मैं देख रहा था….कि क्या ज़बरदस्ती हो रही थी तुम्हारे साथ….अब अगर भलाई चाहती है तो जो मैं कहता हूँ वही कर….
बेला: जो तुम कहो…
सोनू: चल साली अब ये बाकी के कपड़े भी उतार दे…..
बेला ने एक बार चन्डीमल की तरफ ऐसे देखा जैसे उसके पास अब और कोई चारा ना बचा हो…..उसने अपने ब्लाउस और पेटिकॉट को उतार फेंका…अब बेला एक दम से नंगी खड़ी थी….सोनू ने भी अगले ही पल अपने सारे कपड़े उतार दिए…जैसे ही सोनू का लंड बाहर आया तो उसे देख कर चन्डीमल की आँखे एक दम से फेल गई…सोनू के लंड के सामने उसे अपना लंड किसी बच्चे के लंड जैसा लग रहा था….करीब 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड देखना तो दूर चन्डीमल ने शायद कभी सुना भी नही था….
सोनू: चल साली नीचे बैठ और मेरा लंड चुस्स……
बेला चन्डीमल की तरफ देखते हुए नीचे बैठ गई….और सोनू के लंड को पकड़ कर मूह में लेकर चूसने लगी…चन्डीमल फटी आँखो से हैरत के साथ ये सब देख रहा था…सोनू का लंड मुँह मे लेने के लिए बेला ने अपना मूह बहुत ज़्यादा खोला हुआ था…और सोनू के लंड के सुपाडे को अपना सर आगे पीछे हिलाते हुए तेज़ी से चूस रही थी….5 मिनिट बाद सोनू ने अपने लंड को बेला के मूह से बाहर निकाला और उसे कंधो से पकड़ खड़ा करते हुए कहा…..
सोनू: चल अब झुक कर कुतिया बन जा और सेठ का लंड चूस…
बेला बेड के किनारे पर अपनी कोहानियों को रख कर झुक गई…और चन्डीमल के मुरझाए हुए लंड को पकड़ कर मूह में भर कर चूसना शुरू कर दिया….सोनू ने बेला के पीछे आते हुए, उसकी मोटी गान्ड को पकड़ कर फैलाया…और अपने लंड के मोटे सुपाडे को बेला की चूत के छेद पर रखते हुए एक ज़ोर दार धक्का मारा….उसी पल बेला ने चन्डीमल के लंड को मूह से बाहर निकला और एक दम से चीख पड़ी,…..”उईइ माँ मर गई अरीयी……फाड़ दी मेरे भोसड़ी तूने सोनू….धीरे आह अहह अह्ह्ह नही आह सोनू धीरे कर ना अह्ह्ह्ह धीरे पेल ना अपना यीए लौडा आह हाइए माइई री……”
जैसे -2 सोनू के लंड के झटके तेज होते जा रहे थी….वैसे-2 बेला की सिसकियाँ पूरे रूम मे गूँज रही थी…और सेठ चन्डीमल का लंड जो एक दम सिकुड चुका था…बेला की चूत मे अंदर बाहर हो रहे सोनू के मुन्सल को देख कर फिर से खड़ा होने लगा था….उसकी नज़र बेला की फूली चूत पर थी….जिसका छेद सोनू के मोटे लंड से पूरी तरह फेला हुआ था….”हाइी सेठ जी ओह्ह्ह देख ना मेरी भोसड़ी का क्या बना दिया है इस छोरे ने आह सेठ जी गजब री गजब हाइई पूरा अंदर जा रहा है….हाइए मेरी चूत…हाइी हाइए देखो ना कैसे पानी छोड़ रही है….”
बेला ने सिसकते हुए चन्डीमल के लंड को फिर से पकड़ कर हिलाते हुए चूसना शुरू कर दिया…चन्डीमल का लंड फिर से खड़ा हो चुका था….पर चन्डीमल बेबस बैठे रहने के सिवाई अब कुछ कर भी नही सकता था….5 मिनिट बाद सोनू के धक्के हद से ज़्यादा तेज हो गए….और बेला काँपते हुए झड़ने लगी….सोनू ने एक दम से अपना लंड जैसे ही बेला की चूत से बाहर निकाला……बेला उसी पल नीचे फर्श पर पैरो के बल बैठ गई….और उसकी चूत से मूत की मोटी धार तेज सीटी जैसी आवाज़ के साथ बाहर आने लगी….सोनू ने बेला के बालो को पकड़ कर अपने लंड को तेज़ी से हिलाते हुए अपना पानी उसके मूह पर छोड़ना चालू कर दिया….ये देख उधर चन्डीमल के लंड भी तेज सरसाहट हुई….और उसके लंड ने भी पानी छोड़ दिया….
नीचे फर्श पर बेला का मूत चारो तरफ फेल रहा था…सोनू ने झड़ने के बाद. अपने पयज़ामे को पहना और बाहर आ गया….बेला को जैसे ही होश आया उसने अपने कपड़े पहने और सॉफ सफाई की और बाहर आ गई,….पर चन्डीमल की गान्ड अभी भी फट रही थी कि, जब सोनू रजनी को बताएगा तो क्या होगा…..
छन्डीमल की हालत ये सोच -2 कर बुरी हो रही थी कि, अब क्या होगा….उसके बाद से ना तो बेला उसके रूम मे आई थी और ना ही सोनू….रात के 8 बज रहे थे…बेला खाना लेकर चन्डीमल के कमरे मे आई…..और बेड पर खाना रख कर जैसे ही मुड़ने लगी तो, चन्डीमल ने उसे रोक लिया….”सुनो बेला रजनी आ गई है क्या…” बेला ने चन्डीमल की तरफ देखा और हां मे सर हिला दिया…..
छन्डीमल: उस सोनू के बच्चे ने रजनी से कुछ कहा तो नही…..
बेला: नही अभी तक तो नही…..
छन्डीमल: अच्छा अब तू जा……
बेला रूम से बाहर आ गई….चन्डीमल की ऐसी हालत देख कर उसकी हँसी रुक नही रही थी…..इसलिए वो घर के पीछे की तरफ चली गई…कि कही रजनी को सच में पता ना चल जाए…….दीपा अपने रूम मे थी….और रजनी किचन मे…सोनू किचन मे दाखिल हुआ और रजनी को जो दोपहर मे हुआ सब बता दिया….रजनी भी चन्डीमल की इस हरक़त पर हँसने लगी….और फिर एक दम से चुप हो गई…जैसे बहुत ही गहरी सोच में हो….
छन्डीमल: (बेला की बात सुन कर चन्डीमल की और गान्ड फॅट जाती है….) ज़बरदस्ती मेने कब करी है ज़बरदस्ती तुम्हारे साथ छीनाल….साली खुद तू चुदने को तैयार हुई थी पैसे के लिए….
सोनू: तू चुप कर बाई….और तू साली ये तेरे साथ ज़बरदस्ती कर रहा था…..?
बेला: हां सोनू सच कह रही हूँ कसम से…..
सोनू: चल ठीक है…..मैं भी यही कहूँगा कि, सेठ तुम्हारे साथ ज़बरदस्ती कर रहा था…पर ये बात अब तुम्हारी मालकिन तक ज़रूर पहुचेगी ….
बेला: सच सोनू ये मेरे साथ ज़बरदस्ती ही कर रहा था…..
सोनू: चुप साली रांड़….मैं देख रहा था….कि क्या ज़बरदस्ती हो रही थी तुम्हारे साथ….अब अगर भलाई चाहती है तो जो मैं कहता हूँ वही कर….
बेला: जो तुम कहो…
सोनू: चल साली अब ये बाकी के कपड़े भी उतार दे…..
बेला ने एक बार चन्डीमल की तरफ ऐसे देखा जैसे उसके पास अब और कोई चारा ना बचा हो…..उसने अपने ब्लाउस और पेटिकॉट को उतार फेंका…अब बेला एक दम से नंगी खड़ी थी….सोनू ने भी अगले ही पल अपने सारे कपड़े उतार दिए…जैसे ही सोनू का लंड बाहर आया तो उसे देख कर चन्डीमल की आँखे एक दम से फेल गई…सोनू के लंड के सामने उसे अपना लंड किसी बच्चे के लंड जैसा लग रहा था….करीब 8 इंच लंबा और 3 इंच मोटा लंड देखना तो दूर चन्डीमल ने शायद कभी सुना भी नही था….
सोनू: चल साली नीचे बैठ और मेरा लंड चुस्स……
बेला चन्डीमल की तरफ देखते हुए नीचे बैठ गई….और सोनू के लंड को पकड़ कर मूह में लेकर चूसने लगी…चन्डीमल फटी आँखो से हैरत के साथ ये सब देख रहा था…सोनू का लंड मुँह मे लेने के लिए बेला ने अपना मूह बहुत ज़्यादा खोला हुआ था…और सोनू के लंड के सुपाडे को अपना सर आगे पीछे हिलाते हुए तेज़ी से चूस रही थी….5 मिनिट बाद सोनू ने अपने लंड को बेला के मूह से बाहर निकाला और उसे कंधो से पकड़ खड़ा करते हुए कहा…..
सोनू: चल अब झुक कर कुतिया बन जा और सेठ का लंड चूस…
बेला बेड के किनारे पर अपनी कोहानियों को रख कर झुक गई…और चन्डीमल के मुरझाए हुए लंड को पकड़ कर मूह में भर कर चूसना शुरू कर दिया….सोनू ने बेला के पीछे आते हुए, उसकी मोटी गान्ड को पकड़ कर फैलाया…और अपने लंड के मोटे सुपाडे को बेला की चूत के छेद पर रखते हुए एक ज़ोर दार धक्का मारा….उसी पल बेला ने चन्डीमल के लंड को मूह से बाहर निकला और एक दम से चीख पड़ी,…..”उईइ माँ मर गई अरीयी……फाड़ दी मेरे भोसड़ी तूने सोनू….धीरे आह अहह अह्ह्ह नही आह सोनू धीरे कर ना अह्ह्ह्ह धीरे पेल ना अपना यीए लौडा आह हाइए माइई री……”
जैसे -2 सोनू के लंड के झटके तेज होते जा रहे थी….वैसे-2 बेला की सिसकियाँ पूरे रूम मे गूँज रही थी…और सेठ चन्डीमल का लंड जो एक दम सिकुड चुका था…बेला की चूत मे अंदर बाहर हो रहे सोनू के मुन्सल को देख कर फिर से खड़ा होने लगा था….उसकी नज़र बेला की फूली चूत पर थी….जिसका छेद सोनू के मोटे लंड से पूरी तरह फेला हुआ था….”हाइी सेठ जी ओह्ह्ह देख ना मेरी भोसड़ी का क्या बना दिया है इस छोरे ने आह सेठ जी गजब री गजब हाइई पूरा अंदर जा रहा है….हाइए मेरी चूत…हाइी हाइए देखो ना कैसे पानी छोड़ रही है….”
बेला ने सिसकते हुए चन्डीमल के लंड को फिर से पकड़ कर हिलाते हुए चूसना शुरू कर दिया…चन्डीमल का लंड फिर से खड़ा हो चुका था….पर चन्डीमल बेबस बैठे रहने के सिवाई अब कुछ कर भी नही सकता था….5 मिनिट बाद सोनू के धक्के हद से ज़्यादा तेज हो गए….और बेला काँपते हुए झड़ने लगी….सोनू ने एक दम से अपना लंड जैसे ही बेला की चूत से बाहर निकाला……बेला उसी पल नीचे फर्श पर पैरो के बल बैठ गई….और उसकी चूत से मूत की मोटी धार तेज सीटी जैसी आवाज़ के साथ बाहर आने लगी….सोनू ने बेला के बालो को पकड़ कर अपने लंड को तेज़ी से हिलाते हुए अपना पानी उसके मूह पर छोड़ना चालू कर दिया….ये देख उधर चन्डीमल के लंड भी तेज सरसाहट हुई….और उसके लंड ने भी पानी छोड़ दिया….
नीचे फर्श पर बेला का मूत चारो तरफ फेल रहा था…सोनू ने झड़ने के बाद. अपने पयज़ामे को पहना और बाहर आ गया….बेला को जैसे ही होश आया उसने अपने कपड़े पहने और सॉफ सफाई की और बाहर आ गई,….पर चन्डीमल की गान्ड अभी भी फट रही थी कि, जब सोनू रजनी को बताएगा तो क्या होगा…..
छन्डीमल की हालत ये सोच -2 कर बुरी हो रही थी कि, अब क्या होगा….उसके बाद से ना तो बेला उसके रूम मे आई थी और ना ही सोनू….रात के 8 बज रहे थे…बेला खाना लेकर चन्डीमल के कमरे मे आई…..और बेड पर खाना रख कर जैसे ही मुड़ने लगी तो, चन्डीमल ने उसे रोक लिया….”सुनो बेला रजनी आ गई है क्या…” बेला ने चन्डीमल की तरफ देखा और हां मे सर हिला दिया…..
छन्डीमल: उस सोनू के बच्चे ने रजनी से कुछ कहा तो नही…..
बेला: नही अभी तक तो नही…..
छन्डीमल: अच्छा अब तू जा……
बेला रूम से बाहर आ गई….चन्डीमल की ऐसी हालत देख कर उसकी हँसी रुक नही रही थी…..इसलिए वो घर के पीछे की तरफ चली गई…कि कही रजनी को सच में पता ना चल जाए…….दीपा अपने रूम मे थी….और रजनी किचन मे…सोनू किचन मे दाखिल हुआ और रजनी को जो दोपहर मे हुआ सब बता दिया….रजनी भी चन्डीमल की इस हरक़त पर हँसने लगी….और फिर एक दम से चुप हो गई…जैसे बहुत ही गहरी सोच में हो….