hotaks444
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गन्ने की मिठास--9
गतान्क से आगे......................
कामिनी- क्यो रे रामू निम्मो कह रही थी कि तेरे गन्ने बहुत मोटे और बड़े-बड़े है
रामू- हाँ चाची वो तो है
कामिनी- मुस्कुराते हुए कही तूने निम्मो को अपना गन्ना चूसा तो नही दिया
रामू- अरे चाची निम्मो दीदी तो रोज गन्ना चुस्ती है, कल भी तो इसी लिए आई थी
कामिनी- तो मुझे कब चूसाएगा
रामू- जब तुम कहो
कामिनी- मेरा मन तो अभी चूसने का कर रहा है पर मेरे पेट मे ना जाने क्यो सुबह से थोड़ा दर्द बना हुआ है ज़रा
हाथ लगा कर देख कही पेट उखड़ तो नही गया है और फिर कामिनी रामू का हाथ पकड़ कर अपने पेट पर रख लेती है और
रामू नशे मे मस्त होकर जब कामिनी चाची के गुदाज पेट को अपने हाथो मे भर कर मसलता है तो उसका लंड पूरी
तरह धोती फाड़ने को तैयार हो जाता है,
रामू- मंद-मंद मुस्कुराते हुए उसके पेट को हल्के-हल्के मसल कर चाची यह तो सच मच उखड़ा हुआ लग रहा है इसी
लिए तो दर्द है इसमे,
कामिनी- तो रामू थोड़ी सी मसाज कर दे ना
रामू अच्छा ठीक है तो आप इस खाट पर लेट जाओ
कामिनी- यहाँ नही खाट पर अच्छे से ताक़त नही लग पाएगी इसलिए झोपड़ी के अंदर ज़मीन पर बिच्छा कर मसाज कर तो
ठीक रहेगा
रामू- अच्छा ठीक है आप चलो झोपड़ी के अंदर मे पेशाब करके आता हू
कामिनी झोपड़ी के अंदर चली जाती है और रामू झोपड़ी के दूसरी तरफ जाकर जब अपनी धोती सरकाकर अपना खड़ा लंड
बाहर निकालता है तो कामिनी छुप कर उसके मोटे लंड का नज़ारा करके पागल हो जाती है और उसकी चूत रामू के लंड के लिए तड़प उठती है,
कामिनी- हे रब्बा कितना मोटा और लंबा लंड है रामू का, इसका लंड तो हरिया के लंड से भी मोटा दिख रहा है अगर यह
एक बार मुझे तबीयत से चोद दे तो मेरा तो रोम-रोम मस्त हो जाएगा, आज बहुत दिन बाद किसी का लंड देख कर बड़ी चुदास सी उठने लगी है,
कामिनी तुरंत अपनी चूत को अपनी साडी के उपर से दबोचते हुए देख रही थी, जब रामू वापस आने लगा तो कामिनी ने जल्दी से एक चटाई बिच्छा कर अपने पेटिकोट का नाडा खोल दिया और साडी से अपने पेटिकोट को च्छुपाकर लेट गई,
कामिनी- कितनी देर लगा दी रामू पेशाब करने मे,
रामू- हाँ चाची बहुत जोरो की लगी थी,
कामिनी- चल बेटा अब जल्दी से मेरे पेट का दर्द भी ठीक कर दे, देख कितना कड़ा हो रहा है मेरा पेट,
और फिर कामिनी रामू का हाथ पकड़ कर उसे अपने गुदाज नंगे पेट पर रख लेती है, रामू अपनी चाची के मुलायम उठे
हुए पेट को अपने हाथो से सहलाते हुए अपनी उंगलियो को नाभि के उपर से दबाते हुए नीचे चाची की चूत की ओर लेजाता
है और उसकी नाभि से चार अंगुल नीचे लेजाकार वापस उपर की ओर लाता है, उसकी इस हरकत से कामिनी की चूत से पानी आ जाता है और उसके दोनो पेर कभी उपर कभी नीचे होने लगते है और जैसे-जैसे रामू का हाथ चलता है वैसे-वैसे चाची के पेर उपर नीचे होने लगते है,
रामू का लंड धोती मे पूरी तरह तना हुआ था और वह चाची की गदराई जवानी को देखते हुए उसके मसल नंगे पेट को
सहला रहा था,
रामू- चाची पेट के बल लेट जाओ मे ज़रा कमर की मालिश कर दू तो पेट मे ज़्यादा आराम मिलेगा,
कामिनी- ठीक है बेटा और कामिनी पलट कर पेट के बल लेट जाती है और रामू उसकी मस्त कमर को सहलाता हुआ अपने हाथ से एक बार तो चाची की मोटी गान्ड को च्छू लेता है, चाची की साडी पेरो से उठ कर उसके घटनो के उपर तक चढ़ चुकी थी और रामू चाची की गोरी नंगी टाँगो को देख-देख कर खूब तबीयत से चाची की कमर और कमर के उपर गान्ड तक का हिस्सा दबोचने लगा था, जब रामू चाची की कमर और गान्ड के बीच के हिस्से को नीचे की और दबाता तो चाची की चूत मे एक अलग ही मिठास पेड़ा होती थी जैसे उसे किसी मोटे गन्ने को चूसने पर पेदा होती है,
कामिनी- रामू तू जब कमर के थोड़ा नीचे की तरफ दबाता है ना तो मुझे बड़ा आराम मिलता है,
रामू ने कामिनी की बात को सुन कर उसकी दोनो गान्ड के बीच तक दबाना शुरू कर दिया उसकी नंगी उंगलिया जब चाची की नंगी गान्ड के छेद तक सरक कर जाती तो चाची का पूरा बदन सिहर उठता था और रामू का दिल करता कि अपनी पूरी उंगली चाची की मोटी गान्ड मे घुसा दे,
कामिनी- रामू तेरी उंगलियो मे बड़ी जान है बड़ा अच्छा लग रहा है बेटे
रामू- चाची अभी पूरी ताक़त देखी ही कहाँ है आपने आप कहो तो थोड़ी ताक़त लगा कर मालिश कर दू आपके बदन का
रोम-रोम खिल उठेगा,
कामिनी- कर दे बेटा, आज मे तुझसे अच्छी मालिश करवा लेती हू
फिर क्या था रामू ने अपने दोनो हाथो से चाची के भारी भरकम चुतड़ों को अपने हाथो मे भर कर दबोचने लगा
और चाची किसी कुतिया की भाटी अपनी गान्ड मटकाने लगी थी, रामू ने जैसे ही चाची के पेटिकोट से अंदर हाथ डाला रामू की उंगलियो सीधे चाची की गहरी गान्ड की खाई मे घुस गई और जब रामू का हाथ चाची की कसी हुई गुदा पर पड़ा तो चाची ने अपनी गुदा एक दम ढीली कर दी और जैसे ही रामू की एक उंगली गुदा को सहलाने लगी चाची ने अपनी गुदा को फिर से सिकोड लिया और रामू की उंगली चाची की गुदा मे फस गई, रामू ने थोड़ी ताक़त लगा कर अपनी उंगली चाची की गान्ड मे उतार दी और चाची एक दम से मस्त हो गई,
रामू ने चाची की साडी और पेटिकोट को उसकी गदराई गान्ड से नीचे सरका दिया और जब चाची की गोरी मस्त गान्ड पूरी नंगी नज़र आने लगी तब रामू ने उसकी गान्ड को फैलाकर सीधे अपनी जीभ उसकी गान्ड मे डाल कर उसे चाटने लगा, कामिनी से बर्दास्त नही हुआ और उसने रामू की धोती के उपर से ही उसके मोटे लंड को पकड़ लिया और पागलो की तरह मसल्ने लगी, रामू ने चाची की नंगी गान्ड को थोड़ा उपर उठा कर उसकी चूत की फांको मे अपना मुँह लगा कर चाटने लगा और चाची आह आह करती हुई सीसीयाने लगी,
लगभग दो मिनिट तक रामू ने उसकी बुर को फैला-फैला कर खूब चाता उसके बाद रामू ने
चाची को सीधा लेटा कर देर ना करते हुए अपने लंड को चाची की चूत मे एक झटके मे पूरा अंदर भर दिया और चाची
ने अपनी दोनो टॅंगो को उठा कर पूरी तरह फैला लिया, रामू चाची की चूत मे सतसट धक्के मारने लगा और चाची
नीचे से अपने चूतड़ उठा-उठा कर रामू के लंड पर मारने लगी,
रामू उकड़ू बैठ कर चाची की चूत मे खूब कस-कस कर धक्के मार रहा था और चाची बड़बड़ा रही थी,
हे रामू तेरा लंड बहुत मोटा और लंबा है रे बहुत मज़ा आ रहा है ऐसे ही चोद तुझे तो औरतो को चोदने की अच्छी
कला मालूम है कहाँ से सीखा है यह सब कही तू किसी मस्त औरत को चोद्ता तो नही है हाय ऐसे ही मार और तेज मार आह मेरी चूत आज तूने पूरी तरह फाड़ दी है,
रामू- चाची नंगी औरत को देख कर तो मेरा हथियार पूरी तरह तन जाता है मे तो कब से तुम जैसी भरे बदन की
औरत को कस कर चोद्ना चाहता था वह मोका आज लगा है और फिर रामू ने चाची की गान्ड के नीचे हाथ डाल कर उसके
भारी चुतड़ों को अपने हाथो मे थाम कर तबीयत से उसकी चूत मारना शुरू कर दी, उसका लंड पानी छ्चोड़ने का नाम ही
नही ले रहा था और उसे चोदने मे बड़ा मज़ा आ रहा था,
रामू- चाची जितनी भारी औरत को चोदो उतना ही ज़्यादा मज़ा मिलता है,
चाची- आह अरे कमिने सबसे भारी चूतड़ और भोसड़ा तो तेरी खुद की मा का है एक बार अपनी मा को क्यो नही चोद लेता
तुझे इतना मज़ा आएगा कि तू दिन रात उसी की गान्ड मे अपना मुँह डाले रहेगा,
रामू- अरे चाची मा तुम्हारी तरह मुझसे चुदवाती ही कहाँ है एक बार चुद्वा ले तो उसे भी पता चल जाएगा कि उसके
बेटे का लंड कितना मस्त है,
कामिनी- तो क्या तू अपनी मा पर चढ़ना चाहता है
रामू- धक्के की स्पीड तेज करते हुए हाय चाची मे तो कब से चोदने के लिए मरा जा रहा हू जब से उसके भारी चुतड़ों
को देखा है तब से बस यही दिल करता है कि उसकी गान्ड को पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर चोदु,
रामू ताबड़तोड़ धक्के मारने लगा और चाची उससे चिपक कर उसे पागलो की तरह चूमने लगी और फिर रामू ने उसकी गान्ड
को कस कर थामते हुए दस बड़े धक्के ऐसे मारे कि चाची का पानी छूट गया पर रामू अभी भी प्यासा ही रहा,
चाची- बेटा ज़रा सा रुक जा मेरा तो हो गया तेरा कब होगा
रामू- चाची तुम्हारे मरद की चिलम इतनी जोरदार है कि एक बार लंड खड़ा हो जाता है तो बैठने का नाम ही नही लेता है
लो इसे थोड़ा चूस कर ही आराम दो और फिर कामिनी रामू के लंड को मुँह मे भर कर चूसने लगी और रामू अपनी उंगलियो से धीरे-धीरे चाची की गान्ड को दबाने लगा,
रामू- चाची मेरा मन तो अब तुम्हारी गान्ड मारने का कर रहा है,
चाची- नही बेटा मेरी गान्ड मत मारना मुझे बड़ी तकलीफ़ होती है एक बार हरिया ने जबरन मेरी गान्ड मे लंड डालने की
कोशिश की थी और मुझे बड़ा दर्द हुआ और मेने तब से उसे अपनी गान्ड छुने भी नही दी है, तुझे अगर गान्ड ही मारना
है तो अपनी मा की चोदना उसकी गान्ड तो बहुत मोटी और मस्त है,
रामू- चाची मा की गान्ड तो जब मिलेगी तब मिलेगी लेकिन आज तो मेरा पानी निकालना है
चाची- मे तेरा पानी चूस-चूस कर निकाल देती हू
रामू- अरे नही चाची तुम कितना ही चूसो यह पानी बिना कस-कस कर ठोके नही निकलने वाला है, मुझे अपनी गान्ड मे ही
अपना पानी निकालने दो,
चाची- नही रामू मे तेरे घोड़े जैसे लंड को अपनी गान्ड मे नही ले सकती हू,
रामू- अच्छा तो फिर एक काम करो अपनी बेटी चंदा को बुला कर उसकी चूत मारने दो
चाची - अरे नही रामू अभी तो वह बहुत छोटी है 16 साल की तो है वह तेरा लंड कैसे बर्दस्त करेगी
रामू- चाची जब वह हरिया काका का लंड बड़े मज़े से ले लेती है तो फिर मेरा लंड क्यो नही ले पाएगी, तुम उसे छोटी
समझ रही हो और वह तुमसे भी ज़्यादा मस्त होकर अपनी चूत अपने बाप से मरवाति है,
चाची- यह क्या कह रहा है रामू ऐसा नही हो सकता है
रामू- तुम्हारी कसम चाची मेने अपनी आँखो से हरिया काका को उसकी चूत मारते हुए देखा था,
चाची- कितना हरामी है हरिया तभी तो मे सोचु कुछ दिनो से मेरी तरफ देख भी नही रहा है,
रामू- अब जाओ और चंदा को बुला कर यहाँ ले आओ
चाची- बेटा पहले एक बात सच-सच बता, क्या तूने रमिया को चोदा है
रामू- हाँ चोदा है लेकिन तुम यह बात किसी से कहना नही
चाची- तो फिर एक काम कर अपने खेत मे जाकर रमिया और चंदा दोनो को नंगी करके खूब चोद और मुझे थोड़ी देर
यही पड़े रहने दे मे थोड़ा आराम कर लू वैसे भी तूने मेरी चूत इतनी ज़ोर से चोदि है कि मुझसे उठा नही जा रहा है,
रामू- मुस्कुराते हुए यह तो तुम ठीक कह रही हो चाची रमिया और चंदा को एक साथ नंगी करके जब मे अपने सीने से
चिपकाउँगा तो अलग ही मज़ा आएगा, और फिर रामू अपने खेतो की ओर चल देता है,
रामू जब वहाँ पहुचता है तो रमिया और चंदा दोनो खाट पर बैठी-बैठी गन्ना चूस रही थी और रामू दोनो के बीच
जा कर बैठ जाता है और
रामू- तुझे पता है रमिया चंदा को एक दिन चींटे ने काट लिया था तब इसे बहुत सूजन हो गया था, क्यो चंदा है ना
चंदा- हाँ
रामू- अच्छा चंदा अब दिखा तो और रामू उसकी छोटी सी स्कर्ट उठा कर उसकी गुलाबी चूत को च्छू कर देखने लगता है
चंदा अपने हाथ से अपनी चूत ढकने लगती है तो रामू उसे खाट पर लेटा कर, अरे चंदा रुक तो रमिया को भी तो देखने
दे और फिर रामू चंदा की दोनो फांको को फैला कर उसकी चूत का गुलाबी छेद अपनी उंगलियो से सहलाते हुए, देख
रमिया यहाँ काटा था चंदा को चींटे ने,
रमिया- फिर क्या हुआ था भैया
रामू- फिर क्या हरिया काका ने चंदा का सारा जाहंर चूस-चूस कर निकाल दिया था क्यो चंदा
चंदा- हाँ भैया और बाबा इतना अच्छे से चूस-चूसे कर जाहंर निकाल रहे थे कि मुझे तो बड़ा मज़ा आया था
रामू- चंदा अब भी यहाँ दर्द रहता है क्या
चंदा- हा भैया दर्द तो रहता है पर बाबा इसमे अपना मोटा लंड डाल कर दूर कर देते है फिर तो बस मज़ा ही मज़ा आता
है, उसकी बात सुनते ही रामू उसकी चूत मे अपनी जीभ डाल कर उसके पानी को चाट लेता है,
रमिया- भैया मेरी चूत भी चाट ना
चंदा- नही भैया पहले मेरी चूत को अच्छे से चाट लो फिर रमिया दीदी की चाट लेना
रामू- तुम फिकर ना करो मे दोनो की चाट लेता हू एक काम करो चलो झोपड़ी मे चल कर आराम से चाटूँगा पर यह बताओ
मेरा लंड पहले कॉन चुसेगा,
उसकी बात सुनते ही दोनो उठ कर खड़ी हो जाती है और फिर रामू जब अपने लंड को धोती से बाहर निकालता है तो रमिया और चंदा दोनो उसके लंड के गुलाबी टोपे को अपनी जीभ से सहलाने लगती है और रामू मस्ती मे आकर दोनो को चूम लेता है
रमिया और चंदा दोनो खाट के नीचे घुटनो के बल बैठ कर रामू को खाट पर बैठा कर उसके लंड को कभी रमिया अपने
मुँह मे भर लेती है और जब वह बाहर निकालती है तो चंदा उसे अपने मुँह मे भर लेती है, दोनो पागल कुतिया की तरह
रामू के मोटे लंड को झपट-झपट कर चूसने लगती है और रामू अपने दोनो हाथो मे उन दोनो के कसे हुए दूध
को दबोचने लगता है, दोनो लोंदियो के दूध खूब कसे हुए और सख़्त थे जिन्हे मसल्ने मे रामू को बड़ा मज़ा आ
रहा था, रामू कभी रमिया की चुचि और कभी चंदा की चुचि को अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा था,
कुछ देर बाद रामू दोनो को झोपड़ी के अंदर ले जाकर पहले रमिया को ज़मीन पर पीठ के बल लेटा देता है और फिर चंदा
को भी रमिया के उपर उल्टा सुला देता है अब रामू के सामने नीचे उसकी बहन रमिया की खुली हुई गुलाबी चूत और उसके
उपर चंदा की मस्तानी गान्ड और चूत नज़र आ जाती है और रामू अपनी लंबी जीभ निकाल कर दोनो की चूत और गान्ड को पागलो की तरह खूब ज़ोर-ज़ोर से चाटने और चूसने लगता है, दोनो लोंड़िया एक दूसरे से चिपक कर एक दूसरे के होंठो को चूसने लगती है,
चंदा- हाय भैया ऐसे ही चाट
रमिया- चंदा तेरी जीभ का स्वाद तो बड़ा रसीला है
चंदा- तो दीदी मेरी जीभ को अपने मुँह मे भर कर चूसो ना जब नीचे से रामू भैया मेरी चूत चूस्ते है और उपर से
तुम मेरी जीभ चुस्ती हो तो बड़ा मज़ा आता है आह आह ओह मा मर गई रे,
रामू लगातार दोनो की चूत और गान्ड का छेद फैला-फैला कर अपनी जीभ से खूब कस-कस कर चूस रहा था और दोनो
लोंड़िया एक दूसरे से पूरी तरह चिपकी हुई एक दूसरे की जीभ चूस रही थी, तभी रामू ने पास मे रखा तेल अपने लंड पर
लगा कर अपने लंड के सूपदे को चंदा की चूत मे लगा कर एक कस कर धक्का मार दिया और रामू का लंड ककच की आवाज़ के साथ चंदा की चूत को फाड़ता हुआ अंदर समा गया और चंदा के मुँह से ओह मा मर गई रे जैसे शब्द निकलने लगे,
रामू ने देर ना करते हुए दोनो लोंदियो को कस कर थामते हुए दूसरा झटका इस कदर मारा कि उसका मोटा लंड चंदा की
चूत मे पूरा फिट हो गया और चंदा ने कस कर रमिया को जाकड़ लिया,
क्रमशः.............
गतान्क से आगे......................
कामिनी- क्यो रे रामू निम्मो कह रही थी कि तेरे गन्ने बहुत मोटे और बड़े-बड़े है
रामू- हाँ चाची वो तो है
कामिनी- मुस्कुराते हुए कही तूने निम्मो को अपना गन्ना चूसा तो नही दिया
रामू- अरे चाची निम्मो दीदी तो रोज गन्ना चुस्ती है, कल भी तो इसी लिए आई थी
कामिनी- तो मुझे कब चूसाएगा
रामू- जब तुम कहो
कामिनी- मेरा मन तो अभी चूसने का कर रहा है पर मेरे पेट मे ना जाने क्यो सुबह से थोड़ा दर्द बना हुआ है ज़रा
हाथ लगा कर देख कही पेट उखड़ तो नही गया है और फिर कामिनी रामू का हाथ पकड़ कर अपने पेट पर रख लेती है और
रामू नशे मे मस्त होकर जब कामिनी चाची के गुदाज पेट को अपने हाथो मे भर कर मसलता है तो उसका लंड पूरी
तरह धोती फाड़ने को तैयार हो जाता है,
रामू- मंद-मंद मुस्कुराते हुए उसके पेट को हल्के-हल्के मसल कर चाची यह तो सच मच उखड़ा हुआ लग रहा है इसी
लिए तो दर्द है इसमे,
कामिनी- तो रामू थोड़ी सी मसाज कर दे ना
रामू अच्छा ठीक है तो आप इस खाट पर लेट जाओ
कामिनी- यहाँ नही खाट पर अच्छे से ताक़त नही लग पाएगी इसलिए झोपड़ी के अंदर ज़मीन पर बिच्छा कर मसाज कर तो
ठीक रहेगा
रामू- अच्छा ठीक है आप चलो झोपड़ी के अंदर मे पेशाब करके आता हू
कामिनी झोपड़ी के अंदर चली जाती है और रामू झोपड़ी के दूसरी तरफ जाकर जब अपनी धोती सरकाकर अपना खड़ा लंड
बाहर निकालता है तो कामिनी छुप कर उसके मोटे लंड का नज़ारा करके पागल हो जाती है और उसकी चूत रामू के लंड के लिए तड़प उठती है,
कामिनी- हे रब्बा कितना मोटा और लंबा लंड है रामू का, इसका लंड तो हरिया के लंड से भी मोटा दिख रहा है अगर यह
एक बार मुझे तबीयत से चोद दे तो मेरा तो रोम-रोम मस्त हो जाएगा, आज बहुत दिन बाद किसी का लंड देख कर बड़ी चुदास सी उठने लगी है,
कामिनी तुरंत अपनी चूत को अपनी साडी के उपर से दबोचते हुए देख रही थी, जब रामू वापस आने लगा तो कामिनी ने जल्दी से एक चटाई बिच्छा कर अपने पेटिकोट का नाडा खोल दिया और साडी से अपने पेटिकोट को च्छुपाकर लेट गई,
कामिनी- कितनी देर लगा दी रामू पेशाब करने मे,
रामू- हाँ चाची बहुत जोरो की लगी थी,
कामिनी- चल बेटा अब जल्दी से मेरे पेट का दर्द भी ठीक कर दे, देख कितना कड़ा हो रहा है मेरा पेट,
और फिर कामिनी रामू का हाथ पकड़ कर उसे अपने गुदाज नंगे पेट पर रख लेती है, रामू अपनी चाची के मुलायम उठे
हुए पेट को अपने हाथो से सहलाते हुए अपनी उंगलियो को नाभि के उपर से दबाते हुए नीचे चाची की चूत की ओर लेजाता
है और उसकी नाभि से चार अंगुल नीचे लेजाकार वापस उपर की ओर लाता है, उसकी इस हरकत से कामिनी की चूत से पानी आ जाता है और उसके दोनो पेर कभी उपर कभी नीचे होने लगते है और जैसे-जैसे रामू का हाथ चलता है वैसे-वैसे चाची के पेर उपर नीचे होने लगते है,
रामू का लंड धोती मे पूरी तरह तना हुआ था और वह चाची की गदराई जवानी को देखते हुए उसके मसल नंगे पेट को
सहला रहा था,
रामू- चाची पेट के बल लेट जाओ मे ज़रा कमर की मालिश कर दू तो पेट मे ज़्यादा आराम मिलेगा,
कामिनी- ठीक है बेटा और कामिनी पलट कर पेट के बल लेट जाती है और रामू उसकी मस्त कमर को सहलाता हुआ अपने हाथ से एक बार तो चाची की मोटी गान्ड को च्छू लेता है, चाची की साडी पेरो से उठ कर उसके घटनो के उपर तक चढ़ चुकी थी और रामू चाची की गोरी नंगी टाँगो को देख-देख कर खूब तबीयत से चाची की कमर और कमर के उपर गान्ड तक का हिस्सा दबोचने लगा था, जब रामू चाची की कमर और गान्ड के बीच के हिस्से को नीचे की और दबाता तो चाची की चूत मे एक अलग ही मिठास पेड़ा होती थी जैसे उसे किसी मोटे गन्ने को चूसने पर पेदा होती है,
कामिनी- रामू तू जब कमर के थोड़ा नीचे की तरफ दबाता है ना तो मुझे बड़ा आराम मिलता है,
रामू ने कामिनी की बात को सुन कर उसकी दोनो गान्ड के बीच तक दबाना शुरू कर दिया उसकी नंगी उंगलिया जब चाची की नंगी गान्ड के छेद तक सरक कर जाती तो चाची का पूरा बदन सिहर उठता था और रामू का दिल करता कि अपनी पूरी उंगली चाची की मोटी गान्ड मे घुसा दे,
कामिनी- रामू तेरी उंगलियो मे बड़ी जान है बड़ा अच्छा लग रहा है बेटे
रामू- चाची अभी पूरी ताक़त देखी ही कहाँ है आपने आप कहो तो थोड़ी ताक़त लगा कर मालिश कर दू आपके बदन का
रोम-रोम खिल उठेगा,
कामिनी- कर दे बेटा, आज मे तुझसे अच्छी मालिश करवा लेती हू
फिर क्या था रामू ने अपने दोनो हाथो से चाची के भारी भरकम चुतड़ों को अपने हाथो मे भर कर दबोचने लगा
और चाची किसी कुतिया की भाटी अपनी गान्ड मटकाने लगी थी, रामू ने जैसे ही चाची के पेटिकोट से अंदर हाथ डाला रामू की उंगलियो सीधे चाची की गहरी गान्ड की खाई मे घुस गई और जब रामू का हाथ चाची की कसी हुई गुदा पर पड़ा तो चाची ने अपनी गुदा एक दम ढीली कर दी और जैसे ही रामू की एक उंगली गुदा को सहलाने लगी चाची ने अपनी गुदा को फिर से सिकोड लिया और रामू की उंगली चाची की गुदा मे फस गई, रामू ने थोड़ी ताक़त लगा कर अपनी उंगली चाची की गान्ड मे उतार दी और चाची एक दम से मस्त हो गई,
रामू ने चाची की साडी और पेटिकोट को उसकी गदराई गान्ड से नीचे सरका दिया और जब चाची की गोरी मस्त गान्ड पूरी नंगी नज़र आने लगी तब रामू ने उसकी गान्ड को फैलाकर सीधे अपनी जीभ उसकी गान्ड मे डाल कर उसे चाटने लगा, कामिनी से बर्दास्त नही हुआ और उसने रामू की धोती के उपर से ही उसके मोटे लंड को पकड़ लिया और पागलो की तरह मसल्ने लगी, रामू ने चाची की नंगी गान्ड को थोड़ा उपर उठा कर उसकी चूत की फांको मे अपना मुँह लगा कर चाटने लगा और चाची आह आह करती हुई सीसीयाने लगी,
लगभग दो मिनिट तक रामू ने उसकी बुर को फैला-फैला कर खूब चाता उसके बाद रामू ने
चाची को सीधा लेटा कर देर ना करते हुए अपने लंड को चाची की चूत मे एक झटके मे पूरा अंदर भर दिया और चाची
ने अपनी दोनो टॅंगो को उठा कर पूरी तरह फैला लिया, रामू चाची की चूत मे सतसट धक्के मारने लगा और चाची
नीचे से अपने चूतड़ उठा-उठा कर रामू के लंड पर मारने लगी,
रामू उकड़ू बैठ कर चाची की चूत मे खूब कस-कस कर धक्के मार रहा था और चाची बड़बड़ा रही थी,
हे रामू तेरा लंड बहुत मोटा और लंबा है रे बहुत मज़ा आ रहा है ऐसे ही चोद तुझे तो औरतो को चोदने की अच्छी
कला मालूम है कहाँ से सीखा है यह सब कही तू किसी मस्त औरत को चोद्ता तो नही है हाय ऐसे ही मार और तेज मार आह मेरी चूत आज तूने पूरी तरह फाड़ दी है,
रामू- चाची नंगी औरत को देख कर तो मेरा हथियार पूरी तरह तन जाता है मे तो कब से तुम जैसी भरे बदन की
औरत को कस कर चोद्ना चाहता था वह मोका आज लगा है और फिर रामू ने चाची की गान्ड के नीचे हाथ डाल कर उसके
भारी चुतड़ों को अपने हाथो मे थाम कर तबीयत से उसकी चूत मारना शुरू कर दी, उसका लंड पानी छ्चोड़ने का नाम ही
नही ले रहा था और उसे चोदने मे बड़ा मज़ा आ रहा था,
रामू- चाची जितनी भारी औरत को चोदो उतना ही ज़्यादा मज़ा मिलता है,
चाची- आह अरे कमिने सबसे भारी चूतड़ और भोसड़ा तो तेरी खुद की मा का है एक बार अपनी मा को क्यो नही चोद लेता
तुझे इतना मज़ा आएगा कि तू दिन रात उसी की गान्ड मे अपना मुँह डाले रहेगा,
रामू- अरे चाची मा तुम्हारी तरह मुझसे चुदवाती ही कहाँ है एक बार चुद्वा ले तो उसे भी पता चल जाएगा कि उसके
बेटे का लंड कितना मस्त है,
कामिनी- तो क्या तू अपनी मा पर चढ़ना चाहता है
रामू- धक्के की स्पीड तेज करते हुए हाय चाची मे तो कब से चोदने के लिए मरा जा रहा हू जब से उसके भारी चुतड़ों
को देखा है तब से बस यही दिल करता है कि उसकी गान्ड को पूरी नंगी करके खूब कस-कस कर चोदु,
रामू ताबड़तोड़ धक्के मारने लगा और चाची उससे चिपक कर उसे पागलो की तरह चूमने लगी और फिर रामू ने उसकी गान्ड
को कस कर थामते हुए दस बड़े धक्के ऐसे मारे कि चाची का पानी छूट गया पर रामू अभी भी प्यासा ही रहा,
चाची- बेटा ज़रा सा रुक जा मेरा तो हो गया तेरा कब होगा
रामू- चाची तुम्हारे मरद की चिलम इतनी जोरदार है कि एक बार लंड खड़ा हो जाता है तो बैठने का नाम ही नही लेता है
लो इसे थोड़ा चूस कर ही आराम दो और फिर कामिनी रामू के लंड को मुँह मे भर कर चूसने लगी और रामू अपनी उंगलियो से धीरे-धीरे चाची की गान्ड को दबाने लगा,
रामू- चाची मेरा मन तो अब तुम्हारी गान्ड मारने का कर रहा है,
चाची- नही बेटा मेरी गान्ड मत मारना मुझे बड़ी तकलीफ़ होती है एक बार हरिया ने जबरन मेरी गान्ड मे लंड डालने की
कोशिश की थी और मुझे बड़ा दर्द हुआ और मेने तब से उसे अपनी गान्ड छुने भी नही दी है, तुझे अगर गान्ड ही मारना
है तो अपनी मा की चोदना उसकी गान्ड तो बहुत मोटी और मस्त है,
रामू- चाची मा की गान्ड तो जब मिलेगी तब मिलेगी लेकिन आज तो मेरा पानी निकालना है
चाची- मे तेरा पानी चूस-चूस कर निकाल देती हू
रामू- अरे नही चाची तुम कितना ही चूसो यह पानी बिना कस-कस कर ठोके नही निकलने वाला है, मुझे अपनी गान्ड मे ही
अपना पानी निकालने दो,
चाची- नही रामू मे तेरे घोड़े जैसे लंड को अपनी गान्ड मे नही ले सकती हू,
रामू- अच्छा तो फिर एक काम करो अपनी बेटी चंदा को बुला कर उसकी चूत मारने दो
चाची - अरे नही रामू अभी तो वह बहुत छोटी है 16 साल की तो है वह तेरा लंड कैसे बर्दस्त करेगी
रामू- चाची जब वह हरिया काका का लंड बड़े मज़े से ले लेती है तो फिर मेरा लंड क्यो नही ले पाएगी, तुम उसे छोटी
समझ रही हो और वह तुमसे भी ज़्यादा मस्त होकर अपनी चूत अपने बाप से मरवाति है,
चाची- यह क्या कह रहा है रामू ऐसा नही हो सकता है
रामू- तुम्हारी कसम चाची मेने अपनी आँखो से हरिया काका को उसकी चूत मारते हुए देखा था,
चाची- कितना हरामी है हरिया तभी तो मे सोचु कुछ दिनो से मेरी तरफ देख भी नही रहा है,
रामू- अब जाओ और चंदा को बुला कर यहाँ ले आओ
चाची- बेटा पहले एक बात सच-सच बता, क्या तूने रमिया को चोदा है
रामू- हाँ चोदा है लेकिन तुम यह बात किसी से कहना नही
चाची- तो फिर एक काम कर अपने खेत मे जाकर रमिया और चंदा दोनो को नंगी करके खूब चोद और मुझे थोड़ी देर
यही पड़े रहने दे मे थोड़ा आराम कर लू वैसे भी तूने मेरी चूत इतनी ज़ोर से चोदि है कि मुझसे उठा नही जा रहा है,
रामू- मुस्कुराते हुए यह तो तुम ठीक कह रही हो चाची रमिया और चंदा को एक साथ नंगी करके जब मे अपने सीने से
चिपकाउँगा तो अलग ही मज़ा आएगा, और फिर रामू अपने खेतो की ओर चल देता है,
रामू जब वहाँ पहुचता है तो रमिया और चंदा दोनो खाट पर बैठी-बैठी गन्ना चूस रही थी और रामू दोनो के बीच
जा कर बैठ जाता है और
रामू- तुझे पता है रमिया चंदा को एक दिन चींटे ने काट लिया था तब इसे बहुत सूजन हो गया था, क्यो चंदा है ना
चंदा- हाँ
रामू- अच्छा चंदा अब दिखा तो और रामू उसकी छोटी सी स्कर्ट उठा कर उसकी गुलाबी चूत को च्छू कर देखने लगता है
चंदा अपने हाथ से अपनी चूत ढकने लगती है तो रामू उसे खाट पर लेटा कर, अरे चंदा रुक तो रमिया को भी तो देखने
दे और फिर रामू चंदा की दोनो फांको को फैला कर उसकी चूत का गुलाबी छेद अपनी उंगलियो से सहलाते हुए, देख
रमिया यहाँ काटा था चंदा को चींटे ने,
रमिया- फिर क्या हुआ था भैया
रामू- फिर क्या हरिया काका ने चंदा का सारा जाहंर चूस-चूस कर निकाल दिया था क्यो चंदा
चंदा- हाँ भैया और बाबा इतना अच्छे से चूस-चूसे कर जाहंर निकाल रहे थे कि मुझे तो बड़ा मज़ा आया था
रामू- चंदा अब भी यहाँ दर्द रहता है क्या
चंदा- हा भैया दर्द तो रहता है पर बाबा इसमे अपना मोटा लंड डाल कर दूर कर देते है फिर तो बस मज़ा ही मज़ा आता
है, उसकी बात सुनते ही रामू उसकी चूत मे अपनी जीभ डाल कर उसके पानी को चाट लेता है,
रमिया- भैया मेरी चूत भी चाट ना
चंदा- नही भैया पहले मेरी चूत को अच्छे से चाट लो फिर रमिया दीदी की चाट लेना
रामू- तुम फिकर ना करो मे दोनो की चाट लेता हू एक काम करो चलो झोपड़ी मे चल कर आराम से चाटूँगा पर यह बताओ
मेरा लंड पहले कॉन चुसेगा,
उसकी बात सुनते ही दोनो उठ कर खड़ी हो जाती है और फिर रामू जब अपने लंड को धोती से बाहर निकालता है तो रमिया और चंदा दोनो उसके लंड के गुलाबी टोपे को अपनी जीभ से सहलाने लगती है और रामू मस्ती मे आकर दोनो को चूम लेता है
रमिया और चंदा दोनो खाट के नीचे घुटनो के बल बैठ कर रामू को खाट पर बैठा कर उसके लंड को कभी रमिया अपने
मुँह मे भर लेती है और जब वह बाहर निकालती है तो चंदा उसे अपने मुँह मे भर लेती है, दोनो पागल कुतिया की तरह
रामू के मोटे लंड को झपट-झपट कर चूसने लगती है और रामू अपने दोनो हाथो मे उन दोनो के कसे हुए दूध
को दबोचने लगता है, दोनो लोंदियो के दूध खूब कसे हुए और सख़्त थे जिन्हे मसल्ने मे रामू को बड़ा मज़ा आ
रहा था, रामू कभी रमिया की चुचि और कभी चंदा की चुचि को अपने मुँह मे भर कर चूसने लगा था,
कुछ देर बाद रामू दोनो को झोपड़ी के अंदर ले जाकर पहले रमिया को ज़मीन पर पीठ के बल लेटा देता है और फिर चंदा
को भी रमिया के उपर उल्टा सुला देता है अब रामू के सामने नीचे उसकी बहन रमिया की खुली हुई गुलाबी चूत और उसके
उपर चंदा की मस्तानी गान्ड और चूत नज़र आ जाती है और रामू अपनी लंबी जीभ निकाल कर दोनो की चूत और गान्ड को पागलो की तरह खूब ज़ोर-ज़ोर से चाटने और चूसने लगता है, दोनो लोंड़िया एक दूसरे से चिपक कर एक दूसरे के होंठो को चूसने लगती है,
चंदा- हाय भैया ऐसे ही चाट
रमिया- चंदा तेरी जीभ का स्वाद तो बड़ा रसीला है
चंदा- तो दीदी मेरी जीभ को अपने मुँह मे भर कर चूसो ना जब नीचे से रामू भैया मेरी चूत चूस्ते है और उपर से
तुम मेरी जीभ चुस्ती हो तो बड़ा मज़ा आता है आह आह ओह मा मर गई रे,
रामू लगातार दोनो की चूत और गान्ड का छेद फैला-फैला कर अपनी जीभ से खूब कस-कस कर चूस रहा था और दोनो
लोंड़िया एक दूसरे से पूरी तरह चिपकी हुई एक दूसरे की जीभ चूस रही थी, तभी रामू ने पास मे रखा तेल अपने लंड पर
लगा कर अपने लंड के सूपदे को चंदा की चूत मे लगा कर एक कस कर धक्का मार दिया और रामू का लंड ककच की आवाज़ के साथ चंदा की चूत को फाड़ता हुआ अंदर समा गया और चंदा के मुँह से ओह मा मर गई रे जैसे शब्द निकलने लगे,
रामू ने देर ना करते हुए दोनो लोंदियो को कस कर थामते हुए दूसरा झटका इस कदर मारा कि उसका मोटा लंड चंदा की
चूत मे पूरा फिट हो गया और चंदा ने कस कर रमिया को जाकड़ लिया,
क्रमशः.............