desiaks
Administrator
- Joined
- Aug 28, 2015
- Messages
- 24,893
मा: "ले तुझे गांद मराने का बहुत शौक़ हैईना तो मारा मेरे से. मेरे पास लंड नहीं है तो क्या हुवा यह चूची तो हैईना. में इसे ही पूरी तेरी गांद में ठूंस दूँगी." यह कह माने चूची बदल ली और अपनी बाँयी चूची का बूटा अजय की गांद में ठेलने लगी. मा चूची को थामे हुए उसकी गांद में धक्के भी मार रही थी. मा मुन्ना की गांद पर झुकी हुई थी इसलिए उसकी गांद पिच्चे उभरी हुई थी. मेने काफ़ी वॅसलीन माकी गांद के च्छेद में माली और अपनी पूरी अंगुल उसकी गांद में डेडी और माकी गांद अंगुल से मारने लगा.
में: "मुन्ना मासे गांद मारा के कैसा लग रहा है? ऐसी गांद मराने के बारे में तो तूने आज तक सोचा भी नहीं होगा. माका भी यह आइडिया क्या मस्त कर देने वाला है." मा द्वारा मुन्ने की गांद मारा जाना देख में पूर्ण रूप से उत्तेजित हो गया. मेने सारे कपड़े खोल दिए, लंड पर कॉंडम चढ़ाली और उसे वॅसलीन से अच्छे से चिकना कर लिया.
अजय: "भैया बहुत ही मज़ा आ रहा है. माका बूटा गांद में सुरसुरी दे रहा है. माकी बड़ी सी गरम और मुलायम चूची गांद पर बहुत ही मजेदार महसूस हो रही है. मा मार्टी रहो, तुम से गांद मारा के तो एक नये तरीके का मज़ा आ रहा है." अब अजय भी माकी चूची पर अपनी गांद दबाने लगा था. मा कुच्छ देर इसी प्रकार मुन्ना की गांद में अपनी चूची ठूनसट्ी रही फिर हाँफती हुई अलग हो गई.
में: "मा तू हम भाइयों की लीला देखना चाहती थी ना तो अब देख तेरे सामने यह मेरा लाड़ला छ्होटा भाई अपनी गांद कैसे मरवाता है." मेरी बात सुन अजय उठा और मुझे भी खड़ा कर लिया. फिर उसने एक टाँग ठीक माके बगल में बेड पर रख ली और झुक कर ढेर सारी वॅसलीन मेरे लंड और अपने गांद के फैले हुए च्छेद पर माली और अपनी फूली हुई गांद मेरे आयेज उभार दी. फिर वा मेरे लंड पर अपनी गांद दबाते हुए बोला.
मुन्ना: "हाय मेरे राजा देखो मेने अपनी गांद कैसे चिकनी कर ली है. अब में अपने सैंया भैया का पूरा 11" का हल्लाबी लॉडा अपने गांद के च्छेद में खुद पीलवौनगा." मेरे लंड और अपनी गांद को अच्छी तरह से चिकनी कर लेने के बाद वा एक टाँग बेड पर रख मेरे लंड पर अपनी गांद दबाने लगा. फिर उसने अपना एक हाथ पिच्चे कर मेरे लंड को पकड़ा और लंड के सुपारे को अपनी गांद के च्छेद पर टीका लिया. फिर वा अपनी गांद खोलते हुए अपनी गांद कस के मेरे लंड पर दबाने लगा. मा आँखें फाडे अपने छ्होटे बेटे की सारी करतूत देख रही थी. तभी अजय ने कहा,
"भैया आज इस च्चिनाल माके सामने मेरी ऐसी धुनवाधार तरीके से गांद मारिए जैसी की आपने आज तक नहीं मारी. अपने हल्लाबी लॉड से मेरी गांद के परखचे उड़ा दीजिए." अजय की बात सुन में दुगुने जोश में आ गया और भाई की गांद के निमंत्रण देते गांद के च्छेद में अपने लंड को छापने लगा. उधर मुन्ना भी एक मज़े हुए गांडू की तरह अपनी गांद का च्छेद खुला छ्चोड़ रहा था. फलस्वरूप मेरा लंड धीरे धीरे गांद में सरकने लगा. कुच्छ ही देर में मेरा 11" का लंड पूरी तरह से उसकी गांद में समा गया.