hotaks444
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राज- मेरी रानी चिंता मत करो जब किसी औरत की ऐसी दर्द भरी चुदाई होती है तब उसे खूब मज़ा आता है, तेरा
भैया तेरी चूत मारते हुए तुझे जितना अपने लंड से दर्द पहुचाएगा देखना तुझे बाद मे उतना ही मज़ा
आएगा और तू कहेगी ओह भैया खूब कस कस कर चोदिये अपनी बहन की चूत को,
मैं आगे हाथ लेजाकार संगीता के दूध को खूब कस कर दबाते हुए उसकी चूत मे सतसट लंड पेलने लगा और
फिर जब संगीता की चूत खूब चिकनी हो गई तब मैने ताबड़तोड़ धक्के मार मार के जल्दी से अपना पानी उसकी गुलाबी
चूत मे छ्चोड़ दिया और फिर कुच्छ देर हाफने के बाद हम दोनो ने हाथ मूह धोया और बाहर आ गये,
थोड़ी देर
बाद मम्मी मेरे लिए चाइ लेकर आई और संगीता किचन मे जाकर काम करने लगी, मम्मी मेरे बगल मे बैठ
गई और मैं चाइ की चुस्किया लेते हुए मम्मी के बदन के उतार चढ़ाव को देखने लगा,
मेरे लंड मे थोड़ा सा ताव आ गया और मैने लूँगी के उपर से अपने लंड को जैसे ही चाइ पीते हुए मसला
मम्मी की नज़र एक दम से मेरे हाथ की ओर चली गई और उन्होने मुझे अपना लंड मसल्ते हुए देख लिया और
जब उनकी नज़रे मुझसे मिली तो उन्होने अपनी नज़रे चुराते हुए दूसरी तरफ नज़र घुमा ली,
मम्मी आज कुछ ज़्यादा
ही खूबसूरत लग रही थी दिल कर रहा था कि रंडी का मूह पकड़ कर चूम लू, मम्मी का गोरा गोरा पेट आज कुछ
ज़्यादा ही उठा हुआ लग रहा था और उसकी गहरी नाभि इतनी बड़ी लग रही थी कि लंड का टोपा उसकी नाभि मे घुसाना
चाहो तो घुस जाए,
कुच्छ देर ऐसे ही बाते करने के बाद मम्मी ने हम लोगो को खाना दिया और फिर जब काफ़ी
रात हो गई तो मम्मी और संगीता दोनो अपने रूम मे चली गई और मैं बैठ कर टीवी देखने लगा, कुच्छ देर बाद
मुझे पायल की आवाज़ सुनाई दी और मैने पलट कर देखा तो मम्मी मेरी ओर चली आ रही थी,
रति- बेटे आज नींद नही आ रही है क्या
राज- बस मम्मी अब सोने ही वाला था और फिर मैने मम्मी से कहा आओ बैठो ना,
रति- रुक जा ज़रा मैं बाथरूम होकर आती हू और फिर मम्मी बाथरूम मे घुस गई लेकिन दरवाजा थोड़ा सा ही
लगाया,
मैं जल्दी से उठ कर बाथरूम के पास जाकर खड़ा हो गया तभी मेरे कानो मे मम्मी के मूतने की
मस्त आवाज़ सुन कर मेरी आँखो के सामने मम्मी की फूली हुई चूत कैसे मोटी पेशाब की धार मार रही होगी यह
नज़ारा नाचने लगा और मेरा लंड अपनी मम्मी की चूत मारने के लिए तड़पने लगा, कुच्छ देर बाद मैं वापस
आकर बैठ गया और थोड़ी देर बाद मम्मी बाहर आ गई जब मम्मी बाहर आई तो उन्होने अपने हाथो से एक बार
मॅक्सी के उपर से अपनी चूत को दबोचा जैसे पानी पोछ रही हो और फिर मेरे बिल्कुल करीब मुझसे सॅट कर बैठ गई
और मेरे सर पर हाथ फेरते हुए कहने लगी बेटा अब तू जवान हो गया है अब तेरे लिए कोई सुंदर सी लड़की भी
देखनी पड़ेगी,
भैया तेरी चूत मारते हुए तुझे जितना अपने लंड से दर्द पहुचाएगा देखना तुझे बाद मे उतना ही मज़ा
आएगा और तू कहेगी ओह भैया खूब कस कस कर चोदिये अपनी बहन की चूत को,
मैं आगे हाथ लेजाकार संगीता के दूध को खूब कस कर दबाते हुए उसकी चूत मे सतसट लंड पेलने लगा और
फिर जब संगीता की चूत खूब चिकनी हो गई तब मैने ताबड़तोड़ धक्के मार मार के जल्दी से अपना पानी उसकी गुलाबी
चूत मे छ्चोड़ दिया और फिर कुच्छ देर हाफने के बाद हम दोनो ने हाथ मूह धोया और बाहर आ गये,
थोड़ी देर
बाद मम्मी मेरे लिए चाइ लेकर आई और संगीता किचन मे जाकर काम करने लगी, मम्मी मेरे बगल मे बैठ
गई और मैं चाइ की चुस्किया लेते हुए मम्मी के बदन के उतार चढ़ाव को देखने लगा,
मेरे लंड मे थोड़ा सा ताव आ गया और मैने लूँगी के उपर से अपने लंड को जैसे ही चाइ पीते हुए मसला
मम्मी की नज़र एक दम से मेरे हाथ की ओर चली गई और उन्होने मुझे अपना लंड मसल्ते हुए देख लिया और
जब उनकी नज़रे मुझसे मिली तो उन्होने अपनी नज़रे चुराते हुए दूसरी तरफ नज़र घुमा ली,
मम्मी आज कुछ ज़्यादा
ही खूबसूरत लग रही थी दिल कर रहा था कि रंडी का मूह पकड़ कर चूम लू, मम्मी का गोरा गोरा पेट आज कुछ
ज़्यादा ही उठा हुआ लग रहा था और उसकी गहरी नाभि इतनी बड़ी लग रही थी कि लंड का टोपा उसकी नाभि मे घुसाना
चाहो तो घुस जाए,
कुच्छ देर ऐसे ही बाते करने के बाद मम्मी ने हम लोगो को खाना दिया और फिर जब काफ़ी
रात हो गई तो मम्मी और संगीता दोनो अपने रूम मे चली गई और मैं बैठ कर टीवी देखने लगा, कुच्छ देर बाद
मुझे पायल की आवाज़ सुनाई दी और मैने पलट कर देखा तो मम्मी मेरी ओर चली आ रही थी,
रति- बेटे आज नींद नही आ रही है क्या
राज- बस मम्मी अब सोने ही वाला था और फिर मैने मम्मी से कहा आओ बैठो ना,
रति- रुक जा ज़रा मैं बाथरूम होकर आती हू और फिर मम्मी बाथरूम मे घुस गई लेकिन दरवाजा थोड़ा सा ही
लगाया,
मैं जल्दी से उठ कर बाथरूम के पास जाकर खड़ा हो गया तभी मेरे कानो मे मम्मी के मूतने की
मस्त आवाज़ सुन कर मेरी आँखो के सामने मम्मी की फूली हुई चूत कैसे मोटी पेशाब की धार मार रही होगी यह
नज़ारा नाचने लगा और मेरा लंड अपनी मम्मी की चूत मारने के लिए तड़पने लगा, कुच्छ देर बाद मैं वापस
आकर बैठ गया और थोड़ी देर बाद मम्मी बाहर आ गई जब मम्मी बाहर आई तो उन्होने अपने हाथो से एक बार
मॅक्सी के उपर से अपनी चूत को दबोचा जैसे पानी पोछ रही हो और फिर मेरे बिल्कुल करीब मुझसे सॅट कर बैठ गई
और मेरे सर पर हाथ फेरते हुए कहने लगी बेटा अब तू जवान हो गया है अब तेरे लिए कोई सुंदर सी लड़की भी
देखनी पड़ेगी,