hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
गहरी चाल पार्ट--22
आंतनी डाइयास ने षत्रुजीत सिंग से कुच्छ भी झूठ नही बोला था.ठुकराल की खुरापाति खोपड़ी जानती थी कि शत्रुजीत कोई दूध पीता बच्चा नही था जोकि ऐसे ही किसिको अपने करीब आने देगा.उसने बहुत सोच-समझ कर ये सारा प्लान बनाया था.नत्थू राम वाली बात,टोनी का शत्रुजीत को गिरती सेमेंट की बोरियो से बचाना-सब नाटक था.
ठुकराल चाहता था की उसका कोई आदमी बस शत्रुजीत के करीब हो जाए ताकि उसे उसकी हर हरकत का पता रहे & उसे उसके खिलाफ साज़िश रचने मे आसानी हो,मगर उसने भी ये नही सोचा था की शत्रुजीत टोनी को सीधे अपना ड्राइवर बना लेगा.इस बात से उसे बहुत खुशी हुई थी,टोनी अब शत्रुजीत की सारी हर्कतो पे नज़र रखे हुए था.
मगर ठुकराल टोनी को यहा लाया कैसे उसकी 1 अलग ही दास्तान है.
शैरोन & आंतनी डाइयास उर्फ टोनी की मुलाकात तब हुई थी जब टोनी गोआ से बॉमबे आक्टर बनाने आया था.उसने शॅरन के बराबर वाले घर मे 1 कमरा किराए पे लिया था.उस वक़्त वो 18 बरस की थी & अपने चाचा-चाची के साथ वाहा रहती थी.उसके मा-बाप काफ़ी पहले गुज़र चुके थे.
शॅरन बाला की खूबसूरत थी,कद छ्होटा था मगर पूरा बदन जैसे साँचे मे ढाला हुआ था.अपनी खूबसूरती का उसे पूरा एहसास था,मोहल्ले के मनचले & खुद उसका चाचा उसे इस बात का एहसास करते रहते थे.चाचा तो अक्सर चाची की नज़र बचा के उसकी गोलाईयो से छेड़-छाड़ कर देता था.ऐसे मे शॅरन को मर्द ज़ात से चिढ़ हो गयी थी,उसे लगता था की उन्हे बस उसके बदन को भोगने से मतलब है.
ऐसे मे टोनी की शराफ़त ने उसके दिल पे गहरी छाप छ्चोड़ी.टोनी की नज़रो मे उसकी खूबसूरती की तारीफ रहती थी मगर हवस कभी नही.कुच्छ ही दीनो मे दोनो ने 1 दूसरे से प्यार का इज़हार कर दिया & उसके चाँद दीनो के बाद ही 1 रोज़ जब चाचा-चाची शहर से बाहर गये हुए थे,उसने टोनी को अपना कुँवारापन सौंप दिया.
टोनी तो ऐसी खूबसूरत महबूबा पके खुशी से पागल हो गया & उसने शॅरन के चाचा-चाची से उसका हाथ माँग लिया.चाचा का दिल तो खुद ही इस हुसनपरी की जवानी का स्वाद चखने को था मगर चाची को उसे अपने घर से भगाने का इस से अच्छा मौका कहा से मिलता & चाची के आगे चाचा की 1 ना चली.दोनो ने शादी कर ली.
शादी के शुरू के 5-6 साल तो काफ़ी खुशी-2 बीते.शादी के 1 साल बाद ही शॅरन 1 बेटे की मा बन गयी थी.टोनी को भी काम मिलता रहता था.मगर इसके बाद ही मुश्किलो ने उनकी ज़िंदगी मे कदम रखा.टोनी को 1-2 लोगो ने बहुत भरोसा दिया था की वो उसे फ़िल्मो मे ज़रूर काम दिलाएँगे मगर ऐसा कुच्छ हुआ नही.टोनी इस से बिल्कुल मायूस हो गया & बस नशे के दलदल मे फँसता चला गया.
धीरे-2 वो विदेशी सैलानियो को भी चरस & बाकी नशीली चीज़े बेचने लगा.इस चक्कर मे उसे हवालात भी जाना पड़ता था.शॅरन को इन्ही हालतो मे घर से बाहर कदम रखना पड़ा.उसने बहुत कोशिश की मगर उसे कोई काम नही मिला.हार कर उसे 1 बार मे बार डॅन्सर का काम करना पड़ा.मगर उसने बार मालिक को पहले ही कह दिया था की वो केवल नाचेगी,जिस्म्फरोशी नही करेगी.
ऐसे ही 1 बार मे नाचते हुए कोई 1 महीने पहले उसपे जगबीर ठुकराल की नज़र पद गयी.उसने फ़ौरन बार मालिक को तलब किया,"वो लड़की नीले लहँगे मे..आज रात के लिए मुझे चाहिए..कीमत कुच्छ भी हो."
"साहब,बुरा मत मानीएगा,पर..वो..वो लड़की नाचने के अलावा और कुच्छ नही करती...काई ग्राहक उसके बारे मे पुच्छ चुके हैं...मुहमांगी कीमत देने को तैय्यार हैं..मगर वो सबको ठुकरा चुकी है."
"ह्म्म.",ठुकराल के होतो पे शैतानी मुस्कान खेल गयी...उसे ऐसे खेल मे बड़ा मज़ा आता था जहा की शिकार आसानी से उसके हाथ नही आता था.उस रात जैसे ही शॅरन का काम ख़त्म हुआ बार मालिक ने उसे ठुकराल के पास भेज दिया,"आप बेकार कोशिश कर रहे हैं.आप जीतने भी पैसे दें,मैं आपके साथ नही सोयूँगी."
"देखो,ऐसी जगह कोई लड़की अपने शौक से तो नही आती है.कोई मजबूरी ही उसे यहा खींच लाती है.हो सकता है,मैं तुम्हारी वो मजबूरी दूर कर दू."
"क्या करेंगे आप?आज की रात के बाद आपको मेरी शक्ल भी याद नही रहेगी...& फिर कल...कल फिर किसी और के बिस्तर मे...मैं ऐसी ज़िंदगी नही जी सकती."
"और अगर मैं कहु की तुम्हे आज के बाद सिर्फ़ मेरे साथ सोना है..तब तुम क्या कहोगी?"
शॅरन उसकी तरफ देख उसकी बात समझने की कोशिश करने लगी.
"देखो,मैं तुम्हे अपनी कार मे तुम्हारे घर छ्चोड़ देता हू.ये बातें हम रास्ते मे कर लेंगे.उसके बाद तुम्हारी मर्ज़ी.",शॅरन के चेहरे पे झिझक सॉफ दिख रही थी.
"कार के सारे शीशे खुले रहेंगे & दरवाज़े भी लॉक नही रहेंगे,तुम जहा कहोगी वाहा कार रोक दी जाएगी.",ठुकराल ने उसकी पशोपेश दूर करने की कोशिश की.
"ओके."
ठुकराल का रवैयय्या अब तक के सभी मर्दो से अलग था,शॅरन ने भी उसे अपनी कहानी बता दी,"..मुझे अपने पति से अब पहले जैसा लगाव नही रह गया है,ठुकराल साहब.अब मेरा जो भी कुच्छ है वो मेरा बेटा है.मैं उसे 1 अच्छा इंसान बनाना चाहती हू."
"..और बार मे नाचने से ये काम हो काएगा?"
"मगर मैं जिस्म्फरोशी नही करना चाहती.मुझे डर है..कल को अगर कही से उसे भनक लग गयी तो उस बेचारे का क्या होगा."
"लगता है तुमने मेरी बात ध्यान से नही सुनी.मैने कहा की तुम्हे बस मेरे साथ हुम्बिस्तर होना है."
"यानी आपकी रखैल बन जाऊं?..और जब आपका मन भर जाएगा..फिर?फिर मैं कहा जाऊंगी अपने बच्चे को लेके?"
ठुकराल समझ गया की भले ही ये लड़की 1 बार डॅन्सर हो मगर वो उसकी रखैल कभी नही बनेगी,"तुमने कहा की तुम्हारा पति 1 आक्टर था.",उसकी खोपड़ी मे 1 खुरापाति ख़याल जनम ले रहा था,"..शायद वो मेरा 1 काम कर सकता है."
"देखो,शॅरन.अगर मैं तुम्हारे पति को भी 1 काम दे दू,तुम्हारे बेटे को 1 बोरडिंग स्कूल मे दाखिल करा दू & फिर तुम्हारे पति को तुम्हारी ज़िंदगी से दूर कर तुम्हे अपना लू तो?"
"मगर ये होगा कैसे?"
"वो तुम मुझ पे छ्चोड़ो,पहले ये बताओ की तुम इस बात के लिए तैय्यार हो या नही."
"हां,मगर क्या गॅरेंटी है की आप इस बात से नही मुकरेंगे?"
आंतनी डाइयास ने षत्रुजीत सिंग से कुच्छ भी झूठ नही बोला था.ठुकराल की खुरापाति खोपड़ी जानती थी कि शत्रुजीत कोई दूध पीता बच्चा नही था जोकि ऐसे ही किसिको अपने करीब आने देगा.उसने बहुत सोच-समझ कर ये सारा प्लान बनाया था.नत्थू राम वाली बात,टोनी का शत्रुजीत को गिरती सेमेंट की बोरियो से बचाना-सब नाटक था.
ठुकराल चाहता था की उसका कोई आदमी बस शत्रुजीत के करीब हो जाए ताकि उसे उसकी हर हरकत का पता रहे & उसे उसके खिलाफ साज़िश रचने मे आसानी हो,मगर उसने भी ये नही सोचा था की शत्रुजीत टोनी को सीधे अपना ड्राइवर बना लेगा.इस बात से उसे बहुत खुशी हुई थी,टोनी अब शत्रुजीत की सारी हर्कतो पे नज़र रखे हुए था.
मगर ठुकराल टोनी को यहा लाया कैसे उसकी 1 अलग ही दास्तान है.
शैरोन & आंतनी डाइयास उर्फ टोनी की मुलाकात तब हुई थी जब टोनी गोआ से बॉमबे आक्टर बनाने आया था.उसने शॅरन के बराबर वाले घर मे 1 कमरा किराए पे लिया था.उस वक़्त वो 18 बरस की थी & अपने चाचा-चाची के साथ वाहा रहती थी.उसके मा-बाप काफ़ी पहले गुज़र चुके थे.
शॅरन बाला की खूबसूरत थी,कद छ्होटा था मगर पूरा बदन जैसे साँचे मे ढाला हुआ था.अपनी खूबसूरती का उसे पूरा एहसास था,मोहल्ले के मनचले & खुद उसका चाचा उसे इस बात का एहसास करते रहते थे.चाचा तो अक्सर चाची की नज़र बचा के उसकी गोलाईयो से छेड़-छाड़ कर देता था.ऐसे मे शॅरन को मर्द ज़ात से चिढ़ हो गयी थी,उसे लगता था की उन्हे बस उसके बदन को भोगने से मतलब है.
ऐसे मे टोनी की शराफ़त ने उसके दिल पे गहरी छाप छ्चोड़ी.टोनी की नज़रो मे उसकी खूबसूरती की तारीफ रहती थी मगर हवस कभी नही.कुच्छ ही दीनो मे दोनो ने 1 दूसरे से प्यार का इज़हार कर दिया & उसके चाँद दीनो के बाद ही 1 रोज़ जब चाचा-चाची शहर से बाहर गये हुए थे,उसने टोनी को अपना कुँवारापन सौंप दिया.
टोनी तो ऐसी खूबसूरत महबूबा पके खुशी से पागल हो गया & उसने शॅरन के चाचा-चाची से उसका हाथ माँग लिया.चाचा का दिल तो खुद ही इस हुसनपरी की जवानी का स्वाद चखने को था मगर चाची को उसे अपने घर से भगाने का इस से अच्छा मौका कहा से मिलता & चाची के आगे चाचा की 1 ना चली.दोनो ने शादी कर ली.
शादी के शुरू के 5-6 साल तो काफ़ी खुशी-2 बीते.शादी के 1 साल बाद ही शॅरन 1 बेटे की मा बन गयी थी.टोनी को भी काम मिलता रहता था.मगर इसके बाद ही मुश्किलो ने उनकी ज़िंदगी मे कदम रखा.टोनी को 1-2 लोगो ने बहुत भरोसा दिया था की वो उसे फ़िल्मो मे ज़रूर काम दिलाएँगे मगर ऐसा कुच्छ हुआ नही.टोनी इस से बिल्कुल मायूस हो गया & बस नशे के दलदल मे फँसता चला गया.
धीरे-2 वो विदेशी सैलानियो को भी चरस & बाकी नशीली चीज़े बेचने लगा.इस चक्कर मे उसे हवालात भी जाना पड़ता था.शॅरन को इन्ही हालतो मे घर से बाहर कदम रखना पड़ा.उसने बहुत कोशिश की मगर उसे कोई काम नही मिला.हार कर उसे 1 बार मे बार डॅन्सर का काम करना पड़ा.मगर उसने बार मालिक को पहले ही कह दिया था की वो केवल नाचेगी,जिस्म्फरोशी नही करेगी.
ऐसे ही 1 बार मे नाचते हुए कोई 1 महीने पहले उसपे जगबीर ठुकराल की नज़र पद गयी.उसने फ़ौरन बार मालिक को तलब किया,"वो लड़की नीले लहँगे मे..आज रात के लिए मुझे चाहिए..कीमत कुच्छ भी हो."
"साहब,बुरा मत मानीएगा,पर..वो..वो लड़की नाचने के अलावा और कुच्छ नही करती...काई ग्राहक उसके बारे मे पुच्छ चुके हैं...मुहमांगी कीमत देने को तैय्यार हैं..मगर वो सबको ठुकरा चुकी है."
"ह्म्म.",ठुकराल के होतो पे शैतानी मुस्कान खेल गयी...उसे ऐसे खेल मे बड़ा मज़ा आता था जहा की शिकार आसानी से उसके हाथ नही आता था.उस रात जैसे ही शॅरन का काम ख़त्म हुआ बार मालिक ने उसे ठुकराल के पास भेज दिया,"आप बेकार कोशिश कर रहे हैं.आप जीतने भी पैसे दें,मैं आपके साथ नही सोयूँगी."
"देखो,ऐसी जगह कोई लड़की अपने शौक से तो नही आती है.कोई मजबूरी ही उसे यहा खींच लाती है.हो सकता है,मैं तुम्हारी वो मजबूरी दूर कर दू."
"क्या करेंगे आप?आज की रात के बाद आपको मेरी शक्ल भी याद नही रहेगी...& फिर कल...कल फिर किसी और के बिस्तर मे...मैं ऐसी ज़िंदगी नही जी सकती."
"और अगर मैं कहु की तुम्हे आज के बाद सिर्फ़ मेरे साथ सोना है..तब तुम क्या कहोगी?"
शॅरन उसकी तरफ देख उसकी बात समझने की कोशिश करने लगी.
"देखो,मैं तुम्हे अपनी कार मे तुम्हारे घर छ्चोड़ देता हू.ये बातें हम रास्ते मे कर लेंगे.उसके बाद तुम्हारी मर्ज़ी.",शॅरन के चेहरे पे झिझक सॉफ दिख रही थी.
"कार के सारे शीशे खुले रहेंगे & दरवाज़े भी लॉक नही रहेंगे,तुम जहा कहोगी वाहा कार रोक दी जाएगी.",ठुकराल ने उसकी पशोपेश दूर करने की कोशिश की.
"ओके."
ठुकराल का रवैयय्या अब तक के सभी मर्दो से अलग था,शॅरन ने भी उसे अपनी कहानी बता दी,"..मुझे अपने पति से अब पहले जैसा लगाव नही रह गया है,ठुकराल साहब.अब मेरा जो भी कुच्छ है वो मेरा बेटा है.मैं उसे 1 अच्छा इंसान बनाना चाहती हू."
"..और बार मे नाचने से ये काम हो काएगा?"
"मगर मैं जिस्म्फरोशी नही करना चाहती.मुझे डर है..कल को अगर कही से उसे भनक लग गयी तो उस बेचारे का क्या होगा."
"लगता है तुमने मेरी बात ध्यान से नही सुनी.मैने कहा की तुम्हे बस मेरे साथ हुम्बिस्तर होना है."
"यानी आपकी रखैल बन जाऊं?..और जब आपका मन भर जाएगा..फिर?फिर मैं कहा जाऊंगी अपने बच्चे को लेके?"
ठुकराल समझ गया की भले ही ये लड़की 1 बार डॅन्सर हो मगर वो उसकी रखैल कभी नही बनेगी,"तुमने कहा की तुम्हारा पति 1 आक्टर था.",उसकी खोपड़ी मे 1 खुरापाति ख़याल जनम ले रहा था,"..शायद वो मेरा 1 काम कर सकता है."
"देखो,शॅरन.अगर मैं तुम्हारे पति को भी 1 काम दे दू,तुम्हारे बेटे को 1 बोरडिंग स्कूल मे दाखिल करा दू & फिर तुम्हारे पति को तुम्हारी ज़िंदगी से दूर कर तुम्हे अपना लू तो?"
"मगर ये होगा कैसे?"
"वो तुम मुझ पे छ्चोड़ो,पहले ये बताओ की तुम इस बात के लिए तैय्यार हो या नही."
"हां,मगर क्या गॅरेंटी है की आप इस बात से नही मुकरेंगे?"