hotaks444
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में अम्मी और मेरी बहिन-11
फिर जमीला ने मेरे होंठ अपने होंठो में दबा लिए और चूसने लगी मेरा लंड भी ठुमके लेने लगा,
जमीला का लंड मेरे लंड से रगड कहा रहा था बहुत ही गरम ठ जमीला का लंड ,,
तभी जमीला बोली=मेरे लंड का क्या होगा साहिल ये भी मचल रहा है आपकी गांड के लिए..
में अब अपनी गांड जमीला से मरवाने को तेयार था ,
साला इतना मोटा और कमसिन था जमीला का लंड कि मैं पागल ही हो गया उसे देखकर,
करीब 9'' इंच का तो होगा ही,
अब मैं उसके ऊपर लेट गया और कस कर उनके चुचूक चूसने लगा,
मेरे हाथ उनकी गोटियों से खेल रहे थे, मैंने उनके मम्मों में कस कर काटा,
फिर नीचे को उसका बदन चूसते हुए उसके लंड की ओर अपना मुंह ले गया,
कुछ देर तक उसके हथोड़े के साथ खेलने के बाद मैंने उसे मुँह में ले लिया,
जीभ से गोलाई में घुमा घुमा कर उस फौलादी लंड की पूजा करने लगा,
तभी उसने मेरा सिर पकड़ के ज़ोर का धक्का लगा दिया और पूरा का पूरा मेरे गले तक उतार दीया,
'उम्फ !' मेरे मुँह से आवाज़ आई,
पहली बार था लेकिन फिर भी बड़े प्यार से डलवाए रहा,
अब जमीला भी पूरे जोश में थी और ज़ोर ज़ोर से धक्के मार मार के लंड मेरे मुँह में अन्दर बाहर कर रही थी ,
पाँच मिनट तक मुँह की चुदाई करने के बाद उसने अपना लंड बाहर निकाला ,
फिर मुझे उल्टा कर मेरी चिकनी गांड सहलाने लगी और अपनी जीभ अन्दर बाहर करनेलगी,
'म्म्ह जमीला , आह ! यह क्या कर रही हो?' मैं मस्ती में चिल्लाया,
'आइ लव यू साहिल , आह... बस इस चिकनी गांड को अपने लंड के लिएढीली कर रही हूँ,
'क्या? ओह यस , प्लीज़ जल्दी से डालो !' मैं चिल्लाया पर वो थी कि मेरी गांड चाट ती ही जारही थी,
मैंने बोला= जमीला 'आह प्लीज़ जानू अब डालो ना लेट मत करो ना ...
जमीला ने अपना सिर मेरी गुलाब जैसी गांड से निकाला और प्यार से मुस्कराकर कहा='आपका हुकुम सर आँखों पर साहिल !'
यह सुनकर मेर हँसी छूट पड़ी ..
वो फिर एक बार मेरे ऊपर लेट कर मेरे रसीले होंठों का रस पीने लगी,
जमीला एक हाथ से वो मेरी मुट्ठी भी मारटी जा रही थी .
अब मेरे अन्दर भी हवस का तूफ़ान भर चुका था
मैं नशे में बोला=>'मेरा निकलने वाला है जानू आह !' ,,
तभी जमीला ने मुझे उल्टा लिटाया और मेरी गांड के छेद पर क्रीम लगाई
मैंने उसके लंड को हाथ में ले लिया और हिलाने लगा,
जमीला अपने लंड को मेरे होंटों पर घुमाने लगी ,
वासना से मेरी आँखे बंद होने लगी, फिर उसने अपना लंड मेरे मुँह में फिर से दे दिया,
अब मैं धीरे धीरे उसके लंड पर जीभ घुमाने लगा और मुँह में डाल कर चूसने लगा.
मैं बड़ी मुश्किल से उसके लंड को चूस पा रहा था क्योंकि वो बहुत मोटा था।
कभी कभी तो जमीला का लंड मेरे गले तक चला जाता,
मेरे गांड में भयंकर आग लग चुकी थी पर मैं सलीम के मोटे लौड़े से डर भी रहा था,
पर मैंने हिम्मत करके जमीला के लंड के आगे अपनी गांड कर दी,
जमीला ने बहुत सारी क्रीम मेरी गांड पर लगा दी और कुछ क्रीम अपने लंड पर भी लगा दी.
तभी मैंने जमीलासे कहा कि वो पहले अपनी उंगली मेरी गांड में घुसाए क्योंकि उससे गांड मारने में आसानी होगी.
फिर जमीला ने मेरी गांड में उंगली करनी शुरू कर दी, मुझे बड़ा मजा आ रहा था,
फिर उसने अपनी दो उंगलियाँ मेरी गांड में घुसा दी.
अब मेरे बदन में आग लग चुकी थी.
मैंने जमीला से कहा= अब गांड मारनी शुरू करो मेरी जान ..
जमीला ने अपना मोटा लंड मेरी गांड पर रख कर दबाव बनाना शुरू किया,
परउसका लंड बहुत मोटा था, वो मेरे गांड में जा ही नहीं रहा था.
फिर मैं पेट के बल बिस्तर पर लेट गया और अपने चूतड़ अपने हाथों से खोलने लगा.
अब जमीला ने अपना लंड मेरे गांड में डालना शुरू किया, मैंने जोर से अपना मुँह भीच लिया, और तभी जमीला ने जोर से धक्का मारा,
उसका पूरा सुपारा मेरी गांड में घुस गया था और मुँह से घुटी घुटी चीखें निकल गई.
फिर जमीला ने मेरे चूतड़ों को दबाना शुरू किया, वो करीब पांच मिनट तक मेरे चूतड़ों से खेलता रहा.
अब मेरा दर्द कम हो चुका था, फिर जमीला ने मेरे चूतड़ों को सहलाते हुए अपना लंड मेरी गांड में आगे पीछे करना शुरू किया,
अब मुझे भी मजा आने लगा था, मैं भी अपनी गांड उचका कर उसका पूरा लंड खाने को तैयार था,
करीब पांच मिनट बाद जमीला का पूरा लंड मेरी गांड में घुस चुका था पर हम दोनों के बदन पसीने में नहा चुके थे,
अब जमीला ने धक्के मारने शुरू कर दिए थे, वो कई साल का प्यासी थी , लगता था कि आज मेरी गांड की खैर नहीं,
मुझे भी मजा आ रहा था,
करीब सात मिनट बाद जमीलाझड़ गयी ,
उसके वीर्य ने मेरी गांड में कंडोम के अंदर ही पानी कटोरी लबालब भर दी थी,
वो करीब एक मिनट तक झाड़ता रही , उसके वीर्य की गर्म गरम पिचकारी ने मेरी आग को ठंडा कर दिया था,
फिर हम दोनों एक दूसरे की बांहों में लुढ़क गए..
बहुत ही थक गए थे हम दोनों इस गांड मरवाई से ..
करीब आधा घंटा बाद मैंने फिर अपनी गांड को जमीला के लंड पर घिसना शुरू कर दिया,
दो मिनट बाद जमीला का लंड चोदने के लिए फिर तैयार थी .
इस बार मैं जमीला के सामने घोड़ी बन गया और अपनी गांड जमीला के मुँह के सामने कर दी.
जमीला ने मेरी गांड को चाटना शुरू कर दिया, वो अपनी जीभ को मेरी गांड पर गोल गोल घुमाने लगी.
वो मेरी गांड को करीब पांच मिनट तक चाटती रही फिर मैंने कहा- अब चुदाई फिर से शुरू करो जमीला .
उसने फिर मेरी गांड और अपने लंड पर क्रीम लगाई और मेरी मस्त गांड में अपना बड़ा सा लंड डालना शुरू कर दिया,
इस बार लंड आराम से अन्दर जा रहा था,
मुझे बहुत मजा आ रहा था, मैंने जमीलासे कहा=अब मैं तुम्हारी गुलाम हूँ, मुझे जी भर कर चोदो जमीला ...
जमीला ने मेरी गांड को बजाना शुरू कर दिया। साथ ही वो मेरे चूतड़ों पर थप्पड़ भी बजाने लगा।
मैं जन्नत की सैर कर रहा था,
मैंने जमीला से कहा- मेरी रानी , बजा दे मेरी गांड का बाजा..
फिर उसने अपने धक्कों की रफ़्तार तेज कर दी और साथ ही मेरे चूतड़ों पर अपने थप्पड़ों की बरसात भी..
मेरी गांड फच फच बोलने लगी।
मैंने उत्तेजना में कहा=जमीला, आज मेरी गांड को फाड़ दे,
करीब बीस मिनट तक जमीला मेरी गांड को फाड़ती रही ..
बीस मिनट बाद जमीला मेरी गांड में झड़ गयी इस बार कंडोम नहीं लगाया था जमीला ने,
मेरी गांड की प्यास भी बुझ चुकी थी..
फिर में जमीला को अपनी बांहों में लेकर भर कर चूमने लगा और बोला=आज तुमने मुझे बहुत बड़ी ख़ुशी दी है,
जमीला मैं इसे जिंदगी भर नहीं भूल सकता,उसकी आँखों में आँसू आ गये..
जमीला बोली =साहिल आप बहुत ही अच्छे हो कोई हमारे को प्यार नहीं करता है ,
बस खली हमारी गांड मारते है, पैसा देकर ..कोई मेरे लंड की प्रवाह नहीं करता है,
साहिल आपने मेरे दिल को जीत लिया है..
अब जमीला आपकी गुलाम है साहिल आप कभी भी मुझे बुला सकते हो...
मुज्झे भी इस सेक्स में बहुत ही मज़ा आया था खासतौर से जमीला से अपनी गांड मरवा कर..
फिर जमीला ने मेरे होंठ अपने होंठो में दबा लिए और चूसने लगी मेरा लंड भी ठुमके लेने लगा,
जमीला का लंड मेरे लंड से रगड कहा रहा था बहुत ही गरम ठ जमीला का लंड ,,
तभी जमीला बोली=मेरे लंड का क्या होगा साहिल ये भी मचल रहा है आपकी गांड के लिए..
में अब अपनी गांड जमीला से मरवाने को तेयार था ,
साला इतना मोटा और कमसिन था जमीला का लंड कि मैं पागल ही हो गया उसे देखकर,
करीब 9'' इंच का तो होगा ही,
अब मैं उसके ऊपर लेट गया और कस कर उनके चुचूक चूसने लगा,
मेरे हाथ उनकी गोटियों से खेल रहे थे, मैंने उनके मम्मों में कस कर काटा,
फिर नीचे को उसका बदन चूसते हुए उसके लंड की ओर अपना मुंह ले गया,
कुछ देर तक उसके हथोड़े के साथ खेलने के बाद मैंने उसे मुँह में ले लिया,
जीभ से गोलाई में घुमा घुमा कर उस फौलादी लंड की पूजा करने लगा,
तभी उसने मेरा सिर पकड़ के ज़ोर का धक्का लगा दिया और पूरा का पूरा मेरे गले तक उतार दीया,
'उम्फ !' मेरे मुँह से आवाज़ आई,
पहली बार था लेकिन फिर भी बड़े प्यार से डलवाए रहा,
अब जमीला भी पूरे जोश में थी और ज़ोर ज़ोर से धक्के मार मार के लंड मेरे मुँह में अन्दर बाहर कर रही थी ,
पाँच मिनट तक मुँह की चुदाई करने के बाद उसने अपना लंड बाहर निकाला ,
फिर मुझे उल्टा कर मेरी चिकनी गांड सहलाने लगी और अपनी जीभ अन्दर बाहर करनेलगी,
'म्म्ह जमीला , आह ! यह क्या कर रही हो?' मैं मस्ती में चिल्लाया,
'आइ लव यू साहिल , आह... बस इस चिकनी गांड को अपने लंड के लिएढीली कर रही हूँ,
'क्या? ओह यस , प्लीज़ जल्दी से डालो !' मैं चिल्लाया पर वो थी कि मेरी गांड चाट ती ही जारही थी,
मैंने बोला= जमीला 'आह प्लीज़ जानू अब डालो ना लेट मत करो ना ...
जमीला ने अपना सिर मेरी गुलाब जैसी गांड से निकाला और प्यार से मुस्कराकर कहा='आपका हुकुम सर आँखों पर साहिल !'
यह सुनकर मेर हँसी छूट पड़ी ..
वो फिर एक बार मेरे ऊपर लेट कर मेरे रसीले होंठों का रस पीने लगी,
जमीला एक हाथ से वो मेरी मुट्ठी भी मारटी जा रही थी .
अब मेरे अन्दर भी हवस का तूफ़ान भर चुका था
मैं नशे में बोला=>'मेरा निकलने वाला है जानू आह !' ,,
तभी जमीला ने मुझे उल्टा लिटाया और मेरी गांड के छेद पर क्रीम लगाई
मैंने उसके लंड को हाथ में ले लिया और हिलाने लगा,
जमीला अपने लंड को मेरे होंटों पर घुमाने लगी ,
वासना से मेरी आँखे बंद होने लगी, फिर उसने अपना लंड मेरे मुँह में फिर से दे दिया,
अब मैं धीरे धीरे उसके लंड पर जीभ घुमाने लगा और मुँह में डाल कर चूसने लगा.
मैं बड़ी मुश्किल से उसके लंड को चूस पा रहा था क्योंकि वो बहुत मोटा था।
कभी कभी तो जमीला का लंड मेरे गले तक चला जाता,
मेरे गांड में भयंकर आग लग चुकी थी पर मैं सलीम के मोटे लौड़े से डर भी रहा था,
पर मैंने हिम्मत करके जमीला के लंड के आगे अपनी गांड कर दी,
जमीला ने बहुत सारी क्रीम मेरी गांड पर लगा दी और कुछ क्रीम अपने लंड पर भी लगा दी.
तभी मैंने जमीलासे कहा कि वो पहले अपनी उंगली मेरी गांड में घुसाए क्योंकि उससे गांड मारने में आसानी होगी.
फिर जमीला ने मेरी गांड में उंगली करनी शुरू कर दी, मुझे बड़ा मजा आ रहा था,
फिर उसने अपनी दो उंगलियाँ मेरी गांड में घुसा दी.
अब मेरे बदन में आग लग चुकी थी.
मैंने जमीला से कहा= अब गांड मारनी शुरू करो मेरी जान ..
जमीला ने अपना मोटा लंड मेरी गांड पर रख कर दबाव बनाना शुरू किया,
परउसका लंड बहुत मोटा था, वो मेरे गांड में जा ही नहीं रहा था.
फिर मैं पेट के बल बिस्तर पर लेट गया और अपने चूतड़ अपने हाथों से खोलने लगा.
अब जमीला ने अपना लंड मेरे गांड में डालना शुरू किया, मैंने जोर से अपना मुँह भीच लिया, और तभी जमीला ने जोर से धक्का मारा,
उसका पूरा सुपारा मेरी गांड में घुस गया था और मुँह से घुटी घुटी चीखें निकल गई.
फिर जमीला ने मेरे चूतड़ों को दबाना शुरू किया, वो करीब पांच मिनट तक मेरे चूतड़ों से खेलता रहा.
अब मेरा दर्द कम हो चुका था, फिर जमीला ने मेरे चूतड़ों को सहलाते हुए अपना लंड मेरी गांड में आगे पीछे करना शुरू किया,
अब मुझे भी मजा आने लगा था, मैं भी अपनी गांड उचका कर उसका पूरा लंड खाने को तैयार था,
करीब पांच मिनट बाद जमीला का पूरा लंड मेरी गांड में घुस चुका था पर हम दोनों के बदन पसीने में नहा चुके थे,
अब जमीला ने धक्के मारने शुरू कर दिए थे, वो कई साल का प्यासी थी , लगता था कि आज मेरी गांड की खैर नहीं,
मुझे भी मजा आ रहा था,
करीब सात मिनट बाद जमीलाझड़ गयी ,
उसके वीर्य ने मेरी गांड में कंडोम के अंदर ही पानी कटोरी लबालब भर दी थी,
वो करीब एक मिनट तक झाड़ता रही , उसके वीर्य की गर्म गरम पिचकारी ने मेरी आग को ठंडा कर दिया था,
फिर हम दोनों एक दूसरे की बांहों में लुढ़क गए..
बहुत ही थक गए थे हम दोनों इस गांड मरवाई से ..
करीब आधा घंटा बाद मैंने फिर अपनी गांड को जमीला के लंड पर घिसना शुरू कर दिया,
दो मिनट बाद जमीला का लंड चोदने के लिए फिर तैयार थी .
इस बार मैं जमीला के सामने घोड़ी बन गया और अपनी गांड जमीला के मुँह के सामने कर दी.
जमीला ने मेरी गांड को चाटना शुरू कर दिया, वो अपनी जीभ को मेरी गांड पर गोल गोल घुमाने लगी.
वो मेरी गांड को करीब पांच मिनट तक चाटती रही फिर मैंने कहा- अब चुदाई फिर से शुरू करो जमीला .
उसने फिर मेरी गांड और अपने लंड पर क्रीम लगाई और मेरी मस्त गांड में अपना बड़ा सा लंड डालना शुरू कर दिया,
इस बार लंड आराम से अन्दर जा रहा था,
मुझे बहुत मजा आ रहा था, मैंने जमीलासे कहा=अब मैं तुम्हारी गुलाम हूँ, मुझे जी भर कर चोदो जमीला ...
जमीला ने मेरी गांड को बजाना शुरू कर दिया। साथ ही वो मेरे चूतड़ों पर थप्पड़ भी बजाने लगा।
मैं जन्नत की सैर कर रहा था,
मैंने जमीला से कहा- मेरी रानी , बजा दे मेरी गांड का बाजा..
फिर उसने अपने धक्कों की रफ़्तार तेज कर दी और साथ ही मेरे चूतड़ों पर अपने थप्पड़ों की बरसात भी..
मेरी गांड फच फच बोलने लगी।
मैंने उत्तेजना में कहा=जमीला, आज मेरी गांड को फाड़ दे,
करीब बीस मिनट तक जमीला मेरी गांड को फाड़ती रही ..
बीस मिनट बाद जमीला मेरी गांड में झड़ गयी इस बार कंडोम नहीं लगाया था जमीला ने,
मेरी गांड की प्यास भी बुझ चुकी थी..
फिर में जमीला को अपनी बांहों में लेकर भर कर चूमने लगा और बोला=आज तुमने मुझे बहुत बड़ी ख़ुशी दी है,
जमीला मैं इसे जिंदगी भर नहीं भूल सकता,उसकी आँखों में आँसू आ गये..
जमीला बोली =साहिल आप बहुत ही अच्छे हो कोई हमारे को प्यार नहीं करता है ,
बस खली हमारी गांड मारते है, पैसा देकर ..कोई मेरे लंड की प्रवाह नहीं करता है,
साहिल आपने मेरे दिल को जीत लिया है..
अब जमीला आपकी गुलाम है साहिल आप कभी भी मुझे बुला सकते हो...
मुज्झे भी इस सेक्स में बहुत ही मज़ा आया था खासतौर से जमीला से अपनी गांड मरवा कर..