hotaks444
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अब कहानी वर्तमान में…………………………………………………………………
आगे क्या हुआ, आप को पता है...
पूजा के मूह से ये सब सुनके जहाँ मैं बहुत बड़े शॉक में चला गया था, वहीं पूजा की आँखों से आँसू बहने लगे थे.... कुछ देर बाद
मैं:- पूजा, तुम्हे यकीन है उस औरत का नाम माया देवी ही है..
पूजा:- हां .. मैं कैसे भूल सकती हूँ उसे... और मैं ये भी जानती हूँ कि आप इस नाम की उम्मीद नहीं कर रहे थे इन सब के पीछे....
मैं:- पूजा, उम्मीद क्या, मैने ख्वाबों में भी नहीं सोचा था कि वो...
पूजा:- मैं जानती हूँ .. आप पे इस वक़्त जो बीत रही है.. पर येई सच है
काफ़ी देर तक, रूम में खामोशी छाई रही... पूजा के आँसू भी अब सुख चुके थे.. काफ़ी कोशिशों के बाद मैने पूजा के कहना स्वीकार लिया
"ठीक है पूजा... मैं मान लेता हूँ, पर अभी हमे काफ़ी सावधान रहना है... तुम नहाने जाओ, फ्रेश हो जाओ... तब तक मैं कुछ खाने का ऑर्डर देता हूँ..." मैने पूजा के सर पे हाथ घूमाते हुए कहा...
कुछ सेकेंड्स में पूजा बाथरूम में घुस गयी.. उसके जाते ही, मैने मेरे मोबाइल में देखा तो इंटरनॅशनल रोमिंग आक्टीवेट हो चुका था...मैने तुरंत कॉल मिलाया...
"हेलो..."
"हाई डॉग... बोलो, रीच्ड यौर हनिमून होटल"
"फर्गेट इट... आइ वान्ट टू मीट यू नाउ..." मैने सामने वाले शक्स को कहा
"श्योर... मैं तुम्हारी होटेल के रिसेप्षन पे ही हूँ"
मैने तुरंत फोन कट करके नीचे की ओर प्रस्थान किया.. निकालने से पहले चेक किया पूजा बाथरूम में नहा ही रही थी.. मैने धीरे से रूम लॉक करके, सीडीयों की तरफ तेज़ी से बढ़ते हुए रिसेप्षन के पास पहुँचा.. रिसेप्षन के तरफ बढ़ते ही
"हेलो मिस्टर वीरानी..."
"जो बात मुझे अभी पता चली है, मुझे उम्मीद नहीं थी इतनी जल्दी हमे पता चल पाएगी" मैने लॉबी में चेअर पे बैठते हुए कहा
"क्या पता लगा आपको..."
"सुनने से पहले अपने लिए कुछ मंगवा लो, तुम्हे ये बात सुनके बहुत बड़ा सदमा ना पहुँचे...." मैने सामने शक्स की आँखों में देखते हुए कहा..
"स्टॉप बीटिंग अराउंड दा बुश प्लीज़.... जो भी बात बोलनी है सीधे सीधे कहो ना, यूँ घुमा क्यूँ रहे हो" चिढ़ते हुए मुझे जवाब मिला
काफ़ी लंबे पॉज़ के बाद मैने उसे सब बता दिया जो मैं पूजा से सुनके आ रहा था....
"व्हाट नोन-सेन्स... ऐसा हो ही नहीं सकता कभी.." सामने से गुस्से में मुझे जवाब मिला
"क्यूँ नहीं हो सकता ऐसा... क्या सिर्फ़ इसलिए क्यूँ कि उस शक्स का नाम माया देवी है.... क्या सिर्फ़ इसलिए ये सब नहीं हो सकता, क्यूँ कि माया तुम्हारी मा का नाम है.." मैने अपनी आवाज़ उँची करते हुए कहा...
"तमीज़ से बात करो भाई... मेरी मा को इन सब में इन्वॉल्व करने से पहले आपके पास कोई सबूत है इन सब का" पायल आग बाबूला होने लगी थी...
इससे पहले कि मैं कुछ बोलता, पायल फिर बोली
" अगर मेरी मा इन्वॉल्व होती तो मैं आप का इन सब में साथ ही क्यूँ देती... और उसके पास कोई सबूत है कि इसमे मेरी माँ इन्वॉल्व्ड है" पायल ने दोबारा इस बात पे दबाव डाला....
आगे क्या हुआ, आप को पता है...
पूजा के मूह से ये सब सुनके जहाँ मैं बहुत बड़े शॉक में चला गया था, वहीं पूजा की आँखों से आँसू बहने लगे थे.... कुछ देर बाद
मैं:- पूजा, तुम्हे यकीन है उस औरत का नाम माया देवी ही है..
पूजा:- हां .. मैं कैसे भूल सकती हूँ उसे... और मैं ये भी जानती हूँ कि आप इस नाम की उम्मीद नहीं कर रहे थे इन सब के पीछे....
मैं:- पूजा, उम्मीद क्या, मैने ख्वाबों में भी नहीं सोचा था कि वो...
पूजा:- मैं जानती हूँ .. आप पे इस वक़्त जो बीत रही है.. पर येई सच है
काफ़ी देर तक, रूम में खामोशी छाई रही... पूजा के आँसू भी अब सुख चुके थे.. काफ़ी कोशिशों के बाद मैने पूजा के कहना स्वीकार लिया
"ठीक है पूजा... मैं मान लेता हूँ, पर अभी हमे काफ़ी सावधान रहना है... तुम नहाने जाओ, फ्रेश हो जाओ... तब तक मैं कुछ खाने का ऑर्डर देता हूँ..." मैने पूजा के सर पे हाथ घूमाते हुए कहा...
कुछ सेकेंड्स में पूजा बाथरूम में घुस गयी.. उसके जाते ही, मैने मेरे मोबाइल में देखा तो इंटरनॅशनल रोमिंग आक्टीवेट हो चुका था...मैने तुरंत कॉल मिलाया...
"हेलो..."
"हाई डॉग... बोलो, रीच्ड यौर हनिमून होटल"
"फर्गेट इट... आइ वान्ट टू मीट यू नाउ..." मैने सामने वाले शक्स को कहा
"श्योर... मैं तुम्हारी होटेल के रिसेप्षन पे ही हूँ"
मैने तुरंत फोन कट करके नीचे की ओर प्रस्थान किया.. निकालने से पहले चेक किया पूजा बाथरूम में नहा ही रही थी.. मैने धीरे से रूम लॉक करके, सीडीयों की तरफ तेज़ी से बढ़ते हुए रिसेप्षन के पास पहुँचा.. रिसेप्षन के तरफ बढ़ते ही
"हेलो मिस्टर वीरानी..."
"जो बात मुझे अभी पता चली है, मुझे उम्मीद नहीं थी इतनी जल्दी हमे पता चल पाएगी" मैने लॉबी में चेअर पे बैठते हुए कहा
"क्या पता लगा आपको..."
"सुनने से पहले अपने लिए कुछ मंगवा लो, तुम्हे ये बात सुनके बहुत बड़ा सदमा ना पहुँचे...." मैने सामने शक्स की आँखों में देखते हुए कहा..
"स्टॉप बीटिंग अराउंड दा बुश प्लीज़.... जो भी बात बोलनी है सीधे सीधे कहो ना, यूँ घुमा क्यूँ रहे हो" चिढ़ते हुए मुझे जवाब मिला
काफ़ी लंबे पॉज़ के बाद मैने उसे सब बता दिया जो मैं पूजा से सुनके आ रहा था....
"व्हाट नोन-सेन्स... ऐसा हो ही नहीं सकता कभी.." सामने से गुस्से में मुझे जवाब मिला
"क्यूँ नहीं हो सकता ऐसा... क्या सिर्फ़ इसलिए क्यूँ कि उस शक्स का नाम माया देवी है.... क्या सिर्फ़ इसलिए ये सब नहीं हो सकता, क्यूँ कि माया तुम्हारी मा का नाम है.." मैने अपनी आवाज़ उँची करते हुए कहा...
"तमीज़ से बात करो भाई... मेरी मा को इन सब में इन्वॉल्व करने से पहले आपके पास कोई सबूत है इन सब का" पायल आग बाबूला होने लगी थी...
इससे पहले कि मैं कुछ बोलता, पायल फिर बोली
" अगर मेरी मा इन्वॉल्व होती तो मैं आप का इन सब में साथ ही क्यूँ देती... और उसके पास कोई सबूत है कि इसमे मेरी माँ इन्वॉल्व्ड है" पायल ने दोबारा इस बात पे दबाव डाला....