‘अमन विला’ यही है उस खूबसूरत घर का नाम, 10 बेडरूम, एक हाल, 3 किचिन वाले इस बंगलो में 3 परिवार रहते हैं। ग्राउंड फ्लोर पे अमन का परिवार जिसमें 4 सदस्य हैं।
अमन-उमर 20 साल, एक खुश-मिज़ाज हट्टा-कट्टा गबरू जवान, क़द 6’, ब्राउन आँखें, सफेद त्वचा। कोई भी एक बार देखे तो देखता रह जाये।
रजिया बेगम-उमर 40 साल, सुडौल शरीर, क़द 5’5”, सफेद त्वचा।
अनुम-उमर 18 साल, बिल्कुल अपनी माँ रजिया बेगम की जिरोक्स कापी, होंठ लाल, आँखें ब्राउन, क़द 5’6”।
अमन के डैड और चाचू सऊदी में काम करते हैं और साल में दो बार ही आ पाते हैं। दूसरे फ्लोर पे रहते हैं।
अमन की चाची रेहाना-38 साल की खूबसूरत लेडी। जिनकी सिर्फ़ एक बेटी है फ़िज़ा वो अभी-अभी जवान यानी 18 साल की हुई है। फ़िज़ा एक खामोश तबीयत की लड़की है और उसकी अमन की बहन अनुम के साथ अच्छी बनती है।
तीसरा परिवार है अमन की खाला हीना बेगम का, जिनके पति का कुछ साल पहले रोड एक्सीडेंट में इंतकाल हो गया था। वो टीचर हैं, उमर 38 साल, एक लड़की है शीबा, जिसकी उमर 19 साल है।
अमन को कसरत का बहुत शौक है सुबह 6:00 बजे उठना उसकी आदत है। उसका शरीर भी किसी फिल्म आक्टर के शरीर से कम नहीं है। जब अमन ने जवानी की दहलीज पे कदम रखा तो उसे वो चीज़ सबसे ज्यादा अच्छी लगी वो थी उसकी अम्मी रजिया बेगम, और बहन अनुम। इन दोनों को देख-देखकर ही बड़ा हुआ है अमन।
रजिया तो उसे अभी भी छोटा सा, प्यारा सा बच्चा समझती है। पर अनुम जानती है की ये बच्चा अब बड़ा हो गया है। क्योंकी उसने एक बार अमन के रूम में कुछ ब्लू-फिल्मों की सी॰डी॰ देखी थी। तब से वो अमन से गुस्सा है और ठीक तरह से बात भी नहीं करती। ये बात अमन ने भी नोटिस की पर वो नहीं जानता था कि वजह क्या है? अमन ना सिर्फ़ ब्लू-फिल्में देखता है बल्की मूठ भी मारता है… वो भी अपनी अम्मी रजिया और अनुम को कल्पना करके। 2
रोज की तरह रजिया ने पहले अमन को उठाया फिर अनुम को और खुद किचिन में नाश्ता बनाने चली गई। अमन कसरत करने के बाद फ्रेश हुआ और किचिन में चला गया, जहाँ सिर्फ़ रजिया थी। अमन पीछे से जाकर रजिया से चिपक गया। ये उसका रोज का मामूल था।
रजिया-अमन आज तू नाश्ते में क्या लेगा?
अमन दिल में सोचते हुए-“आपकी चूत…” और कहा-“कुछ भी अम्मी आपकी पसंद का…”
रजिया-ह्म्मम्म्म्मम।
अमन-अम्मी 5 दिन बाद मेरा बर्थ-डे है, आप मुझे क्या गिफ्ट देने वाले हैं?
रजिया-क्या चाहिए मेरे राजा बेटा को?
अमन-मुझे वो गिफ्ट चाहिए वो अपने मुझे आज तक नहीं दिया है, वो मुझे ये यकीन दिलाए कि अब मैं 20 साल का हो गया हूँ।
रजिया हँसते हुए-“ओ हो… ऐसा क्या चाहिए मुझे भी पता तो चले?”
अमन-जाने दो अम्मी, आप मना कर दोगे।
रजिया अमन की तरफ मुँह करके उसके गले में बाहें डालकर-“मेरा बेटा मुझसे कुछ भी माँगे, मैं कभी मना नहीं करूंगी प्रोमिस। अब बोल क्या चाहिए तुझे?”
अमन रजिया की आँखों में देखते हुए-“अम्मी मुझे आपसे बर्थ-डे गिफ्ट में एक पैशनेट किस चाहिए…”
रजिया-“बस… ये लो…” और रजिया अमन के गालों पे एक प्यारी सी किस कर देती है।
अमन-“उफफ्र्फ… अम्मी ये नहीं होंठों पे…”
रजिया गम्भीर नज़रों से-क्या?
अमान-हाँ अम्मी।
रजिया-ये तू क्या कह रहा है? अमन तू मेरा बेटा है, मैं कैसे?
अमन-अम्मी अपने प्रोमिस किया है, मैं कुछ नहीं जानता। 3
रजिया कुछ सोचते हुए कि अगर मैंने प्रोमिस तोड़ दिया तो अमन को हर्ट होगा वो मैं कभी नहीं चाहती। फिर कहा-“ओके अमन, मैं तुम्हें तुम्हारा गिफ्ट दूंगी, पर एक शर्त पे कि ये बात सिर्फ़ हम दोनों तक ही रहेगी। प्रोमिस करो मुझसे…”
अमन-“अम्मी, ये भी कोई बोलने वाली बात है प्रोमिस। अम्मी मैं चाहता हूँ कि बर्थ-डे वाले दिन आप मुझे सही तरीके से गिफ्ट दें इसके लिये थोड़ी प्रेक्टिस करनी पड़ेगी…” और अमन रजिया को अपनी तरफ घुमा लेता है।
रजिया-अमन नहीं, वो भी चाहिए बर्थ-डे वाले दिन।
अमन-अम्मी, प्लीज़… सिर्फ़ एक केवल प्रेक्टिस के लिये।
रजिया अपने बेटे केी बात कैसे ठुकरा सकती थी-“ओके… लेकिन सिर्फ़ एक, उसके बाद तुम कोई रिक्वेस्ट नहीं करोगे…” और रजिया अमन के गले में बाहें डालकर एक हल्का सा किस करके पीछे हो जाती है।
अमन उसे दुबारा खींचकर अपने से चिपका लेता है-“ये क्या अम्मी? ऐसे नहीं…” और अमन रजिया के होंठों पे अपने होंठ रख देता है।
रजिया इस हमले के लिये तैयार नहीं थी वो ‘उंह्म्महन्’ की आवाज़ें निकालने लगती है। करीब दो मिनट बाद अमन रजिया को छोड़ देता है। रजिया हाँफने लगती है। उसे अमन की इस हरकत पे गुस्सा भी आता है, और प्यार भी। रजिया शरम के मारे अपनी आँखें नीचे कर लेती है।
अमन-“अम्मी, एक आख़िरी बार…”
रजिया जैसे ही अमन की तरफ देखने के लिये अपनी नज़रें ऊपर उठाती है, अमन फिर से उसे अपनी बाहों में भर लेता है। दोनों की नज़रें आपस में टकराती है।
अमन-“अम्मी मैं चाहता हूँ कि आप मुझे अपने बेटे की तरह नहीं बल्की अब्बू समझकर किस करें…” रजिया अपनी आँखें बंद कर लेती है। अमन अपने होंठ रजिया की होंठों पे रख देता है और गुलाबी लबों को चूसने लगता है। रजिया एक अलग ही दुनियाँ में खो जाती है।
अमन रजिया का मुँह खोलकर अपनी जीभ रजिया के मुँह में डाल देता है और अम्मी की जीभ को अपने मुँह में लेकर चूसना शुरू कर देता है। रजिया भी उसका पूरा साथ देती है। दोनों तकरीबन 5 मिनट से एक दूसरे का सलाइवा चाट रहे थे और एक दूसरे की जीभ चूस रहे थे। अचानक किसी के कदमों की आवाज़ सुनाई देती है तो रजिया अमन को धकेलते हुए अपना मुँह दूसरी तरफ कर लेती है। अमन भी हड़बड़ा जाता है।
अनुम-अम्मी नाश्ता तैयार है क्या?
रजिया-“बस एक मिनट बेटा…”
अनुम अमन को गुस्से से देखते हुए-“तू यहाँ क्या कर रहा है? तुझे कॉलेज नहीं जाना?”