Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है - Page 6 - SexBaba
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Antarvasna फुद्दि सिर्फ़ लंड मांगती है

अम्मी ने हंसते हुए कहा अरे बेटा वो कुछ नही करे गा हां उसे पता चलने से ये ज़रूर हो गा कि अब तक हम जो कुछ छुपा के करते थे उस के सामने भी कर सकते हैं

मैने अम्मी की तरफ हैरानी से देखते हुए कहा अम्मी ये आप क्या बोल रही आप को पता है

अम्मी ने कहा हां बस 2 दिन सबर कर लो फिर देखना क्या होता है

मैने हां मे सर हिला दिया और अपने रूम मे आ गया जहाँ अपी मेरा इंतज़ार कर रही थी मैने अपी को भी सारी बात बता दी

मेरी बात सुन के अपी ने कहा अगर अम्मी ने ये कहा है कि वो अबू को संभाल लेंगी तो फिर वो संभाल लेंगी तुम टेंसन ना लो

मैं भी चुप हो गया और फिर सारी रात और अगला दिन भी इसी टेन्षन मे गुज़रा अगले दिन शाम 4 बजे के करीब अबू घर वापिस आ गये

अम्मी अबू को ले कर रूम मे चली गई और फिर डोर भी बंद कर लिया और हम भी अपने रूम मे बैठे रहे अली भी हमारे पास ही था

1 घंटे के बाद अम्मी मेरे रूम मे आ गई और मुस्कुराते हुए बोली चलो भाई बच्चो यहाँ क्यो डर के बैठे हो आ जाओ बाहर

मैने कहा अम्मी अबू ने क्या कहा है

अम्मी ने कहा कुछ नही वो क्या कहेंगे बस तुम लोग मज़े करो और क्या

अम्मी की बात से पूरी टेन्षन ख़तम हो गई लेकिन ये समझ नही आई कि आख़िर अम्मी ने अबू को मना कैसे लिया था चुप रहने के लिए

फिर हम सब अपने कामों मे लग गये और रात के खाने के टाइम हम सब ने एक साथ खाना खाया और खाने के बाद अबू ये कहते हुए चले गये कि मैं काम से जा रहा हूँ कल ही आउन्गा

अबू के जाने के बाद मैं भी अपने रूम मे चला गया कुछ देर बाद अम्मी भी आ गई और कहा नसीर आज मेरे रूम मे ही सो जाओ अली और नैइला भी वहीं हैं

मैने कहा नही अम्मी मेरी तबीयत ठीक नही है मैं सोने जा रहा हूँ

अम्मी ने मेरे माथे पे हाथ लगाया और कहा क्या बात है बेटा क्या हुआ है तुम्हारी तबीयत को

मैने कहा कुछ नही अम्मी बस दिल घबरा रहा है अगर तबीयत ठीक हो गई तो मैं आ जाउन्गा

अम्मी अपने रूम मे चली गई और जाते हो बोल गई कि दूध पी लेना बेटा

मैने हां मे सर हिला दिया अम्मी के जाने के कुछ ही देर के बाद अपी मेरे रूम मे आ गई और बोली भाई अच्छा किया आप ने जो अम्मी को मना कर दिया है

मैने कहा तुम ने ही तो उस दिन कहा था आज के लिए

अपी ने कहा अच्छा जी बड़ी जल्दी लगी अपनी छोटी बेहन को चोदने की

मैने कहा नही अपी वो जैसी भी हो आप की जगह तो नही ले सके गी ना

अपी ने कहा अच्छा ज़्यादा बाते नही करो और 12 बजे रूम मे चले जाना और जो दिल करे कर लेना वो मना नही करे गी ठीक है ना

मैने हां मे सर हिला दिया तो अपी मेरे रूम मे से चली गई और मैं रात के 12 बजे का वेट करने लगा

क्रमशः..............................................................
 
12

ठीक 12 बजे मैं अपने बेड से उतरा और अपी के रूम की तरफ चल पड़ा जैसे ही मैने अपी के रूम के डोर को हल्का सा दबा दिया तो वो बिना आवाज़ किए आराम से खुलता चला गया

मैं रूम मे इन हुआ और डोर को अंदर से लॉक कर लिया और आहिस्ता से नेलु के पास चला गया जो के बेड पे लेटी हुई थी

मैं भी जा के बेड पे बैठ गया और नेलु को आवाज़ दी नेलु..... लेकिन उस ने कोई जवाब नही दिया

मुझे अपी की बात याद थी कि नेलु मना नही करे गी और मेरा साथ भी दे गी लेकिन शरम की वजह से वो बात नही करे गी

अब मैं बेड से उठा और अपने कपड़े उतार दिए और नेलु के साथ ही लेट गया

अब मैं अपनी हिम्मत जमा कर रहा था और साथ ही ये भी सोच रहा था कि कहाँ से शुरू करूँ

फिर मैने हिम्मत की और नेलु की तरफ अपना फेस घुमा लिया और अपने एक हाथ को नेलु के बूब्स के उपर रख दिया मेरे ऐसा करते ही नेलु के जिस्म ने एक हल्की सी झुरजुरी ली और फिर से खामोशी अब नेलु के जिस्म मे कोई भी हरकत नही थी

अब मैने अपने हाथ को उस के बूब्स पे आहिस्ता से घुमाना शुरू कर दिया उफफफफफ्फ़ क्या बूब्स थे मेरी छोटी बेहन के आहह

बिल्कुल सख़्त हो रहे थे उस वक़्त और सॉफ्ट मेरे मुँह मे पानी आने लगा था और दिल कर रहा था कि अभी इन्हे नंगा कर के मुँह मे ले के खूब चूसू

फिर मैने ये सोच के हाथ को नीचे किया कि मैं अब नेलु की क़मीज़ निकाल दूं लेकिन जब मेरे हाथ मे उस की क़मीज़ का पल्लू नही आया तो मुझे समझ मे आया कि नेलु ने अपने ऊपर चादर ली हुई है मुझे समझ नही आई कि उस ने ऐसा क्यो किया है

खैर मैने साइड से अपने हाथ को चादर मे घुसाया और जैसे ही मेरा हाथ नेलु के जिस्म को लगा तो मुझे 440 वॉल्ट का झटका लगा

क्योंकि नेलु चादर के नीचे बिल्कुल नंगी लेटी हुई थी और उस के जिस्म पे कोई कपड़ा नही था

मैने अब देर नही की और अपने आप को संभाल लिया और इस के साथ ही अपने मुँह को अपनी प्यारी छोटी बेहन के बूब्स से लगा दिया

जैसे ही मैने अपनी बेहन के बूब्स को सक करना शुरू किया उस के मुँह से हल्की आअहह उन्मह की आवाज़ निकलने लगी

इन आवाज़ों से मैं काफ़ी ज़ियादा एग्ज़ाइट हो गया और उस के बूब्स पे हल्की सी बाइट भी करने लगा जिस से वो मचलने लगी

और बोली आऐईयईईईईई भाईईईईई नैईईईईईई काटूऊऊओ दर्द्द्दद्ड होता हाईईईईईई आराम से चूसूऊओ पल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ आहह उन्मह

नेलु की आवाज़ सुन के मैने बाइट करना छोड़ दिया और सिर्फ़ बूब्स को चूसने और दबाने लगा कुछ देर के बाद मैने अपने एक हाथ को नेलु की फुद्दि की तरफ घुमाना शुरू कर दिया और आराम से अपने हाथ को अपनी बेहन की फुद्दि पे रख दिया

आअहह कितनी गरम और गीली फुद्दि थी मेरी बेहन की एक लम्हे के लिए तो मैं खो सा गया फिर मैने अपनी बेहन की फुद्दि की लकीर मे अपनी एक उंगली घुमाने लगा

मेरे इस तरह करने से नेलु की साँसे तेज़ हो गई और मेरे हाथ को अपनी फुद्दि मे भींचने लगी और आहह उन्म्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह्ह की आवाज़ करने लगी

अब मैं उठा और जा के नेलु की टाँगों के दरमियाँ बैठ गया और उस की टाँगों को खोल के अपने मुँह को बेहन की फुद्दि पे रख दिया

नेलु की फुद्दि उस वक़्त किसी भट्टी की तरह दहक रही थी और गीली भी हो रही थी मेरे मुँह लगाते ही नेलु मेरे सर को अपनी फुद्दि पे दबाने लगी और उन्मह भाईईईईईईईई खा जऊऊओ मेरी फुद्दि को अपणीईीईईई रखैल बना लो भाईईईईईईईईईई आआहह भाईईईईईईईईई मुझे कुछ हो रहााआ हाईईईईईईईईईईईईई मैंन्नननणणन् गैिईईईईईईईईई भाईईईईईईईईईई पल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ कुछ करूऊऊऊऊऊऊओ
 
नेलु काफ़ी ज़ियादा गरम हो रही थी और मेरे सर को अपनी फुद्दि मे दबा रही थी नेलु उस वक़्त मज़े से बिल्कुल पागल हो रही थी

फिर नेलु के जिस्म को 3 4 तेज़ झटके लगे और इस के साथ ही उस ने मुझे अपनी टाँगों मे भींच लिया और आअहह भाईईईईईईईईईई मैं गैिईईईईईईईईईईईई खा जऊऊऊ भाईईईईईईईईईईई मेरी फुद्द्दीईईईईइ को मेरे प्यारे भाईईईईईईईईईईईईईईईईई आहह अम्मिईीईईईईईईईईईई उन्मह की आवाज़ के साथ ही उस की फुद्दि ने ढेर सारा पानी मेरे मुँह मे गिराना शुरू कर दिया

मैं भी मज़े से अपनी बेहन की फुद्दि से निकलने वाला सारा पानी सर्लपप्प्प्प्प्प सर्लपप्प्प्प्प्प की आवाज़्ज़्ज़्ज़्ज़ के साथ पी गया

अब नेलु का जिस्म भी ढीला पड़ चुका था और वो बेड पे लेटी लंबी साँसे ले रही थी

मैं उठा और नेलु के बराबर मे बैठ गया और बोला हां तो नेलु मज़ा आया कि नही अपनी भाई से फुद्दि चुसवाने मे

नेलु मेरी बात सुनते ही अपने मुँह को दूसरी तरफ घुमा कर हल्की सी आवाज़ मे बोली हुन्न्ं

मैने उस का फेस अपनी तरफ घुमा लिया और अपने खड़े लंड को उस के मुँह के साथ लगा दिया और बोला क्या अब भाई को मज़ा नही दो गी

नेलु ने कोई जवाब नही दिया और मेरे लंड को अपने मुँह दूर हटा दिया

मैं समझ गया कि अभी वो इस काम के लिए तैयार नही है इस लिए मैं उठा और नेलु की टाँगो मे आ गया और अपने लंड को साइड टेबल से आयिल की बॉटले उठा के आयिल लगा लिया और नेलु की फुद्दि को भी

फिर मैने अपने लंड को नेलु की फुद्दि पे सेट किया और आराम से इन करना शुरू कर दिया

लेकिन मेरे लंड की कॅप ही मेरी बेहन की फुद्दि मे घुस पाई थी कि मेरे लंड ने और आगे जाने से इनकार कर दिया

फिर मैने नेलु की टाँगों को अपने कंधों पे सेट किया और अपने दोनो हाथो को उस गर्दन के पीछे से रख के मज़बूती से अपनी उंगलियों को एक दूसरे मे फँसा लिया

इस तरह हम दोनो को एक लॉक सा लग गया जो कि सिर्फ़ मेरी ही मर्ज़ी से खुलने वाला था वरना नही

अब मैने नेलु के लिप्स को अपने लिप्स से लॉक कर दिया और एक तेज़ झटका लगा दिया जिस से मेरा लंड कोई 5 ,, के करीब मेरी बेहन की कुँवारी फुद्दि मे घुस गया

अब नेलु मेरे नीचे बुरी तरह से मचल रही थी और रूम मे गुऊन्णननणणन् गुऊन्णननननणणन् की आवाज़ गूँज रही थी

अब मैने अपने लंड को दूसरा झटका दिया अपनी पूरी ताक़त के साथ जिस से मेरा पूरा लंड मेरी छोटी बेहन की फुद्दि मे घुस गया और उस के तड़पने की रफ़्तार भी पहले से ज़्यादा हो गई

नेलु अपने आप को छुड़ाने के लिए काफ़ी ज़ोर लगा रही थी लेकिन मैने नही छोड़ा और वो ज़ोर लगाने के साथ गुऊन्णनणणन् गुऊन्णनननणणन् की आवाज़ भी कर रही थी और उस की आँखों से आँसू भी निकल रहे थे और नेलु अब मुझे थप्पड़ भी मारने की कोशिश कर रही थी

कुछ देर की ज़ोर आज़माई के साथ ही नेलु की अपने आप को छुड़ाने की कोशिश भी दम तोड़ती जा रही थी और मैं अपने लंड को अपनी बेहन की फुद्दि मे पूरा घुसाए लेता रहा और कोई भी हरकत नही कर रहा था

जब नेलु ने ज़ोर लगाना बंद कर दिया तो मैने उस के लिप्स को आज़ाद छोड़ दिया जैसे ही उस का मुँह आज़ाद हुआ वो रोते हुए बोली भाईईईईईई पल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ बाहर निकालूऊऊऊओ मेरिइईईईई फॅट गैिईईईई हाईईईईईईईईईई भाईईईईईईईईईईईईई आऐईयईईईईई अम्मिईीईईईईईईई मैं मर गैिईईईईईईईईई

मैने कहा बहना जो होना था वो हो गया है अब तो मज़े ही मज़े हैं तुम्हारे

नेलु ने रोते हो ही कहा भाई पल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ बाहर निकालूऊऊऊ मुझे नैईईईईई करणीईए माज़ीईई मैं मर जाऊ गििईईईई आप का बहुत बड़ा हाईईईईईईईईईई

मैने कहा अच्छा बस मैं निकाल लेता हूँ और आहिस्ता से अपने लंड को कोई 2 इंच के करीब बाहर खींचा और फिर से घुसा दिया

मेरे इस तरह करने से नेलु रोने लगी और बोली भाई मैने कहाआ ना बहिर्र्र्र्ररर निकालूऊऊ मुझे दर्द्दद्ड हो रहााअ हाईईईईईईई

मुझे अब नेलु पे गुसा भी आने लगा था इस लिए मैने अपने लंड को कॅप तक बाहर निकाला और फिर से घुसा दिया मेरे इस तरह करने से नेलु पूरी ताक़त से चीख पड़ी

आआआआआऐययईईईईईईईईईईईईईईईईईईई अम्मिईीईईईईईईई मुझे बचा लूऊऊऊऊऊऊ आआअहह भाईईईईईईईईईई मुझे छोड़ दौउउउउउउउउ पल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़ आप्प्प्पीईईईईईईईईईईईईईईईईईई भाई सीईई मुझीईईई बचा लूऊऊऊऊओ मेरी फॅट गैिईईईईईईईईईईईईई

अब मैं भी गुस्से मे अपनी पूरी ताक़त से नेलु की चुदाई करने लगा और साथ ही हाअन्न्न्न साली अब बोल क्या हुआ पहले तो कह रही थी भाईईईई मुझे अपनी रनडिीईई बना लूऊऊऊ हाआंन्‍ननननननननणणन् अब किय्ाआआअ हॉवाआ सलिइीईईई

हमारी आवाज़ों से अम्मी अली और अपी भी आ गये उस वक़्त वो तीनो भी नंगे ही थे क्योंकि दूसरे रूम मे चुदाई जो हो रही थी
 
अम्मी ने आते ही जब ये सब देखा तो बोली बेटा ये क्या कर रहे हो छोड़ो इसे नही तो ये मर जाएगी

मैने कहा चुप साली गश्ती रंडी की औलाद साली तू क्या समझती थी कि तू अली से इस की सील तुड़वा ले गी और मुझे पता नही चले गा

मेरी बात सुनते ही अम्मी चुप हो गई और अपी आगे बढ़ी और नेलु के पास बैठ गई तो नेलु अप्पीईईईईई मुझे बचा लूऊऊ पल्लज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़्ज़

अपी ने कहा क्या हुआ नेलु क्या अभी भी दर्द हो रहा है

नेलु ने कहा अपी अब थोड़ा कम है लेकिन हो रहा है अम्मिईीईईईईई भाई को बोलूऊओ ना बस करीईईई

लेकिन मैं नही रोका और नेलु की चुदाई मे लगा रहा अब अपी नेलु के बूब्स को सहला रही थी और साथ ही उसे किस भी करने लगी थी

अपी के इस तरह करने से नेलु का रोना कम हो गया और फिर ख़तम हो गया अब वो नीचे से अपनी गांद को उठा कर मेरे लंड पे मारने लगी थी और साथ ही आअहह भाईईईईईईईईईईईई उन्मह अब अचााआ लग रहााअ हाईईईईईईई भाईईईईईईईईई उन्मह की आवाज़ कर रही थी

अब मैं अपने एंड पे आने वाला था इस लिए अपनी पूरी ताक़त से अपनी छोटी बेहन की चुदाई करने लगा जिस से पूरे रूम मे ठप्प्प्प्प्प्प ताप्प्प्प्प्प्प्प और उन्मह आआअहह भाईईईईईईईई मज़ा आ रहा हाईईईईईईईई और तेज़ करूऊऊऊऊ भाईईईईईईईईई मैं गैिईईईईईईईईईईईई

इस के साथ हम दोनो बेहन भाई एक साथ फारिघ् हो गये और फिर मैने अपने लंड को नेलु की फुद्दि से बाहर निकाला और देखा तो बेड की चादर खून से भरी हुई थी

अम्मी ने मुझे घूरते हुए कहा नसीर ये तुम ने अच्छा नही किया है

मैने अम्मी की तरफ देखते हुए कहा अम्मी मैने नेलु के साथ कोई ज़बरदस्ती नही की है ये मैने इस की मर्ज़ी से ही किया है

अम्मी ने अब नेलु की तरफ देखा और बोली क्यो नेलु नसीर क्या बोल रहा है क्या ये सच है

नेलु ने हां मे सर हिला दिया और साथ ही अपनी गर्दन भी झुका ली और अपने रूम की तरफ जाते हुए बोली नसीर अभी इसे आराम करने दो ज़्यादा कुछ नही करना

मैं भी समझ गया कि अभी नेलु ज़्यादा बर्दाश्त नही कर सके गी इसी लिए अपने रूम मे चला गया और नहा के सो गया

सुबह मुझे अपी ने उठाया और बोली चलो भाई नाश्ता कर लो

मैं उठा और हाथ मुँह धो के बाहर आया तो उस वक़्त सब ही नाश्ता कर चुके थे और अपी के अलावा बाकी सब अम्मी के रूम मे ही थे

मैं भी नाश्ता कर के अपी के साथ अम्मी के रूम मे आ गया वहाँ अम्मी और नेलु दोनो ही नंगे लेटे हुए थे और अली भी एक साइड मे बैठा हुआ था

दोनो को नंगा देखते ही मेरा लंड खड़ा होने लगा तो अम्मी ने कहा नसीर यहाँ आओ मुझे तुम्हारे साथ कुछ बात करनी है

मैं अम्मी के पास जा के बैठ गया तो अम्मी ने कहा नसीर तुम्हारे अबू अब हमारे साथ नही रहना चाहते

मैने सवालिया नज़रों से अम्मी को देखा और बोला क्या मतलब् मैं समझा नही

अम्मी ने कहा वो मुझे बोल के गये हैं कि अब वो हमारे पास कभी नही आएँगे और चले गये हैं लेकिन बात कुछ और है

मैने कहा जी अम्मी मैं सुन रहा हूँ आप बोलो

अम्मी ने कहा बेटा बात ये है कि हम अब ये मकान बेच के कहीं और बल्कि किसी और सिटी चले जाएँगे जहाँ हमे कोई ना जानता हो

मैने कहा क्यों अम्मी इस से क्या हो गा और यहाँ क्या है

अम्मी ने कहा बेटा अब तुम और नैइला और अली और नेलु जहाँ हम जाएँगे हज़्बेंड वाइफ की तरह रहो गे और वहाँ सब को बताना भी यही है

मैने कहा क्यो अम्मी आप ऐसा क्यो करना चाहती हो

अम्मी ने कहा क्योंकि मैं नही चाहती कि कोई और भी अब हमारी इस छोटी सी दुनिया मे आए और हां अब हम सब एक साथ ही जिस के साथ दिल करे सेक्स किया करेंगे और बाहर लोगों के सामने ख्याल रखेंगे कि कोई ऐसी बात ना मुँह से निकल जाय कि किसी को शक हो

मैने हां मे सर हिला दिया और फिर हम ने तैयारी शुरू कर दी और सब कुछ बेच के हम अब कराची आ चुके हैं और यहाँ हम बेहन भाई की तरह नही बल्कि मियाँ बीवी ही की तरह से रहते हैं

हमारी जिंदगी मज़े से गुजर रही है दोस्तो आपको ये कहानी कैसी लगी ज़रूर बताना आपका दोस्त राज शर्मा
 
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