Antarvasna मैं तेरा आशिक़ - Page 7 - SexBaba
  • From this section you can read all the hindi sex stories in hindi font. These are collected from the various sources which make your cock rock hard in the night. All are having the collections of like maa beta, devar bhabhi, indian aunty, college girl. All these are the amazing chudai stories for you guys in these forum.

    If You are unable to access the site then try to access the site via VPN Try these are vpn App Click Here

Antarvasna मैं तेरा आशिक़

डॉली के चेहरे पर ख़ौफ़ छा गया...क्या???..
करण-.हां राज ज़िंदा है उस दिन फॅक्टरी में रांग में गिरके उसकी मौत नही हुई थी अब वो बचा कैसे ये तो सिर्फ़ आप ही जानती है..
डॉली-.क्या आपको अब भी लगता है कि मैं झूठ बोल रहीं हू उसने मेरे साथ इतना कुछ किया .
करण-..जानता हू पर मुझे आप पर भरोसा है मैं चाहता हू कि आप पोलीस प्रोटेक्षन में रहे तब तलक मैं उस थ्रीडिंग कॉल का पता करवाता हू.
डॉली-.नही प्लीज़ मत जाइए मैं घर में अकेली हू..
करण-.क्या??...करण दिल ही दिल खुश हो रहा था सुहानी रात और मनपसंद लड़की के साथ होना इससे बड़ी खुशी की बात उसके लिए क्या थी

करण - जी..जी वो..वो मैं ठीक है

करण को राज़ी होता देख डॉली के चेहरे पर फिकर ख़तम हो चुकी थी...करण उसे अपने बारें में बताने लगा और डॉली भी उसके बातों से खुश होने लगी...
करण-.आपको मुस्कुराता देख बहुत खुशी हुई...
डॉली-मेरी मुस्कुराहट तो राज ने ख़तम कर दी अब मुझसे शादी भी कौन करेगा मुझे प्यार नही उसने तक़लीफ़ ही दी है..
करण-.काश मैं उस वक़्त तुम्हे बचा पाता....
डॉली-हां काश पर अब तो बहुत देर हो चुकी है,,,,
करण-देर कहाँ हुई कोई देरी नही हुई हम अब भी साथ है और आपको चिंता करने की कोई बात नही उस राज को मैं तुमसे दूर रखूँगा ये मेरा तुमसे वादा है..
डॉली-.थॅन्क्स मोम घर पर नही है वो आउट ऑफ स्टेशन है...
करण-तो फिर मैं यहाँ रुक जाता हू आपकी प्रोटेक्षन भी हो जाएगी और मैं बोर भी नही हुँगा

कारण - वैसे आपका कोई बॉय फ्रेंड था कभी
डॉली - नही सारी ज़िंदगी तक़लीफ़ और मेहनत में ही गुज़ार दी प्यार करने का मौका ही नही मिला
कारण - मेरा भी कोई यहीं हाल था डॅड मोम थे और आख़िर में मोम को कॅन्सर हो गया और वो चल बसी उसके बाद डॅड ने दूसरी शादी कर ली मैं अपने पापा को छोड़के पोलीस जाय्न कर लिया और अकेले रहने लगा और आज भी मैं अकेले ही रहता हू मेरी तक़लीफ़ समझ ने वाला तो कोई नही है
डॉली बस चुप थी और उसके चेहरे को देख रहीं थी
कारण - वैसे मुझे राज के बारें में सबकुछ बताओ आख़िर वो तुम्हारे पीछे पड़ा कैसे
डॉली उसे सबकुछ बताने लगी और उसकी मौत तक की कहानी उसे सुना डाली

करण को अफ़सोस हुआ और उसने अपना हाथ डॉली के कंधे पर रख दिया दोनो एक दूसरे को देखने लगे .
..डॉली ने अपने कंधे से उसका हाथ दिया..
करण-.क्या हुआ मैने कुछ ग़लत किया..
डॉली-नही आपकी कोई ग़लती नही लेकिन अब प्यार नाम की चीज़ से मुझे नफ़रत हो चुकी है..
करण-.आप ऐसा क्यू सोचते है मैं हू ना आपकी ज़िंदगी में ...करण के मुँह से ये वर्ड निकल गया और वो शर्मिंदा हो चला...डॉली उसे हैरानी से देख रहीं थी

रात के 10 बज चुके थे और डॉली और करण एक दूसरे से कुछ दूर बैठे हुए थे बस डॉली उसे देख रहीं और करण उसे.

कारण-..वैसे एक बात कहु..कारण ने सोचते हुए कहा...
डॉली-.हां कहिए...
करण-.आइ आम सॉरी..
डॉली-.इट' स ओके..
करण-.आप ऐसा क्यू सोचती है कि किसी ने आपकी ज़िंदगी को खराब कर डाला तो आपकी ज़िंदगी कभी सुधर नही सकती..

.डॉली बस खामोशी से नज़र झुकाए बैठी हुई थी करण ने उसकी तरफ देखा और कहा अगर भरोसा है तो सबकुछ है अगर आपको मुझपे यकीन है कि मैं आपक ज़िंदगी भर हाथ पकड़े चलूँगा तो आप बिल्कुल सहीं है आइ लव यू 

डॉली करण को देखने लगी...
करण ने पास आकर उसके कान में बोला भरोसा है...
डॉली-पता नही...
करण वहाँ से उठके जाने लगा तभी डॉली ने उसे देखा और दोनो एक दूसरे को देखते हुए होंठो को जोड़े बिस्तर पर गिर गये दोनो एक दूसरे को किस करने लगे डॉली उसे बाहों में भरे किस करने लगी सब बातों से बेख़बर कुछ देर बाद करण ने खुद के शर्ट के बटन्स खोल दिए और डॉली की चुचियो को टॉप से ही दबाने लगा और उसके होंठो को चूसने लगा डॉली ने अपनी जीन्स को नीचे खिशका दिया और अपनी चढ्ढि को भी उतार फैंका

करण ने उसकी मखमली चूत में अपना लॉडा सहलाया और उसके मस्त होते ही उसके लौडे को पूरा उसकी चूत में डालने की कोशिश की उसने झट से उठकर सामने रखे मेज़ पर से वॅसलीन आयिल को पूरा अपने लौडे पर चुपड लिया और कुछ उसकी चूत में लगाके उसकी चूत में अपना लंड रगड़ने लगा कुछ देर में घप्प्प्प से लंड अंदर जा घुस्सा करण ने धक्के देने तेज़ कर दिए और उसकी गले को पकड़कर अपनी ज़ुबान डॉली के मुँह में डाल दी और डॉली उसकी ज़ुबान को आगे पीछे होकर चूसने लगी करण ने नीचे से धक्के देने शुरू किए और उसकी चुचियो को कपड़े से बाहर निकालकर मसल्ने लगा...आआआआहह उउउउुउउइ म्‍म्म्ममममममम आआआहह...डॉली सिसकारिया लिए जा रहीं थी

कारण ने उसकी चूत से लंड निकाला और उसकी गीली चूत में अपनी ज़ुबान फिराने लगा उसकी चूत को चाटकार उसने उसकी गीली चूत को और गीला कर दिया उसका नमकीन पानी पीके कारण ने उसको पेट के बल लिटाया और उसकी गांद पर हाथ फैरने लगा और उसकी गांद को दबोचते हुए अपना लौरा डालने लगा कारण ने पोज़ीशन बनाई और उसकी गान्ड में अपना लंड घुसेड दिया....आआआआअहह ओह...डॉली चिल्ला पड़ी कारण ने गान्ड में लंड को धीरे धीरे डालना शुरू किया और लंड कुछ ही देर में उसकी गांद में पूरा अंदर तक चला गया डॉली को तक़लीफ़ नही हुई क्यूंकी उसकी चूत और गांद को बुरी तरह राज ने पहले ही फाढ़ डाला था कारण ने धक्के देने शुरू किए और डॉली के जिस्म को दबाते हुए उसकी गांद में लॉडा घुसेड़ने लगा और धक्के देने स्टार्ट किए आगे पीछे होते ही डॉली भी सिसकारियाँ लेने लगती कुछ ही देर में केरेन ने अपने लंड में ज़ुर्ज़हुरी से महसूस की और उसने अपने लौडे को बाहर निकालकर उसके मुँह में डाल दिया डॉली उसके लौडे को चूसने लगी और कुछ ही देर में उसके लौडे से पानी निकल गया जो कि डॉली के पूरे जिस्म और मुँह पर लग चुका था करण को अब भी यकीन नही हो रहा था कि डॉली को वो मिल चुका है दोनो के सपने पूरे हो चुके थे और करण डॉली से लिपट गया और दोनो बिस्तर में ढेर हो गये..
डॉली-.क्या तुम मुझसे वादा करते हो कि तुम मुझे छोड़के नही जाओगे..
करण-.पक्का वादा मेरी जान
 
लेकिन शायद कोई उन्हे बाहर से देख रहा था उसकी आँखो में आग थी और उसके हाथ की मुट्ठी कसी और और वो झाड़ियो से बाहर निकलके भाग गया

आज डॉली की आँखो से नींद कोसो दूर थी क्यूंकी सुबह की रोशनी में उसने खुद को करण की बाहों में देखा उसने खुद की आँखो को धीमे धीमे पलक झपकाकर करण को देखा जो कि नंगे बदन उसके जिस्म से लिपटा हुआ सो रहा था डॉली एक हल्की मुस्कुराहट लाई जो शायद काफ़ी महीने पहले गुम हो चुकी थी डॉली ने हल्के से उसके गाल पे एक चुंबन किया जिसका आहेसास होते ही कारण भी उठकर उसे देखने लगा

सोई नही अब तक...कारण ने धीमी आवाज़ में कहा

तुमने सुकून की ज़िंदगी का आहेसास करा दिया इससे बढ़कर मेरे लिए और क्या होंगी...डॉली ने मसूकुराते हुए करण पर अपनी नज़र दौड़ाई

करण ने उसके कोमल हाथो को अपने मज़बूत हाथो में लेकर उसकी उंगलियो को अपने उंगलियो से टटोलने लगा...काश ये सब पहले होता आज पहली बार मुझे प्यार का आहेसास हुआ है डॉली काश मैं तुम्हारी ज़िंदगी को उस कुत्ते से बचा पाता...अब तो तुम मेरे साथ हो ही ना...हाहहहा

करण ने हँसते हुए डॉली को अपने सीने से लगा लिया डॉली अपनी चुचियो को रज़ाई से ढककर उसके गले लग गयी

सुबह के 10 बज चुके थे और करण पोलीस स्टेशन पहुच चुका था और कुछ ही देर में अब वो कमिश्नर के पास खड़ा था...सर ये रहे वो रिपोर्ट्स जिसमे ये सॉफ ब्यान है कि ये काम उस कामीने राज का ही हो सकता है

तुम ऐसा कैसे कह सकते हो करण ही ईज़ ऑलरेडी डेड और तुम्हे लगता है ये दो कतल उसने किए पर कैसे??....कमिश्नर ने मायूस हो कर कहा

सर कहते है कि कभी कभार ज़िंदगी मौत से भी आगे बढ़ जाती है ये राज कोई मामूली इंसान नही है ही ईज़ आ सूपरह्यूमन उसमें काफ़ी ताक़त है वो एक ख़ूँख़ार दरिन्दा है

पर प्रूव्स तो ये बताते है कि राज उस रांग के आक्सिडेंट में मारा गया था...
करण-.क्या हमे बॉडीस का पता लगा....
कमिश्नर-नही नही 
करण-तो...फिर आप कैसे कह सकते है कि वो सचमुच मारा जा चुका है सर दो कतल जो हुए है ये कोई नही कर सकता इंसानियत को खो कर किसी ने ये घिनोना काम किया हो सकता है और मैं आपसे कहता हू अब तीसरा अटॅक डॉली पर होगा..
कमिश्नर-.लेकिन तुम इतने यकीन के साथ कैसे कह सकते हो करण अगर राज ज़िंदा है तो वो यक़ीनन डॉली को पहले मौत के घाट उतारता..
करण-.नही सर वो ऐसा नही करता क्यूंकी वो डॉली को काफ़ी चाहता है चाहे डॉली उसे दस ज़ख़्म भी क्यू ना दे दे वो ऐसा ही रहेगा ही ईज़ आ साइको लवर और रहीं बात उन दो कतलो का तो राज ने ये कतल अपनी हैवानियत को शांत करने के लिए किए सर ही ईज़ टोटली आउट ऑफ माइंड सर वो एक पागल के साथ साथ एक वहशी इंसान है..
कमिश्नर-.ठीक है तुम्हारी बातों से मुझे थोड़ा यकीन हो रहा है अब तुम डॉली के साथ 24 घंटा उसकी प्रोटेक्षन में रहना आंड बी केर्फुल अगर वो ज़िंदा है तो ये सबसे बड़ी ख़तरे की घंटी है उसपर वो कभी भी हमला कर सकता है नाउ यू मे लीव..
कारण-.सर

करण सल्यूट करता हुआ पोलीस स्टेशन से निकल गया और जल्द ही डॉली के घर में पहुच चुका था दोनो गार्डन में बैठे ढलते सूरज को देख रहे थे...
डॉली-.क्या हुआ करण तुम बहुत खुश लग रहे हो?..
करण-.खुशी की बात ही है..
डॉली-.क्या है ऐसा..
करण-.जानना चाहती हो तो सुनो पोलीस ने मुझे तुम्हारी प्रोटेक्षन के लिए हाइयर कर लिया है और हम अब साथ 24 घंटे गुज़ार सकते है वैसे तुमने अपनी मोम को कल रात का वाक़िया बताया..
डॉली-हाँ उन्होने कहा है कि पोलीस की कस्टडी में रहना वरना कुछ भी हो सकता है

इतना कहते ही डॉली की आँखो में आँसू छलकने लगे...
करण-आर...अर्रे ये क्या तुम रो रहीं हो? सस्शह...कारण ने डॉली को अपने सीने से लगा लिया....वैसे तो आज काफ़ी दिन है हमारे पास तुम्हारी मोम कल तक आ जाएगी और इतनी शाम पड़ी है क्यू ना...डॉली को बोलने की कोई ज़रूरत ही नही पड़ी करण उसे गोद में उठाता हुआ घर में ले गया

उधर राज ने ज़ोर से शीशे पर अपने घुस्से का वार किया काँच के शीशे बिखर गये और उसके हाथो में भी थोड़े बहुत चुभ गये राज ने अपने माँस से काँच को एक एक करके निकाला और वापिस दीवार के सहारे हाथ लगाकर सोच में डूब गया

क्यू डॉली क्यू मेरे साथ ऐसा क्यू किया तुम्हे उस कुत्ते के साथ बिस्तर पर देखकर जानती हो मुझपर क्या क्या बीत रहीं है मैने कितने सपने देखे थे हम साथ होते आआआआआआअहह आज तुमने मुझे एक बार फिर झुका डाला है लेकिन मैं कसम खाता हू वो दिन भी करीब आएगा जब मैं तुम्हे अपनी बना लूँगा अपनी आआअहह

करण डॉली के पेट को चूमता हुआ उसके चेहरे को कसते हुए उसके होंठो को चूसने लगा डॉली ने भी अपने जिस्म से कपड़ा हटा डाला और उसके जिस्म पर चूमने लगी करण ने खुद को उस वर्दी वाले कपड़ो से आज़ाद कर लिया और उसकी चुचियो को मूँह में भरकर चूसने लगा उसकी फुद्दि पर हाथ लगते ही डॉली सिहर उठी करण ने उसकी फुद्दि को रगड़ते हुए उसे सूँघा उसकी मादक खुसभू करण को पागल कर गयी और उसने अपनी उंगली उसके मुँह में डाल दी डॉली ने उंगली को पूरा चूसा और उसके बाद करण की बेल्ट को खोल दिया करण ने भी अपनी पॅंट को अपने से अलग कर लिया और दोनो ने मिलकर ईक दूसरे को फिर से चूमना स्टार्ट कर दिया करण ने उसकी फुद्दि में उंगली डाली और उसकी कसी चूत जल्द ही खुल गयी करण ने उसकी फुद्दि को अपनी जीब से चाटना शुरू कर दिया और उसकी चूत को पूरा गीला कर डाला 2-3 मिनिट में ही डॉली की चूत गीली हो चुकी थी क्यूंकी वो पहले ही उत्तेजना की ल़हेर में तैर रहीं थी
क्रमशः…………………………….
 
मैं तेरा आशिक़--19

गतान्क से आगे………………………..

करण ने उसकी फुद्दि को चूसना शुरू किया और उसकी सूजी डबल रोटी जैसी चूत को अपने मुँह में भरकर चूसने लगा थोड़ी देर चुसाइ के बाद करण ने अपने फन्फनाते लंड को डॉली के मुँह में डाला जिसमे डॉली थोड़ी सी सिहर गयी...ओह,,

करण-क्या हुआ.

डॉली-.कुछ नही

पर शायद डॉली को पता था कि जब उसे याद आया कि किस तरह उसे राज ने लंड मुँह में डालकर ज़बरदस्ती चुस्वाया था और उसके हलक तक लंड चला गया था उस दिन वो सांस भी नही ले पाई थी उन खौफनाक सपनो से बाहर आते ही डॉली ने लंड को चूसना शुरू किया और करण के लंड की चॅम्डी को बाहर खिंचा और उसे चूसने लगी मुंम्म्ममम आआआआहह सस्स्स्स्स्स्स्स्सस्स म्‍म्म्ममममम डॉली सिसकारियाँ लेने लगी डॉली ने लंड की चॅम्डी को इधर उधर चाटा और फिर उसके सुपाडे को भी लॉलिपोप की तरह चूसने लगी कुछ देर चुसाइ के बाद लंड से लबालब पानी की थोड़ी बूंदे आने लगी जिन्हे डॉली ने चाट लिया डॉली को काफ़ी सुकून मिल रहा था डॉली ने तुरंत उठते के साथ करण को लिटाया और उसके उपर चढ़कर अपनी चूत को ढीला छोड़ा और उसके लंड पर बैठ गयी करण ने नीचे से धक्के देने शुरू किए और चुदाई का ये सिलसिला शुरू हुआ जो प्यार के धागो से बँधा था डॉली ने आगे पीछे धक्का देना शुरू किया और करण ने डॉली की उछलती चुचियो को हाथ में लेके मसल डाला कारण ने काफ़ी देर तक डॉली की चुचियो को मसला डॉली के इर्द गिर्द बने टत्तुओं को देख करण थोड़ी देर के लिए रुक गया पर वो डॉली को राज का ख़ौफ़ और डर वापिस नही याद दिलाना चाहता था

कुछ देर धक्के देने के बाद करण ने धक्के ज़ोर ज़ोर से बढ़ा डाले और डॉली को ज़ोर से कस के पकड़ा और उसकी चूत में झढ़ गया डॉली भी उसे लिपटाये नंगे बदन ही दोनो एक दूसरे के जिस्म से चिपके रहे और पानी लबालब डॉली की चूत से निकल रहा था.......

ऐसे ही दिन गुज़रते गये और करण और डॉली पास आने लगे करण भी डॉली के साथ सारी सारी रात गुज़ारता और उन दिनो शहेर में भी कोई और हादसा नही हो रहा था डॉली को पूरा यकीन था कि करण के होते हुए अगर राज ज़िंदा है तो उसे कुछ नही हो सकता लेकिन करण उसके मन से डर और ख़ौफ्फ निकालना चाहता था जो राज ने उसके अंदर डाला हुआ था करण और डॉली साथ साथ रहते और ये बात उसकी मा ने भी गौर की और ऊन दोनो के बीच के फ़ासले कम होने से ये सच यकीन में बदल गया कि डॉली उसे चाहने लगी है करण भी उसकी ज़िंदगी को वापिस सँवार सकता है लेकिन शायद ये बात राज को मंज़ूर नही थी

.............................................................

वो धीरे डॉली के घर की ओर बढ़ रहा था और उसके हाथो में अब उस्तरा था वो झट से झाड़ियो के पास आया और डॉली की खिड़की से झाँक रहा था डॉली घर में अकेली थी राज झाड़ियो के पीछे छुप कर घर पर नज़र रखने लगा

डॉली की मा खिड़किया बंद कर रहीं थी...बाप रे ये अचानक मौसम को क्या हो गया ऐसे बदल छा रहे है बिजलिया खड़क रहीं है ज़रूर भारी तूफान आएगा डॉली बेटा अपने कमरे की भी खिड़खिया बंद कर लो...

डॉली-ठीक है मा

माँ-अर्रे करण कहाँ है..

डॉली-.मा उसे किसी ज़रूरी केस के सिलसिले में शाम को ही जाना पड़ा पर फिकर ना करो वो जल्द ही आ जाएगा..

माँ-ठीक है बेटा...राज ये सारी बाते बाहर से आराम से सुन रहा था और उसका तो बस खून खौल रहा था

तभी अचानक लाइट चली गयी...मा मा लाइट को क्या हो गया मा मा...डॉली ज़ोर ज़ोर से चिला रही थी मा मा लाइट क्यू चली गयी मा कहाँ हो तुम

अंधेरे में डॉली कमरे से बाहर निकली और लिविंग रूम की तरफ जाने लगी त्रिंग त्रिंग त्रिंग त्रिंग...

डॉली-.हेलो...डॉली ने झट से फोन उठाया...उधर से लाइन पर करण था

करण-हां डॉली हाहाहा सॉरी बेबी मैं बस आ रहा हू ठीक है डरना मत...

डॉली-अर्रे पता नही लाइट कैसे चली गयी मा भी नही मिल रहीं..

कारण-.क्या मतलब?...

डॉली-.मैने मा को काफ़ी आवाज़ लगाई पता नही कहाँ है तुम जल्दी घर आओ मैं तुमसे बाद में बात करती हू

कारण- हेलो हेलो हेलो..हेलो डॉली हेलो...दोनो की आवाज़ काट चुकी थी राज ने फोन का तार कट कर दिया था.

डॉली-..हेलो हेलो करण करण....डॉली ने फोन रखा और आगे जाने लगी डॉली एक झटके में फिसली और सीधे फर्श पर गिर पड़ी...आआआहह...डॉली ने खुद को बड़ी मुस्किल से उठाया और अपनी नज़र पीछे की ओर की वहाँ कुछ पड़ा हुआ था डॉली ने उस चीज़ पर हाथ फेरा डॉली को चीज़ काफ़ी लंबी लगी और उसका हाथ सीधे उसके चेहरे पर आया डॉली के हाथो में खून लगा हुआ था जो चाँदनी रोशनी मे दिखाई दे पड़ा...डॉली ये देखते ही चिल्ला पड़ी...आआआअहह..डॉली पीछे हुई ये लाश उसकी मा की थी राज धीरे धीरे आगे बढ़ा और पास आने लगा डॉली उठकर पीछे होने लगी और तभी उसने टेबल से एक माचिस उठाई और उससे झट से जला दिया सामने उसकी मा की लाश पड़ी थी जो खून से तरबतर थी मा माआ माआआआअ आआआ...मा...डॉली वही ज़ोर ज़ोर से रोने लगी उसकी मा का बेरेहमी से कतल हो चुका था डॉली झट से खड़ी हुई तभी पीछे से राज उसके जिस्म से टच हुआ डॉली ने ख़ौफ़ भरी नज़रो से जैसे पीछे मुड़कर देखा राज मुस्कुराते हुए उसे देख रहा था राज को देखते ही वो चीख पड़ी और फर्श पर जा गिरी वो राज से दूर होने लगी
 
राज-कैसी हो मेरी जान?...राज ने डॉली के चेहरे पर हाथ फेरा

डॉली-नही नही प्लीज़ दूर रहो मुझसे दूर रहो मुझसे..

राज-.कैसे दूर रह सकता हू तुम्हारे बिना तो एक एक पल काटना कितना मुश्किल है मेरे लिए...

डॉली=.प्लीज़ चले जाओ आइ विल कॉल दा पोलीस...डॉली इतना कहते ही फोन के पास जाने लगी..

.राज हँसने लगा हाहहहहहा.....डॉली ने फोन डाइयेल किया पर फोन काम ही नही कर रहा था....

राज-ओह हो मुझे तो तुम पर तरस आ रहा है मेरी जान लगता है ..

.डॉली पागलो की तरह इधर उधर भाग रहीं थी दरवाजा बंद था और खिड़किया भी बंद हो चुकी थी उसने काफ़ी खोलने की कोशिश की पर शायद नाकामी उसके हाथ लगी

राज-हाहहाहा प्यार माँगा है तुम्हिसे ना इनकार करो हाहहहा....

डॉली-.तुम कैसे बच सकते हो तुम मर चुके थे...डॉली ज़ोर से चिल्लाती है..

राज-.हां मैं मर चुका था जानना चाहती हो हाहहाहा....राज उसकी तरफ लपकता है डॉली पीछे सोफे पर चढ़ जाती है राज भी सोफे पर चढ़कर उसपे हावी हो जाता है और उसे सीधे फर्श पर पटक देता है ताड़ ताड़ डॉली के होंठ कट जाते है और उसको खून आने लगता है राज ज़ोर से एक थप्पड़ उसके चेहरे पर खैच देता है और उसके ताबड़तोड़ दो थप्पड़ और मारता है डॉली की आँखो से आँसू और होंठो से खून निकलने लगता है राज उसे उठाता है और उस बेहोशी हालत में उसे कमरे में फैंक देता है वो धीरे धीरे अपनी शर्ट के बटन्स को खोलता है और उसका मोटा भारी जिस्म डॉली की धुंधली आँखो में दिखने लगता है...

राज-काफ़ी दिन हो गये डॉली हमे एक हुए कमोन अपना जलवा दिखाओ जिस तरह गांद मटका के तुमने उस करण को दिखाया था दिखाओ...राज डॉली पर हावी हो जाता है और उसके हाथ को बेल्ट से बाँधता है और डॉली की चीखो का उस पर कोई असर नही होता

जानना चाहती हो तो सुनो मैं उस हुक में फस चुका था और मेरी साँसें ख़तम हो चुकी थी पर शायद तुम्हारे लिए मैं मौत को भी पीछे छोड़ आया था मैं हुक से निकलके सीधा रांग में गिरने वाला था तुम जा चुकी थी तुम सपने में थी तुम बेहोशी की हालत में उस फॅक्टरी से निकल गयी थी लेकिन मैं हुक की मदद से जल्द ही फर्श पर आ कुदा और रांग से बच निकला पर दर्द से मैं इतना तड़प रहा था कि मेरी चीखें कोई सुन भी नही सकता तुम्हे अपने से दूर जाते हुए देख मुझे खुद पर काफ़ी गुस्सा आया उसके बाद मैने एक डॉक्टर को पकड़ा और उसे मेरा इलाज़ करने को कहा उसने डर की वजह से मेरा इलाज़ शुरू किया उसके बाद उसे भी मारकर मैं वापिस यहाँ आ गया सिर्फ़ तुम्हारे लिए जानती हो एक एक दिन काटना कितना मुश्किल हो चुका था मेरे लिए अगर कोई और होता तो अब तक मर चुका होता पर मेरी दीवानगी और मोहब्बत उन सब से बढ़कर है मेरी जान

राज ने गोल गोल चुचियो को हाथो में भरा और उसे एक बारी में ज़ोर से मसल डाला आआआआआहह डॉली चीख पड़ी राज ने उसकी नाभि में उंगली डाली और ज़ोर से एक मुक्का मारा डॉली ज़ोर से चिल्लाकर साँस लेने के लिए छटपटा गयी उसके ऐसा होते ही राज उस पर सवार हो गया और उसके होंठो को मुँह में भरके चूसने लगा

राज डॉली के होंठो को बुरी तरीके से मसलता है और डॉली भी दर्द से तड़प जाती है राज अपने होंठ को ना हटाते हुए नीचे से उसके चुचक को ज़ोर ज़ोर से मसल्ने लगता है डॉली के निपल्स खड़े हो जाते है राज झट से उसकी सफेद टॉप को फाड़ देता है और उसकी ब्रा में से उसके चुचक को निकालकर दबाने लगता है डॉली ज़ोर के दर्द से तड़पने लगती है राज उसके निपल्स को हाथ में लेके ऊन्हें अपने मुँह में भर लेता है और उसके दूसरे निपल्स को ज़ोर ज़ोर से गुस्से से दबाने लगता है

आआआआहह नाहहिंन्नननणणन् नहिंन्नननणणन्...डॉली ज़ोर ज़ोर से तड़पने लगती है

हाहहाहा क्यूँ किया तूने मेरे साथ ऐसा डॉली मैं तुझे कितना चाहता था इसी को अपने मुँह में भरा था ना उसने उसके जिस्म से लिपटकर तुम्हारे जिस्म में बू आने लगी है कमिने की उसे आने तो दे उसके बाद उसे ऐसा सबक सिखाउन्गा कि वो तड़प तड़प मौत की भीख मुझसे माँगेंगा....नाहिंन्णणन्...डॉली दर्द से चीख कर बोली

कुछ देर निपल्स को चूसने के बाद दोनो चुचक पूरे लाल हो चुके थे राज ने डॉली को लिटाया और उसके पाजामा को उतारने लगा डॉली ने वक़्त ज़ाया ना करते हुए उसके आंडो पर ज़ोर दार लात मार दी...धड्द्धह..आआआआआआआआआआआअहह

राज वहीं तड़प कर ज़मीन पर गिर गया डॉली बिस्तर पर उठी और अपने दबे हुए हाथ को खोलने की पूरी कोशिश की पर बेल्ट बुरी तरीके से उसके हाथो से बँधा हुआ था और उसके हाथो को ज़ोर से देने से जगह जगह से कटने की वजह से खून निकल रहा था डॉली ने खुद को जैसे तैसे उठाया और एक नज़र राज पर डाली राज तड़प रहा था डॉली ने झट से दरवाजे की चितकनी को खोलने की कोशिश की पर चितकनी काफ़ी टाइट थी उसने दाँत को भीजते हुए ज़ोर से चितकनी खोली डॉली के होंठ कट गये और उसे खून आने लगा डॉली रोने लगी और दरवाजे की कुण्डी को अपने हाथो से खोलने की कोशिश राज वापिस उठने लगा था डॉली ने दरवाजा खोल ही दिया और वहाँ से भाग निकली

डॉली डॉली तुम भाग नही सकती मुझसे दूर नही जा सकती...राज भी डॉली के पीछे भागा डॉली ने एक नज़र अपनी मा को देखा और रोते हुए वहाँ से भाग निकली सामने वॉचमन की लाश थी डॉली गार्डेन की तरफ से भागने लगी राज पागल कुत्ते की तरह उसके पीछे घुर्राहते हुए आ रहा था डॉली ने पीछे के गेट से निकलने की कोशिश की और गेट को लात मारकर वहाँ से भाग निकली राज उसके पीछे ही था

उधर करण जीप को तेज़ी से डॉली के घर की ओर ले जा रहा था उसने जीप रोकी और और घर में घुसा सामने लाश देखते ही वो हैरान हो उठा...श शिट....करण जल्दी भागते हुए घर में आ घुसा जहाँ सामान इधर उधर पड़ा हुआ था...डॉली डॉली कहाँ हो तुम डॉली...करण ने इधर उधर देखा...आहह...वो दर्द से तड़पति आवाज़ करण को सुनाई दी बिजली की रोशनी में करण को डॉली की मा दिखी जो खून से लथपथ थी करण झट से डॉली की मा के पास आया...आंटी आंटी होश में आइए आइए डॉली कहाँ है??.....आहह बब्ब..बे.बेटा वो उसे ले आ गा...या बेटा आह उसकी जान बचा लो वो उसे मार देगा मेरी बच्ची को बचा लो आहह आहह...थोड़ी देर तड़पने के बाद डॉली की मा की आँखें बंद हो गयी

करण तेज़ी से उठा और गुस्से से बाहर निकाला..डॉली डॉली...करण तेज़ तेज़ चिला रहा था वो गार्डेन की तरफ गया और सीधे पीछे वाले गेट जो कि खुला हुआ था वहाँ से देखा,...ओह गॉड ये तो जंगल का रास्ता जाता है शायद डॉली यहीं से भागी है..करण तेज़ी से उसी रास्ते पर भागने लगता है

डॉली जल्दी जल्दी भाग रहीं थी वो जंगल के अंदर घुस चुकी थी चारो तरफ पेड़ पौडो के बीच टकराते हुए डॉली भागे जा रहीं थी.,,,राज गुस्से से उसके पीछे तेज़ी से दौड़ रहा था डॉली रुक जाऊओ कहाँ तक जाओगी तुम मुझसे बच नही सकती तुम आज

तेज़ गड़गड़ाहट के साथ बारिश होने लगी और डॉली का शरीर बारिश की बूँदो से भीगने लगा राज भी भीगते हुए उसके पास आने लगा और उसने लगभग उससे छू ही लिया था कि डॉली दूसरी तरफ भागने लगी डॉली का पैर फिसला और खिचड़ में गिरकर वो सीधे एक पेड़ से टकरा गयी उसके जिस्म पर कुछ जगह कट गये थे जहाँ से ज़ख़्म बन चुके थे डॉली ने खुद को झाड़ में अपने आपको छुपा लिया राज नीचे उतरा उसके भीगे शरीर के साथ उसके चेहरे पर गुस्सा और दरिंदगी दोनो थी..डॉली डॉली डॉली...राज ज़ोर ज़ोर से चीख रहा था डॉली कुछ देर तक वही छुपी रहीं राज भी काफ़ी देर तक इधर उधर खड़ा देख रहा था और वहाँ से वो भाग निकला..डॉली धीरे धीरे उपर उठने लगी तभी झाढ़ से एक हाथ उसके गले को एकदम जाकड़ लेता है...आआआआहह..डॉली चिल्ला पड़ती है वो राज होता है वो पीछे हंसते हुए उसे अपनी बाह में उठा लेता है,,हाहहहहा कितना भागोगी तुम मुझसे मेरी जान आ गयी ना मेरे हाथ में डॉली ने उसके हाथ पर काट डाला राज ने चीखते हुए उसे छोड़ दिया राज ने सीधे एक लात उसके पैर पर मारी और उसे वही गिरा दिया
 
राज डॉली के नज़दीक आने लगा डॉली लन्गडाते हुए खाई में पहुच चुकी थी चारो तरफ बारिश से फिसलन जमी हुई थी वो उठ भी नही पा रहीं थी और राज उसके पीछे देखकर हंस रहा था...हाहाहा अब भागो डॉली कहाँ तक भागोगी तुम्हे कोई नही बचा सकेगा कोई नही राज ने डॉली के बालों को पकड़ा और सामने पोखर जैसे जमे हुए पानी के गड्ढे में फैक दिया डॉली उसमें भीगति हुई दर्द से तड़प रहीं थी राज ने उसके बालों को पकड़ा और उसके चेहरे पर एक थप्पड़ मारा डॉली को पकड़के उसने उसके पाजामे को फाड़ डाला डॉली अब चढ्ढि में थी एक भीगी काली चढ्ढि में जिससे उसकी गांद आराम से दिख रहीं थी राज ने अपने काले चिपके शर्ट को फाड़ दिया और अपने नंगे जिस्म के साथ उसके नज़दीक आकर उसे एक लात भीजकर मारी डॉली वही बेहोश हो गयी राज डॉली पर चढ़ गया और उसके गाल पर हाथ फेरने लगा राज उसकी आँखो को चूमते हुए अपनी पॅंट को खोलने लगा...रुक्क्क जा वही मादर्चोद्द

राज ने उठते हुए सामने खड़े शक्स को देखा जिसके एक हाथ में गन था और उसके आँखो में गुस्सा था वो और कोई नही करण ही था.

राज-.तो पोलीस वालो ने एक और मसीहा भेजा है मेरी डॉली के लिए,,,

कारण-शट अप जस्ट शट अप अपने गंदे मुँह से उसका नाम मत ले तूने उस फूल जैसी लड़की का बलात्कार किया है उसे डर तक़लीफ़ और टॉर्चर किया है और मैं तुझे अरेस्ट करता हू छोड़ दे उसे.

राज-.हाहहहहा ठीक है ले मैं उसके उपर से हट गया बेटा पर ये मत भूल मैं भी एक पोलिसेवाला था..

करण-.हाहहाहा तुझ जैसे कमिनो की जगह फाँसी के तख्ते पर है...

राज-ठीक है तो इसका फ़ैसला अभी कर लेते है क्यूँ?..

करण-.आइ आम रेडी...करण भी मैदान मे उतर जाता है और दोनो एक दूसरे को देखते हुए भिड़ जाते है घुस्से मुक्के से दोनो लड़ाई की शुरूवात करते है उसके बाद दोनो एक दूसरे पर भारी पड़ने लगते है कुछ देर की इस लड़ाई में करण राज को ज़ख़्मी कर ही देता है और उसकी कनपटी पर गन लगा देता है अब कोई आखरी ख्वाहिश..

.डॉली चिल्ला पड़ती है करण..

.करण बेहोश राज को फैकते हुए डॉली के पास जाता है और उसे अपना शर्ट पहना देता है उसके नंगे जिस्म पर कपड़ा डालकर जैसे ही वो उसे उठाता है पीछे से राज चुरा उसके पेट के दाहिनी तरफ घुसेड देता है,,,,आआआआआहह...करान्न्न्न्न्न...डॉली चीख पड़ती है करण दर्द से तड़प्ते हुए गिर जाता है राज उसके ज़ख़्म पर मुक्का मारता है और उसे उठाकर एक बार और पटक देता है करण वही बेहोश हो जाता है राज डॉली को पकड़ लेता है और उसे घसीटते हुए करण से दूर ले जाने लगता है

करण करन्णन्न् प्लीज़ मुझे बचाओ करण प्लीज़...डॉली को घसीटते हुए देख करण उसपर एक नज़र भी नही डालता उम्मीद ख़तम होने लगती है और राज डॉली को वहाँ से ले जाने लगता है करण प्लीज़ करण आइ नो कि तुम इसे हरा सकते हो...

राज-शट अप यू बिच...राज डॉली के चेहरे पर एक बार फिर एक थप्पड़ मारता है और इस बार डॉली के मुँह से खून उगल जाता है राज उसे बाहो में उठाकर वहाँ से ले जाने लगता है

करण एकदम से मुट्ठी कसता है और अपनी आँखें खोल देता है उसकी आँखो में अंगारे होते है करण एक झटके में पानी से बाहर निकलता है और सर को हिलाते हुए पीछे से दौड़ने लगता है,,,,याआआआआ...राज पीछे मुड़ता है करण उसके चेहरे पर एक मुक्का जड़ देता है राज के सीने से डॉली गिर जाती है और दोनो एक दूसरे को फिर से मारने लगते है राज अपने घुसो की बौछार कर देता है और करण के चेहरे को बुरी तरीके से ज़ख़्मी करता हुआ केरेन भी उसके पेट पर घुसो की बौछार करता है और उसकी आँख पर एक बार और हमला करता है धड़धह आआआहह राज चीखते हुए वही गिर जाता है करण मौके का फायेदा उठाते हुए उसके सीने में मुक्का जड़ देता है और फिर उसके चेहरे पर तबाडोतड़ मुक्के बरसाने लगता है राज के मुँह से खून निकलने लगता है राज हिलते हुए करण के पास आने लगता है करण उसके गले को भिचता हुआ उसे पटक देता है धम्म्म्मममम आहह...एक आह के साथ राज गिर जाता है वो फिरसे उठने की कोशिश करता है करण छुरा लेता है और उसके पेट में घुसेड देता है खाककचह आआआआआहह उउम्म्म्ममममम ओह्होहोफॉफह्फ्ह राज खून से लतपथ करण को देखने लगता है करण दाँत भीजते हुए छुरा बाहर निकाल देता है राज तड़प्ते हुए ज़मीन पर घसीटे हुए चलता है करण उसके नज़दीक आता है डॉली उसके करीब आ चुकी थी करण डॉली को देखकर उसके हाथ में गन देता है...ये लो डॉली ये तुम्हारा मुजरिम है इसने जो भी तुम्हारे साथ किया वो माँफी के काबिल नही मार डालो इसे डॉली रोते हुए गन को काँपते मे हाथो में लेती है और उसके सीने पर शूट कर देती है धड़धह...ओह...राज एक चीख लेता है और फिर उसकी आँखें नीचे होने लगती है करण उसके काँपते हाथो को अपने हाथो में लेता है और उसके गन के टरिग्गर को दबाता है दोनो एक साथ उसके सीने पर एक और फाइयर करते है धड़धह ऊहह...राज अब एक ही जगह पड़ा हुया था और उसने डॉली को धुधलि आँखो से देखा

आहह उम्म्म आअहह...वो बस दर्द की आवाज़े ही निकाल रहा था डॉली उसके करीब गयी और उसके होंठो पर अपने होंठ लगाए और उसे एक बार चूमते हुए सीधे गोली उसके ज़ख़्मी वाले हिस्से में मारी...

डॉली-गुड बाइ राज..

.राज मुस्कुराने लगा डॉली ने गन के ट्रिग्गर को दबाया और ढककचह पीछे से खून निकलने लगा और राज की आँखें सफेद हो गयी और वही ढेर हो गया

डॉली एकदम से रोने लगी और उसके हाथो से गन छूट गयी और डॉली ज़ोर ज़ोर से रोने लगी आज उसका डर ख़तम हो चुका था...करण डॉली के करीब गया और उसके होंठो को चूसने लगा कुछ देर चूसने के बाद दोनो उठे और करण ने डॉली को अपने सीने से लगा लिया दोनो ने एक बार फिर राज पर नज़र डाली जो अब मर चुका था करण डॉली को लेकर वहाँ से निकल गया

1 साल बाद

डॉली बाल्कनी में खड़ी चिड़ियो को देख रहीं थी....करण पीछे से आया और उसकी पीठ पर चूमने लगा..

डॉली-आहह छोड़ो ना मुझे...

कारण-हाहहा क्या हुआ बेबी तुम ठीक तो हो शादी को एक साल हो गया और अब भी तुम उदास...

डॉली-मा की याद आ गयी...

करण ने उदासी से देखते हुए कहा...क्या मा की याद क्यू बेबी वो अब भी हमारे बीच में है वो मारा जा चुका है डरने की कोई बात नही अब हम साथ है...करण डॉली के आँसू पोछता है..वैसे मुझे कुछ करने का दिल कर रहा है...

डॉली-सब जानती हू,...दोनो हँसने लगते है और एक दूसरे के होंठो को मुँह में भरके चूसने लगते है करण उसे बाहों में उठाता है और खिड़की बंद कर कमरे में जाने लगता है

दोस्तो इससे आगे आप खुद समझ दार हैं की कमरे मे जाकर कारण डॉली के साथ क्या करेगा तो दोस्तो कहानी यही ख़तम होती है वैसे आप सब का बहुत बहुत धन्यवाद ऐसी बकवास कहानी पढ़ने के लिए . हाँ अगली कहानी ज़रूर धमाके दार लाउन्गा ये मेरा आपसे वादा है

दा एंड...............समाप्त
 
Back
Top