hotaks444
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राहुल- इनके पास कुछ समान मिला हैं क्या कोई आइ.डी या कुछ????
ख़ान- हां सर इनके पास ड्रग्स के कुछ पॅकेट्स थे. और एक रेवोल्वेर भी मिला हैं. जिससे ये लोग हम पर हमला किए थे.
ख़ान- और सर इनका पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ये भी पता चला हैं कि ये दोनो बहुत दिनो से ड्रग्स के अडिक्ट थे. और ये शायद इसका धनदा भी करते थे. और एक चौकाने वाली बात भी पता चली हैं.
राहुल- कौन सी बात??
ख़ान- सर हम ने इस रेवोल्वेर की पूरी आइडेंटिफिकेशन निकाली हैं. ये रेवोल्वेर किसी डॉक्टर के नाम से इश्यू हैं. पर सर नाम और अड्रेस जाली हैं. और हां सर आप पर जो 5 महीने पहले जो हमला हुआ था वो गोली इसी रेवोल्वेर से चलाई गयी थी.
अब चौकने की बारी राहुल की थी.
राहुल- क्या बकते हो ख़ान ??
ख़ान- हां सर हमने पूरी रिपोर्ट टेस्ट करवाई हैं और जिससे ये 100% प्रूफ होता हैं की ये गोली इसी रेवोल्वेर की हैं. ख़ान रिपोर्ट देते हुए बोला.
राहुल- तो इसका मतलब जो गोली मुझपे चलाई गयी थी और जो गोली रघु को लगी हैं वो दोनो सेम हैं. और एक ही रेवोल्वेर से चलाई गयी हैं. इसका मतलब ये कोई बहुत बड़ी साज़िश रची गयी हैं. यानी कि ये दोनो सिर्फ़ मोहरे थे. इनका असली मालिक कोई और हैं.
ख़ान- हां सर आपने बिल्कुल सही पहचाना .
राहुल- पूरे सहर में रेड अलर्ट घोषित कर दो. सहर से जानी वाली सारी गाड़ियों की अच्छे से तलाशी लो. मुझे किसी भी हाल में ये ड्रग्स का धंधा करने वाले गिरोह को पकड़ना हैं. उसके बाद उन सालों की ऐसी मौत मारूँगा कि मौत भी शरमा जाएगी.
फिर थोड़ी देर के बाद राहुल खुद जाकर उनका मुआइना करता हैं. और फिर इस केस की तहक़ीकात शुरू कर देता हैं.
वहाँ से दूर ...................बिहारी के गेस्ट हाउस में.
विजय- नमस्कार बिहारी जी.
बिहारी- आओ आओ विजय कैसा चल रहा हैं धंधा पानी.
विजय-आपको तो सब पता हैं कि कल रात हमारे दो आदमी मारे जा चुके हैं और पोलीस भी अब आक्टिव हो गयी हैं. जगह जगह नकबंदी भी लगा रखा है. अब तो समझ लो कि धंधा बिल्कुल बंद हो गया हैं.
बिहारी- तो इसमें मैं क्या कर सकता हूँ. ऐसे ऐसे नमूने लोगो को रखोगे अपने धंधे में तो यही होगा ना.
विजय- प्लीज़ बिहारी जी आप कैसे भी करके इस सिचुयेशन को हॅंडल कर लीजिए.वरना वो हरामी राहुल को अगर भनक भी लग गयी कि ड्रग्स का गॅंग लीडर मैं ही हूँ तो साला मुझे ज़िंदा दफ़न कर देगा.
बिहारी- मैं इस वक़्त कुछ नहीं कर सकता. अभी एलेक्षन का टाइम हैं और मैं अपनी रेप्युटेशन नही खराब करना चाहता. बेहतर इसी में हैं कि तुम कुछ दिनो तक अपना धंधा बंद कर दो. जब हालत सुधर जाएँगे तो देख लेंगे.
विजय- बिहारी तुम मेरे दोस्त हो इसका मतलब ये नही कि तुम केवल अपना ही फ़ायदा निकालो. आज जो तुम्हारी पोज़िशन हैं सब मेरी बदौलत हैं. और आज भी तुम मेरे बगैर ये एलेक्षन जीत नहीं सकते. तो अब मुझे नही लगता कि अब मुझे तुमसे इस बारे में कोई बात करनी चाहिए. बाकी तुम खुद समझदार हो.
बिहारी- ठीक हैं ठीक हैं. मैं कुछ सोचता हूँ. लेकिन बदले में मुझे क्या मिलेगा.
विजय- बोल ना बिहारी तुझे क्या चाहिए.
बिहारी- तू तो जनता ही हैं ना मेरी कमज़ोरी. लड़की चाहिए मुझे चोदने के लिए. ना कि रंडी.
विजय- अरे यार अब तेरे लिए मैं लड़की का कहाँ से इंतज़ाम करू. ठीक हैं मैं कुछ सोचता हूँ.
विजय मन ही मन बिहारी को गाली देता हैं. साला मदर्चोद देख लेना किसी दिन कुत्ता ये लड़की के चक्कर में साला बर्बाद हो जाएगा. साला 50 साल का हो गया मगर ऐय्याशि साले की दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही हैं. अपना तो फँसेगा साला कहीं मुझे भी ना ले डूबे.
कुछ देर तक उन दोनो में ऐसी ही बात होती हैं फिर दोनो वहाँ से निकल जाते हैं अपने अपने रास्ते.
विजय - अब मदर्चोद के लिए लड़की कहाँ से ले आऊ. साला रंडी माँगता तो मैं काजीरी से बोलकर लाइन लगा देता. और अब मेरी नज़र में तो कोई लड़की.............................एक दम से विजय को कुछ याद आता हैं और उसके चेहरे पर मुस्कान फैल जाती हैं...........................................................हैं एक लड़की तो है...........
ख़ान- हां सर इनके पास ड्रग्स के कुछ पॅकेट्स थे. और एक रेवोल्वेर भी मिला हैं. जिससे ये लोग हम पर हमला किए थे.
ख़ान- और सर इनका पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट से ये भी पता चला हैं कि ये दोनो बहुत दिनो से ड्रग्स के अडिक्ट थे. और ये शायद इसका धनदा भी करते थे. और एक चौकाने वाली बात भी पता चली हैं.
राहुल- कौन सी बात??
ख़ान- सर हम ने इस रेवोल्वेर की पूरी आइडेंटिफिकेशन निकाली हैं. ये रेवोल्वेर किसी डॉक्टर के नाम से इश्यू हैं. पर सर नाम और अड्रेस जाली हैं. और हां सर आप पर जो 5 महीने पहले जो हमला हुआ था वो गोली इसी रेवोल्वेर से चलाई गयी थी.
अब चौकने की बारी राहुल की थी.
राहुल- क्या बकते हो ख़ान ??
ख़ान- हां सर हमने पूरी रिपोर्ट टेस्ट करवाई हैं और जिससे ये 100% प्रूफ होता हैं की ये गोली इसी रेवोल्वेर की हैं. ख़ान रिपोर्ट देते हुए बोला.
राहुल- तो इसका मतलब जो गोली मुझपे चलाई गयी थी और जो गोली रघु को लगी हैं वो दोनो सेम हैं. और एक ही रेवोल्वेर से चलाई गयी हैं. इसका मतलब ये कोई बहुत बड़ी साज़िश रची गयी हैं. यानी कि ये दोनो सिर्फ़ मोहरे थे. इनका असली मालिक कोई और हैं.
ख़ान- हां सर आपने बिल्कुल सही पहचाना .
राहुल- पूरे सहर में रेड अलर्ट घोषित कर दो. सहर से जानी वाली सारी गाड़ियों की अच्छे से तलाशी लो. मुझे किसी भी हाल में ये ड्रग्स का धंधा करने वाले गिरोह को पकड़ना हैं. उसके बाद उन सालों की ऐसी मौत मारूँगा कि मौत भी शरमा जाएगी.
फिर थोड़ी देर के बाद राहुल खुद जाकर उनका मुआइना करता हैं. और फिर इस केस की तहक़ीकात शुरू कर देता हैं.
वहाँ से दूर ...................बिहारी के गेस्ट हाउस में.
विजय- नमस्कार बिहारी जी.
बिहारी- आओ आओ विजय कैसा चल रहा हैं धंधा पानी.
विजय-आपको तो सब पता हैं कि कल रात हमारे दो आदमी मारे जा चुके हैं और पोलीस भी अब आक्टिव हो गयी हैं. जगह जगह नकबंदी भी लगा रखा है. अब तो समझ लो कि धंधा बिल्कुल बंद हो गया हैं.
बिहारी- तो इसमें मैं क्या कर सकता हूँ. ऐसे ऐसे नमूने लोगो को रखोगे अपने धंधे में तो यही होगा ना.
विजय- प्लीज़ बिहारी जी आप कैसे भी करके इस सिचुयेशन को हॅंडल कर लीजिए.वरना वो हरामी राहुल को अगर भनक भी लग गयी कि ड्रग्स का गॅंग लीडर मैं ही हूँ तो साला मुझे ज़िंदा दफ़न कर देगा.
बिहारी- मैं इस वक़्त कुछ नहीं कर सकता. अभी एलेक्षन का टाइम हैं और मैं अपनी रेप्युटेशन नही खराब करना चाहता. बेहतर इसी में हैं कि तुम कुछ दिनो तक अपना धंधा बंद कर दो. जब हालत सुधर जाएँगे तो देख लेंगे.
विजय- बिहारी तुम मेरे दोस्त हो इसका मतलब ये नही कि तुम केवल अपना ही फ़ायदा निकालो. आज जो तुम्हारी पोज़िशन हैं सब मेरी बदौलत हैं. और आज भी तुम मेरे बगैर ये एलेक्षन जीत नहीं सकते. तो अब मुझे नही लगता कि अब मुझे तुमसे इस बारे में कोई बात करनी चाहिए. बाकी तुम खुद समझदार हो.
बिहारी- ठीक हैं ठीक हैं. मैं कुछ सोचता हूँ. लेकिन बदले में मुझे क्या मिलेगा.
विजय- बोल ना बिहारी तुझे क्या चाहिए.
बिहारी- तू तो जनता ही हैं ना मेरी कमज़ोरी. लड़की चाहिए मुझे चोदने के लिए. ना कि रंडी.
विजय- अरे यार अब तेरे लिए मैं लड़की का कहाँ से इंतज़ाम करू. ठीक हैं मैं कुछ सोचता हूँ.
विजय मन ही मन बिहारी को गाली देता हैं. साला मदर्चोद देख लेना किसी दिन कुत्ता ये लड़की के चक्कर में साला बर्बाद हो जाएगा. साला 50 साल का हो गया मगर ऐय्याशि साले की दिन-ब-दिन बढ़ती ही जा रही हैं. अपना तो फँसेगा साला कहीं मुझे भी ना ले डूबे.
कुछ देर तक उन दोनो में ऐसी ही बात होती हैं फिर दोनो वहाँ से निकल जाते हैं अपने अपने रास्ते.
विजय - अब मदर्चोद के लिए लड़की कहाँ से ले आऊ. साला रंडी माँगता तो मैं काजीरी से बोलकर लाइन लगा देता. और अब मेरी नज़र में तो कोई लड़की.............................एक दम से विजय को कुछ याद आता हैं और उसके चेहरे पर मुस्कान फैल जाती हैं...........................................................हैं एक लड़की तो है...........