hotaks444
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बिहारी फिर मोनिका को बिस्तेर पर लेटा देता हैं और झुक कर उसकी चूत पर अपना जीभ फेरने लगता हैं. मोनिका तो जैसे एकदम से बेचैन होने लगती हैं. और इधेर विजय भी उसके दोनो बूब्स को और निपल्स को अपने दाँतों में कसकर कुरेदने लगता हैं.
बिहारी फिर एक उंगली मोनिका की चूत में डाल देता हैं और फिर उसे खूब अच्छे से आगे पीछे करने लगता हैं. कुछ देर में उसकी उंगली पर मोनिका की चूत का रस पूरा लग जाता हैं. फिर वो अपना वही उंगली निकालकर उसे मोनिका के मूह के पास ले जाता हैं. मोनिका भी बड़ी हैरानी से बिहारी को देखने लगती हैं.
बिहारी- ऐसे क्या देख रही हैं. आज तूने हम दोनो का कम चखा हैं. तो आज ज़रा अपना भी तो टेस्ट कर ले. बुरा नहीं लगेगा. इतना कहकर बिहारी अपनी वही उंगली मोनिका के मूह में डाल देता है. मोनिका को ना चाहते हुए भी उसे चूसना पड़ता हैं. और वो बुरा सा मूह बनाती हैं. ऐसे ही करीब 5 मिनिट तक अपनी उंगली मोनिका को चुसवाने के बाद बिहारी वही उंगली इस बार मोनिका की गान्ड में डालने लगता हैं.
मोनिका- ये क्या कर रहे हो बिहारी. इतना गंदा खेल मुझसे नहीं होगा. भला ऐसे भी कोई सेक्स करता हैं क्या.
विजय एक कस कर थप्पड़ मोनिका के गाल पर जड़ देता हैं. हरामी रंडी साली , तू कौन होती हैं हम से ये सब सवाल करने वाली. हम जो भी करे तेरे साथ जैसे भी करें तुझे बस हमारा हुकुम मानना है. वरना तेरा हम दोनो वो हाल करेंगे कि साली आज के बाद सही से धंधा भी नही कर पाएगी.
मोनिका भी कुछ नहीं बोलती हैं और चुप चाप उनका कहाँ मानने लगती हैं. फिर बिहारी अपनी वही उंगली को धीरे धीरे मोनिका की गान्ड में डालने लगता हैं और मोनिका के मूह से सिसकारी निकल पड़ती हैं.कुछ देर में वो ऐसे ही आगे पीछे अपनी उंगली घुमाता हैं और फिर वही उंगली वो बाहर निकालकर मोनिका के मूह के पास ले जाता हैं. मोनिका ना चाहते हुए भी अपनी गान्ड का स्वाद उसे अपने मूह में लेना पड़ता हैं.
मोनिका तो बस यही चाह रही थी कि कैसे भी सुबह हो और मैं इन दोनो के चंगुल से आज़ाद हो जाऊ. मगर शायद आज़ादी अभी उससे इतनी आसानी से नहीं मिलने वाली थी. ऐसे ही कुछ देर तक वो बिहारी की उंगली चाटती हैं फिर विजय भी एक उंगली उसकी चूत में डाल देता हैं और बिहारी अपनी दूसरी उंगली उसकी गान्ड में डाल देता हैं. और दोनो अपनी उंगलियों को हरकत करना शुरू कर देते हैं. मोनिका को सच में बहुत मज़ा आने लगता हैं. और उसके मूह से सिसकारी बहुत तेज़ हो जाती हैं.
बिहारी- अरे ये साली तो तो सच में मज़ा आ रहा हैं. अभी तो हम ने उंगली डाली है तो इसे इतना मज़ा आ रहा हैं. अगर पूरा लंड इसके दोनो छेदों में एक साथ डालेंगे तो कितना मज़ा आएगा. इतना कहकर बिहारी हँसने लगता हैं.
मोनिका की आँखों में भी हवस सॉफ छलक रही थी .वो कुछ बोलती नही मगर आने वाली चुदाई को सुनकर उसके रौंगटे खड़े हो जाते हैं.
विजय भी अपना उंगली मोनिका की चूत से निकाल कर मोनिका के मूह की तरफ बढ़ाता हैं और बिहारी भी अपना उंगली उसकी गान्ड से निकाल कर उसके मूह की तरफ कर देता हैं.
विजय- कौन सी उंगली पहले टेस्ट करना चाहेगी ....बता.
मोनिका मंन ही मंन में उन दोनो को बहुत गालियाँ देती हैं.
मोनिका तो कुछ कहती नहीं पर बिहारी बोल पड़ा हैं..
बिहारी- चल विजय आज इसे दोनो का टेस्ट एक साथ करते हैं. और इतना बोलकर वो दोनो अपनी एक एक उंगली को मोनिका के मूह में दल देता हैं और ना चाहते हुए भी उसे दोनो की उंगाली एक साथ चुसनी पड़ती हैं.
विजय- बता ना किसका टेस्ट ज़्यादा . हैं. तेरी गान्ड का या तेरी चूत का....
मोनिका भी बड़ा बुरा सा मूह बनाती हैं और ना चाहते हुए भी उसे दोनो उंगली एक साथ चुसनी पड़ती हैं. .
फिर विजय उठकर आता हैं और अपने लंड को फिर से मोनिका के मूह में डाल देता हैं और बिहारी उसकी कमर के नज़दीक आता हैं और अपना लंड को मोनिका की चूत पर रख देता हैं. कुछ देर ऐसा रखने के बाद वो एक झटके से अपने लंड पर प्रेशर बनाने लगता हैं और फेच की आवाज़ के साथ बिहारी का लंड मोनिका की चूत में थोड़ा सा घुस जाता हैं. फिर वो धीरे धीरे अपना लंड को आगे पीछे करने लगता हैं और एक झटके के साथ अपना पूरा लंड मोनिका की चूत में पेल देता हैं. मोनिका की चीख वही पर घुट कर रह जाती हैं.
बिहारी भी उसी पोज़िशन में ऐसे ही मोनिका की चूत मारने लगता हैं. बिहारी को सच में बहुत मज़ा आता हैं. मोनिका की चूत काफ़ी टाइट थी. उसे भी अब मज़ा आने लगता हैं. और इधेर वो विजय का लंड भी चूस रही थी. फिर वो दोनो अपनी पोज़िशन बदलते हैं और अब बिहारी अपना लंड उसके मूह में डाल देता हैं. और विजय जाकर उसकी चूत चोदने लगता हैं. ऐसे ही कुछ देर की चुदाई के बाद विजय अपना लंड बाहर निकालता हैं और फिर वो अपने लंड को मोनिका की गान्ड के होल पर रखकर धीरे धीरे डालना शुरू करता हैं. मोनिका चाह कर भी नही चीख पाती और उसकी आवाज़ बिहारी के लंड के साथ दब कर रह जाती हैं.
विजय पहले धीरे धीरे फिर काफ़ी स्पीड से उसकी गान्ड मारने लगता हैं और मोनिका को भी थोड़ी देर में मज़ा आने लगता हैं. फिर वो दोनो ऐसे ही कुछ देर तक चुदाई करते हैं फिर बिहारी अपना लंड उसके मूह से निकाल लेता हैं और मोनिका को पीठ के बल सोने को कहता हैं. विजय भी जल्दी से पहले बेड पर लेट जाता हैं और फिर मोनिका को अपने उपर आने को कहता हैं.
जैसे ही मोनिका उसके उपर आती हैं वो अपना लंड उसकी गान्ड में फिर से डाल देता हैं और फिर से चुदाई करना शुरू कर देता हैं. मोनिका के मूह से भी आ.......ह............आ........ह. की आवाज़ें निकालने लगती हैं. और इधेर बिहारी अपनी दो उंगलियाँ उसकी चूत में डाल देता हैं. पहले तो मोनिका थोड़ा चिहुनक पड़ती हैं मगर वो भी अब मज़ा लेने लगती हैं. ऐसे ही करीब 5 मिनिट तक वो उसकी चूत के दानों को कसकर मसलता हैं और मोनिका ना चाहते हुए भी फारिग हो जाती हैं और तुरंत ठंडा पड़ जाती हैं. मगर बिहारी अपनी उंगली नही निकालता और फिर कुछ देर के बाद मोनिका फिर से गरम होने लगती हैं.
बिहारी फिर एक उंगली मोनिका की चूत में डाल देता हैं और फिर उसे खूब अच्छे से आगे पीछे करने लगता हैं. कुछ देर में उसकी उंगली पर मोनिका की चूत का रस पूरा लग जाता हैं. फिर वो अपना वही उंगली निकालकर उसे मोनिका के मूह के पास ले जाता हैं. मोनिका भी बड़ी हैरानी से बिहारी को देखने लगती हैं.
बिहारी- ऐसे क्या देख रही हैं. आज तूने हम दोनो का कम चखा हैं. तो आज ज़रा अपना भी तो टेस्ट कर ले. बुरा नहीं लगेगा. इतना कहकर बिहारी अपनी वही उंगली मोनिका के मूह में डाल देता है. मोनिका को ना चाहते हुए भी उसे चूसना पड़ता हैं. और वो बुरा सा मूह बनाती हैं. ऐसे ही करीब 5 मिनिट तक अपनी उंगली मोनिका को चुसवाने के बाद बिहारी वही उंगली इस बार मोनिका की गान्ड में डालने लगता हैं.
मोनिका- ये क्या कर रहे हो बिहारी. इतना गंदा खेल मुझसे नहीं होगा. भला ऐसे भी कोई सेक्स करता हैं क्या.
विजय एक कस कर थप्पड़ मोनिका के गाल पर जड़ देता हैं. हरामी रंडी साली , तू कौन होती हैं हम से ये सब सवाल करने वाली. हम जो भी करे तेरे साथ जैसे भी करें तुझे बस हमारा हुकुम मानना है. वरना तेरा हम दोनो वो हाल करेंगे कि साली आज के बाद सही से धंधा भी नही कर पाएगी.
मोनिका भी कुछ नहीं बोलती हैं और चुप चाप उनका कहाँ मानने लगती हैं. फिर बिहारी अपनी वही उंगली को धीरे धीरे मोनिका की गान्ड में डालने लगता हैं और मोनिका के मूह से सिसकारी निकल पड़ती हैं.कुछ देर में वो ऐसे ही आगे पीछे अपनी उंगली घुमाता हैं और फिर वही उंगली वो बाहर निकालकर मोनिका के मूह के पास ले जाता हैं. मोनिका ना चाहते हुए भी अपनी गान्ड का स्वाद उसे अपने मूह में लेना पड़ता हैं.
मोनिका तो बस यही चाह रही थी कि कैसे भी सुबह हो और मैं इन दोनो के चंगुल से आज़ाद हो जाऊ. मगर शायद आज़ादी अभी उससे इतनी आसानी से नहीं मिलने वाली थी. ऐसे ही कुछ देर तक वो बिहारी की उंगली चाटती हैं फिर विजय भी एक उंगली उसकी चूत में डाल देता हैं और बिहारी अपनी दूसरी उंगली उसकी गान्ड में डाल देता हैं. और दोनो अपनी उंगलियों को हरकत करना शुरू कर देते हैं. मोनिका को सच में बहुत मज़ा आने लगता हैं. और उसके मूह से सिसकारी बहुत तेज़ हो जाती हैं.
बिहारी- अरे ये साली तो तो सच में मज़ा आ रहा हैं. अभी तो हम ने उंगली डाली है तो इसे इतना मज़ा आ रहा हैं. अगर पूरा लंड इसके दोनो छेदों में एक साथ डालेंगे तो कितना मज़ा आएगा. इतना कहकर बिहारी हँसने लगता हैं.
मोनिका की आँखों में भी हवस सॉफ छलक रही थी .वो कुछ बोलती नही मगर आने वाली चुदाई को सुनकर उसके रौंगटे खड़े हो जाते हैं.
विजय भी अपना उंगली मोनिका की चूत से निकाल कर मोनिका के मूह की तरफ बढ़ाता हैं और बिहारी भी अपना उंगली उसकी गान्ड से निकाल कर उसके मूह की तरफ कर देता हैं.
विजय- कौन सी उंगली पहले टेस्ट करना चाहेगी ....बता.
मोनिका मंन ही मंन में उन दोनो को बहुत गालियाँ देती हैं.
मोनिका तो कुछ कहती नहीं पर बिहारी बोल पड़ा हैं..
बिहारी- चल विजय आज इसे दोनो का टेस्ट एक साथ करते हैं. और इतना बोलकर वो दोनो अपनी एक एक उंगली को मोनिका के मूह में दल देता हैं और ना चाहते हुए भी उसे दोनो की उंगाली एक साथ चुसनी पड़ती हैं.
विजय- बता ना किसका टेस्ट ज़्यादा . हैं. तेरी गान्ड का या तेरी चूत का....
मोनिका भी बड़ा बुरा सा मूह बनाती हैं और ना चाहते हुए भी उसे दोनो उंगली एक साथ चुसनी पड़ती हैं. .
फिर विजय उठकर आता हैं और अपने लंड को फिर से मोनिका के मूह में डाल देता हैं और बिहारी उसकी कमर के नज़दीक आता हैं और अपना लंड को मोनिका की चूत पर रख देता हैं. कुछ देर ऐसा रखने के बाद वो एक झटके से अपने लंड पर प्रेशर बनाने लगता हैं और फेच की आवाज़ के साथ बिहारी का लंड मोनिका की चूत में थोड़ा सा घुस जाता हैं. फिर वो धीरे धीरे अपना लंड को आगे पीछे करने लगता हैं और एक झटके के साथ अपना पूरा लंड मोनिका की चूत में पेल देता हैं. मोनिका की चीख वही पर घुट कर रह जाती हैं.
बिहारी भी उसी पोज़िशन में ऐसे ही मोनिका की चूत मारने लगता हैं. बिहारी को सच में बहुत मज़ा आता हैं. मोनिका की चूत काफ़ी टाइट थी. उसे भी अब मज़ा आने लगता हैं. और इधेर वो विजय का लंड भी चूस रही थी. फिर वो दोनो अपनी पोज़िशन बदलते हैं और अब बिहारी अपना लंड उसके मूह में डाल देता हैं. और विजय जाकर उसकी चूत चोदने लगता हैं. ऐसे ही कुछ देर की चुदाई के बाद विजय अपना लंड बाहर निकालता हैं और फिर वो अपने लंड को मोनिका की गान्ड के होल पर रखकर धीरे धीरे डालना शुरू करता हैं. मोनिका चाह कर भी नही चीख पाती और उसकी आवाज़ बिहारी के लंड के साथ दब कर रह जाती हैं.
विजय पहले धीरे धीरे फिर काफ़ी स्पीड से उसकी गान्ड मारने लगता हैं और मोनिका को भी थोड़ी देर में मज़ा आने लगता हैं. फिर वो दोनो ऐसे ही कुछ देर तक चुदाई करते हैं फिर बिहारी अपना लंड उसके मूह से निकाल लेता हैं और मोनिका को पीठ के बल सोने को कहता हैं. विजय भी जल्दी से पहले बेड पर लेट जाता हैं और फिर मोनिका को अपने उपर आने को कहता हैं.
जैसे ही मोनिका उसके उपर आती हैं वो अपना लंड उसकी गान्ड में फिर से डाल देता हैं और फिर से चुदाई करना शुरू कर देता हैं. मोनिका के मूह से भी आ.......ह............आ........ह. की आवाज़ें निकालने लगती हैं. और इधेर बिहारी अपनी दो उंगलियाँ उसकी चूत में डाल देता हैं. पहले तो मोनिका थोड़ा चिहुनक पड़ती हैं मगर वो भी अब मज़ा लेने लगती हैं. ऐसे ही करीब 5 मिनिट तक वो उसकी चूत के दानों को कसकर मसलता हैं और मोनिका ना चाहते हुए भी फारिग हो जाती हैं और तुरंत ठंडा पड़ जाती हैं. मगर बिहारी अपनी उंगली नही निकालता और फिर कुछ देर के बाद मोनिका फिर से गरम होने लगती हैं.