- Joined
- Dec 5, 2013
- Messages
- 11,318
लाला: क्या हुआ दिव्या, तुमने अपनी गांड हिलाना क्यों बंद कर दिया?
दिव्या को समझ नहीं आता कि कैसे एक्सेप्ट करे कि अब उसकी झड़ चुकी है। हालांकि कर्नल ये बात जानता था।
लाला: बोलो दिव्या, यू वांट मोर?
दिव्या: बस अंकल, अंकल प्लीज़ ये सब राजेश को नहीं पता चलना चाहिए, नहीं तो मैं बर्बाद हो जाऊंगी।
कर्नल अचानक अपना लंड निकाल लेता है, दिव्या उसके लंड निकालते ही बेड से उठने लगती है पर कर्नल उसकी पीठ पर हाथ रख उसे वैसे ही रहने का इशारा करता है।
लाला: पता चलने दो चलता है तो, वो अब कुछ नहीं कर सकता।
दिव्या: प्लीज़ अंकल ऐसा मत करना।
लाला: क्या तुम्हें मज़ा नहीं आया आज।
दिव्या: जी आया है पर मैं ऐसा कभी नहीं चाहती थी।
लाला: अपनी इच्छायें पूरी करने में कभी ज्यादा सोचना नहीं चाहिए। मैं जानता हूँ राजेश तुम्हें अधूरा ही छोड़ देता है। जिसके लिए लोग तुम्हारा फायदा उठाते हैं पर अब तुम्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं।
दिव्या: अंकल राजेश आता ही होगा। प्लीज़ अब आप चले जाओ।
लाला: आज रात तुम मेरी हो डियर, जब तक तुम्हारी मन भरकर चुदाई न कर लूँ तब तक नहीं जा सकता।
दिव्या को डर था कि कहीं राजेश न आ जाए, उसे गए हुए वैसे भी काफी समय हो चुका था।
दिव्या: तो आप कर लीजिए जो करना है। पर प्लीज उसके बाद चले जाना।
लाला: जब तक तुम साथ न दो मुझे मजा नहीं आने वाला।
दिव्या: अंकल आप कर लीजिए प्लीज। मैं अब साथ नहीं दे पाउंगी।
लाला: क्यों दिव्या। अभी तो पूरा साथ दे रही थी।
कर्नल फिर से दिव्या से वही पूछने लगा, आखिरकार दिव्या को कहना ही पड़ता है कि वो डिस्चार्ज हो चुकी है।
दिव्या को समझ नहीं आता कि कैसे एक्सेप्ट करे कि अब उसकी झड़ चुकी है। हालांकि कर्नल ये बात जानता था।
लाला: बोलो दिव्या, यू वांट मोर?
दिव्या: बस अंकल, अंकल प्लीज़ ये सब राजेश को नहीं पता चलना चाहिए, नहीं तो मैं बर्बाद हो जाऊंगी।
कर्नल अचानक अपना लंड निकाल लेता है, दिव्या उसके लंड निकालते ही बेड से उठने लगती है पर कर्नल उसकी पीठ पर हाथ रख उसे वैसे ही रहने का इशारा करता है।
लाला: पता चलने दो चलता है तो, वो अब कुछ नहीं कर सकता।
दिव्या: प्लीज़ अंकल ऐसा मत करना।
लाला: क्या तुम्हें मज़ा नहीं आया आज।
दिव्या: जी आया है पर मैं ऐसा कभी नहीं चाहती थी।
लाला: अपनी इच्छायें पूरी करने में कभी ज्यादा सोचना नहीं चाहिए। मैं जानता हूँ राजेश तुम्हें अधूरा ही छोड़ देता है। जिसके लिए लोग तुम्हारा फायदा उठाते हैं पर अब तुम्हें किसी से डरने की जरूरत नहीं।
दिव्या: अंकल राजेश आता ही होगा। प्लीज़ अब आप चले जाओ।
लाला: आज रात तुम मेरी हो डियर, जब तक तुम्हारी मन भरकर चुदाई न कर लूँ तब तक नहीं जा सकता।
दिव्या को डर था कि कहीं राजेश न आ जाए, उसे गए हुए वैसे भी काफी समय हो चुका था।
दिव्या: तो आप कर लीजिए जो करना है। पर प्लीज उसके बाद चले जाना।
लाला: जब तक तुम साथ न दो मुझे मजा नहीं आने वाला।
दिव्या: अंकल आप कर लीजिए प्लीज। मैं अब साथ नहीं दे पाउंगी।
लाला: क्यों दिव्या। अभी तो पूरा साथ दे रही थी।
कर्नल फिर से दिव्या से वही पूछने लगा, आखिरकार दिव्या को कहना ही पड़ता है कि वो डिस्चार्ज हो चुकी है।