hotaks444
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ये पहली बार था जब उसकी बहन ने उसे गाली दी थी....
और वो भी ऐसे मौके पर जब वो कुत्ते जैसी ही हरकत कर रहा था...
अपनी लंबी जीभ को वो उसके निप्पलों पर फेरकर उसके पूरे स्तन को मुँह में भरकर चूस रहा था वो कमीना...
सोनू : "सुनने से अच्छा होगा की सामने देख लेना .... एक बार फिर से तनवी को यहाँ बुला लो.... जैसे कल किया था, वैसे ही दोबारा कर दूँगा... देख लेना... छुपकर...स्टोर में से...... उम्म्म्ममम''
सोनिया की चूत में जबरदस्त कंपन हुआ ये सुनकर....
वो थरथराई और बोली : "नाआआआआआआआआ..... ऐसे नही.... चोरी छिपे क्यो..... सामने से दिखा... हिम्मत है तो..... उम्म्म्मममम''
सोनू ने झटके से अपना चेहरा उपर किया.....
और सोनिया की आँखो में देखा....
उसकी आँखो मे उसे वो चेलेंज करती हुई दिखी जैसे कह रही हो की है हिम्मत तो तनवी के साथ मेरे सामने करके दिखा..
सोनू : "पर वो कैसे मानेगी.... आई मीन... एक बहन के सामने वो उसी के भाई के साथ वो सब.... उसकी नज़रों में तो ग़लत होगा ना...''
सोनिया ने उसके लॅंड को ज़ोर से दबाते हुए कहा : "पहले हमारी नज़रों में भी ग़लत था ना ये... फिर सब सही हो गया... उसके लिए भी हो जाएगा, अगर तुम हिम्मत करो तो... बोलो.... कर सकोगे क्या... मेरे सामने... उसके साथ.... एकदम न्यूड होकर... वो सब....हम्म....बोलो....अब बोलती क्यो बंद... अपनी बहन के लिए इतना नही कर सकते क्या..''
सोनिया का बदन पानी से बीगा हुआ था, पानी की बूंदे उसके कड़क मुम्मों से फिसल कर नीचे गिर रही थी, जिसकी वजह से वो और भी ज़्यादा सेक्सी लग रही थी .
एक तो वैसे ही वो इतनी सेक्सी लग रही थी, उपर से ऐसी उत्तेजक बाते करके उसने सोनू की हालत बुरी कर दी...
वो गुर्राता हुआ बोला ''हाँ करूँगा....''
और उसने सोनिया की चूत के उपर अपना हाथ जमाकर ज़ोर से दबा दिया...
बेचारी अपने पंजों पर खड़ी होकर सीसीया उठी...
सोनू : "पर मेरी भी एक शर्त है...''
सोनिया : "मुझे हर शर्त मंजूर है...''
सोनू : "तुम्हे भी तनवी के साथ ... मेरे सामने.... एक बार... लेस्बियन सैक्स करना पड़ेगा...''
सोनिया की आँखे फट कर बाहर आने को हो गयी..
''लेस्बियन सैक्स .... मैं.... और वो भी उस तनवी के साथ...पागल है क्या...''
सोनू उसी के अंदाज में आँखे नचा कर बोला : "बोलो...कर सकती हो क्या ये.... अपने भाई के लिए इतना नही कर सकती क्या...''
सोनू ने बड़ी चालाकी से बॉल उसके पाले में फेंक दी...
और वो अच्छी तरह से जानता था की दोनो ही सूरत में उसका ही भला होगा.
सोनिया पर भी चुदासी बुरी तरह से चढ़ चुकी थी....
वो कांपती हुई सी आवाज़ में बोली : "हाँ .... करूँगी मैं भी... अपने भाई के लिए .... कुछ भी करने को तैयार हूँ ... जो तुम कहोगे... वो सब ... करूँगी....''
और ये बोलते-2 वो इतनी भावुक सी हो गयी की उसने अपने वो काँपते हुए होंठ सोनू के होंठों पर रख दिए और उन्हे ज़ोर-2 से चूसने लगी...
सोनू भी उसके गदराये हुए जिस्म को अपने हाथों से मसलता हुआ उसकी चुचियों को अपनी हथेलियों के बीच रखकर उनमे हवा भरने लगा..
होंठों के साथ-2 वो उसके कानो को भी चुभला रहा था, जो सोनिया का सबसे बड़ा वीक पॉइंट था.
उपर शावर चल रहा था, सोनिया ने साबुन उठा कर दोनो के जिस्मों पर रगड़ना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर में दोनो एक दूसरे के चिकने-2 शरीर को आपस मे रगड़कर हँसी ठीठोली करने लगे.
सोनिया ने अपना और सोनू का पूरा जिस्म साबुन से धक सा दिया, और फिर अपने मुम्मो और गांड को किसी स्पॉंज की तरह इस्तेमाल करके उसने सोनू के शरीर को सॉफ किया...
वो उसके जिस्म से नागिन की तरह लिपट कर उपर से नीचे तक घिसाई कर रही थी...
सोनू भी उसके साबुन से ढके मुम्मो की चिकनाई को अपने हाथों से रगड़ने में लगा था.
फिर वो दोनो शावर के नीचे गये और सारा साबुन सॉफ किया...
और अंत मे जब सारा साबुन पानी मे बह गया तो सोनू उसके जिस्म को चूमता हुआ धीरे-2 नीचे आने लगा, आज वो सोनिया के बदन के हर हिस्से पर अपने होंठों की मोहर लगा देना चाहता था...
उसके मुम्मो को अच्छी तरह से चूसने के बाद वो उसने उसकी नेवल को चूसा
उसके अंदर जीभ डाली, सोनिया से वो गुदगुदाहट बर्दाश्त नही हुई और उसने उसके सिर पर दबाव डालकर उसे दक्षिण की तरफ जाने को कहा..
सोनू उसके सपाट पेट को चूसता हुआ जब उसकी पुस्सी तक पहुँचा तो दोनो की साँसे काफ़ी तेज हो चुकी थी..
उसने अपनी जीभ कड़क करके उसकी चूत के उपर घुमानी शुरू कर दी.
''आआआआआआआआआआआअहह उफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ सोनू ................... काट लो इसको................ अहह बड़ी जलन सी हो रही है अंदर....... घुसा दो अपनी जीभ ...... मेरी..... मेरी..... चूत में .....''
हमेशा पुस्सी बोलने वाली सोनिया भी आज बेशर्मी पर उतर आई थी....
चूत सुनने से जो उत्तेजना का संचार सोनू की बॉडी में हुआ था, उसे सोनिया ने अच्छे से महसूस किया...
सोनू ने उसकी चूत में 2 उंगलिया डालकर उसे फेलाया और अपनी कड़क जीभ को उसके अंदर डाल दिया...
अब वो अपनी जीभ और उंगलियों से उसकी चूत की मसाज कर रहा था...
एक साथ 2 चीज़ों का मज़ा मिलने से सोनिया का पूरा बदन अकड़ सा गया...
उपर से पानी बहकर उसके जिस्म की आग को शांत करने की असफल कोशिश कर रहा था...
अपने ऑर्गॅज़म के करीब पहुचते हुए सोनिया के चेहरे के हाव भाव 100 बार बदले...
पर सोनू ने उसकी चूत का दामन नही छोड़ा...
वो उसे चूसता ही रहा...
और वो भी ऐसे मौके पर जब वो कुत्ते जैसी ही हरकत कर रहा था...
अपनी लंबी जीभ को वो उसके निप्पलों पर फेरकर उसके पूरे स्तन को मुँह में भरकर चूस रहा था वो कमीना...
सोनू : "सुनने से अच्छा होगा की सामने देख लेना .... एक बार फिर से तनवी को यहाँ बुला लो.... जैसे कल किया था, वैसे ही दोबारा कर दूँगा... देख लेना... छुपकर...स्टोर में से...... उम्म्म्ममम''
सोनिया की चूत में जबरदस्त कंपन हुआ ये सुनकर....
वो थरथराई और बोली : "नाआआआआआआआआ..... ऐसे नही.... चोरी छिपे क्यो..... सामने से दिखा... हिम्मत है तो..... उम्म्म्मममम''
सोनू ने झटके से अपना चेहरा उपर किया.....
और सोनिया की आँखो में देखा....
उसकी आँखो मे उसे वो चेलेंज करती हुई दिखी जैसे कह रही हो की है हिम्मत तो तनवी के साथ मेरे सामने करके दिखा..
सोनू : "पर वो कैसे मानेगी.... आई मीन... एक बहन के सामने वो उसी के भाई के साथ वो सब.... उसकी नज़रों में तो ग़लत होगा ना...''
सोनिया ने उसके लॅंड को ज़ोर से दबाते हुए कहा : "पहले हमारी नज़रों में भी ग़लत था ना ये... फिर सब सही हो गया... उसके लिए भी हो जाएगा, अगर तुम हिम्मत करो तो... बोलो.... कर सकोगे क्या... मेरे सामने... उसके साथ.... एकदम न्यूड होकर... वो सब....हम्म....बोलो....अब बोलती क्यो बंद... अपनी बहन के लिए इतना नही कर सकते क्या..''
सोनिया का बदन पानी से बीगा हुआ था, पानी की बूंदे उसके कड़क मुम्मों से फिसल कर नीचे गिर रही थी, जिसकी वजह से वो और भी ज़्यादा सेक्सी लग रही थी .
एक तो वैसे ही वो इतनी सेक्सी लग रही थी, उपर से ऐसी उत्तेजक बाते करके उसने सोनू की हालत बुरी कर दी...
वो गुर्राता हुआ बोला ''हाँ करूँगा....''
और उसने सोनिया की चूत के उपर अपना हाथ जमाकर ज़ोर से दबा दिया...
बेचारी अपने पंजों पर खड़ी होकर सीसीया उठी...
सोनू : "पर मेरी भी एक शर्त है...''
सोनिया : "मुझे हर शर्त मंजूर है...''
सोनू : "तुम्हे भी तनवी के साथ ... मेरे सामने.... एक बार... लेस्बियन सैक्स करना पड़ेगा...''
सोनिया की आँखे फट कर बाहर आने को हो गयी..
''लेस्बियन सैक्स .... मैं.... और वो भी उस तनवी के साथ...पागल है क्या...''
सोनू उसी के अंदाज में आँखे नचा कर बोला : "बोलो...कर सकती हो क्या ये.... अपने भाई के लिए इतना नही कर सकती क्या...''
सोनू ने बड़ी चालाकी से बॉल उसके पाले में फेंक दी...
और वो अच्छी तरह से जानता था की दोनो ही सूरत में उसका ही भला होगा.
सोनिया पर भी चुदासी बुरी तरह से चढ़ चुकी थी....
वो कांपती हुई सी आवाज़ में बोली : "हाँ .... करूँगी मैं भी... अपने भाई के लिए .... कुछ भी करने को तैयार हूँ ... जो तुम कहोगे... वो सब ... करूँगी....''
और ये बोलते-2 वो इतनी भावुक सी हो गयी की उसने अपने वो काँपते हुए होंठ सोनू के होंठों पर रख दिए और उन्हे ज़ोर-2 से चूसने लगी...
सोनू भी उसके गदराये हुए जिस्म को अपने हाथों से मसलता हुआ उसकी चुचियों को अपनी हथेलियों के बीच रखकर उनमे हवा भरने लगा..
होंठों के साथ-2 वो उसके कानो को भी चुभला रहा था, जो सोनिया का सबसे बड़ा वीक पॉइंट था.
उपर शावर चल रहा था, सोनिया ने साबुन उठा कर दोनो के जिस्मों पर रगड़ना शुरू कर दिया.
कुछ ही देर में दोनो एक दूसरे के चिकने-2 शरीर को आपस मे रगड़कर हँसी ठीठोली करने लगे.
सोनिया ने अपना और सोनू का पूरा जिस्म साबुन से धक सा दिया, और फिर अपने मुम्मो और गांड को किसी स्पॉंज की तरह इस्तेमाल करके उसने सोनू के शरीर को सॉफ किया...
वो उसके जिस्म से नागिन की तरह लिपट कर उपर से नीचे तक घिसाई कर रही थी...
सोनू भी उसके साबुन से ढके मुम्मो की चिकनाई को अपने हाथों से रगड़ने में लगा था.
फिर वो दोनो शावर के नीचे गये और सारा साबुन सॉफ किया...
और अंत मे जब सारा साबुन पानी मे बह गया तो सोनू उसके जिस्म को चूमता हुआ धीरे-2 नीचे आने लगा, आज वो सोनिया के बदन के हर हिस्से पर अपने होंठों की मोहर लगा देना चाहता था...
उसके मुम्मो को अच्छी तरह से चूसने के बाद वो उसने उसकी नेवल को चूसा
उसके अंदर जीभ डाली, सोनिया से वो गुदगुदाहट बर्दाश्त नही हुई और उसने उसके सिर पर दबाव डालकर उसे दक्षिण की तरफ जाने को कहा..
सोनू उसके सपाट पेट को चूसता हुआ जब उसकी पुस्सी तक पहुँचा तो दोनो की साँसे काफ़ी तेज हो चुकी थी..
उसने अपनी जीभ कड़क करके उसकी चूत के उपर घुमानी शुरू कर दी.
''आआआआआआआआआआआअहह उफफफफफफफफफफफफफफफफफफ्फ़ सोनू ................... काट लो इसको................ अहह बड़ी जलन सी हो रही है अंदर....... घुसा दो अपनी जीभ ...... मेरी..... मेरी..... चूत में .....''
हमेशा पुस्सी बोलने वाली सोनिया भी आज बेशर्मी पर उतर आई थी....
चूत सुनने से जो उत्तेजना का संचार सोनू की बॉडी में हुआ था, उसे सोनिया ने अच्छे से महसूस किया...
सोनू ने उसकी चूत में 2 उंगलिया डालकर उसे फेलाया और अपनी कड़क जीभ को उसके अंदर डाल दिया...
अब वो अपनी जीभ और उंगलियों से उसकी चूत की मसाज कर रहा था...
एक साथ 2 चीज़ों का मज़ा मिलने से सोनिया का पूरा बदन अकड़ सा गया...
उपर से पानी बहकर उसके जिस्म की आग को शांत करने की असफल कोशिश कर रहा था...
अपने ऑर्गॅज़म के करीब पहुचते हुए सोनिया के चेहरे के हाव भाव 100 बार बदले...
पर सोनू ने उसकी चूत का दामन नही छोड़ा...
वो उसे चूसता ही रहा...