hotaks444
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रवि बाइक से उतर जाता है, अलका उसका हाथ पकड़ कर उसे अपने साथ पार्क की ओर ले जाने लगती है वह अपना हाथ अलका के हाथ से छुड़ाकर उसके साथ साथ चलने लगता है,
पार्क मे बेंच पर बैठते हुए, अलका रवि को देखती है उसका मूह फूला हुआ रहता है और वह अलका की और नही देखता
है,
अलका मुस्कुराते हुए, रवि जब तुम गुस्सा होते हो तो तुम्हारा चेहरा देख कर किसी छोटे बच्चे की याद आ जाती है,
रवि कोई जवाब नही देता है, अलका अपने कान पकड़ती हुई उसके मूह के सामने अपना मूह ले जाकर अच्छा बाबा अब मुझे
माफ़ भी कर दो आज के बाद मैं ऐसी ग़लती नही करूँगी,
रवि-नही दीदी तुम्हे माफी माँगने की ज़रूरत नही है, ग़लती मेरी ही है जो मैं पागलो की तरह तुम्हारे पीछे पड़ा रहता हूँ, जबकि मुझे समझना चाहिए कि मेरे जज्बातो से किसी को कोई फ़र्क नही पड़ता है,
अलका- अरे बाबा अब माफ़ भी कर दो, और अगर नही कर सकते तो जो सज़ा देना हो दे दो मुझे मंजूर है,
लेकिन अब थोड़ा मुस्कुरा दो, वैसे भी कल से तुमने मुझे एक बार भी आँख नही मारी है,
रवि अलका की बाते सुन कर थोड़ा सा मुस्कुरा देता है,
अलका- ये हुई ना बात, चलो अब बताओ कि मैने ज़्यादा ज़ोर से तुम्हे थप्पड़ मार दिया था क्या,
रवि- दीदी तुम थप्पड़ क्या मुझे जान से भी मार दो मुझे दर्द नही होगा, लेकिन तुमने जो कड़वी बाते मुझसे कही थी
वह मेरे दिल को चोट पहुचा गई,
अलका- रवि तू कितनी बड़ी बड़ी बाते करने लगा है, अब तू बड़ा हो गया है पर तेरी हरकते अभी भी बच्चो जैसी ही है,
रवि अलका को देखते हुए, दीदी एक बार और सोच कर बोलो क्या मैं तुम्हारे साथ बच्चो जैसी हरकत करता हूँ या बडो जैसी,
अलका उसकी बात सुन कर अपनी पॅल्को को नीचे झुका लेती है,
रवि- दीदी कभी तुम मुझसे अच्छे से पेश आती हो कभी मुझ पर नाराज़ हो जाती हो, ये सब क्या है, तुम खुद ही फ़ैसला
नही कर पा रही हो कि तुम्हे मेरे साथ किस तरह पेश आना चाहिए, तुम डिसिशन लेने मे बहुत कमजोर हो,
अलका- रवि ये बात नही है, मेरा दिल तो तुझे चाहता है लेकिन मेरा दिमाग़ मुझे इन सब चीज़ो की इजाज़त नही देता है,
रवि- और अगर तुम अपने दिमाग़ की बात मन कर मेरे करीब नही आती हो उसके बाद मैं खुद तुम्हे अपने करीब लाकर तुम्हे प्यार करता हूँ तो फिर तुम क्या करोगी, क्या फिर से मुझे मरोगी,
अलका अपना सर झुका लेती है और कुछ नही कहती है,
रवि- दीदी सच तो ये है कि तुम मुझसे दिलो जान से प्यार करने लगी हो, और ये बात तुम खुद भी जानती हो, तुम भी मेरी बाँहो मे आकर मुझे जी भर कर प्यार करना चाहती हो, यहाँ तक कि अब तुम मेरे बिना एक दिन नही रह सकती, दीदी मैं ठीक कह रहा हूँ ना,
अलका रवि को सीरीयस होते हुए देखती है, उसकी नज़रे एक टक बिना पलके झपकाए रवि को देखती है,
रवि- दीदी मैं ठीक कह रहा हूँ ना,
अलका- रवि अब हमे चलना चाहिए और उठने लगती है,
रवि उसका हाथ पकड़ कर अपने पास बैठते हुए, दीदी आज मुझे तुम्हारा फाइनल जवाब चाहिए,जब तक तुम जवाब नही दोगि हम यहाँ से नही जाएगे,
अलका -रवि मेरे पास तुम्हारी बातों का कोई जवाब नही है,
रवि- तो फिर मैं क्या मानु हाँ या ना,
अलका- रवि तुम्हे जो मानना है मान लो और अब चलो यहाँ से,
रवि- सोच लो तुमने कहा है कि जो मानना है मान लो, फिर बाद मे मुकरना नही,
अलका -क्या मतलब
रवि- यही कि मैं मान लेता हूँ कि तुम मुझसे प्यार करती हो, फिर बाद मे ये नही कहना कि मैं तुमसे प्यार नही करती,
अलका- मान ले मैने कह दिया कि मैं तुझसे प्यार करती हूँ फिर तू क्या करेगा,
रवि- दीदी फिर आज ही मैं तुम्हे पूरी नंगी करके तुम्हे चोदुन्गा,
अलका उसे गुस्से से देखती हुई, रवि मुझे तुम्हारी यही सब बाते अच्छी नही लगती, तुमको ज़रा सा मोका दो तो तुम अपनी हदे पार करने लगते हो,
रवि- अलका के बाल पीछे से पकड़ कर खींच कर उसके चेहरे को उपर उठाता है और दीदी तुम बहुत जिद्दी हो, लेकिन मैं भी तुम्हारा भाई हूँ और एक बात कान खोल कर सुन लो मैं तुम्हे चोदुन्गा मतलब चोदुन्गा चाहे उसके लिए मुझे दुनिया इधर की उधर करनी पड़े,
पार्क मे बेंच पर बैठते हुए, अलका रवि को देखती है उसका मूह फूला हुआ रहता है और वह अलका की और नही देखता
है,
अलका मुस्कुराते हुए, रवि जब तुम गुस्सा होते हो तो तुम्हारा चेहरा देख कर किसी छोटे बच्चे की याद आ जाती है,
रवि कोई जवाब नही देता है, अलका अपने कान पकड़ती हुई उसके मूह के सामने अपना मूह ले जाकर अच्छा बाबा अब मुझे
माफ़ भी कर दो आज के बाद मैं ऐसी ग़लती नही करूँगी,
रवि-नही दीदी तुम्हे माफी माँगने की ज़रूरत नही है, ग़लती मेरी ही है जो मैं पागलो की तरह तुम्हारे पीछे पड़ा रहता हूँ, जबकि मुझे समझना चाहिए कि मेरे जज्बातो से किसी को कोई फ़र्क नही पड़ता है,
अलका- अरे बाबा अब माफ़ भी कर दो, और अगर नही कर सकते तो जो सज़ा देना हो दे दो मुझे मंजूर है,
लेकिन अब थोड़ा मुस्कुरा दो, वैसे भी कल से तुमने मुझे एक बार भी आँख नही मारी है,
रवि अलका की बाते सुन कर थोड़ा सा मुस्कुरा देता है,
अलका- ये हुई ना बात, चलो अब बताओ कि मैने ज़्यादा ज़ोर से तुम्हे थप्पड़ मार दिया था क्या,
रवि- दीदी तुम थप्पड़ क्या मुझे जान से भी मार दो मुझे दर्द नही होगा, लेकिन तुमने जो कड़वी बाते मुझसे कही थी
वह मेरे दिल को चोट पहुचा गई,
अलका- रवि तू कितनी बड़ी बड़ी बाते करने लगा है, अब तू बड़ा हो गया है पर तेरी हरकते अभी भी बच्चो जैसी ही है,
रवि अलका को देखते हुए, दीदी एक बार और सोच कर बोलो क्या मैं तुम्हारे साथ बच्चो जैसी हरकत करता हूँ या बडो जैसी,
अलका उसकी बात सुन कर अपनी पॅल्को को नीचे झुका लेती है,
रवि- दीदी कभी तुम मुझसे अच्छे से पेश आती हो कभी मुझ पर नाराज़ हो जाती हो, ये सब क्या है, तुम खुद ही फ़ैसला
नही कर पा रही हो कि तुम्हे मेरे साथ किस तरह पेश आना चाहिए, तुम डिसिशन लेने मे बहुत कमजोर हो,
अलका- रवि ये बात नही है, मेरा दिल तो तुझे चाहता है लेकिन मेरा दिमाग़ मुझे इन सब चीज़ो की इजाज़त नही देता है,
रवि- और अगर तुम अपने दिमाग़ की बात मन कर मेरे करीब नही आती हो उसके बाद मैं खुद तुम्हे अपने करीब लाकर तुम्हे प्यार करता हूँ तो फिर तुम क्या करोगी, क्या फिर से मुझे मरोगी,
अलका अपना सर झुका लेती है और कुछ नही कहती है,
रवि- दीदी सच तो ये है कि तुम मुझसे दिलो जान से प्यार करने लगी हो, और ये बात तुम खुद भी जानती हो, तुम भी मेरी बाँहो मे आकर मुझे जी भर कर प्यार करना चाहती हो, यहाँ तक कि अब तुम मेरे बिना एक दिन नही रह सकती, दीदी मैं ठीक कह रहा हूँ ना,
अलका रवि को सीरीयस होते हुए देखती है, उसकी नज़रे एक टक बिना पलके झपकाए रवि को देखती है,
रवि- दीदी मैं ठीक कह रहा हूँ ना,
अलका- रवि अब हमे चलना चाहिए और उठने लगती है,
रवि उसका हाथ पकड़ कर अपने पास बैठते हुए, दीदी आज मुझे तुम्हारा फाइनल जवाब चाहिए,जब तक तुम जवाब नही दोगि हम यहाँ से नही जाएगे,
अलका -रवि मेरे पास तुम्हारी बातों का कोई जवाब नही है,
रवि- तो फिर मैं क्या मानु हाँ या ना,
अलका- रवि तुम्हे जो मानना है मान लो और अब चलो यहाँ से,
रवि- सोच लो तुमने कहा है कि जो मानना है मान लो, फिर बाद मे मुकरना नही,
अलका -क्या मतलब
रवि- यही कि मैं मान लेता हूँ कि तुम मुझसे प्यार करती हो, फिर बाद मे ये नही कहना कि मैं तुमसे प्यार नही करती,
अलका- मान ले मैने कह दिया कि मैं तुझसे प्यार करती हूँ फिर तू क्या करेगा,
रवि- दीदी फिर आज ही मैं तुम्हे पूरी नंगी करके तुम्हे चोदुन्गा,
अलका उसे गुस्से से देखती हुई, रवि मुझे तुम्हारी यही सब बाते अच्छी नही लगती, तुमको ज़रा सा मोका दो तो तुम अपनी हदे पार करने लगते हो,
रवि- अलका के बाल पीछे से पकड़ कर खींच कर उसके चेहरे को उपर उठाता है और दीदी तुम बहुत जिद्दी हो, लेकिन मैं भी तुम्हारा भाई हूँ और एक बात कान खोल कर सुन लो मैं तुम्हे चोदुन्गा मतलब चोदुन्गा चाहे उसके लिए मुझे दुनिया इधर की उधर करनी पड़े,