hotaks444
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अलका- धीमी आवाज़ मे रवि मुझे नीचे उतार मैं गिर जाउन्गी,
रवि- दीदी ज़्यादा शोर मत करो नही तो मम्मी को पता चल जाएगा कि तुम मेरे उपर चढ़ि हो,
अलका- रवि के सीने पर मुक्का मारती हुई, बदमाश कहीं के मैं तेरे उपर चढ़ि हूँ कि तूने मुझे अपने उपर चढ़ाया
है,
रवि- दीदी जब कोई किसी के उपर चढ़ता है तो देखने वाले को चढ़ने वाले की ही ग़लती नज़र आती है,
अलका- अच्छा बाबा मैं हारी तू जीता अब तो मुझे उतार दे,
रवि अलका को अपनी गोद मे उठाए हुए अलका के बेड पर ले जाता है और बेड पर लिटा देता है, अलका रवि को मुस्कुरा कर देखती रहती है और रवि खड़ा-खड़ा अपनी खूबसूरत बहन के अप्सरा जैसे रूप और खूबसूरत हुस्न को निहारता हुआ
खड़ा रहता है,
अलका- मुस्कुरा कर रवि को देखती हुई जो उसे घूर कर उसके चेहरे को देख रहा था, रवि ऐसे क्या देख रहा है, खा
जाएगा क्या,
रवि- उसके पास बैठ कर दीदी मैं तो तुमको खाना नही पीना चाहता हूँ लेकिन तुम पिलाती ही नही,
अलका- बड़ा आया पीने वाला, क्या पीना चाहता है,
रवि- मुस्कुरा कर उसके दूध को देखने लगता है
अलका- मुस्कुराहट छुपा कर झूठा गुस्सा दिखाते हुए रवि मार खाएगा तू,
रवि- दीदी पहले पिला दो बाद मे जितना चाहे मार लेना,
अलका- रवि अब तू सीधे अपने रूम मे जाकर सो जा,
रवि- दीदी मैं बिना पिए नही जाउन्गा,
अलका- मुस्कुरा कर देख रवि रोज-रोज ये सब हरकत अच्छी नही है, आख़िर तू मेरा भाई है,
रवि- उसकी बात से थोड़ा सीरीयस होता हुआ, अच्छा मत पिलाओ लेकिन एक बार मुझे अपने सीने से लगा कर एक किस अपने होंठो पर करने दो मैं चला जाउन्गा,
अलका- रवि क्या कोई भाई अपनी बहन से ऐसी बात करता है,
रवि- दीदी अब ज़्यादा बनो मत क्या तुम नही चाहती जो मैं चाहता हूँ,
अलका- इधर उधर अपनी नज़ारे नचाते हुए- नही,
रवि- अलका का हाथ पकड़ कर अपने सर पर रखते हुए तो खा लो मेरे सर की कसम कि तुम नही चाहती कि मैं तुम्हे
अपनी बाहों मे लेकर तुम्हे जी भर कर प्यार करू,
अलका- अपना हाथ छुड़ाते हुए, रवि हर बात मे कसम खिलाने की क्या ज़रूरत है,
रवि- इसलिए कि बिना कसम खिलाए तुम सच बोलती नही हो,
अलका- मुस्कुरा कर अच्छा ठीक है हम कल इस मॅटर पर बात करेगे, अब जा और जाकर सो जा,
रवि- दीदी कम से कम एक किस तो कर लेने दो,
अलका- रवि तू कितना जिद्दी हो गया है, तेरी इन हरकतों से मुझे शर्म आती है,
रवि- अच्छा आप आँख बंद कर लो मैं बस एक किस करके चला जाउन्गा,
अलका- पक्का
रवि- बिल्कुल पक्का
अलका- रवि को अंगुली दिखाते हुए लेकिन देख कोई बदमाशी नही करना,
रवि- भरोसा रखो दीदी मुझे कोई बदमाशी करना होती तो मैं क्या तुमसे पूछता,
अलका- अच्छा ठीक है, पर बस एक किस हाँ,
रवि- ओके
अलका अपनी आँखे बंद कर लेती है और रवि अपने होंठो को अलका के होंठो के पास ले जाता है, और अलका के होंठो से
सिर्फ़ दो इंच की दूरी पर जाकर रुक जाता है और अलका को देखने लगता है, अलका की साँसे बहुत तेज-तेज चल रही थी और रवि की सांसो की हवा अलका के लबों से टकरा रही थी, कुछ देर रवि ऐसे ही रहा तो अचानक अलका ने अपनी आँखे खोल दी, और रवि ने थोड़ा मूह पीछे कर लिया,
रवि- दीदी ज़्यादा शोर मत करो नही तो मम्मी को पता चल जाएगा कि तुम मेरे उपर चढ़ि हो,
अलका- रवि के सीने पर मुक्का मारती हुई, बदमाश कहीं के मैं तेरे उपर चढ़ि हूँ कि तूने मुझे अपने उपर चढ़ाया
है,
रवि- दीदी जब कोई किसी के उपर चढ़ता है तो देखने वाले को चढ़ने वाले की ही ग़लती नज़र आती है,
अलका- अच्छा बाबा मैं हारी तू जीता अब तो मुझे उतार दे,
रवि अलका को अपनी गोद मे उठाए हुए अलका के बेड पर ले जाता है और बेड पर लिटा देता है, अलका रवि को मुस्कुरा कर देखती रहती है और रवि खड़ा-खड़ा अपनी खूबसूरत बहन के अप्सरा जैसे रूप और खूबसूरत हुस्न को निहारता हुआ
खड़ा रहता है,
अलका- मुस्कुरा कर रवि को देखती हुई जो उसे घूर कर उसके चेहरे को देख रहा था, रवि ऐसे क्या देख रहा है, खा
जाएगा क्या,
रवि- उसके पास बैठ कर दीदी मैं तो तुमको खाना नही पीना चाहता हूँ लेकिन तुम पिलाती ही नही,
अलका- बड़ा आया पीने वाला, क्या पीना चाहता है,
रवि- मुस्कुरा कर उसके दूध को देखने लगता है
अलका- मुस्कुराहट छुपा कर झूठा गुस्सा दिखाते हुए रवि मार खाएगा तू,
रवि- दीदी पहले पिला दो बाद मे जितना चाहे मार लेना,
अलका- रवि अब तू सीधे अपने रूम मे जाकर सो जा,
रवि- दीदी मैं बिना पिए नही जाउन्गा,
अलका- मुस्कुरा कर देख रवि रोज-रोज ये सब हरकत अच्छी नही है, आख़िर तू मेरा भाई है,
रवि- उसकी बात से थोड़ा सीरीयस होता हुआ, अच्छा मत पिलाओ लेकिन एक बार मुझे अपने सीने से लगा कर एक किस अपने होंठो पर करने दो मैं चला जाउन्गा,
अलका- रवि क्या कोई भाई अपनी बहन से ऐसी बात करता है,
रवि- दीदी अब ज़्यादा बनो मत क्या तुम नही चाहती जो मैं चाहता हूँ,
अलका- इधर उधर अपनी नज़ारे नचाते हुए- नही,
रवि- अलका का हाथ पकड़ कर अपने सर पर रखते हुए तो खा लो मेरे सर की कसम कि तुम नही चाहती कि मैं तुम्हे
अपनी बाहों मे लेकर तुम्हे जी भर कर प्यार करू,
अलका- अपना हाथ छुड़ाते हुए, रवि हर बात मे कसम खिलाने की क्या ज़रूरत है,
रवि- इसलिए कि बिना कसम खिलाए तुम सच बोलती नही हो,
अलका- मुस्कुरा कर अच्छा ठीक है हम कल इस मॅटर पर बात करेगे, अब जा और जाकर सो जा,
रवि- दीदी कम से कम एक किस तो कर लेने दो,
अलका- रवि तू कितना जिद्दी हो गया है, तेरी इन हरकतों से मुझे शर्म आती है,
रवि- अच्छा आप आँख बंद कर लो मैं बस एक किस करके चला जाउन्गा,
अलका- पक्का
रवि- बिल्कुल पक्का
अलका- रवि को अंगुली दिखाते हुए लेकिन देख कोई बदमाशी नही करना,
रवि- भरोसा रखो दीदी मुझे कोई बदमाशी करना होती तो मैं क्या तुमसे पूछता,
अलका- अच्छा ठीक है, पर बस एक किस हाँ,
रवि- ओके
अलका अपनी आँखे बंद कर लेती है और रवि अपने होंठो को अलका के होंठो के पास ले जाता है, और अलका के होंठो से
सिर्फ़ दो इंच की दूरी पर जाकर रुक जाता है और अलका को देखने लगता है, अलका की साँसे बहुत तेज-तेज चल रही थी और रवि की सांसो की हवा अलका के लबों से टकरा रही थी, कुछ देर रवि ऐसे ही रहा तो अचानक अलका ने अपनी आँखे खोल दी, और रवि ने थोड़ा मूह पीछे कर लिया,