hotaks444
New member
- Joined
- Nov 15, 2016
- Messages
- 54,521
अली 10थ का स्टूडेंट था लैला बी.ए की और आशि एफ.ए में थी वो मुल्तान में रहते हैं उन के फादर बॅंक में जॉब करते हैं और मोम स्कूल टीचर हैं . वो ना ज़्यादा अमीर हैं और नही ज़्यादा ग़रीब परिवार है . उन के घर में 2 बेड रूम हैं और एक लॉन है एक रूम में मोम और डॅड होते हैं और सेकेंड में सभी दो बहनें और एक भाई .
उन सब की लाइफ बहुत सिंपल और बहुत अच्छी गुज़र रही थी कोई टेन्षन या कोई प्रॉब्लम्स नही थे सब हॅपी थे और अपनी अपनी स्टडी में ध्यान था और घर के काम वग़ैरह भी साथ मिल कर किया करते थे.उन के पापा ऑफीस में ओवर टाइम करते थे और लेट आया करते थे मोम स्कूल के बाद शाम को प्राइवेट ट्यूशंस देती थीं एक ट्यूशन सेंटर में जो उन के घर के पास ही था
दोनो बहनों को स्कूल और कॉलेज से लाना और छोड़ना अली का ज़िम्मा था वो अपनी बाइक पर एक को स्कूल और दूसरी को कॉलेज छोड़ता और वापिस भी ले आता.जैसा कि आप सब जानते हैं कि स्कूल में लड़के सेक्स पर बातें करते हैं तो ऐसा ही अली के साथ भी होता था लेकिन उस को कोई इंटरेस्ट नही था सेक्स में सो वो अपना ध्यान ज़्यादा स्टडी में ही देता था
उधेर लैला के कॉलेज में भी यही काम था लड़कियाँ सेक्स पर बातें करती थीं खैर यहाँ ऑपोसिट पोज़िशन थी आइ मीन लैला को इंटरेस्ट होने लगा सेक्स में वैसे ज़्यादा बातें लेज़्बीयन की होती थीं लेकिन वो बहुत शरीफ लड़की थी इस लिए दिल में ही रख जाती और हिम्मत नही पड़ती थी कि किसी फ्रेंड से कहे कि उस से सेक्स करो
आशि क्योंकि छोटी थी तो उस का कोई ध्यान नही था सेक्स की तरफ ना ही कोई सेक्स की बात करती थी अपनी जिंदगी मे खैर जब जून का महीना आया तो सब को छुट्टी मिली स्कूल और कॉलेज बंद हो गये और 3नों भाई बहनें घर में टाइम गुज़ारने लगे लेकिन फादर जॉब पर ही होते थे केवल सनडे को बच्चों के साथ टाइम गुज़ारते थे या कहीं सैर कराने ले जाते. मोम की ड्यूटी पेपर्स में लगी और शाम को ट्यूशन भी होती थी
12 जून को हम कज़िन्स ने मुर्री जाने का प्रोग्राम बनाया तो अली को भी इन्वाइट किया मैने अंकल को फोन किया कि अली को हमारे साथ मुर्री जाने की इज़ाज़त दे दो तो अंकल ने कहा हां ले जाना तो मैने कहा की कल हम आ जाएँगे टिकेट करा ली है डवू बस की अली को तैयार रखिएगा हम शाम को उस को पिक कर लेंगे 13थ जून 2004 को हम मुल्तान पहुँचे अंकल आंटी और कज़िन्स से मिले बातें कीं शाम के 7 बजे थे और बस का टाइम 10 बजे का था फ्रॉम मुल्तान टू इस्लामाबाद. सो हम ने खाना खाया और 9:15 पर निकले और बस स्टॅंड पर 9:45 पर पहुँच गयी इस तरह अगले दिन सुबह इस्लामाबाद देन मुर्री और हमारा टूर था 15 डेज़ का
वहाँ अब घर में लैला और आशि थीं दिन के वक़्त और शाम के वक़्त दोपहेर को उन की मोम आ जाती थीं खैर शाम हुई कि दोनो सिस्टर्स बातें कर रही थीं और घर के काम भी और काम से फारिग होने के बाद आशि और लैला बातें करने लगीं कि अचानक आशि ने परेशान शकल बना कर कहा बाजी (लैला) आप से एक बात पूछूँ आप नाराज़ तो नही होंगी. क्योंकि आप मेरी सिस्टर हैं और फ्रेंड भी इस लिए मैं अपनी प्राब्लम आप से शेयर करना चाहती हूँ तो लैला ने कहा हां बिल्कुल पूछो क्या पूछना है में नाराज़ नही होउंगी आख़िर तुम मेरी प्यारी बहन हो और आइ लव यू सो मच
आशि: बाजी वो असल में वो...... में ना क्या है कि ................
लैला: अरे बाबा क्या है इधेर आओ ना बताओ क्या बात है अब
लैला के दिल की धड़कन कुछ तेज हो गई थी डर की वजह से कि कहीं इस ने कोई ग़लत काम मीन्स सेक्स ना किया हो या किसी ने उस की छोटी बहन के साथ रेप ना किया हो वग़ैरह
आशि उठ कर लैला के पास बैठ गई और अपना सिर लैला के कंधे पर रख दिया और कहा कि बाजी मेरे वो ना......
लैला ने कहा हां हां बताओ क्या बात है में कुछ नही कहूँगी .....
मेरे जिस्म में से बाल (बाल) निकल रहे हैं और मुझे बहुत डर लग रहा है और में बहुत परेशान हूँ कि ऐसा क्यों हो रहा है आशि ने कहा
लैला ने सुकून का साँस लिया और कहा ओह आशि में तो डर ही गई थी खैर अल्लाह का शुक्र है कोई प्राब्लम नही है और कहाँ से निकल रहे हैं बाल.(लैला जानती थी कि उस की क्या प्राब्लम है लेकिन उस की प्राब्लम दूर करने के लिए उस ने ऐसे ही पूछ लिया कि बाल कहाँ हैं
आशि ने अपना हाथ उठा कर आर्म पिट पर दूसरा हाथ रख कर कहा यहाँ और फिर अपने हाथ को अपने पेट से थोड़ा नीचे अपनी फुद्दि के पास रख कर कहा यहाँ भी ... और थोड़ा सा शरमा कर उस ने अपना सिर लैला की चेस्ट में दबा दिया उस का ऐसा करना ही था कि लैला की बॉडी को करेंट लगा और उस ने भी आशि को अपनी तरफ और दबाया शायद उस को मज़ा आ रहा था आशि का सिर अपने बूब्स में दबा कर .
लैला ने कहा ओके बातरूम में चलो में देखती हूँ और सब ठीक कर देती हूँ आशि को शरम आने लगी वैसे ये नई बात नही थी क्योंकि अक्सर सुबह देर होने की वजह से दोनो सिस्टर एक दूसरे के सामने कपड़े चेंज करती थीं लेकिन आज आशि को थोड़ी शरम महसूस हो रही थी
खैर उस ने कहा ओके बाजी और दोनो उठ कर एक दूसरे का हाथ पकड़ कर बाथरूम में एंटर हुई और उन्होने बाथरूम का डोर लॉक किया और लैला ने आशि से कहा चलो कपड़े उतारो आशि शरमा रही थी लैला ने देखा तो समझ गई और उस ने बिना कुछ कहे आशि की कमीज़ ऊपर को उठाई और आशि ने भी हाथ ऊपर कर लिए तो लैला ने कमीज़ उतार दी लेकिन आशि ने ब्रा पहना हुआ था ब्लॅक कलर ब्रा सो स्माल साइज़ 28सी
फिर लैला ने देखा आशि की आर्म पिट में बिल्कुल छोटे और ब्राउन बाल थे क्योंकि आशि के हाथ ऊपर ही थे इस लिए तो लैला ने कहा कि ये तो अभी बहुत छोटे हैं और तुम खामखा इतनी परेशान थीं इन के लिए इन को थोड़ा और बड़ा होने दो फिर में इन को रिमूव कर दूँगी और डोंट वरी ये कोई बड़ी प्राब्लम नही है( लेकिन लैला ने उस को ये नही बताया कि हर किसी को होते हैं नॅचुरल है ये अब वही जाने कि अभी क्यों नही बताया
उन सब की लाइफ बहुत सिंपल और बहुत अच्छी गुज़र रही थी कोई टेन्षन या कोई प्रॉब्लम्स नही थे सब हॅपी थे और अपनी अपनी स्टडी में ध्यान था और घर के काम वग़ैरह भी साथ मिल कर किया करते थे.उन के पापा ऑफीस में ओवर टाइम करते थे और लेट आया करते थे मोम स्कूल के बाद शाम को प्राइवेट ट्यूशंस देती थीं एक ट्यूशन सेंटर में जो उन के घर के पास ही था
दोनो बहनों को स्कूल और कॉलेज से लाना और छोड़ना अली का ज़िम्मा था वो अपनी बाइक पर एक को स्कूल और दूसरी को कॉलेज छोड़ता और वापिस भी ले आता.जैसा कि आप सब जानते हैं कि स्कूल में लड़के सेक्स पर बातें करते हैं तो ऐसा ही अली के साथ भी होता था लेकिन उस को कोई इंटरेस्ट नही था सेक्स में सो वो अपना ध्यान ज़्यादा स्टडी में ही देता था
उधेर लैला के कॉलेज में भी यही काम था लड़कियाँ सेक्स पर बातें करती थीं खैर यहाँ ऑपोसिट पोज़िशन थी आइ मीन लैला को इंटरेस्ट होने लगा सेक्स में वैसे ज़्यादा बातें लेज़्बीयन की होती थीं लेकिन वो बहुत शरीफ लड़की थी इस लिए दिल में ही रख जाती और हिम्मत नही पड़ती थी कि किसी फ्रेंड से कहे कि उस से सेक्स करो
आशि क्योंकि छोटी थी तो उस का कोई ध्यान नही था सेक्स की तरफ ना ही कोई सेक्स की बात करती थी अपनी जिंदगी मे खैर जब जून का महीना आया तो सब को छुट्टी मिली स्कूल और कॉलेज बंद हो गये और 3नों भाई बहनें घर में टाइम गुज़ारने लगे लेकिन फादर जॉब पर ही होते थे केवल सनडे को बच्चों के साथ टाइम गुज़ारते थे या कहीं सैर कराने ले जाते. मोम की ड्यूटी पेपर्स में लगी और शाम को ट्यूशन भी होती थी
12 जून को हम कज़िन्स ने मुर्री जाने का प्रोग्राम बनाया तो अली को भी इन्वाइट किया मैने अंकल को फोन किया कि अली को हमारे साथ मुर्री जाने की इज़ाज़त दे दो तो अंकल ने कहा हां ले जाना तो मैने कहा की कल हम आ जाएँगे टिकेट करा ली है डवू बस की अली को तैयार रखिएगा हम शाम को उस को पिक कर लेंगे 13थ जून 2004 को हम मुल्तान पहुँचे अंकल आंटी और कज़िन्स से मिले बातें कीं शाम के 7 बजे थे और बस का टाइम 10 बजे का था फ्रॉम मुल्तान टू इस्लामाबाद. सो हम ने खाना खाया और 9:15 पर निकले और बस स्टॅंड पर 9:45 पर पहुँच गयी इस तरह अगले दिन सुबह इस्लामाबाद देन मुर्री और हमारा टूर था 15 डेज़ का
वहाँ अब घर में लैला और आशि थीं दिन के वक़्त और शाम के वक़्त दोपहेर को उन की मोम आ जाती थीं खैर शाम हुई कि दोनो सिस्टर्स बातें कर रही थीं और घर के काम भी और काम से फारिग होने के बाद आशि और लैला बातें करने लगीं कि अचानक आशि ने परेशान शकल बना कर कहा बाजी (लैला) आप से एक बात पूछूँ आप नाराज़ तो नही होंगी. क्योंकि आप मेरी सिस्टर हैं और फ्रेंड भी इस लिए मैं अपनी प्राब्लम आप से शेयर करना चाहती हूँ तो लैला ने कहा हां बिल्कुल पूछो क्या पूछना है में नाराज़ नही होउंगी आख़िर तुम मेरी प्यारी बहन हो और आइ लव यू सो मच
आशि: बाजी वो असल में वो...... में ना क्या है कि ................
लैला: अरे बाबा क्या है इधेर आओ ना बताओ क्या बात है अब
लैला के दिल की धड़कन कुछ तेज हो गई थी डर की वजह से कि कहीं इस ने कोई ग़लत काम मीन्स सेक्स ना किया हो या किसी ने उस की छोटी बहन के साथ रेप ना किया हो वग़ैरह
आशि उठ कर लैला के पास बैठ गई और अपना सिर लैला के कंधे पर रख दिया और कहा कि बाजी मेरे वो ना......
लैला ने कहा हां हां बताओ क्या बात है में कुछ नही कहूँगी .....
मेरे जिस्म में से बाल (बाल) निकल रहे हैं और मुझे बहुत डर लग रहा है और में बहुत परेशान हूँ कि ऐसा क्यों हो रहा है आशि ने कहा
लैला ने सुकून का साँस लिया और कहा ओह आशि में तो डर ही गई थी खैर अल्लाह का शुक्र है कोई प्राब्लम नही है और कहाँ से निकल रहे हैं बाल.(लैला जानती थी कि उस की क्या प्राब्लम है लेकिन उस की प्राब्लम दूर करने के लिए उस ने ऐसे ही पूछ लिया कि बाल कहाँ हैं
आशि ने अपना हाथ उठा कर आर्म पिट पर दूसरा हाथ रख कर कहा यहाँ और फिर अपने हाथ को अपने पेट से थोड़ा नीचे अपनी फुद्दि के पास रख कर कहा यहाँ भी ... और थोड़ा सा शरमा कर उस ने अपना सिर लैला की चेस्ट में दबा दिया उस का ऐसा करना ही था कि लैला की बॉडी को करेंट लगा और उस ने भी आशि को अपनी तरफ और दबाया शायद उस को मज़ा आ रहा था आशि का सिर अपने बूब्स में दबा कर .
लैला ने कहा ओके बातरूम में चलो में देखती हूँ और सब ठीक कर देती हूँ आशि को शरम आने लगी वैसे ये नई बात नही थी क्योंकि अक्सर सुबह देर होने की वजह से दोनो सिस्टर एक दूसरे के सामने कपड़े चेंज करती थीं लेकिन आज आशि को थोड़ी शरम महसूस हो रही थी
खैर उस ने कहा ओके बाजी और दोनो उठ कर एक दूसरे का हाथ पकड़ कर बाथरूम में एंटर हुई और उन्होने बाथरूम का डोर लॉक किया और लैला ने आशि से कहा चलो कपड़े उतारो आशि शरमा रही थी लैला ने देखा तो समझ गई और उस ने बिना कुछ कहे आशि की कमीज़ ऊपर को उठाई और आशि ने भी हाथ ऊपर कर लिए तो लैला ने कमीज़ उतार दी लेकिन आशि ने ब्रा पहना हुआ था ब्लॅक कलर ब्रा सो स्माल साइज़ 28सी
फिर लैला ने देखा आशि की आर्म पिट में बिल्कुल छोटे और ब्राउन बाल थे क्योंकि आशि के हाथ ऊपर ही थे इस लिए तो लैला ने कहा कि ये तो अभी बहुत छोटे हैं और तुम खामखा इतनी परेशान थीं इन के लिए इन को थोड़ा और बड़ा होने दो फिर में इन को रिमूव कर दूँगी और डोंट वरी ये कोई बड़ी प्राब्लम नही है( लेकिन लैला ने उस को ये नही बताया कि हर किसी को होते हैं नॅचुरल है ये अब वही जाने कि अभी क्यों नही बताया