hotaks444
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करीब 1:45 पर आशना और वीरेंदर अपने अपने रूम से बाहर निकले. वीरेंदर डार्क ब्राउन पॅंट कोट में था और क्रीम शर्ट के साथ उसने डार्क ब्राउन कलर की टाइ पहनी थी. आशना ने ब्लॅक कलर की स्किन टाइट कॅप्री और स्काइ ब्लू टॉप पहना था जो कि उसकी कुवर्व्स को और भी ज़्यादा नुमाया कर रहा था.
वीरेंदर: मुझे तो लगता है आज तुम्हारी फ्रेंड त्रिवेणी का ब्रेकप हो जाएगा.
आशना( सवालिया नज़रो से वीरेंदर की तरफ देखते हुए): क्या मतलब?????
वीरेंदर: मतलब यह कि तुम्हे देख कर कहीं उसके बॉय फ्रेंड ने अपना इरादा बदल लिया तो????
आशना: फिर तो पक्का ब्रेकप हो जाएगा आज उसका.
वीरेंदर एक दम शॉक्ड होकर: क्या मतलब???
आशना: उसका बाय्फ्रेंड चाहे अपना इरादा बदले ना बदले मगर मेरी फ्रेंड आपको देख कर एक बार तो ज़रूर सोचेगी.
आशना की बात सुनकर दोनो हँसने लगे.
वीरेंदर: मुझे तो मेरी "पगली गुड़िया" ही चलेगी.
आशना: और मुझे मेरे "वीर".
दोनो बातें करते हुए घर से बाहर निकल गये. वीरेंदर ने जाते हुए बिहारी को बता दिया कि रात को वो देर से आएँगे तो डिन्नर के लिए वो लोग उनका वेट ना करें.
बाहर आकर वीरेंदर ने गाड़ी स्टार्ट की और आशना के पास जाकर ब्रेक लगा दी. वीरेंदर ने झट से गियर को न्यूट्रल करके हॅंड ब्रेक लगाई तो आशना बोली: इट्स ओके मिस्टर. वीर, मैं जानती हूँ कि आपको मॅनर्स हैं बट इस तरह से तो मैं सिर पर चढ़ जाउन्गी.
आशना डोर खोलकर गाड़ी में वीरेंदर के साथ वाली अगली सीट पर बैठ गयी.
वीरेंदर: सर पर क्यूँ चढ़ोगी, तुम्हारी जगह तो कहीं और है.
आशना: जब देखो तब एक ही बात सूझती है आपको, बिल्कुल त्रिवेणी की तरह ही बातें करते हो आप. सच में मुझे लगता है कि आज बेचारे डॉक्टर. विजय और मेरा दिल टूटने वाला है.
वीरेंदर: तो तुम्हारी फ्रेंड के बाय्फ्रेंड डॉक्टर. हैं???
आशना: जी हां और त्रिवेणी भी उसी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रही है, वहीं पर दोनो की मुलाकात हुई और फिर बात यहाँ तक पहुँच गयी है कि नेक्स्ट ईयर वो दोनो भी शादी करने वाले हैं.
वीरेंदर: वाउ, ग्रेट, यह तो बहुत अच्छी बात है.
आशना: कितना टाइम लगेगा हमे वहाँ पहुँचने में.
वीरेंदर: बड़ी जल्दी है त्रिवेणी से मिलने की.
आशना: आज करीब 3 साल बाद मिल रहे हैं हम दोनो.
वीरेंदर: ओह शिट, तो फिर मैं और विजय तो बस आपको देखते ही रहेंगे, आपकी बातें ही ख़तम नहीं होंगी तो हम पर ध्यान कब दोगि आप लोग.
आशना: चिंता मत करो, आपका ख़याल भी रखूँगी.
वीरेंदर: सच!!!
आशना(रूठने का नाटक करते हुए): देखो आपने फिर बात कहाँ घुमा दी, आप बड़े गंदे हैं.
वीरेंदर: बंदे की तारीफ के लिए शुक्रिया, रात को इसका इनाम भी दूँगा.
आशना: जी नहीं, मुझे कोई इनाम नहीं चाहिए.
वीरेंदर: हम किसी का उधार नहीं रखते. गंदा कहा है तो अब गंदा काम करना ही पड़ेगा.
इसी नोक झोंक में वो दोनो होटेल पहुँच गये. पार्किंग करके, जैसे ही वो आयेज बढ़े, सामने से आती कार में बैठी एक लड़की को देख कर वीरेंदर के मुँह से निकला "वाउ, क्या हॉट लड़की है यार". आशना ने ज़ोर से अपनी कोहनी वीरेंदर की बगल में मारी और फिर कार में बैठी लड़की की तरफ देखा तो उसके चेहरे के भाव एक दम बदल गया.
आशना ने तेज़ी से अपना हाथ हिलाते हुए कहा " हाई त्रिवेणी". कार रुकी और त्रिवेणी तेज़ी से कार से बाहर निकली और दोनो सहेलियाँ एक दूसरे की तरफ भागी. दोनो इतनी ज़ोर से गले मिली कि वीरेंदर और विजय कभी उन दोनो को तो कभी एक दूसरे को देखते. विजय ने गाड़ी पार्क की और गाड़ी से उतर कर वीरेंदर से हाथ मिलाते हुए कहा: यार हम खुद ही एक दूसरे को इंट्रो दे देते हैं, इन्हे तो इसकी फ़ुर्सत ही नहीं.
दोनो ने एक दूसरे को अपनी अपनी इंट्रो दी और फिर वीरेंदर बोला:चलो अब एक दूसरे को छोड़ो और हमें भी एक एक मोका दो. वीरेंदर की बात सुनकर दोनो एक दूसरे से दूर हुई और त्रिवेणी झट से बाहें फैलाई वीरेंदर की तरफ बढ़ी.
वीरेंदर एक दम सकपका गया.
त्रिवेणी: हग मी ना जीजू, यू आर सो हॉट यार.
वीरेंदर, त्रिवेणी की बात सुनकर झैन्प गया. आशना और विजय वीरेंदर की हालत देख कर ज़ोर से हंस दिए.
त्रिवेणी: जीजू आपकी साली बाहें फैलाई खड़ी है और लोग हम पर हंस रहे हैं. आइए हम भी इन्हे जीजू साली का प्यार दिखा दें.
आशना: बस कर अब, यहीं पर सारा फ्लर्ट कर लेगी तो शाम तक कुछ नहीं बचेगा.
वीरेंदर खिसियाया हुआ आशना के पीछे पीछे चल दिया. एक कॉर्नर पर टेबल पर चारो बैठ गये.
विजय: वीरेंदर, डॉन'ट टेक इट अदरवाइज़, यह है ही ऐसी.
त्रिवेणी: क्यूँ???? इसका क्या मतलब??? मुझे तो लगा कि जीजू को मैं हॉट लगी हूँ तो गले मिलकर इनकी इतनी सी इच्छा तो पूरी कर हे सकती हूँ, क्यूँ आशना, इतना हक तो बनता है ना यार???
आशना: मेरी माँ, तुम्हारा हक कोई छीन सकता है क्या, तुम उसे जीने लायक ही नहीं छोड़ोगी.
बातों बातों में सभी एक दूसरे के बारे में पूछने लगे.
वीरेंदर: मुझे तो लगता है आज तुम्हारी फ्रेंड त्रिवेणी का ब्रेकप हो जाएगा.
आशना( सवालिया नज़रो से वीरेंदर की तरफ देखते हुए): क्या मतलब?????
वीरेंदर: मतलब यह कि तुम्हे देख कर कहीं उसके बॉय फ्रेंड ने अपना इरादा बदल लिया तो????
आशना: फिर तो पक्का ब्रेकप हो जाएगा आज उसका.
वीरेंदर एक दम शॉक्ड होकर: क्या मतलब???
आशना: उसका बाय्फ्रेंड चाहे अपना इरादा बदले ना बदले मगर मेरी फ्रेंड आपको देख कर एक बार तो ज़रूर सोचेगी.
आशना की बात सुनकर दोनो हँसने लगे.
वीरेंदर: मुझे तो मेरी "पगली गुड़िया" ही चलेगी.
आशना: और मुझे मेरे "वीर".
दोनो बातें करते हुए घर से बाहर निकल गये. वीरेंदर ने जाते हुए बिहारी को बता दिया कि रात को वो देर से आएँगे तो डिन्नर के लिए वो लोग उनका वेट ना करें.
बाहर आकर वीरेंदर ने गाड़ी स्टार्ट की और आशना के पास जाकर ब्रेक लगा दी. वीरेंदर ने झट से गियर को न्यूट्रल करके हॅंड ब्रेक लगाई तो आशना बोली: इट्स ओके मिस्टर. वीर, मैं जानती हूँ कि आपको मॅनर्स हैं बट इस तरह से तो मैं सिर पर चढ़ जाउन्गी.
आशना डोर खोलकर गाड़ी में वीरेंदर के साथ वाली अगली सीट पर बैठ गयी.
वीरेंदर: सर पर क्यूँ चढ़ोगी, तुम्हारी जगह तो कहीं और है.
आशना: जब देखो तब एक ही बात सूझती है आपको, बिल्कुल त्रिवेणी की तरह ही बातें करते हो आप. सच में मुझे लगता है कि आज बेचारे डॉक्टर. विजय और मेरा दिल टूटने वाला है.
वीरेंदर: तो तुम्हारी फ्रेंड के बाय्फ्रेंड डॉक्टर. हैं???
आशना: जी हां और त्रिवेणी भी उसी मेडिकल कॉलेज से एमबीबीएस कर रही है, वहीं पर दोनो की मुलाकात हुई और फिर बात यहाँ तक पहुँच गयी है कि नेक्स्ट ईयर वो दोनो भी शादी करने वाले हैं.
वीरेंदर: वाउ, ग्रेट, यह तो बहुत अच्छी बात है.
आशना: कितना टाइम लगेगा हमे वहाँ पहुँचने में.
वीरेंदर: बड़ी जल्दी है त्रिवेणी से मिलने की.
आशना: आज करीब 3 साल बाद मिल रहे हैं हम दोनो.
वीरेंदर: ओह शिट, तो फिर मैं और विजय तो बस आपको देखते ही रहेंगे, आपकी बातें ही ख़तम नहीं होंगी तो हम पर ध्यान कब दोगि आप लोग.
आशना: चिंता मत करो, आपका ख़याल भी रखूँगी.
वीरेंदर: सच!!!
आशना(रूठने का नाटक करते हुए): देखो आपने फिर बात कहाँ घुमा दी, आप बड़े गंदे हैं.
वीरेंदर: बंदे की तारीफ के लिए शुक्रिया, रात को इसका इनाम भी दूँगा.
आशना: जी नहीं, मुझे कोई इनाम नहीं चाहिए.
वीरेंदर: हम किसी का उधार नहीं रखते. गंदा कहा है तो अब गंदा काम करना ही पड़ेगा.
इसी नोक झोंक में वो दोनो होटेल पहुँच गये. पार्किंग करके, जैसे ही वो आयेज बढ़े, सामने से आती कार में बैठी एक लड़की को देख कर वीरेंदर के मुँह से निकला "वाउ, क्या हॉट लड़की है यार". आशना ने ज़ोर से अपनी कोहनी वीरेंदर की बगल में मारी और फिर कार में बैठी लड़की की तरफ देखा तो उसके चेहरे के भाव एक दम बदल गया.
आशना ने तेज़ी से अपना हाथ हिलाते हुए कहा " हाई त्रिवेणी". कार रुकी और त्रिवेणी तेज़ी से कार से बाहर निकली और दोनो सहेलियाँ एक दूसरे की तरफ भागी. दोनो इतनी ज़ोर से गले मिली कि वीरेंदर और विजय कभी उन दोनो को तो कभी एक दूसरे को देखते. विजय ने गाड़ी पार्क की और गाड़ी से उतर कर वीरेंदर से हाथ मिलाते हुए कहा: यार हम खुद ही एक दूसरे को इंट्रो दे देते हैं, इन्हे तो इसकी फ़ुर्सत ही नहीं.
दोनो ने एक दूसरे को अपनी अपनी इंट्रो दी और फिर वीरेंदर बोला:चलो अब एक दूसरे को छोड़ो और हमें भी एक एक मोका दो. वीरेंदर की बात सुनकर दोनो एक दूसरे से दूर हुई और त्रिवेणी झट से बाहें फैलाई वीरेंदर की तरफ बढ़ी.
वीरेंदर एक दम सकपका गया.
त्रिवेणी: हग मी ना जीजू, यू आर सो हॉट यार.
वीरेंदर, त्रिवेणी की बात सुनकर झैन्प गया. आशना और विजय वीरेंदर की हालत देख कर ज़ोर से हंस दिए.
त्रिवेणी: जीजू आपकी साली बाहें फैलाई खड़ी है और लोग हम पर हंस रहे हैं. आइए हम भी इन्हे जीजू साली का प्यार दिखा दें.
आशना: बस कर अब, यहीं पर सारा फ्लर्ट कर लेगी तो शाम तक कुछ नहीं बचेगा.
वीरेंदर खिसियाया हुआ आशना के पीछे पीछे चल दिया. एक कॉर्नर पर टेबल पर चारो बैठ गये.
विजय: वीरेंदर, डॉन'ट टेक इट अदरवाइज़, यह है ही ऐसी.
त्रिवेणी: क्यूँ???? इसका क्या मतलब??? मुझे तो लगा कि जीजू को मैं हॉट लगी हूँ तो गले मिलकर इनकी इतनी सी इच्छा तो पूरी कर हे सकती हूँ, क्यूँ आशना, इतना हक तो बनता है ना यार???
आशना: मेरी माँ, तुम्हारा हक कोई छीन सकता है क्या, तुम उसे जीने लायक ही नहीं छोड़ोगी.
बातों बातों में सभी एक दूसरे के बारे में पूछने लगे.